Adultery Porn Creator मम्मी और में

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मम्मी धीरे धीरे कर के अपनी चुचियों पर दोनो हाथ सहलाते हुए बोली " देखना चाहोगे "


इस बार भी मम्मी की आवाज में एक घबराहट एक दर एक शर्म । और तब मुझे एहसास हुआ की मम्मी कितनी मजबूर है। ना चाहते हुए भी उन्हे क्या क्या करना पड़ रहा है।


मम्मी ने धीरे ब्लाउज के चारों के चार हुक खोल दिए और ब्लाउज दोनो चीरे से थोरी खुल गई । मम्मी चूचियां झूलने लगी लेकिन इतना भी नहीं चुचियों के अंदर माल मलाई ही ना हो। मम्मी की चुचियों की गोरी चिकनी दरार लाइट की रोशनी में चमक उठी और फिर मम्मी घूम गई मम्मी अपनी ब्लाउज उतार कर फेंक दी । मम्मी की पीठ एकदम नंगी थी । बिंदी की तरह उनकी चमकीली पीठ काले तिल थे । मम्मी हट्टी कट्टी थी भाड़ी मात्रा में सर्बी थी लेकिन फिर भी उनका बदन सही आकार में थी बदन के हिसाब से चौड़ी पीठ पतली कमर और कमर के नीचे से नितंब की चढ़ाई शुरू ।


मम्मी होलें होले से घूमी अपनी चुचियों पर हाथ रख अपनी चूचियां ढक रखी थी । और फिर धीरे से अपनी हाथ हटाई मम्मी ने मैने देखा मम्मी चुचियों की निपल गेहूवे रंग की अंगूर जैसी थी । मम्मी ने धीरे धीरे अपनी चूचियां दोनो हाथो से सहलाती हुई बोली " आज के लिए इतना ही । मेरे चैनल को प्यार और सपोर्ट दीजिए आगे और भी धीरे धीरे तुम्हारी मम्मी अपनी जलवा दिखाएंगी "



बस मम्मी ने उसी वक्त वीडियो खतम किया । मेरा शर झनझना रहा था । विश्वास नही हो रहा था की मम्मी ने अपनी नंगी चूचियां दिखाई । पाता नही किस किस ने देखा होगा और खयाल आया कोई ना कोई तो मम्मी के नाम पर जरूर मूठ मारा होगा । मैंने देखा वीडियो पोस्ट हुए सिर्फ़ 8 घंटा ही हुआ है और करीब देर हजार लाईक और 5 हजार व्यूज मिले है । मुझे खुशी हुई की मम्मी की विडियो में व्यूज आ रहा हे और जल्दी से चैनल मॉनिटाइज होने जितना व्यूज और सब्सक्राइब भी होंगे। एक हजार सब्सक्राइब हो चुका था अब बस एक हजार और । मैंने लैपटॉप बंद किया और किसी तरह दूसरे बात पर ध्यान लगा के अपना लंद सुला के बाहर आ गया।



मम्मी किचन की फर्श पर नीचे बैठ कर पोछा लगा रही थी जिसके कारण उनकी चूचियां ऊपर से में अच्छी तरह से गहराई तक देख पा रहा था ।


मम्मी बोली " उठ गया जा जा के दूध ले के आ शाय बना कर नाश्ता कर के तुम कॉलेज और में काम पे जाऊंगी "




में बिना मुंह धोए ही बिल्डिंग से बाहर दुकान पर दूध लेने गया । दिन ऐसी ही निकला शाम हुई रात गई और दिन चलने लगे । और मैने खुद जाना की में मम्मी की तरफ अट्रैक्ट हो रहा हूं जो की सरासर गलत है। अब मम्मी को कोई प्राब्लम नही हे वो खुद अपना चैनल संभाल लेगी । जब मॉनिटाइज होगा चैनल तब मेरे लैपटॉप में भी नोटिफिकेशन आ जायेगा और तब मोनोटाइज का काम में कर लूंगा तब तक मम्मी की वीडियो में नही देखूंगा ।
 
