Incest Harami .Beta

Kiska sath Aapko jayada pasand aa Raha hai

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हरामी बेटा



दोस्तो एक और कहानी आपके लिए लेकर आया हूँ कहानी एक बिगड़े हुए बेटे की है उम्मीद है आपको पसंद आएगी
राहुल शहेर में पढ़ाई करता है, उसकी पढ़ाई को ख़तम होने मे कुछ दिन बचे है..........
राहुल की मा(सुधा) गाँव में रहती है........राहुल का गाँव, शहेर से कुछ 100किमी दूर है.......सुधा सरकारी एंप्लायी है.....
राहुल के पिता(मनोहर)...दूसरे देश में काम करते है......मनोहर इंजिनियर है........

राहुल हॉस्टिल में रहकर पढ़ाई(ग्रॅजुयेशन) कर रहा है.........उसके ज़्यादातर दोस्त शहेर के ही है........

राहुल को पॉकेट मनी अच्छी मिलती है..........वो अपने दोस्तो के साथ मज़े करता है........पढ़ाई में उसका ध्यान बहुत कम है........

दारू पीना....रंडियों से सेक्स करना.......ये सब उसकी आदत बन चुकी है........

हॉस्टिल के पास रहने वाली एक विवाहित-महिला के साथ भी उसके संबंध है..........

राहुल माता-पिता के पैसे से बहुत मज़े कर रहा था............उसको आगे के जीवन की कोई परवाह नही थी.......

कुछ दिन में उसके फाइनल परीक्षा हुई..............राहुल अंतिम समय में पढ़ाई करने की कोशिश करने लगा.......लेकिन उसका मन तो ज़्यादा चुदाई में नशे में ही लगा रहता था...........

किसी प्रकार उसने अपनी परीक्षा ख़तम की.............परीक्षा का परिणाम आने में 1 महीने का समय था.........

राहुल अपना समान बाँध कर गाँव वापस आने लगा.........उसके हॉस्टिल के सारे दोस्त भी वापस जाने लगे.............

अपने दोस्तो को छोड़ने का मन नही था...........लेकिन वो शहेर में रह भी नही सकता था...........उसके पिता ने उसको गाँव जाने को कहा था...........

गाँव जाने से पहले..........राहुल ने जी भर के चुदाई करली..........

आखरी दिन वो अपना समान लेकर बस-स्टॅंड गया........अपने गाँव की बस में बैठ कर.........सब याद करने लगा........उसको, सब कुछ याद कर....आँख से आँसू बहने लगे...........

रात के 10 बजे कुछ वो अपने गाँव पहुचा..........वो अपने गाँव आया करता था बस 3-4 दिन के लिए.......लेकिन इस बार तो उसको ज़्यादा दिन रुकना था..............

वो अपने घर की बेल बजाया..............सुधा ने डोर खोला........

सुधा ने अपने बेटे को गले लगा लिया..........

सुधा: इतनी देर करदी आने में

राहुल : हां मा, दोस्त लोग जाने नही दे रहे थे..........इसलिए शाम की बस पकड़ कर आया हूँ........दिन भर उनके साथ ही था...........

सुधा: खाना लगा दूँ

राहुल: हां मा.....में पहले नहा लूँ.........

सुधा: हां तू नहा ले....में खाना रेडी करती हूँ..........

घर में 2 रूम एक हॉल है, और एक छोटा सा ड्रॉयिंग रूम...........घर छोटा है लेकिन अच्छा सज़ा हुआ है...........घर में सारी सुविधाएँ है.......

राहुल अपने रूम में जाकर........कपड़े उतारे...और बाथरूम में घुस गया............

उसको अजीब सा लग रहा है...........वो सब कुछ छोड़ कर आया है..............सब यादें उसको बेचैन करने लगी है...........उन्ही यादो में वह अपना लंड पकड़ कर मूठ मारने लगा...........कुछ देर लंड को मसल्ने के बाद उसका वीर्य निकलने लगा...........

फिर वो नहा कर........कपड़े पहेन कर हॉल में आगया........डाइनिंग टेबल पर बैठ गया..........

सुधा किचन से उसके लिए खाना लेकर आई...........

सुधा मस्त जिस्म की है......उसके मम्मे का तो जवाब ही नही...........बहुत बड़े-बड़े मम्मे है........जो भी देखता है...........पहले उसकी नज़र मम्मो पर ही पड़ती है............

