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मम्मी का शौहर
( मुस्लिम दोस्त बना मम्मी का शौहर )
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( मुस्लिम दोस्त बना मम्मी का शौहर )
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तो कृपया मुझे सुझाव दें???
चित्रण कैसा है.....
ये कहानी मैंने जुलाई 2019 में किसी दूसरी वेबसाईट पर अलग नाम और किरदार से शुरू की थी।
lustyweb.live पर इस कहानी की पटकथा और संवाद को अपने अनुकूल भी लिखा है जो copyright का सीधा उलंघन है।
कुछ लोग ऐसे भी कहते और समझते हैं कि ये कहानी किसी ओर की है।
तो इस तरह के लोग ये जान लीजिए और अपनी सोच और रिसर्च का दायरा बढ़ाया।
मैं यहां lustyweb.live पर अपनी दूसरी वेबसाईट का प्रयोग नहीं कर सकता है क्योंकि ये lutsyweb.live की privacy policy उलंघन होगा।
धन्यवाद
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परिचय
पापा - राघव 46 बिजनेस मैन अच्छे आदमी जो आपने परिवार से प्यार करते हैं
दादी, 69 धार्मिक औरत घर की बड़ी अपने पोते-पोतियों से प्यार करती हैं
मम्मी- सुनीता 40 एक घरेलू पूजा पाठ वाली संस्कारी औरत ही बेहद ही खुबसूरत ही थोड़ी मोटी एच 34 डीडी 32 36।
इस उम्र में एकदम ताज़े गुलाब की तरह खिली हुई।
जो अपने पति और बच्चे से प्यार करती हैं
कभी किसी पराए मर्द की तरफ कभी आंख उठा कर देखा।
दीदी - रानी 22 बिजनेस में पापा की मदद करती है भाई से बहुत लगाव छोटा जो हूं तो।
चाची, राधा 38 है तो अच्छी भतीजे और बच्चों से प्यार बहुत करती है, पर मम्मी से थोड़ा बचती है, क्योंकि मम्मी की ही चलती है, नियम कायदे कानून में
बेटा,, अभिराज (अभी) 18 अच्छा संस्कारी, अपनी मम्मी पापा से बहुत प्यार करता हूं एक अच्छा दोस्त अमीर गरीब नहीं मानता
ड्राइवर- अब्दुल 43 अच्छा वफादार मगर मजहब का पक्का
सलमा, - ड्राइवर की बीवी 38 अच्छी है ग़रीबी तो उसे अच्छा नहीं लगती और थोड़ी अकडू भी है पर अपने बेटे असलम से बहुत प्यार करती है।
असलम - ड्राइवर का बेटा या अभी का सबसे अच्छा दोस्त
दोस्तों के लिए बहुत वफादार बड़ो का सम्मान भी करता है थोड़े सपने देखने वाला।
इसके मिल्फ यानि बड़ी उमर की औरत पसंद है मिलफ बीएफ देखता है
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