Thriller बात एक रात की

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दीदी, आज मुझे पावरफुल प्रोड्यूसर-डिरेक्टर अमन कपूर को मिलने जाना है |' स्ट्र्गलिंग एक्ट्रेस मयूरी माथुर अपनी बड़ी बहन मोहिनी माथुर को कह रही थी |
'धेट्स ग्रेट!' मोहिनी ने कहा |
'अमन कपूर की नयी फिल्म के लिए फ्रेश फेस की तलाश जारी है | कास्टिंग डाइरेक्टर रितेश चावला ने मेरा नाम सजेस्ट किया है |' मयूरी की आवाज में उत्साह था |
'ऑल ध बेस्ट, माय डियर सिस |’ मोहिनी ने कहा |
'प्रे फॉर मी दीदी कि मुझे यह चान्स मिल जाय |’
‘मैं एवरी डे ईश्वर को प्रार्थना करती ही हूँ कि मेरी लाड़ली बहन का हीरोइन बनने का सपना जल्दी ही पूरा कर दे | '
'दीदी, मेरे लिए तो तुम ही ईश्वर हो ! तुम्हारा सपोर्ट नहीं होता तो मैं टिक ही नहीं पाती |' मयूरी भावुक हो गई |
'पागल हो तुम!' मोहिनी ने कहा |
दोनों बहनों के बीच देर तक बातें चलती रही |
मयूरी हर रोज रात को उसकी बड़ी बहन मोहिनी के साथ लंबी बातें करती थी | पूरा दिन उसने क्या किया, किसे मिली एत्यादि वह मोहिनी को कहती थी |
अत्यन्त स्वरूपवान और आकर्षक व्यक्तित्ववाली मयूरी हीरोइन बनने का सपना लेकर जयपुर से बम्बई आई थी | वह तीन साल से बम्बई में संघर्ष कर रही थी लेकिन उसे चान्स नहीं मिल रहा था | उसे मॉडेलिंग का थोडा चान्स मिला था | उसे दो-तीन टीवी सीरियल के लिए ऑफर मिली थी | लेकिन वह हिन्दी फिल्म की हीरोइन बनना चाहती थी | टीवी सीरियल एक्ट्रेस का लेबल लग जाये तो बाद में फिल्म की हीरोइन बनना मुश्किल हो जाएगा ऐसा वह मानती थी | इसलिए उसने टीवी सीरियल से दूर रहने का निश्चय कर लिया था | इस निश्चय में उसकी बड़ी बहन मोहिनी ने भी मदद की थी |
मयूरी की डॉक्टर बहन मोहिनी उससे तीन साल बड़ी थी | वह मयूरी से भी ज्यादा सुन्दर थी, लेकिन उसे बॉलीवुड के प्रति आकर्षण नहीं था। उसने एम.बी.बी.एस. की डिग्री प्राप्त की, बाद में वह हायर मेडिकल एज्युकेशन के लिए अमरिका जाना चाहती थी | मयूरी के माता-पिता सफल डॉक्टर थे और जयपुर में हॉस्पिटल चलाते थे, जिसमें उनके अलावा कई सारे डॉक्टर्स भी थे | मोहिनी उसकी तरह सफल डॉक्टर बनना चाहती थी, लेकिन दो साल पहले मयूरी और मोहिनी के डॉक्टर पैरेंट्स की एक कार अकस्मात में अकाल मृत्यु हो गई | इसके बाद मोहिनी ने अमरिका की पढ़ाई का विचार छोड़ दिया और पैरेंट्स की हॉस्पिटल संभाल ली | वह अब जयपुर में ही एम. डी. की पढ़ाई कर रही थी | पैरेंट्स की मृत्यु के बाद वह मयूरी की बहन के साथ-साथ माता-पिता की भूमिका में भी आ गई थी | वह मयूरी के साथ निरन्तर संपर्क में रहती थी और आवश्यकतानुसार पैसें भी भेजती थी |
मोहिनी मयूरी के लिए ज्यादा प्रोटेक्टिव थी | मोहिनी को मार्शल आर्ट में रूचि थी | वह कराटे चेम्पयन थी और कई मार्शल आर्ट स्पर्धाओं में हिस्सा ले चुकी थी | वह मार्शल आर्ट की ओर झुकी उसके पीछे वजह थी | मोहिनी टीनेजर थी तब 31वीं दिसम्बर की रात की पार्टी में उसके बॉयफ्रेंड के साथ उसके फार्महाउस पर गई थी | उस रात उस पर उसके बॉयफ्रेंड और उसके मित्रों ने गेंगरेप किया था | इस वजह से मोहिनी को पुरुषों से नफरत हो गई थी | इस घटना के बाद वह मार्शल आर्ट की ओर झुकी थी | किसी स्त्री की छेड़ती करते पुरुष को देखकर उसमें खुन्नस उभर आता था | कई युवान उसके हाथ का मार खा चुके थे | मयूरी कॉलेज में पढ़ती थी तब एकबार उसकी छेड़ती करने की गलती करने वाले चार मवालियों को मोहिनी ने इतना पीटा था कि उनमें से दो को हॉस्पिटलायज करना पड़ा था |

.........

