Update 6
तो दोस्तों आप लोगों ने अभी तक यह पढा कि पप्पू अब मेरा गुलाम बन चुका था मैं तो उसे वीडियो देखा कर ब्लैकमेल करना चाहता था मगर वह तो मेरा लौड़ा देखकर खुद ही मेरा गुलाम बन गया था।
पप्पू घर चला गया और जाते-जाते मेरा मोबाइल नंबर भी ले गया मैं भी घर की तरफ चल पड़ा आप लोगों को पहले भी बताया था खेत से घर की तरफ जाते हैं तो पुष्पा काकी का घर आता है रास्ते में मैं जब पुष्पा भाभी के घर के पास गया तो देखा पुष्पा काफी बाहर गाय का दूध निकाल रही थी मैंने सोचा साली को थोड़ा मचा रखा था थोड़ा डर आता हूं।
और उसकी तरफ देखकर हंसते हुए गाना गाने लगा गोरी गोरी गैया गोरे गोरे गाल यह तो लगता है असलम भाई का माल।
साली की गांड फट गई दूध दोहना रोक दिया और बोली यह क्या बेहूदा मजाक है।
मैंने कहा अरे पुष्पा तू नाराज क्यों होती है तुझे थोड़ी बोल रहा हूं गाय को बोल रहा हूं मैंने तुम्हारे खेतों में असलम भाई को इस गोरी गाय को पानी पिलाते हुए देखा था मैंने इसका वीडियो भी बनाया था तुम्हारी गांड असलम भाई का पानी पीते हुए बहुत मस्त लग रही थी मुझे भी मौका दो अपनी गाय को अपना पानी पिलाने का।
पुष्पा काकी कुछ नहीं बोली और मैंने आज पहली बार उसे उसके नाम से और तू कहकर बुलाया था फिर भी कुछ नहीं बोली बोलती क्या कुछ बोलने की हालत में भी नहीं थी।
मैं वहां से चला गया और वह मुझे जाता हुआ देखती रही।
पुष्पा काकि के सर पर बम फोड़ के मैं चला आया और सोचा आज साली सारी रात नहीं सोए गी उसे नींद नहीं आएगी आज तक मुझे दूर करती रही अब खुद मेरे पास आएगी बात करने के लिए।
मैं घर आया तो देखा घर पर कोई नहीं था कहां मर गए सब फिर सोचा कहीं भी जाए मुझे क्या गांव छोड़ कर तो नहीं गए आ जाएंगे और मैं फोन में वीडियो देखने लगा गे वीडियो पप्पू की गांड कैसे मारूं यह सोचने लगे किस तरीके से उसकी गांड मारी किस पोजीशन में मारो वीडियो देखते देखते अंधेरा हो गया।तभी किसीका फ़ोन आया।मैंने कहा साला मुझे कौन फोन कर रहा है।आजतक किसीने फोन नही किया।मैने फोन उठाया और बोला-हेलो कौन बोल रहा है।
सामने से आवाज़ आई -मालिक मै बोल रहा हूँ आपका गुलाम।
मैं बोला- अरे पपु तू क्या कर रहा है। ओर फोन किसलिए किया।
पपु- कुछ नहीं मालिक बैठा हूँ ।आपकी बहुत याद आ रही थी इसलिए फोन किया।
मैं-मेरी याद आ रही थी या मेरे लौड़े की।
पप्पू- आपकी भी और आपके लौड़े की भी।
मैं,-साली रण्डी 1 घंटा पहले अपने लौड़े से तेरा मुँह चोदा और तुझे अपने लौड़े का माल भी पिलाया था। तुझे मज़ा नहीं आया क्या।
पप्पू- मालिक बहुत मज़ा आया मगर आपने मेरी गांड नहीं मारी। मैं आपका लौड़ा अपनी गांड में लेना चाहता हूँ।बहुत मन कर रहा है गांड मरवाने का।
मैं- फिक्र मत कर मेरी रण्डी कल पूरा दिन तेरी गांड मारूँगा अपने लौड़े के माल से से तेरा पेट भर दूंगा।तू बस तेरी माँ और बेहन के बारे में गंदी गन्दी बातें बोलकर मुझे खुश किया कर। अच्छा बता तेरी माँ बेहन को गाली देकर तुझे मज़ा आता है या बुरा लगता है। अगर बुरा लगे तो गाली मत देना मैं बुरा नहीं मानूँगा।अगर बुरा ना लगे तो मेरे आगे आज के बाद उसको माँ मत बोलना । वो ही बोलना जिसे सुनके तेरे मालिक को मज़ा आये।हाँ पुष्पा को नाम से बुला सकता है।
पप्पू- मालिक आप कैसी बातें कर रहे है।मुझे बुरा क्यों लगेगा।आप मेरे मालिक है आपकी खुशी में मेरी खुशी है। मैं आपका गुलाम हू। पुष्पा मेरी नज़र मैं सिर्फ आपकी रण्डी है। आपके आगे क्या आप कहे तो अभी पुष्पा के मुंह पे उसको बोल दू तू मेरे मालिक की रण्डी है।
पप्पू की बातें सुनकर मुझे बहुत मज़ा आ रहा था।
अब मुझे पक्का यकीन हो गया था कि अगर मैं पप्पू के सामने उसकी माँ को रण्डी बनाकर चोदूगा तो पप्पू बुरा नही मानेगा।
