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UPDATE:10
वाह क्या देवेर जी, भाभी मैं चाहता हू कि आप घोड़ी बन कर मेरा लंड अपनी गंद मे लो और मम्मी
को सुला कर उसकी चूत आप पियो और मम्मी रश्मि दीदी की चूत पीए, पर देवेर जी तुम्हारी मा
इसके लिए राज़ी होगी क्या, अरे भाभी इसी लिए तो आप के पास आया हू, भाई ये तो थोड़ी बड़ी समस्या
है, भाभी एक आइडिया है मेरे पास पर वो आपको करना होगा आरती वह क्या, एक बार आप मम्मी
की मालिश कर दो तो वह चूत क्या गंद भी चटा लेगी और मेरा ख्याल है वह आपकी चूत भी
पीने के लिए तैयार है क्यो कि कल चोद्ते समय वह बहुत चूत चाटने की बात कर रही थी,
वह भी चुदस्पान मे आप से कम नही है, उसकी बात सुन कर मैं समझ गया कि यह भी
बुर चूसाने और चूसने के लिए बेकरार है. ठीक है हम कल ही कुछ करते है लेकिन ननद
रानी का क्या करे वह अपनी मम्मी से अपनी चूत चटवाएगी क्या, भाभी दीदी की फिकर तुम मत
करो बस मम्मी को तुम राज़ी करो मैं दीदी को पटा लेता हू, फिर हमारा सीन यह होगा कि मे
तुम्हे घोड़ी बना कर पीछे से तुम्हारी गंद मारूँगा तुम अपने आगे मम्मी को घोड़ी
बना कर उसकी चूत चाटना और मम्मी, दीदी को घोड़ी बनाकर उसकी चूत चातेगी, फिर हम
चारो एक साथ जब बिस्तर पर नंगे होकर एक दूसरे से चिपकेंगे तो पूरा कमरा हम सब की
सिसकियो से गूँज उठेगा, और फिर पापा और भैया के ऑफीस जाते ही हम पूरे घर मे नंगे
ही रहेगे और मैं तुम तीनो घोड़ियो को पूरे घर मे नंगी कर के दौड़ाउँगा, और जब जिस
घोड़ी पर मन करेगा चढ़ जाउन्गा, इसे कहते है भाभी "तीन घोड़िया एक घुड़सवार"
और फिर अजय पूरा नंगा होकर अपनी भाभी को पूरी नंगी करके उसके नंगे गदराए बदन
से चिपक कर उसकी चूत मारने लग जाता है
गीता अपने कमरे मे ड्रेसिंग टेबल के सामने बैठी अपने होंठो पर लिपस्टिक लगा रही थी
और अपने गदराए हुस्न को अपने गांद के उपर से निहार रही थी और मन ही मन सोच रही थी,
मैं 45 की होने के बाद भी कितनी सेक्सी और कामुक दिखाई देती हू और अपने मोटे मोटे दूध को
मिरर मे निहारती हुई उन पर अपने हाथ फेरने लगी फिर उसके मन मे आया कि मैं केवेल
पॅंटी और ब्रा मे कैसी लगती हू ज़रा देखु तो और उसने अपना गाउन उतार दिया और मिरर के
सामने अपने मस्ताने फिगुर को निहारते हुए वह कभी अपने मोटे दूध को अपने हाथो से
उठा उठा कर देखती कभी अपनी गहरी नाभि और पेट पर बल खाती सलवटो को देखती फिर उसने
पॅंटी के उपर से ही अपनी फूली हुई चूत पर हाथ फेरते हुए, हाय मेरी चूत कितनी फूली हुई
है, वाकई उसका लाजवाब बदन था जो इस वक्त वाइट कलर की क्टन की ब्रा और पॅंटी मे गजब
ढा रहा था उसकी जाँघो का भराव उसकी पेट का उठाव और मोटे मोटे पपीते जैसे मसल
चुचियो और उन पर एक लंबी लकीर की गहराई उसके हुस्न को बड़ा मादक बना रहे थे, फिर
गीता पीछे घूम कर अपनी मोटी गंद को मिरर मे निहारने लगी उसकी वाइट कलर की
पॅंटी उसके मोटे मोटे चूतादो की दरार मई धसि हुई थी,
