एक रास्ता ये भी है मंजिलों को पाने का, सीख लो तुम भी हुनर हाँ में हाँ मिलाने का।
Abhay Sharma Newbie 85 98 18 Aug 6, 2020 #31 एक रास्ता ये भी है मंजिलों को पाने का, सीख लो तुम भी हुनर हाँ में हाँ मिलाने का।
Abhay Sharma Newbie 85 98 18 Aug 6, 2020 #32 लगता है इश्क़ उतर रहा है सर से, मुझे अल्फाज नहीं मिलरहे शायरी के लिए....
Abhay Sharma Newbie 85 98 18 Aug 6, 2020 #33 इस जहान में कब किसी का दर्द अपनाते हैं लोग, रुख हवा का देखकर अक्सर बदल जाते हैं लोग।
Abhay Sharma Newbie 85 98 18 Aug 6, 2020 #34 आईना फैला रहा है खुदफरेबी का ये मर्ज, हर किसी से कह रहा है आप सा कोई नहीं।