Girls hi kyu, bachpan se humari society ye kyu decide karti hai girls have to do housework
मैडम।
असल बात ये है कि जिंदगी जितनी आसान नजर आती है असल में उतनी आसान होती नहीं है।
ये कह देना की महिलाओं को पुरुषों के बराबर अधिकार मिलना चाहिए, ये बस जुबानी भाषा और कागजों पर ही ठीक है, इसे हक़ीकत में अमल में लाना इतना आसान नहीं है जितना आप समझ रही हैं।
जीवन मे कुछ क्षेत्र ऐसे हैं, कुछ मोड़ ऐसे हैं जहां पर महिलाएं उस काम को इतनी अच्छी तरीके से अंजाम नहीं दे सकती जितना अच्छी तरीके से उसे पुरुष अंजाम दे सकते हैं। ठीक उसी प्रकार जिस प्रकार एक स्त्री जितनी अच्छी तरीके से घर संभाल सकती है उतना अच्छी तरीके से पुरुष नहीं संभाल सकता।।
इसलिए किसी को ये कह देना की वो हमसे बेहतर है या हम उससे बेहतर हैं। सही नहीं है।
फिर ये डिबेट किस बात की।।।