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Muje laga aap incast me kuchh hat kar karenge. Par afsos har incast story ki tarah ye bhi same hi rahi. Forum me incast story bahot he. Usme bhi mom son pe to bahot hi jyada.लास्ट पार्ट में आप सभी ने पढ़ा की शादी के महल में मैंने सब के साथ ड्रिंक किया और मौका देख कर मम्मी के पीछे घर में घुस गया उनकी चुदाई करने के लिए पर मम्मी को लगा कि वो मेरा कजिन जिमित है.
लाइट बैंड करते ही में सीधा जा कर मम्मी को अपनी बहो में भर लिया। इतने सालो से जिसके जिस्म को देख देख के में मेरे लुंड की मुंह मरता था वो गरम जिस्म आज मेरी बहो में था। अब तो मुझसे बिलकुल कंट्रोल नहीं हो रहा था और ऊपर से मैंने ड्रिंक भी कर राखी थी।
मैं मम्मी के गलो पे किस करने लगा। और उनके दोनो कड़क चुचे जो मैंने आज तक कभी नहीं छोड़े उन्हें जोरो से मसलने लगा था। मम्मी तबी थोड़ा गुस्सा हो कर बोल ने लगी
मम्मी:- जिमित मुझे छोड़ नहीं तो में अभी ही चिल्ला चिल्ला कर सब को बता दूंगी।
मेने सोचा मेरे पास ज्यादा वक्त नहीं है गवाने को क्योंकि मुश्किल से ये मौका मिला है और मम्मी भी बहुत कोशिश कर रही थी मेरी बहो से निकल ने की।
तब मुझे याद आया ये रूम मौसी की लड़की का है जिसकी शादी थी इसलिए वो रूम में साइड में एक बेड भी था। मेने तुरंत मम्मी को पकड़ कर बेद पे उल्टा देता और पीछे से उनकी गांड पे चढ़ गया। मम्मी अभी भी आवाज कर रही थी और मुझे ये भी डर था कि कहीं कोई और भी नहीं आ जाए इसके लिए ज्यादा टाइम लगाने नहीं सोचा और सीधा मम्मी की साड़ी ऊपर कर दी।
मेने उनकी साड़ी पूरी कर दी। मम्मी बेड पे चुचो के बाल पे उलटी लेती हुई थी। पिछले से में उनके दोनो जोड़ी के बीच में आ कर बैठ गया था। अब में उनकी पेंटी उतार ने लगा था लेकिन मैंने जैसे ही थोड़ी निचे सरकार वो मुझे रोकने लगी। लेकिन मैंने थोड़ा जोर लगाया और पूरी पेंटी आला कर दी।
पैंटी आला होते ही में उनकी गांड पे हाथ घुमाने लगा और दुसरे हाथ से पेन्ट की जिप खोल कर मेरा खड़ा लुंड बहार निकल दिया।
मैं पीछे से ही मम्मी की चुत में लंड डालना चाहता था। मेने 1-2 बार ट्राई भी किया ढाका लगा कर पर मेरा लुंड नहीं जा पा रहा था कि चुत के अंदर घुस ही नहीं रहा था।
तबी तुरंट में लुंड पे थोड़ा ठुक लगा और मम्मी की चुत पे लुंड को सेट कर के एक ढाका लगा। ढाका लगते ही मेरे लुंड का सुपारा मम्मी की टाइट चुत को चिरता हुआ अंदर घुस गया और मम्मी जोर से चिल्ला उठी।
मम्मी:- आहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहह।
मेने उस वक्त मम्मी पे कोई रहम नहीं दिखायी और फिर से एक जोर का झटका मारा और पूरा लुंड मम्मी की चुत में घुसा दिया। Iss baar mummy aur jyada jor se chillayi
Mummy:- ahahahhahahhaha naaahiiii ahahahhahhaahha mein toh maaaaaaar gayiiiiiii aaahahahahahah maaaaaa aaaaeeeee ahahahahahahha.
वो थोड़ी शांत हो कर जब चुप हुई तो बेड पे जोड़ी को खोल कर ले गई और बोल ने लगी
मम्मी:- आहाहा प्लीज मुजे छोड़ दो आहहा ये सब सही नहीं हो रहा है आआआए ये ठीक नहीं।
मम्मी को सय्यद उस वक्त बहुत दर्द हो रहा था और होता भी कैसे नहीं इतने साल बाद इतना बड़ा लुंड को उसकी चुत में था।
मेने टाइम को देखते हुए अब धीरे धीरे ढाके मार ना शुरू कर दिया और अपने हाथो से उनके चुचो को सहलाना मसलना शुरू कर दिया और उनके शरीर से खेल ने लगा। और साथ साथ में पीछे से उनकी छूत में लुंड के ढके भी मारे जा रहा था। मुझे तो लग रहा था जैसे मुझे आज जन्नत मिल गई हो। इतने सालो से जिसके नंगे में सोच कर मुठ मारी आज उसकी ही चुत की चुदाई कर रहा था। बस ये ही सब सोचते हुए में मुझे ढाके मारे जा रहा था।
मम्मी भी अब उठाने की कोशिश नहीं कर रही थी और उनके अपने शुद्ध जोड़ी को खोल दिया था ताकि लुंड का ढाका आराम से चुत में लगे और उन्हें ज्यादा दर्द भी नहीं हो।
अब में भी उनकी चुदाई करता गया जब की एक बार मेरे लुंड का पानी उनकी चुत में गिरा चूका था लेकिन में ढाके मारे जा रहा था। मेरा लंड अभी भी फुल टाइट खड़ा था क्योंकि लंड एक बहुत खूबसूरत चुत में था।
अब करीब 30 मिनट हो गए थे। मेरे ढाके अभी भी पुरी स्पीड में चालू द। मेरा लुंड पूरा खड़ा था लेकिन सयाद अब मम्मी की चुत मेरे लुंड को और ज्यादा नहीं झेल पर रही थी इस लिए उन्हें उठाने की कोशिश करता हूं लुंड को चुट से निकल रही थी। जब मैंने उन्हें लुंड नहीं निकल ने दिया तो वो रिक्वेस्ट कर के बोल पड़ी
मम्मी:- जिमित अब मेरी चुत में बहुत दर्द हो रहा है और ज्यादा मत कर नहीं तो में चिल्ला उठूंगी।
मम्मी को अभी भी याकिन था कि और यहां मैं उनको जिमित ही छोड़ रहा था। जब मम्मी ने बहुत रिक्वेस्ट की तो मुझे चुदई बंद कर दी लेकिन मेरा लुंड अभी भी झड़ा नहीं था पर मम्मी का पानी जरूर निकल गया था।