सुधा की गंद भी बहुत फैली हुई और मोटी है...........वो जॉब करती है, इसलिए उसने कुछ तो मेनटेन कर-रखा है......देखने में सुंदर भी है..........रंग थोड़ा सा सौंवला है........

राहुल ने जैसे ही मा को देखा उसकी नज़र मा के मम्मो पर पड़ी.............सुधा नाइट गाउन पहेन कर है...........

सुधा ने देखा....राहुल की नज़र उसके मम्मो पर है..........उसने गाउन को सीधा करलिया............राहुल चौक गया और अपनी नज़रें हटा लिया..........

राहुल वही शहेर की सोंच में था...........फिर उसको ध्यान आया कि......"वो सब भूल जा........वो सब छूट गए....अब सब नए लोग मिलेंगे..........कुछ दिन यहीं बिताना है........क्यूँ ना मा के मस्त बदन को निहार कर ही मज़े लेलुँ".... राहुल को ये आइडिया अच्छा लगा........

जब सुधा खाना लगा कर वापस जाने लगी.........राहुल की नज़र उसकी गंद पर पड़ी.........सुधा की गंद देख कर तो राहुल मस्त होगया........सोंच ने लगा......"में ने पहले तो कभी मा को इस नज़र से नही देखा.......हाँ पहले सेक्स का मज़ा भी तो नही लगा था".......

राहुल ने फिर अपना ध्यान हटा लिया.........."नही वो मेरी मा है"........फिर सोचने लगा.........."शहेर में जो महिला से उसके संबंध है.....उसका पति तो दूसरे शहेर में काम करता है.........वो अकेली रहती है........अपनी प्यास बुझाने के लिए मेरा सहारा लेती है........मा भी तो अकेली रहती है....................नही-नही वो मेरी मा है.....मेरी मा ऐसी नही है"

फिर वो अपना ध्यान हटा कर खाने लगा............

सुधा: क्या सोंच रहा है बेटा

राहुल: कुछ नही मा...... आगे क्या करना है.....यही सोंच रहा हूँ.........

सुधा: परीक्षा तो अच्छी रही ना

राहुल: हां मा...

सुधा: इतना चिंतित होने की ज़रूरत नही है.........बस परिणाम आ जाए....कोई अच्छी जॉब ढूंड लेना....या फिर अपने पिता के पास चले जाना.......

राहुल: हां मा.....

फिर राहुल खाने लगा.......खाना ख़तम कर वो अपने बेडरूम में चला गया....सुधा भी घर की सब लाइट्स ऑफ करके अपने रूम में चली गई.........

राहुल अपने बेड पर लेटा सोचने लगा..........."में ने कभी मा की तरफ ध्यान ही नही दिया..........नारी तो नारी ही होती है......चूत की प्यास तो सूब को सताती है.........(हां ये तो सच है)......मा भी अपनी प्यास बुझाने को कुछ तो करती होगी.........."

अपना लंड हाथ में लिए यही सोचता वो सोगया..........

सवेरे मा ने उसको खाना दिया और ऑफीस चली गई...........दिन भर वो अकेला घर पर टीवी देखता रहा............

गाँव में तो उसका कोई दोस्त नही था.........जो भी दोस्त थे वो अब शहर में ही रहते थे.......

उसके घर से कुछ दूर उसके मामा(संतोष) का घर है......वो सुधा से 2 साल के छोटे है........संतोष भी उसी ऑफीस में जॉब करता है............ दोनो भाई-बहेन(सुधा-संतोष) एक ही ऑफीस में जॉब करते है..........

संतोष की पत्नी(नंदिनी) बहुत ही भारी जिस्म की है.....वो बहुत ही सेक्सी लगती है........नंदिनी हाउस-वाइफ है.

राहुल को याद आया.........सोंच क्यूँ ना मामा के घर जाकर मिल आउ..........फिर सोचा की शाम को जब मा आ जाएगी तब...मा को बता कर जाउन्गा........

किसी तरहा...दिन गुजर गया............मा ने आने में देर करदी.........शाम के 8 बजे डोर बेल बजी........राहुल ने डोर खोला तो देखा कि.......मा आ गई, और साथ में मामा जी और मामी को देख कर बहुत खुश होगया........

मामा ने राहुल को गले लगा लिया.......मामी ने भी उसके माथे को चूमा............

