Adultery आँचल की अय्याशियां

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आँचल
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ये कहानी है आँचल की , जो 24 साल की खूबसूरत हाउसवाइफ थी । हाल ही में वो अपने पति सुनील के साथ शिमला में हनीमून मनाकर लौटी थी । सुनील दिल्ली में बिज़नेस करता था । आँचल अपने पति सुनील और सास ससुर के साथ दिल्ली में रहती थी । आँचल का खूबसूरत चेहरा , सुन्दर नाक नक्श , गोरा उजला रंग , बड़ी बड़ी गोल चूचियां , पतली कमर और उसके नीचे कसे हुए सुडौल नितम्ब , किसी भी देखने वाले को , चाहे वो मर्द हो या औरत , एक बार फिर मुड़कर देखने को मजबूर कर देते थे । सुनील से शादी होने के समय आँचल कुंवारी थी । हालाँकि अपने मायके में नौकर राजू और कुछ अन्य लड़कों के साथ उसने थोड़े बहुत मजे किये थे । पर बात कुछ आगे बढ़ कर सेक्स तक पहुँचती इससे पहले ही उसकी शादी सुनील से तय हो गयी । हनीमून का आँचल ने खूब मजा लिया था , उसका पति सुनील उसके साथ रोज़ 3 - 4 बार चुदाई करता था । अब अपनी ससुराल में वापस आने के बाद वो धीरे धीरे वहां एडजस्ट होने की कोशिश कर रही थी ।

बेहद खूबसूरत होने के कारण ससुराल में सभी मर्दों और नौकरों की नज़रें उसी पर लगी रहती थी । कुछ औरतें भी उस पर ललचायी नज़र रखती थीं । आँचल इन सब बातों का खूब मज़ा लेती थी , वैसे भी उसके मन में कामुक ख्याल बहुत आते थे । उसका पति सुनील अपने बिज़नेस के पीछे लगा रहता था और रात को देर से थका हारा घर लौटता था । घर में ऐसी मादक बहू को देखकर उसके ससुर की जवानी लौट आयी थी । वो हर समय आँचल के नज़दीक बने रहने की कोशिश करता था और उसको बिना कपड़ों के नंगे देखने की कल्पना करता था । जब वो घर के छोटे मोटे कामों में लगी रहती थी तो उसे निहारते हुए ससुर का लंड खड़ा हो जाता था । उसे आँचल को नाइटी पहने हुए देखना बहुत अच्छा लगता था । जब आँचल सुबह नाइटी पहने हुए परिवार को नाश्ता कराती थी तो वो ससुर खाता कम था , उसे घूरता ज्यादा था । नाश्ते के बाद उसका पति सुनील काम पर चला जाता था । और इधर घर में आँचल की पतली कमर , बड़ी बड़ी चूचियां निहारते हुए ससुर मंत्रमुग्ध सा हुआ रहता था । मन ही मन सोचा करता था कि कैसे मैं इस औरत को जवानी के मजे लेना सिखाऊं । वो ठरकी बुड्ढा इस ताक में रहता था कि कोई मौका मिले तो अपनी मादक बहू को चोदने का उसका सपना पूरा हो । आँचल अपने ससुर की हरकतों से बखूबी वाक़िफ़ थी , लेकिन जवान तो छोड़ो , ससुर जैसी बड़ी उम्र वाले भी मेरे पीछे पागल है , इस ख्याल से उसे अपनी सेक्स अपील पर और गर्व होता था ।

आँचल को ताकने के लिए सुनील के cousins भी वहां चक्कर लगाते रहते थे । उन्हीं में से एक समीर था , लम्बा चौड़ा काफी हैंडसम दिखता था । वो आर्मी में था और उन दिनों 3 हफ्ते की छुट्टी आया था । 32 वर्ष की उम्र हो गयी थी पर अभी तक शादी नहीं की थी । वो लड़कियां पटाने में बहुत माहिर था , बहुत सारी लड़कियों और हाउसवाइव्स को चोद भी चुका था । सेक्स की उसको कोई कमी नहीं थी इसलिए उसने अभी शादी के बारे में नहीं सोचा था । वो आँचल के घर आते रहता था । कई बार उसे घूमने चलने का प्रस्ताव भी दे चुका था । आँचल उसको हर बार कोई न कोई बहाना बनाकर टाल देती थी पर वो भी हार मानने वालों में से नहीं था ।लड़कियां पटाने की कला में माहिर होने के कारण वो सही मौके का इंतज़ार कर रहा था ।

दिन भर इतने सारे मर्दों के आकर्षण का केंद्र बने रहने के कारण सुनील के रात में घर लौटने तक आँचल बहुत उत्तेजित हो जाया करती थी । सुनील थका रहता था पर आँचल की उत्तेजना देखकर उसकी चुदाई करने के बाद ही सोता था । लेकिन थकान की वजह से वो अक्सर जल्दी ही झड़ जाता था और जमकर चुदाई न हो पाने से आँचल की प्यास अधूरी रह जाती थी । अपनी प्यास बुझाने के लिए आँचल ने मुठ मारना शुरू कर दिया । वो सुबह बाथटब में देर तक नहाते हुए मुठ मारती थी। बाथ टब में लेटे लेटे उसके मन में पुराने बॉयफ्रैंड्स , मायके का नौकर रामू , ससुर , समीर और अपनी नौकरानी रेखा के ख्याल आते रहते थे । इन सब के बारे में सोच सोच कर वो मुठ मारा करती थी और अपनी आग बुझाती थी । उसके मन में कामुकता इतनी भरी थी कि वो सेक्सी औरतों को देखकर भी उत्तेजित हो जाती थी ।अपने मायके का एक किस्सा उसे बहुत पसंद था और वो उसे याद करके अक्सर मुठ मारा करती थी ।