इसमें मैंने लुंड पे फिर से ठुक लगायी और मम्मी की गंद में लुंड को घुसाने लगा। मेने सोचा छूट में नहीं तो गंद में ही सही। लुंड का पानी ही निकल ना है ना। और गंड भी वो जैसे बस देख भी लू तो मुठ मारनी पड़ती थी। अज उस्स ही मखमली गांड के पीछे मेरा लंड खड़ा था।
मेने सोचा क्या पता अब फिर से इस गांड को मरने का मौका मिला या नहीं मिले पर आज तो इस गांड की बैंड बजा कर ही रहेगा।
मैं बहुत गरम हो चूका था और लुंड का पानी भी निकल ना बाकी था इस्लीये मेने लुंड और गंड डोनो पे ठुक लगी और लुंड को गंड की छेद पे सेट किया और घुसेद दिया।
मम्मी को पहले से ही गंड मरवाने का अनुभव था इसलिए वो भी बस सिसकारिया लेने लग गई और गंड मरवाने लगी। कुछ ही ढाके लगाने बाद अब में उसकी गांड बहुत आराम और मस्ती से छोड़ने लगा।
मैं यहां मस्ती में जोर से उनकी गांड मारे जा रहा था और वो बस बीच बीच में बोले जा रही थी
मम्मी:- चोर दे मुजे जिमित...। कुट्टी कमीने… आज तेरी करतात में सब को बता दूंगा।
इतना सुनते ही मैंने बहुत जोरो के कुछ ढके मारे और मेरे लुंड का पानी निकल ने आया था इस लिए उनकी गांड में ही सारा पानी निकल दिया और ढीला पड़ गया।
लुंड से इतना पानी झड़ कर में ठक गया और वहा मम्मी के बगल में ही रहने दिया गया। मेरे वह लेने से मम्मी उठी कपडे ठीक की और सीधा रूम का दरवाजा खोल कर वहा से भाग गई। वो भाग कर सीधा शादी वाले मैदान में चली गई लेकिन उन्हें वहा किसी से कुछ नहीं कहा।
थोडे वक्त बाद में भी वह ग्राउंड में पोच गया लेकिन मम्मी मुझसे भी कुछ नहीं बोली पर बस कुछ टेंशन में लग रही थी। उनको मुजे बस सिर्फ यूएस कजिन के बारे में पूछे की
मम्मी:- जिमित कहा है???
राहुल:- वो तो पियो करके नशे में कहीं घूम रहा था।
मेरी किस्मत भी कितनी अच्छी की सच्ची में ही जिमित रात में कहीं चला गया। मम्मी की उस से कोई मुलाकात हुई ही नहीं। शादी भी बहुत देर रात खाता हुई और मम्मी ने किसी से कुछ कहा भी नहीं।
शुभ के टाइम सब फ्री हो के थक कर सो गए क्योंकि पूरी रात शादी में जागे द। मम्मी भी ऐसे सोया कि उसे कोई आफीम खा ली हो। उन्हे तो रात के चुदाई की इतनी थकन थी।
हमें भी वह से अगले दिन ही सुबह वापस आना था। मम्मी का ऑफिस था मेरी बहन का स्कूल था और नानी भी घर में अकेली थी।
मेरे पास भी अब सयाद एक ही मौका था क्योंकि घर जाने बाद तो संभव नहीं था। मैं मम्मी की यहां ही चुदाई कर सकता था घर पर नहीं।
शाम होने आई थी। सब महिलाओं ने मिल कर खाना बनाया और सब ने मिल कर खाया और सोने की तैयारी करने लगे। दूल्हा और दुल्हन की सुहागरात के लिए अलग से कमरा सजया हुआ था। हमारे यहां ये रिवाज है कि शादी के बाद दुल्हन अपने ससुराल में रुका है और सुहागरात मन कर ही दुल्हन को लेकर जाता है।
अब घर में इतने कुछ रिश्तेदार नहीं रहे लगभग सब चले गए। जितने भी बचे थे सब अपने अपने बिस्तर पे सोया हुए थे। मम्मी भी एक कोने में अपने बिस्तर पे अकेली सोया हुई थी।
रात के 2 बजे मुझे पिछली रात हुई चुदाई के बारे में सोच कर बिल्कुल निंद नहीं आ रही थी। ऊपर से उसी घर में आज एक नई सील बंद चुत सुहागरात मन कर खुल ने वाली थी। ये सब सोच कर ही में बहुत ज्यादा उतेज्जित और गरम होने लगा था।
मैं चुपके से उठा और मम्मी के बेड पे लेट गया और उनकी ब्लैंकेट में घुस गया और उन्हें बहाओ में भर लिया।
मेरी इस हरकत से मम्मी भी उठ गई लेकिन कुछ बोली नहीं। सैयद मम्मी की छुट्टी भी सुहागरात के बारे में सोच कर गीली हो रही होगी। मेरा भी लंड खड़ा हो गया था। मुझसे रुका नहीं गया और में सीधा उनकी सलवार का नाडा खोल ने लगा। इस बात पर मम्मी ने भी ज्यादा कुछ विरोध नहीं किया। सैयद वो अभी भी मुझे जिमित ही समझ रही थी।
मैं मम्मी के गांड पे पीछे हुआ था और मैंने लुंड निकल कर उनकी छूत में घुसे दिया। हम दोनों बिस्तर पे चुदाई करने लगे। मैं धीरे धीरे छूट में ढाके मरता गया। कंबल के अंदर जोर के ढके मरता तो बेद हिल रहा था इसलिए में धेर धीरे पलटा रहा।
मम्मी भी चुप चाप से छुट्टी दे रही थी तो मैं क्यों जबरजस्ती कर्ता। मैं धीरे धीरे से कुछ करीब 1 घंटे तब तक मम्मी की चुदाई करता रहा। इस बिच मम्मी की चुत 2 बार अपना पानी निकल चुकी थी और में भी 2 बार अपना पानी उसकी छूत में भर चुका था। इस बार में मम्मी के होंठ भी बहुत चूसे तो मम्मी बोल उठी
मम्मी:- जिमित बेटा तुम मेरे घर जरूर आना।
ये सुनते ही मैं वहा से उठा और अपने बेड पे आ कर सू गया। सुबह हुई तो हम ने वापस आने की तैयारी की लेकिन मम्मी की नजर बस जिमित को ही धुंध रही थी. मम्मी सब से पूछ रही थी कि वो कहां है लेकिन वो जिमित से मिल ही नहीं पाई।
