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दोस्तो, नमस्कार जैसा कि आप सभी को पता है कि पिछली सेक्स कहानी
कमसिन लड़की की अनचुदी बुर ठोकी
में मैंने बताया था कि किस तरह मैंने नजमी को रात भर चोदा था.
अब उसके आगे की गांड चुदाई कहानी सुनाता हूँ.
मैं नजमी को उसके कमरे में छोड़ कर अपने रूम में वापस आ गया था. मैंने टाइम देखा, तो सुबह के 5 बज गए थे.
मैं कुछ देर बाद उठा और नहाने धोने चला गया. नहा कर मैं वापस आया, तो देखा कि मोबाइल पर मैसेज आया था.
नजमी की अम्मी का था. उसमें उसने लिखा था कि उसके किसी जानने वाले का इंतकाल हो गया है … और वो सलमा के साथ वहीं जा रही है.
मैंने बोला- और नजमी?
जुबैदा से पता चला कि नजमी को बुखार है और वो दवाई खा कर सो रही है.
मैंने मैसेज किया ओके.
कुछ देर बाद मैंने देखा कि सलमा और उसकी अम्मी एक टैक्सी से जा रही थीं.
मैं भी सो गया.
कुछ देर बाद मेरी नींद खुली. शायद नीचे से कोई बुला रहा था.
मैं उठा तो देखा मां बुला रही थीं.
मैं उठ कर नीचे गया और नाश्ता किया. फिर मैं ऊपर आ गया.
मैंने फ़ोन उठाया ही था कि तभी मेरे फ़ोन पर नजमी का मैसेज आया कि ‘क्या कर रहे हो.’
मैंने बोला- तुमको याद कर रहा हूँ.
वो बोली- तो फ़ोन क्यों नहीं किया?
मैं बोला- तुम कहां हो?
वो बोली- अपने कमरे में.
फिर वो खुद ही बोली कि मेरी अम्मी और सलमा आपा कहीं गई हैं. वो दोनों शाम तक आएंगी.
मैंने बोला- तो आ जाऊं क्या?
वो बोली- ठीक है. मैं नहा कर तैयार हो जाती हूँ.
मैंने बोला- बाहर का मेन गेट खोल कर नहाने चली जाना.
वो बोली- अम्मी ने बाहर से ताला बंद किया है.
मैंने कहा- मैं ऊपर से नहीं आ सकता. तुम छोटे वाले गेट को खोल दो. बस मैं धीरे से अन्दर आ जाऊंगा.
वो बोली- ठीक है.
मैं जल्दी से तैयार हुआ और घर में बोला कि मैं कालेज जा रहा हूँ.
ये बोल कर मैं निकल लिया.
फिर मैं धीरे से गेट पर पहुंचा. छोटा गेट खुला था. मैं अन्दर गया और गेट अन्दर से बंद कर लिया. फिर मैं हॉल में सोफे पर जाकर बैठ गया. सामने मेज पर मेरी पसंद की दारू, काजू, चिप्स, पानी की बोतल और गिलास आदि सामान रखा था.
मैंने अपने कपड़े उतार दिए और नंगा हो गया. मैंने दो पटियाला पैग बना लिए और अपना पैग धीरे धीरे पीने लगा.
थोड़ी देर में नजमी बाथरूम से बाहर आयी. उसने सर पर एक तौलिया बांध रखा था और नीचे भी एक तौलिया लपेट रखी थी. शायद उसने बालों को शेम्पू किया था … क्योंकि पूरा कमरा महक उठा था.
वो मेरे पास आकर बैठ गयी.
मैंने उसके तौलिया को उतार दिया. अब वो भी पूरी नंगी हो गयी थी. मैंने उसको अपनी गोद में बैठा लिया और उसकी चूची दबाने लगा.
वो धीरे धीरे दारू पीने लगी. हम दोनों ने चार पैग पी लिए थे. फिर मैंने उसको अपनी गोद में उठा लिया और उसको उसकी अम्मी के कमरे में ले गया.
मैंने अन्दर बेड पर नजमी को लिटा दिया उसकी आंखें नशे के कारण अधखुली थीं.
मैंने उसकी चूत को फैला दिया और उसकी चूत को देखा. चुत में सूजन थी. शायद कल पहली बार चुदने के कारण मैंने उसकी चूत को फैला दिया था.
फिर मैंने अपनी एक उंगली धीरे से उसकी चूत में डाली. वो सिसकारी भरने लगी. फिर मैं दो उंगलियां उसकी चूत में डालने लगा.
वो दर्द से करहाते हुए बोली- धीरे से करो.
मैं धीरे धीरे उंगली अन्दर बाहर करने लगा.
