राजेश जब घर पहुँचा तो उसके लिए मंच पहले से ही सज चुका था…
शाम होने से पहले राधिका अपनी बेटी चाँदनी के साथ आ चुकी थी,
रजनी ने जो कुछ भी उसके कहने पर राजेश के साथ किया था वो उसे सुना डाला था.
राधिका भी बड़े मज़े ले-लेकर वो सब सुन रही थी,
शायद राजेश की जो हालत हुई होगी, उसे सोचकर उसे मज़ा आ रहा...