- 914
- 1,361
- 123
गतान्क से आगे........
फिर मैं सूखा हुआ तैलिया लेकर आया तो मौसी अपने हाथों को ऊपेर किया जिससे कि मैं उनको तौलिया से पूछ सकु.
हाथ उठाने से मौसी की चूंचिया भी ऊपेर उठ गयी और ये देख कर मैने झट से अपना सर नीचे किया और मौसी की एक चूंची और उसका निपल अपने मुँह मे भर कर चूसने लगा."ओह्ह्ह कुश," मौसी बड़बड़ाई, "तुम ये कैसा मज़ा दे रहे हो मुझे.आज तक मैं इस मज़े से अंजान थी.मेरे साथ पहले ऐसा कभी नही हुआ.आज भी तूने मुझे जन्नत के नज़ारे करा दिए है.मेरे साथ रोज़ ऐसा ही करा कर जब तेरे मौसा घर पर ना होया करे.
"ठीक है मौसी," मैं अपनी मौसी की चूंची पर से अपना मुँह हटाते हुए बोला,लेकिन मेरी उंगली अभी भी मौसी की रिस्ती हुए चूत से खेल रही थी और धीरे धीरे अंदर बाहर कर रहा था. फिर मैने अपनी मौसी से कहा, “मौसी जी क्या मौसा जी तुम्हारे साथ अच्छी तरह से चुदाई नही करते है क्या?"मैं बोला मौसी जी जब तक मैं यहा हू तब तक मैं आपकी और आपकी चूत की तन मन से सेवा करूँगा, इतना कहकर मैने मौसी की निपल को हल्के से काटा और अपनी उंगली जितना जा सकती है उतनी मौसी की चूत मे घुसेड दी. "उहग्ग्ग," मौसी हल्के से चीखी और अपना हाथ मेरे कंधों पर रखती हुई बोली, “बदमाश तेरे को सब पता चल गया है कि तेरा मौसा बस मुझे ऐसे ही चोद्ता है.
कभी कभी तो पूरे कपड़े उतारे बिना ही चुदाई करता है.मेरा भी दिल करता है कि मुझे भी कोई प्यार से चुदाई करे.मैं तब धीरे से पीछे हट गया और मौसी की चूत से उंगली निकाल कर अपने मुँह मे डाल दी और अपनी उंगली चूस्ते हुए मुस्कुरा कर अपने मुँह से "म्म्म्मम," की आवाज़ निकाली.
मौसी ये देखकर शर्मा गयी,मैं मौसी से बोला कि ये कमी तो मौसी मैं पूरी कर दूँगा तुम्हारी तुम चिंता ना करो.मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया था,मौसी मेरे लंड को देखे जा रही थी,मैं बोला मौसी देख क्या रही हो,इसको पकड़ोना.
मौसी ने मेरे लंड को पड़का और आगे पीछे करने लगी.मौसी बोली की कुश डार्लिंग अब चोद भी दे मुझे क्यो तडपा रहा है मेरी चूत को. डाल दे अपना लंड मेरी चूत में और फाड़ डाल मेरी चूत को.मैं मौसी को गोद में उठाकर वैसे ही दोनो नंगे ही बेडरूम में ले आया. और मौसी को बेड पर पटक दिया.और मैं मौसी के उपर लेट गया जिससे मेरे सीने से मौसी की चुचिया दब रही थी.और रगड़ रही थी.और मेरा लंड मेरी मौसी की चूत पर दस्तक दे रहा था.
तभी डोरबेल बजी,हम दोनो फटाफट खड़े हुए और मैं तो बाथरूम में नंगा ही चला गया और मौसी केवल गाउन पहन कर गेट खोलने गयी.मैने गेट बंद होने की आवाज़ सुनी तो थोड़ा झाँक कर देखा तो मौसी की एक सहेली( जिसके बारे में बाद में मौसी ने बताया था) जिसका नाम पायल था.पायल की एज 32 की और फिगर 38 28 38 है.वो साड़ी पहनकर आई थी.उसका साड़ी में फिगर देखकर मेरा लंड फटने को होने लगा.
