कर्नल: क्या मस्त माल है यार तुम्हारी बेटी, एक बार बस मिल जाए तो। ये कहते हुए वह अपना लौड़ा मसलने लगा।
राजीव ना हाँ कर पाया और ना ही ना।
कर्नल बोलता चला गया: यार, अगर तुमको ऐतराज़ ना हो तो आज रात ही महक को भी बिस्तर पर खींच लाएँगे। फिर चारों मज़े से सामूहिक चुदाई करेंगे। क्या कहते हो?
राजीव: मुझे समझ नहीं आ रहा है कुछ भी। वो अमिता की बुर और गाँड़ की फ़ोटो दिखाओ ना।
कर्नल: कहा ना फ़ोटो क्या दिखाना है, अभी उसे बुलाता हूँ और जो देखना होगा सब देख लेना साली का।
यह कहकर उसने बाहर आकर अमिता को आवाज़ दी। राजीव ने देखा कि कर्नल की पैंट में भी तंबू बना हुआ है।
अमिता महक से बोली: मैं अभी आइ, पापा बुला रहे हैं।
वह उठकर राजीव के कमरे में आइ और दरवाज़े के पीछे खड़े कर्नल ने दरवाज़ा बंद कर दिया। अब कर्नल आकर राजीव के साथ बिस्तर पर बैठ गया। अमिता सामने खड़ी हो गयी थी।
उधर महक सोची कि ऐसी क्या बात है जिसके लिए अमिता को बुलाया है। वो जाकर खिड़की से परदा हटाकर झाँकी और उसका मुँह खुला रह गया।
अंदर कर्नल अमिता के गाल सहलाकर बोला: अमिता, राजीव का तुम पर दिल आ गया है। वो तुम्हारी बुर और गाँड़ देखना चाहता है। दिखा दो ज़रा। अपनी पैंटी नीचे करो।
अमिता शर्मा कर बोली: क्या पापा छी मुझे शर्म आ रही है।
कर्नल: अरे मेरी रँडी बेटी, जैसा कह रहा हूँ करो, पैंटी नीचे करो।
अमिता ने चुपचाप पैंटी घुटनो तक नीचे कर दी। अब कर्नल ने उसकी स्कर्ट ऊपर कर दी और महक के आँखों के सामने उसके मोटे गोल चूतर थे। राजीव की आँखें उसकी बुर पर टिकी थी।
कर्नल: बोलो मस्त फूलि हुई है ना इसकी बुर ?
राजीव: हाँ यार बहुत सुंदर है। फिर वह हाथ बढ़ाकर उसकी बुर को सहलाने लगा। अनिता हाऽऽऽय्य कर उठी।
राजीव: सच में यार मस्त चिकनी बुर है चोदने में बहुत मज़ा आएगा। फिर वह उसको सहलाया और दो ऊँगली अंदर डालकर बोला: आह मस्त टाइट बुर है। अब वो उँगलियाँ निकाल कर चाटने लगा।
कर्नल: चल साली रँडी अब पलट कर अपनी गाँड़ दिखा।
अमिता चुपचाप पलट गयी। अब महक के सामने उसकी नंगी बुर थी। उधर राजीव उसके मस्त गोल गोल चूतरों को सहला रहा था। तभी कर्नल बोला: अमिता अपनी गाँड़ दिखाओ अंकल को , वो बहुत मस्ती से तुम्हारी गाँड़ मार कर तुमको मज़ा देंगे।
यह सुनकर अमिता ने अपने दोनो चूतरों को फ़ैलाया और राजीव उसकी गाँड़ के खुले छेद को देखकर समझ गया कि वह अक्सर गाँड़ मरवाती है। अब राजीव ने उसकी गाँड़ सहलायी और उसमें एक ऊँगली डाला और अंदर बाहर किया। तभी कर्नल ने उसकी बुर को दबाना शुरू किया। अब अमिता आऽऽऽऽहहह करने लगी। फिर बोली: अभी छोड़िए ना, महक, शिवा और मालिनी घर में हैं। बाद में रात को कर लीजिएगा।
