Romance बरसात की एक रात (Complete)

ADMIN :D
Senior Moderator
12,165
10,208
145
IMG-20220331-100145
 
Last edited:
ADMIN :D
Senior Moderator
12,165
10,208
145
Update 1

उसकी एक नजर ने ही अमित को दीवाना बना दिया था, वह बला की खूबसूरत लग रही थी बारीश मे भीगी हुई, बारीश के पानी ने उसे सर से पाँव तक भीगो दिया था ,उसके गालो पर लिपटी उसकी जुल्फे किसी को भी दिवाना बनाने के लिये काफी थी , आज सच में सभी अप्सरायें एक ही मूर्ति में समा गई थी । आज के पहले बहुत से चेहरे देखे लेकिन किसी में भी इतनी कशिश नही देखी थी।

आज सच में धन्यवाद करने का मन कर रहा था । उस रोड़ लाइट का जिसकी मेहरबानी से उनका दीदार हो पा रहा था । वह परेशान थी कि उसकी स्कूटी स्टार्ट नही हो रही थी ,बारीस में भीगी हुई अपनी जुल्फो को जब अपने गालो से हटाती थी तो उसके गालो का दीदार होता फिर पानी की एक एक बूँद उसके गोरे गालो से जो टपकती, किसी ऋषि मुनि की तपस्या भंग करने के लिये काफी थी, मन इस बारीश का भी शुक्रिया अदा कर रहा था जिसके कारण आज जन्नत के दर्शन जमी पर हो रहे थे ,सभी बारीश मे रूके थे मुझे आज भीगने का मन था जिस के कारण आज इस खुबसूरत लम्हे का दीदार कर पाया , और कहते है ना कि कभी अपने मन का भी कर लेना चाहिये मैने कहा -" मै कुछ हेल्प करू "

उसने पलट कर देखा उसे इस बाद का ख्याल ही नही था कि उसके इस कमाल के हुस्न का दीदार कोई बहुत देर से कर रहा हैं वह तो अपनी स्कूटी स्टार्ट करने में लगी थी ।

वह थोड़ी दूर हटी, मैने एक किक मारी और स्कूटी स्टार्ट हो गई ।

उसने कहा आप मैकेनिक हैं
मैने कहाँ नही , बहुत जल्दी में भी कभी कभी गाड़ी स्टार्ट नही होती, वह स्कूटी पर बैठ गई अपना हाथ बढ़ाया

"परी नाम है मेरा "
मैं - अमित (उसका हाथ छोड़ने का मन तो नही कर रहा था लेकिन हीरो से जीरो नही बनना चाहता था इसीलिये परी के कोमल हाथो को छोड़ दिया परी ने बॉय बोला और चली गई मैं उसे देखता रहा जहाँ तक वह दिखी मुझे)

मेरी ऑखो से नींद गायब थी बस यही सोच रहा था कि इस परी से ऐसे क्या फिर मिलूंगा, कभी दुबारा दीदार होंगे या नही उस खुबसूरत गुलाबी चेहरे के ,उन मुलायम हाथों का स्पर्श कभी होगा ।
 
Hasinaon ki ek muskurahat hi jaan leva hoti hai
2,007
1,536
143
Update 1

उसकी एक नजर ने ही अमित को दीवाना बना दिया था, वह बला की खूबसूरत लग रही थी बारीश मे भीगी हुई, बारीश के पानी ने उसे सर से पाँव तक भीगो दिया था ,उसके गालो पर लिपटी उसकी जुल्फे किसी को भी दिवाना बनाने के लिये काफी थी , आज सच में सभी अप्सरायें एक ही मूर्ति में समा गई थी । आज के पहले बहुत से चेहरे देखे लेकिन किसी में भी इतनी कशिश नही देखी थी।

आज सच में धन्यवाद करने का मन कर रहा था । उस रोड़ लाइट का जिसकी मेहरबानी से उनका दीदार हो पा रहा था । वह परेशान थी कि उसकी स्कूटी स्टार्ट नही हो रही थी ,बारीस में भीगी हुई अपनी जुल्फो को जब अपने गालो से हटाती थी तो उसके गालो का दीदार होता फिर पानी की एक एक बूँद उसके गोरे गालो से जो टपकती, किसी ऋषि मुनि की तपस्या भंग करने के लिये काफी थी, मन इस बारीश का भी शुक्रिया अदा कर रहा था जिसके कारण आज जन्नत के दर्शन जमी पर हो रहे थे ,सभी बारीश मे रूके थे मुझे आज भीगने का मन था जिस के कारण आज इस खुबसूरत लम्हे का दीदार कर पाया , और कहते है ना कि कभी अपने मन का भी कर लेना चाहिये मैने कहा -" मै कुछ हेल्प करू "