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और एक दिन चैनल मॉनिटाइज करवाने की नोटिफिकेशन आई और में बोहोत खुश हुआ । मैंने देखा की मम्मी अब तक 20 विडियोज अपलोड की है । लेकिन उसपे मेरा इतना ध्यान नही गया क्यू की सबसे खुशी इस बात की थी की अब चैनल से पैसा मिलेगा । में जल्दी से मॉनिटाइज का डिटेल सबमिट किया और अगले एक घंटे में वेरिफिकेशन का नोटिस आया उसी हिसाब से मैने वेरिफिकेशन किया और चैनल की वॉलेट में 70000 रुपए जमा हो गया था । चैनल की सब्सक्राइब 500k पर पोहोच गया था ये देख में खुशी से झूम उठा । मम्मी तब घर पर नही थी शाम के 6 बज रहे थे । मम्मी को बताने के लिए में मरा जा रहा था ।



मुझे इंतजार नही हो रहा था । पर इंतजार किया और मम्मी 9 बजे आई और में सीधा उनकी हाथ पकड़ कर अपने कमरे में ले गया और मम्मी को लैपटॉप पे दिखा के बोला " अपना चैनल मॉनिटाइज हो गया हे और दो लाख रुपए जमा हो गया हे "



मम्मी सॉक्ड थी आंखे फाड़ फाड़ के देख रही थी दो लाख । और मम्मी की चेहरे पे बड़ी मुस्कान आ गई मम्मी चिल्लाती हुई मेरे गले लग गई । हम दोनों खुशी से झूमते हुए कुछ पल एक दूसरे की गले मिलते रहे ।



तभी मम्मी बोली " एक मिनट दो लाख रुपए मिलेगा कैसे हमे"



में बोला " एक मिनिट " और मैने चैनल की वॉलेट से अपने अकाउंट में 2लाख रूपए ट्रांसफर कर के बोला " ये हो गया मेरे अकाउंट में पैसा जमा और जब चाहे हम पैसा निकाल सकते हे "


मम्मी खुशी से झूम उठी " सच्ची ", लेकिन मम्मी कुछ सोच के निराश हुई और बोली " दो लाख से क्या होगा । जमा पैसा मिला के मुश्किल से 3 लाख होंगे बाकी 9 लाख दो महीने में कैसे कमाए "


में थोड़ा शिंटित था पर मम्मी को दिखाया नहीं" मम्मी हो जाएगा आपकी वीडियो वायरल हो रही है।"



मम्मी बोली " अच्छा बाद में बात करेंगे आजा खाना खाए "



में और मम्मी खाना खाने किचन में गए
 
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रात को मम्मी ने मुझे अपने कमरे में बुलाया और में गया । मम्मी ढीली सी पैरों तक आने वाली स्कीवलेश नाइटी पहनी हुई थी और में सिर्फ शॉर्ट्स में खाली बदन में था ।


मम्मी बोली " बेटा आ जा आज मेरे साथ ही सो जा तुमसे बाते करेंगे । काल काम पर नहीं जाऊंगी एक दिन की छुट्टी ली हे मैने "



में मम्मी की बगल में लेट गया बेड छोटा बोहोत मम्मी और मेरे बाजू आपच में टकराने लगे मम्मी करवट ले कर मेरी तरफ देखती हुई कोन्हि टिका के शिर हाथों में उठा के मुझे देखती हुई बोली " बेटा यही हमारी जिंदगी हे। दुख और कष्ट के सिवा कुछ नहीं "


में मम्मी की और देख के बोला " मम्मी ऐसा क्यू कहती हो । संघर्ष में ही एक मजा हे अचान जिंदगी में क्या मजा । आप शिनता ना करो सब ठीक होगा "



मम्मी ने पलके झपकाई और बोली " बेटा बुरा ना मानो तो कुछ बात करू तुमसे "


में बोला " मम्मी जो मन करे आप बात करो मेरे से । मेरे सिवा आपको बात करने के लिए हे ही कौन और "


मम्मी बोली " हा बेटा तेरे सिवा और मेरा है ही कौन । बेटा अब तुम समझदार हो गए हो । काफी बाते समझते भी हो और । बस पूछना चाहती थी की तुम्हे बुरा तो नहीं लगता । पैसों के लिए में जो कर रही हूं "


में बोला " नही मम्मी आपसे बुरा नही लग रहा हे बस आपके लिए बुरा लग रहा है। पापा की वजह से आपको क्या क्या करना पड़ रहा है। और में भी पता नहीं क्या आइडिया से बैठा आपको "



