महारानी ने उस बालक के एक भाग को अपने साथ लेकर वंहा से दूर चली आयी और अपने साथ उन सभी लोगो को लेकर भी आई और फिर बोली
रूपलेखा :- "देखो तुम लोग इस बात का खास ध्यान रखना की आर्यन के बारे में जितने कम लोगो को पता चले उतना ही अच्छा होगा नही तो इसकी जान को खतरा हो सकता है और अगर ऐसा हुआ तो समझ लेना कि...
अभी बच्चे के जन्म को कुछ ही समय हुए थे कि उसकी सक्तियो का स्पंदन पूरे ब्रह्मांड में हुआ । चाहे वह अच्छी सक्तिया हो या बुरी ।क्यूंकि इस बच्चे के अंदर अंधेरे के सम्राट का आधी सक्तिया मौजूद थी जो कि किसी को डर से कपा देने के लिए बहुत थी ।उस सक्तियो को महसूस करके जंहा राजकुमार बुरी तरह से गुस्से में...
ऐसे ही समय बीतता गया और वह समय भी आ गया जब औरत ने अपनी संतान को जन्म दिया। जन्म के साथ ही उसकी खूबसूरती में और भी ज्यादा निखार आ गया ऐसे मैं उसे देख कर कोई यह नहीं कह सकता था वह एक बच्चे की माँ है ।महारानी ने उस सन्तान का नाम आर्यन रक्खा ।
कहानी के पात्रों से परिचय
सीमा शर्मा हीरो की मां...
महारानी उसकी बातों को सुनकर कुछ देर तक हस्ती रही और फिर बोली कि
रूपलेखा "तुम्हे क्या लगता है अब तुमको कोई पहचान पायेगा । अब तो यह संभव ही नही है बस इतना जान लो कि अब तुमको समाज मे एक नई पहचान से दुनिया के सामने आना होगा क्यूंकि अब तुम्हारी पुरानी पहचान तुम्हारे किसी काम की नही है और उससे भी बड़ी...
राजकुमार अपने पिता की बात को सुनकर गुस्सा हो जाता है और बोलता है कि
राजकुमार "पिता जी अगर आप ने ऐसा सोच ही लिया है तो आज से मैं आपके राज्य और आपके नियमो का पालन करना बंद कर रहा हु ।आजतक सिर्फ आपके वजह से मैं अपनी दानवविर्ती क्रिया को छोड़ दिया था ।जिसकी वजह से आज हमारी इतनी दयनिय स्थिति हो गयी है...
एक जगह पर दो औरते आपस में बाते कर रही थी ।पहली औरत दूसरी वाली से बोलती है कि
पहली औरत "माँ आज यह आख़िरी बलि देने के बाद हमे अंधेरे के देवता से वह प्राप्त होगा जोकि हमारे मकसद में हमको कामयाबी दिलवाएगी ।उसके बाद इस रंजीत सिंह के पूरे खानदान को तहस नहस कर देंगे ।”
दूसरी औरत " बेटी अगर मुझे इस...