मैं सोचने लगा कि मेरी मौसी साड़ी में कैसी लगेगी.वो दोनो सोफे पर बैठकर बाते करने लगी.मैं कान लगाकर उनकी बाते सुनने लगा थोड़ी देर बाते करने के बाद वो सेक्स पर बाते करने लगी.
पायल मौसी से बोली कि आज तूने ब्रा नही पहेनी हुई है क्या जो तेरे बूब्स झूल रहे है.मौसी बोली नही पहनी और पायल के बूब्स पकड़कर दबा दिए.
शायद मौसी गरम तो पहले से थी और बात भी सेक्स के उपर हो रही थी तो उनसे रहा नही गया होगा.पायल के मूह से स्शह निकल गया और बोली कि छ्चोड़ इन्हे क्यो तडपा रही है मुझे इन्हे दबा कर मौसी बोली आज बड़े लगे रहे है तेरे बूब्स क्या बात है लगता है बहुत चुदाई हो रही है आजकल तेरी.
पायल बोली कहा यार मेरा पति एक तो लेट आता है काम से और आते ही सोने की लगी रहती है.काफ़ी टाइम हो गया मुझे सेक्स करे हुए.उनकी बाते सुनकर मैने बाथरूम में मूठ मार ली.ऐसे ही बाते करते हुए मौसी किचन में चली गयी नाश्ता लगाने के लिए.मैं भी थोड़ी देर बाद केवल टोलिया लपेटकर बाथरूम से बाहर निकला तो पायल मुझे देखकर घबरा गयी.जब मौसी ने मेरा परिचय पायल से करवाया तो वो कुछ नॉर्मल हुई.
मैने पायल को आंटी कह कर नमस्ते की.पायल मेरे तोलिये के अंदर खड़े हुए लंड को घूरकर देख रही थी,मुझे भी मज़ा आ रहा था दिखाने में.
तभी मौसी किचन से वापस आई तो मैं रूम में चला गया कपड़े चेंज करने के लिए.तब पायल मौसी से बोली कि तेरा भांजा घर में है और तू ब्रा भी नही पहनी हुई है अगर कुछ हो गया तो,मौसी बोली क्या हो जाएगा??
पायल बोली तूने देखा नही कि उसका लंड खड़ा हुआ था.मौसी बोली जवान लड़का है अभी नही खड़ा होगा तो कब होगा.
पायल बोली तुझे शरम नही आती अपने भानजे के बारे में ऐसा कहते हुए? मौसी बोली: इसमे शरम की क्या बात है वो तो घर का मेंबर ही तो है ना.
फिर मैं रूम से बाहर निकला और मौसी से कहा कि मैं अभी थोड़ी देर में आता हू.ये कहकर मैं बाहर निकल गया.और जाकर रूम की खिड़की से देखने लगा.
मौसी ने पायल की साड़ी के उपर से चूत पर हाथ रखकर पूछा कि जब तू चुदाई नही करवाती है तो इसे कैसे शांत करती है.पायल बोली कि क्या करू यार फिंगर से ही काम चलाना पड़ता है.
मैं इन दोनो को रूम में छ्चोड़कर बहाना बनाकर रूम से निकलकर खिड़की से अंदर झाकने लगा.
पायल साड़ी पहेन कर आई थी और मौसी ने पायल की साड़ी के उपर से चूत पर हाथ रखकर पूछा की जब तू चुदाई नही करवाती है तो इसे कैसे शांत करती है.पायल बोली कि क्या करू यार अब तो वीक में एक दो बार ही चुदाई होती है बाकी दिन तो फिंगर से ही काम चलाना पड़ता है. मौसी ने पायल की साड़ी बूब्स से हटा दी और कपड़े के उपर से ही पायल के बूब्स दबाने लगी.जिससे पायल गरम होने लगी.अब पायाल भी मौसी की चुचियो को ज़ोर से दबाने लगी.मैने जिंदगी में कभी लेज़्बीयन सेक्स नही देखा था.आज नसीब से देखने को मिल रहा था.
