Incest मां की चुदाई

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इस पर आकाश ने बड़ा सुंदर जवाब दिया था ना अभी तो तुम बीमार हो तुम ऐसे ही लेटी रहो मैं अपना खाना खुद गरम करके थाली परोस लेता हूं और अभी खुद खाने के साथ-साथ आपको भी खिलाऊंगा
वाह मेरे बेटे, एक बार वैसे ही झड़ने के बाद, अब तू खुद भी गरम होगा और माँ को भी गर्म करके अच्छे से चुदाई करेगा
आकाश ने साइड से कपड़ा उठाकर अपने लंड और मेरी चुत को अच्छे से पौंछा और मेरी मैक्सी का किनारा पकड़कर गर्दन से उतारकर मुझे बिल्कुल नंगा कर दिया
आकाश खुद तो पहले से ही पूरा नंगा हो चुका था अब मेरे बेटे ने साइड में से क्रीम की डिब्बी उठाई और धीरे-धीरे मेरे पैरों और जांघों पर मलने लगा इसके हाथों के जादू से मेरे शरीर में करंट दौड़ने लगा था
जांघों पर क्रीम लगाते-लगाते आकाश मेरे मम्मी पीने लग गया था मैंने अपने हाथ से छुहारा बने हुए इसके छोटे से नोनू लौड़े को सहलाना शुरू किया अपने अंगूठे से देश के इस की लुल्ली के छिद्र को दबाती खोलती लौड़े की त्वचा को आगे पीछे करती रही जिससे इसके लौड़े में तनाव आने लगा और यह भी तेज तेज सिसकारियां लेने लगा इसमें मेरे मम्मों पर जोर बढ़ा दिया था और अपने हाथों से मेरी चूत को मसलते हुए अपनी उंगली मेरी योनि में पेल दी
इसकी हरकत से मैंने के जवाब में मैंने इसके लंड को अच्छे से मरोड़ दिया और आगे मुंह करके इसके छोटे से निप्पल पर जीभ रगड़ने लगी थी
ऐसा करने से इसकी लुल्ली फनफनाकर लोड़ा बन गई और दोबारा से मेरी चूत में घुसने को आतुर हो गई थी
अब हम दुबारा से आलिंगन में लेट गए
मेरे साथ चिपक कर लेटे हुए आकाश के हाथ मेरे पीठ पेट और ब्लाउज के ऊपर से मेरे को मालिश कर रहे थे और पीछे मेरे साथ चम्मच की तरह चिपटने के कारण आकाश का आप बिल्कुल तन चुका लोड़ा मेरे नितंबों की दरार में दस्तक दे रहा था
मैं भी थकावट के कारण अलमस्त पड़ी हुई थी आकाश के मुझे कामुक तरीके को से छूने के कारण मेरे अंदर वासना हिलोरे मारने लगी मैंने थोड़ा सा पीठ को थोड़ा सा बल देते हुए अपने नितंबों का दबाव आकाश के लंड पर बढ़ा दिया तो आकाश में अपने हाथ का जवाब मेरे बलाउज पर सख्त दिया कर दिया
मेरे निप्पल सख्त होने लगे थे जिसका एहसास आकाश को भी हुआ जो आकाश में ब्लाउज के ऊपर से ही मेरे निप्पल पहले तो अपनी मुट्ठी में भरे फिर धीरे से उंगली और अंगूठे के बीच में दबाकर छुआरा बने अंगूरों को दबाने लगा इतने भर से ही मेरी वासना के संयम पर रखा ताला खुलने लगा था मैंने अपना एक हाथ आकाश के हाथ पर रखा और उसके हाथ को आपने पेटीकोट में नाड़ा बांधने की खुली जगह के कट पर रख दिया आकाश चुपचाप मेरे इशारों पर चलता रहा और मेरे पेट के सबसे निचले हिस्से जहां पर पेटिकोट खुला होने के कारण उसका हाथ जा रहा था अपनी उंगलियों से मेरी चुत के आसपास सहलाने लगा
कर आकाश दूसरा हाथ ब्लाउज के ऊपर रख दिया और मेरे गोल गोल मम्मों को दबाने लगा
उस दिन पहली बार आकाश ने मेरे नंगे मम्मों को मेरे को चोदने से पहले रागड़ रहा था और मेरी पेट के निचले हिस्से को दूसरे हाथ दे सहला रहा था इससे मुझे और मजा आने लगा और मैंने अपने नितंब की दरार को एडजस्ट करके आकाश के लौड़े के अपनी दरार को सेट कर दिया
आकाश का लौड़ा भी जगह मिलते ही मेरी दरार पर खूब आसानी से फिट हो गया आकाश मेरे से ज्यादा से ज्यादा चिपकने की कोशिश कर रहा था आकाश बेटे को मालूम नहीं था कि आज मां की चूत उसको सच में बहुत मजे देगी, माँ की चूत पूरे पूरे मजे देगी
