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लन्दन ब्रिटेन में मैंने पंजाबी सेक्स का मजा लिया. एक पंजाबी लड़की मेरी दोस्त थी. एक वीकेंड पर हम पी रहे थे कि उसे ज्यादा चढ़ गयी. उसके बाद क्या हुआ?
मेरा नाम धवल है. यह मेरी पहली पंजाबी सेक्स कहानी है, यदि कोई ग़लती हो, तो माफ़ करना.
मेरी उम्र तीस साल है, मैं छह फीट का हूँ. मेरे लंड की लंबाई पांच इंच की है. मैं अभी बड़ोदरा में रहता हूँ. ये बात दो साल पुरानी है. ये पंजाबी सेक्स कहानी मेरी सच्ची कहानी है.
उस समय मैं लन्दन ब्रिटेन में था. वहां मेरी एक पंजाबी फ्रेंड थी, उसका नाम ज्योति था. वो उनतीस साल की थी. ज्योति दिखने में एक माल थी. उसका फिगर साइज़ 36-30-38 का था और उसकी लंबाई साढ़े पांच फुट की थी. वो एक ऐसी हसीना थी, जिसे देख कर किसी का भी लंड खड़ा हो जाए.
पहले ज्योति और मैं सिर्फ़ अच्छे दोस्त थे, पर हम दोनों कुछ दूसरे और फ्रेंड्स के साथ वीकेंड में पार्टी करते थे. इस वजह से उससे मेरी दोस्ती बड़ी अच्छी हो गई थी.
ऐसे ही एक वीकेंड पर हम दोनों ने ड्रिंक की. उसके बाद में बाकी के सब फ्रेंड्स डाइनिंग एरिया में खाना खाने के लिए चले गए. मेरा पैग अभी बाकी था तो मैं बैठा था.
ज्योति को मेरा साथ अच्छा लगता था तो वो भी मेरे साथ ही मेरे बाजू में बैठी थी. उसका पैग भी अभी चल रहा था. उसको इस वक्त हल्का हल्का नशा होने लगा था, तो वो मेरे कंधे पर सर रख कर बैठी थी.
चूंकि मुझे भी नशा हो गया था, तो मैंने उस पंजाबी लड़की को किस कर दिया. उसने भी मेरे किस का साथ दिया और उसने भी मुझे किस कर दिया. हम दोनों एक दूसरे की आंखों में देखने लगे. अगले ही पल हम दोनों के होंठ एक दूसरे से जुड़ गए. जबरदस्त चूमाचाटी चलने लगी.
हम दोनों दो मिनट तक किस करते रहे. बाद में जब हम दोनों अलग हुए, तो वो बोली- रहने दे यार … कोई आ जाएगा.
हम दोनों एक दूसरे को प्यार से देखते हुए अलग हो गए … पर सच तो यही था कि सबको पता चल गया था. डाइनिंग एरिया से हम दोनों को स्मूच करते हुए सबने देख लिया था.
फिर हम दोनों भी उधर ही चले गए और हमने भी खाना खाया. उसने खाने के साथ भी ड्रिंक किया, ये कुछ ज़्यादा ही हो गई थी. इससे हुआ ये कि उसको दारू चढ़ गई. उसको चक्कर से आने लगे और कुछ उल्टी जैसी स्थिति बनने लगी. वो भाग कर उल्टी करने के लिए टॉयलेट में घुस गई.
उसके साथ उसकी एक और सहेली भी गई थी. वो उसकी हेल्प करने के लिए गई थी.
अब तक मेरा खाना हो गया था, तो मैं उधर को चला गया. मैंने देखा, तो वहां ज्योति की फ्रेंड को समझ आ गया कि मैं क्यों आया हूँ.
उसने मुझे इशारा किया और वो बाहर निकल गई. मैं टॉयलेट के अन्दर घुस गया. मैंने दरवाजा अन्दर से बंद कर लिया.
मेरा नाम धवल है. यह मेरी पहली पंजाबी सेक्स कहानी है, यदि कोई ग़लती हो, तो माफ़ करना.
मेरी उम्र तीस साल है, मैं छह फीट का हूँ. मेरे लंड की लंबाई पांच इंच की है. मैं अभी बड़ोदरा में रहता हूँ. ये बात दो साल पुरानी है. ये पंजाबी सेक्स कहानी मेरी सच्ची कहानी है.
उस समय मैं लन्दन ब्रिटेन में था. वहां मेरी एक पंजाबी फ्रेंड थी, उसका नाम ज्योति था. वो उनतीस साल की थी. ज्योति दिखने में एक माल थी. उसका फिगर साइज़ 36-30-38 का था और उसकी लंबाई साढ़े पांच फुट की थी. वो एक ऐसी हसीना थी, जिसे देख कर किसी का भी लंड खड़ा हो जाए.
पहले ज्योति और मैं सिर्फ़ अच्छे दोस्त थे, पर हम दोनों कुछ दूसरे और फ्रेंड्स के साथ वीकेंड में पार्टी करते थे. इस वजह से उससे मेरी दोस्ती बड़ी अच्छी हो गई थी.
ऐसे ही एक वीकेंड पर हम दोनों ने ड्रिंक की. उसके बाद में बाकी के सब फ्रेंड्स डाइनिंग एरिया में खाना खाने के लिए चले गए. मेरा पैग अभी बाकी था तो मैं बैठा था.
ज्योति को मेरा साथ अच्छा लगता था तो वो भी मेरे साथ ही मेरे बाजू में बैठी थी. उसका पैग भी अभी चल रहा था. उसको इस वक्त हल्का हल्का नशा होने लगा था, तो वो मेरे कंधे पर सर रख कर बैठी थी.
चूंकि मुझे भी नशा हो गया था, तो मैंने उस पंजाबी लड़की को किस कर दिया. उसने भी मेरे किस का साथ दिया और उसने भी मुझे किस कर दिया. हम दोनों एक दूसरे की आंखों में देखने लगे. अगले ही पल हम दोनों के होंठ एक दूसरे से जुड़ गए. जबरदस्त चूमाचाटी चलने लगी.
हम दोनों दो मिनट तक किस करते रहे. बाद में जब हम दोनों अलग हुए, तो वो बोली- रहने दे यार … कोई आ जाएगा.
हम दोनों एक दूसरे को प्यार से देखते हुए अलग हो गए … पर सच तो यही था कि सबको पता चल गया था. डाइनिंग एरिया से हम दोनों को स्मूच करते हुए सबने देख लिया था.
फिर हम दोनों भी उधर ही चले गए और हमने भी खाना खाया. उसने खाने के साथ भी ड्रिंक किया, ये कुछ ज़्यादा ही हो गई थी. इससे हुआ ये कि उसको दारू चढ़ गई. उसको चक्कर से आने लगे और कुछ उल्टी जैसी स्थिति बनने लगी. वो भाग कर उल्टी करने के लिए टॉयलेट में घुस गई.
उसके साथ उसकी एक और सहेली भी गई थी. वो उसकी हेल्प करने के लिए गई थी.
अब तक मेरा खाना हो गया था, तो मैं उधर को चला गया. मैंने देखा, तो वहां ज्योति की फ्रेंड को समझ आ गया कि मैं क्यों आया हूँ.
उसने मुझे इशारा किया और वो बाहर निकल गई. मैं टॉयलेट के अन्दर घुस गया. मैंने दरवाजा अन्दर से बंद कर लिया.