उसने अपनी पॅंटी को थोड़ा खींच कर पूरी अपनी मोटी गंद की दरार मे फँसा दिया जिससे
उसके मोटे मोटे दोनो चूतादो के पाट पूरे नंगे दिखने लगे और वह अपनी मोटी गंद को
मिरर के सामने और उभर कर देखने लगी , हाय कितनी बड़ी और मोटी गंद है मेरी, तभी तो इस
मतवाली गंद को देख कर मेरा बेटा भी मेरी गदराई गंद मारने को तड़प गया, ऐसी मोटी
गंद जिसकी भी मम्मी की होगी वो बेटा अपनी मम्मी की मोटी गंद एक ना एक बार मारने की ज़रूर
सोचता होगा, अपनी गदराई मम्मी की ऐसी मोटी गंद देख कर तो अच्छे अच्छे बेटो का मन
अपनी मा पर चढ़ने का करने लगता होगा और उनका लंड अपनी मम्मी की मोटे मोटे ऐसे
गदराए चूतड़ देख कर झटके मरने लगता होगा, आज कल की औरते तो यू भी जब 40-45 तक
पहुचती है तब तक उनके बेटे का लंड अपनी मम्मी को चोदने लायक हो ही जाता है, तभी तो
बेटे अपने मा की मोटी गंद से दिन भर चिपकने की कोशिश करते है और मा सोचती है कि
मेरा बेटा मुझसे प्यार करता है इसलिए चिपक रहा है, वह यह नही समझती कि उसका बेटा
उनकी मस्तानी मोटी गंद मारने के लिए तड़प रहा है, और बेचारे अपनी मम्मी को अपने ख्यालो
मे ही नंगी देख देख कर मूठ मार लेते है,
यूँ भी आज कल के बच्चे 14-15 के होते ही सबसे पहले अपनी मम्मी को ही नंगी देखने की
जुगाड़ मे रहते है और देख भी लेते है, वैसे एक बात तो मुझे भी समझ मे आ गई है कि
जब लड़का अपनी मम्मी को नंगी सोच सोच कर अपनी मम्मी को ही चोदने की कल्पना कर के
मूठ मारते है तो उन्हे सबसे ज़्यादा मज़ा आता है, और आजकल के बच्चे अपनी मा और
बहन की ब्रा और पॅंटी अपने घरो मे तंगी देखते है तो उनका लंड यह सोच कर खड़ा
हो जाता है कि मेरी मम्मी इस पॅंटी मे कैसी लगती होगी और फिर कल्पना करते है कि मेरी
मम्मी इस पॅंटी मे कैसी लगती होगी और यह वही पॅंटी है जो उसकी चूत से चिपकी हुई थी और
सोच सोच कर अपनी मा बहन की पॅंटी सूंघ सूंघ कर यह सोच कर मूठ मार देते है कि
वह अपनी मम्मी की चूत सूंघ रहे है, इसीलिए अजय भी पता नही कब से मेरी पॅंटी सूंघ
सूंघ कर लंड हिलाता रहा होगा. वैसे भी आज कल के लड़को को 40-45 की भरे बदन की अपनी
मा की उमर की औरतो को चोदने का बड़ा मन करता है, तभी तो अजय को अपनी भाभी और दीदी से भी ज़्यादा मुझे चोदने का मन करता है,
हाय कितना मोटा है मेरे बेटे का लंड और गीता की चूत अपने बेटे के मस्त लंड को याद कर
पानी छ्चोड़ने लगती है, और वह खड़ी खड़ी अपनी चूत मे दो उंगलिया थोड़ा पॅंटी सरका कर
डाल लेती है और आँखे बंद करके अपनी उंगली को अपनी चूत मे चलाने लगती है और हाय बेटा
चोद दे अपनी मम्मी को देख कैसे तेरी मम्मी की चूत तड़प रही है हाय अजय चोद दे
मुझे चोद दे बेटा और उंगलिया आगे पीछे करते करते जैसे ही अपनी आँखे खोलती है,
उसके हाथ वही के वही रुक जाते है और वह शर्मकार अपना गाउन उठा लेती है क्यो कि उसके
सामने आरती खड़ी खड़ी मंद मंद मुस्कुरा रही थी.