आकाश बोला कि मां पहले सो जाते उसके बाद मालिश करते तो ज्यादा अच्छा लगता ,मैंने उसका हौसला बढ़ाते हुए कुछ लालच दिया और बोला कि बोली कि बेटा सोने से पहले मालिश करेंगे फिर मन बन गया तो पहलवानों वाली कुश्ती भी कर लेंगे उसके बाद सोने का अलग ही मजा आएगा
कुश्ती की बात सुनकर आकाश का मुंह खुला का खुला रह गया था और बोल ला मम्मी तुम थकी हुई हो तुम्हारी नंगे शरीर पर अच्छे से मालिश कर देता हूं आराम मिलेगा तो कुश्ती भी कर लेंगे वैसे हम दोनों कपड़े पहनकर तो रोज ही कुश्ती करते हैं आज तुम मालिश के बाद आराम कर लेना
मैं मन में हंस रही थी कि आकाश को एक बार जल्दी झड़ जाने से डर लग रहा है कि दुबारा चुदाई को टाल रहा है फिर भी कितनी भक्ति भाव से मां की सेवा के भाव से मालिश करने को तैयार हो गया है
मालिश का सिलसिला शुरू करने के लिए आकाश को मैंने बोला कि पहले मेरे बाजू पर मालिश कर दे मैं बिस्तर पर आकाश के बिल्कुल सामने बैठ गई आपका और अपने हाथ आकाश के कंधों पर रख दिए आकाश में दोनों हाथों में तेल लगाया और पूरी ताकत से मेरे बाजुओं पर तेल मालिश करने लगा मेरे दोनों हाथ आकाश के कंधों पर थे तो आकाश का सिर मेरी बाजू में बीच में से मेरे मम्मों की गहरी घाटी को टटोल रहा था
आकाश फिर हाथ तेल में भिगोकर मेरी गर्दन के नीचे से मालिश करते हुए अपने दोनों हाथ मेरे दाएं और बाएं मम्मों को रगड़ने लगा और फिर अपने अंगूठे और अंगुली से मेरे चूचक मरोड़ने लगा जिससे मेरी तेज तेज सिसकारियाँ निकलने लगी मैंने हाथ बढ़ाकर आकाश के लोडे को जकड़ लिया और सीधी होकर लेट गई
आकाश मेरी टांगों के बीच में लेटकर मेरे मम्मों पर तेल मलता रहा इस तरह लेटने से उसका लंड मेरी चूत पर दस्तक देने लगा फिर धीरे से आकाश ने उठकर मेरे होंठों को अपने होंठों से जोड़ लिया और मेरे मुँह में अपनी जुबान सरका दि
मैं उसके मुखरस को चूसने लगी और हाथ नीचे करके अपने बेटे के नितंबों पर थप देने लगी जिससे आकाश थोड़ा सा और ऊपर होकर मेरे ऊपर सीधा लेट गया अब उसका लोडा मेरी चूत को पूरी तरह से मसल रहा था
आकाश को मेरे ऊपर लेटे होते हुए उसका लोडा मेरी चूत पर पूरी तरह से सटा होने के बावजूद भी अनुभव ना होने के कारण मेरे बेटे को मेरी चूत में लंड डालने में कुछ दिक्कत लग रही थी आकाश मेरी योनि का छेद ढूँढने की कोशिश कर रहा था पर उसे मेरी चूत का मुहाना ही नहीं मिल रहा था
बेटे की परेशानी भांपकर मैंने उसके लिंग को अपनी उंगलियों में पकड़ा और अपनी योनि के मुहाने पर टिका दिया
चूत की चिकनाई से आकाश के लिंग का सुपाडा मेरी योनि में घुसता चला गया तो मैंने अपनी कमर उचका कर आकाश के लिंग को अपनी योनि में समेट लिया फिर एक ही झटका मारकर आकाश बेटे ने रही सही कसर पूरी करके अपना मूसल जैसा लंड अपनी मां की चूत में डाल दिया और धमाधम कमर उठा कर खट खट से मां की चूत का बाजा बजाने लगा
मेरे को भी बहुत मजा आ रहा था पिछले साल से हर बार अपने प्यारे बेटे से सुखी चुदाई करवा कर मेरा मन नहीं भर रहा था और आज आकाश का मोटा ताजा लंड मेरे बेटे का जवान भरपूर ताकत से भरा हुआ मेरी प्यासी चूत में रगड़ मार रहा था जिससे मेरे आनंद की कोई सीमा नहीं की
मैंने अपने पैर खोले तो मेरा बेटा ठीक से पोज़िशन लेकर अपने दोनों हाथ मेरी बगलों के पास रखकर पूरी ताकत से लंड़ अंदर घुसाता और बाहर निकालता 1 मिनट में ही कितनी बार लंड़ अंदर घुसाता और बाहर निकालता
जब मेरे बेटे का लोड़ा मेरी चूत के अंदर होता तो मेरा मन करता है कि चूत को कसकर उसे अपने अंदर ही सजोंए रखो पर लंड और चूत के अंदर बाहर जाने का घर्षण ही तो असली चुदाई का मजा है इस तरह से आकाश अपनी मां को चोदने का पूरा मजा ले रहा था