उसने पलट कर देखा उसे इस बाद का ख्याल ही नही था कि उसके इस कमाल के हुस्न का दीदार कोई बहुत देर से कर रहा हैं वह तो अपनी स्कूटी स्टार्ट करने में लगी थी ।

वह थोड़ी दूर हटी, मैने एक किक मारी और स्कूटी स्टार्ट हो गई ।

उसने कहा आप मैकेनिक हैं
मैने कहाँ नही , बहुत जल्दी में भी कभी कभी गाड़ी स्टार्ट नही होती, वह स्कूटी पर बैठ गई अपना हाथ बढ़ाया

"परी नाम है मेरा "
मैं - अमित (उसका हाथ छोड़ने का मन तो नही कर रहा था लेकिन हीरो से जीरो नही बनना चाहता था इसीलिये परी के कोमल हाथो को छोड़ दिया परी ने बॉय बोला और चली गई मैं उसे देखता रहा जहाँ तक वह दिखी मुझे)

मेरी ऑखो से नींद गायब थी बस यही सोच रहा था कि इस परी से ऐसे क्या फिर मिलूंगा, कभी दुबारा दीदार होंगे या नही उस खुबसूरत गुलाबी चेहरे के ,उन मुलायम हाथों का स्पर्श कभी होगा ।
:congrats: bewfa story ke liye :hug2:

Nice Update aanshu jii :love3:

Bahut shandar suru hua hai story bich sadak par raat ke andhere main pari ko dekh kar niharana our uski madad karna

sala ladko ki yehi ek aadat buri hoti hai khubsurat ladki dekhi ki nahi bas tadne lagte hai wahi apna aamit kar raha hai

pari bhi bindaas ladki lag rahi hai jo bina koi jhijhak ke apna hanth aage badha di naam batate hua

aage dekhte hai phir pari se kab milta hai aamir
 
Member
134
130
43
Update 1

उसकी एक नजर ने ही अमित को दीवाना बना दिया था, वह बला की खूबसूरत लग रही थी बारीश मे भीगी हुई, बारीश के पानी ने उसे सर से पाँव तक भीगो दिया था ,उसके गालो पर लिपटी उसकी जुल्फे किसी को भी दिवाना बनाने के लिये काफी थी , आज सच में सभी अप्सरायें एक ही मूर्ति में समा गई थी । आज के पहले बहुत से चेहरे देखे लेकिन किसी में भी इतनी कशिश नही देखी थी।

आज सच में धन्यवाद करने का मन कर रहा था । उस रोड़ लाइट का जिसकी मेहरबानी से उनका दीदार हो पा रहा था । वह परेशान थी कि उसकी स्कूटी स्टार्ट नही हो रही थी ,बारीस में भीगी हुई अपनी जुल्फो को जब अपने गालो से हटाती थी तो उसके गालो का दीदार होता फिर पानी की एक एक बूँद उसके गोरे गालो से जो टपकती, किसी ऋषि मुनि की तपस्या भंग करने के लिये काफी थी, मन इस बारीश का भी शुक्रिया अदा कर रहा था जिसके कारण आज जन्नत के दर्शन जमी पर हो रहे थे ,सभी बारीश मे रूके थे मुझे आज भीगने का मन था जिस के कारण आज इस खुबसूरत लम्हे का दीदार कर पाया , और कहते है ना कि कभी अपने मन का भी कर लेना चाहिये मैने कहा -" मै कुछ हेल्प करू "


उसने पलट कर देखा उसे इस बाद का ख्याल ही नही था कि उसके इस कमाल के हुस्न का दीदार कोई बहुत देर से कर रहा हैं वह तो अपनी स्कूटी स्टार्ट करने में लगी थी ।