राहुल..मामी को देख ता ही रह गया..........पीले रंग की सारी में नंदिनी मस्त लग रही थी...........नंदिनी, सुधा से भी ज़्यादा भरे जिस्म की है.........

नंदिनी: अरे हमारा राहुल तो अब बहुत बड़ा होगया है............ये कहते हुए वो राहुल को निहारने लगी.

राहुल: मामी आप तो बिल्कुल भी नही बदली............मामा जी तो बूढ़े लगने लगे है...........

मामा: बदमाश तो नही सुधरेगा........

सुधा: मामा भानजे की लड़ाई ख़तम हुई हो तो, हम अंदर चल कर बैठे.........

नंदिनी ने कहा खाना बना कर टिफिन लेकर आई है..................सब मिलकर हसी-मज़ाक करते खाना खाने लगे...............

राहुल.....मामी और मा को निहारता रहा..........

नंदिनी ने जब देखा कि राहुल उसके मम्मे निहार रहा है...........नंदिनी ने अपने सारी के पल्लू को और थोड़ा सरका दिया.....ताकि राहुल को अच्छे दर्शन होसके.........

राहुल सोचने लगा..........."क्यूँ ना मामी तो पटा लूँ........ये तो लगती ही चुड़क्कड़ है.........शायद मामा इसकी प्यास ठीक से नही बुझाते"

सब मिलकर बातें करने लगे........कुछ देर टीवी देखा..........रात 11 बजे मामा-मामी जाने लगे........जाते समय मामा ने कहा.....

मामा जी: कल रात को मेरी नाइट ड्यूटी है........

राहुल: ऑफीस में नाइट ड्यूटी कैसी..........

मामा जी: ऑफीस नही रे.........वर्कशॉप को जाना होता है..........

मा: तेरे मामा को वर्कशॉप का अकाउंट्स देखना होता है..............जब इनकी नाइट ड्यूटी होती है तब में नंदिनी के साथ रहती हूँ............

नंदिनी: अब तो राहुल आगया है....वो आज़ाएगा...........

राहुल: हां क्यूँ नही..........में आ जाउन्गा...........

मामा-मामी चले गए.................

राहुल और मा अपने अपने रूम में जाकर सोगए...................राहुल अपना लंड पकड़ कर, पुरानी यादें ताज़ा करता सोगया................

सवेरे मा ने राहुल को खाना देकर......... घर के कुछ काम बता दिए.......................और ऑफीस चली गई............

राहुल दिन भर घर के काम में व्यस्त रहा............आज तो उसने गाँव की सैर भी करली...............जब वो मामा के घर के करीब पहुँचा तो सोचा "क्यूँ ना मामी से मिल लूँ .......फिर सोचा कि शाम को तो आना ही है"....

शाम 6:30 को मा घर वापस आ गई.............आते ही मा ने राहुल को मामी के पास भेज दिया............मामा का घर 1किमी दूर, गाँव के बाहर की तरफ था.......

राहुल टहलता हुआ मामा जी के घर पहुच गया............

उसने डोर बेल बजाई..........नंदिनी ने डोर खोला.............दोनो कुछ देर एक दूसरे को देखने लगे..........फिर नंदिनी ने अंदर आने का इशारा किया...........

राहुल अंदर आगया...................

मामी: बाज़ार से कुछ खाने के लिए मिठाई ले आना..........

राहुल: क्या लाउ मामी

मामी: तुझे जो पसंद हो...........

राहुल: आप बताओ ना........

मामी: स्टिक वाली आइस-क्रीम ले आ.........और मलाई भी ले आना.........चीनी डालकर खाएँगे.........

फिर मामी ने राहुल को पैसे दिए............राहुल बाज़ार चला गया...........रास्ते में वो सोचने लगा "मामी तो आज मस्त लग रही है..........मामी को देख कर तो लगता है वो बहुत प्यासी है.......मामी भी तो हमारे यहाँ आके रहसकती थी......फिर मुझे यहाँ क्यूँ बुलाया........मुझे कुछ दाल-में-काला लगता है...........मुझे कुछ तो कोशिश करनी चाहिए"

राहुल जब वापस पहुँचा तो डोर खुला ही था.....वो सीधे अंदर चला गया...........नंदिनी किचन में कुछ बना रही थी...........वो नाइट-गाउन पहेन कर थी..........