तभी आरती आगे हाथ बढ़ा कर गीता से उसका गाउन छ्चीन लेती है, गीता ये क्या कर रही है
तू बहू, आरती अरे मा जी आप भी ना अपनी बेटी की उमर की बहू से शर्मा रही है, मैं तो आपका
शरीर का फिटनेस देख कर चकित हू आपने अपने आपको इतना मेनटेन वो भी इस उमर मे
कैसे कर रखा है, मैं तो आपका इतना गतिला और सुंदर फिगुर देखकर हैरान हू, गीता
थोड़ा मन ही मन खुस होती हुई (औरतो की यह बीमारी है कि कोई उनके फिगर की तारीफ कर दे तो वो
तुरंत चने के झाड़ पर चढ़ जाती है) क्या सचमुच बहू मैं इतनी अच्छी दिखती हू, आरती
गीता को पकड़कर ब्रा और पॅंटी मे ही बेड पर बैठते हुए अरे मम्मी आप का फिगुर ही
नही आप का पूरा बदन और आपका भरा हुआ चेहरा भी इतना सुंदर है कि कोई मर्द क्या
औरत भी आपको चूमे बिना ना रह पाएगी और गीता के गालो को चूम लेती है, गीता अब तू
मज़ाक कर रही है बहू, अरे नही मम्मी ये सच है, मेरी खुद की मम्मी भी ऐसे ही
सुंदर दिखाई देती थी तब मैं उसे प्यार करे बिना नही रह पाती थी, और जब से अपने ससुराल
आई हू अपनी मम्मी को बहुत मिस करती हू, गीता अरे बहू दिल छ्होटा क्यो करती है क्या
मैने तुझमे और रश्मि मे कभी कोई अंतर समझा है, मैं तुझे अपनी बेटी ही समझती हू,
और तू मुझे अपनी मा ही समझ और अपना दिल छ्होटा ना कर, ओह मम्मी आप कितनी अच्छी है,
जब मेरी मम्मी मुझे ऐसे ही प्यार करती थी तो मैं उन्हे बहुत चूमती थी, उनका रूप भी
आपकी तरह ही निखरा हुआ था, इसलिए मेरी शुरू से ही उन्हे प्यार करने की आदत हो गई थी
मुझे उनका फिगुर बहुत सुंदर लगता था कभी कभी तो मैं उन्हे पूरे जिस्म पर प्यार करती थी
और गीता के गालो को फिर चूम लेती है, गीता पहले से ही गरम थी और आरती द्वारा कामुक
तरीके से उसका बदन सहलाते हुए उसके भरे हुए गाल चूमने से उसे एक अनोखे सुख की
अनुभूति होने लगती है जिसे आरती ताड़ जाती है और अपनी सास को अपनी बाँहो मे भर कर एक गहरा चुंबन उसके होंठो पर देती है,
मम्मी जी आज मेरा दिल कर रहा है कि मैं आपको
अपनी मम्मी की तरह ही प्यार करू और अपनी सास के भरे हुए मसल दूध को अपने हाथो
से दबा देती है, गीता बहू तू तो मेरी बेटी ही है, सो मुझे अपनी मम्मी समझ कर जितना
चाहे प्यार कर, उसके इतना कहने पर आरती गीता को लेकर लेट जाती है और उसके होंठो को बुरी
तरह चूसने लगती है और उसके मोटे मोटे चूतादो को अपने हाथो से दबोचने लगती है,
गीता सिसकिया लेती हुई अपनी जंघे खोल देती है और आरती उसकी फूली हुई बुर को पॅंटी के अंदर
हाथ डाल कर दबोच लेती है, गीता सीसियते हुए आह बहू ये क्या कर रही है बेटी, मा जी
आपकी चूत कितनी सुंदर है मुझे आज पता चल तभी तो अजय दिन भर मुझसे आपकी चूत की
बात करता है, गीता चोन्क्ते हुए क्या कह रही है बहू, हाँ माजी अजय आपको बहुत चाहता
है है यहा तक कि आपने जो पॅंटी पहन रखी वह वह आपका बेटा ही आपके लिए पसंद
करके लाया है, और अपनी एक उंगली गीता की चूत मे डाल देती है, गीता आह आह ओह बहू बहुत
अच्छा लग रहा है तेरे हाथो मे तो जादू है, आह बेटी, और क्या कह रहा था अजय मेरे