'यु आर अ वेरी ब्युटिफुल गर्ल | लेकिन इस फिल्म के लिए हमें अलग ही प्रकार का चेहरा चाहिए | आई मे कन्सिडर यु फॉर माय फ्युचर फिल्म | '
पाँच मिनट की मीटिंग के बाद अमन कपूर ने मयूरी से कहा।
मयूरी ने वहाँ से विदा ली | वह निराश होकर बाहर निकल रही थी तब सुपरस्टार दिलनवाझ खान ने अमन कपूर की ऑफिस में प्रवेश किया और अमन की चेम्बर की ओर आगे बढ़ा | उसकी नजर मयूरी पर पड़ी थी |

..........

'कौन थी वह लडकी, अमन?'
सुपरस्टार दिलनवाझ खान ने उसके पार्ट्नर और प्रोड्यूसर-डाइरेक्टर अमन कपूर की ऑफिस में दाखिल होते ही सवाल किया |
दिलनवाझ ने अपनी जिन्दगी में कितनी ही सुन्दर युवतियाँ देखी थी, लेकिन अभी जिस युवती को देखा वह अलग ही थी | रेड कलर का स्लीवलेस, स्किन टाइट टॉप और डार्क ब्लू कलर के जिन्स पेंट में सज्ज, बाइस-तेईस साल की, अंदाजित ५.८ फीट लंबी वह ब्युटिफुल युवती एक्सट्रीम्ली सेक्सी लग रही थी | उस लडकी ने थोड़ी खचकाहट के साथ दिलनवाझ का अभिवादन किया तब दिलनवाझ की आँखें उस युवती की आँखों के साथ कुछ पल के लिए मिली थी | दिलनवाझ ने उस लड़की को दो सेकेंड के लिए देखा था, लेकिन अभी भी उस युवती की आँखें, चेहरा और सेक्सी फिगर उसके मानसपट पर तैर रहे थे | तुझे उस लडकी में कुछ खास लगा? मुझे तो उसमें कोई खास बात नजर नहीं आई!' अमन कपूर ने मजाक की |
'तुम्हें वैसे भी लडकियों में कहाँ रस पड़ता है?' दिलनवाझ ने 'गे' की तरह पहचाने जाते अमन कपूर को ताना मारा | बाद में फिर से पूछा, 'कौन थी वो लड़की?'
'उसका नाम मयूरी माथुर है | एक्ट्रेस बनने के लिए स्ट्र्गल कर रही है | मॉडेलिंग के छोटे-बड़े असाइनमेंट्स करती है | हमारी नई फिल्म के लिए कास्टिंग डाइरेक्टर ने भेजी थी, लेकिन मुझे उस लडकी में दम नहीं लगा...'
अमन कपूर की बात बीच में ही काटते हुए दिलनवाझ ने कहा, 'साइन कर ले उस लड़की को |'
'लेकिन मैनें उसे कहा है कि हमारी इस फिल्म के लिए अलग ही प्रकार का चेहरा चाहिए | अब...'
'मुझे वह लड़की पसन्द आ गयी है, अमन |’ दिलनवाझ ने उसे रोकते हुए कहा |

...............

मयूरी माथुर अमन कपूर को मिलकर बाहर निकली तब डाउन थी | अमन कपूर की बात से उसे लगा था कि वह उसे चान्स नहीं देगा | मयूरी को आज दिन तक किसी भी फिल्म में चान्स नहीं मिला था | उसने कई बार रिजेक्शन का अनुभव किया था, लेकिन इस बार उसे ऐसी अंत:स्फुरना हो रही थी कि अमन कपूर उसे चान्स देंगे | लेकिन अमन कपूर ने उसे ठंडा प्रतिसाद दिया था | रिजेक्शन का सामना करना पड़े तब वह स्वाभाविक थोड़ी निराशा का अनुभव करती थी | हालांकि उसने कभी अपनी महत्वाकांक्षा छोड़कर वापस जयपुर जाने का नहीं सोचा था |
अमन कपूर की ऑफिस से बाहर निकलकर मयूरी पृथ्वी थियेटर पहुँची | उसकी फ्लॅट पार्ट्नर काव्या उसे वहाँ मिलनेवाली थी | वह पृथ्वी थियेटर पहुँची तभी उसकी फ्लेट पार्ट्नर काव्या का कॉल आया, 'मयूरी, तुम पृथ्वी पहुँच गयी?'
'यस | व्हेर आर यु?'
'सॉरी मयूरी,मुझे पहुँचने में थोड़ी देर होगी | ट्राफिक में अटक गई हूँ | '
'ओके | आई एम वेटिंग | '
'हेय तुम्हारी आवाज क्यों डाउन लगती है? वॉट हॅपंड?' काव्या ने पूछा |