उसके मायके में एक 18 साल का नौकर रामू था । उसका काम घर की साफ़ सफाई और बाजार से छोटा मोटा सामान लाना था । आँचल की तरफ वो कम उम्र का छोकरा आकर्षित रहता था । वो रोज़ आँचल के कमरे में चाय देने जाया करता था , था वो साला हरामी , इसलिए बिना खटखटाये चुपचाप अंदर चला आता था और आँचल को रोज़ अलग अलग पोज़ में सोये हुए देखने का मज़ा लेता था । कभी कभी उसको आँचल की चूचियां और कभी नाइटी के अंदर पैंटी की झलक भी दिख जाया करती थी । ये सब देखकर उसका मन मचल जाता था और उसकी इच्छा होती थी कि सोते में ही आँचल को चोद डाले लेकिन नौकरी चले जाने के डर से कुछ कर नहीं पाता था ।जब उसको पता चला कि आँचल की शादी तय हो गयी है तो वो बहुत उदास हो गया क्योंकि अब उसको सुबह सुबह आँचल के बदन को ताकने का मौका नहीं मिलने वाला था ।



एक सुबह जब रामू चाय देने गया तो उसने देखा कि आँचल अपने बिस्तर में टाँगे फैलाये सोयी पड़ी है । वो पीठ के बल सोयी थी और चादर उसके बदन के ऊपर से हट गयी थी । उसकी नाइटी पूरी ऊपर को उठी हुई थी और उसमें से पैंटी पूरी दिख रही थी । उसकी मांसल गोरी चिकनी जांघें और पैंटी के किनारे से चूत के काले बाल दिखाई दे रहे थे । ये सीन देख कर रामू का लंड तन के खड़ा हो गया और उसको क्या जो करूँ हो गयी । उसने अपने निक्कर में से लंड बाहर निकाला और आँचल की काली झांटों को देखकर लंड हिलाने लगा । अचानक उसने देखा कि आँचल की नींद खुल गयी है , उसने झट से अपने लंड को निक्कर के अंदर घुसाना चाहा ।

आँचल ने नींद खुलते ही देखा कि रामू उसके पास ही खड़ा है और उसके हाथ में चाय के कप की बजाय उसका बड़ा और मोटा लंड है । आँचल की नज़रें उस लंड पर ही जम गयीं । उसने मैगज़ीन्स में लंड देखा था पर असली लंड और वो भी अपने इतने नज़दीक कभी नहीं देखा था । इस छोटे से छोकरे का इतना बड़ा लंड कैसे है , ये सोचकर आँचल हैरान थी । आँचल को गुस्सा होने की बजाय हैरान देखकर वो हरामी लौंडा समझ गया कि ये मेरे बड़े लंड से हैरान है । उसकी हिम्मत बढ़ गयी और उसने आगे बढ़कर आँचल के हाथ में अपना लंड पकड़ा दिया ।

अपने हाथ में फनफनाता हुआ बड़ा लंड देखकर आँचल के पूरे बदन में झुरझुरी सी दौड़ गयी । उसको अपनी चूत से रस बहकर पैंटी को गीला करता महसूस हुआ । आँचल को गरम होता देखकर रामू की हिम्मत और बढ़ गयी । उसने आँचल के बाल पकड़कर उसका मुंह अपने लंड के पास कर दिया । वो आँचल के गलों पर अपना लंड रगड़ने लगा । आँचल मदहोश होती जा रही थी उसके बदन में उत्तेजना से गर्मी बढ़ती जा रही थी । अब रामू ने अपना लंड आँचल के होठों के बीच लगा दिया , उसका मुंह अपने आप खुल गया और वो सुपाड़े को चूसने लगी ।

रामू ने लंड को मुंह के और अंदर डालना शुरू कर दिया । आँचल को उस लंड से कुछ अजीब सी गंध और कुछ नमकीन सा स्वाद महसूस हुआ । उसे अपना दम घुटता सा लगा । ये देखकर रामू ने अपना लंड मुंह से बाहर निकाल लिया उसमें आँचल के मुंह की लार लगी हुई थी । फिर वो लंड को आँचल के गाल पर रगड़ने लगा । कुछ पल बाद उसने फिर से आँचल के मुंह में लंड घुसा दिया । इस तरह जब भी आँचल का दम घुटता वो लंड बाहर निकाल लेता और कुछ पल बाद फिर से घुसा देता । कुछ देर बाद आँचल को गंध की आदत सी हो गयी और वो ज्यादा देर तक लंड मुंह में रखकर चूसने लगी ।

तभी नीचे की मंज़िल से आँचल की माँ ने आवाज़ दी, " रामू , ओ रामू कहाँ मर गया तू ? "

रामू झड़ने ही वाला था तो रुकता कैसे । उसने झट से आँचल के मुंह से लंड बाहर निकाला और उसके गालों पर तेज तेज रगड़ने लगा । और फिर आँचल के खूबसूरत चेहरे पर उसने वीर्य की धार छोड दी । फिर लंड को निक्कर में घुसाकर नीचे भाग गया ।