मम्मी बोली " नही बेटा तुम्हे जो ठीक लगा तुमने बताया । जो रास्ता दिखा तुमने बताया। में तुमसे किसी प्रकार से नाराज़ नही हूं । मुझे भी ये सब अच्छा नही लगता पर क्या करे । "


में बस हम्मम से जवाब दिया ।


मम्मी अब थोड़ा शरमा के बोली " बेटा क्या तुम । वो वीडियो । देखा है"


में भी बोहोत अशेहेज हो कर बोला " हा मम्मी "


मम्मी एकदम से चुप हो कर पीठ के बल लेट गई । मुझे इंतजार था मम्मी के जवाब का पर मम्मी कुछ नही बोली । और में ही बोल दिया " मम्मी में समझ सकता हूं आपकी स्थिति क्या है । पर मम्मी मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता क्यू की आप मेरी मां हो। मेरे मन में आपके लिए कोई गलत भावना नही हे " हलकी में जूठ बोल रहा थी पर क्या करू मम्मी को में दुखी नही कर सकता था ।

मम्मी मेरी तरफ घूमी और मुझे छीने से लगा कर मेरा माथा चूम के बोली " बेटा में जानती हूं तुम अपनी मां के बारे में कभी गलत भाव गलत खयाल नही लाओगे । तुम्हारा दिल बोहोत साफ हे। में खुश हूं बेटा तुम्हारा जैसा बेटा पा कर "



मम्मी की बदन बोहोत गर्म थी । बोहोत कोमल मुलायम एहसास था मेरे दिल भी नरम हो गए में भी मम्मी को बाहों में भर के बोला " आई लव यू मम्मी । में भी बोहोत खुश हूं आप जैसी मां पा के ।"



मम्मी और में एक दूसरे की बाहों में लगभग 5 मिनिट तक समाए रहे । मुझे लगा मम्मी ऐसी ही सो जायेगी पर मम्मी बोली मुझसे ।
 
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" बेटा में समझ नहीं पा रहा हूं की ऐसा क्या करू की व्यूज और आ जाए "


में मम्मी की छाती पर मुंह रख के बोला " मम्मी आप दूसरों की वीडियो नही देखती हो क्या "


मम्मी बोली " देखती हूं पर ऐसा कुछ आइडिया नही मिलता है "


में थोड़ा झिझक के बोला " में कुछ आइडिया दूं। "


मम्मी बोली " हा दो ना "


में धीर से बोलने लगा " मम्मी आप मस्टरबेट का वीडियो दालों । और सबसे बड़ी बात लोगो को आप तब अट्रैक्ट कर पाओगे जब सेक्सी बातें करोगे । और आप वो । वो अपने अंग को क्लोजअप शॉट दिखाना । और मम्मी आप डिल्डो का यूज करो "



मम्मी मेरे कान में धीरे से शर्मीली आवाज में बोली " अब कहा से डिल्डो लाऊं में "


में थोड़ा रुक के बोला " में ला दूंगा "


मम्मी हम्मम कह कर मेरा माथा चूम के बोली " से जाओ बेटा । "




दूसरे दिन मम्मी काम पर नहीं गई । मैंने मम्मी के लिए डिल्डो ऑनलाइन ऑर्डर किया और साथ में कुछ सेक्सी कपरे भी ।



4 महीने पूरा होने वाला था । मैंने पता नही कैसे खुद को काबू किया अब तक मम्मी की वीडियो नही देखा था । और 4 महीने पूरा होने से दो दिन पहले मम्मी खुशी से झूूम झूम के आई मेरे पास और कहने लगी " बेटा बेटा ये देखो। 15 लाख "



में भी देख बोहोत खुश हुआ । मम्मी और में झूम उठे अब सारी परेशानी खतम । 4 महीने पूरे होते ही महाजन अपना पैसा लेने आ गए । जब उन्हें हमने 12 लाख कैश सामने रख कर दिया तो वो हैरान हो गए और बोला " क्या बैंक लूटा हे क्या"


मम्मी भी अकड़ दिखा के बोली " चुप चाप अपना पैसा लो और इत्तजत से चले जाओ "


