शादी का माहोल
शाम हो चुकी थी। शीतल व कमल की शादी कोई खास बात नहीं थी। इस गाँव में यह अक्सर होता रहता है । भाई बहन के साथ, बेटा माँ के साथ, और बाप की बेटी के साथ बियाह होना इस गाँव की एक परम्परा थी। जिसे मौका मिलता वह अपने लोगों को लेकर इस प्यार के बन्धन को अंजाम दे देता। यूँ तो कमल और शीतल की...