Nice intro ab dekhte hai aapki chuto ke mele kaun kaun se rang virangi chut aate hai।इंट्रोडक्षन
सबसे पहले मैं पात्र ऑर उसकी फॅमिली…मतलब मैं..:-)
मेरा नाम अक है है पूरा नाम कुछ और है बट लोग मुझे अक के नाम से जानते है , आप सब भी इसी नाम से जान ने लगेगे,,,,,हाहहहहा
अक- मेरी एज 18 एअर है…और मैं पढ़ाई कर रहा हूँ…घर मे सबका लाड़ला हूँ .. मतलब डॅड का…..क्योकि मेरी मोम मेरे जन्म के समय ही नही रही तो मेरे रिलेटिव्स भी मुझे बहुत प्यार करते है….खास कर मेरी मम्मी के साइड वाले मतलब मामा ओर मौसी की फॅमिली….इसी लिए मैं पूरी छुट्टियाँ अपने मामा के घर बिताता हूँ ऑर वही पर मेरी मौसी ऑर उनके बच्चे आ जाते है…पूरे 40-45 दिन तक फुल मस्ती….मेरे पास पैसा बेसुमार है…मेरे डॅड एलेक्ट्रॉनिक्स के इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़्नेस करते है….ज़्यादा तर घर से बाहर ही रहते है…..![]()
मैं एक सीधा-साधा लड़का था….पढ़ाई मे होशियार था ऑर दुनिया से अंजान…
मुझे बस प्यार की भूख रहती थी…ऐसा इसलिए था क्योकि मुझे बचपन से माँ-बाप का पूरा प्यार नही मिला आज मेरा एक भी दिन बिना सेक्स किए नही निकलता….लेकिन ऐसा भी वक़्त था जब मैं सेक्स से अंजान था…वो 1 साल पहले की बात है….पर मेरी लाइफ मे ऐसा ट्विस्ट आया कि मैं सेक्स के दलदल मे फँसने लगा
ऐसा कैसे हुआ ये आगे पता चलेगा….अभी पास्त को रहने देते है और प्रेज़ेंट की बात करते है
बट सबसे पहले थोड़ा इंट्रोडक्षन...
मेरी फॅमिली
फादर - आकाश (एज - 44 एअर) , एलेक्ट्रॉनिक्स का बिज़्नेस है…मुझसे प्यार बहुत करते है बट मेरी लाइफ बनाने के लिए बहुत पॉज़ चाहते है,,,ऑर बिज़्नेस के सिलसिले मे हफ़्तो घर से बाहर ही रहते है…मंत मे 2-3 बार ही मुझसे मिल पाते है.![]()
मदर - अलका (शी ईज़ नो मोर) मेरे जन्म के 2 मंत के बाद डेत हो गई थी उनकी.![]()
यहाँ मेरे परिवार के कुछ अन्य सदस्यो के बारे मे बता दूं, वैसे उनसे मेरा खून का रिस्ता नही बट मेरी लाइफ ऑर मेरे परिवार मे उनका इंपॉर्टेंट रोल है
सविता- (एज -34 एअर, 34-30-36, ये बचपन से मेरी आया है, मैं इन्हे दाई माँ या माँ कहत्ता हूँ)![]()
मेरी मोम की डेत के बार सविता ने ही मुझे पाला है….सविता मेरे ही घर मे रहती है अपने बेटे के साथ…सविता की शादी 18 य्र की एज मे हो गई थी बट वो 19 एअर मे ही बिधवा हो गई थी….ऐसा मुझे पता चला…सविता के पिता मेरे डॅड के माली थे तो उन्होने सविता को मेरी आया बना दिया…सविता का पति नही है बट उसके कुछ रिस्तेदार आते रहते है उससे मिलने …जिनका ज़िक्र बाद मे आयगा तब बताउन्गा.
सोनू- सविता का बेटा है मेरे से छोटा है, काफ़ी शरारती है ऑर अब आवारा होता जा रहा है....बाकी डीटेल आगे कहानी मे मिलेगी![]()
रेखा- मेरे घर खाना बनाती है कमाल की माल है ओर लंड खाने की सौकीन...इसका फिगर सविता से भी आगे है…(34-30-35) इसकी गान्ड शायद कुछ बड़ी ही निकले..![]()
रेखा और उसका पति मेरे घर पर ही रहते है....