मै- नहीं मेरी रांड अभी नही जब मै बोलूंगा तब तू पुष्पा को मेरे सामने उसके मुँह पे उसको रण्डी बोलना।
पप्पू- जी मालिक
मैं- अरे पप्पू तेरे घर पे मखन तो होगा मैंने सुना है तुजे मखन खाने का बहुत शौक है।
पप्पू- हाँ मालिक मखन बहुत है मुझे मखन बहुत अच्छा लगता है।मैं रोज सुबह खाता हूं।मगर आप क्यों पूछ रहे हैं मालिक।
मैं-ठीक है कल सुबह तू मखन मत खाना
पप्पू- ठीक है मालिक लेकिन क्यों।
मैं- क्योंकि तू ढेर सारा मखन लेकर झोपड़ी पे आना फिर मेरे लौड़े पे मखन लगा कर चाटना।और मैं लौड़े पे मखन लगाकर कर तेरी गांड मारूँगा।
पप्पू- फिर तो मुझे बहुत मजा आएगा मालिक आप मुझसे कितना प्यार करते हैं गोविंद ने कभी मुझसे ऐसा प्यार नहीं किया वह तो बस आता और मेरी गांड में अपना छोटा सा लौड़ा डालकर मेरी गांड मारता बस मुझे मजा भी नहीं आता था।
मैं- पप्पू तू मेरी रंडी है तुझे प्यार तो करूंगा ही कल देखना मैं तुझे कितना प्यार करता हूं
अच्छा पप्पू यह बता तेरी बहन राधा के कपड़े हैं घर पर।
पप्पू- हां है 3 ड्रेस पड़ी है मगर दीदी के कपड़ों का क्या काम है
मैं- पप्पू अब तू राधा को दीदी नहीं बोल सकता अब तू मेरा गुलाम हो गया है अब तेरा किसी के साथ कोई रिश्ता नहीं अभी तेरा रिश्ता सिर्फ मेरे साथ है गुलाम और मालिक का रिश्ता अब तू किसी को भी रिश्ते से नहीं बुलाएगा उसका नाम ले सकता है या जो मैं बोलूं वह बोल सकता अपनी बहन राधा को तू राधा या रण्डी कुत्तिया छिनार हरामजादी जितनी गंदी गंदी गालियां है वह दे सकता है मगर दीदी कभी नहीं बोल सकता।
पप्पू- माफ कर दो मालिक गलती हो गई अब उस रंडी को उस कुत्तिया को कभी दीदी नहीं बोलूंगा आप नाराज मत हो मालिक गलती हो गई मुझसे।
मैं- ठीक है सुन राधा का एक अच्छा सा ड्रेस अपनी बैग में डाल के झोपड़ी पर सुबह जल्दी चला जाना मेरे आने से पहले और वो ड्रेस पहन कर तैयार रहना और अच्छे से नहा धोकर झोपड़ी पर जाना क्रीम पाउडर लगाना और क्रीम अपनी गांड पे भी लगाना एकदम चिकना होकर आना और अगर लिपिस्टिक हो तो झोपड़ी पर जाकर अपने होठों पर लगा देना एकदम लड़की दिखना चाहिए मैं तुझे लड़की समझ कर तुझसे प्यार करूंगा तेरी गांड फाड़ दूंगा तेरा मुंह चोदूंगा
पप्पू- शुक्रिया मालिक आप कितने अच्छे हैं मेरी भी बचपन से इच्छा है कि मैं लड़की के कपड़े पहनू हूं और कोई मुझे प्यार करें आज आपने मेरा सपना पूरा कर दिया आप सच में से मालिक अब मैं आपके लिए कुछ भी कर सकता हूं मालिक।
मैं-तू फिक्र मत कर मैं तुझे कल इतना प्यार करुंगा ओर इतना प्यार करूँगा कि तू चीला चिल्ला कर आसमान सर पे उठा देगा।
ठीक है मेरी रांड कल करना अपने मालिक की सेवा अब फोन रख ।
ओर मैंने फोन काट दिया।
पप्पू अब मेरी मुठी में था और रही बात पुष्पा की तो पुष्प को तो मैं ब्लैकमेल करके भी चोद सकता हूं अपनी रंडी बना सकता मगर उसमें मजा नहीं आता मजा तो तब आता जब पुष्पा अपनी खुशी से मेरी रंडी बनी मेरी गुलामी स्वीकार करें उसे भी मेरी रण्डी बनने में मजा आए मेरी रण्डी बन कर वह खुश रहे।
पप्पू से बातें करने से मेरा लंड खड़ा हो गया था मगर मैं मुठ नहीं मारना चाहता था इसलिए फोन देखने लगा।
1 घण्टे बाद मेरे परिवार के सब लोग घर आ गए।पता नहीं कहाँ गये थे बड़े बन ठन के गये थे।मैंने कुछ नहीं पूछा मुझे पता था कोई सही से जवाब नहीं देगा।जहां भी गये थे खाना खाके आये थे और मेरे लिए भी खाना लेकर आये थे।आप लोग सोच रहे होंगे कि मुझसे कितना प्यार करते जो मेरे लिये खाना लेकर आए।कोई प्यार व्यार नहीं करते मेरी जगह अगर घर में कुत्ता भी होता उसके लिए भी खाना लेकर आते।
मेरी छोटी बहन कल्याणी ने मुझे खाना दिया और चुपचाप अपने कमरे में चली गई।मैंने भी खाना खाया और सो गया।