उसकी सांसें तेज चलने लगी थीं. फिर मैं उसके ऊपर चढ़ गया और उसके एक निप्पल को चूसने लगा.
कुछ देर चूसने के बाद उसकी चूची सख्त हो गयी थीं. मैंने उसको चित लिटा दिया और उसके मुँह में अपना लंड पूरा घुसा दिया. वो मेरे लंड को चूसने लगी.
कुछ देर बाद मैंने उसको बोला- चल तेरे को आज कुतिया बना कर पेलता हूँ.
वो राजी हो गई.
मैंने उसको उल्टा कर दिया और उसके पीछे खड़ा होकर चूत में अपने लंड घुसा दिया. फिर कसके एक झटका मारा तो उसके मुँह से चीख निकल गयी. मैंने उसकी चीख को अनसुना किया और जोर के झटके मारना शुरू कर दिए.
वो गांड उचका उचका कर चुत में लंड लेने लगी.
थोड़ी देर लंड पेलने के बाद मैंने उसको बिस्तर पर सीधा करके लिटा दिया. उसकी दोनों टांगों को अपने कंधे पर रखा और आगे से अपने लंड के सुपारे को उसकी चूत पर रखकर कसके एक झटका दे मारा. मेरा पूरा लंड उसकी चूत के अन्दर घुस गया.
नजमी ने मेरी कमर को कसके जकड़ लिया और बोली- मुझे कसके चोदो मेरे राजा … अपनी रखैल की चूत को भोसड़ा बना दो.
कुछ देर चुत चुदवाने के बाद उसकी चुत ने पानी छोड़ दिया. मेरा लंड उसके गर्म पानी से भीग गया. उसके मुँह से सिसकारी निकलने लगीं और वो जोर जोर से सांस लेने लगी.
मैं रुक गया और उसकी टांगों को नीचे करके उसके ऊपर लेट गया.
थोड़ी देर बाद वो कुछ नार्मल हुई. मैंने उसके बालों को कसके पकड़ा और खींच कर उसके मुँह को अपने लंड पर सटा दिया.
उसके आंखों में पानी भर गया.
मैंने बोला- साली, तू तो ठंडी हो गयी. मुझे भी शांत कर दे.
उसने मेरे लंड को अपने मुँह में लेने की कोशिश की. मैंने उसके बालों को फिर कसके खींचा.
उसने बोला- अब क्या हुआ लंड ले तो रही हूँ.
मैंने बोला- और नीच
कमसिन लड़की की अनचुदी बुर ठोकी
में मैंने बताया था कि किस तरह मैंने नजमी को रात भर चोदा था.
अब उसके आगे की गांड चुदाई कहानी सुनाता हूँ.
मैं नजमी को उसके कमरे में छोड़ कर अपने रूम में वापस आ गया था. मैंने टाइम देखा, तो सुबह के 5 बज गए थे.
मैं कुछ देर बाद उठा और नहाने धोने चला गया. नहा कर मैं वापस आया, तो देखा कि मोबाइल पर मैसेज आया था.
नजमी की अम्मी का था. उसमें उसने लिखा था कि उसके किसी जानने वाले का इंतकाल हो गया है … और वो सलमा के साथ वहीं जा रही है.
मैंने बोला- और नजमी?
जुबैदा से पता चला कि नजमी को बुखार है और वो दवाई खा कर सो रही है.
मैंने मैसेज किया ओके.
कुछ देर बाद मैंने देखा कि सलमा और उसकी अम्मी एक टैक्सी से जा रही थीं.
मैं भी सो गया.
कुछ देर बाद मेरी नींद खुली. शायद नीचे से कोई बुला रहा था.
मैं उठा तो देखा मां बुला रही थीं.
मैं उठ कर नीचे गया और नाश्ता किया. फिर मैं ऊपर आ गया.
मैंने फ़ोन उठाया ही था कि तभी मेरे फ़ोन पर नजमी का मैसेज आया कि ‘क्या कर रहे हो.’
मैंने बोला- तुमको याद कर रहा हूँ.
वो बोली- तो फ़ोन क्यों नहीं किया?
मैं बोला- तुम कहां हो?
वो बोली- अपने कमरे में.
फिर वो खुद ही बोली कि मेरी अम्मी और सलमा आपा कहीं गई हैं. वो दोनों शाम तक आएंगी.
मैंने बोला- तो आ जाऊं क्या?
वो बोली- ठीक है. मैं नहा कर तैयार हो जाती हूँ.
मैंने बोला- बाहर का मेन गेट खोल कर नहाने चली जाना.
वो बोली- अम्मी ने बाहर से ताला बंद किया है.
मैंने कहा- मैं ऊपर से नहीं आ सकता. तुम छोटे वाले गेट को खोल दो. बस मैं धीरे से अन्दर आ जाऊंगा.