हरी – रेखा का पति है और मेरे यहाँ ड्राइवर है.....हॅटा कट्टा है ओर रेखा की जमकर चुदाई करता है बट अभी तक बाप नही बन पाया ....क्यो..???...ये नही पता...![]()
रश्मि- ये हरी की सिस्टर है जो 2 साल पहले ही यहाँ आई है...डॅड ने इसे भी नौकरी दे दी....ये घर की सॉफ सफाई का काम करने लगी![]()
इनके बाद नाम आता है मेरी मोहब्बत का...मतलब मेरे पहले प्यार का....नाम है रेणु....रेणु मेरी बुआ की लड़की है ...मैं इनको प्यार से दी बुलाता हूँ ओर ये मुझे भाई बुलाती है.....कहने के लिए तो हम भाई-बेहन है...लेकिन हम लवर्स है
रेणु – रेणु दी ने ही मुझे चूत ऑर गंाद का स्वाद बताया था....रेणु दी ही थी जो मेरे अकेलेपन को दूर किया करती थी....वो मुझे इतना प्यार करती है कि ना सिर्फ़ मुझ पर अपनी जवानी लुटाई बल्कि उनकी गैर मौजूदगी मे ....मेरे लिए घर मे ही चूत ओर गंाद का इंतज़ाम कर दिया....रेणु दी मुझसे 2 साल बड़ी है ऑर पटका माल है![]()
वो मेरे लिए नई-नई चूत भी लाती रहती है...
अभी कहानी मे कई और खास करेक्टर है...जैसे-2 आएगे मैं बताता जाउन्गा...
तो आइए चलते है अंकित के रूम मे....जिसे है…
"शरीर की भूख"
रश्मि- आप कॉफी पीकर मूड फ्रेश करे जब तक मैं अपनी कॉफी(मतलब मेरा लंड रस) पीकर अपना दिन बनाती हूँ
इतना बोलकर रश्मि घुटनो पर आ गई ओर मेरे बरमूडा के साथ मेरी अंडरवर नीचे करके मेरे लंड को हाथ से सहलाने लगी…ऑर देखते ही देखते अपना मूह नीचे ले जाकर अपनी जीभ से मेरे लंड के टोपे की खाल को नीचे करके चाटने लगी
….इस वजह से मेरे मूह से आअहह निकल गई...![]()
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मैने भी कॉफी को हाथ मे लिया ऑर चुस्की मारने लगा गरमा-गरम कॉफी की...
वहाँ रश्मि लंड चाट ते हुए लंड को पूरा मूह मे भर लेती है ऑर मूह को आगे पीछे करते हुए लंड की चुसाइ सुरू कर देती है…
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मैं गरम कॉफी का अपने मूह मे ओर रश्मि के गरम होंठो के अंदर मेरे लंड को फील करते हुए मज़े ले रहा था….अचानक मेरी बॉडी मे खून तेज़ी से दौड़ने लगा ऑर मैं रश्मि के मूह मे झड गया…![]()
रश्मि ने मेरे लंड रस की अंतिम बूद तक लंड को मूह मे भरे हुए चूसना जारी रखा …जब मेरा सारा लंड रस रश्मि अपने गले मे निगल गई तो उसने मेरा लंड छोड़ा ऑर अपना मूह सॉफ करके बाहर जाने लगी ऑर बोली…![]()
रश्मि- आप आप फ्रेश हो जाइए मैं नाश्ता रेडी करती हूँ..
मैं-ओके
रश्मि के जाने के बाद मैने कॉफी ख़त्म की ऑर सीधा बाथरूम मे फ्रेश होने चला गया...
उस दिन मैं नहाते हुए सोच रहा था कि ये कैसी लाइफ हो गई मेरी…मैं चूतो के समुंदर मे आ गया…बिना चूत और गंद मारे मेरा एक भी दिन नही निकलता….
तभी मैने सोचा छोड़ो यार...कैसे हुआ क्यो हुआ...ये भूल जाओ ऑर चूतो के समुंदर मे डुबकी लगाओ….
