तो मैंने एक झटके में पूरा लंड डाल दिया और पूरा का पूरा लंड उसकी चूत में घुसता चला गया…
वो कराह उठी।
लेकिन जल्दी ही नॉर्मल हो गई और मैं झटके मारने लगा और उसके मुँह से आअहह फक मी.. फक मी फास्ट.. निकलने लगा।
मेरे झटकों की आवाज़ और उसके मुँह से निकल रही मादक आवाज़ पूरे कमरे में फैल रही थी।
फिर कुछ देर ऐसा ही चलता रहा और कुछ देर बाद हम दोनों फारिग होने वाले थे.. तो लंड को बाहर निकाल कर मैंने उसके मुँह पर सारा रस छोड़ दिया।
कुछ देर बाद हम दोनों ने फिर चुदाई की.. कुछ पोज़ मैं जानता था.. कुछ उसने बताए और हम दोनों 3 बार डिसचार्ज होने के बाद एक साथ बिस्तर पर ही लेट गए।
मैं- कहाँ से सीखा इतना अच्छा लंड चूसना और इतने सारे पोज़.. लगता है अच्छा-ख़ासा अनुभव है लंड चूसने का?
सुहाना- हाँ अब आप से क्या छुपाना.. वैसे आप भी कम नहीं हैं।
मैं- हाँ वो तो हूँ ही.. वैसे कितने लंड खाए हैं अब तक.. तेरी चूत बता रही है कि रेग्युलर लंड खाती हो।
सुहाना- हा हा हा.. ज्यादा नहीं, 5 ही खाए हैं।
मैं- क्या.. अभी 12वीं खत्म ही हुई है.. और 5 लंड खा चुकी हो.. वाउ कमाल की हो..
सुहाना- आप भी कम नहीं हैं.. मैंने भी आपकी करतूत आपके लैपटॉप में देख ली है।
मैं- हा हा हा.. वैसे कौन थे वो 5 लण्ड?
सुहाना- थे… अपने ही लोग थे..
मैं- कौन थे.. बताओ तो सही.. ज़रा मैं भी तो जानूँ.. तुम्हारी चूत का मजा लेने वाले ख़ुसनसीब कौन-कौन हैं?
सुहाना- ओके.. बताती हूँ.. पहली बार चुदाई सर से हुई.. जो टियूशन पढ़ाने आते थे..
मैं- वाउ.. कहाँ चोदता था तुमको..?
सुहाना- पहली बार तो घर में ही चोदा था.. फिर बाहर अपने घर पर पेला था।
मैं- उसके बाद?
सुहाना- पड़ोस में रहता है वो? उसने भी घर में ही चोदा था।
मैं- ओके..
सुहाना- उसके बाद 2 ब्वॉय-फ्रेण्ड और ये होटल और फ्रेंड के घर पर चोदा..
मैं- और एक और कौन?
सुहाना- आप का ही दोस्त मोहित
मैं- क्या मोहित?
सुहाना- हाँ..
मैं- ये कब हुआ.. मतलब कब से?
सुहाना- एक साल से और मुझे सबसे ज्यादा भी इसी ने चोदा है।
मैं- अब पता चला.. क्यों साले का घर नज़दीक होने के बाद भी तुम्हारे घर में किराए पर रहता था।
सुहाना- हा हा.. हा हा..
मैं- मैं कौन सा बुरा था यार.. मुझे भी दे देती।
सुहाना- मैं तो आपको लाइन देती ही थी.. आप ही ध्यान नहीं देते थे।