मैं सुबह जल्दी उठ गया।भाभी ओर पिताजी भी उठ गए थे और भाभी चाय बना रही थी। बाकी सब सो रही थी।
मैं नहाकर चाय पिये बगैर खेतों की तरफ चल पड़ा पप्पू की गांड जो मारनी थी मखन लगाके। hahahahhahahaha
मैं अपने घर से सीधा पपु के घर गया। घर पर पप्पू नहीं था। पता नहीं कब निकल गया झोपड़ी की और गांड मरवाने की जल्दी थी साले को।
पुष्पा चाय बना रही थी।हमेशा मुझे देख के मुंह बना लेती थी ओर मुझे जलील करती थी मगर आज कुछ नहीं बोली।चुपचाप चाय बना रही थी।अब उसे भी पता चल गया कि मैं उसके ओर असलम के बारे मैं सब जानता हूँ। वीडियो की बात से बहुत ज्यादा डरी हुई थी।
मैं आंगन में पड़ी खटिया पे बेठ गया औऱ पुष्पा से बोला - पुष्पा जल्दी से चाय पिला दे मुझे शहर जाना है।
शहर का इसलिए बोला क्योंकि साली मेरे पीछे पीछे झोपड़ी पर आ गई तो मेरा प्लान मुझ पर ही भारी पड़ेगा। पप्पू की गांड मारते हुए मेरा ही वीडियो बना ले साली का कुछ भरोसा नहीं और जिस तरीके से मैं पप्पू की गांड मार रहा होगा उस हिसाब से बलात्कार का केस भी हो सकता है क्योंकि मैं पप्पू की गांड बड़ी बेरहमी से मारूंगा। और गांव वाले वैसे भी मुझसे नफरत करते हैं साले जान से ही मार दे।
पुष्पा का काकी ने चाय बनाई और मेरे लिए भी चाय लेकर आई मुझे चाय हाथ में पकड़ादी।
मैं बोला पुष्पा तू भी अपनी चाय इधर लेकर आ जा और मेरे पास बैठकर पी।
पुष्पा ने वैसा ही किया और मेरे पास आकर खटिया पे बैठ गई और चाय पीने लगी मैं भी चाय पीने लगा फिर मैंने पूछा पुष्पा तेरा बेटा पप्पू कहां है वह बोली वह स्कूल गया है मैं बोला इतनी सुबह पुष्पा बोली मास्टर जी ने बुलाया है कोई काम था इसलिए जल्दी चला गया।
मैं मन में बोला साली तेरे बेटे का मास्टर में हूं मैंने उसे बुलाया है सुबह-सुबह और क्या काम है तेरे बेटे से वह शाम को आएगा तो पूछ लेना उसकी चाल बता देगी उसने क्या काम किया काम वो नहीं मैं उसका काम करूंगा।
वाह पुष्पा तूने चाय तो सी बनाई दूध गाय का था या बकरी का बसपा बोली गाय का दूध भ नहीं निकाला बकरी के दूध से बनाई।
ठीक है पुष्पा अब मैं चलता हूं मुझे शहर जाना है देर हो रही है कल मैं वापस आऊंगा तुम घर पर ही रहना और असलम वाली बात भी करेंगे और तुझे वह वीडियो भी दिखाऊंगा अब मैं चलता हूं कल सुबह आऊंगा जल्दी मेरा इंतजार करना। और हां इस बारे में असलम से बात मत करना नहीं तो यह वीडियो में इंटरनेट पर चढ़ा दूंगा और फिर तेरा बेटा भी देखेगा गांव वाले भी देखेंगे और सारी दुनिया भी देखेंगे कि कैसे असलम तेरी गाय को अपना पानी पिला रहा था और तेरी गाय कैसे झुक कर पानी पी रही थी।
पुष्पा की हालत खराब थी उसके 12:00 बज चुके थे उसकी गांड फट चुकी थी वह कुछ बोलने की हालत में नहीं चाहिए और मैं चुपचाप वहां से चल पड़ा पप्पू का कल्याण करने के लिए आज पुष्पा का नहीं पप्पू का दिन था मेरा गुलाम मेरी रंडी मेरा इंतजार कर रही थी झोपड़ी पर।
मैं पप्पू के घर से निकल कर सीधा झोपड़ी पहुंच गया और जैसे ही झोपड़ी का दरवाजा खोला अंदर का नजारा देखकर मेरा दिल खुश हो गया अंदर पप्पू एक बहुत ही बढ़िया सलवार सूट पहनकर घुटनों के बल बैठा था सर पर दुपट्टा था पैरों में लेडीस सैंडल थी सच कह रहा हूं दोस्तों कोई माई का लाल भी नहीं कह सकता था यह लड़का है बिल्कुल लड़की जैसा था और मैं उसके पास गया और उसको कंधे से पकड़ कर खड़ा किया और उसके चेहरे से जैसे ही दुपट्टा हटा या मैं तो मोहित हो गया उसका चेहरा देखकर उसने कानों के झुमके पहने हुए थे माथे पर बिंदी थी गुलाबी होठों पर लिपस्टिक लगाई हुई थी कसम से वह लड़के ही नहीं हीरोइन लग रहा था मन किया इसके होठों को चूम लूं बहुत सारा प्यार करूं इसके चेहरे को मगर फिर दिल से आवाज आई आज तक तुझे किसी ने प्यार किया सबने तुमसे नफरत की तुझे कोई प्यार नहीं दे सकता तो तू भी किसी को प्यार नहीं दे सकता पप्पू भले ही आज तुमसे प्यार करता है तेरा गुलाम है मगर यह भी तुझसे नफरत करता था तू प्यार पाने के लिए नहीं बना है और ना ही किसी को प्यार देने के लिए बना लोग तुझे तकलीफ दे रहे हैं दे रहे थे तुम भी लोगों को तकलीफ भी देगा और इस तकलीफ में सामने वाले को मजा आये तो उसकी किस्मत।