इस तरह मैं अपने मन को अपने आप से समझा कर नहा कर रेडी हो गया ऑर नाश्ता करके…स्कूल निकल गया
(मैं स्कूल हमेशा अपनी कार से जाता हूँ…ऑर साथ मे मेरा दोस्त संजीव भी जाता है….संजीव मेरा सबसे ख़ास दोस्त है, वो मुझे बचपन से जानता है…कि कवि मैं सीधा-साधा बंदा था…और आज मैं जो भी हूँ…..वैसा क्यो हूँ…ये शुरुआत कहाँ से हुई)
कार से उतरकर मैं ऑर संजीव स्कूल कॅंटीन मे पहुचे ऑर कॉफी का ऑर्डर दिया...
संजीव- तो भाई आज किसकी मॉर्निंग गुड बनाई….सविता,रश्मि या रेखा..??
मैं-आज रश्मि थी यार
संजीव- यार तू कैसा हो गया...ये सब किस लिए कर रहा है….सुधर जा(ऑर हँसने लगा)
मैं-(हँसते हुए)- भाई अब पीछे नही जा सकता....अब ये सब मेरी लाइफ का हिस्सा हो गया है
(इतना बोलकर मैं सोचने लगा अपने सपने के बारे मे, जो मुझे पिछले काफ़ी दिनो से आ रहा था)
संजीव – (मुझे चुप देखकर)- सॉरी भाई मैं तुझे हर्ट नही करना चाहता था,,मैं बस यू ही बोल रहा था…सॉरी भाई
मैं-अरे नही रे मुझे बुरा नही लगता ऑर साले तेरी बात का तो कभी नही लग सकता
संजीव-तो बोल क्या सोच रहा था
Nice update brother..घर आते हुए मैने संजीव को प्लान समझा दिया ऑर उसे उसके घर ड्रॉप करके मैं अपने घर आ गया…अंदर आते ही मुझे रेखा मिल गई…वो बोली
रेखा- सर खाना लगा दूं
मैं- नही अभी मूड नही…
रेखा-सर तो मैं मूड बना दूं....रूम मे आउ क्या..??![]()
मैं रेखा के पास गया ऑर अपने हाथ से उसकी गंद दवाकर बोला
मैं-अभी नही मेरी रांड़…मैं सो रहा हूँ…2-3 घंटे बाद मुझे जगाना …तब तेरी गंद पेलुगा….ओके
![]()
रेखा-ओके सर
इसके बाद मैं अपने रूम मे गया ऑर कपड़े निकाल कर बेड पर लेट गया…मैं सिर्फ़ अंडरवर मे लेटा हुआ था….तभी मेरा सेल बजने लगा…मैने सेल देखा तो रेणु का कॉल था
( कॉल पर)
मैं-हाई सेक्सी
रेणु-हेलो माइ स्वीट हार्ट
मैं-कैसे कॉल किया
रेणु-क्या मुझे अपनी जान को कॉल करने के लिए काम होना ज़रूरी है
मैं-नही डार्लिंग…मैं थोड़ा सोने जा रहा था…तो पूछ लिया…अच्छा सुना
रेणु-क्या सुनाऊ…तुझे तो मेरी फ़िक्र ही नही भाई….
मैं-ऐसा क्यो बोल रही है…बोल तो अभी आ जाउ
रेणु-नही भाई अभी नही…मैं तो ऐसे ही बोल रही थी…कुछ दिन बाद मोम ऑर भाई रिलेटिव के यहाँ जायगे तब आना
मैं-ओके मेरी जान…तू जब कहे
रेणु-तब तक मैं वेट कर रही हूँ…अच्छा ये बताओ मैने जो कहा था वो किया..??
(रेणु ने मुझे कहा था कि मैं डॅड से पुच्छू कि हमारी प्रॉपर्टी कितनी है ऑर क्या-क्या है और किसके नाम पर है)
मैं-नही जान अभी नही…डॅड टूर पर है..आएगे तो पूछ लुगा
रेणु—ओके…आते ही पूछ कर बताना..ओके अब सो जाओ बाद मे बात करेगे ..बब्यए जान
मैं-बब्यए जान
फोन रखने के बाद मैं सोचने लगा कि रेणु को क्यो पड़ी है मेरी प्रॉपर्टी के बारे मे जान ने की…फिर मेरे दिल ने कहा कि अरे ऐसे ही पूछ रही होगी…प्यार जो करती है तुझे..