महाजन को अपने पैसों से मतलब था वो मेरी मम्मी को बड़ी बेशर्मी से मम्मी को ऊपर से नीचे तक घूर के चला गया । मम्मी उसके जाते ही दरवाजा बंद कर के सोफे पे लेट के सकून भरी आह भर के मुस्कुराते हुए बोली " इतना सकून मुझे कभी नही मिला बेटा । अब सारी परेशानी खतम "


में भी ठंडी आह ले कर बोला " हा मम्मी । अब आप वो सब नही करना पड़ेगा । में अकाउंट डिलीट कर दूंगा "


मम्मी अचानक से उठ गई और कुछ सहमी हुई सी अजीब सी हरकत करती हुई बोली " अभी नही "


में बोला " क्यू मम्मी । अभी क्यू नही"



मम्मी बात घुमाती हुई बोली " बेटा आज हम घूमने जायेंगे । घूम फिर के थोड़ा मस्ती करेंगे । रुको शाय बनाती हूं "


मम्मी उठ कर चली गई । मुझे मम्मी का व्यवहार बोहोट अजीब लगा में सोचने लगा की अचानक मम्मी को क्या हो गया की उसने अभी अकाउंट डिलीट करने को माना कर दिया ।
 
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में एक औरत की मन से वाकिफ नहीं था । एक औरत क्या चाहती है इसकी आभास मुझे ना था । बस में अपनी मम्मी को समझता था उसे एक मां की रूप में देख रहा था अब तक एक औरत की तरह नहीं। मुझे नही समझ थी की मम्मी भी एक औरत है उनकी भी एक व्यक्तिव है उनकी भी आम इंसान की तरह ख्वाइसें थी अपनी अरमान थी अपनी दिल की करने को इच्छा थी ।




उन बातों से अंजान में हवा में ही जवाब धुंध रहा था । पर धीरे धीरे मुझे समझ आ गया । मम्मी अब काम पर नहीं जाती घर पर ही रहने लगी । पापा से भी कुछ नहीं कहती जब पापा कुछ पूछे तो बस सीधा सीधा जवाब दे के अपने में मगन रहने लगी । मुझे भी कहने लगा की बेटा अब तुम्हे काम पे जाने की जरूरत नहीं है। अच्छे से पढ़ाई करो । कुछ पैसा है जिसमे में जल्दी ही एक ब्यूटी पार्लर खोल लुंगी । तुम भी मेरी मदद करना वोहा।



एक दिन मम्मी मुझे बोली की उसे शॉपिंग में ले जाने को । जब पापा की नौकरी थी तो हम अच्छे से सुख सुनिधा के साथ जीते थे । कोई साल हो गए मैने भी शोपिंग मल नही गया था 200 रूपए की शर्ट की हैसियत थी ।



में भी खुश था तो मैंने कहा की चलो फिर आप तैयार हो जाओ । मम्मी अपने कमरे में गई तैयार होने और में अपने कमरे में । मुझे तो बस अपनी दो जींस में से एक जींस पहनना था और एक टी-शर्ट और में 10 मिनिट में तैयार हुआ ।


में मम्मी को देखने गया मम्मी अपने कमरे का दरवाजा बंद था तो मैंने खटखटाया । मम्मी अंदर से बोली " बस 5 मिनिट बेटा "



में इंतजार करने लगा और 5 मिनट निकल कर 15 मिनिट हो गया तो मैंने तेज आवाज दी " मम्मी रात को जाना हे क्या । और कितना देर लगाओगी "


मम्मी अंदर से चिल्लाई " अरे रुको बाबा आ रही हूं "




करीब और 10 मिनिट बाद मम्मी बाहर निकली । में मम्मी को ऊपर से नीचे तक देखने लगा मेरी आंखे बड़ी थी। मम्मी भी कमर में हाथ रख के अदाह से मुस्कुराती हुई बोली " क्यू लग रही हूं ना सुपर मॉम "


में मुस्कुरा के बोला " वाओ मम्मी आप तो काफी सुंदर लग रही हो और काफी अमीर घराने की मालकिन लग रही हो "