मौसी ने पायल की साड़ी को कमर तक उठा दिया.पायल की टांगे बहुत सुंदर आंड गौरी थी,पायल ने पिंक कलर की पॅंटी पहनी थी जो बहुत महीन कपड़े की सेक्सी पॅंटी थी जिसमे से पायल की चूत दिख रही थी.पायल ने मौसी के गाउन को उतार दिया.
मौसी को बिना पॅंटी में देखकर पायल मौसी की चूत पर हाथ रखकर बोली कि कही अपने भानजे के साथ मज़े कर रही थी क्या.ना तो ब्रा और ना ही पॅंटी पहनी हुई है तूने.मौसी ने पायल के सारे कपड़े उतार दिए और नीचे लेट गयी और पायल को अपने उपर खीच लिया जिससे दोनो आपस में लिपटी हुई थी.
मौसी के पैर पायल की कमर पर थे.पायल पॅंटी निकाले बिना अपनी चूत मौसी की चूत पे रगड़ने लगी.उसने दोनो हाथो से मौसी को कसकर पकड़ लिया.पायल के बूब्स मौसी के बूब से पूरे दब रहे थे. और होंठ…
वो बुरी तरह से मौसी के होंठो से चिपक गये थे.वो मौसी को जबरदस्त किस कर रही थी...मौसी ने अपनी आँखें बंद कर ली थी.मगर ज़्यादा वक़्त मौसी आँखें बंद नही रख सकी.मौसी को भी मज़ा आने लगा था मौसी ने भी दोनो हाथो से पायल को कस लिया और किस का रेस्पॉन्स देने लगी.
अब मौसी की जीब पायल के मूह मे घूम रही थी. ये देखकर पायल के बदन में भी फुर्ती आ गयी अब उसने मौसी को नीचे लिटाकर पायल उपेर आ गयी.वो ज़ोर ज़ोर से अपनी पुसी मौसी की पुसी पे रगड़ रही थी. आह ओह्ह मौसी कराहने लगी.
पायल.. ओह पायल पॅंटी भी निकाल दे प्लीज़.
उसने अपनी पॅंटी भी उतार दी.पायल किसी भूके मर्द की तरह मौसी पर टूट पड़ी.मौसी नीचे थी हिल भी नही पा रही थी.अब पुसी से पुसी रगड़ रगड़ कर उन दोनो की चूत पूरी गीली (वेट) हो चुकी थी.दोनो फिर अलग अलग हुई.पीठ के बल सोई दोनो आसमान(छत)की तरफ देखकर हाफ़ रही थी.
मौसी ने देखा कि पायल दोनो पैर फैला कर पीठ के बल लेटी हुई थी.पायल की पुसी से पानी बह रहा था.
अब मौसी से रहा नही गया."पायल तुमने तो तुम्हारा सॅटिस्फॅक्षन कर लिया मेरा क्या?''मौसी ने पूछा.
"मैने मेरा तरीका ढूँढा तुम जो चाहो तुम कर लो"पायल बोली.
अब मौसी भी मूड मे आ गयी अप नी दोनो टाँगो को फैलाकर मौसी ने अपनी पुसी पायल के मूह पर रख दी और दोनो हाथ उसके हिप के नीचे डालकर अपना मूह उसके पुसी मे घुसा दिया.मौसी उसकी पुसी सक करने लगी.पूरी तरह से गीली हुई पुसी को चाटने लगी.साथ ही साथ मे पायल के मूह को पुसी समझ कर ज़ोर ज़ोर से आगे पीछे होने लगी.
पायल के हाथ कहा शांत थे वो मौसी के हिप्स पर घूम रहे थे बीच बीच में उसकी उंगली मौसी के गांद को छेड़ रही थी.
