*लता जी का "शरीर" पूरा हो गया।*
*कल सरस्वती पूजा थी,*
*आज माँ विदा हो रही हैं।*
*लगता है जैसे माँ सरस्वती इस बार अपनी सबसे प्रिय पुत्री को ले जाने ही स्वयं आयी थीं।*
*मृत्यु सदैव शोक का विषय नहीं होती।*
*मृत्यु जीवन की पूर्णता है।*
*लता जी का जीवन जितना सुन्दर रहा है,*
*उनकी मृत्यु भी उतनी ही...