'नथिंग | और एकबार रिजेक्शन फेस करके आई हूँ अभी |

'चियर अप ! मैं तो तुझसे ज्यादा स्ट्रॅगल कर रही हूँ | धिस इझ अ पेशन्स गेम | यु नो वेरी वेल |'
मयूरी काव्या के साथ बात कर रही थी तभी उस पर अमन कपूर का कॉल आया | कॉल वेटिंग की ट्यून सुनकर मयूरी ने मोबाइल की स्क्रीन पर देखा और उसके हार्ट बिट्स बढ़ गये | एक पल के लिए तो उसे अपनी आँख पर विश्वास ही नहीं हुआ | अमन कपूर का कॉल आ रहा था! उसने काव्या को कुछ कहे बिना उसका कॉल होल्ड पर रखकर अमन कपूर का कॉल रिसिव कर लिया |
'मयूरी?' अमन कपूर ने कहा |
'यस सर |' मयूरी ने थरथराती आवाज में कहा |
'आई हॅव डिसाइडेड टु कास्ट यु एज ध हीरोइन फॉर माय अपकमिंग फिल्म 'बॉम्बे ब्ल्यूज' | दिलनवाझ इझ ध हीरो ऑफ ध फिल्म |' अमन कपूर ने कहा |
मयूरी को लगा कि उसका ह्रदय उछलकर बाहर आ जाएगा | एक पल के लिए वह अवाक हो गयी |
'थेन्क्स अ टन सर | आई डोन्‍ट हेव वर्ड्स टु शॉ माय ग्रेटिट्युड!' मयूरी इतना ही बोल पाई |
'यु आर वेलकम | कम टु माय ऑफिस टुमोरो एट इलेवन इन ध मॉर्निंग | वी विल कम्पलीट ऑल ध

फॉर्मालिटीज |' अमन कपूर ने कहा |
अमन कपूर का कॉल पूरा होने के बाद मयूरी थोड़ी देर स्टेच्यु की तरह खड़ी रही | अमन कपूर ने उसकी नई फिल्म के लिए उसे हीरोइन के रूप में पसंद किया है यह हकीकत पचते थोड़ी देर लगी | फिर उसके मन में खुशी,उतेजना,रोमांच सहित कई भावभंगिमाए एक साथ उभर आई | उसे लगा कि वह सातवें आसमान पर विहार कर रही है | उसकी जिन्दगी में अक्ल्पय मोड़ आ गया था |
उस वक्त मयूरी को कल्पना भी नहीं थी कि वह जिसे अपनी जिन्दगी का सबसे बड़ा और सुखद मोड़ मान रही है वह मोड़ उसे जिन्दगी के अन्त की ओर धकेल रहा था |

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'दीदी, माय स्ट्र्गल इझ ओवर! केन यु बिलिव, 'ध' अमन कपूर सिलेक्टेड मी एझ हीरोइन फॉर हिझ अपकमिंग फिल्म ! आई कान्ट एक्सप्रेस माय फिलिंग्स |'

मयूरी माथुर जयपुर में रहती अपनी बहन मोहिनी को फोन पर कह रही थी |

'धेट्स ग्रेट, मयु ! आई न्यु धेट योर ड्रीम विल कम ट्रू टूडे | आय'म सो हॅपी फॉर यु, माय डियर सिस |' मोहिनी ने कहा |

'दीदी, दीदी, धेट्स नोट ऑल ! यु नो, हु इझ ध हीरो ऑफ ध फिल्म? सुपरस्टार दिलनवाझ खान! ओह दीदी! आय'म इन सेवन्थ हेवन!' मयूरी थनगन रही थी, अमन कपूर ने साइनिंग की फोर्मालिटी पूरी करने के लिए मुझे कल सुबह ग्यारह बजे उनकी ऑफीस में बुलाया है |'

'आई विश अभी मैं तुम्हारे साथ होती! तो हम साथ मिलकर सेलिब्रेट करते |' मोहिनी ने कहा |

'मोंम-डेड आज होते तो कितना खुश होते |' मयूरी ने कहा | बोलते - बोलते उसका गला भर गया और आँखें नम हो गई।