जब हम निकल ने वाले तो मम्मी ने मौसी से पूछने की जिमित का नंबर दे क्योंकि मम्मी को उससे कुछ कम था। लेकिन मैंने उनकी बात काटे हुए कहा मम्मी से कहा
राहुल:- मेरे पास है मम्मी जिमित का नंबर आप मुझसे ले लेना।
हम वहां से निकल गए और बस में बैठे गए। मम्मी बस में मेरे कंधो पर सर रख कर सोल रही थी। बहन भी पास में ही बैठी थी। मम्मी बहुत गहरी नींद में सोया थी और सोती भी कैसे नहीं 2 रात से बस चुद ही रही थी सोया कहा थी।
शुद्ध रास्ते में बस ये ही सोचता आ रहा था कि मैं दो बार तो मम्मी की चुत और गंद पेल चुका हूं पर घर जाने बाद कैसे पेलुंगा क्योंकि घर में तो नानी और बहन दोनो होगी।
हम घर पोछ गए। एक सप्ताह बहुत सामान्य गुजरा सब अपने काम में लग गए थे। मम्मी ऑफिस में मुझे बहन स्कूल में। पर मेरी राते कटना बहुत मुश्किल हो गई थी। हर वक़्त लंड मम्मी की छुट्टी को ही याद कर रहा था और खड़ा हो जाता था। में भी पहले की तरह मुठ मार कर लुंड को शांत कर देता था। लेकिन मम्मी को पालने ने के कुछ ना कुछ आइडियाज दिमाग में आ ही रहे हैं।
तभी वीकेंड पर मम्मी खुद मेरे पास आई और मुझसे बोली
मम्मी:- राहुल मुझे जिमित का नंबर दे ना कुछ काम है उससे।
मैंने उस वक़्त मम्मी से कुछ नहीं पूछा और जिमित का नंबर दे दिया। मुझे पता था उनके अंदर भी चुट में बड़ी आग लगी है तभी लुंड लेकर के लिए नंबर मांगे आई थी।
अगले दिन मम्मी ने यूएस नंबर के कॉल किया लेकिन इतना स्मार्ट था कि शादी से आते ही मैंने एक नया सिम ले लिया था और यूएस का ही नंबर मम्मी को दिया था। मेने भी आवाज बदल कर मम्मी से जिमित बन कर बात की। वो चुदाने को इतनी प्यासी थी कि उन्हें पता ही नहीं चलता कि मैं आवाज बदल कर बात कर रहा हूं। वो बोल भी रही थी
मम्मी:- जिमित डार्लिंग आई लव यू... मुजे फिर से मिलो नहीं तो मैं मार जाऊंगी।
ऐसे ही हम नहीं फोन पे बात करना शुरू कर दिया। मम्मी दिन में मुझे अपने ऑफिस से फोन करती थी और मैं तब कॉलेज में होता था। मम्मी को अब पूरा यकीन था कि किसी को कुछ पता नहीं चलता है।
घर पर मम्मी मेरे और बाकी सब के साथ बहुत नॉर्मल ही बिहेव कर रही थी। मैं कभी कभी घर में उन्हें टच कर देता तो वो भी कुछ नहीं कहती थी और इतना ध्यान भी नहीं देती थी।
कुछ एक माहिना ऐसे ही बीट गया। मम्मी ने दिन में घ से जिमित के नंबर पे कॉल किया। उस दिन वो ऑफिस नहीं गई थी। उस वक्त कॉलेज में था और मम्मी घर में अकेली थी क्योंकि नानी पड़ोश में गई थी और बहन स्कूल में थी।
मम्मी मुझे जिमित समझ कर कॉल कर के कहने लगी
मम्मी:- जिमित मुजे इस माहीने पीरियड मिस हो गया है। मुझे लग रहा है तुम्हारी उस चुदाई से मुझे बच्चा रह गया है।
राहुल :- अपने चेक किया???
मम्मी:- नहीं अब तक तो नहीं किया है।
राहुल:- तब सब से पहले मेडिकल जाओ और चेक करने वाली किट लेके चेक करो और मुझे अभी के अभी बताओ। अगर आप गर्भवती हो गई हो तोह में कल ही बच्चा गिराने वाली दवई लेके औंगा और यूएस बहाने से हम मिल भी लेंगे। मेरी जान मुझे भी तुम्हारी बहुत याद आ रही है।
मम्मी ने जिमित समझा कर मेरी बात मान ली और अर्जेंट ही मार्केट जा कर किट लेकर आई और चेक भी किया जो टेस्ट पॉजिटिव निकला। मम्मी फिर से सोच ही रही थी जिमित को कॉल कर के बता दे कि टेस्ट पॉजिटिव आया है पर तब तक में कॉलेज से घर पोच गया।
घर में और कोई नहीं था बस हम दोनों ही थे। वो अकेले में जिमित को फोन करने वाली थी पर मेरे पोच ने से वो डर गई और मुझसे बचने और ना बात करने की कोशिश करने लगी। मम्मी बिना कुछ कहे या सुनने अपने कमरे में चली गई और अंदर जाते ही उसे मुझे मतलब जिमित को कॉल लगाने लगी थी।
जब मम्मी रूम में चली गई तब में डस्टबिन में चेक करने लगा और मुझे जो चाहिए था वो मिल गया। डस्टबिन में वो प्रेग्नेंसी टेस्ट पड़ा हुआ था जो मम्मी ने यूज कर के अखबार में रख कर डस्टबिन में फेक दिया था। मेने वो निकल कर आपने पास रख लिया।
मम्मी यूएस नंबर पर फोन करने की कोशिश कर रही थी लेकिन मैंने यूएस नंबर को स्विच ऑफ करके रख दिया था। और में सीधा वो टेस्ट किट लेके मम्मी के कमरे में चला गया। मुझे देख कर मम्मी डर के चलो गई और मुझसे बोली
मम्मी:- मेरे सर में बहुत दर्द है मुझे सोने दे।
तब मैंने मम्मी को वो प्रेग्नेंसी टेस्ट दिखा दे सीधा पुछ लिया
राहुल:- ये प्रेग्नेंसी टेस्ट कैसे आया??? कौन लाया इस को घर में???
मम्मी बहुत डर गई और बोली
मम्मी:- यहां घर में नहीं आ सकता। यह कौन इसको इस्तेमाल करेगा??
राहुल :- घर के कूड़ेदान से मिला है इसका मतलब आप ही इसको वहा डालोगे। नानी और बहन तो इस्तेमाल करेगी नहीं।
इतना कहते ही मैं जोर से गुस्से में चिल्लाया
राहुल: पति के मरते ही किस से छुड़ाने लगी सल्ली कुट्टी कामिनी रैंड कहीं की बोल???