मम्मी मुस्कुराती हे । मम्मी ने एक चॉकलेट रंग की थोरी सिल्की और थोरी सी ट्रांसपेरेंट किस्म की सारी पहनी हुई थी और साथ में स्लीवल्स ब्लाउज भी । मैंने गौर किया की मम्मी ब्लाउज की काफी दीप कट था जिससे उसकी चुचियों की दरार समझ आती थी मगर पल्लू से मम्मी ने अपनी छाती ढक रही थी पर फिर सारी तो ट्रांसपेरेंट था । मम्मी अपनी हैंडबैग हाथों में ले कर आती हुई दरवाजे तक गई " अरे आओ चलो अब क्या मुझे घूरता ही रहेगा क्या "


मैंने देखा मम्मी की ब्लाउज एकदम बैकलेस थी बस दो डोरी बंधी हुई । मम्मी की चिकनी गोरी सुथोल पीठ चमक रही थी । कमर के दोनो तरफ आकर्षक सरबी की परत बोहोत कामुक थी । मैंने देखा मम्मी ने आगे से तो सारी नाभि के काफी नीचे पहनी हुई थी लेकिन पीछे भी उनकी सारी एक दम उनकी बड़ी बड़ी हिलती हुई कूल्हों के ऊपर पहनी हुई थी । मम्मी ने हाई हील भी पहनी । हम दोनो जब फ्लैट से निकले तो मम्मी ने ताला लगा कर साबी मेट के नीचे छुपा दी ताकि पापा आए तो वो घर पे घुस चके। मैंने मम्मी की बदन से मोधोस कर देने वाली खुशबू मिला । एक तारो ताज़गी सा महसूस था । मैरी नजर मम्मी के ऊपर से हट ही नहीं रही थी मम्मी ने अपनी बालों को खोल के रखी थी होठों पे गहरी लाल लिपस्टिक गालों में भी मेकअप और उनकी गोल गोल आंखे काजल से और भी खूबसूरत और उनकी नजरे बोहोत आकर्षक लग रही थी । हमने कैब बुक किया और चल पड़े शोपिंग करने ।
 
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कैब अंदर मम्मी मुझसे बात कर रही थी । उनकी मुस्कान बोहोत खुशाल नजर आ रही थी । मम्मी मुखसे पूछने लगी " बेटा तुम क्या लोगे । अपनी पसंद की ड्रेस बताओ "



में जवाब दिया " देखते हे वाहा पोहोछ के क्या पसंद आता है। आप क्या लोगे "


मम्मी उंगलियों में गिनती करती हुई बोली " उम्म्म्म मुझे तो बोहोत कुछ लेना है"



मम्मी और बाते करते रहे और पता ही नहीं चला कब मल पोहोछ गए । मम्मी और में मोल के अंदर गया पहले थोड़ा घुमा फिरा और 2nd फ्लोर पर हम चले गए और हमे एक बड़ी कपरे की दुकान देखी जहा हर तरह कपरे थे । हम उस दुकान में गए और मम्मी बोली " चलो पहले तुम्हारे कपरे लेते हे "



मैंने अपने लिए जल्दी से एक जींस और एक हाफ शर्ट पसंद किया पर मम्मी बोली " क्या बेटा तुम भी । कितनी ओल्ड फैशन है तुम्हारी पसंद । " और मम्मी ने खुद मेरे लिए चार जोड़ी ड्रेस पसंद की जिसकी प्राइस टैग देख के में हैरान था लेकिन पता नहीं क्यू मैने मम्मी को माना नही किया और जैसे मुझे उनका जवाब पहले ही पता था की वो ऐसा ही कुछ कहेगी जिससे मेरी बात दब जायेगी ।



फिर मैने वो ड्रेस एक बास्केट में लिया और मम्मी अपनी लेडिस सेक्शन में जाने लगी में भी जाने लगा उनके पीछे पीछे । में बस लोगो को देख रहा था और उनको देख के असंभित था की मम्मी और में इतने हाई स्टैंडर्ड लोगो के बीच शोपिंग कर रहा हूं ।



मुझे ध्यान ही नहीं रहा मम्मी की तरह । मम्मी अचानक बोली " बेटा में ट्रायल ले के आती हूं "


मम्मी के हाथों में चार जोड़ी डिजाइनर ब्रा पैंटी की सेट थी और मम्मी मुझे अपना हैंडबेग थामा के ट्रायल रूम में चली गई । में बस ट्रायल रूम के सामने थोड़ा दूर रह के इंतजार करने लगा ।