फिर आकाश ने अपने हाथ मेरे चूतड़ों के नीचे रखे वह पूरी ताकत से मुझे मेरे चूतड़ों को अपनी कमर पर दबाकर अपने लंड को मेरी चूत की जड़ तक पहुंचाता रहा
आकाश बेटा अपनी मां की ओखली में अपना मोटा मुसल डालकर मां के सारे मसाले कूट रहा था और माँ भटकते धड़कते अपनी प्यासी चूत को आराम देने के लिए मोटे मुसल की मार अपनी चूत की गहराइयों में महसूस कर रही थी मेरा बेटा, मेरा ताकतवर बेटा, मेरा प्यारा बेटा, आपनी प्यासी माँ की चूत की आग को बुझाने के लिए आपने पाइप जैसे लंबे लंड से को लेकर बारिश करने आ गया था
इस तरह से मैं भी अपने बेटे के भूखे लंड को तरावत देने के लिए अपनी मखमली थैली उसके लंड के आसपास लपेटकर उसको एक सुखद गर्मी और नरमी का एहसास दे रही थी
मुझे चोदते हुए आकाश बार-बार बोल रहा था : बहुत अच्छा मम्मी मेरी प्यारी मां मजे करा दिए, ऐसी जन्नत !!!! तो मुझे नहीं पता थी कि तुम्हारी टांगों के बीच में जन्नत है मैं तो तुम्हारे नितंबों को ही जन्नत समझकर अपना डंडा उनपर रगड़ता रहता था मेरी प्यारी मां
मेरे को भी बहुत आनंद आ रहा था: मेरे प्यारे बेटे, मेरे राजा बेटे, तेरी मां तेरे लिए अपनी इस गुफा को झाड़ पोंछकर तेरी लंड़ को लेने के लिए बैठी है
आजा पहले मेरे बेटे अंदर तक इसकी गहराई नाप ले और मजे ले ले बेटा तेरी मां ने यह खजाना तेरे लिए रखा है, पेल दे ले ले बेटा, बहुत अच्छे से पेल मेरे बेटा,
मुझे लगा कि आकाश दोबारा जल्दी से ना झड़ जाए तो मैंने उसे रोकते हुए पीठ के बल लेटने का इशारा किया ओर आकाश के लेटते ही मैंने अपने दोनों पैरों उसकी कमर के दाएं बाएं रखकर अपनी चूत का निशाना उसके लंड़ के मुहाने पर रखकर सरकते हुए धीरे धीरे आकाश के लंड पर बैठती चली गई मेरी तंग चूत आकाश के मोटे लंड को रगड़ती हुई लंड को ढक रही थी और मेरे चीखें निकल रही थी
हां मेरे बेटा जियो मेरे बेटे और आकाश ने अब नीचे से कमर उठा कर अपना लंड मेरी चूत में ऊपर चढ़ा दिया एक बार लंड चूत में फँसने के बाद आकाश को नीचे सीधा लेटाकर मैं धमाधम करके उसके लंड पर कूदने लगी जोर डालते हुए पूरी तरह से लंड को बाहर नहीं निकलने देती थी थोड़ा सा बाहर आते ही फिर से धाम करके लंड पर बैठ जाती थी
इस तरह से हम दोनों मां बेटा मस्ती से चुदाई कर रहे थे हम दोनों अपने हाथों से एक दूसरे के नितंबों को दबाते हुए लंड और चूत को अपने अंदर समझने का प्रयास कर रहे थे कुछ देर में मैं भी सीधी होकर आकाश के ऊपर लेट गई और आकाश ने करवट लेकर फिर से मुझे नीचे किया और मेरे ऊपर चढ़कर अब पूरे एक्सपोर्ट की तरह मेरी चूत मैं अपना लंड घुसाने लगा
काफी देर बाद आकाश में मुझे कस कर पकड़ा मैंने भी अपने पैरों की कैंची आकाश के जांघों के आसपास बनाई और हम दोनों मां बेटा एक साथ झड़ गए काफी देर हम ऐसे ही सुस्त पड़े रहे
थोड़ी देर बाद मुझे अपनी चूत में आकाश के लंड अपने बेटे के लंड के सख्ल होने का एहसास हुआ तो मैंने आकाश के होठों को चूस कर उसे और ज्यादा उत्तेजित करने की प्रयास किया आकाश भी अपने हाथों से मेरे मम्मे पूटने लगा और जब उसका लंड पुरा सख्त हो गया तो दोबारा से उसने मेरे ऊपर अपने लंड का पूरा जोर डालते हुए मेरी चूत में दोबारा से चुदाई का खेल शुरू कर दिया हम दोनों मां बेटा एक दूसरे को चोदते-चोदते पसीना-पसीना हो गए और पूरे मजे लेते हुए दुबारा एक दूसरे की बाहों में पड़े-पड़े सो गए

सुना लिया रचना !!!! यह था मां बेटे की पहली चुदाई का किस्सा अब हुई ना तसल्ली !!!!