वो डर गई और बोल ने लगी
मम्मी:- प्लीज मुझे माफ कर दे….. मैं तुझसे और ज्यादा जुठ नहीं बोल सकती।
मम्मी ने मुझे सब बता की शादी की दोनों रातें जिमित ने उनके साथ क्या किया जिस वजह से वो प्रेग्नेंट हो गई।
मैंने ये सब सुनते ही उनको अपने बहो में जोर से पकड़ लिया और बिस्तर पर देते दिया। मुझे भी उन्हें छोड़े कितने सारे दिन हो गए थे।
अब में भी मम्मी को सीधा बोल दिया
राहुल:- घर में आपका खुद का बेटा आपके नाम की दो बार मुंह मरता है और आप बहार के लुंड लेके भूलभुलैया कर रही हो।
वो मेरी बात सुन के बिलकुल चुप चाप लेती रही। मैं भी अब बिना रुका उनके सलवार का नाडा खोलने लगा पर उन्हें मुझे रोकते हुए हाथ पकड़ कर कह
मम्मी:- नहीं बेटा ये मत कर बस तू मुझे माफ कर दे...। अब में नहीं मिलूंगी उस से।
राहुल:- मम्मी आज एक बार तो चुदाई करने दे ना... घर पर भी कोई नहीं है... एक बार मुझे भी तो अपना पानी अंदर डालने दे।
ये बोलते ही मैंने उनका सलवार पूरा खोल कर नीचे कर दिया। मम्मी ने अपनी गरम चुत को लेके मुझे कुछ नहीं कहा और ना ही मुझे रोकने के लिए मुझसे दूर गई।
बस मुझे तो ये ही मौके की तलाश थी। मेने खड़ा लुंड डाला उनकी गरम चुत में और करने लगा उनकी जोरदार चुदाई।
उस दिन के बाद भी एक हफ्ते तक में उनकी चुदाई करता रहा। उसके बाद में उनको बच्चा गिराने वाली दवई ला कर दी।
मम्मी उस दिन के बाद मुझसे चुद चुद कर बिल्कुल खुल चुकी थी। रात में सब के जाने के बाद वो खुद मेरे कमरे में आ जाती थी अपनी चुदवाने के लिए। मम्मी मुझसे ये भी बोल ने लगी थी कि
मम्मी:- बेटा में तेरे पानी से बच्चा पैदा करना चाहता हूं...। तुझसे शादी करके तेरे बच्चों की मां बन न चाहती हूं।
उन्हें खुद ये अपने मन की बात मुझे बतायी थी। टाइम के साथ वो अब जिमित को पूरी तरह से भूल चुकी थी।
मेरे लंड से अब मम्मी बहुत खुश रहने लगी थी। रोज़ ऐसे ही चुदाई चलती रही और हम भूल जाते रहे।
एक साल बाद नानी की भी मौत हो गई। उसके बाद मम्मी ने फिर से मुझसे शादी और बच्चे की बात कह कर उनके मन की बात बताओ। तब मैंने उन्हें 1 आइडिया दिया।
मैंने कहा कि ये गांव में तो सब हमारे रिश्तेदार रहते हैं। तो इस से अच्छा है कि हम यहां से निकल कर कोई सिटी में शिफ्ट हो जाए जहां हमें कोई नहीं जनता हो। हम वह रहेंगे और बहन को पढाई के लिए किसी हॉस्टल में डाल देंगे।
मम्मी मेरी ये बात मान गई और अनहोन ऑफिस में ट्रांसफर की एप्लीकेशन भी रिक्वेस्ट कर दी। 2 महीने बाद उनकी ऑफिस से हमें वापी में ट्रांसफर मिल गया। हम जल्दी वह शिफ्ट हो गए। वह शिफ्ट होते ही हमने बहन का सूरत के स्कूल में एडमिशन करवा के हॉस्टल में एडजस्ट कर लिया। अब में और मम्मी दोनों अकेले द वापी में और वह तो कोई हमें पहचानता भी नहीं था।
कुछ दिनों बाद हमने शादी करने का फैसला किया और एक मंदिर में चले गए। मम्मी ने उस दिन अपनी शादी का लाल लहंगा पहनना हुआ था। मंदिर जाते ही हम ने एक पंडित से बात की शादी करवाने के लिए। उसने हमारी शादी करवायी फेरे लिए और मैंने मम्मी की मांग में सिंदूर लगा और मंगलसूत्र भी पहनाया।
जब शादी हो गई तब वो पंडित मुझसे पूछ ने लगे
पंडित:- ये औरत तो तुमसे उमर में बड़ी लगती है तुम ऐसे क्यों कर रहे हो???
राहुल:- ये आंटी मेरे पड़ोस में रहती थी पर इनके पति की मौत हो गई और मैं इससे प्यार भी करता था तो उससे इनका दुख देखा नहीं गया तो हमने शादी करने का फैसला किया।
पंडित मेरी बात सुन्न कर कुछ नहीं बोले इसलिए मैंने उन्हें कुछ ज्यादा दक्षिणा दे दी और अनसी रिक्वेस्ट कि के वो ये बात किसी से नहीं कहें। पंडित भी खुश हो कर वहा से चले गए।
हम भी घर आ गए और घर में खाते ही मैंने मम्मी को अपनी बहो में भर लिया और उठा कर बेडरूम में बेड पे लेटा दिया। उस दिन रात में पहली बार उनको मम्मी नहीं बीवी समझ कर उनकी बहुत चुदाई की। मेने मम्मी की चुत और गंद दोनो पेलकर बहुत मारी।
उस दिन वो चुदाई से हम दोनों को एक अलग ही सुख संतोषी महसुस हुई। में ऐसे ही उन्हें रोज छोड़ने लगा था।
कुछ करीब 3 महीने बाद उनके फिर से पीरियड्स मिस हो गए और जब चेक किया टैब प्रेग्नेंसी टेस्ट पॉजिटिव आया।
जब मम्मी की कोख से मेरे लुंड के पानी का बच्चा पैदा हुआ मम्मी ने उस दिन से उनके ऑफिस से 1 साल की छुट्टी ले ली थी. अब यह वापस के घर में हम दोनो मां बेटे एक पति पत्नी के जैसे ही रहते हैं और अब हमारी बेटी सिमरन जो कि अब 4 महीनो की हो गई है। हमने बहन से ये कह दिया कि ये बच्ची हम ने गोद लिया है जैसे अब हम पल रहे हैं।
मैं अपनी जीस मम्मी के बारे में सोच कर मुठ मारा करता था आज उनको ही अपनी रैंड बना कर अपने बच्चों की मां बना दिया। अब हम सब साथ में बहुत खुश हैं।
द एंड
ये कहानी यहां ही खत्म होती है। ऐसी और भी कहानियां आप सबके लिए लिखती रहेंगी और सब को खुश रखने की पूरी कोशिश करेंगी। जो भी मुझसे बात करने चाहिए वो मुझे कमेंट कर सकते हैं।
शुक्रीया,
Badhiya storyलास्ट पार्ट में आप सभी ने पढ़ा की शादी के महल में मैंने सब के साथ ड्रिंक किया और मौका देख कर मम्मी के पीछे घर में घुस गया उनकी चुदाई करने के लिए पर मम्मी को लगा कि वो मेरा कजिन जिमित है.