बारे मे, आरती अरे माजी वह कह रहा था कि भाभी मम्मी इस वाइट कलर की पॅंटी मे कितनी
सुंदर लगेगी, और तो और माजी अजय आपकी इन मोटी मोटी गंद का तो दीवाना है, और पूरा हाथ
पॅंटी मे भर कर गीता की चूत से लेकर गंद के छेद तक को सहलाने लगती है और गीता
अपनी पूरी जाँघ खोल देती है, गीता सी सी आ आह ओह बहू और क्या कहता है मेरा बेटा मेरे
बारे मे, आरती मा जी सच कहु अजय आपको पूरी नंगी कर के चोदना चाहता है, और अपनी दो
उंगलिया एक साथ अपनी सास की चूत मे डाल कर आगे पीछे करने लगती है,
और गीता अपनी
कमर धीरे धीरे उचकाने लगती है, माजी अजय आपको पूरी नंगी करके खूब चोदना चाहता
है, गीता और क्या करना चाहता है मेरा बेटे अपनी मम्मी के साथ, आरती माजी अजय तो सबसे
जयदा दीवाना आपकी मोटी गंद का है कह रहा था कि भाभी मैं अपनी मम्मी की मोटी गंद
को अपने लंड से चोदना चाहता हू, और गीता के होंठो को चूम कर एक दम अलग हो जाती
है गीता अपनी आँखे खोलती हुई क्या हुआ बहू हट क्यो गई, अरे मा जी ज़रा ठहरिए मैं भी
अपने कपड़े निकाल देती हू और फिर आरती पूरी नंगी हो जाती है और अपनी सास के गदराए नंगे
बदन से चिपक कर उसके पूरे नंगे बदन को चूमने लगती और धीरे धीरे अपनी सास के
दूध, पेट और नाभि को चूमती हुई जैसे ही अपना मूह अपनी सास की फूली हुई चूत पर रखती
है गीता एक दम तड़प जाती है और आरती की टाँगे पकड़ कर उसे अपने मूह की ओर खींच कर
उसकी चूत पर अपना मूह लगाकर अपनी बहू की रसीली चूत को मूह मे भर कर पीने लगती है
दोनो सास बहू 69 की पोज़िशन मे एक दूसरे के उपर चढ़ कर एक दूसरे की रसीली चूत चूसने
लगती है, गीता अपनी पूरी जंघे खोल कर अपनी टांग को मोड़ लेती है, और आरती अपनी सास की चूत
का रस खींच खींच कर पीने लगती है,
गीता आह आह ओह बहू आह हाँ ऐसे ही आह और फिर
अपनी बहू की चूत की पूरी फांको को फैलाकर उसके गुलाबी छेद मे अपनी जीभ डाल कर
उसका रस खींच खींच कर चूसने लगती है, करीब 20 मिनिट की गहराई चूत चुसाइ के बाद
दोनो सास बहू एक दूसरे के मूह मे अपना पानी छोड़ देती है,
और फिर एक दूसरे से चिपक कर लेट जाती है, आरती मम्मी आपको को बुरा तो नही लगा, गीता
अपनी बहू के गालो पर हाथ फेरते हुए नही बहू आज तूने मुझे एक नये सुख का अनुभव
कराया है जिसका मुझे बिल्कुल भी आभाष नही था, अच्छा मम्मी अजय जब आपको चोदता है
तब आपको कैसा लगता है, गीता चोन्क्ते हुए, मतलब तू सब जानती है, आरती हाँ मम्मी मैं
सब जानती हू, गीता तूने भी तो अजय से चुदवा रखा है तुझे कैसा लगा, आरती सचमुच
मम्मी अजय जैसा तगड़ा लंड खाकर मेरी चूत मस्त हो जाती है, मैं तो उससे चुदने के लिए
तड़प रही हू, गीता हाँ बेटी मेरा भी यही हाल है, अजय जब मुझे चोद्ता है तो मेरा रोम
रोम खिल उठता है, अजय का लंड बहुत कठोर और बड़ा हो जाता है जब वह मेरी चूत मारता
है, पर बहू तूने ये सब कहाँ से सीखा है जो अभी मेरे साथ किया, आरती अरे मा जी आप नही
जानती जब एक औरत दूसरी औरत की चूत चुस्ती है तो कितना आनंद आता है, हाँ वो तो तूने मेरी
चूत चूस कर आज बता दिया, आरती अच्छा मम्मी आपको मेरी चूत का पानी कैसा लगा क्या