इस तरह शादी से सिर्फ तीन दिन पहले आँचल को पहली बार वीर्य का स्वाद चखने को मिला । फिर उनका घर मेहमानों से भर गया इसलिए और कोई बात नहीं हुई । अब शादी के बाद वो अक्सर रामू के लंड को याद करके मुठ मारती थी । वो कल्पना करती थी कि रामू का बड़ा लंड उसकी तड़पती चूत में घुस कर उसकी प्यास बुझा रहा है । आँचल की शादी को अब दो महीने बीत चुके थे । सुनील के साथ सेक्स करके आँचल को वो मज़ा नहीं आ पाता था जो उसको रामू के मोटे बड़े लंड को अपने हाथों में पकड़कर हिलाने और मुंह में लेकर चूसने में आया था । हालाँकि जब सुनील थका नहीं होता था तो सेक्स में आँचल को संतुष्ट कर देता था । पर ऐसा कम ही होता था क्योंकि वो अपने बिज़नेस की भागदौड़ में अक्सर थका हुआ ही होता था । सिर्फ हनीमून के दिनों में जरूर उसने आँचल को खुश रखा था ।
 
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आँचल का पति सुनील चुदाई करके जल्दी झड़ जाता था और फिर सो जाता था . इससे आँचल फ्रस्टरेटेड रहने लगी . उसको लगता था चुदाई शुरू होने तक तो ख़त्म हो जा रही है. अपने फ्रस्ट्रेशन्स वो सुबह नहाते समय बाथटब में मूठ मारकर निकलती थी . मूठ मारते समय वो अपने ससुर , रामू , समीर और अपनी नौकरानी रेखा को फैंटसाइज़ करती थी.

अपनी फैंटसी में वो इन सब लोगो से चुदवाती थी लेकिन रियल लाइफ में एक संस्कारी बहू बने रहना चाहती थी और सिर्फ़ अपने पति को ही चोदने दूँगी ऐसा उसने मन बना रखा था . लेकिन फ्लर्ट करने में उसे कोई बुराई नही दिखती थी. फ्लर्ट करने में उसको बहुत मज़ा आता था और इससे मूठ मारते समय फैंटसाइज़ करने में एक्सट्रा आनंद मिलता था.

अब आँचल पतली पतली नाइटीस पहनने लगी और ऊपर के दो बटन खुले रखती थी. अपने ससुर और पति को नाश्ता करते समय जानबूझकर थोड़ा झुकती थी और क्लीवेज दिखाती थी . अपने बाल ठीक करने के बहाने अपने हाथ ऊपर ले जाकर चूचियों को बाहर को धकेल देती थी. उसका ससुर और घर के नौकर उसकी इन हरकतों को देखकर मस्त हुए रहते थे. वो नहाने जाने से पहले अक्सर अपने ससुर को ताश के पत्ते (कार्ड्स) खेलने के लिए अपने कमरे में बुलाती थी और खेलते समय ससुर का हाथ या उसकी बाँह टच कर देती थी. कभी कभी उसको पतली नाइटी से अपनी चूची या चिकनी गोरी जाँघो की हल्की झलक भी दिखा देती थी. ससुर बेचारा खेलते समय हाथ लगाकर अपना खड़ा लंड ढकने की कोशिश करता था और बर्दाश्त के बाहर हो गया तो बहू के कमरे से सटे बाथरूम मे जाकर मूठ मार आता था.

बुड्ढे की परेशानी देखकर आँचल को बहुत मज़ा आता था , उसे लगता था मेरी मादकता से जवान तो जवान बुड्ढ़ों का भी लंड खड़ा हो जा रहा है. कभी कभी वो जानबूझकर बाथरूम में अपनी ब्रा या पैंटी छोड़ के आती थी उसे मालूम था ये ठरकी बुड्ढा उनको सूँघकर मूठ मारेगा. अपनी बहू से कुछ कहने करने की दम ससुर में नही थी इसलिए वो बेचारा मन मसोस कर रह जाता था. कैसे इस टीज़िंग बिच को चोदने का मौका मिले तो मेरी किस्मत खुले यही सोच उसके दिमाग़ में रहती थी.

समीर ने जब देखा की आँचल सिर्फ़ उसको टीज़ कर रही है तो उसने उनके घर आना कम कर दिया. उसको चुदाई के लिए लड़कियाँ मिल ही रही थी तो उसने सोचा इसके पीछे टाइम वेस्ट क्यूँ करू. जब कभी सही मौका लगेगा तो फिर देखूँगा.

एक दिन समीर उनके घर आया और उसने सुनील और आँचल को अगले वीकेंड पर अपने घर डिनर का न्योता दिया. उसकी छुट्टी ख़त्म होने वाली थी इसलिए वो अपने दोस्तों के लिए पार्टी दे रहा था.

जब सुनील और आँचल , समीर के घर पार्टी में आए तो वहाँ बहुत सारी जवान जोड़िया मज़ा कर रही थी. समीर एक सेक्सी लड़की के साथ था .
आँचल ने सुनील से पूछा की ये कौन है ? तो उसने बताया की ये समीर की गर्लफ्रेंड किमी है . किमी 27 साल की देल्ही की एक मॉडल थी .