लाइट बैंड करते ही में सीधा जा कर मम्मी को अपनी बहो में भर लिया। इतने सालो से जिसके जिस्म को देख देख के में मेरे लुंड की मुंह मरता था वो गरम जिस्म आज मेरी बहो में था। अब तो मुझसे बिलकुल कंट्रोल नहीं हो रहा था और ऊपर से मैंने ड्रिंक भी कर राखी थी।
मैं मम्मी के गलो पे किस करने लगा। और उनके दोनो कड़क चुचे जो मैंने आज तक कभी नहीं छोड़े उन्हें जोरो से मसलने लगा था। मम्मी तबी थोड़ा गुस्सा हो कर बोल ने लगी
मम्मी:- जिमित मुझे छोड़ नहीं तो में अभी ही चिल्ला चिल्ला कर सब को बता दूंगी।
मेने सोचा मेरे पास ज्यादा वक्त नहीं है गवाने को क्योंकि मुश्किल से ये मौका मिला है और मम्मी भी बहुत कोशिश कर रही थी मेरी बहो से निकल ने की।
तब मुझे याद आया ये रूम मौसी की लड़की का है जिसकी शादी थी इसलिए वो रूम में साइड में एक बेड भी था। मेने तुरंत मम्मी को पकड़ कर बेद पे उल्टा देता और पीछे से उनकी गांड पे चढ़ गया। मम्मी अभी भी आवाज कर रही थी और मुझे ये भी डर था कि कहीं कोई और भी नहीं आ जाए इसके लिए ज्यादा टाइम लगाने नहीं सोचा और सीधा मम्मी की साड़ी ऊपर कर दी।
मेने उनकी साड़ी पूरी कर दी। मम्मी बेड पे चुचो के बाल पे उलटी लेती हुई थी। पिछले से में उनके दोनो जोड़ी के बीच में आ कर बैठ गया था। अब में उनकी पेंटी उतार ने लगा था लेकिन मैंने जैसे ही थोड़ी निचे सरकार वो मुझे रोकने लगी। लेकिन मैंने थोड़ा जोर लगाया और पूरी पेंटी आला कर दी।
पैंटी आला होते ही में उनकी गांड पे हाथ घुमाने लगा और दुसरे हाथ से पेन्ट की जिप खोल कर मेरा खड़ा लुंड बहार निकल दिया।
मैं पीछे से ही मम्मी की चुत में लंड डालना चाहता था। मेने 1-2 बार ट्राई भी किया ढाका लगा कर पर मेरा लुंड नहीं जा पा रहा था कि चुत के अंदर घुस ही नहीं रहा था।
तबी तुरंट में लुंड पे थोड़ा ठुक लगा और मम्मी की चुत पे लुंड को सेट कर के एक ढाका लगा। ढाका लगते ही मेरे लुंड का सुपारा मम्मी की टाइट चुत को चिरता हुआ अंदर घुस गया और मम्मी जोर से चिल्ला उठी।
मम्मी:- आहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहह।
मेने उस वक्त मम्मी पे कोई रहम नहीं दिखायी और फिर से एक जोर का झटका मारा और पूरा लुंड मम्मी की चुत में घुसा दिया। Iss baar mummy aur jyada jor se chillayi
Mummy:- ahahahhahahhaha naaahiiii ahahahhahhaahha mein toh maaaaaaar gayiiiiiii aaahahahahahah maaaaaa aaaaeeeee ahahahahahahha.
वो थोड़ी शांत हो कर जब चुप हुई तो बेड पे जोड़ी को खोल कर ले गई और बोल ने लगी
मम्मी:- आहाहा प्लीज मुजे छोड़ दो आहहा ये सब सही नहीं हो रहा है आआआए ये ठीक नहीं।
मम्मी को सय्यद उस वक्त बहुत दर्द हो रहा था और होता भी कैसे नहीं इतने साल बाद इतना बड़ा लुंड को उसकी चुत में था।
मेने टाइम को देखते हुए अब धीरे धीरे ढाके मार ना शुरू कर दिया और अपने हाथो से उनके चुचो को सहलाना मसलना शुरू कर दिया और उनके शरीर से खेल ने लगा। और साथ साथ में पीछे से उनकी छूत में लुंड के ढके भी मारे जा रहा था। मुझे तो लग रहा था जैसे मुझे आज जन्नत मिल गई हो। इतने सालो से जिसके नंगे में सोच कर मुठ मारी आज उसकी ही चुत की चुदाई कर रहा था। बस ये ही सब सोचते हुए में मुझे ढाके मारे जा रहा था।
मम्मी भी अब उठाने की कोशिश नहीं कर रही थी और उनके अपने शुद्ध जोड़ी को खोल दिया था ताकि लुंड का ढाका आराम से चुत में लगे और उन्हें ज्यादा दर्द भी नहीं हो।
अब में भी उनकी चुदाई करता गया जब की एक बार मेरे लुंड का पानी उनकी चुत में गिरा चूका था लेकिन में ढाके मारे जा रहा था। मेरा लंड अभी भी फुल टाइट खड़ा था क्योंकि लंड एक बहुत खूबसूरत चुत में था।
अब करीब 30 मिनट हो गए थे। मेरे ढाके अभी भी पुरी स्पीड में चालू द। मेरा लुंड पूरा खड़ा था लेकिन सयाद अब मम्मी की चुत मेरे लुंड को और ज्यादा नहीं झेल पर रही थी इस लिए उन्हें उठाने की कोशिश करता हूं लुंड को चुट से निकल रही थी। जब मैंने उन्हें लुंड नहीं निकल ने दिया तो वो रिक्वेस्ट कर के बोल पड़ी
मम्मी:- जिमित अब मेरी चुत में बहुत दर्द हो रहा है और ज्यादा मत कर नहीं तो में चिल्ला उठूंगी।
मम्मी को अभी भी याकिन था कि और यहां मैं उनको जिमित ही छोड़ रहा था। जब मम्मी ने बहुत रिक्वेस्ट की तो मुझे चुदई बंद कर दी लेकिन मेरा लुंड अभी भी झड़ा नहीं था पर मम्मी का पानी जरूर निकल गया था।
इसमें मैंने लुंड पे फिर से ठुक लगायी और मम्मी की गंद में लुंड को घुसाने लगा। मेने सोचा छूट में नहीं तो गंद में ही सही। लुंड का पानी ही निकल ना है ना। और गंड भी वो जैसे बस देख भी लू तो मुठ मारनी पड़ती थी। अज उस्स ही मखमली गांड के पीछे मेरा लंड खड़ा था।