आपको भी उतना ही मज़ा आया जितना मज़ा मुझे आपकी चूत चूस कर आया,गीता बेटी तेरी चूत
की खुश्बू ने मुझे पागल कर दिया है, मैं एक बार और तेरी चूत चूसना चाहती हू, हाँ क्यो
नही माजी, अब मैं आपको दूसरे तरीके से अपनी चूत चुसाउन्गि और आरती पूरी नंगी खड़ी
होकर अपनी सास के मूह पर बैठ जाती है गीता उसकी इस हरकत से मस्त होकर उसकी चूत की
फांको को फैला फैला कर चाटने लगती है,
को सुला कर उसकी चूत आप पियो और मम्मी रश्मि दीदी की चूत पीए, पर देवेर जी तुम्हारी मा
इसके लिए राज़ी होगी क्या, अरे भाभी इसी लिए तो आप के पास आया हू, भाई ये तो थोड़ी बड़ी समस्या
है, भाभी एक आइडिया है मेरे पास पर वो आपको करना होगा आरती वह क्या, एक बार आप मम्मी
की मालिश कर दो तो वह चूत क्या गंद भी चटा लेगी और मेरा ख्याल है वह आपकी चूत भी
पीने के लिए तैयार है क्यो कि कल चोद्ते समय वह बहुत चूत चाटने की बात कर रही थी,
वह भी चुदस्पान मे आप से कम नही है, उसकी बात सुन कर मैं समझ गया कि यह भी
बुर चूसाने और चूसने के लिए बेकरार है. ठीक है हम कल ही कुछ करते है लेकिन ननद
रानी का क्या करे वह अपनी मम्मी से अपनी चूत चटवाएगी क्या, भाभी दीदी की फिकर तुम मत
करो बस मम्मी को तुम राज़ी करो मैं दीदी को पटा लेता हू, फिर हमारा सीन यह होगा कि मे
तुम्हे घोड़ी बना कर पीछे से तुम्हारी गंद मारूँगा तुम अपने आगे मम्मी को घोड़ी
बना कर उसकी चूत चाटना और मम्मी, दीदी को घोड़ी बनाकर उसकी चूत चातेगी, फिर हम
चारो एक साथ जब बिस्तर पर नंगे होकर एक दूसरे से चिपकेंगे तो पूरा कमरा हम सब की
सिसकियो से गूँज उठेगा, और फिर पापा और भैया के ऑफीस जाते ही हम पूरे घर मे नंगे
ही रहेगे और मैं तुम तीनो घोड़ियो को पूरे घर मे नंगी कर के दौड़ाउँगा, और जब जिस
घोड़ी पर मन करेगा चढ़ जाउन्गा, इसे कहते है भाभी "तीन घोड़िया एक घुड़सवार"
और फिर अजय पूरा नंगा होकर अपनी भाभी को पूरी नंगी करके उसके नंगे गदराए बदन
से चिपक कर उसकी चूत मारने लग जाता है
गीता अपने कमरे मे ड्रेसिंग टेबल के सामने बैठी अपने होंठो पर लिपस्टिक लगा रही थी
और अपने गदराए हुस्न को अपने गांद के उपर से निहार रही थी और मन ही मन सोच रही थी,
मैं 45 की होने के बाद भी कितनी सेक्सी और कामुक दिखाई देती हू और अपने मोटे मोटे दूध को
मिरर मे निहारती हुई उन पर अपने हाथ फेरने लगी फिर उसके मन मे आया कि मैं केवेल
पॅंटी और ब्रा मे कैसी लगती हू ज़रा देखु तो और उसने अपना गाउन उतार दिया और मिरर के
सामने अपने मस्ताने फिगुर को निहारते हुए वह कभी अपने मोटे दूध को अपने हाथो से
उठा उठा कर देखती कभी अपनी गहरी नाभि और पेट पर बल खाती सलवटो को देखती फिर उसने
पॅंटी के उपर से ही अपनी फूली हुई चूत पर हाथ फेरते हुए, हाय मेरी चूत कितनी फूली हुई
है, वाकई उसका लाजवाब बदन था जो इस वक्त वाइट कलर की क्टन की ब्रा और पॅंटी मे गजब
ढा रहा था उसकी जाँघो का भराव उसकी पेट का उठाव और मोटे मोटे पपीते जैसे मसल
चुचियो और उन पर एक लंबी लकीर की गहराई उसके हुस्न को बड़ा मादक बना रहे थे, फिर