मेरा दिल ओर दिमाग़ अलग-2 सोच रहा था…पता नही दिल सही था या दिमाग़…मैने सोचा अभी दिल ऑर दिमाग़ दोनो को चुप करो ऑर सो जाओ….इतना अपने आप से बोलकर मैं सोने लगा
इसके बाद मैं अपने सपनो की दुनिया मे चला गया…लेकिन फिर से मेरे सपनो मे वही आया कि कई हाथ मेरे गले को दवा रहे है ऑर मैं मर रहा हू….आज फिर आख खुलते ही मैने देखा कि मेरे हाथ ही मेरे गले को दवा रहे है…मैं चौक कर बेड से खड़ा हो गया ओर थोड़ी देर शांत खड़ा रहा…जब मैं नॉर्मल हुआ तो बाथरूम मे घुस गया…
मेरे बाथरूम मे जाते ही रेखा मेरे रूम मे एंटर हुई ओर मुझे बेड पर ना देख कर मेरा वेट करने लगी…
अंदर बाथरूम मे मैं पूरा नंगा था ओर अपने लंड को हाथ मे पकड़ कर देख रहा था जो अवी भी तना हुआ था…मैं सोचने लगा कि ये भी हमेशा चूत मागता है साला..ऑर सोचते ही मुझे हसी आ गई….बाथरूम से मेरी हसी की आवाज़ सुनकर रेखा बोली…
रेखा-क्या हुआ सर…आप अकेले ही हंस रहे है या कोई साथ मे है आपके
मुझे रेखा की आवज़ सुनकर याद आया कि इसे तो मैने ही बोला था जगाने को…आज इसकी गंद मारने को भी बोला था…तो मैने रेखा से कहा
मैं-रेखा आ गई तुम
रेखा-हाँ सर आपने ही तो बुलाया था
![]()
मैने बाथरूम का गेट ओपन किया तो रेखा सामने ही खड़ी थी…ओर मैं रेखा के सामने…वो भी पूरा नंगा ऑर मेरा लंड पूरी औकात से खड़ा हुआ था ओर मेरी पूरी बॉडी पर पानी की बूदे चमक रही थी…
मैने देखा कि रेखा की आँखे मेरे लंड पर अटक गई है और रेखा मूह खोले खड़ी हुई थी...
मैने देखा की रेखा मॅक्सी पहने हुए थी…ओर उसमे उसके कबूतर(बूब्स) फड़फदा रहे थे बाहर आने को…क्या बूब्स थे साली के
मैं कुछ देर बाद बोला...
मैं-रेखा मॅक्सी निकाल कर आओ…
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रेखा अभी भी लंड को देखकर मूह खोले खड़ी थी…मेरी बात सुनकर बिना कुछ बोले अपनी मॅक्सी निकालने लगी….रेखा की मॅक्सी निकलते ही वो ब्रा-पैंटी मे मेरे सामने थी…अब उसके बूब्स के साथ उसकी गंद भी क़हर ढा रही थी मेरे लंड पर….
रेखा धीरे-2 मेरे पास आई ऑर बाथरूम के गेट पर ही घुटनो के बल बैठकर मेरे लंड को हाथ से सहलाने लगी ऑर मेरे बॉल्स को अपनी जीब से चाटने लगी
मैं-आअहह….ऐसे ही चुमो….आअहह![]()
रेखा- स्ररुउउप्प्प…उूउउंम्म….सस्स्ररुउउप्प्प…आआअहह
मैं- क्या जादू है तेरी जवान मे मेरी रानी…मज़ा आ गया
रेखा-स्ररुउप्प्प…..स्ररुउउप्प्प…सस्स्ररुउप्प्प….उउउम्म्मह
(रेखा बिना कुछ बोले मेरे बॉल्स को चाट ती रही ओर अपने हाथ से मेरे लंड को हिलाती रही)
थोड़ी देर बाद रेखा मे मेरे लंड को 1 ही झटके मे पूरा का पूरा अपने मूह मे भर लिया ओर जोरदार चुस्साई करने लगी
![]()
रेखा-सस्स्सल्ल्ल्ल्ल्लूउउप्प्प…सस्रररुउपप…..ऊऊऊओंम्म्मम…ऊऊम्म्म्म…ग्ग्गहूओ….ग्ग्गहू
रेखा के मूह से बस ऐसी ही आवाज़े आ रही थी....