मोहिनी भी इमोशनल हो गई | लेकिन फिर तुरंत ही अपने आप पर अकुंश करके वह बोली, 'डोंट क्राय माय स्वीट सिस | मॉम-डेड जहाँ कहीं पर भी होंगे वहाँ से तुम्हें देखते होंगे और तुम्हारे अचीवमेंट से खुश होते होंगे |

'दीदी,तुम थोड़े दिन के लिए बम्बई आ जाओ न | आई वोंट टु सेलिब्रेट धीस सक्सेस विथ यु |'

'क्यों तुम भूल गई? मुझे दो दिन के बाद यु.एस. ओपन मार्शल आर्ट चेम्पियनशिप में हिस्सा लेने न्युयोर्क जाना है | '

'ओह ! मैं इतनी एक्साइटेड हूँ कि मुझे याद ही नहीं रहा, दीदी | विश यु अ ग्रांड सक्सेस | लेकिन वापस आते वक्त बम्बई होते हुए जयपुर जाना दीदी | '

'मैं थोड़े दिन यहाँ नहीं रहूंगी इसलिए आकर मुझे हॉस्पिटल में वक्त देना पड़ेगा | मैं वापस आ जाऊं फिर तुम थोड़े दिन के लिए जयपुर आ जाना |

दोनों बहन देर तक बातें करती रही |

....................

'काव्या, व्हेर आर यु?' मोहिनी के साथ कॉल पूरा होने के बाद मयूरी ने उसकी फ्लेट पार्ट्नर को कॉल किया | उसकी आवाज में उतेजना थी | उसके पैर धरती पर स्थिर नहीं रह रहे थे | वह अपनी खुशी काव्या के साथ शेर करना चाहती थी | कई समय से साथ रहने की वजह से दोनों के बीच अच्छी फ्रेंडशिप हो गयी थी | काव्या के साथ वह लंबी बातें करती थी | दोनों कई बार डिनर पर बाहर भी जाते थे |

'आई बाबा, जस्ट टु मिनट्स अवे | 'ट्यूलिप स्टार' के सिग्नल पर ही हूँ | सिग्नल खुलने की देर |'

'जल्दी आओ! आई एम इगरली वेटिंग!' मयूरी की आवाज में थनगनाहट थी |

'अरे ! अभी तो तुम्हारी आवाज डाउन थी | अब अचानक तुम्हारी आवाज में इतना एक्साइटमेंट कहाँ से आ गया? काव्या ने पूछा |

'मुझे जेक्पोट लग गया है! तुम जल्दी आओ | आई वोंट टु शेर समथिंग विथ यु!'

'अरे लेकिन क्या है? इस तरह सस्पेन्स क्रियेट मत कर! मुझे शॉर्ट में बता तो सही |'

'अमन कपूर सिलेक्टेड मी फॉर हिझ अपकमिंग फिल्म! अपोज़िट दिलनवाझ खान !'

'वॉट!'

'यस |'

'ग्रेट! पार्टी दो!’

कल सब फाइनल हो जाएगा फिर मेरियट में जाकर सेलिब्रेट करेंगे |'

.............

तीन मिनट के बाद काव्या 'पृथ्वी' थियेटर में पहुंची तब मयूरी उसे उमंग से गले लग गई | लेकिन काव्या उसे यंत्रवत गले लगी थी | उसने मयूरी से अलग होते हुए कहा, 'कॉंग्रेट्स | आई एम सो हॅपी फॉर यु |’ लेकिन उसके शब्दों में उष्मा नहीं थी और उसकी आँखों में ईर्ष्या दिखाई पड़ रही थी | हालांकि मयूरी इतने उत्साह में थी कि उसने नोंध नहीं ली |

काव्या ने कृत्रिम उमंग बताते हुए मयूरी को अभिनंदन दिया था, लेकिन उसके मन में मयूरी के प्रति ईर्ष्या जाग उठी थी | वह भी मयूरी की तरह हीरोइन बनने का सपना लेकर दिल्ही से बम्बई आई थी | उसने नॅशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में अभ्यास किया था | वह चार साल से बॉलीवुड में स्ट्र्गल कर रही थी, लेकिन उसे छोटे-छोटे रोल से आगे सफलता नहीं मिल रही थी | मयूरी बम्बई आई तब रहने के लिए जगह ढूँढ रही थी | तब उसकी पहचान काव्या के साथ हुई थी | काव्या उसके जैसी ही एक स्ट्र्गलिंग लड़की के साथ फ्लेट किराए पर रखकर रहती थी | लेकिन वह लड़की को एक सफल टीवी सीरियल में लीड रोल मिल गया तो उसने थोड़े समय के बाद अपना फ्लेट खरीद लिया इसलिए काव्या अकेली पड़ गई थी और मयूरी साथ रहने के लिए आ गयी थी | मयूरी और काव्या दोनों संघर्ष करती थी इसलिए दोनों को एक दूसरे के प्रति सहानुभूति थी | मित्र साथ- साथ संघर्ष करते हो तब एक दूसरे से ज्यादा करीब होते हैं लेकिन दोनों में से एक आगे बढ़ जाता है तो दूसरे मित्र की ईर्ष्या का केन्द्र बन जाता है | काव्या और मयूरी के किस्सें में भी ऐसा ही हुआ था | एण्ड हियर इझ ध चेक ऑफ योर साइनिंग अमाउंट |'