वह थोड़ी दूर हटी, मैने एक किक मारी और स्कूटी स्टार्ट हो गई ।

उसने कहा आप मैकेनिक हैं
मैने कहाँ नही , बहुत जल्दी में भी कभी कभी गाड़ी स्टार्ट नही होती, वह स्कूटी पर बैठ गई अपना हाथ बढ़ाया

"परी नाम है मेरा "
मैं - अमित (उसका हाथ छोड़ने का मन तो नही कर रहा था लेकिन हीरो से जीरो नही बनना चाहता था इसीलिये परी के कोमल हाथो को छोड़ दिया परी ने बॉय बोला और चली गई मैं उसे देखता रहा जहाँ तक वह दिखी मुझे)

मेरी ऑखो से नींद गायब थी बस यही सोच रहा था कि इस परी से ऐसे क्या फिर मिलूंगा, कभी दुबारा दीदार होंगे या नही उस खुबसूरत गुलाबी चेहरे के ,उन मुलायम हाथों का स्पर्श कभी होगा ।
:congrats: Agaz toh acha hua hai barish ke sath or uss barish me bhigti hui ldki ki mohini surat ko niharta hua ldka or barish ke sath sath road light ko dhanyawa krta hua ldka jisko woh
ldki Sari apsraon ka mishran lg rhi hai. Fir ldka dwara Scotty start krna ek dusre se hath milte hue prichay dena adbhut jisko apsraon ka mishran smjh rha tha woh toh sach much ki
Pari nikli. Amit toh lgta hai nikmma hone ja rha hai
 
Member
151
92
28
Update 1

उसकी एक नजर ने ही अमित को दीवाना बना दिया था, वह बला की खूबसूरत लग रही थी बारीश मे भीगी हुई, बारीश के पानी ने उसे सर से पाँव तक भीगो दिया था ,उसके गालो पर लिपटी उसकी जुल्फे किसी को भी दिवाना बनाने के लिये काफी थी , आज सच में सभी अप्सरायें एक ही मूर्ति में समा गई थी । आज के पहले बहुत से चेहरे देखे लेकिन किसी में भी इतनी कशिश नही देखी थी।

आज सच में धन्यवाद करने का मन कर रहा था । उस रोड़ लाइट का जिसकी मेहरबानी से उनका दीदार हो पा रहा था । वह परेशान थी कि उसकी स्कूटी स्टार्ट नही हो रही थी ,बारीस में भीगी हुई अपनी जुल्फो को जब अपने गालो से हटाती थी तो उसके गालो का दीदार होता फिर पानी की एक एक बूँद उसके गोरे गालो से जो टपकती, किसी ऋषि मुनि की तपस्या भंग करने के लिये काफी थी, मन इस बारीश का भी शुक्रिया अदा कर रहा था जिसके कारण आज जन्नत के दर्शन जमी पर हो रहे थे ,सभी बारीश मे रूके थे मुझे आज भीगने का मन था जिस के कारण आज इस खुबसूरत लम्हे का दीदार कर पाया , और कहते है ना कि कभी अपने मन का भी कर लेना चाहिये मैने कहा -" मै कुछ हेल्प करू "


उसने पलट कर देखा उसे इस बाद का ख्याल ही नही था कि उसके इस कमाल के हुस्न का दीदार कोई बहुत देर से कर रहा हैं वह तो अपनी स्कूटी स्टार्ट करने में लगी थी ।

वह थोड़ी दूर हटी, मैने एक किक मारी और स्कूटी स्टार्ट हो गई ।

उसने कहा आप मैकेनिक हैं
मैने कहाँ नही , बहुत जल्दी में भी कभी कभी गाड़ी स्टार्ट नही होती, वह स्कूटी पर बैठ गई अपना हाथ बढ़ाया

"परी नाम है मेरा "
मैं - अमित (उसका हाथ छोड़ने का मन तो नही कर रहा था लेकिन हीरो से जीरो नही बनना चाहता था इसीलिये परी के कोमल हाथो को छोड़ दिया परी ने बॉय बोला और चली गई मैं उसे देखता रहा जहाँ तक वह दिखी मुझे)

मेरी ऑखो से नींद गायब थी बस यही सोच रहा था कि इस परी से ऐसे क्या फिर मिलूंगा, कभी दुबारा दीदार होंगे या नही उस खुबसूरत गुलाबी चेहरे के ,उन मुलायम हाथों का स्पर्श कभी होगा ।
Nice update
 