उसकी जीब भी मौसी की पुसी मे डीप घूम रही थी.मौसी ज़्यादा ही फार्म मे आ गयी.ज़ोर लगाके अपनी पुसी उसके मूह मे रगड़ने लगी.अब उसकी एक उंगली मौसी के आसहोल पे थी.जैसे ही मौसी उछलती उसकी उंगली थोड़ी आस मे घुस जाती.मौसी को बहुत ही मज़ा आ रहा था.अब मौसी बहुत ही कराह रही थी. मौसी की पुसी पायल के मूह मे ही खाली हो गयी.
पायल भी पुसी मे से निकली हर बूँद चूस रही थी निगल रही थी.अचानक उसने करवट बदल कर मौसी को नीचे लिया अब वो मौसी का मूह अपनी पुसी से फक कर रही थी.
अब वो दोनो भी बहुत थक चुके थे.वो अलग हुए और एक दूसरे की बाहो मे आकर एक दूसरे के मूह चूसने लगे.अपनी ही पुसी के पानी का टेस्ट और स्मेल उन दोनो को किस्सिंग मे मिल रहा था.
ये सब अंदर का नज़ारा देखकर बाहर खड़ा हुआ मैने वही खड़े खड़े मूठ मार ली.दिल तो कर रहा था कि अंदर जाकर दो दो जवानी के मज़े लू.लेकिन मैं ऐसा नही कर सकता था.
अपनी चूत की आग भुजाने के बाद पायल शाम को अपने घर चली गयी.और मैं वापस आ गया,लेकिन मैने मौसी को उन दोनो की चुदाई देखी है ये नही बताया.
मैने घर पर आते ही मौसी को नंगा करके फिर से मौसी की चूत में अपना लंड डालकर दिल भर के चोदा.चुदाई करते हुए मैं मौसी से बोला कि मौसी तुम भी साड़ी पहना करोना,देखो तुम्हारी सहेली साड़ी पहनी हुई कितनी सेक्सी लगती है.
मौसी बोली कि क्यो पायल तुझे पसंद आ गयी है क्या.उस पर भी दिल आ गया है क्या.मेरी चूत काफ़ी नही थी क्या तुझे मेरी सहेली की भी लेने का दिल कर रहा है.
मैने कहा मौसी तुम्हारी जैसी चूत तो कही नही मिलेगी? अगर तुम्हारी सहेली की मैं कुछ मदद कर सकु तो अच्छा ही होगा ना..
मौसी बोली कि क्या मतलब?
मैं चुदाई करते हुए बोला कि मैने तुम दोनो की बाते सुन ली थी और तुम दोनो की चुदाई भी देखी.मौसी बोली कि अच्छा तभी तू तारीफ़ कर रहा है उसकी.अच्छा बता दोनो में से कौन अच्छी लगी तुझे.मैने कहा मौसी अभी तुम्हारी सहेली की चुदाई की कहाँ है मैने जो अभी से बता दू.
मैने अपना सारा पानी मौसी की चूत में छ्चोड़ दिया.उस दिन के बाद तो मौसी घर में ज़्यादातर साड़ी ही पेहेन्ति थी.मौसी साड़ी में और भी सेक्सी लगती थी.ऐसा लगता था जैसे उसके बूब्स ब्लौवज से बाहर आने को तड़प्ते रहते थे.और मौसी साड़ी को अपनी नाभि के नीचे बाँधती थी जिसे देखकर मुझे अपने उपर कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता था और मैं मौसी की बिना कपड़े उतारे ही चुदाई कर देता था.
देखा भाई लोगो आपने मौसी को चोद दिया अब उसकी सहेली के पीछे पड़ा है कितनी औरतो की ये ले के मानेगा क्या ये पायल को चोद पाएगा क्या मौसी पायल को इससे चुदने देगी इन सवालो का जबाब जानने के लिए पढ़ते रहे प्यारी मौसी के अगले पार्ट
क्रमशः..............