पार्टी में सारे मर्दों की नज़र किमी पर ही थी. उसने काले रंग की पार्टी ड्रेस पहन रखी थी . जिसमे उसकी बड़ी बड़ी चूचियां आधी खुली दिख रही थी . वो ड्रेस इतनी छोटी थी की जाँघो के सिर्फ़ उपरी भाग को ही ढक पा रही थी . आँचल ने गौर से उस छोटी ड्रेस को देखा तो उसको पैंटी नही दिखी , शायद किमी ने पहनी ही नही थी. आँचल ने देखा किमी की बड़ी बड़ी चूचियां ड्रेस फाड़ के बाहर आने को हो रही है . वो मुँह खोले हुए उसे देखती रह गयी , सोचने लगी ये तो बहुत बोल्ड लड़की है. नंग धड़ंग ड्रेस पहने हुई है. उसकी चूचियों को देखकर आँचल को बड़ी एक्साइट्मेंट हुई और उसको अपनी चूत में गीलापन महसूस हुआ.

अचानक किमी ने उसकी ओर देखा और आँचल को अपनी ओर ताकते पाया , आँचल शरमा गयी , उसने तुरंत नज़रें फेर ली. तभी किमी और समीर उसके पास आ खड़े हुए. किमी ने उसका हाथ अपने हाथ में लिया और आगे बढ़कर उसके गाल पर किस किया. दोनो की चूचियां आपस में ज़ोर से दब गयी.

“सुनील बहुत लकी है उसको इतनी खूबसूरत बीवी मिली है “ किमी हंसते हुए बोली.

उसने आँचल का हाथ अभी भी पकड़ा हुआ था और हल्के हल्के उसे दबा रही थी. किमी के अपने इतने नज़दीक़ आने से उसके परफ्यूम की खुशबू आँचल को आई . जिन चूचियों को वो दूर से घूर रही थी वो भी अब उसकी आँखो के सामने थी. आँचल को लगता था की उसकी चूचियां बड़ी हैं पर किमी की तो बहुत बड़ी थीं और ड्रेस फाड़ के खुली हवा में साँस लेने को बेताब हो रही थीं.

थोड़ी देर सुनील और आँचल से बातें करने के बाद समीर और किमी दूसरे मेहमानों के पास चले गये. जाने से पहले किमी आँचल के कान के पास अपना मुँह लायी जैसे कुछ कहना चाह रही हो. लेकिन कान के पास मुँह लाकर उसने आँचल के कान का निचला हिस्सा चाट लिया और अपनी बड़ी चूचियां उसकी बाँह से रगड़ दी.
किमी की इन हरकतों से आँचल समझ गयी की ये मेरी तरफ आकर्षित हो गयी है , वो शरमा के लाल हो गयी. समीर सब देख रहा था आँचल को ऐसे शरमाते देख उसके होठों पर शरारती मुस्कुराहट आ गयी. फिर पार्टी में बीच बीच में आँचल , किमी और समीर को ताकती रही और वो दोनो भी इस बात को समझ रहे थे.

रात में जब आँचल घर लौटी तो वो बहुत हॉर्नी फील कर रही थी . उसने फटाफट अपने कपड़े उतारे और सुनील के उपर चढ़ गयी . सुनील दो धक्कों में झड़ के सो गया . आँचल बेचारी अनसॅटिस्फाइड ही रह गयी और किमी-समीर के बारे में सोचते हुए करवटें बदलती रही.

अगली सुबह उसने सुनील से पूछा की समीर ने अब तक शादी क्यूँ नही की ? सुनील ने हंसकर कहा की इसे चोदने को लड़कियाँ मिल ही रही हैं तो शादी के झंझट में क्यूँ पड़ेगा. फिर उसने आँचल को कहा की ,समीर बहुत हाउसवाइव्स को अपने जाल में फँसा चुका है तुम इससे दूर ही रहना.

इन बातों से आँचल डर गयी लेकिन कहीं समीर उसको भी फँसा के चोद ना डाले , इस ख्याल से उसकी चूत गीली हो गयी. उस दिन आँचल ने समीर और किमी की बातों को याद करके मूठ मारी. लेकिन उसको अपने पति की बात भी ठीक लगी और उसने फ़ैसला किया की वो समीर से सिर्फ़ फैंटसी में चुदवायेगी और असल जिंदगी में सिर्फ़ अपने पति सुनील की बन के रहेगी.
 
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कुछ दिनों बाद , आँचल ने अपने पति सुनील के साथ बोरिंग सेक्स लाइफ को थोड़ा चटपटा बनाने के लिए सेक्सी लिंजरी खरीदने का इरादा किया . उसने सेक्सी लिंजरी पहनकर रात में सुनील को सरप्राइज देने की सोची.
इसके लिए वो एक इंपोर्टेड अंडरगार्मेंट शॉप में गयी .

वहाँ सॅटिन टेडी देखकर वो उसका साइज़ वगैरह चेक करने लगी तभी किसी ने उसका नाम पुकारा. उसने मुड़कर देखा तो पीछे किमी खड़ी थी . किमी ने उसको अपने आलिंगन में लिया और गाल पर किस किया.

फिर आँचल के हाथ में सॅटिन टेडी देखकर बोली, “ आँचल तुम इसे पहनकर बहुत सेक्सी लगोगी”.
आँचल मुस्कुरायी, फिर सेल्सगर्ल से बोली थोड़ा बड़ा साइज़ दो.

किमी – “ आँचल डियर, पिछले हफ्ते मैंने भी यही साइज़ लिया था जो मुझे बिल्कुल फिट आया. वैसे भी ये बदन ढकने के लिए नही बल्कि दिखाने के लिए होती है.”