करीब 10 मिनिट बाद मम्मी बाहर आई अपनी बालों को सबारती हुई मेरे पास आई और दो जोड़ी ब्रा पैंटी का सेट मेरे बास्केट में रख कर बोली " ये दो लुंगी " और बाकी दो जोड़ी बापच रख दी उसने ।



मम्मी मुझे अपने साथ ले कर अपनी पसंद की कपरे देखने लगी । एक जगह रुक कर मम्मी ने ऐसी ड्रेस पसंद करी जिसको देख के में रुक नही पाया और मम्मी की कान में बोला " मम्मी अब क्या आप ऐसी ड्रेस पहनेगी "


मम्मी प्यार से मेरे पेट में कोहनी मार के बोली " धेत्त बुद्धू वीडियो के लिए ले रही हूं "



मम्मी ने दो ड्रेस उठाई एक गोल्डन रंग की सिल्की वन पीच ड्रेस और दूसरी भी लाल और काले रंग चेक ड्रेस । मम्मी बोली " बताओ कौनसा पसंद आ रहा हे तुम्हे "



में बोला " दोनो ही पसंद है "



मम्मी बोली " ठीक हे दोनो ही लेते हे"

मेरे मन में जो जिज्ञासा था वो मैंने बोल दिया " एक बार ट्रायल तो लो दिखने में तो काफी छोटी लग रही है आपको फीट आएगा क्या "



मम्मी बोली " गधे ऐसी ही ही स्किन टाइट । तुझे में क्या मोटी लगती हूं "



में शरारती मुस्कान दे के बोला " मोटी हाथी जैसी हो । कम खाया करो आप "


मम्मी प्यार भरी गुस्से की नजर से मुझे घूरने लगी तो में बोला " मम्मी सच कहूं । आप मोटी हो भी और नही भी आपकी शरीर की बनवाट बोहोत खुसुरत है। सही सही अंग पर आपकी बदन में चर्बी हे । सच्ची में आप बोहोत खुसबूरत हो । सही मायनो में आज आप इस सारी में आपकी खूबसूरती निखर आई है आप जच रही हो "


मम्मी मुस्कुराई और बोली " ठीक हे अब इतना भी तारीफ मत करो की में अपने आपको 16 साल की समझने लगूं। चलो दो सारी लेते हे फिर चलते हे "


मम्मी ने दो कैजुअल सारी ली और मल में ही हम दोनो ने लांच किया और फिर घर लौट आए ।
 
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ऐसे ही दिन बीतने लगा । और मेरे मन सवाल सब कर ही रह गया की मम्मी अकाउंट क्यू डिलीट नही कर रही है । में मौका धुंध रहा था पूछने का पर मम्मी से इतनी बात नही हो पा रहा था ।



पर एक दिन मैंने जान लिया । मम्मी को एक दिन बुखार चढ़ गई ज्यादा नही बस ऐसे ही नॉर्मल। मैने दवाई ला के दिया और मैने घर का काम किया मम्मी बेड रेस्ट कर रही थी । उस दिन तेज बारिश हो रही थी पापा भी फोन कर के बताया की वो चाचा के घर गए हुए हे वाहा गांव में बान आई है और वो आज नहीं आ पाएंगे । दोपहर का वक्त था वैसे तो ज्यादातर गर्मी का ही मौसम था पर उस दिन ठंड की मौसम थी ।



दोपहर का खाना बना के में मम्मी के कमरे में पूछने गया की वो अभी खान खायेगी या देर से क्यू की अक्सर हम 3 बजे खाते थे और तब 2 बज रहे थे । मम्मी कंबल ओढ़े सो रही थी । मुझे देख के बोली " बेटा तू कॉलेज से कब आया "


मेने जवाब दिया " में तो कॉलेज गया ही नहीं वो बोहोत तेज बारिश हो रही हे ना। अच्छा मैने खाना बना दिया है आप अभी खाओगे। यहां पर ला दूं "



मम्मी मेरी और प्यार भरी निगाहों से देख के बोली " अभी नही भूख नही हे। बेटा आ जा थोरी देर मेरे पास लेट जा "


में भी ममता की आगोश में मम्मी की कंबल में घुस गया । मम्मी मुझसे लिपट के मुझे बाहों में भर कर मेरी माथे पर चूम कर फिर आखों की पलकों में भी चूम कर बोली " मेरा सोना बच्चा । "