गीता पीछे घूम कर अपनी मोटी गंद को मिरर मे निहारने लगी उसकी वाइट कलर की
पॅंटी उसके मोटे मोटे चूतादो की दरार मई धसि हुई थी,
उसने अपनी पॅंटी को थोड़ा खींच कर पूरी अपनी मोटी गंद की दरार मे फँसा दिया जिससे
उसके मोटे मोटे दोनो चूतादो के पाट पूरे नंगे दिखने लगे और वह अपनी मोटी गंद को
मिरर के सामने और उभर कर देखने लगी , हाय कितनी बड़ी और मोटी गंद है मेरी, तभी तो इस
मतवाली गंद को देख कर मेरा बेटा भी मेरी गदराई गंद मारने को तड़प गया, ऐसी मोटी
गंद जिसकी भी मम्मी की होगी वो बेटा अपनी मम्मी की मोटी गंद एक ना एक बार मारने की ज़रूर
सोचता होगा, अपनी गदराई मम्मी की ऐसी मोटी गंद देख कर तो अच्छे अच्छे बेटो का मन
अपनी मा पर चढ़ने का करने लगता होगा और उनका लंड अपनी मम्मी की मोटे मोटे ऐसे
गदराए चूतड़ देख कर झटके मरने लगता होगा, आज कल की औरते तो यू भी जब 40-45 तक
पहुचती है तब तक उनके बेटे का लंड अपनी मम्मी को चोदने लायक हो ही जाता है, तभी तो
बेटे अपने मा की मोटी गंद से दिन भर चिपकने की कोशिश करते है और मा सोचती है कि
मेरा बेटा मुझसे प्यार करता है इसलिए चिपक रहा है, वह यह नही समझती कि उसका बेटा
उनकी मस्तानी मोटी गंद मारने के लिए तड़प रहा है, और बेचारे अपनी मम्मी को अपने ख्यालो
मे ही नंगी देख देख कर मूठ मार लेते है,
यूँ भी आज कल के बच्चे 14-15 के होते ही सबसे पहले अपनी मम्मी को ही नंगी देखने की
जुगाड़ मे रहते है और देख भी लेते है, वैसे एक बात तो मुझे भी समझ मे आ गई है कि
जब लड़का अपनी मम्मी को नंगी सोच सोच कर अपनी मम्मी को ही चोदने की कल्पना कर के
मूठ मारते है तो उन्हे सबसे ज़्यादा मज़ा आता है, और आजकल के बच्चे अपनी मा और
बहन की ब्रा और पॅंटी अपने घरो मे तंगी देखते है तो उनका लंड यह सोच कर खड़ा
हो जाता है कि मेरी मम्मी इस पॅंटी मे कैसी लगती होगी और फिर कल्पना करते है कि मेरी
मम्मी इस पॅंटी मे कैसी लगती होगी और यह वही पॅंटी है जो उसकी चूत से चिपकी हुई थी और
सोच सोच कर अपनी मा बहन की पॅंटी सूंघ सूंघ कर यह सोच कर मूठ मार देते है कि
वह अपनी मम्मी की चूत सूंघ रहे है, इसीलिए अजय भी पता नही कब से मेरी पॅंटी सूंघ
सूंघ कर लंड हिलाता रहा होगा. वैसे भी आज कल के लड़को को 40-45 की भरे बदन की अपनी
मा की उमर की औरतो को चोदने का बड़ा मन करता है, तभी तो अजय को अपनी भाभी और दीदी से भी ज़्यादा मुझे चोदने का मन करता है,
हाय कितना मोटा है मेरे बेटे का लंड और गीता की चूत अपने बेटे के मस्त लंड को याद कर
पानी छ्चोड़ने लगती है, और वह खड़ी खड़ी अपनी चूत मे दो उंगलिया थोड़ा पॅंटी सरका कर
डाल लेती है और आँखे बंद करके अपनी उंगली को अपनी चूत मे चलाने लगती है और हाय बेटा
चोद दे अपनी मम्मी को देख कैसे तेरी मम्मी की चूत तड़प रही है हाय अजय चोद दे
मुझे चोद दे बेटा और उंगलिया आगे पीछे करते करते जैसे ही अपनी आँखे खोलती है,
उसके हाथ वही के वही रुक जाते है और वह शर्मकार अपना गाउन उठा लेती है क्यो कि उसके
सामने आरती खड़ी खड़ी मंद मंद मुस्कुरा रही थी.