मयूरी ने अग्रीमेंट साइन किया इसके बाद पाँच लाख रुपये का चेक उसकी ओर बढ़ाते हुए अमन कपूर ने कहा |

मयूरी ने थरथराते हाथ से चेक लिया |

'थेंक्यु वेरी मच, सर | धीस इझ ध बिगेस्ट डे ऑफ माय लाइफ!' मयूरी ने कहा |

अमन कपूर ने अतीत में भी कई नवोदितों को चान्स दिया था इसलिए उसे मयूरी की नर्वसनेस और उतेजना समज में आ रही थी | उसने मुस्कुराते हुए कहा, 'यु आर वेलकम बेबी |' फिर कहा, 'अभी तो मेरी दूसरी कई एपॉइंटमेंट्स है सो कांट स्पेंड मोर टाइम | हम रात आठ बजे हॉटल 'प्लेटिनम प्लाझा' में मिलेंगे | तब मैं तुम्हारी दिलनवाझ खान से भेंट करा दूंगा और 'बॉम्बे ब्ल्यूझ' फिल्म की स्टोरी भी समझा दूंगा |'

............

'दीदी, साइनिंग की फोर्मालिटीझ पूरी करके जस्ट बाहर निकली ही हूँ | मेरे हाथ में साइनिंग अमाउंट का पाँच लाख रुपये का चेक है!’ मयूरी मोहिनी से कह रही थी |

वाउ! कॉंग्रेट्स, मयु | फिल्म कब शुरू होनेवाली है?'
'ये तो अभी अमन कपूर ने नहीं कहा, लेकिन आज शाम को वह मुझे दिलनवाझ खान के साथ मिलाएगा और स्टोरी भी समजाएगा ऐसा कहा है |'

.............

'वॉट विल यु हेव?' दिलनवाझ खान मयूरी को पूछ रहा था | उसने ब्लु लेबल व्हिस्की का पेग बनाते हुए मयूरी को पूछा | दिलनवाझ, अमन कपूर और मयूरी फाइव स्टार हॉटल 'प्लेटिनम प्लाझा' में दिलनवाझ के स्वीट में बैठे थे |
मयूरी थोड़ी ज्यादा नर्वस हो गयी थी | उसने हिचकिचाते हुए कहा, 'सॉरी सर, मैं ड्रिंक नहीं लेती |'
'कम ओन! डॉन्ट बीहेव लाइक अ स्मोल टाउन गर्ल!' दिलनवाझ मुस्कुराया | उसने कहा, 'ड्रिंक नहीं लेती तो आज से शुरू कर | यु आर दिलनवाझ खान'स हीरोइन! अब तुझे पार्टीझ के इन्विटेशन मिलने शुरू हो जायेंगे |'
अमन कपूर ने भी मयूरी को ड्रिंक के लिए आग्रह किया | मयूरी इंकार नहीं कर पाई | दिलनवाझ ने उसे ब्लु लेबल का लार्ज पेग बनाकर दिया |
'चीयर्स |' दिलनवाझ ने मयूरी और अमन कपूर के ग्लास के साथ ग्लास टकराते हुए कहा |
'चीयर्स |' अमन कपूर के साथ मयूरी ने भी कहा | वह संकोच में बैठी थी |
ब्लु लेबल के पेग के थोड़े घूँट पेट में जाने से मयूरी की नर्वसनेस कम हुई |
वे बातें कर रहे थे तब अमन कपूर पर किसी का कॉल आया | उसने फॉन पर बात करके दिलनवाझ को कहा, 'तपन त्रिपाठी कॉफ़ी शॉप में आ गया है | मैं उसे मिलकर आता हूँ।’

तपन त्रिपाठी एक्टर था | वह कई फिल्मों में सेकेंड लीड रोल में चमक चुका था | वह भी अमन कपूर की तरह 'गे' था | दिलनवाझ को तपन बिल्कुल पसंद नहीं था, लेकिन अमन कपूर तपन के प्रेम में था | इसलिए दिलनवाझ उसके साथ 'हाय-हेलो' तक सम्बन्ध रखता था |