मम्मी की बदन बोहोत गर्म थी मुझे फिक्र होने लगी " मम्मी बुखार उतरा नही अभी तक क्या । "


मम्मी बोली " नही सुबह से थोड़ी आराम मिला है। बस थोड़ा जोड़ों में दर्द सा है कोमजोरी सा । ऐसा बुखार में होता ही है तू फिकर मत कर। साधारण बुखार 2 से तीन दिन तक रहता ही है उसके बाद भी ठीक नही हुई में तो तू मुझे डॉक्टर के पास ले जाना "


में बोला " मम्मी में आपकी घुटनो की मालिश कर दूं क्या "


मम्मी बोली ", अभी नही। बेटा तुमसे कुछ बात करनी है "



में बोला " हा बोलो मम्मी क्या बात है "


मम्मी थोड़ा ऊपर हुई और मेरे शर को अपनी छाती में छुपा के बोली " बेटा तुम्हारी आखों में देख के बात नही कर पाऊंगी बात ही ऐसी हे "


में समझ गया की मम्मी कुछ पर्सनल कहनी वाली हे । में भी मम्मी की पीठ पर हाथ रख के मम्मी की मुलायम छाती पर मुंह छुपाया और बोला " ठीक हे मुंह बोलो में आंखे भी बंद कर ली हे " मम्मी ने नहाए नही थे उनकी जिस्म तेज़ खुसबू मुझे भा रहा था ।


मम्मी बोली " बेटा कुछ दिन पहले तुमने अकाउंट डिलीट करने की बात की थी पर मैंने मना कर दिया था । क्यू पता हे "



में पूछा क्यू तो मम्मी कुछ देर तक जवाब नहीं दिया और देर से जवाब देने लगी ", बेटा तुम्हे साएद ठीक से समझ ना पर तुम अभी एक औरत को नही समझ सकते । तुम जवान हो समझदार हो लेकिन तुम्हे तजुर्बा नही हे । बेटा पहली बात तो ये की तुम मुझेसे किसी तरह की नाराज ना होना । में तुम्हारी नाराजगी सह नही पाऊंगी तुम्ही मेरी जान हो तुम्ही मेरी खुशी हो । बस में थोड़ा मतलबी होना चाहती हू की में थोरी अपनी हिस्से की खुशी पाना चाहती हूं । बेटा प्लीज समझने की कशिश करना मुझे। बेटा कैसे कहूं शर्म आ रही हे पर बेटा। बात ये हे की में चैनल को रखना चाहती हूं । तुम्हारी भविष्य के लिए और हमें किसी तरह की पैसों की सुख की कमी ना हो और और । बेटा मुझे भी अब आदत सी हो गई है वीडियो डालने में। बेटा हे तो ये गलत पर फिर भी मुझे अब इतना गलत नही लगता बस लगता हे की में तो सिर्फ अपनी वीडियो डालता हूं खुद की तो इसमें इतना क्या गलत कोई ऐसे औरतों की चेनल है मेरी जैसी । बेटा तुम क्या कहते हो । तुम्हे अगर पसंद नही तो में अकाउंट डिलीट करने को तैयार हूं "




मम्मी की छाती में मैने सांस छोड़ के बोला " नही मम्मी मुझे भी अब इतना कोई फर्क नही पड़ता । पहले लगता था की लोग आपकी वीडियो देख के गंदी गंदी नजर से देखेंगे गंदी सोच रखेंगे आपके बारे में । पर धीरे धीरे मुझे एहसास हुआ की हर औरत को बाहर गंदी नजर से ही देखा जाता है । तो किसी किस को रोकेंगे हम । आपका चेहरा तो छुपा ही रहता है पहचान तो कोई नहीं पाएगा । बस मैने ये सोच के अकाउंट डिलीट करने को कहा की मुझे लगा की आपको पसंद नही हे । में समझ सकता हूं । सॉरी मम्मी मुझे खुल के बोलना पड़ रहा हे। आपकी शादीशुदा जिंदगी तो खराब ही है साएद आपकी कुछ जरूरतें पूरी हो रही हे इससे । अगर आपको ठीक लगता है तो मुझे कोई दिक्कत नहीं बस आप अपना ध्यान रखना की कभी भी गलती से भी आपकी पहचान नही होनी चाहिए "