फिर मैं सूखा हुआ तैलिया लेकर आया तो मौसी अपने हाथों को ऊपेर किया जिससे कि मैं उनको तौलिया से पूछ सकु.
हाथ उठाने से मौसी की चूंचिया भी ऊपेर उठ गयी और ये देख कर मैने झट से अपना सर नीचे किया और मौसी की एक चूंची और उसका निपल अपने मुँह मे भर कर चूसने लगा."ओह्ह्ह कुश," मौसी बड़बड़ाई, "तुम ये कैसा मज़ा दे रहे हो मुझे.आज तक मैं इस मज़े से अंजान थी.मेरे साथ पहले ऐसा कभी नही हुआ.आज भी तूने मुझे जन्नत के नज़ारे करा दिए है.मेरे साथ रोज़ ऐसा ही करा कर जब तेरे मौसा घर पर ना होया करे.
"ठीक है मौसी," मैं अपनी मौसी की चूंची पर से अपना मुँह हटाते हुए बोला,लेकिन मेरी उंगली अभी भी मौसी की रिस्ती हुए चूत से खेल रही थी और धीरे धीरे अंदर बाहर कर रहा था. फिर मैने अपनी मौसी से कहा, “मौसी जी क्या मौसा जी तुम्हारे साथ अच्छी तरह से चुदाई नही करते है क्या?"मैं बोला मौसी जी जब तक मैं यहा हू तब तक मैं आपकी और आपकी चूत की तन मन से सेवा करूँगा, इतना कहकर मैने मौसी की निपल को हल्के से काटा और अपनी उंगली जितना जा सकती है उतनी मौसी की चूत मे घुसेड दी. "उहग्ग्ग," मौसी हल्के से चीखी और अपना हाथ मेरे कंधों पर रखती हुई बोली, “बदमाश तेरे को सब पता चल गया है कि तेरा मौसा बस मुझे ऐसे ही चोद्ता है.
कभी कभी तो पूरे कपड़े उतारे बिना ही चुदाई करता है.मेरा भी दिल करता है कि मुझे भी कोई प्यार से चुदाई करे.मैं तब धीरे से पीछे हट गया और मौसी की चूत से उंगली निकाल कर अपने मुँह मे डाल दी और अपनी उंगली चूस्ते हुए मुस्कुरा कर अपने मुँह से "म्म्म्मम," की आवाज़ निकाली.
मौसी ये देखकर शर्मा गयी,मैं मौसी से बोला कि ये कमी तो मौसी मैं पूरी कर दूँगा तुम्हारी तुम चिंता ना करो.मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया था,मौसी मेरे लंड को देखे जा रही थी,मैं बोला मौसी देख क्या रही हो,इसको पकड़ोना.
मौसी ने मेरे लंड को पड़का और आगे पीछे करने लगी.मौसी बोली की कुश डार्लिंग अब चोद भी दे मुझे क्यो तडपा रहा है मेरी चूत को. डाल दे अपना लंड मेरी चूत में और फाड़ डाल मेरी चूत को.मैं मौसी को गोद में उठाकर वैसे ही दोनो नंगे ही बेडरूम में ले आया. और मौसी को बेड पर पटक दिया.और मैं मौसी के उपर लेट गया जिससे मेरे सीने से मौसी की चुचिया दब रही थी.और रगड़ रही थी.और मेरा लंड मेरी मौसी की चूत पर दस्तक दे रहा था.
तभी डोरबेल बजी,हम दोनो फटाफट खड़े हुए और मैं तो बाथरूम में नंगा ही चला गया और मौसी केवल गाउन पहन कर गेट खोलने गयी.मैने गेट बंद होने की आवाज़ सुनी तो थोड़ा झाँक कर देखा तो मौसी की एक सहेली( जिसके बारे में बाद में मौसी ने बताया था) जिसका नाम पायल था.पायल की एज 32 की और फिगर 38 28 38 है.वो साड़ी पहनकर आई थी.उसका साड़ी में फिगर देखकर मेरा लंड फटने को होने लगा.