मेने सोचा क्या पता अब फिर से इस गांड को मरने का मौका मिला या नहीं मिले पर आज तो इस गांड की बैंड बजा कर ही रहेगा।
मैं बहुत गरम हो चूका था और लुंड का पानी भी निकल ना बाकी था इस्लीये मेने लुंड और गंड डोनो पे ठुक लगी और लुंड को गंड की छेद पे सेट किया और घुसेद दिया।
मम्मी को पहले से ही गंड मरवाने का अनुभव था इसलिए वो भी बस सिसकारिया लेने लग गई और गंड मरवाने लगी। कुछ ही ढाके लगाने बाद अब में उसकी गांड बहुत आराम और मस्ती से छोड़ने लगा।
मैं यहां मस्ती में जोर से उनकी गांड मारे जा रहा था और वो बस बीच बीच में बोले जा रही थी
मम्मी:- चोर दे मुजे जिमित...। कुट्टी कमीने… आज तेरी करतात में सब को बता दूंगा।
इतना सुनते ही मैंने बहुत जोरो के कुछ ढके मारे और मेरे लुंड का पानी निकल ने आया था इस लिए उनकी गांड में ही सारा पानी निकल दिया और ढीला पड़ गया।
लुंड से इतना पानी झड़ कर में ठक गया और वहा मम्मी के बगल में ही रहने दिया गया। मेरे वह लेने से मम्मी उठी कपडे ठीक की और सीधा रूम का दरवाजा खोल कर वहा से भाग गई। वो भाग कर सीधा शादी वाले मैदान में चली गई लेकिन उन्हें वहा किसी से कुछ नहीं कहा।
थोडे वक्त बाद में भी वह ग्राउंड में पोच गया लेकिन मम्मी मुझसे भी कुछ नहीं बोली पर बस कुछ टेंशन में लग रही थी। उनको मुजे बस सिर्फ यूएस कजिन के बारे में पूछे की
मम्मी:- जिमित कहा है???
राहुल:- वो तो पियो करके नशे में कहीं घूम रहा था।
मेरी किस्मत भी कितनी अच्छी की सच्ची में ही जिमित रात में कहीं चला गया। मम्मी की उस से कोई मुलाकात हुई ही नहीं। शादी भी बहुत देर रात खाता हुई और मम्मी ने किसी से कुछ कहा भी नहीं।
शुभ के टाइम सब फ्री हो के थक कर सो गए क्योंकि पूरी रात शादी में जागे द। मम्मी भी ऐसे सोया कि उसे कोई आफीम खा ली हो। उन्हे तो रात के चुदाई की इतनी थकन थी।
हमें भी वह से अगले दिन ही सुबह वापस आना था। मम्मी का ऑफिस था मेरी बहन का स्कूल था और नानी भी घर में अकेली थी।
मेरे पास भी अब सयाद एक ही मौका था क्योंकि घर जाने बाद तो संभव नहीं था। मैं मम्मी की यहां ही चुदाई कर सकता था घर पर नहीं।
शाम होने आई थी। सब महिलाओं ने मिल कर खाना बनाया और सब ने मिल कर खाया और सोने की तैयारी करने लगे। दूल्हा और दुल्हन की सुहागरात के लिए अलग से कमरा सजया हुआ था। हमारे यहां ये रिवाज है कि शादी के बाद दुल्हन अपने ससुराल में रुका है और सुहागरात मन कर ही दुल्हन को लेकर जाता है।
अब घर में इतने कुछ रिश्तेदार नहीं रहे लगभग सब चले गए। जितने भी बचे थे सब अपने अपने बिस्तर पे सोया हुए थे। मम्मी भी एक कोने में अपने बिस्तर पे अकेली सोया हुई थी।
रात के 2 बजे मुझे पिछली रात हुई चुदाई के बारे में सोच कर बिल्कुल निंद नहीं आ रही थी। ऊपर से उसी घर में आज एक नई सील बंद चुत सुहागरात मन कर खुल ने वाली थी। ये सब सोच कर ही में बहुत ज्यादा उतेज्जित और गरम होने लगा था।
मैं चुपके से उठा और मम्मी के बेड पे लेट गया और उनकी ब्लैंकेट में घुस गया और उन्हें बहाओ में भर लिया।
मेरी इस हरकत से मम्मी भी उठ गई लेकिन कुछ बोली नहीं। सैयद मम्मी की छुट्टी भी सुहागरात के बारे में सोच कर गीली हो रही होगी। मेरा भी लंड खड़ा हो गया था। मुझसे रुका नहीं गया और में सीधा उनकी सलवार का नाडा खोल ने लगा। इस बात पर मम्मी ने भी ज्यादा कुछ विरोध नहीं किया। सैयद वो अभी भी मुझे जिमित ही समझ रही थी।
मैं मम्मी के गांड पे पीछे हुआ था और मैंने लुंड निकल कर उनकी छूत में घुसे दिया। हम दोनों बिस्तर पे चुदाई करने लगे। मैं धीरे धीरे छूट में ढाके मरता गया। कंबल के अंदर जोर के ढके मरता तो बेद हिल रहा था इसलिए में धेर धीरे पलटा रहा।
मम्मी भी चुप चाप से छुट्टी दे रही थी तो मैं क्यों जबरजस्ती कर्ता। मैं धीरे धीरे से कुछ करीब 1 घंटे तब तक मम्मी की चुदाई करता रहा। इस बिच मम्मी की चुत 2 बार अपना पानी निकल चुकी थी और में भी 2 बार अपना पानी उसकी छूत में भर चुका था। इस बार में मम्मी के होंठ भी बहुत चूसे तो मम्मी बोल उठी
मम्मी:- जिमित बेटा तुम मेरे घर जरूर आना।
ये सुनते ही मैं वहा से उठा और अपने बेड पे आ कर सू गया। सुबह हुई तो हम ने वापस आने की तैयारी की लेकिन मम्मी की नजर बस जिमित को ही धुंध रही थी. मम्मी सब से पूछ रही थी कि वो कहां है लेकिन वो जिमित से मिल ही नहीं पाई।
जब हम निकल ने वाले तो मम्मी ने मौसी से पूछने की जिमित का नंबर दे क्योंकि मम्मी को उससे कुछ कम था। लेकिन मैंने उनकी बात काटे हुए कहा मम्मी से कहा
