Update 1
मेरा नाम किरण है और उम्मीद करती हूँ कि ये स्टोरी आप को पसंद आएगी ये स्टोरी दरअसल मेरी और मेरे पापा की है और मैं आज कल उन के साथ उन की वाइफ बन कर रहती हूँ और हमारे 2 बच्चे हैं. सब से पहले मैं अपने फिगर के बारे मे बताती हूँ मेरा फिगर 34-28-36 है. मैं स्टोरी की तरफ आती हूँ कि कैसे ये सिलसिला स्टार्ट हुआ.
मेरी मोम की डेत जब हुई तो मैं बहुत छोटी थी पापा ने दूसरी शादी कर ली मेरी सौतेली मोम जिन्हें मैं स्टोरी में मोम ही कहूँगी बहुत ज़ालिम औरत थी और मुझे पहले दिन से ही पसंद नही करती थी वो मुझे बे बात के मारती इसी तरह मैं मोम की मार खाते खाते बड़ी हुई वो मुझ से घर का सारा काम करवाती मगर प्यार के दो बोल कभी ना बोलती. मोम के कोई बच्चा नही हुआ.कुछ अरसे तक तो मोम और पापा के ताल्लुक़ात ठीक रहे फिर वो एक दूसरे से दूर होने लगे इस की वजह मेरी मोम का बिहेवियर था वो पापा की केर नही करती पापा भी मोम को नज़र अंदाज़ करते हुए दूसरी औरतों में दिलचस्पी लेने लगे. मैं कॉलेज में आ गई थी और सहेलियो से मुझे सेक्स के बारे मे काफ़ी कुछ पता चल चुका था. एक दिन ये हुआ कि मोम के भाई आए हुए थे उन का बिहेव उस दिन कुछ अजीब लग रहा था मैं किसी काम से मॉम की रूम की तरफ गई तो अंदर से मोम के भाई की आवाज़ सुन कर वही रुक गई और उन की बातें सुनने लगी .
मोम के भाई: जल्दी करो आपा मुझे पैसे दे दो .
मोम: मेरे पास पैसे नही हैं तुम्हें शरम नही आती.
मोम के भाई: मैं क्या करूँ किस से मांगू पैसे एक तुम ही तो हो अगर नही दोगि तो मैं जीजा जी को तुम्हारे बारे मे सब बता दूँगा और वो तुम्हें फॉरन तलाक़ दे देंगे.
मोम: प्ल्ज़ ऐसा मत करना ये आखरी बार पैसे दे रही हूँ इस के बाद नही दूँगी.
इस के बाद मोम ने पैसे अपने भाई को दिए और जैसे ही वो पैसे ले के रूम से बाहर आया तो मुझे रूम के बाहर खड़े देख कर पहले थोड़ा घबराया फिर जल्दी से चला गया जब की मोम की हालत देखने वाली थी उन को पता चल गया था कि मैं ने उन की बातें सुन ली हैं. मोम ने अपने आप को संभाला और उस दिन मुझ से कोई सख़्त बात नही की.
कुछ दिन के बाद मोम के एक कज़िन अंकल रियाज़ जो अक्सर आते थे आए .मोम उन के साथ बहुत फ्रॅंक थीं उस दिन भी मोम के साथ वो रूम मे चले गये और मैं टीवी देखने लगी मैं टीवी देखने में मगन थी और टाइम का पता नही चला मैं ने घड़ी पर टाइम देखा तो दोपहर के खाने का टाइम हो रहा था
मैं जल्दी से उठी और मोम से ये पूछने के लिए कि खाने में क्या बनाना है उन के रूम की तरफ गयी अभी मैं दरवाजे पर ही पहुँची थी कि अंदर का मंज़र देख कर मेरा जिस्म सनसना गया मोम अंकल की गोद में बैठी थीं और अंकल का हाथ मॉम की कमीज़ के अंदर था और वो मोम के बूब्स दबा रहे थे जैसे ही उन दोनो को मेरे आने का अहसास हुआ तो मॉम जल्दी से उठ गई अंकल तो फॉरन वहाँ से चले गये बट मुझे अब समझ में आ गया था कि मों और अंकल के दरम्यान ताल्लुक़ात हैं जिस के बारे मे मोम के भाई को पता था और वो ब्लॅक मैल कर के मोम से पैसे लेता था.
अंकल के जाने के बाद मैं ने नफ़रत भरी निगाहो से मॉम को देखा और वहाँ से किचिन में आ गई थोड़ी देर बाद मॉम भी किचिन में आ गई और मुझ से कहने लगीं कि मैं पापा को कुछ ना बताऊ लेकिन मैं तो अपने सारे बदले लेने के मूड में थी मैं भला ये चान्स क्यूँ छोड़ती . जब पापा आए तो कुछ देर के बाद मैं उन के रूम में गई और पापा को मोम और अंकल की हरकत के बारे में बता दिया.मोम ने कहा कि मैं झूठ बोल रही हूँ बट पापा गुस्से में आ गये और उन्होने मॉम की एक ना सुनी और मोम को खूब मारा और मैं मुस्कुराते हुए मोम को मार ख़ाता देख कर अपने रूम में आ गई.
मोम की मार का सिलसिला ना जाने कितनी देर चला और मैं सो गई.सुबह जब उठी और नाश्ता बना के टेबल पर लगाया और पापा को नाश्ते के लिए बुलाया तो पापा तो आ गये लेकिन मॉम नही आई मैं जानती थी कि वो क्यूँ नही आई हैं. पापा नाश्ता कर के काम पे चले गये और मैं स्कूल चली गई जब स्कूल से वापिस आई तो मैं कपड़े चेंज कर के दोपहर का खाना बनाने किचिन में गई थोड़ी देर बाद मोम वहाँ आ गई और उसके फेस पे नील पड़े हुए थे जो बता रहे थे कि कल रात उन्हें बहुत मार पड़ी है मोम ने मुझ से कहा किरण ये तुम ने अच्छा नही किया अब मैं तुम्हारे साथ वो करूँगी जो तुम ने सोचा भी नही होगा .