मैं सोचने लगा कि मेरी मौसी साड़ी में कैसी लगेगी.वो दोनो सोफे पर बैठकर बाते करने लगी.मैं कान लगाकर उनकी बाते सुनने लगा थोड़ी देर बाते करने के बाद वो सेक्स पर बाते करने लगी.
पायल मौसी से बोली कि आज तूने ब्रा नही पहेनी हुई है क्या जो तेरे बूब्स झूल रहे है.मौसी बोली नही पहनी और पायल के बूब्स पकड़कर दबा दिए.
शायद मौसी गरम तो पहले से थी और बात भी सेक्स के उपर हो रही थी तो उनसे रहा नही गया होगा.पायल के मूह से स्शह निकल गया और बोली कि छ्चोड़ इन्हे क्यो तडपा रही है मुझे इन्हे दबा कर मौसी बोली आज बड़े लगे रहे है तेरे बूब्स क्या बात है लगता है बहुत चुदाई हो रही है आजकल तेरी.
पायल बोली कहा यार मेरा पति एक तो लेट आता है काम से और आते ही सोने की लगी रहती है.काफ़ी टाइम हो गया मुझे सेक्स करे हुए.उनकी बाते सुनकर मैने बाथरूम में मूठ मार ली.ऐसे ही बाते करते हुए मौसी किचन में चली गयी नाश्ता लगाने के लिए.मैं भी थोड़ी देर बाद केवल टोलिया लपेटकर बाथरूम से बाहर निकला तो पायल मुझे देखकर घबरा गयी.जब मौसी ने मेरा परिचय पायल से करवाया तो वो कुछ नॉर्मल हुई.
मैने पायल को आंटी कह कर नमस्ते की.पायल मेरे तोलिये के अंदर खड़े हुए लंड को घूरकर देख रही थी,मुझे भी मज़ा आ रहा था दिखाने में.
तभी मौसी किचन से वापस आई तो मैं रूम में चला गया कपड़े चेंज करने के लिए.तब पायल मौसी से बोली कि तेरा भांजा घर में है और तू ब्रा भी नही पहनी हुई है अगर कुछ हो गया तो,मौसी बोली क्या हो जाएगा??
पायल बोली तूने देखा नही कि उसका लंड खड़ा हुआ था.मौसी बोली जवान लड़का है अभी नही खड़ा होगा तो कब होगा.
पायल बोली तुझे शरम नही आती अपने भानजे के बारे में ऐसा कहते हुए? मौसी बोली: इसमे शरम की क्या बात है वो तो घर का मेंबर ही तो है ना.
फिर मैं रूम से बाहर निकला और मौसी से कहा कि मैं अभी थोड़ी देर में आता हू.ये कहकर मैं बाहर निकल गया.और जाकर रूम की खिड़की से देखने लगा.
मौसी ने पायल की साड़ी के उपर से चूत पर हाथ रखकर पूछा कि जब तू चुदाई नही करवाती है तो इसे कैसे शांत करती है.पायल बोली कि क्या करू यार फिंगर से ही काम चलाना पड़ता है.
मैं इन दोनो को रूम में छ्चोड़कर बहाना बनाकर रूम से निकलकर खिड़की से अंदर झाकने लगा.
पायल साड़ी पहेन कर आई थी और मौसी ने पायल की साड़ी के उपर से चूत पर हाथ रखकर पूछा की जब तू चुदाई नही करवाती है तो इसे कैसे शांत करती है.पायल बोली कि क्या करू यार अब तो वीक में एक दो बार ही चुदाई होती है बाकी दिन तो फिंगर से ही काम चलाना पड़ता है. मौसी ने पायल की साड़ी बूब्स से हटा दी और कपड़े के उपर से ही पायल के बूब्स दबाने लगी.जिससे पायल गरम होने लगी.अब पायाल भी मौसी की चुचियो को ज़ोर से दबाने लगी.मैने जिंदगी में कभी लेज़्बीयन सेक्स नही देखा था.आज नसीब से देखने को मिल रहा था.