फिर मैंने पप्पू को छोड़ दिया और पप्पू से बोला क्या बात है मेरी रांड आज तो बड़ी बन ठन के आइ है गांड मरवाने के लिए शर्मा भी ऐसे रही है जैसे आज तेरी सुहागरात है अरे नहीं सुहाग दिन है। अब शर्मा मत और घुटनों के बल बैठ जा मैं तेरा पति नहीं तेरा मालिक हूं तू मेरी बीवी नहीं मेरी रंडी है इसलिए शर्माना छोड़।
मैं जाकर खटिया पर बैठ गया और पप्पू से बोला चंडी मेरे पास आ पप्पू घुटना से चलते हुए एकदम कुत्तिया की तरह चलते हुए मेरे पैरों के पास आकर बैठ गया और बोला मालिक मैं आपके लिए नाश्ता ले कर आया हूं पहले आप नाश्ता कर लीजिए
मैंने कहा हां कर लेता हूं तू भी अपना स्पेशल नाश्ता लाया है स्पेशल तरीके से खाने के लिए पप्पू बोला हां मालिक लाया हूं वह घुटनों के बल चलते हुए नाश्ता लेकर मेरे पास आया मैं नाश्ता करने लगा और पप्पू से बोला चल मैं नाश्ता करता हूं तब तक तू अपने कपड़े उतार और यह झुमके कानों पर रहने देना।
मैंने नाश्ता कर लिया पप्पू ने भी कपड़े उतार दिए साला गांडू ब्रा पेंटी पहन के आया मैंने उससे कहा यह ब्रा पेंटी रहने दे यह मत बताना यह बाद में उतारना यह यह पैन के रखेगा तो मुझे लड़की वाली फिलिंग आएगी
पप्पू ने ब्रा पेंटी पहन के रखा अब मैंने भी अपने कपड़े उतार दिए और पप्पू से कहा जा मेरी रंडी मखन लेकर आ पप्पू कुत्तिया की तरह चलता हुआ गया और मक्खन लेकर आया।
मेरा लौड़ा पहले से ही पप्पू को देख कर खड़ा था मगर अब उसको ऐसे बरा पेंटी में कुत्तिया की तरह चलते हुए देखकर और ज्यादा कड़क हो गया था।
फिर मैं खटिया पर लेट गया और पप्पू से बोला मेरी टांगों के बीच आकर बैठ जा और मक्खन मेरे काले लोड़े पर लगा और कुत्तिया की तरह चार्ट मजे कर
पप्पू मेरी टांगों के बीच में आकर बैठ गया और डब्बे में से मक्खन लगाकर मेरे लोड़े पर लगाया और मुझसे बोला मालिक आप का लोड़ा आज तो कल से भी बड़ा लग रहा है मुझे बहुत मजा आएगा मैं कब से ऐसे बड़े और मोटे लोड़े के लिए तड़प रहा था आपने मुझ पर बहुत एहसान किया ऐसा लोड़ा देकर।
पप्पू मेरे लोड़े पर मक्खन लगा कर चाटने लगा साला एकदम पोर्न स्टार की तरह लोड़ा काट रहा था मुझे बहुत मजा आ रहा है कुछ देर जबान से काटने के बाद फिर पूरा लोड़ा मुंह में ले लिया और सारा मक्खन खा गया फिर लोड़े पर मक्खन लगाने लगा तो मैंने बोला पप्पू कल की तरह अपनी गांड मेरी तरफ कर और शेर मक्खन चाट मेरे लोड़े से।
पप्पू मेरी साइड पे बैठ गया और गांड मेरी तरफ करके लोड़े पर मक्खन लगा कर मेरा लौड़ा चाटने लगा मैंने उसकी गांड से पेंटी को नीचे सरकाय। और उसकी गांड दबाने लगा और गांड पर धीरे-धीरे थप्पड़ मारने लगा और पप्पू से बोला
मैं- पप्पू तू जानता है मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं इसलिए मैं तुझे लौड़ा चूसने दे रहा हूं और कल तेरा मुंह भी 14 और आज तेरी गांड भी मारूंगा मैंने तुझे अपनी रंडी भी बनाया तुझे अपना गुलाम भी बनाया क्योंकि मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं तुम मुझे बहुत अच्छा लगता मगर मेरी एक सपना है कि मैं किसी औरत को अपनी रंडी बनाऊं उसे चोदूं उसकी गांड मारो उसकी चूत में अपना लौड़ा डालो और तू भी पास में खड़ा रहे तुझे और उस औरत को मैं साथ में चोदू।
