'' एक गाँव में एक बस्ती थी । जहाँ रण्डियाँ सस्ती थी ।। उनके गांड में बहुत मस्ती थी। उनकी चुचीयों में बहुत चुस्ती थी।। जहाँ डालो वहाँ हसँती थी । तुम भी बहुत हसँती हो ।। उसी गाँव की लगती हो " ।।।