उसकी इस बात पर आँचल शरमा गयी.

किमी – “आँचल तुम्हारा फिगर बहुत सेक्सी है और चेहरा भी कामुक है तुमको ज़रूर मॉडलिंग करनी चाहिए. ”

किमी के साथ आँचल को कुछ अजीब सा फील होता था. किमी बहुत सेक्सी थी और आज उसने टाइट टीशर्ट और टाइट पैंट पहना हुआ था. टाइट टीशर्ट में उसकी बड़ी चूचियां बाहर को निकली हुई थी. आँचल ने पेमेंट किया और जाने को हुई.

तभी किमी ने उसे रोका और बोली, “आज साथ ही लंच करते हैं.”

आँचल थोड़ा हिचकिचाई लेकिन किमी ने उसकी बाँह पकड़ी और शॉप से बाहर आ गयी. बाहर आकर उसने बताया की पहले उसे समीर यहीं पर मिलने वाला था लेकिन अब वो उसे सीधे कॉफी शॉप पर आने को बोलेगी. इससे पहले की आँचल विरोध कर पाती , उसने समीर को फोन करके वहाँ आने को बोल दिया.
आँचल को थोड़ा घबराहट हुई लेकिन समीर और किमी के साथ टाइम बिताने को मिलेगा ये सोचकर एक्साइट्मेंट भी हुई. लेकिन वो सुनील को क्या बोलेगी ? सुनील ने तो उसे समीर से दूर रहने को बोला था.

ये सब ख़याल उसके दिमाग़ में आए. फिर उसने सोचा समीर के साथ लंच करने में कोई हर्ज़ नही .
तभी किमी ने उसका हाथ दबाया , “ समीर कल जा रहा है और उसके पास अभी गाड़ी नही है , इसलिए हमे ही उसे पिकअप करना पड़ेगा.चलो चलते हैं .”

किमी कार में बैठ गयी और आँचल ने कार ड्राइव की . रास्ते भर किमी बातों बातों में आँचल की बाँहों , उसके बालों और गालों को टच करते रही. वो क्या बात कर रही हैं इन पर तो आँचल ने ज़्यादा ध्यान नही दिया पर उसके टच करने को वो सब समझ रही थी. जब वो दोनो समीर के अपार्टमेंट में पहुँचे तो किमी टॉयलेट चली गयी , अब आँचल समीर के साथ अकेली रह गयी.

समीर ने उसका हाथ पकड़कर उसके गाल पर किस कर लिया और बोला, “ आँचल तुम साड़ी में बहुत सेक्सी लग रही हो .“

बोलते समय वो आँचल की चूचियों और नाभि पर नज़रें गड़ाए हुए था. फिर उसने आँचल को सोफे पर अपने पास बिठा लिया. आँचल ने उसकी मर्दाना गंध को महसूस किया और उसके इतने नज़दीक़ बैठने से उसको उत्तेजना भी हुई और वो शरमा गयी.

उसके इस तरह शरमाने से उत्साहित समीर ने उसके कंधे पर हाथ रख दिया और उसके बालों और बाँहो को सहलाने लगा. वो बहुत डॉमैनेटिंग नेचर का था आँचल उसके सामने बिल्कुल दब गयी और उसको मना नही कर पाई. वो डरी हुई थी लेकिन साथ ही साथ एक्साइटेड भी थी.

आँचल के चेहरे को सहलाते हुए वो बोला “ आँचल तुम्हारा चेहरा बहुत सेक्सी है तुमको तो मॉडल बनने के बारे में सोचना चाहिए.”

फिर वो अपना चेहरा आँचल के पास लाया , आँचल ने सोचा वो किस करना चाहता है , उसने होंठ किस के लिए थोड़ा खोल दिए . तभी किमी कमरे में आ गयी और आँचल झटके से समीर से अलग हो गयी. उसने किमी की ओर देखा. वो जानती थी की किमी ने सब देख लिया है. आँचल टॉयलेट का बहाना बनाकर वहाँ से चली गयी.

टॉयलेट में उसने ठंडे पानी से अपना मुँह धोया और अपने आप को सम्हालने की कोशिश की. उसको समीर पर बहुत गुस्सा आया की वो उसको कठपुतली की तरह जैसे चाहे वैसे कैसे नचा सकता है. उसको मालूम था की आँचल शादीशुदा औरत है फिर भी उसके बदन को हाथ लगा रहा था और किस भी कर ही देने वाला था. आँचल उसको मना कर ही नही पा रही थी. अगर किमी नही आती तो ना जाने क्या हो जाता.

लेकिन समीर के साथ किस और चुदाई के बारे में सोचकर उसको बहुत उत्तेजना आई. उसकी पैंटी गीली हो गयी. उसने अपने ऊपर ज़्यादा कंट्रोल करने की सोची लेकिन उसका जिस्म हॉर्नी फील कर रहा था. टॉयलेट से जब वो बाहर आई तो सामने का नज़ारा देखकर हकबका गयी.

किमी समीर की बाँहो में थी और समीर उसके मुँह में जीभ घुसाकर उसे चूम रहा था. उसके हाथ किमी के नितंबों को मसल रहे थे और वो अपने पैंट के अंदर खड़े लंड को उसके पेट पर रगड़ रहा था.