वो बोली- ठीक है.
मैं जल्दी से तैयार हुआ और घर में बोला कि मैं कालेज जा रहा हूँ.
ये बोल कर मैं निकल लिया.
फिर मैं धीरे से गेट पर पहुंचा. छोटा गेट खुला था. मैं अन्दर गया और गेट अन्दर से बंद कर लिया. फिर मैं हॉल में सोफे पर जाकर बैठ गया. सामने मेज पर मेरी पसंद की दारू, काजू, चिप्स, पानी की बोतल और गिलास आदि सामान रखा था.
मैंने अपने कपड़े उतार दिए और नंगा हो गया. मैंने दो पटियाला पैग बना लिए और अपना पैग धीरे धीरे पीने लगा.
थोड़ी देर में नजमी बाथरूम से बाहर आयी. उसने सर पर एक तौलिया बांध रखा था और नीचे भी एक तौलिया लपेट रखी थी. शायद उसने बालों को शेम्पू किया था … क्योंकि पूरा कमरा महक उठा था.
वो मेरे पास आकर बैठ गयी.
मैंने उसके तौलिया को उतार दिया. अब वो भी पूरी नंगी हो गयी थी. मैंने उसको अपनी गोद में बैठा लिया और उसकी चूची दबाने लगा.
वो धीरे धीरे दारू पीने लगी. हम दोनों ने चार पैग पी लिए थे. फिर मैंने उसको अपनी गोद में उठा लिया और उसको उसकी अम्मी के कमरे में ले गया.
मैंने अन्दर बेड पर नजमी को लिटा दिया उसकी आंखें नशे के कारण अधखुली थीं.
मैंने उसकी चूत को फैला दिया और उसकी चूत को देखा. चुत में सूजन थी. शायद कल पहली बार चुदने के कारण मैंने उसकी चूत को फैला दिया था.
फिर मैंने अपनी एक उंगली धीरे से उसकी चूत में डाली. वो सिसकारी भरने लगी. फिर मैं दो उंगलियां उसकी चूत में डालने लगा.
वो दर्द से करहाते हुए बोली- धीरे से करो.
मैं धीरे धीरे उंगली अन्दर बाहर करने लगा.
उसकी सांसें तेज चलने लगी थीं. फिर मैं उसके ऊपर चढ़ गया और उसके एक निप्पल को चूसने लगा.
कुछ देर चूसने के बाद उसकी चूची सख्त हो गयी थीं. मैंने उसको चित लिटा दिया और उसके मुँह में अपना लंड पूरा घुसा दिया. वो मेरे लंड को चूसने लगी.
कुछ देर बाद मैंने उसको बोला- चल तेरे को आज कुतिया बना कर पेलता हूँ.
वो राजी हो गई.
मैंने उसको उल्टा कर दिया और उसके पीछे खड़ा होकर चूत में अपने लंड घुसा दिया. फिर कसके एक झटका मारा तो उसके मुँह से चीख निकल गयी. मैंने उसकी चीख को अनसुना किया और जोर के झटके मारना शुरू कर दिए.
वो गांड उचका उचका कर चुत में लंड लेने लगी.
थोड़ी देर लंड पेलने के बाद मैंने उसको बिस्तर पर सीधा करके लिटा दिया. उसकी दोनों टांगों को अपने कंधे पर रखा और आगे से अपने लंड के सुपारे को उसकी चूत पर रखकर कसके एक झटका दे मारा. मेरा पूरा लंड उसकी चूत के अन्दर घुस गया.
नजमी ने मेरी कमर को कसके जकड़ लिया और बोली- मुझे कसके चोदो मेरे राजा … अपनी रखैल की चूत को भोसड़ा बना दो.
कुछ देर चुत चुदवाने के बाद उसकी चुत ने पानी छोड़ दिया. मेरा लंड उसके गर्म पानी से भीग गया. उसके मुँह से सिसकारी निकलने लगीं और वो जोर जोर से सांस लेने लगी.
मैं रुक गया और उसकी टांगों को नीचे करके उसके ऊपर लेट गया.
थोड़ी देर बाद वो कुछ नार्मल हुई. मैंने उसके बालों को कसके पकड़ा और खींच कर उसके मुँह को अपने लंड पर सटा दिया.
उसके आंखों में पानी भर गया.
मैंने बोला- साली, तू तो ठंडी हो गयी. मुझे भी शांत कर दे.
उसने मेरे लंड को अपने मुँह में लेने की कोशिश की. मैंने उसके बालों को फिर कसके खींचा.
उसने बोला- अब क्या हुआ लंड ले तो रही हूँ.
मैंने बोला- और नीच