राहुल:- मेरे पास है मम्मी जिमित का नंबर आप मुझसे ले लेना।
हम वहां से निकल गए और बस में बैठे गए। मम्मी बस में मेरे कंधो पर सर रख कर सोल रही थी। बहन भी पास में ही बैठी थी। मम्मी बहुत गहरी नींद में सोया थी और सोती भी कैसे नहीं 2 रात से बस चुद ही रही थी सोया कहा थी।
शुद्ध रास्ते में बस ये ही सोचता आ रहा था कि मैं दो बार तो मम्मी की चुत और गंद पेल चुका हूं पर घर जाने बाद कैसे पेलुंगा क्योंकि घर में तो नानी और बहन दोनो होगी।
हम घर पोछ गए। एक सप्ताह बहुत सामान्य गुजरा सब अपने काम में लग गए थे। मम्मी ऑफिस में मुझे बहन स्कूल में। पर मेरी राते कटना बहुत मुश्किल हो गई थी। हर वक़्त लंड मम्मी की छुट्टी को ही याद कर रहा था और खड़ा हो जाता था। में भी पहले की तरह मुठ मार कर लुंड को शांत कर देता था। लेकिन मम्मी को पालने ने के कुछ ना कुछ आइडियाज दिमाग में आ ही रहे हैं।
तभी वीकेंड पर मम्मी खुद मेरे पास आई और मुझसे बोली
मम्मी:- राहुल मुझे जिमित का नंबर दे ना कुछ काम है उससे।
मैंने उस वक़्त मम्मी से कुछ नहीं पूछा और जिमित का नंबर दे दिया। मुझे पता था उनके अंदर भी चुट में बड़ी आग लगी है तभी लुंड लेकर के लिए नंबर मांगे आई थी।
अगले दिन मम्मी ने यूएस नंबर के कॉल किया लेकिन इतना स्मार्ट था कि शादी से आते ही मैंने एक नया सिम ले लिया था और यूएस का ही नंबर मम्मी को दिया था। मेने भी आवाज बदल कर मम्मी से जिमित बन कर बात की। वो चुदाने को इतनी प्यासी थी कि उन्हें पता ही नहीं चलता कि मैं आवाज बदल कर बात कर रहा हूं। वो बोल भी रही थी
मम्मी:- जिमित डार्लिंग आई लव यू... मुजे फिर से मिलो नहीं तो मैं मार जाऊंगी।
ऐसे ही हम नहीं फोन पे बात करना शुरू कर दिया। मम्मी दिन में मुझे अपने ऑफिस से फोन करती थी और मैं तब कॉलेज में होता था। मम्मी को अब पूरा यकीन था कि किसी को कुछ पता नहीं चलता है।
घर पर मम्मी मेरे और बाकी सब के साथ बहुत नॉर्मल ही बिहेव कर रही थी। मैं कभी कभी घर में उन्हें टच कर देता तो वो भी कुछ नहीं कहती थी और इतना ध्यान भी नहीं देती थी।
कुछ एक माहिना ऐसे ही बीट गया। मम्मी ने दिन में घ से जिमित के नंबर पे कॉल किया। उस दिन वो ऑफिस नहीं गई थी। उस वक्त कॉलेज में था और मम्मी घर में अकेली थी क्योंकि नानी पड़ोश में गई थी और बहन स्कूल में थी।
मम्मी मुझे जिमित समझ कर कॉल कर के कहने लगी
मम्मी:- जिमित मुजे इस माहीने पीरियड मिस हो गया है। मुझे लग रहा है तुम्हारी उस चुदाई से मुझे बच्चा रह गया है।
राहुल :- अपने चेक किया???
मम्मी:- नहीं अब तक तो नहीं किया है।
राहुल:- तब सब से पहले मेडिकल जाओ और चेक करने वाली किट लेके चेक करो और मुझे अभी के अभी बताओ। अगर आप गर्भवती हो गई हो तोह में कल ही बच्चा गिराने वाली दवई लेके औंगा और यूएस बहाने से हम मिल भी लेंगे। मेरी जान मुझे भी तुम्हारी बहुत याद आ रही है।
मम्मी ने जिमित समझा कर मेरी बात मान ली और अर्जेंट ही मार्केट जा कर किट लेकर आई और चेक भी किया जो टेस्ट पॉजिटिव निकला। मम्मी फिर से सोच ही रही थी जिमित को कॉल कर के बता दे कि टेस्ट पॉजिटिव आया है पर तब तक में कॉलेज से घर पोच गया।
घर में और कोई नहीं था बस हम दोनों ही थे। वो अकेले में जिमित को फोन करने वाली थी पर मेरे पोच ने से वो डर गई और मुझसे बचने और ना बात करने की कोशिश करने लगी। मम्मी बिना कुछ कहे या सुनने अपने कमरे में चली गई और अंदर जाते ही उसे मुझे मतलब जिमित को कॉल लगाने लगी थी।
जब मम्मी रूम में चली गई तब में डस्टबिन में चेक करने लगा और मुझे जो चाहिए था वो मिल गया। डस्टबिन में वो प्रेग्नेंसी टेस्ट पड़ा हुआ था जो मम्मी ने यूज कर के अखबार में रख कर डस्टबिन में फेक दिया था। मेने वो निकल कर आपने पास रख लिया।
मम्मी यूएस नंबर पर फोन करने की कोशिश कर रही थी लेकिन मैंने यूएस नंबर को स्विच ऑफ करके रख दिया था। और में सीधा वो टेस्ट किट लेके मम्मी के कमरे में चला गया। मुझे देख कर मम्मी डर के चलो गई और मुझसे बोली
मम्मी:- मेरे सर में बहुत दर्द है मुझे सोने दे।
तब मैंने मम्मी को वो प्रेग्नेंसी टेस्ट दिखा दे सीधा पुछ लिया
राहुल:- ये प्रेग्नेंसी टेस्ट कैसे आया??? कौन लाया इस को घर में???
मम्मी बहुत डर गई और बोली
मम्मी:- यहां घर में नहीं आ सकता। यह कौन इसको इस्तेमाल करेगा??
राहुल :- घर के कूड़ेदान से मिला है इसका मतलब आप ही इसको वहा डालोगे। नानी और बहन तो इस्तेमाल करेगी नहीं।
इतना कहते ही मैं जोर से गुस्से में चिल्लाया
राहुल: पति के मरते ही किस से छुड़ाने लगी सल्ली कुट्टी कामिनी रैंड कहीं की बोल???