![]()
थोड़ी देर की लंड चुसाइ से ही मैं झड़ने की कगार पर था क्योकि...संजीव की माँ-बहिन को चोदने की बातो से ही मेरा लंड भरा था...ओर फिर रेणु के कॉल ने उसे ऑर भर दिया था....तो अब मेरा लंड जल्द से जल्द खाली होना चाहता था...
मैने रेखा के सिर को दोनो हाथो से पकड़ के अपने लंड पर दवा दिया ओर लंड को तेज़ी से रेखा के मूह मे पेलने लगा
रेखा-ग्ग्गहूओ.......ओउउउम्म्म्मम....ग्ग्गूऊूगगघहूऊ......ऊऊऊम्म्म्ममममम
करे जा रही थी ऑर![]()
मैं-आआआहह.....आययययययएसस्स.....ऊऊऊहहूऊ....आआहह....यययययई.....को
करे जा रहा था
2-3 मिनिट मे ही मेरे लंड का लावा फुट कर रेखा के गले से होते हुए उसके पेट मे जाने लगा ओर कुछ हिस्सा उसके होंठो से नीचे उसके गले से होते हुए उसके बूब्स पर ऑर फर्श पर जाने लगा….
![]()
जब तक मेरे लंड की आख़िरी बूँद ना निकल गई…मैने रेखा के सिर को छोड़ा नही…जब मेरा लंड रस ख़तम हो गया तो मैने रेखा के सिर को छोड़ दिया
मेरे छोटे ही रेख खाँसते हुए खो-खो करने लगी
ऑर जब नोमाल हुई तो बोली
रेखा- माअर ही…खो-खो …डाला
मैं-अवी कहाँ साली…अभी तो मारना बाकी है
![]()
रेखा- तो रोका किसने है….मारो
इतना कह कर रेखा अपने होंठो पर ऑर गले पर लगा हुआ मेरा लंड रस हाथ मे लेकर चाटने लगी
![]()
रेखा के बारे मे ये बता दूं कि रेखा को वाइल्ड सेक्स ज़्यादा पसंद है…ओर उसकी 1 फंट्सी भी है …वो बाद मे ,,,,
रेखा ने जब पूरा लंड रस चाट लिया तो मैने कहा
मैं- चल साली नंगी हो जा ...आज तेरी गंद के परखच्चे उड़ाने है
मैं- अगर तू अपनी मोम को मुझसे चुदवाने मे हेल्प करेगा…तो मैं उसे तेरे नीचे ला दुन्गा वो भी तेरी मोम की मर्ज़ी से
संजीव-इंपॉसिबल…नही आयगी
मैं-भाई मैं प्रॉमिस करता हूँ….अगर मैने तेरी माँ की चुदाई कर ली तो तुझे उसकी चूत मैं दिलवाउन्गा
संजीव-(खुश होते हुए)-सच मे..???
मैं –पक्का भाई
संजीव(थोड़ा सोच कर)- ओके भाई तो तू ट्राइ कर तेरी हेल्प मैं करूगा ओक
मैं –बट इसके लिए मुझे तेरी मोम के आस-पास रहना होगा कुछ दिन…
संजीव -हाँ ये तो है
मैं(मन मे सोचते हुए कि तू मुझे तेरे घर तो ले जा …तेरी बेहन को चोदुगा ऑर तेरी बेहन ही मुझे तेरे घर की सारी चूत दिलवायेगी)- क्या हुआ…बोल फिर…कुछ आइडिया है
संजीव-1 प्लान है
मैं-क्या..??
संजीव- अभी हमारे मिड टर्म आ रहे है….
मैं-हाँ तो..??
संजीव- भाई तू मेरे घर रुक जा कुछ दिन पढ़ाई करने के बहाने
मैं(खुश होकर)-ह्म्म्मु…ये हो सकता है
संजीव- हम मिलकर ट्राइ करेगे
मैं – ओके…ये आइडिया वर्क कर सकता है….एक काम करते है
संजीव- क्या
मैं-तू अपने घर मेरी एंट्री करवा दे….मैं तेरे लिए तेरी माँ के साथ तेरी फॅमिली की सारी चूतो तैयार कर दूँगा
संजीव-(शॉक्ड ऑर खुश होते हुए) सच मे भाई….मैं भी सबको देख कर हिलाता रहता हूँ…लेकिन ऐसा होगा कैसे
मैने- वो मेरा काम है…अगर प्लान काम कर गया तो तेरी फॅमिली की चूत ओर गंद मेरे लंड से खुलेगी ऑर बाद मे तू यूज़ करना…हाहहाहा
संजीव-हाहहहहा…ओके भाई …मैं आज ही घर पर बात कर के बताता हूँ
मैं-ओके तो तैयार हो जा चूतो मे डुबकी मारने को
संजीव- हाँ भाई मैं रेडी हूँ
मैं- लेकिन पहले तेरी मॉम …बाकी को आगे देखेगे
संजीव-ओके बॉस
इसके बाद हम दोनो स्कूल आधा छोड़कर मेरी कार से घर निकल आए....