यह बोलकर मैं पप्पू कोई कांड पर जोरदार थप्पड़ बरसाने लगा पप्पू आहा आहा करने लगा फिर मैंने एक उंगली पप्पू के गांड के छेद पर फिराने लगा फिर मैं पप्पू से बोला थोड़ा मक्खन इधर दे तेरी गांड पर लगाता हूं पप्पू ने मुझे मखन दिया मैंने उसके गांड के छेद पर लगाया और शेद पर मक्खन घिसने लगा और धीरे-धीरे अपनी बड़ी उंगली उसकी गांड में डालने लगा।
पप्पू को बहुत मजा आ रहा था
फिर मैं पप्पू से बोला- बोल मेरी रंडी बोल मेरे गुलाम कोई है ऐसी औरत जो मेरी रंडी बन सके जो तेरे इस मालिक को खुश कर सके जो मुझे मालिक कहे और मेरी गुलाम बने जिसको मैं जब चाहूँ चोदूं दिन-रात चोदू मै जब उसे चोदूं तो तुझे भी मजा आए कभी-कभी तेरा लोड़ा भी खड़ा हो तो तू भी उसको चोदे बता ऐसी औरत कौन है जिसे मैं अपनी रंडी बनाऊं। पप्पू मुझे लगता है कोई औरत मेरी रंडी नहीं बनेगी कोई मुझसे अपनी चूत नहीं मरवाएगी तेरा मालिक यूं ही तड़पता रहेगा तू क्या चाहता है पप्पू तेरा मालिक यूं ही तड़पता रहे।
पप्पू जानता था मैं किस औरत के बारे में बोल रहा हूं किस औरत को अपनी रंडी बनाना चाहता हूं पप्पू कि मुझे खुश करना चाहता था ताकि मैं उसकी गांड मारो अब पप्पू मेरी खुशी के लिए कुछ भी कर सकता था क्योंकि वह अपने मालिक को खुश देखना चाहता था मालिक खुश रहेगा तो पप्पू को लगता था वह मेरी गांड मारेगा पप्पू गांड मरवाने के लिए कुछ भी कर सकता था।
पप्पू बोला मालिक मैं जानता हूं ऐसी औरत को जो आपकी रंडी बनेगी आप की गुलामी करेगी आपसे अपनी चूत मरवाईगि और गांड भी मरवाएगी उसकी गांड बहुत बड़ी है मालिक वह आपको बहुत मजा देगी आपको खुश रख देगी मैं आपको तड़पने नहीं दूंगा वह आपकी रंडी बनेगी नहीं तो मैं उसको पकड़ कर लाऊंगा आपके पास और उसे आप की रण्डी बनाऊंगा।
मैं जानता था पप्पू किसकी बात कर रहा हूं मैंने कल पप्पू को कहा था कि वह अपनी मां और बहन के बारे में गंदी गंदी बातें करेगा तो मैं उसकी गांड मारूंगा फिर भी मैंने उससे पूछा पप्पू कौन है वह औरत जो मेरी रंडी बनेगी जो मेरी रंडी बनने के लायक है जो मेरे लोड़े की सेवा करें हमेशा मेरी गुलाम बन कर रहे बता कौन है वह जिसके बारे में सोच कर तेरा यह छोटा लंड भी खड़ा हो गया बता कौन है अगर ऐसी औरत है तो मैं बहुत खुश हो जाऊंगा और तेरी गांड जबरदस्त तरीके से मारूंगा बता
पप्पू बोला मालिक औरत कोई और नहीं पुष्पा है जो आपकी रंडी बनने के लायक है
मैं बोला पप्पू तेरी मां मेरी रंडी नहीं बनेगी वह तो मुझे पसंद भी नहीं करती मुझसे नफरत करती है मुझसे ठीक से बात भी नहीं करती और वह तेरी मां है क्या तू अपनी मां को मेरी रंडी बनते हुए देखेगा क्या तू अपनी मां को मेरे सामने झुकते हुए देखेगा वह तेरी मां है तेरी सगी मां अगर वह मेरी रण्डी बनेगी तो तो रंडी की औलाद कहलाएगा मैं तेरी मां को तेरे सामने चोदूंगा तो तुझे बुरा नहीं लगेगा अगर वह मेरी रण्डी बनेगी तो मैं उसे तेरे घर पर अपनी झोपड़ी में खेतों में पहाड़ी पर हर जगह चोदूंगा उसे बेशर्म होकर चुदना पड़ेगा मुझसे उसे तुम्हारे घर पर हमेशा नंगी रहना पड़ेगा और तुझे भी नंगा रहना पड़ेगा क्या तू दिन भर अपनी मां को ऐसे नंगा घूमता हुआ देख पाएगा वह मुझे मालिक मालिक कहेगी मुझे बुरा नहीं लगेगा वह तेरी सगी मां है।
मैं पप्पू को बहुत जलील करना चाहता था ताकि आगे चलकर इन दो मां बेटे का मजा ले सकूं और यह कुछ नहीं बोले मगर या उल्टा हो रहा था पप्पू को अब मजा आ रहा था अपनी मां के बारे में गंदा सुनकर उसे जलील होने में मजा आ रहा था वह समझता था यह मालिक का प्यार है
और पप्पू बड़े ही जबरदस्त तरीके से मेरा लौड़ा चूसने लगा एकदम पागलों की तरह बस अभी मैंने अपनी उंगली में ढेर सारा मक्खन लगाकर पूरी उंगली उसकी गांड में डाल दी और गांड में उंगली आगे पीछे करने लगा और तभी पप्पू मुंह से लोड़ा बाहर निकाल कर बोला