आँचल को देखकर किमी समीर से अलग हो गयी और मुस्कुराते हुए सफाई देने लगी , “ कल समीर जा रहा है इसलिए आज हमारा साथ में अंतिम दिन है .“

आँचल को उनका प्रेमालाप देखकर ईर्ष्या हुई .

वो बोली , “ मेरे ख़याल से तुम दोनो प्रेमियों को अकेले छोड़कर मुझे चले जाना चाहिए.”

समीर और किमी दोनो ने एक साथ “नही “ बोल दिया.

किमी शरारत से मुस्कुराते हुई बोली , “ समीर ने मुझे प्रॉमिस किया है की वो मुझे आज सारी रात सोने नही देगा .“

समीर सारी रात किमी को चोदेगा , इस ख़याल से आँचल का मुँह लाल हो गया . उसका पति सुनील दो धक्के लगा के सो जाता था और दो-तीन दिन में एक बार ही चुदाई उसके लिए बहुत थी और यहाँ सारी रात चुदाई की बात हो रही है.

किमी आँचल के पास आई और उसके कान में फुसफुसा के बोली, “ तुम्हें यहाँ देखकर समीर हॉर्नी फील कर रहा है”.

आँचल का चेहरा ये सुनकर शरम से लाल हो गया , किमी को हँसी आ गयी.

फिर आँचल का चेहरा अपने हाथों में लेकर बोली , “ आँचल तुम्हे देखकर मैं भी हॉर्नी फील करती हूँ . मैं तुम्हे टेस्ट करना चाहती हूँ .”

फिर उसने अपने होंठ आँचल के होठों पर रख दिए और उसको किस करने लगी. आँचल ने कोई विरोध नही किया. फिर किमी ने आँचल की बाँह पकड़ी और वो तीनो कॉफी शॉप में लंच के लिए निकल पड़े.

कॉफी शॉप में पहुँचकर आँचल ने देखा की सभी की निगाहें उन्ही की ओर हैं. किमी ने टाइट टीशर्ट पहनी हुई थी और उसकी बड़ी बड़ी चूचियों पर सबका ध्यान था. आँचल खुद उनको देखना और फील करना चाह रही थी .

किमी को मालूम था की आँचल उससे बहुत प्रभावित है . वो आँचल के चूतरस को चखने के लिए मरी जा रही थी.

किमी आँचल के पास ही बैठी थी और बहाने से बार बार उसको टच कर रही थी. जिससे वो उत्तेजित होती रहे. लेकिन समीर चुपचाप था . वो सोच रहा था आज इस टीज़िंग बिच को चोदने का बहुत बढ़िया मौका है.

उसने देख लिया था की आँचल भी किमी की तरफ आकर्षित है , इससे उसके प्लान में फायदा ही होगा. आँचल को चोदने के ख़याल से उसके चेहरे पर मुस्कुराहट आ गयी. लंच के दौरान समीर और किमी , आँचल को मॉडलिंग के लिए उकसाते रहे. वो दोनो उसके फिगर , सुंदर चेहरे की तारीफों के पुल बांधते रहे.

किमी इस दौरान आँचल के बदन को , उसके चेहरे को टच करने का कोई मौका नही छोड़ रही थी. अपनी तारीफ सुनकर आँचल खुश हो गयी और किमी की हरकतों को नज़रअंदाज़ करती रही. लेकिन उत्तेजना से उसकी पैंटी गीली हो गयी थी और उसका चुदाई का बहुत मन कर रहा था.

उन दोनो ने आँचल को कुछ मॉडलिंग एजेन्सीस और फोटोग्राफर्स के नाम भी बताए. लंच के बाद जब समीर पेमेंट करने लगा तो आँचल ने पाया की वो अपना पर्स तो समीर के कमरे में भूल आई है.
 
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समीर के कमरे में पहुँचकर आँचल ने अपना पर्स उठाया और जाने लगी. लेकिन समीर ने कुछ फोटो लेने की ज़िद करी और अपने बेडरूम में कैमरा लेने चला गया. किमी ने आँचल को सोफे पर अपने पास बैठा लिया और उससे बातें करने लगी. उसने आँचल से कहा की वो उसे फिर दुबारा ज़रूर मिलेगी और उसको कुछ अच्छे फोटोग्राफर्स के पास ले जाएगी. तब तक समीर भी वापस आ गया और उन दोनो से फोटोस के लिए कुछ पोज़ बनाने को कहा.

तुरंत किमी ने पोज़ के बहाने आँचल को अपने आलिंगन में ले लिया और उससे चिपटने लगी. उस मॉडल को अपने से चिपटता देखकर आँचल से भी रहा नही गया वो भी किमी के बदन में हाथ फिराने लगी. अब तो किमी को ग्रीन सिग्नल मिल गया उसने आँचल के रसीले होठों को चूमना शुरू कर दिया और उसके होठों के बीच जीभ डालकर मुँह के अंदर घुमाने लगी. आँचल को इससे पहले कभी किसी ने ऐसे किस नही किया था .किमी की कामुकता से वो भी अपने उपर काबू नही रख सकी और उसका पूरा साथ देने लगी.

अब किमी आँचल के कान , उसके गालो और गले में चूमने और दाँत से हल्के हल्के काटने लगी. आँचल के बदन में मानो आग सी लग गयी. समीर उन दोनो की इस कामलीला को अपने कैमरा में क़ैद कर रहा था वो भी ये सब देखकर बहुत उत्तेजित हो गया था. उसने फटाफट अपने कपड़े उतार फेंके और अपने मोटे लंड को हाथ में पकड़कर हिलाने लगा. फिर उन दोनो के बीच में घुसकर दोनो औरतों को अलग कर दिया.