राहुल ने समान फ्रिड्ज में रख दिया..........और सोफा पर बैठ कर टीवी देखने लगा............

नंदिनी जब किचेन से बाहर आई तो राहुल नंदिनी को देखता ही रह गया..........वो नंदिनी के मम्मो को गौर से देखने लगा............

मामी: क्यूँ रे राहुल.........ऐसे क्या देख रहा है...........

राहुल: चौक गया, कुछ नही मामी बस आपको देख रहा हूँ.........कई दिन बाद देखा ना............

मामी: कैसी लगी में तुझे.........

राहुल: आप तो सुंदर हो......

मामी: मेरा मतलब है.......पहले जैसी ही लगी या कुछ अलग लगी

राहुल: तब तो में छोटा था.........वो याद नही.........परंतु, अब तो आप अच्छी लगती हो..........

मामी: इतना ही....सिर्फ़ अच्छी.........

राहुल: और क्या मामी..........

मामी: में तुझे कुछ मोटी नही लगी...........

राहुल: हां वो तो है,, लेकिन उतनी ज़्यादा नही.............

नंदिनी सोफा पर राहुल के पास में बैठ गई...........

राहुल नंदिनी की गर्मी को महसूस करने लगा...........नंदिनी पास में ही बैठी थी........उसके जिस्म की गर्मी से राहुल का लंड खड़ा होने लगा.......... राहुल को कुछ समझ नही आया........वो झट से उठा और बाथरूम चला गया.................

बाथरूम में जाकर वो नंदिनी की कल्पना करके....मूठ मारने लगा...........

राहुल को बाथरूम जाकर बहुत देर हो गई.............नंदिनी ने आवाज़ लगाई.......सब ठीक तो है..............राहुल चौंक गया...........उसको एहसास हुआ कि वो बहुत देर से मूठ मार रहा है.........फिर वो जल्दी से अपने लंड को शांत करके बाहर आगया..............

नंदिनी हँसने लगी......इतनी देर लगती है........में परेशान हो गई थी..........

राहुल ने कहा कुछ नही मामी थोड़ी सी मुश्किल हुई थी.......इसलिए देर हो गई...............

नंदिनी: अच्छा चल अब...हाथ मुँह धो ले 8 बजे है........में खाना लगाती हूँ

दोनो टीवी देखते हुए खाने लगे...............

नंदिनी जब खाने के लिए बैठी तो उसके चुचियाँ टेबल पर बिछ गई........उसका गाउन ऊपेर से खुल गया.............उसकी चुचिया सॉफ-सॉफ दिखाई देने लगी..........

राहुल, नंदिनी के साइड में बैठा था और टीवी दूसरी साइड में था..........वो टीवी देखते-देखते....नंदिनी की चुचियो को भी देखने लगा...........
नंदिनी को इसका पता नही था कि उसकी चुचियाँ पूरी बाहर निकल गई है..........वो तो रोज ऐसे ही बैठ ती है........

राहुल ने देखा......नंदिनी ने ब्रा नही पहनी है.............राहुल का लंड टेबल के नीचे से फिर से खड़ा होगया.............

दोनो ने खाना ख़तम किया............फिर राहुल टीवी देखने बैठ गया..............

नंदिनी किचन में सारा समान रख कर.......सफाई करके आई और राहुल के बगल में बैठ गई..............

मामी(नंदिनी): तेरी पढ़ाई कैसी चल रही है........

राहुल सब ठीक ठाक........ उसकी नज़र टीवी पर ही थी.........

मामी: तू तो हॉस्टिल में रहता था...........

राहुल: हां मामी....

मामी: तेरे बहुत से दोस्त होंगे..........

राहुल हां मामी बहुत सारे है.........सब को छोड़ कर आना पड़ा.......

मामी: हां वो तो होना ही है.......तेरे कॉलेज में लड़कियाँ भी थी

राहुल: हां थी.......ये कहते हुए राहुल ने मामी की तरफ देखा........मामी मुस्कुरा रही थी...........फिर राहुल ने अपनी नज़र मामी की चुचियो पर डाली..........मामी के गाउन के ऊपेर के हुक्स खुले ही थे.......उसकी चुचियाँ दिख रही थी..........राहुल पीछे हाथ कर बैठ गया और मामी की तरफ पलट गया...........