ओह मालिक मुझे बुरा नहीं लगेगा मुझे तो पुष्पा के बारे में आपके मुंह से ऐसी बातें सुनकर भी मजा आ रहा है अगर यह सच में हुआ तो कितना मजा आएगा पूरा दिन मैं और पुष्पा नंगे रहेंगे वह आपके सामने नंगी रहेगी आप उसको चोदोगे मेरी भी गांड मार दोगे मेरे सामने उसकी चूत में अपना लौड़ा डालोगे मुझे तो बहुत मजा आएगा मगर मालिक उसकी चूत मारने के साथ-साथ मेरी गांड भी मारना मैं भी आपका गुलाम हूं आप जब भी घर आएंगे मैं और पुष्पा दोनों नंगे ही मिलेंगे पुष्पा भी आप भी रंडी मैं भी आप की रंडी हम दोनों रंडियां मिलकर आपको बहुत मजे देंगे आह मालिक मजा आ रहा है आपके हाथ में जादू है
उसकी कामुक आवाज में बातें सुनकर अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था और मैंने पप्पू से बोला मेरी रांड लोड़ा मुंह से बाहर निकाल और ढेर सारा मखन मेंरे लोड़े पर लगा और अपनी गांड के छेद पे भी लगा अब मैं तेरी गांड मारूंगा तूने मुझे बहुत खुश किया अब मैं तुझे खुश करूंगा और पप्पू ने वैसा ही किया ढेर सारा मखन मेरे लोड़े पर लगाया और अपनी गांड के छेद में भी पूरी गांड को माखन मल दिया।
फिर मैं पप्पू से बोला रंडी अब खटिया पर कुत्तिया बन जा आज मैं तुझे बहुत दर्द दूंगा अगर दर्द हो तो जितना जोर से चिल्लाना है चिल्ला क्योंकि तेरी आवाज कोई नहीं सुनेगा अपनी आवाज को अंदर मत दबाना जितनी तकलीफ हो उतना चलाना तेरे मालिक को मजा आएगा तेरी चीखें सुनकर
पप्पू खटिया पर कुत्तिया बन गया मैं उसके पीछे गया अपना लोड़ा पकड़ा जो मक्खन से भरा हुआ था और उसके गांड की छेद पे रखा और धक्का मारा मगर साले की गांड का छेद छोटा था लौड़ा अंदर नही घुसा
फिर मैंने उसके लड़कियां जैसे चूतड़ों को जोर से पकड़ा और लंड छेद पर लगा के उससे बोला अपनी गांड पीछे रखना आगे मत ले जाना फिर मैंने जोर से धक्का मारा और लैंड का टोपा अंदर चला गया पप्पू जोर से चीखा है
ओह मालिईईईईईक
मैंने पप्पू की परवाह किए बगैर उसके चूतड़ों को पकड़कर पूरी ताकत लगाकर एक जोर का धक्का मारा पूरा लौड़ा उसकी गांड में डाल दिया।
पप्पू खटिया पर लंबा हो गया और जोर जोर से चिल्लाने लगा साले की गांड इतनी टाइट थी कि मेरे लंड में भी दर्द होने लगा
पप्पू जोर जोर से चिल्ला रहा था मालिक दर्द हो रहा है बहुत दुख रहा है आपका लोड़ा बहुत बड़ा है
तो मैं बोला-पप्पू दर्द तो होगा ही पहली बार तुमने इतना बड़ा लौड़ा अपनी गांड में लिया दर्द तो तुझे तब भी हुआ था जब गोविंद ने पहली बार तेरी गांड मारी थी वह तो तुमसे प्यार भी नहीं करता मैं तो तुझसे प्यार करता हूं इसलिए तो तेरी गांड मारी मगर मुझे गांड मारने का शौक नहीं है अब तू बोल मैं तेरी गांड में से लौड़ा निकाल दूं अगर मैंने लोड़ा निकाला तो फिर नहीं डालूंगा और तेरा सपना अधूरा रह जाएगा बड़ा लौड़ा लेने का बोल तेरी गांड से लौड़ा निकाल दूं। पप्पू तू थोड़ी देर पहले बड़ी-बड़ी बातें कर रहा था मालिक मैं अपनी मां को तुम्हारी रंडी बना लूंगा मेरी मां आपकी रंडी बनेगी मैं और माँ दोनों आपकी रंडियां बनेंगे मगर अब तू खुद हार गया तू अपनी मां को मेरी क्या रंडी बनाएगा तू खुद रंडी बनने के लायक नहीं यह मेरा लौड़ा अब ना तुझे मिलेगा ना तेरी रण्डी मां को तेरी मां को अब तू अपनी मां कह सकता मैं किसी और को अपनी रंडी बना लूंगा मेरा अपना लौड़ा निकाल रहा हूं तू अपने घर जा अपनी मां को मां बोल अपनी बहन को भी बहन बोल मेरी रंडी बन्ना तेरी मां और तेरी बहन के नसीब में नहीं है और ना ही तेरे नसीब में तू मेरा गुलाम बनने के लायक नहीं।तू अपनी ये चिकनी ओर खूबसूरत गांड छोटे लंड से मरवा मेरा ये मोटा और लंबा लौड़ा तेरी गांड के नसीब में नहीं है।
