Search results

  1. Abhay Sharma

    Fantasy CHAMATKAR (Completed)

    Intezarrrrr rahega brother.......
  2. Abhay Sharma

    चंद लफ्ज :- कुछ हमारे कुछ तुम्हारे

    आईना फैला रहा है खुदफरेबी का ये मर्ज, हर किसी से कह रहा है आप सा कोई नहीं।
  3. Abhay Sharma

    चंद लफ्ज :- कुछ हमारे कुछ तुम्हारे

    इस जहान में कब किसी का दर्द अपनाते हैं लोग, रुख हवा का देखकर अक्सर बदल जाते हैं लोग।
  4. Abhay Sharma

    चंद लफ्ज :- कुछ हमारे कुछ तुम्हारे

    लगता है इश्क़ उतर रहा है सर से, मुझे अल्फाज नहीं मिलरहे शायरी के लिए....
  5. Abhay Sharma

    चंद लफ्ज :- कुछ हमारे कुछ तुम्हारे

    एक रास्ता ये भी है मंजिलों को पाने का, सीख लो तुम भी हुनर हाँ में हाँ मिलाने का।
  6. Abhay Sharma

    चंद लफ्ज :- कुछ हमारे कुछ तुम्हारे

    पसंद आ गए हैं कुछ लोगों को हम, कुछ लोगों को ये बात पसंद नहीं आयी।
  7. Abhay Sharma

    चंद लफ्ज :- कुछ हमारे कुछ तुम्हारे

    बदल जाओ वक्त के साथ या फिर वक्त बदलना सीखो मजबूरियों को मत कोसो हर हाल में चलना सीखो
  8. Abhay Sharma

    चंद लफ्ज :- कुछ हमारे कुछ तुम्हारे

    पांवों के लड़खड़ाने पे तो सबकी है नज़र, सर पे कितना बोझ है कोई देखता नहीं।
  9. Abhay Sharma

    चंद लफ्ज :- कुछ हमारे कुछ तुम्हारे

    आए ग़मों से खुश्बू खुसियों की सदा लेकर, हर दर्द बने खुशदिल इजहार मुहब्बत में।।
  10. Abhay Sharma

    चंद लफ्ज :- कुछ हमारे कुछ तुम्हारे

    hamare din ka badle logon ne milna band kar diya, jo rahte the bahon main unhon ne mulakaton ka silsila sapno tak hi simit kar diya
  11. Abhay Sharma

    चंद लफ्ज :- कुछ हमारे कुछ तुम्हारे

    दो शब्द तसल्ली के नहीं मिलते इस शहर में, लोग दिल में भी दिमाग लिए फिरते हैं।
  12. Abhay Sharma

    चंद लफ्ज :- कुछ हमारे कुछ तुम्हारे

    नाहक़ न पिसे गुर्बत अमीर सोहरतों में, हर दिल से फ़र्ज़ का हो इकरार मुहब्बत में।।
  13. Abhay Sharma

    चंद लफ्ज :- कुछ हमारे कुछ तुम्हारे

    वो चाल ऐसी चल गया, हम बुझ गए, दिल जल गया
  14. Abhay Sharma

    चंद लफ्ज :- कुछ हमारे कुछ तुम्हारे

    दरिया-ए-वतन में हों मौज़े-अमन रवाँ यूँ, साहिल भी नज़र आए रू-दार मुहब्बत में।।
  15. Abhay Sharma

    चंद लफ्ज :- कुछ हमारे कुछ तुम्हारे

    शायद कोई तराश कर मेरी किस्मत संवार दे, यह सोच कर हम उम्र भर पत्थर बने रहे।
  16. Abhay Sharma

    चंद लफ्ज :- कुछ हमारे कुछ तुम्हारे

    आए ग़मों से खुश्बू खुसियों की सदा लेकर, हर दर्द बने खुशदिल इजहार मुहब्बत में।।
  17. Abhay Sharma

    चंद लफ्ज :- कुछ हमारे कुछ तुम्हारे

    तेरी यादें, तेरी बातें, बस तेरे ही फसाने है, हाँ कबूल करते है, कि हम तेरे दीवाने है..
  18. Abhay Sharma

    चंद लफ्ज :- कुछ हमारे कुछ तुम्हारे

    गिरना था जो आपको तो सौ मक़ाम थे, ये क्या किया कि निगाहों से गिर गए।
  19. Abhay Sharma

    चंद लफ्ज :- कुछ हमारे कुछ तुम्हारे

    इस तरह गुज़र जाए दिन चार मुहब्बत में। दोज़ख भी सँवर जाए दिलदार मुहब्बत में।।
Top