तभी आरती आगे हाथ बढ़ा कर गीता से उसका गाउन छ्चीन लेती है, गीता ये क्या कर रही है
तू बहू, आरती अरे मा जी आप भी ना अपनी बेटी की उमर की बहू से शर्मा रही है, मैं तो आपका
शरीर का फिटनेस देख कर चकित हू आपने अपने आपको इतना मेनटेन वो भी इस उमर मे
कैसे कर रखा है, मैं तो आपका इतना गतिला और सुंदर फिगुर देखकर हैरान हू, गीता
थोड़ा मन ही मन खुस होती हुई (औरतो की यह बीमारी है कि कोई उनके फिगर की तारीफ कर दे तो वो
तुरंत चने के झाड़ पर चढ़ जाती है) क्या सचमुच बहू मैं इतनी अच्छी दिखती हू, आरती
गीता को पकड़कर ब्रा और पॅंटी मे ही बेड पर बैठते हुए अरे मम्मी आप का फिगुर ही
नही आप का पूरा बदन और आपका भरा हुआ चेहरा भी इतना सुंदर है कि कोई मर्द क्या
औरत भी आपको चूमे बिना ना रह पाएगी और गीता के गालो को चूम लेती है, गीता अब तू
मज़ाक कर रही है बहू, अरे नही मम्मी ये सच है, मेरी खुद की मम्मी भी ऐसे ही
सुंदर दिखाई देती थी तब मैं उसे प्यार करे बिना नही रह पाती थी, और जब से अपने ससुराल
आई हू अपनी मम्मी को बहुत मिस करती हू, गीता अरे बहू दिल छ्होटा क्यो करती है क्या
मैने तुझमे और रश्मि मे कभी कोई अंतर समझा है, मैं तुझे अपनी बेटी ही समझती हू,
और तू मुझे अपनी मा ही समझ और अपना दिल छ्होटा ना कर, ओह मम्मी आप कितनी अच्छी है,
जब मेरी मम्मी मुझे ऐसे ही प्यार करती थी तो मैं उन्हे बहुत चूमती थी, उनका रूप भी
आपकी तरह ही निखरा हुआ था, इसलिए मेरी शुरू से ही उन्हे प्यार करने की आदत हो गई थी
मुझे उनका फिगुर बहुत सुंदर लगता था कभी कभी तो मैं उन्हे पूरे जिस्म पर प्यार करती थी
और गीता के गालो को फिर चूम लेती है, गीता पहले से ही गरम थी और आरती द्वारा कामुक
तरीके से उसका बदन सहलाते हुए उसके भरे हुए गाल चूमने से उसे एक अनोखे सुख की
अनुभूति होने लगती है जिसे आरती ताड़ जाती है और अपनी सास को अपनी बाँहो मे भर कर एक गहरा चुंबन उसके होंठो पर देती है,
मम्मी जी आज मेरा दिल कर रहा है कि मैं आपको
अपनी मम्मी की तरह ही प्यार करू और अपनी सास के भरे हुए मसल दूध को अपने हाथो
से दबा देती है, गीता बहू तू तो मेरी बेटी ही है, सो मुझे अपनी मम्मी समझ कर जितना
चाहे प्यार कर, उसके इतना कहने पर आरती गीता को लेकर लेट जाती है और उसके होंठो को बुरी
तरह चूसने लगती है और उसके मोटे मोटे चूतादो को अपने हाथो से दबोचने लगती है,
गीता सिसकिया लेती हुई अपनी जंघे खोल देती है और आरती उसकी फूली हुई बुर को पॅंटी के अंदर
हाथ डाल कर दबोच लेती है, गीता सीसियते हुए आह बहू ये क्या कर रही है बेटी, मा जी
आपकी चूत कितनी सुंदर है मुझे आज पता चल तभी तो अजय दिन भर मुझसे आपकी चूत की
बात करता है, गीता चोन्क्ते हुए क्या कह रही है बहू, हाँ माजी अजय आपको बहुत चाहता
है है यहा तक कि आपने जो पॅंटी पहन रखी वह वह आपका बेटा ही आपके लिए पसंद
करके लाया है, और अपनी एक उंगली गीता की चूत मे डाल देती है, गीता आह आह ओह बहू बहुत
अच्छा लग रहा है तेरे हाथो मे तो जादू है, आह बेटी, और क्या कह रहा था अजय मेरे
बारे मे, आरती अरे माजी वह कह रहा था कि भाभी मम्मी इस वाइट कलर की पॅंटी मे कितनी
सुंदर लगेगी, और तो और माजी अजय आपकी इन मोटी मोटी गंद का तो दीवाना है, और पूरा हाथ
पॅंटी मे भर कर गीता की चूत से लेकर गंद के छेद तक को सहलाने लगती है और गीता