अब दोनों ने उसे छोड़ दिया पर कर्नल बोला: बस एक बार आगे झुक कर अपनी बुर और गाँड़ की छवि तो दिखा दो अंकल को।
वह मुस्कुरा कर आगे झुकी और दोनों अधेड़ मर्द उसकी नंगी जवानी जा हुस्न देखकर मस्ती से अपने लौड़े मसलने लगे। फिर वह उठकर अपनी पैंटी ऊपर की और स्कर्ट नीचे करके कमरे से बाहर आने के पहले अपना हाथ बढ़ाकर एक एक हाथ में दोनों के लौड़ों को पैंट के ऊपर से दबा दी और बोली: रात को मज़ा करेंगे।
महक भी भागकर अपने कमरे में आयी और बाथरूम में घुस गयी। पिशाब करके उसने अपनी वासना को क़ाबू में किया और वापस कमरे में आयी तो अनिता वहाँ बैठकर टी वी देख रही थी जैसे कुछ हुआ ही नहीं हो। महक के दिमाग़ में एक बात ही चल रही थी कि उसके पापा ने कर्नल की महक के बारे में की गई गंदी बातों का कोई जवाब नहीं दिया और ना ही उसे ऐसी बात करने से टोका। इसका मतलब वो भी यही चाहते हैं कि मैं उनके दोस्त से चुदवाऊँ!! हे भगवान , ये सब क्या हो रहा है? वो आज तक अपने पति के अलावा किसी और से नहीं चुदी थी। यहाँ उसके पापा के दोस्त और क्या पता पापा भी उसको चोदने के चक्कर में है।
महक का सिर घूमने लगा कि ये उसकी ज़िंदगी में कैसा मोड आने वाला है। क्या वो इसके लिए तय्यार है ? पता नहीं आज की रात कैसे बीतेगी और उसकी ज़िंदगी में कैसा तूफ़ान आएगा?
शाम के नाश्ते के बाद शिवा और मालिनी एयरपोर्ट के लिए चले गए। राजीव ने रानी को छुट्टी दे दी और डिनर बाहर एक रेस्तराँ में करने का प्लान बनाया। सब तय्यार होकर एक रेस्तराँ के लिए निकले। महक भी अब अमिता की तरह स्कर्ट और टॉप में ही थी। दोनों की मस्त गोरी जाँघें बहुत मादक दिख रही थीं। कार में दोनों मर्द आगे बैठे और लड़कियाँ पीछे बैठीं।
रेस्तराँ में राजीव और अमिता अग़ल बग़ल एक सोफ़े पर बैठे और महक के साथ कर्नल बैठ गया। हल्का अँधेरा सा था हॉल में और सॉफ़्ट म्यूज़िक भी बज रहा था। कुछ जोड़े डान्स फ़्लोर पर नाच भी रहे थे। राजीव ने अपने लिए और कर्नल के लिए विस्की ऑर्डर की और लड़कियों को पूछा किक्या लेंगी।
कर्नल: वाइन लेंगी और क्या लेंगी? ठीक है ना महक?
महक मुस्कुरा दी: ठीक है अंकल ले लूँगी। अमिता क्या लेगी?
कर्नल: अरे वो तो विस्की भी ले लेती है पर अभी वाइन से ही शुरुआत करेगी।
फिर जैसे जैसे शराब अंदर जाने लगी, माहोल रोमांटिक होने लगा। राजीव का हाथ अमिता की नंगी जाँघों पर था और वह उसकी स्कर्ट को ऊपर करके सहलाए जा रहा था। अब कर्नल महक को बोला: बेटी, अब तुम बड़ी हो गयी हो, विस्की का भी मज़ा लो।
महक भी सुरुर में आ गई थी: ठीक है अंकल दीजिए , मुझे सब चलता है।
जब कर्नल ने देखा कि महक थोड़ी सी टुन्न हो रही है तो वह उसको बोला: क्या मैं अपनी प्यारी सी बेटी को डान्स फ़्लोर में चलने को कह सकता हूँ?