घर आते हुए मैने संजीव को प्लान समझा दिया ऑर उसे उसके घर ड्रॉप करके मैं अपने घर आ गया…
मैं- अगर तू अपनी मोम को मुझसे चुदवाने मे हेल्प करेगा…तो मैं उसे तेरे नीचे ला दुन्गा वो भी तेरी मोम की मर्ज़ी से
संजीव-इंपॉसिबल…नही आयगी
मैं-भाई मैं प्रॉमिस करता हूँ….अगर मैने तेरी माँ की चुदाई कर ली तो तुझे उसकी चूत मैं दिलवाउन्गा
संजीव-(खुश होते हुए)-सच मे..???
मैं –पक्का भाई
संजीव(थोड़ा सोच कर)- ओके भाई तो तू ट्राइ कर तेरी हेल्प मैं करूगा ओक
मैं –बट इसके लिए मुझे तेरी मोम के आस-पास रहना होगा कुछ दिन…
संजीव -हाँ ये तो है
मैं(मन मे सोचते हुए कि तू मुझे तेरे घर तो ले जा …तेरी बेहन को चोदुगा ऑर तेरी बेहन ही मुझे तेरे घर की सारी चूत दिलवायेगी)- क्या हुआ…बोल फिर…कुछ आइडिया है
संजीव-1 प्लान है
मैं-क्या..??
संजीव- अभी हमारे मिड टर्म आ रहे है….
मैं-हाँ तो..??
संजीव- भाई तू मेरे घर रुक जा कुछ दिन पढ़ाई करने के बहाने
मैं(खुश होकर)-ह्म्म्मु…ये हो सकता है
संजीव- हम मिलकर ट्राइ करेगे
मैं – ओके…ये आइडिया वर्क कर सकता है….एक काम करते है
संजीव- क्या
मैं-तू अपने घर मेरी एंट्री करवा दे….मैं तेरे लिए तेरी माँ के साथ तेरी फॅमिली की सारी चूतो तैयार कर दूँगा
संजीव-(शॉक्ड ऑर खुश होते हुए) सच मे भाई….मैं भी सबको देख कर हिलाता रहता हूँ…लेकिन ऐसा होगा कैसे
मैने- वो मेरा काम है…अगर प्लान काम कर गया तो तेरी फॅमिली की चूत ओर गंद मेरे लंड से खुलेगी ऑर बाद मे तू यूज़ करना…हाहहाहा
संजीव-हाहहहहा…ओके भाई …मैं आज ही घर पर बात कर के बताता हूँ
मैं-ओके तो तैयार हो जा चूतो मे डुबकी मारने को
संजीव- हाँ भाई मैं रेडी हूँ
मैं- लेकिन पहले तेरी मॉम …बाकी को आगे देखेगे
संजीव-ओके बॉस
इसके बाद हम दोनो स्कूल आधा छोड़कर मेरी कार से घर निकल आए....
घर आते हुए मैने संजीव को प्लान समझा दिया ऑर उसे उसके घर ड्रॉप करके मैं अपने घर आ गया…
घर आते हुए मैने संजीव को प्लान समझा दिया ऑर उसे उसके घर ड्रॉप करके मैं अपने घर आ गया…अंदर आते ही मुझे रेखा मिल गई…वो बोली
रेखा- सर खाना लगा दूं
मैं- नही अभी मूड नही…
रेखा-सर तो मैं मूड बना दूं....रूम मे आउ क्या..??![]()
मैं रेखा के पास गया ऑर अपने हाथ से उसकी गंद दवाकर बोला
मैं-अभी नही मेरी रांड़…मैं सो रहा हूँ…2-3 घंटे बाद मुझे जगाना …तब तेरी गंद पेलुगा….ओके
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रेखा-ओके सर
इसके बाद मैं अपने रूम मे गया ऑर कपड़े निकाल कर बेड पर लेट गया…मैं सिर्फ़ अंडरवर मे लेटा हुआ था….तभी मेरा सेल बजने लगा…मैने सेल देखा तो रेणु का कॉल था
( कॉल पर)
मैं-हाई सेक्सी
रेणु-हेलो माइ स्वीट हार्ट
मैं-कैसे कॉल किया
रेणु-क्या मुझे अपनी जान को कॉल करने के लिए काम होना ज़रूरी है
मैं-नही डार्लिंग…मैं थोड़ा सोने जा रहा था…तो पूछ लिया…अच्छा सुना
रेणु-क्या सुनाऊ…तुझे तो मेरी फ़िक्र ही नही भाई….
