Tum bin jiya Jaya kaisey Kaise jiya jaye tum bin
K Kantesh Newbie 12 11 3 Jun 23, 2024 #2 न हुस्न है न रंग है न खूबसूरत हो जाने मन आप तो दा एन्ड हो ख़तम लुक है !!
K Kantesh Newbie 12 11 3 Jun 23, 2024 #3 न नींद है न भूख है न प्यास है मुझको हिला रहा हूं बे सबब मेरा यही सुख है
K Kantesh Newbie 12 11 3 Jun 23, 2024 #4 कहीं पे प्यार है गुस्सा है कहीं पर दुःख है ज़िन्दगी झांट के बालों की तरह नाज़ुक है
K Kantesh Newbie 12 11 3 Jun 23, 2024 #5 राजाओं से भी उम्र भर ये राज ना हुआ, इन गांडुओं से गांड़ का इलाज ना हुआ, वो दोस्त जाने हार कर आया था कैसी जंग, जब गांड़ में डंडा दिया नाराज ना हुआ, कुछ चूतियो ने गंडमरो इतिहास रच दिए, तुम मुट्ठलो से मुठ पर भी नाज़ ना हुआ
राजाओं से भी उम्र भर ये राज ना हुआ, इन गांडुओं से गांड़ का इलाज ना हुआ, वो दोस्त जाने हार कर आया था कैसी जंग, जब गांड़ में डंडा दिया नाराज ना हुआ, कुछ चूतियो ने गंडमरो इतिहास रच दिए, तुम मुट्ठलो से मुठ पर भी नाज़ ना हुआ
K Kantesh Newbie 12 11 3 Jun 23, 2024 #6 न गुस्सा है मुझमें न की क्रोध है यारो ये दुनिया बड़ी मादरचोद है यारो अपनी मर्जी से चाहे वो गांड मरवा लें कोई प्यार से मांगे तो उसे बोध है यारो
न गुस्सा है मुझमें न की क्रोध है यारो ये दुनिया बड़ी मादरचोद है यारो अपनी मर्जी से चाहे वो गांड मरवा लें कोई प्यार से मांगे तो उसे बोध है यारो
K Kantesh Newbie 12 11 3 Jun 23, 2024 #7 शौक इतना ही है तुमको अगर मरवाने का तो लंड चूस लो जाकर किसी दीवाने का दिल तो करता है उस से तोड़ दू रिश्ते नाते कोई एहसान न चुदाई खाने का क्यों तडपता है मेरा हाथ में लेने के लिए तूने हक़ खो दिया ज़ालिम मेरा हिलाने का
शौक इतना ही है तुमको अगर मरवाने का तो लंड चूस लो जाकर किसी दीवाने का दिल तो करता है उस से तोड़ दू रिश्ते नाते कोई एहसान न चुदाई खाने का क्यों तडपता है मेरा हाथ में लेने के लिए तूने हक़ खो दिया ज़ालिम मेरा हिलाने का
K Kantesh Newbie 12 11 3 Jun 23, 2024 #8 कोई नंगा होकर मेरे सामने अगर आ जाये मै उसकी गांड मार लूँ मुझे सबर आ जाये
K Kantesh Newbie 12 11 3 Jun 23, 2024 #9 उम्र भर साथ निभाने की कसम खाती रही कितनी ज़ालिम थी पडोसी से भी मरवाती रही मैं जिसको रोशनी के नाम से बुलाता था वो मेरा चाँदनी में चुतिया बनाती रही कुछ ऐस भोसडी वाले भी मिले जीवन में वो जिनसे मेरे ना करने पे भी चूदावती रही
उम्र भर साथ निभाने की कसम खाती रही कितनी ज़ालिम थी पडोसी से भी मरवाती रही मैं जिसको रोशनी के नाम से बुलाता था वो मेरा चाँदनी में चुतिया बनाती रही कुछ ऐस भोसडी वाले भी मिले जीवन में वो जिनसे मेरे ना करने पे भी चूदावती रही
K Kantesh Newbie 12 11 3 Jun 23, 2024 #10 खाबो में कोई और नही तेरे सिवा तू ना दे पाएगी तो अपनी सहेली की दिवा शिला गीता मुझे अच्छी नही लगती सोना चाहें दिन रात मुझे चू#त चमेली की दिवा भाड़ में जाये ये दुनिया मुझे खुशियां देदे एक तस्वीर मुझे उसकी अकेली की दिवा
खाबो में कोई और नही तेरे सिवा तू ना दे पाएगी तो अपनी सहेली की दिवा शिला गीता मुझे अच्छी नही लगती सोना चाहें दिन रात मुझे चू#त चमेली की दिवा भाड़ में जाये ये दुनिया मुझे खुशियां देदे एक तस्वीर मुझे उसकी अकेली की दिवा