अमन के जाने के बाद दिलनवाझ और मयूरी बातें करते रहे | दिलनवाझ ने मयूरी को आग्रह करके उसके लिए दूसरा पेग भी बनाया |
आल्कोहॉल की वजह से मयूरी की नर्वसनेस दूर होने लगी थी | अब वह थोड़ी कंफर्टेबल होकर दिलनवाझ से बातें कर रही थी |
'मयूरी, यु हेव नेचरल ब्युटी एण्ड अ वेरी सेक्सी फिगर | आई विल मेक यु नम्बर वन हीरोइन |'
'थेंक्यु, सर |' मयूरी ने कहा |
'डोन्‍ट युझ 'सर' वर्ड, कॉल मी दिलनवाझ |'
'बट सर...'
'अगेन 'सर'! लेट मी मेक यु कंफर्टेबल |'
बोलते-बोलते दिलनवाझ मयूरी के पास आया | उसने मयूरी का हाथ पकड़कर उसे खड़ा किया और फिर उसे बाहुपाश में जकड़कर उसके लिप्स पर आवेग से किस की |
'आई लव यु, डियर | 'दीर्घ चुंबन करने के बाद वह बोला | अवाक मयूरी कुछ प्रतिक्रिया दे उससे पहले दिलनवाझ उसे उठाकर स्वीट के बेडरूम में ले गया |
चंद मिनट के बाद मयूरी उसकी वर्जिनिटी गँवा चुकी थी |

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'आई लव यु, स्वीटी |' अनावृत देह के साथ बेड पर सो रही मयूरी के गाल को थपथपाते हुए दिलनवाझ ने कहा |

मयूरी को ब्लू लेबल का नशा उतर गया था | वह भयंकर क्षोभ का अनुभव कर रही थी | जीवन में पहली बार वह किसी पुरुष के सामने नग्‍न हुई थी | दिलनवाझ उसके कपड़े उतार रहा था तब उसे लगा था कि उसे मना करें लेकिन उसकी जुबान मानो बन्ध हो गयी थी | वह उसे रोकने की हिम्मत नहीं कर पाई |

दिलनवाझ के शब्दों की क्या प्रतिक्रिया दे यह उसकी समझ में नहीं आया | उसने शुष्क स्मित किया | दिलनवाझ उसके साथ सेक्स्युअल सम्बन्ध बाँध चुका था | लेकिन अब मयूरी को अपनी नग्‍न अवस्था से काफी संकोच हो रहा था | उसने खडे होकर कपड़े पहनने की कोशिश की | लेकिन दिलनवाझ ने उसका हाथ पकड़कर उसे अपनी बाहों में खींच लिया |

'डोन्‍ट वियर क्लोथस | स्वीटी | तुम्हें ऐसे ही देखना मुझे पसंद है|' उसने कहा | मयूरी यंत्रवत पड़ी थी |

'तुम्हारी आखें देखकर ही मैं तुम्हारे प्यार में पड़ गया था |, स्वीटी |' दिलनवाझ ने कहा | देर रात तक दिलनवाझ

मयूरी को 'प्यार' करता रहा |

....................

'कल रात तुम बहुत देर से आई |'

दूसरे दिन की सुबह मयूरी की फ्लेट पार्ट्नर कह रही थी | उसकी आवाज में व्यंग्य था | वह कोशिश कर रही थी कि वह मयूरी के साथ नॉर्मल बर्ताव करें, लेकिन उसकी आवाज में ईर्ष्या दिखाई दे रही थी |

'आय वोझ इन अ स्टोरी सेशन विथ अमन कपूर एन्ड दिलनवाझ खान |' मयूरी ने उसके साथ नजर मिलाए बिना ही मोबाइल में मैसेजिस चेक करते हुए कहा |

'तुम तो मुझे पार्टी देने के लिए मेरियट में ले जानेवाली थी |' काव्या की आवाज में अभी भी व्यंग्य था |

'मैंने तुमसे कहा न कि मैं दिलनवाझ खान और अमन कपूर के साथ स्टोरी सेशन में बिझी थी|' मयूरी की आवाज खिन्न हो गई।

'ज्यादा देर तक स्टोरी सेशन चला?' काव्या ने और एक सवाल किया |

'मुझे तुम्हें अब एक-एक मिनट का हिसाब देना पड़ेगा?' मयूरी क्रोधित हो गई |

'कूल डाउन, यार| आय'म जस्ट केझयुएली आस्किंग |' काव्या ने कहा, लेकिन फिर वह कमेंट किये बिना नहीं रह पाई: 'यु आर वेरी लकी, मयूरी | तुझे अमन कपूर की फिल्म मिल गई और वह भी दिलनवाझ खान की हीरोइन के रुप में | नहीं तो यहाँ बहुत सारे 'स्टोरी सेशन' करने का बाद भी सफलता मिलने की गेरंटी नहीं होती|' काव्या ने 'स्टोरी सेशन' शब्द पर झोर देते हुए कहा, वह ऐसा बोली तब उसकी नजर मयूरी के गले पर पड़े दाँत के निशान पर थी|

...............

