अनैतिक (hindi edition)- प्रियांशी जैन
अश्विनी कुछ महीनों की होगी की कुछ ऐसा भयानक हुआ जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता. अश्विनी की माँ और गोपाल भैया में जरा भी नहीं बनती थी. गोपाल भैया हर छोटी छोटी बात पर अश्विनी की माँ पर हाथ छोड़ दिया करता था. अश्विनी के जन्म के बाद तो भाभी की हालत और भी ख़राब...