दोनो अब इतना करीब थे कि, ऐसा लगता है कि अब किस करने वाले है..........

मामी: तेरे हॉस्टिल में भी लड़किया थी............

राहुल: नही मामी.........

मामी: तेरी कोई दोस्त नही बनी...........आजकल तो गर्ल-फ्रेंड बनाते है ना.........

राहुल शर्मा गया और अपनी नज़रे नीचे करलिया

मामी: इसमें शरमाने वाली क्या बात है, आज कल तो सब चलता है..........में ने कुछ ग़लत तो नही पूछा

राहुल: नही मामी...........

मामी: तू अपना समय कैसे बीतता था................

राहुल: बस पढ़ाई करता था...............

मामी: हंसते हुए..., सिर्फ़ पढ़ाई ही किया तूने

राहुल: हां मामी............

मामी: जाने दे........तू तो बहुत शरमाता है...........अभी कई दिन बाद मिला है ना, शायद इसलिए..........

नंदिनी उठी और फ्रिज से आइस-क्रीम लाकर राहुल को देदिया और कहा...."जब सोना हो तो टीवी बंद करदेना.....में ने तेरे लिए बाजू वाला रूम रेडी कर दिया है.........चाहिए तो एसी खोलना.........

नंदिनी आइस-क्रीम लेकर अपने रूम में चली गई.............अंदर से डोर बंद कर लिया..........

राहुल सोंच में पड़ गया............मामी ने गर्लफ्रेंड के बारे में क्यूँ पूछा.......

थोड़ी देर बाद वो उठ कर रूम में चला गया और सो गया...............

सवेरे जब वो उठा तो मामी के रूम का डोर खुला था............वो अंदर गया..........

मामा भी रूम में है.........."पता नही मामा कब आए".........मामी, मामा के दूसरी साइड पर है............राहुल बेड से घूम कर मामी की साइड आया तो देखा मामी की गाउन उठी हुई है............वो फर्श पर बैठ गया तो मामी की चूत के दर्शन होगए..............मामी की चूत चिकनी है..........मामी की दोनो टाँगो के बीच में चूत के लिप्स मसले हुए है...............

ये दृश्य देख कर उसका लंड खड़ा होगया..............मामी उठ ना जाए ये सोंच कर वो रूम से बाहर निकलने लगा............फिर उसे याद आया कि उसने चूत के पास मे कुछ अजीब चीज़ देखी है................

फिर वो हिम्मत करके पलटा.....फिर से फर्श पे बैठ कर चूत को देखने लगा......................वो चौक गया...........और घबरा कर बाहर आगया..........


राहुल फ्रेश होकर वापस घर चला गया.............मा, ऑफीस जा रही थी...........मा ने राहुल से कह दिया कि टेबल पर नाश्ता लगा है....खा लेना..........

राहुल खाना खा कर...........फिर टीवी देखने लग गया..................

फिर उसे मामी की चूत याद आई...........वो सोचने लगा "मामी की चूत पर क्या लगा हुआ था...........थोड़ा ध्यान देने पर उसे समझ आया कि वो चॉक्लेट था........फिर उसे याद आया कि उसने मामी के लिए चोकोबार आइस-क्रीम लाकर दी थी............फिर वो सोचने लगा..........आइस-क्रीम चूत पर क्या कर रही थी.........." ये सब बातें राहुल की कल्पना से बाहर थी...........

राहुल फिर सोचने लगा........"मामी ने मुझसे गर्लफ्रेंड के बारे में पूछा..........इसका मतलब वो मुझसे फ्री होना चाहती है......शायद वो मुझसे अपनी प्यास बुझाना चाहती है.........फिर वो सोचा कि............में बहुत हरामी होगया हूँ......मुझे तो हर बात में चुदाई ही दिखती है"...........वो अपनी सोंच बंद कर टीवी देखने लगा...........

सारा दिन इसी तरह गुजर गया........शाम के 6 बजे फोन आया........राहुल ने फोन उठाया...........फोन पर मामा जी थे.......उन्हो ने कहा.........."राहुल, आज भी मुझे नाइट शिफ्ट करनी है.........तुम मामी के पास चले जाना......में ने तुम्हारी मा को बता दिया है...."

राहुल खुश होगया..........सोचने लगा कि आज में खुल कर बात करूँगा........चाहे कुछ होजाये..........