वो डर गई और बोल ने लगी
मम्मी:- प्लीज मुझे माफ कर दे….. मैं तुझसे और ज्यादा जुठ नहीं बोल सकती।
मम्मी ने मुझे सब बता की शादी की दोनों रातें जिमित ने उनके साथ क्या किया जिस वजह से वो प्रेग्नेंट हो गई।
मैंने ये सब सुनते ही उनको अपने बहो में जोर से पकड़ लिया और बिस्तर पर देते दिया। मुझे भी उन्हें छोड़े कितने सारे दिन हो गए थे।
अब में भी मम्मी को सीधा बोल दिया
राहुल:- घर में आपका खुद का बेटा आपके नाम की दो बार मुंह मरता है और आप बहार के लुंड लेके भूलभुलैया कर रही हो।
वो मेरी बात सुन के बिलकुल चुप चाप लेती रही। मैं भी अब बिना रुका उनके सलवार का नाडा खोलने लगा पर उन्हें मुझे रोकते हुए हाथ पकड़ कर कह
मम्मी:- नहीं बेटा ये मत कर बस तू मुझे माफ कर दे...। अब में नहीं मिलूंगी उस से।
राहुल:- मम्मी आज एक बार तो चुदाई करने दे ना... घर पर भी कोई नहीं है... एक बार मुझे भी तो अपना पानी अंदर डालने दे।
ये बोलते ही मैंने उनका सलवार पूरा खोल कर नीचे कर दिया। मम्मी ने अपनी गरम चुत को लेके मुझे कुछ नहीं कहा और ना ही मुझे रोकने के लिए मुझसे दूर गई।
बस मुझे तो ये ही मौके की तलाश थी। मेने खड़ा लुंड डाला उनकी गरम चुत में और करने लगा उनकी जोरदार चुदाई।
उस दिन के बाद भी एक हफ्ते तक में उनकी चुदाई करता रहा। उसके बाद में उनको बच्चा गिराने वाली दवई ला कर दी।
मम्मी उस दिन के बाद मुझसे चुद चुद कर बिल्कुल खुल चुकी थी। रात में सब के जाने के बाद वो खुद मेरे कमरे में आ जाती थी अपनी चुदवाने के लिए। मम्मी मुझसे ये भी बोल ने लगी थी कि
मम्मी:- बेटा में तेरे पानी से बच्चा पैदा करना चाहता हूं...। तुझसे शादी करके तेरे बच्चों की मां बन न चाहती हूं।
उन्हें खुद ये अपने मन की बात मुझे बतायी थी। टाइम के साथ वो अब जिमित को पूरी तरह से भूल चुकी थी।
मेरे लंड से अब मम्मी बहुत खुश रहने लगी थी। रोज़ ऐसे ही चुदाई चलती रही और हम भूल जाते रहे।
एक साल बाद नानी की भी मौत हो गई। उसके बाद मम्मी ने फिर से मुझसे शादी और बच्चे की बात कह कर उनके मन की बात बताओ। तब मैंने उन्हें 1 आइडिया दिया।
मैंने कहा कि ये गांव में तो सब हमारे रिश्तेदार रहते हैं। तो इस से अच्छा है कि हम यहां से निकल कर कोई सिटी में शिफ्ट हो जाए जहां हमें कोई नहीं जनता हो। हम वह रहेंगे और बहन को पढाई के लिए किसी हॉस्टल में डाल देंगे।
मम्मी मेरी ये बात मान गई और अनहोन ऑफिस में ट्रांसफर की एप्लीकेशन भी रिक्वेस्ट कर दी। 2 महीने बाद उनकी ऑफिस से हमें वापी में ट्रांसफर मिल गया। हम जल्दी वह शिफ्ट हो गए। वह शिफ्ट होते ही हमने बहन का सूरत के स्कूल में एडमिशन करवा के हॉस्टल में एडजस्ट कर लिया। अब में और मम्मी दोनों अकेले द वापी में और वह तो कोई हमें पहचानता भी नहीं था।
कुछ दिनों बाद हमने शादी करने का फैसला किया और एक मंदिर में चले गए। मम्मी ने उस दिन अपनी शादी का लाल लहंगा पहनना हुआ था। मंदिर जाते ही हम ने एक पंडित से बात की शादी करवाने के लिए। उसने हमारी शादी करवायी फेरे लिए और मैंने मम्मी की मांग में सिंदूर लगा और मंगलसूत्र भी पहनाया।
जब शादी हो गई तब वो पंडित मुझसे पूछ ने लगे
पंडित:- ये औरत तो तुमसे उमर में बड़ी लगती है तुम ऐसे क्यों कर रहे हो???
राहुल:- ये आंटी मेरे पड़ोस में रहती थी पर इनके पति की मौत हो गई और मैं इससे प्यार भी करता था तो उससे इनका दुख देखा नहीं गया तो हमने शादी करने का फैसला किया।
पंडित मेरी बात सुन्न कर कुछ नहीं बोले इसलिए मैंने उन्हें कुछ ज्यादा दक्षिणा दे दी और अनसी रिक्वेस्ट कि के वो ये बात किसी से नहीं कहें। पंडित भी खुश हो कर वहा से चले गए।
हम भी घर आ गए और घर में खाते ही मैंने मम्मी को अपनी बहो में भर लिया और उठा कर बेडरूम में बेड पे लेटा दिया। उस दिन रात में पहली बार उनको मम्मी नहीं बीवी समझ कर उनकी बहुत चुदाई की। मेने मम्मी की चुत और गंद दोनो पेलकर बहुत मारी।
उस दिन वो चुदाई से हम दोनों को एक अलग ही सुख संतोषी महसुस हुई। में ऐसे ही उन्हें रोज छोड़ने लगा था।
कुछ करीब 3 महीने बाद उनके फिर से पीरियड्स मिस हो गए और जब चेक किया टैब प्रेग्नेंसी टेस्ट पॉजिटिव आया।
जब मम्मी की कोख से मेरे लुंड के पानी का बच्चा पैदा हुआ मम्मी ने उस दिन से उनके ऑफिस से 1 साल की छुट्टी ले ली थी. अब यह वापस के घर में हम दोनो मां बेटे एक पति पत्नी के जैसे ही रहते हैं और अब हमारी बेटी सिमरन जो कि अब 4 महीनो की हो गई है। हमने बहन से ये कह दिया कि ये बच्ची हम ने गोद लिया है जैसे अब हम पल रहे हैं।
मैं अपनी जीस मम्मी के बारे में सोच कर मुठ मारा करता था आज उनको ही अपनी रैंड बना कर अपने बच्चों की मां बना दिया। अब हम सब साथ में बहुत खुश हैं।
द एंड
ये कहानी यहां ही खत्म होती है। ऐसी और भी कहानियां आप सबके लिए लिखती रहेंगी और सब को खुश रखने की पूरी कोशिश करेंगी। जो भी मुझसे बात करने चाहिए वो मुझे कमेंट कर सकते हैं।
शुक्रीया,