महक: ज़रूर अंकल चलिए ना डान्स करते हैं।
अमेरिकन सभ्यता का असर भी तो था।
अब वो दोनों डान्स करने लगे। अब कर्नल ने उसकी कमर में हाथ डालके उसको अपने से चिपका लिया। उसके बड़े बड़े बूब्ज़ कर्नल की छाती से टकरा रहे थे और वह उसके नंगी कमर को सहलाए जा रहा था। थोड़ी देर बाद कर्नल ने उसके निचले हिस्से को भी अपने निचले हिस्से से चिपका लिया और महक को उसके खड़े लौड़े का अहसास अपने पेट के निचले हिस्से पर होने लगा। वो अब ख़ुद भी उसकी मर्दानी गंध से जैसे मदहोश सी होने लगी। तभी कर्नल ने उसकी बाँह उठाकर नाचते हुए उसकी बग़ल में नाक घुसेड़ दी और उसकी गंध से मस्त होकर बोला: बेटी, तुम्हारे बदन की ख़ुशबू बहुत मादक है।
महक शर्मा कर: अंकल क्या कर रहे हैं? कोई देख लेगा?
कर्नल: बेटी, सब अपनी मस्ती में खोए हुए हैं, किसी को दूसरे की कोई फ़िक्र ही नहीं है। यह कहते हुए उसने महक को अपने से और ज़ोर से चिपका लिया। फिर वह बोला: बेटी, मुझे तुम्हारे पति से जलन हो रही है।
महक: वो क्यों?
कर्नल: क्या क़िस्मत पायी है जो उसे तुम्हारे जैसे बीवी मिली है। क्या मस्त बदन है तुम्हारा। वो तो तुमको छोड़ता ही नहीं होगा ना? दिन रात तुमसे लगा रहता होगा?
महक मुस्कुरा कर: अंकल शुरू शुरू में तो ऐसा ही था, पर अब हमारी शादी को छे साल हो गए हैं , अब वो बात कहाँ?
कर्नल: बेटी, तुम्हारी जवानी तो अब निखार पर आइ है। फिर वो उसकी कमर से हाथ ले जाकर उसके चूतर को हल्के से सहलाया और बोला: देखो क्या मस्त बदन है अब तुम्हारा । हर जगह के उभार कितने मस्त हैं। और फिर वह उसके चूतर दबा दिया।
महक जानती थी कि अगर उसने अभी कर्नल को नहीं रोका तो बाद में उसे रोकना नामुमकिन हो जाएगा। पर तभी कर्नल ने झुक कर उसकी टॉप से बाहर झाँक रही चूचियों पर चुम्बन ले लिया और महक का रहा सहा विरोध भी ख़त्म हो गया। उसकी बुर गीली होकर चुदाई की डिमांड करने लगी। वैसे भी उसे काफ़ी दिन हो गए थे चुदवाए हुए।
महक: चलिए अब वापस टेबल पर चलते हैं।
उधर राजीव और अमिता उनको देखे जा रहे थे। जैसे ही वो दोनों डान्स फ़्लोर पर गए अमिता बोली: अंकल कर्नल साहब आज आपकी बेटी को पटा के ही छोड़ेंगे।
राजीव ने उसकी जाँघ सहलाते हुए कहा: अच्छा है ना, अगर उसे कर्नल पसंद है, तो वह उससे चुदवा ले। इसमें बुराई क्या है?
फिर वह अमिता को बोला: बेटी, तुम बाथरूम जाकर पैंटी उतार कर अपने पर्स में डाल लो। मुझे तुम्हारी बुर में ऊँगली करनी है।
अमिता: अंकल पैंटी को एक तरफ़ कर देती हूँ, आप ऊँगली डाल लीजिए। यह कहकर वो थोड़ी सी उठी और शायद उसने पैंटी को एक तरफ़ को कर दिया। अब राजीव ने उसकी जाँघों के बीच उँगलिया डाली और वो सीधे बुर के अंदर चली गयीं। अमिता की आऽऽऽह निकल गयी। राजीव की उँगलियाँ जल्दी ही गीली हो गयीं। वह उनको चाटने लगा। तभी अमिता बोली: देखिए अंकल, कर्नल के हाथ अब महक के चूतर दबा रहे हैं। और आऽऽऽहहह देखिए वो अब उसकी चूचियाँ चूम रहे हैं।