अपनी पूरी जाँघ खोल देती है, गीता सी सी आ आह ओह बहू और क्या कहता है मेरा बेटा मेरे
बारे मे, आरती मा जी सच कहु अजय आपको पूरी नंगी कर के चोदना चाहता है, और अपनी दो
उंगलिया एक साथ अपनी सास की चूत मे डाल कर आगे पीछे करने लगती है,
और गीता अपनी
कमर धीरे धीरे उचकाने लगती है, माजी अजय आपको पूरी नंगी करके खूब चोदना चाहता
है, गीता और क्या करना चाहता है मेरा बेटे अपनी मम्मी के साथ, आरती माजी अजय तो सबसे
जयदा दीवाना आपकी मोटी गंद का है कह रहा था कि भाभी मैं अपनी मम्मी की मोटी गंद
को अपने लंड से चोदना चाहता हू, और गीता के होंठो को चूम कर एक दम अलग हो जाती
है गीता अपनी आँखे खोलती हुई क्या हुआ बहू हट क्यो गई, अरे मा जी ज़रा ठहरिए मैं भी
अपने कपड़े निकाल देती हू और फिर आरती पूरी नंगी हो जाती है और अपनी सास के गदराए नंगे
बदन से चिपक कर उसके पूरे नंगे बदन को चूमने लगती और धीरे धीरे अपनी सास के
दूध, पेट और नाभि को चूमती हुई जैसे ही अपना मूह अपनी सास की फूली हुई चूत पर रखती
है गीता एक दम तड़प जाती है और आरती की टाँगे पकड़ कर उसे अपने मूह की ओर खींच कर
उसकी चूत पर अपना मूह लगाकर अपनी बहू की रसीली चूत को मूह मे भर कर पीने लगती है
दोनो सास बहू 69 की पोज़िशन मे एक दूसरे के उपर चढ़ कर एक दूसरे की रसीली चूत चूसने
लगती है, गीता अपनी पूरी जंघे खोल कर अपनी टांग को मोड़ लेती है, और आरती अपनी सास की चूत
का रस खींच खींच कर पीने लगती है,
गीता आह आह ओह बहू आह हाँ ऐसे ही आह और फिर
अपनी बहू की चूत की पूरी फांको को फैलाकर उसके गुलाबी छेद मे अपनी जीभ डाल कर
उसका रस खींच खींच कर चूसने लगती है, करीब 20 मिनिट की गहराई चूत चुसाइ के बाद
दोनो सास बहू एक दूसरे के मूह मे अपना पानी छोड़ देती है,
और फिर एक दूसरे से चिपक कर लेट जाती है, आरती मम्मी आपको को बुरा तो नही लगा, गीता
अपनी बहू के गालो पर हाथ फेरते हुए नही बहू आज तूने मुझे एक नये सुख का अनुभव
कराया है जिसका मुझे बिल्कुल भी आभाष नही था, अच्छा मम्मी अजय जब आपको चोदता है
तब आपको कैसा लगता है, गीता चोन्क्ते हुए, मतलब तू सब जानती है, आरती हाँ मम्मी मैं
सब जानती हू, गीता तूने भी तो अजय से चुदवा रखा है तुझे कैसा लगा, आरती सचमुच
मम्मी अजय जैसा तगड़ा लंड खाकर मेरी चूत मस्त हो जाती है, मैं तो उससे चुदने के लिए
तड़प रही हू, गीता हाँ बेटी मेरा भी यही हाल है, अजय जब मुझे चोद्ता है तो मेरा रोम
रोम खिल उठता है, अजय का लंड बहुत कठोर और बड़ा हो जाता है जब वह मेरी चूत मारता
है, पर बहू तूने ये सब कहाँ से सीखा है जो अभी मेरे साथ किया, आरती अरे मा जी आप नही
जानती जब एक औरत दूसरी औरत की चूत चुस्ती है तो कितना आनंद आता है, हाँ वो तो तूने मेरी
चूत चूस कर आज बता दिया, आरती अच्छा मम्मी आपको मेरी चूत का पानी कैसा लगा क्या
आपको भी उतना ही मज़ा आया जितना मज़ा मुझे आपकी चूत चूस कर आया,गीता बेटी तेरी चूत
की खुश्बू ने मुझे पागल कर दिया है, मैं एक बार और तेरी चूत चूसना चाहती हू, हाँ क्यो
नही माजी, अब मैं आपको दूसरे तरीके से अपनी चूत चुसाउन्गि और आरती पूरी नंगी खड़ी
होकर अपनी सास के मूह पर बैठ जाती है गीता उसकी इस हरकत से मस्त होकर उसकी चूत की
फांको को फैला फैला कर चाटने लगती है,
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