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Ress
Update 2
मैं ने भी जवाब दिया जाओ जो करना है कर लो मैं तुम से डरने वाली नही हूँ. उस दिन के बाद मेरी मॉम से बोल चाल बिल्कुल बंद हो गई बस काम की बात होती थी मैं खुश थी कि मेरी जान छूट गई लेकिन मुझे पता नही था कि अब फँसने की बारी मेरी है. हमारी गली मे एक लड़का रहता था जो मुझ पर लाइन मारता था मुझे भी वो अच्छा लगता था स्कूल के रास्ते में वो मुझे लेटर दिया करता था जो मैं घर आ कर रात मे पढ़ती और उन लेटर्स का रिप्लाइ लिख कर अगले दिन उस लड़के को देती.कुछ अरसे तक लेटर्स का सिलसिला चला फिर वो लड़का मुझ से डेट पर चलने की ज़िद करने लगा पहले तो मैं ने इनकार किया पर फिर मैं भी राज़ी हो गई प्रोग्राम सेट किया स्कूल जाने की बजाय मैं उस के साथ डेट पर जाउन्गी और स्कूल का टाइम उस के साथ गुज़ार कर छुट्टी के टाइम घर आ जाउन्गी. मेरी बॅड लक थी कि मैं उस लड़के के साथ एक रेस्टोरेंट में आ गई हम कुछ देर तक इधर उधर की बातें करते रहे फिर हम ने खाने का ऑर्डर किया खाना आया और हम खाने लगे मुझे बहुत अच्छा लग रहा था अभी हम खाना खा रहे थे कि सामने वाली टेबल जो अभी तक खाली थी उस पर 2 आदमी आ कर बैठे उन को देख कर मेरी तो जान निकल गई क्यूँ कि उन में से एक पापा थे.खाना मेरे हलक में फँस रहा था मैं जल्दी से वहाँ से निकल जाना चाह रही थी कि पापा की नज़र मुझ पर पर गई उन के फेस पर हैरत और गुस्से के एमोशन्स थे लेकिन बात का बतंगड़ ना बने इस लिए वो चुप रहे मैं ने उस लड़के को कहा कि फॉरन यहाँ से चलो उस के कुछ कहने से पहले मैं उठ कर रेस्टोरेंट से बाहर आ गई मेरे पीछे वो लड़का भी आ गया
मैं ने उसे बताया क़ि मेरे पापा ने हमे देख लिया है ये सुन कर वो भी परेशान हुआ हम दोनो ने टाइम खराब नही किया और बाइक पर बैठ कर स्कूल की रोड पर आ गये वहाँ उस ने मुझे ड्रॉप किया और चला गया मैं ऑटो में बैठ कर घर आ गई.घर मैं टाइम से पहले आ गई थी मोम ने मुझे हैरानी से देखा और पूछा कि जल्दी केसे आ गई तो मैं ने बहाना बनाया कि तबीयत खराब हो गई थी इस लिए छुट्टी ले कर आई हो.उस दिन दोपहर का खाना मोम ने बनाया मैं अपने रूम में ही रही बहुत डर लग रहा था कि पापा क्या करेंगे ये ही सब सोचती सोचती शाम हो गई और पापा आ गये उन्हो ने मुझे बुलाया और रेस्टोरेंट वाले क़िस्से और उस लड़के के बारे मे पूछा मैं ने झूठ बोलने की कोशिश की तो पापा ने मुझे थप्पड़ मारा. मोम सारी बात से अंजान हैरानी से सब देख रही थी पापा मुझे और मारने के लिए बढ़े तो मोम ने उन को रोका और मुझे अपने रूम में जाने को कहा कि मैं रोती हुई अपने रूम मे आ गई थोड़ी देर गुज़री लेकिन मेरे पास ना मोम आईं ना पापा.
कुछ देर वेट कर के मैं पापा और मोम के रूम की तरफ गई कि शायद मुझे कुछ पता चल जाय कि उन दोनो में मेरे मुतलिक क्या बात हो रही है. जैसे ही मैं उन के रूम के पास पहुँची तो डोर आधे से ज़्यादा बंद था लेकिन अंदर से आवाज़ आ रही थी जो मैं सुनने लगी .
पापा: मैं किरण को जान से मार दूँगा.
मोम: पागल मत बनो.
पापा:ये सब तेरी वजह से हुआ है तू खराब है तुझे देख कर किरण ने ऐसा किया है.
मोम:मैं ने उसे ऐसा करने को कहा था? और तुम कॉन सा बहुत ठीक हो तुम दूसरी औरतो के साथ अयाशी नही करते?
ये सुन कर पापा कुछ देर को चुप हो गये थोड़ी देर के बाद मोम बोली.
मों: देखो मामला खराब है मेरे पास एक आइडिया है वादा करो ठंडे डेमग से सोचोगे. इस तरह हम बदनामी से भी बच जाएँगे तुम्हारा भी काम बन जाएगा और किरण का भी.
पापा: क्या मतलब.
मोम: आइडिया ये है कि तुम किरण से जिस्मानी ताल्लुक बना लो इस तरह तुम्हें भी जवान जिस्म मिल जाएगा और तुम भी घर से बाहर नही रहोगे और दूसरे घर की बात घर मे ही रहेगी.
पापा:क्या बकवास कर रही हो.
मोम: ज़रा सोचो किरण आज उस लड़के के साथ थी क्या पता चुदवा ना लिया हो अगर नही चुदवाया तो कल को चुदवा लेगी फिर क्या करोगे? मैं कोई उस की दुश्मन थोड़ी हूँ.
पापा:लेकिन ये सब होगा केसे और लोग क्या कहेंगे ?किरण मान जाएगी?