मम्मी मेरा सर सहलाते हुए बोली " बेटा शुक्रिया मुझे समझने के लिए। "
 
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मम्मी और में कुछ देर चुप रहे। में मम्मी से अलग हो के बोला " मम्मी आप आराम करो "


मम्मी मुझे खींच ली अपनी तरफ में मम्मी की ऊपर गिर पड़ा मम्मी बोली " रुको ना बाबू । मेरे साथ लेते रहो थोड़ी देर अच्छा लग रहा हे "


मैंने भी शरारत से बोला " तो फिर में आपकों जोर से झप्पी दूंगा " इतना कह कर मैने दो बाहुपेशी मम्मी की बगल से घुसा के उनकी पीठ पकड़ के अपनी बाजू में जकड़ा ।


मम्मी ठंडी उठा के होंठ खोल के घुट्टी हुई आवाज निकाली " आह बेटा "


में अपनी पकड़ ढीला छोड़ के बोला " आपको जकड़ ने तोड़ दूंगा में "


मम्मी शरमाई और मुस्कुरा के बोली " और एक बार जकड़ों तो बदन में जान आती हे जोड़ो की कमजोरी दूर होने लगती हे "


में फिर से मम्मी को दबोचा बाहों मे और इस बार कुछ पल के लिए मैने वैसे ही पकड़ के रखा । मम्मी मेरे कंधे पर हाथ रख के " आई उई मां उई मां " करती हुई आवाज निकाली ।



मुझे नही पता था की में तब कैसे बहक गया मेरे दिमाग में गंदा खयाल आया की जैसे मेने अपना लंद मम्मी की चूत में डाल के दावा के रखा है और मम्मी कराह रही हे । मेरे दिल की अरमान और दिमाग की सोच से में इतना बहक गया की मैने मम्मी की गुलाबी होठ चूम लिया। में मोढोसी से मम्मी की आखों में देखने लगा मम्मी मुझे हैरानी से देख रही थी ।


में फिर मम्मी की होठ पे होठ रख कर उनकी होठ धीरे धीरे अपनी होठों से चूसने लगा । मम्मी अचानक मुंह फेरने लगीं पर नजाने मुझमें क्या भूत सवार हो गया था अपने दोनो हाथों से मम्मी की चेहरे को पकड़ा और मम्मी की होठ चूसने लगा ।



मम्मी की हरकत पर विरोध तो थी लेकिन साएद सबसे ज्यादा हैरानी और शर्म थी । में चूसता गया मम्मी जिस्म ढीला पड़ने की महसूस हुई मुझे और धीर धीरे मम्मी ने मेरे कमर में हाथ रख दी।



मम्मी की सांस गर्म होने लगी उनकी आंखे तो पहले से ही बंद थी में उनकी होठ चूसता रहा जिससे हमारी मुंह की सलाइवा घुलने लगे । मम्मी भी मुझे अपनी आलिंगन में लिया और उसने अपनी होठों से मेरी निचली होठ प्यार से चूसा तो मुझे बोहोत खुशी हुई और में तब मम्मी की मुंह में जीव डालने लगा मम्मी भी मेरी जीव से जीव लड़ाती हुई मुझे चूमने लगी ।



जब दिल भर आया तो मैंने होठ हटा लिया में मम्मी को देखने लगा और मुझे आज मम्मी मेरी आखों के सामने करीब बोहोत कामुक नजर आ रही थी । मम्मी अधि खुली पलको से मुझे देखने लगी ।



और में मम्मी चेहरे को टपक से चूम चूम के बोलने लगा " आई लव यू मम्मी। आई लव यू मम्मी। आई लव यू"



और फिर में बपाछ अपनी होठ मम्मी की होठ ने रखना चाहा पर मम्मी तुरंत अपनी मुंह घुमा के मुझे बाहों में भर के करवट में ले कर मेरे शर को बापाच अपनी छाती में छुपा कर मेरे शर पर चूम चूम के बोलने लगी" आई लव यू मेरा बच्चा । आई लव यू। आई लव यू बेटा । मिरा बाबू मेरा सोना । मेरा मुन्नू आई लव यू "



मम्मी मुझसे प्यार झटाती रही । मुझे भी बोहोत अच्छा लग रहा था ।
 

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