Newbie
43
32
18
Update 1

उसकी एक नजर ने ही अमित को दीवाना बना दिया था, वह बला की खूबसूरत लग रही थी बारीश मे भीगी हुई, बारीश के पानी ने उसे सर से पाँव तक भीगो दिया था ,उसके गालो पर लिपटी उसकी जुल्फे किसी को भी दिवाना बनाने के लिये काफी थी , आज सच में सभी अप्सरायें एक ही मूर्ति में समा गई थी । आज के पहले बहुत से चेहरे देखे लेकिन किसी में भी इतनी कशिश नही देखी थी।

आज सच में धन्यवाद करने का मन कर रहा था । उस रोड़ लाइट का जिसकी मेहरबानी से उनका दीदार हो पा रहा था । वह परेशान थी कि उसकी स्कूटी स्टार्ट नही हो रही थी ,बारीस में भीगी हुई अपनी जुल्फो को जब अपने गालो से हटाती थी तो उसके गालो का दीदार होता फिर पानी की एक एक बूँद उसके गोरे गालो से जो टपकती, किसी ऋषि मुनि की तपस्या भंग करने के लिये काफी थी, मन इस बारीश का भी शुक्रिया अदा कर रहा था जिसके कारण आज जन्नत के दर्शन जमी पर हो रहे थे ,सभी बारीश मे रूके थे मुझे आज भीगने का मन था जिस के कारण आज इस खुबसूरत लम्हे का दीदार कर पाया , और कहते है ना कि कभी अपने मन का भी कर लेना चाहिये मैने कहा -" मै कुछ हेल्प करू "


उसने पलट कर देखा उसे इस बाद का ख्याल ही नही था कि उसके इस कमाल के हुस्न का दीदार कोई बहुत देर से कर रहा हैं वह तो अपनी स्कूटी स्टार्ट करने में लगी थी ।

वह थोड़ी दूर हटी, मैने एक किक मारी और स्कूटी स्टार्ट हो गई ।

उसने कहा आप मैकेनिक हैं
मैने कहाँ नही , बहुत जल्दी में भी कभी कभी गाड़ी स्टार्ट नही होती, वह स्कूटी पर बैठ गई अपना हाथ बढ़ाया

"परी नाम है मेरा "
मैं - अमित (उसका हाथ छोड़ने का मन तो नही कर रहा था लेकिन हीरो से जीरो नही बनना चाहता था इसीलिये परी के कोमल हाथो को छोड़ दिया परी ने बॉय बोला और चली गई मैं उसे देखता रहा जहाँ तक वह दिखी मुझे)

मेरी ऑखो से नींद गायब थी बस यही सोच रहा था कि इस परी से ऐसे क्या फिर मिलूंगा, कभी दुबारा दीदार होंगे या नही उस खुबसूरत गुलाबी चेहरे के ,उन मुलायम हाथों का स्पर्श कभी होगा ।
good start great
 
ADMIN :D
Senior Moderator
12,165
10,208
145
:congrats: bewfa story ke liye :hug2:

Nice Update aanshu jii :love3:

Bahut shandar suru hua hai story bich sadak par raat ke andhere main pari ko dekh kar niharana our uski madad karna

sala ladko ki yehi ek aadat buri hoti hai khubsurat ladki dekhi ki nahi bas tadne lagte hai wahi apna aamit kar raha hai

pari bhi bindaas ladki lag rahi hai jo bina koi jhijhak ke apna hanth aage badha di naam batate hua

aage dekhte hai phir pari se kab milta hai aamir
Thanks tipu Bhai

Next Update kal :D
 
ADMIN :D
Senior Moderator
12,165
10,208
145
:congrats: Agaz toh acha hua hai barish ke sath or uss barish me bhigti hui ldki ki mohini surat ko niharta hua ldka or barish ke sath sath road light ko dhanyawa krta hua ldka jisko woh
ldki Sari apsraon ka mishran lg rhi hai. Fir ldka dwara Scotty start krna ek dusre se hath milte hue prichay dena adbhut jisko apsraon ka mishran smjh rha tha woh toh sach much ki
Pari nikli. Amit toh lgta hai nikmma hone ja rha hai
:thanx: sath Bane rahiye
 

Top