मौसी ने पायल की साड़ी को कमर तक उठा दिया.पायल की टांगे बहुत सुंदर आंड गौरी थी,पायल ने पिंक कलर की पॅंटी पहनी थी जो बहुत महीन कपड़े की सेक्सी पॅंटी थी जिसमे से पायल की चूत दिख रही थी.पायल ने मौसी के गाउन को उतार दिया.
मौसी को बिना पॅंटी में देखकर पायल मौसी की चूत पर हाथ रखकर बोली कि कही अपने भानजे के साथ मज़े कर रही थी क्या.ना तो ब्रा और ना ही पॅंटी पहनी हुई है तूने.मौसी ने पायल के सारे कपड़े उतार दिए और नीचे लेट गयी और पायल को अपने उपर खीच लिया जिससे दोनो आपस में लिपटी हुई थी.
मौसी के पैर पायल की कमर पर थे.पायल पॅंटी निकाले बिना अपनी चूत मौसी की चूत पे रगड़ने लगी.उसने दोनो हाथो से मौसी को कसकर पकड़ लिया.पायल के बूब्स मौसी के बूब से पूरे दब रहे थे. और होंठ…
वो बुरी तरह से मौसी के होंठो से चिपक गये थे.वो मौसी को जबरदस्त किस कर रही थी...मौसी ने अपनी आँखें बंद कर ली थी.मगर ज़्यादा वक़्त मौसी आँखें बंद नही रख सकी.मौसी को भी मज़ा आने लगा था मौसी ने भी दोनो हाथो से पायल को कस लिया और किस का रेस्पॉन्स देने लगी.
अब मौसी की जीब पायल के मूह मे घूम रही थी. ये देखकर पायल के बदन में भी फुर्ती आ गयी अब उसने मौसी को नीचे लिटाकर पायल उपेर आ गयी.वो ज़ोर ज़ोर से अपनी पुसी मौसी की पुसी पे रगड़ रही थी. आह ओह्ह मौसी कराहने लगी.
पायल.. ओह पायल पॅंटी भी निकाल दे प्लीज़.
उसने अपनी पॅंटी भी उतार दी.पायल किसी भूके मर्द की तरह मौसी पर टूट पड़ी.मौसी नीचे थी हिल भी नही पा रही थी.अब पुसी से पुसी रगड़ रगड़ कर उन दोनो की चूत पूरी गीली (वेट) हो चुकी थी.दोनो फिर अलग अलग हुई.पीठ के बल सोई दोनो आसमान(छत)की तरफ देखकर हाफ़ रही थी.
मौसी ने देखा कि पायल दोनो पैर फैला कर पीठ के बल लेटी हुई थी.पायल की पुसी से पानी बह रहा था.
अब मौसी से रहा नही गया."पायल तुमने तो तुम्हारा सॅटिस्फॅक्षन कर लिया मेरा क्या?''मौसी ने पूछा.
"मैने मेरा तरीका ढूँढा तुम जो चाहो तुम कर लो"पायल बोली.
अब मौसी भी मूड मे आ गयी अप नी दोनो टाँगो को फैलाकर मौसी ने अपनी पुसी पायल के मूह पर रख दी और दोनो हाथ उसके हिप के नीचे डालकर अपना मूह उसके पुसी मे घुसा दिया.मौसी उसकी पुसी सक करने लगी.पूरी तरह से गीली हुई पुसी को चाटने लगी.साथ ही साथ मे पायल के मूह को पुसी समझ कर ज़ोर ज़ोर से आगे पीछे होने लगी.
पायल के हाथ कहा शांत थे वो मौसी के हिप्स पर घूम रहे थे बीच बीच में उसकी उंगली मौसी के गांद को छेड़ रही थी.