मैं-ऐसा क्यो बोल रही है…बोल तो अभी आ जाउ
रेणु-नही भाई अभी नही…मैं तो ऐसे ही बोल रही थी…कुछ दिन बाद मोम ऑर भाई रिलेटिव के यहाँ जायगे तब आना
मैं-ओके मेरी जान…तू जब कहे
रेणु-तब तक मैं वेट कर रही हूँ…अच्छा ये बताओ मैने जो कहा था वो किया..??
(रेणु ने मुझे कहा था कि मैं डॅड से पुच्छू कि हमारी प्रॉपर्टी कितनी है ऑर क्या-क्या है और किसके नाम पर है)
मैं-नही जान अभी नही…डॅड टूर पर है..आएगे तो पूछ लुगा
रेणु—ओके…आते ही पूछ कर बताना..ओके अब सो जाओ बाद मे बात करेगे ..बब्यए जान
मैं-बब्यए जान
फोन रखने के बाद मैं सोचने लगा कि रेणु को क्यो पड़ी है मेरी प्रॉपर्टी के बारे मे जान ने की…फिर मेरे दिल ने कहा कि अरे ऐसे ही पूछ रही होगी…प्यार जो करती है तुझे..
मेरा दिल ओर दिमाग़ अलग-2 सोच रहा था…पता नही दिल सही था या दिमाग़…मैने सोचा अभी दिल ऑर दिमाग़ दोनो को चुप करो ऑर सो जाओ….इतना अपने आप से बोलकर मैं सोने लगा
इसके बाद मैं अपने सपनो की दुनिया मे चला गया…लेकिन फिर से मेरे सपनो मे वही आया कि कई हाथ मेरे गले को दवा रहे है ऑर मैं मर रहा हू….आज फिर आख खुलते ही मैने देखा कि मेरे हाथ ही मेरे गले को दवा रहे है…मैं चौक कर बेड से खड़ा हो गया ओर थोड़ी देर शांत खड़ा रहा…जब मैं नॉर्मल हुआ तो बाथरूम मे घुस गया…
मेरे बाथरूम मे जाते ही रेखा मेरे रूम मे एंटर हुई ओर मुझे बेड पर ना देख कर मेरा वेट करने लगी…
अंदर बाथरूम मे मैं पूरा नंगा था ओर अपने लंड को हाथ मे पकड़ कर देख रहा था जो अवी भी तना हुआ था…मैं सोचने लगा कि ये भी हमेशा चूत मागता है साला..ऑर सोचते ही मुझे हसी आ गई….बाथरूम से मेरी हसी की आवाज़ सुनकर रेखा बोली…
रेखा-क्या हुआ सर…आप अकेले ही हंस रहे है या कोई साथ मे है आपके
मुझे रेखा की आवज़ सुनकर याद आया कि इसे तो मैने ही बोला था जगाने को…आज इसकी गंद मारने को भी बोला था…तो मैने रेखा से कहा
मैं-रेखा आ गई तुम
रेखा-हाँ सर आपने ही तो बुलाया था
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मैने बाथरूम का गेट ओपन किया तो रेखा सामने ही खड़ी थी…ओर मैं रेखा के सामने…वो भी पूरा नंगा ऑर मेरा लंड पूरी औकात से खड़ा हुआ था ओर मेरी पूरी बॉडी पर पानी की बूदे चमक रही थी…
मैने देखा कि रेखा की आँखे मेरे लंड पर अटक गई है और रेखा मूह खोले खड़ी हुई थी...