'कल रात तुमने मुझे कॉल नहीं किया| तुम्हारा मोबाइल भी बंद आ रहा था |'

मयूरी की बहन मोहिनी मयूरी को फॉन पर कह रही थी |

'दीदी देर रात तक स्टोरी सेशन चालू था इसलिए मैं कॉल नहीं कर पाई | मयूरी को ये शब्द बोलते समय थोड़ी दिक्कत हुई | वह जीवन में पहली बार मोहिनी के सामने झूठ बोल रही थी |

'अरे मुझे एक मेसेज छोड़ देना था न | और ये फिल्मी लोगों से थोड़ा डिस्टन्स रखना |'दीदी, फिल्म के सभी आर्टिस्ट थे | मैं अकेली नहीं थी | आई नो हाउ टु मेइन्टेइन डिस्टन्स |' मयूरी जिंदगी में पहली बार मोहिनी पर गुस्सा हो गई |

किसी व्यक्ति को किसी बात को छिपानी हो तब उसके सन्दर्भ में कोई उसे पूछे तब वह खिन्न हो जाती है |

मयूरी की आवाज की टोन से मोहिनी को सहज आश्चर्य हुआ | मयूरी ने इस तरह कभी उसके साथ बात नहीं की थी |

उसने कहा, 'ओके | आय केन अंडरस्टेंड बाबा | लेकिन तुम इतनी इरिटेट क्यों हो रही हो?'

मयूरी की समझ में आया कि वह सच बात छिपानी की कोशिश में मोहिनी पर गुस्सा हो गई थी |

'सॉरी दीदी |' उसने कहा |

'एवेरीथिंग इझ ओके, मयु?' मोहिनी ने पूछा |

'यस दीदी, रात को अच्छे से सो नहीं पाई इसलिए थोड़ा अनकम्फर्टेब्ल फील कर रही हूँ | नथिंग एल्स |'

'टेइक केर, सिस, आज दूसरा कोई काम न हो तो दोपहर थोड़ा सो जाना |'

'श्योर दीदी |'

...............

'साहब आपके साथ बात करना चाहते हैं |'

महाराष्‍ट्र के चीफ मिनिस्टर किसनराव पाटिल का पी. ए. सुभाष शिंदे दिलनवाझ को फॉन पर कह रहा था |

'ओके | उन्हें फॉन दीजिए |' दिलनवाझ ने कहा |

थोड़ी सेकेंड के बाद चीफ मिनिस्टर फोन पर आये | 'आपके साथ थोड़ी बात करनी है |' उसने कहा |

'बोलो, सर |'

'नहीं, फॉन पर नहीं | रूबरू मिलकर बात करेंगे |' किसनराव ने कहा |

'श्योर |'

'आज रात आपको ठीक रहेगा?'

'आज रात आठ बजे के बाद मैं बिझी हूँ | इससे पहले मिल सकता हूँ |'

'दोपहर तीन बजे 'ताज लेंड्स एण्ड' मैं मुझे एक इवेन्ट में उपस्थित रहना है | साडे तीन बजे आपको ठीक रहेगा?'

'श्योर सर |' दिलनवाझ ने कहा |

फोन डिसकनेक्ट करने के बाद वह स्वगत् बड़बड़ाया; 'इलेक्शन आ रहा है इसलिए प्रचार के लिए ये सब अब पीछे पड़ेंगे|'

..............

'आप हमारे पक्ष की ओर से लोकसभा चुनाव लड़ना पसंद करेंगे?' चीफ मिनिस्टर किसनराव पाटिल दिलनवाझ से पूछ रहे थे |

'कौन सी सीट पर से?' दिलनवाझ ने सामने सवाल किया |

'नॉर्थ-सेन्ट्रल बम्बई सीट पर से |' किसनराव ने कहा |

'यह ऑफर के लिए आपकी उपर बात हुई है?'