समीर का नंगा गठीला जिस्म और मोटे लंड को देखकर आँचल घबरा गयी. उसके दिमाग़ ने कहा “ समीर मुझे मत चोदो , मैं शादीशुदा औरत हूँ.”
लेकिन उसके मुँह से निकला “ ओह, समीर तुम्हारा कितना बड़ा है ….”

“आँचल डार्लिंग, डरो मत . इसे अपने हाथ में पकड़ो ये तुम्हें काटेगा नहीं.” समीर बोला.
फिर उसने आँचल का हाथ पकड़कर अपने लंड पर रख दिया.

आँचल ने फड़कता हुआ लंड पकड़ा और उसकी पैंटी में चूत से रस बहने लगा. उसका गला सूख गया. आँचल को घबराया हुआ देखकर किमी ने समीर के लंड को अपने होठों में ले लिया . पर समीर आज आँचल को ही चोदना चाह रहा था , उसने किमी को हटा दिया और उससे कैमरा पकड़ने को कहा.

फिर समीर ने आँचल की पीछे से गर्दन पकड़ ली और उसके मुँह के पास लंड लगा दिया. आँचल का ना चाहते हुए भी मुँह खुल गया. आँचल को विरोध ना करते देखकर समीर की बाछें खिल गयी और उसने धीरे धीरे आँचल के मुँह में लंड घुसा दिया.

आज दूसरी बार आँचल लंड चूस रही थी . पहली बार मायके में नौकर रामू का चूसा था. उसका पति सुनील ये सब काम नही करता था सिर्फ़ मिशनरी पोज़िशन में आँचल के ऊपर चढ़ के चुदाई कर लेता था.

समीर आँचल के मुँह में लंड अंदर बाहर करता रहा और जब उसको लगता की आँचल का दम घुट रहा है तो वो लंड मुँह से बाहर निकालकर उसके गालो पर रगड़ने लगता. आँचल को भी अब मज़ा आ रहा था वो मन लगाकर लंड चूसने लगी.

उधर किमी उन दोनो की फोटो खींचती रही. आँचल के सेक्सी चेहरे में समीर का लंड देखकर उत्तेजना से उसको अपने को सम्हालना मुश्किल हो रहा था, उसको लग रहा था ओर्गास्म आने ही वाला है.

आँचल ने समीर के नितंबों को अपने दोनो हाथों से पकड़ रखा था और वो लंड के साथ साथ उसकी गोलियों को भी चूस रही थी. समीर को लगा की वो अब झड़ने ही वाला है , उसने आँचल को रोक दिया और उससे पूछा की उसे लंड चूसने में मज़ा आ रहा है ? आँचल मुँह में लंड होने की वजह से कुछ नही बोल पाई, बस हाँ में सर हिला दिया. इस नयी नवेली दुल्हन को कोई विरोध ना करते देख समीर बहुत खुश था.

फिर समीर ने उसके सर को दोनो हाथ से पकड़कर उसका मुँह चोदना शुरू कर दिया. पहले धीरे धीरे फिर तेज तेज स्ट्रोक्स लगाए. कुछ देर बाद उसने आँचल का मुँह वीर्य से भर दिया. उसका दम ना घुट जाए इसलिए समीर ने अपना लंड मुँह से बाहर निकाल लिया. इससे आँचल के चेहरे, बाल, कंधे, ब्लाउज, साड़ी सब जगह वीर्य की बूंदे गिर गयी. आँचल जितना वीर्य निगल सकती थी उतना उसने निगल लिया फिर भी कुछ उसके होठों से बाहर बहने लगा.


अचानक किमी कैमरा छोड़कर आँचल का मुँह, चेहरा चूसने लगी . उसने भी आँचल के चेहरे और मुँह से समीर का वीर्य चाट लिया.

आँचल को दूसरी बार वीर्य का स्वाद चखने को मिला था . उसे वीर्य की हर एक बूँद बहुत अच्छी लगी.आँचल की पैंटी अब चूतरस से पूरी गीली हो चुकी थी. थोड़ा रस जांघों को भी गीला कर चुका था. जब किमी उसको किस करने लगी तो उसकी सिसकारियाँ निकलने लगी. उसने किमी की टाइट टीशर्ट को फाड़कर उसके सर के ऊपर से निकाल दिया. फिर किमी की गुलाबी रंग की लेसी ब्रा से एक चूची बाहर निकालकर उसके बड़े से निप्पल को मुँह में भर लिया.

बिना ब्रा उतारे बड़ी चूची बाहर निकालने से किमी को ब्रा कस गयी उसने आँचल को एक तरफ हटा दिया और अपनी ब्रा उतार ली. अब उसकी बहुत बड़ी बड़ी चूचियां खुली हवा में लटकने लगी. आँचल उन पर टूट पड़ी और उन्हे अपने हाथ और मुँह में भरने लगी.

आँचल की कामुकता देखकर समीर अब और देर बर्दाश्त ना कर सका. उसने दोनो औरतों को खींचकर अलग कर दिया. आँचल को गोद में उठाकर अपने बेडरूम में ले गया.