6:30 को मा आई...........मा के आते ही राहुल ने कहा.........मा आज भी मुझे मामी के पास जाना है.................
मा मुस्कुराते हुए राहुल के गाल को मसलने लगी और कहा......हां बेटा चला जा.........

राहुल खुशी खुशी चला गया..........

मामी के घर पहुच कर वो डोर बेल बजाया.........

जैसे ही मामी ने डोर खोला राहुल मामी को देखता ही रह गया...............नंदिनी सारी पहेन कर थी..........साड़ी नाभि के नीचे तक थी..........और चोली ऊपेर चढ़ि हुई.......उसकी चुचियाँ चोली में से बाहर निकलने के लिए तय्यार थी..............

नंदिनी ने राहुल को फिर से आइस-क्रीम लाने को कहा....................

राहुल आइस-क्रीम लेकर आया............फिर वो हॉल में बैठ कर मामी को निहारता रहा...........मामी किचन में खाना तय्यार कर रही थी...........

वो अपने काम में बिज़ी थी...........कभी हाल में आती तो कभी रूम में जाती तो कभी किचन में................राहुल टीवी देखा-देखता मामी को निहारता रहा...........


जब मामी का काम ख़तम हुआ तो उसने राहुल को खाने के लिए बुलाया..............

राहुल और नंदिनी मिलकर खाने लगे................

फिर उसी तरहा................नंदिनी किचन सॉफ करके सोफा पर राहुल के पास बैठ गई.................


राहुल: मामी आप स्कूल गई हो............

मामी: हां गई हूँ............क्यूँ

राहुल: बस ऐसे ही पूछ लिया................

मामी: शरमाता क्यूँ है...........तू सूरत से शर्मिला तो नही लगता..........

राहुल: में पूछ रहा था कि, आपका कोई बाय्फ्रेंड था क्या...........

मामी: हां था ना.............

राहुल: बताओ ना आप क्या क्या करती थी..........

मामी: तू बहुत बदमाश है............सुन " मेरे घर के पास में एक लड़का था उसका नाम राज था.........वो मुझे बहुत पसंद करता था......लेकिन उस टाइम पे हम बहुत भोले थे............

राहुल: उस ने आप को कुछ नही किया.............

मामी: बस एक बार हाथ पकड़ा था............

राहुल: बस इतना ही......

मामी: फिर और क्या करेगा..........क्या मतलब है तेरा..........

राहुल: नही.. में ऐसे ही पूछ लिया.............

मामी: अच्छा तू बता..........अगर में तेरी गर्लफ्रेंड होती तो तू क्या करता...............

ये सुनते ही राहुल की नज़र नंदिनी की चुचियो के तरफ चली गई......फिर वो अपनी नज़र फेर लिया............

मामी: देखता क्या है बता ना.............

राहुल: पता नही मामी..........क्या कहूँ......अच्छा आप बताओ...में आपका बाय्फ्रेंड होता तो आप क्या करती.............

मामी: छोड़ उस बात को....ये बता, सुना है शहेर में लड़के लड़कियाँ बहुत खुल कर रहते है.........

राहुल: खुल कर मतलब........

मामी: अब भोला मत बन........फिर में कल की तरह अपने रूम में चली जाउन्गि..........

राहुल को याद आया.....सवेरे उसने मामी की चूत पर चॉक्लेट देखा था............

राहुल: मामी आप आइस-क्रीम से क्या करती हो.........

मामी: खाती हूँ.....ये कहते हुई उसने पानी चूत पर हल्का सा हाथ फेर लिया............

राहुल मामी के साथ को देखने लगा...........

राहुल: कहाँ से खाती हो.........

मामी: क्या मतलब तेरा..........

राहुल: में कह रहा हूँ कैसे खाती हो............ठीक है वो छोड़ो..........मामी ये बताओ कि मामा जी आपका ख़याल कैसे रखते है..........

बस ये कहना था कि नंदिनी की दुखती-रग पे हाथ पड़ गया..........

मामी: हां रखते तो है..........परंतु वो नाइट शिफ्ट बहुत करते है...........

राहुल: आप भी नाइट शिफ्ट में उनके साथ क्यूँ नही जाती............

मामी: कई बार गई हूँ लेकिन क्या करूँ.........उनको वर्कशॉप का काम ही ज़्यादा पसंद है.........

राहुल: दिन में तो वो आपके साथ रहते है.........