उसकी जीब भी मौसी की पुसी मे डीप घूम रही थी.मौसी ज़्यादा ही फार्म मे आ गयी.ज़ोर लगाके अपनी पुसी उसके मूह मे रगड़ने लगी.अब उसकी एक उंगली मौसी के आसहोल पे थी.जैसे ही मौसी उछलती उसकी उंगली थोड़ी आस मे घुस जाती.मौसी को बहुत ही मज़ा आ रहा था.अब मौसी बहुत ही कराह रही थी. मौसी की पुसी पायल के मूह मे ही खाली हो गयी.
पायल भी पुसी मे से निकली हर बूँद चूस रही थी निगल रही थी.अचानक उसने करवट बदल कर मौसी को नीचे लिया अब वो मौसी का मूह अपनी पुसी से फक कर रही थी.
अब वो दोनो भी बहुत थक चुके थे.वो अलग हुए और एक दूसरे की बाहो मे आकर एक दूसरे के मूह चूसने लगे.अपनी ही पुसी के पानी का टेस्ट और स्मेल उन दोनो को किस्सिंग मे मिल रहा था.
ये सब अंदर का नज़ारा देखकर बाहर खड़ा हुआ मैने वही खड़े खड़े मूठ मार ली.दिल तो कर रहा था कि अंदर जाकर दो दो जवानी के मज़े लू.लेकिन मैं ऐसा नही कर सकता था.
अपनी चूत की आग भुजाने के बाद पायल शाम को अपने घर चली गयी.और मैं वापस आ गया,लेकिन मैने मौसी को उन दोनो की चुदाई देखी है ये नही बताया.
मैने घर पर आते ही मौसी को नंगा करके फिर से मौसी की चूत में अपना लंड डालकर दिल भर के चोदा.चुदाई करते हुए मैं मौसी से बोला कि मौसी तुम भी साड़ी पहना करोना,देखो तुम्हारी सहेली साड़ी पहनी हुई कितनी सेक्सी लगती है.
मौसी बोली कि क्यो पायल तुझे पसंद आ गयी है क्या.उस पर भी दिल आ गया है क्या.मेरी चूत काफ़ी नही थी क्या तुझे मेरी सहेली की भी लेने का दिल कर रहा है.
मैने कहा मौसी तुम्हारी जैसी चूत तो कही नही मिलेगी? अगर तुम्हारी सहेली की मैं कुछ मदद कर सकु तो अच्छा ही होगा ना..
मौसी बोली कि क्या मतलब?
मैं चुदाई करते हुए बोला कि मैने तुम दोनो की बाते सुन ली थी और तुम दोनो की चुदाई भी देखी.मौसी बोली कि अच्छा तभी तू तारीफ़ कर रहा है उसकी.अच्छा बता दोनो में से कौन अच्छी लगी तुझे.मैने कहा मौसी अभी तुम्हारी सहेली की चुदाई की कहाँ है मैने जो अभी से बता दू.
मैने अपना सारा पानी मौसी की चूत में छ्चोड़ दिया.उस दिन के बाद तो मौसी घर में ज़्यादातर साड़ी ही पेहेन्ति थी.मौसी साड़ी में और भी सेक्सी लगती थी.ऐसा लगता था जैसे उसके बूब्स ब्लौवज से बाहर आने को तड़प्ते रहते थे.और मौसी साड़ी को अपनी नाभि के नीचे बाँधती थी जिसे देखकर मुझे अपने उपर कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता था और मैं मौसी की बिना कपड़े उतारे ही चुदाई कर देता था.
देखा भाई लोगो आपने मौसी को चोद दिया अब उसकी सहेली के पीछे पड़ा है कितनी औरतो की ये ले के मानेगा क्या ये पायल को चोद पाएगा क्या मौसी पायल को इससे चुदने देगी इन सवालो का जबाब जानने के लिए पढ़ते रहे प्यारी मौसी के अगले पार्ट
क्रमशः..............