बेडरूम में पहुँचकर उसने आँचल का ब्लाउज फाड़ दिया और किमी ने आँचल के बाकी कपड़े उतारने में उसकी मदद की. आँचल की गीली लेस वाली पैंटी को समीर ने उतारने की बजाए फाड़कर फेंक दिया. उसने देखा आँचल की चूत के होंठ उत्तेजना से फूल गये हैं और क्लाइटॉरिस बिल्कुल तन चुका है. आँचल की चूत के उपर काले बाल छोटे छोटे थे, शायद उसने कुछ दिन पहले ही साफ़ किए होंगे. आँचल की गोरो गोरी मक्खन जैसी जांघें और फूली हुई चूत के गुलाबी होंठ देखकर समीर उत्तेजना से पागल हो गया. वो समझ गया था की आँचल भी चुदाने को बिल्कुल रेडी है.

उसने आँचल को पीठ के बल लिटा दिया और उसकी टाँगे पकड़कर अपने कंधों पर रख ली. फिर उसने अपने लंड को आँचल की तपती चूत के छेद पर लगाया और सुपाड़े को अंदर धकेल दिया. आँचल ने कभी इतना मोटा लंड अपनी चूत में नही लिया था. ये उसका अपने पति सुनील के अलावा दूसरा ही लंड था जो उसकी चूत में घुसा था. अभी समीर के लंड का सिर्फ़ सुपाड़ा ही अंदर गया था और उसकी चूत के बाहरी होंठ पूरे खींच चुके थे.

आँचल दर्द से चिल्लाई , “ आ …प्लीज़ समीर बाहर निकालो, मैं इतना मोटा नही ले सकती.”
उसके माथे पर पसीना आकर उसके चेहरे पर बहने लगा. आँचल बहुत घबरा गयी .
वो चिल्लाई , “ ओई मा…एयाया…तुम मेरी चूत फाड़ रहे हो ……….उईईईईई……..माआआअ….”.

वैसे तो आँचल की शादी को दो महीने हो गये थे लेकिन उसकी चूत इतना स्ट्रेच कभी नही हुई थी. वो समीर के हाथ जोड़ने लगी प्लीज़ मुझे छोड़ दो. समीर को ऐसा लग रहा था जैसी वो किसी कुँवारी लड़की की टाइट चूत को चोद रहा है . इससे उसकी उत्तेजना और भी बढ़ गयी और जोश दुगना हो गया.

आँचल ने किमी से प्रार्थना करी की वो समीर को रोके. अब घबराहट से उसकी गीली चूत भी सूख चुकी थी और उसको डर था की बिना ल्यूब्रिकेशन के सूखी चूत में मोटे लंड से और भी दर्द बढ़ जाएगा.

समीर ने अपने लंड का सुपाड़ा बाहर निकाल लिया . उसमे थोड़ा थूक लगाया और फिर से आँचल की चूत में डाल दिया. थोड़ी देर तक वो ऐसा ही करते रहा. सिर्फ़ सुपाड़ा घुसाता फिर निकाल लेता.थोड़ी देर बाद आँचल को सुपाड़े से दर्द होना बंद हो गया. अब समीर ने धीरे धीरे लंड को और अंदर डालना शुरू किया. जब आधा अंदर घुस गया तो फिर उतने को ही धीरे धीरे अंदर बाहर करने लगा. कुछ पल बाद आँचल भी उत्तेजना से अपने नितंबों को ऊपर को उछालने लगी . अब फिर से उसका चूतरस निकलने लगा.

उसने समीर की पीठ पर अपने नाख़ून गड़ा दिए और उसे तेज तेज स्ट्रोक लगाने को कहने लगी.
किमी ने उससे पूछा , “आँचल , तुम्हें कैसा लग रहा है ? ”

आँचल सिसकारियों के बीच बोली, “ ऊ ..आअहह…ही इस फक्किंग मी सो नाइस्ली, इट फील्स सो गुड….”

अब समीर ने तेज़ी से स्ट्रोक लगाने शुरू कर दिए. उसकी गोलियाँ आँचल की उठी हुई गांड से टकराने लगी. ठप ठप ठप की आवाज़ पूरे बेडरूम में गूंजने लगी. दोनो के बदन पसीने से लथपथ हो गये. आँचल की सिसकारियाँ पूरे कमरे में गूंजने लगी.

आँचल उसके जबरदस्त स्ट्रोक्स से रोमांचित हो गयी और अपनी जिंदगी में पहली बार उसको चुदाई का भरपूर आनंद मिल रहा था.

समीर धक्के लगाए जा रहा था और आँचल को ओर्गास्म आने ही वाला था , ये देखकर समीर ने उसे तड़पाने के लिए अचानक धक्के लगाना बंद कर दिया.
आँचल चिल्लाई , “ यू बास्टर्ड , धक्के बंद क्यों कर दिए. प्लीज़ धक्के लगाओ , आई ऍम कमिंगम्मींगगगग ….फक मी …….चोदो मुझे …कमीने तुम शुरू से मुझे चोदना चाहते थे …अब रुक क्यूँ गये…….ओइईईईई..आह……ओइइ…माआअ…”

समीर ने मुस्कुराते हुए फिर जोरदार धक्के लगाने चालू किए…कुछ पलों बाद आँचल को ओर्गास्म आ गया ….”ओइइ….माआआ…अहह….ओह….माआआ….”

अब समीर भी ज़्यादा देर रुक नही पाया और उसने आँचल की चूत को अपने वीर्य से भर दिया. फिर वो आँचल के बगल में बिस्तर में गिर पड़ा.
 

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