'हा, प्राइम मिनिस्टर और पार्टी प्रेसिडन्ट भी चाहते हैं कि आप इस सीट पर से चुनाव लड़े | '

'मुझे टिकट देकर आप कौन सा फ़ायदा प्राप्त करना चाहते हो?' दिलनवाझ ने आखरी सवाल किया |

'आप चुनाव लड़ने के लिए तैयार हो तो नॉर्थ-सेन्ट्रल बम्बई की सीट पर हमारे पक्ष की जीत निश्चित हो जाये और आप इलेक्शन केम्पेइन दौरान कई महत्वपूर्ण सिट्स पर पब्लिक मीटिंग्स में उपस्थित रहोगे ऐसी पक्ष की अपेक्षा है | वैसे तो आप ऐसा करते ही हो |'

'मुझे सोचने का समय दीजिए |'

'अवश्य |''मैं इलेक्शन लड़ने के लिए तैयार हूँ |'

दो घंटे के बाद दिलनवाझ चीफ मिनिस्टर किसनराव पाटिल से कह रहा था |

'थेंक्यु | मुझे आपके पास से यही उतर की अपेक्षा थी |' किसनराव ने कहा |

'मैं प्राइम मिनिस्टर और आपको कैसे मना कर पाता?' दिलनवाझ ने आवाज में हो सके इतनी मिठास से कहा |

फिर तुरंत ही जोड़ा, 'और हा, मेरी भी एक डिमान्ड है | आपकी डिमान्ड मैंने पूरी की,आशा रखता हूँ कि आप भी मेरी डिमान्ड पूरी करेंगे | '

'मैं अवश्य कोशिश करूँगा | मेरे हाथ में होगा वह सब कुछ आपके लिए करूँगा | '

'आपके हाथ में ही है | बात बहुत छोटी ही है.....' दिलनवाझ कहने लगा |

दिलनवाझ ने वाक्य पूरा किया तब किसनराव ने स्मित करते हुए कहा, 'आप हम जैसे राजनैतिक लोगों से भी स्मार्ट हो |'

'इन शब्दों का क्या अर्थ समझूँ मैं?'

'अरे | मैंने तो थोड़ी मजाक की | आपकी डिमान्ड मैं पूरी कर दूंगा |' किसनराव ने तसल्ली दी |

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‘दिलनवाझ, तुम चुनाव और राजनीति के चक्कर में पड़ोगे तो हमारी फिल्मों के शेडयुल्स अस्तव्यस्त हो जायेंगे |' दिलनवाझ का प्रोड्यूसर-डाइरेक्टर पार्ट्नर अमन कपूर कह रहा था |

'डोन्‍ट वरी, अमन | एक-दो महीना ही भाग-दौड रहेगी | उसके सामने लोंग टर्म बेनिफिट देख | हम स्टुडियो के लिए दस हज़ार एकर जमीन पानी के मौल प्राप्त कर पायेंगे और देश का सबसे बड़ा स्टुडियो बनाएँगे |'

'दिलनवाझ, तुम और भी एक बात भूल रहे हो | '

'कौन सी?'

'तुम्हारा दोस्त और बांद्रा का एम. एल.ए. इश्तियाक अहमद नॉर्थ-सेन्ट्रल बम्बई की लोकसभा की टिकट के लिए कोशिश कर रहा है और इस बार उसे ही सौ प्रतिशत यह सीट मिलेगी ऐसा उसे पक्का यकीन है | तुम इस सीट के लिए चुनाव लड़ने के लिए तैयार हो जाओगे तो तुम्हारा इश्तियाक के साथ रिस्ता बिगडेगा |'

'कम ओन | इश्तियाक को टिकट देनी हो तो चीफ मिनिस्टर मुझे यह सीट क्यों ऑफर करते?'

'शायद चीफ मिनिस्टर की इश्तियाक के साथ कुछ अनबन हो |'

'तुम बहुत लंबे और निकम्मे खयाल करते हो, अमन| कोई दूसरी बात कर|'

अमन ने आँख मारते हुए कहा, 'ओके | दूसरी बात करते हैं | हाउ वोझ योर लास्ट नाइट?'

'अमेजिंग, शी इझ वन ऑफ ध बेस्ट गर्ल्स आई हेव एंजोइड सो फार | केन यु इमेजिन, शी वोझ अ वर्जिन|'

'वाउ|'

'वह लड़की का मुझे नशा हो गया है|' दिलनवाझ ने कहा |

'देखते हैं कितने महीने तक यह नशा टिकता है|' अमन ने मजाक की |

वह इस बात का गवाह था कि दिलनवाझ का मन थोड़े ही समय में किसी भी लड़की से उठ जाता था |

इस वक्त दिलनवाझ को अंदाज भी नहीं था कि, मयूरी माथुर का सेक्सप्लोइटेशन करने की वजह से उस पर संकट आ पड़ेगा |
 
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Bhai tum bahut hi gajab ke writer ho kyoki jitani is site par story hai usame se tumhari sabse jyada kahani hai aur unme se adhiktar kahani copy pest hai ya puri................................

Lekin thik bhi hai copy past karne se kaun copyright clame karega chhapo jitana chhapana hai..........................................................
 

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