तेरी गांड बड़े लौड़े के लिए बनी है तेरी गांड बड़ा लौड़ा मांगती है।पप्पू पीछे देख तेरी इस गोरी मखमली चिकनी खूबसूरत और एकदम लड़कीयों जैसी गांड मेरा काला मोटा और लंबा लौड़ा लेकर कितनी अच्छी लग रही है।
तेरी गांड पसन्द का लौड़ा लेकर बहुत खुश है।तेरी गांड को इतना दमदार लौड़ा मिला है तू क्या चाहता है तेरी गांड हमेशा तड़पती रहे ऐसे खतरनाक लौड़े के लिए।
और अपनी विधवा माँ के बारे में सोच पप्पू उसकी फूली हुई मालपुए जैसी चूत में जब ये मेरा इतना बड़ा लौड़ा जाएगा तो वो कितनी खुश होगी उसे कितना मज़ा आएगा।और उसकी गांड तो तूने देखी ही है कितनी बड़ी है उसमें मेरा ये हलावी लौड़ा डालकर अपनी रण्डी बनाकर तेरे सामने उसकी गांड मारूँगा तो वो तेरी माँ कितना चिलायेगी।उसे ज़ोर ज़ोर से चिलाते देख तुझे मज़ा नहीं आएगा क्या।सोच पप्पू याद कर अपनी मां का खूबसूरत चेहरा तेरे सामने तेरी माँ के खूबसूरत चेहरे पे जब मैं पेशाब करूँगा तो तुझे कितना मज़ा आएगा सोच।पप्पू तेरी माँ के गुलाबी होंठो को यादकर तेरी माँ के मुंह को याद कर तेरी माँ के मुँह में जब मैं अपना ये काला लण्ड घुसाकर बड़ी बेहरमी से तेरी माँ का मुंह चोदूगा तो तुझे कितना मज़ा आएगा सोच।और तेरी बेहन राधा तुझे बचपन मे अपनी गोद मे बिठाकर दौड़ती थी कूदती थी ।तेरी वो ही बेहन जब मेरे इस काले इतने बड़े को अपनी छोटी सी चूत में लेकर मेरी गोद में बैठकर कूदेगी और तुम्हारे घर हमारे सामने में नंगी दौड़ेगी और तू और तेरी रण्डी माँ उसे मेरे पास लेकर आओगे मैं उसकी गांड मारूँगा अपने इस लौड़े से सोच वो कितना चिलायेगी ओर कहेगी पप्पू मालिक ने मेरी गांड फाड़ दी।तुझे अच्छा नही लगेगा क्या। (उसके चेहरे को पकड़के मुँह में उंगली डालते हुए बोला) तू अपने आपको देख पप्पू तेरी खूबसूरत और लड़कियों जैसा चेहरा देख इसपे जब मैं अपने लौड़े का माल गिराउंगा तो कितना अच्छा लगेगा सोच और ये तेरा खूबसूरत मुँह तेरे गुलाबी होंठो में जब मेरा काला लौड़ा घुसाउंगा तो तुझे कितना मज़ा आएगा।पप्पू तू लड़का है फिर भी मैं तुझे लड़की समझकर तुझे अपना लौड़ा चुसने दिया तेरा मुँह भी चोदा अब तेरी इस मस्त गांड में अपना लौड़ा घुसाया।मुझे लड़को में intrest नहीं है फिर भी मैंने तुझे अपनी रण्डी क्यूँ बनाया पता है क्योंकि मैं तुझे पहचान गया हूं कि तू लड़का नहीं लड़की है तेरा ये 4इंच का लण्ड है तो क्या हुआ तेरा चेहरा लड़कियों जैसा है तेरी ये गांड लड़कियों जैसी है ।और मुझे तो तेरी गांड मारनी है तेरा मुह चोदना है।तेरे इस छोटे लण्ड से मुझे क्या मतलब।अपनी अंदर की औरत को पहचान पप्पू।
अब मैं पप्पू को पहचान गया था की उससे गांड मरवाने से ज्यादा गंदी बातों में मजा आता है वह भी अपनी मां के बारे में उसे जलील होने में मजा आता है। इसलिए अब तक मैं पप्पू को उकसा रहा था। मेरा लौड़ा अब भी पप्पू की गांड में था मगर पप्पू लोड़े को भूलकर मेरी बातों में ध्यान देने लगा उसे अब दर्द नहीं हो रहा था वह दर्द को भूल गया था।
मैं अपना लौड़ा बाहर निकलने लगा तभी पप्पू बोला
पप्पू- मालिक ऐसा जुल्म मत कीजिए अपना लौड़ा बाहर मत निकालो मैं आपके हाथ जोड़ता हूं मुझसे गलती हो गई जो मैं रोया आप मेरी गांड मारो जितनी जोर से मारनी है मारिये मुझे मजा आ रहा है आपको मेरी गांड लड़कियां जैसी लगती है तो मैं लड़का नहीं लड़की हूं मालिक आप मुझे लड़की समझ कर मेरी गांड मारो मुझे राधा समझकर मेरी गांड मारो प्लीज मालिक हम पर दया करो। हम तीनों मैं मेरी मां मेरी बहन आपकी रंडियां बन के रहेंगी आप की रखैल बन के रहेंगी आपकी बहुत सेवा करेंगे मेरी मां की विधवा चूत पर रहम करिए मेरी मां की बड़ी गांड को मारकर उसे धन्य कर दीजिए मेरी मां को आप के लोड़े का अमृत पिलाइये मेरी मां आपका पैसाब पीकर बहुत खुश होगी मैं देखना चाहता हूं कि मेरी मां आप का लौड़ा लेते हुए कैसी लगती है आप मेरी मां पर रहम कीजिए और मेरी बहन को भी चोदीये मुझे लगता है मेरा जीजा नामर्द है वो ठीक से मेरी बहन को चोद नहीं पाता मेरी बहन बहुत उदास रहती है वह अबकी बार जब हमारे घर आये तो आप उसे वापस ससुराल जाने मत दीजिए उसे अपनी रखेल बना कर रख लीजिए हम तीनों आपके इस बड़े लोड़े के लिए कुछ भी करेंगे।