मैने देखा की रेखा मॅक्सी पहने हुए थी…ओर उसमे उसके कबूतर(बूब्स) फड़फदा रहे थे बाहर आने को…क्या बूब्स थे साली के
मैं कुछ देर बाद बोला...
मैं-रेखा मॅक्सी निकाल कर आओ…
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रेखा अभी भी लंड को देखकर मूह खोले खड़ी थी…मेरी बात सुनकर बिना कुछ बोले अपनी मॅक्सी निकालने लगी….रेखा की मॅक्सी निकलते ही वो ब्रा-पैंटी मे मेरे सामने थी…अब उसके बूब्स के साथ उसकी गंद भी क़हर ढा रही थी मेरे लंड पर….
रेखा धीरे-2 मेरे पास आई ऑर बाथरूम के गेट पर ही घुटनो के बल बैठकर मेरे लंड को हाथ से सहलाने लगी ऑर मेरे बॉल्स को अपनी जीब से चाटने लगी
मैं-आअहह….ऐसे ही चुमो….आअहह![]()
रेखा- स्ररुउउप्प्प…उूउउंम्म….सस्स्ररुउउप्प्प…आआअहह
मैं- क्या जादू है तेरी जवान मे मेरी रानी…मज़ा आ गया
रेखा-स्ररुउप्प्प…..स्ररुउउप्प्प…सस्स्ररुउप्प्प….उउउम्म्मह
(रेखा बिना कुछ बोले मेरे बॉल्स को चाट ती रही ओर अपने हाथ से मेरे लंड को हिलाती रही)
थोड़ी देर बाद रेखा मे मेरे लंड को 1 ही झटके मे पूरा का पूरा अपने मूह मे भर लिया ओर जोरदार चुस्साई करने लगी
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रेखा-सस्स्सल्ल्ल्ल्ल्लूउउप्प्प…सस्रररुउपप…..ऊऊऊओंम्म्मम…ऊऊम्म्म्म…ग्ग्गहूओ….ग्ग्गहू
रेखा के मूह से बस ऐसी ही आवाज़े आ रही थी....
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थोड़ी देर की लंड चुसाइ से ही मैं झड़ने की कगार पर था क्योकि...संजीव की माँ-बहिन को चोदने की बातो से ही मेरा लंड भरा था...ओर फिर रेणु के कॉल ने उसे ऑर भर दिया था....तो अब मेरा लंड जल्द से जल्द खाली होना चाहता था...
मैने रेखा के सिर को दोनो हाथो से पकड़ के अपने लंड पर दवा दिया ओर लंड को तेज़ी से रेखा के मूह मे पेलने लगा
रेखा-ग्ग्गहूओ.......ओउउउम्म्म्मम....ग्ग्गूऊूगगघहूऊ......ऊऊऊम्म्म्ममममम
करे जा रही थी ऑर![]()
मैं-आआआहह.....आययययययएसस्स.....ऊऊऊहहूऊ....आआहह....यययययई.....को
करे जा रहा था
2-3 मिनिट मे ही मेरे लंड का लावा फुट कर रेखा के गले से होते हुए उसके पेट मे जाने लगा ओर कुछ हिस्सा उसके होंठो से नीचे उसके गले से होते हुए उसके बूब्स पर ऑर फर्श पर जाने लगा….
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जब तक मेरे लंड की आख़िरी बूँद ना निकल गई…मैने रेखा के सिर को छोड़ा नही…जब मेरा लंड रस ख़तम हो गया तो मैने रेखा के सिर को छोड़ दिया
मेरे छोटे ही रेख खाँसते हुए खो-खो करने लगी
ऑर जब नोमाल हुई तो बोली
रेखा- माअर ही…खो-खो …डाला
मैं-अवी कहाँ साली…अभी तो मारना बाकी है
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रेखा- तो रोका किसने है….मारो
इतना कह कर रेखा अपने होंठो पर ऑर गले पर लगा हुआ मेरा लंड रस हाथ मे लेकर चाटने लगी
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रेखा के बारे मे ये बता दूं कि रेखा को वाइल्ड सेक्स ज़्यादा पसंद है…ओर उसकी 1 फंट्सी भी है …वो बाद मे ,,,,
रेखा ने जब पूरा लंड रस चाट लिया तो मैने कहा
मैं- चल साली नंगी हो जा ...आज तेरी गंद के परखच्चे उड़ाने है