रचना बोली: हाँ मां !!!!!!! मुझे पता है आकाश लगातार तीन चार बार भी चोद सकता है इसीलिए मैं कहती हूं कि मुझे अपनी बहू बना लो, आकाश तुम्हें और मुझे दोनों को संतुष्ट कर देगा
माँ बोली : तुम मुझे पसंद तो है पर अभी आकाश की अभी पढ़ाई पूरी नहीं हुई है बीवी की चुत तो ठोक लेगा पर उसके खर्च उठा सके इसकी अवस्था नहीं है
हमने इतने दिन तक गोवा कर ली अब सुबह ही हमैं वापस जाना है तुम्हारा क्या प्रोग्राम है?
रचना बोली हम भी शाम को वापस जा रहे हैं
मां बोली चलो ठीक है अपने-अपने घर जाकर मां बेटे बहन भाई की चुदाई में हम सब व्यस्त हो जाएंगे और गोवा की यादों को अपने पास रखेंगे
रचना ने आगे कहा : धन्यवाद माँ जी आपके कारण मेरी झिझक दूर हुई नहीं तो अभी तक में भाई से चुदवाती तो जरूर थी पर मन में एक ग्लानि भरी रहती थी अब आपने मुझे बता दिया कि भाई बहन का प्यार इस तरह से भी बहुत अच्छा है इस तरह से से भाई बहन, मां बेटे की चुदाई बहुत आनंददायक होती है और इसमें कुछ भी गलत नहीं होता तो मेरे मन में जो गलत भावना थी वह निकल गई और मैंने बहुत ही खूबसूरती से खुलकर अपने भाई से चुदाई का आनंद लिया धन्यवाद मां कहकर रचना माँ से लिपट गई
रचना बोली अब हमें चलना चाहिए आपको पॅकिंग करनी हे फिर एयरपोर्ट के लिए निकलेंगे और हमें भी शाम को निकलना है
दिनेश बोला हम अपने कमरे में जाकर कुछ नींद लेंगे और तो साथ गोवा के अपने आखिर 6-7 घंटों को और यादगार बनाने की कोशिश करेंगे
मां बोली मानभर चुदाई करना साथ ही ध्यान रखना कि गोवा ही नहीं बल्कि आगे की पूरी जिंदगी में तुम दोनों एक दूसरे का ध्यान रखना और साथ ही तुम्हारे लाइफ-पार्टनर कभी भी तुम्हारे से असंतुष्ट ना हूं
दोनों अपने-अपने पति या पत्नी की पूरी तसल्ली करने के साथ साथी भाई बहन को चुदाई का आनंद देना तभी मजा आता है, जैसे मैं अपनी पति की सेवा में कोई भी कसर नहीं छोड़ते हुए अपने बेटे का पूरा ध्यान रखती हूं वैसे ही तुम दोनों अपने-अपने पति और पत्नी को पूरी तरह से संतुष्ट करते हुए एक दूसरे की चुदाई का पूरा आनंद लेना
इसके साथ ही हमारी गोवा यात्रा खत्म हुई और हम अगले दिन दोपहर को घर पहुंचे

घर पर पिताजी हमारा इंतजार कर रहे थे हमें हमारे चेहरे पर मस्ती की आभा देखकर पिताजी ने कुछ नोट किया होगा और बोले की चलो अच्छा हुआ तुम दोनों मां बेटा घूम आए अब मुझे छुट्टी मिली है तुम मेरे साथ मेरे साथ दुबारा गोवा चलो
मां का मन बल्लिया उछलने लगा और चूत रस बरसाने लगी कि अभी गोवा में बेटे के साथ मस्ती कर के घर पहुंची ही थी कि पति उसे वापिस चोदने के लिए गोवा ले जा रहा है
अगले दिन माँ बाप के गोवा जाते ही मौसी अकेली ही हमारे घर पर आ गई तो मेरी चांदी हो गई
 
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congratulations for new thread dost lekin aisa lag raha jise aapne story ke bich ka update de diya ye first update nai lagta
 

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