पप्पू के मुंह से अपनी मां और अपनी बहन के बारे में इतनी अश्लील बातें सुनकर मुझे जोश आ गया और मैं पप्पू की कमर पकड़ कर धक्के लगाने लगा पहले धीरे-धीरे फिर जोर जोर से और साथ में उसकी गांड में भी चमाट मारने लगा। पप्पू बहुत जोर जोर से चिल्ला रहा था मगर मुझे मजा आ रहा था इसलिए मैं जोरदार धक्के लगाने लगा और बड़ी बेरहमी से उसकी गांड मारने लगा और उसकी जान पर थप्पड़ पर थप्पड़ लगाने लगा और उसका मुंह पकड़ का उसे गालों पर भी थप्पड़ मारने लगा उसकी आंखों में आंसू थे मगर वह हंस रहा था होठों पर हंसी थी
पप्पू की गांड बड़ी बेरहमी से मारते हुए मैं बोला पप्पू आज जिस तरह मैं तेरी गांड मार रहा हूं एक दिन तेरी मां की भी ऐसे ही गांड मारूँगा।
करीब आधा घंटा पप्पू की गांड मारने के बाद मैंने अपना लौड़ा बाहर निकाला और पप्पू से का पप्पू अब खड़ा हो जा खटिया से नीचे उतर मैं तेरी खड़े-खड़े गांड मारता हूं।
पप्पू बड़ी मुश्किल से खटिया से नीचे उतरा और खड़ा हो गया मैंने कहा थोड़ा झुक तो वो झुक गया और मैंने अपना लौड़ा उसके गांड के छेद पे रखा और एक हज झटके में पूरा अंदर घुसा दीया पप्पू जोर से चिल्लाया मैं उसके कंधे पकड़कर जोरदार धक्के लगाने लगा आज मुझे बहुत मजा आ रहा था पहली बार किसी की गांड मार रहा था अपने इस लौड़े से पप्पू की गांड से खून भी निकला था मेरे लोड़े पर लगा था जब मैंने लौड़ा बाहर निकाला था तब देखा था मगर पप्पू ने नहीं देखा था पप्पू को भी मजा आने लगा था वह भी अब चीलाने की जगह सिसकारियां ले रहा था अब मैं पप्पू को मान गया था वह पक्का गांडू है उसे गांड मरवाने की आदत पड़ गई थी और मेरा लौड़ा उसकी गांड फाड़ रहा था।
फिर 20 मिनट हो गई खड़े-खड़े गांड मारने के बाद अब मेरा माल निकलने वाला था और मैं जोर-जोर से चिलाते हुए पप्पू से बोला रण्डी मेरा माल निकलने वाला बोल कहां निकालू तेरी गांड में यह मेरा माल पिएगी
पप्पू बोला- मालिक आपने पहली बार मेरी गांड में अपना लौड़ा डाला तो अपना माल भी मेरी गांड में डाल मैं महसूस करना चाहता हूं आपका माल अपनी गांड में, गांड को भर दीजिए अपने माल से।
और मैं चीलाते हुए उसकी गांड में झड़ने लगा बोला मेरी रांड यह ले मेरी रण्डी मेरा माल अपनी गांड में मेरे लोड़े को अपनी गांड में निचोड़ दें मेरी रंडी।
और ऐसे ही पूरे दिन पप्पू के गांड मारता रहा, पप्पू जो अपने साथ खाना लाया था वह हमने खाया थोड़ा आराम किया,ओर फिर पप्पू की गांड मारने लगा उसका मुंह भी चोदा कभी उसके मुंह पर अपना माल गिराया कभी उसकी गांड के अंदर गिराया कभी उसके चूतड़ों पे उसके चेहरे पर पूरे माल से उसको भिगो दिया।
पूरे दिन पप्पू के गांड मार के मैं भी थक गया था 5:00 बजे पप्पू को घर भेज दिया और मैं आराम करने लगा आज खेत पर मैंने कोई काम नहीं किया बस पप्पू का काम किया
शाम को घर गया और खाना खाकर सो गए और सोते हुए सोचने लगा पप्पू का दो कल्याण हो गया वह तो मेरा गुलाम है अब कल एक और शिकार करूंगा और वो शिकार है पुष्पा काकी कल पुष्पा काकी का नंबर और पुष्पा काकी के सपने देखते हुए मैं सो गया और सुबह का इंतजार करने लगा पता नहीं कब नींद आई पता ही नहीं चला।
Good night friends see you tomorrow