मामी: नही रे..........दिन में तो ऑफीस चले जाते है..........

राहुल: नाइट ड्यूटी कितने बजे तक रहती है

मामी: करीब 1-2 बजे आते है.......फिर सवेरे 9 बजे चले जाते है................

ये कहते हुए नंदिनी ने अपने दोनो पैर सोफा पर लेलीए.................नंदिनी की साड़ी थोड़ा सा ऊपेर उठ गई........उसकी टाँगे दिखने लगी...........

राहुल नंदिनी की टाँगो को देख कर ही बात करता गया.......शायद किसी तरहा उसको चूत के दर्शन हो जाय........

राहुल: ये कैसी जॉब है मामी..........रोज नाइट ड्यूटी.......

मामी: मंत में 15 दिन से ज़्यादा नाइट सिफ्ट होती है............

राहुल को शक होगया....कि बात कुछ और है............नाइट ड्यूटी के नाम पर मामा जी कहीं और जाते है.............

राहुल: तो फिर आपका खयाआल्ल्ल्ल........

मामी: मेरी छोड़, में सब बताती हूँ तुझे, पहले तू बता........तू ने शहेर में कुछ किया भी है या नही.

राहुल ने इसको मौका समझा और अपनी सारी बातें मामी को बता दी...........

राहुल: मेरी एक आंटी थी..........उसका पति विदेश में रहता था........में उसके पास जाता था......

मामी: जाके,......क्या करता था........

राहुल: डरते-डरते.......उनको खुश करता था.........

मामी: उछल पड़ी.......सच कह रहा है तू..............ये कहते हुए उसने अपनी साड़ी और ऊपेर करदी...........साड़ी का पल्लू भी नीचे गिर गया.......

नंदिनी की चुचियाँ खुली लटकने पर थी........साड़ी जाँघो तक उठी हुई थी............ये देख कर राहुल ने नज़रें नीचे कर ली.......सोचा शायद......मामी को ध्यान नही है..........

मामी: वो कैसी थी........मेरे जैसी लगती थी.............

राहुल: नही मामी, आप तो बहुत सुंदर हो.................

मामी: मेरी तरफ अच्छे से देख कर बताना...........

राहुल अपनी नज़रें उठा कर जब मामी को देखा तो उससे रहा नही गया.......और वो पॅंट के ऊपेर से अपना लंड मसल्ने लगा..........

मामी: और बता ना....तू ने उसको कैसे संतुष्ट किया...............

राहुल: में सब कुछ करता था...........

मामी: क्या सब कुछ......बच्चो जैसा कह रहा है........ये बता तू ने उसकी चुदाई की या नही..........

राहुल चौक गया.......फिर सोचा "जब मामी ऐसा कह सकती है तो में क्यूँ नही कह सकता".

राहुल: हां मामी.....में रोज उसकी चुदाई करता था.................

ये सुनते ही मामी ने राहुल का लंड को पकड़ लिया..........

राहुल: मामा जी आपकी चुदाई तो रोज करते होंगे............

मामी: नही रे........यही तो रोना है............ये कहते हुए नंदिनी ने अपनी साड़ी पूरी ऊपेर तक उठा दी और राहुल का हाथ लेकर अपनी चूत पर लगा लिया.......

मामी: देख कितनी बेचैन है ये चुदने के लिए..........

राहुल: फिर आप कैसे संतुष्ट होती हो.............

मामी: मेरी चूत की गर्मी को ठंडा करने में इसको चोकोबार आइस-क्रीम खिलाती हूँ...........

राहुल: मामी आपकी चूत तो बहुत गरम है...........

मामी: बता ना तू उस आंटी की चूत के साथ क्या करता था..........मेरे साथ भी कर ना.............उसकी चूत को कभी चाटा है...........

राहुल: हां मामी.........बहुत बार........उसको अच्छा लगता था चूत चटवाना.....

मामी: तो फिर क्या देख रहा है..........लेले मेरी चूत को भी अपने मुँह में........

राहुल: लेकिन मामी मुझे डर लग रहा है.........कहीं किसी को पता चल गया तो..........

मामी: तू डरता क्यूँ है.............तेरे सामने चूत खुली पड़ी है.......तो सोंच मत.......में सब देख लूँगी.........

मामी ने राहुल के बाल पकड़ कर उसका मुँह अपनी चूत में डाल-दिया...........नंदिनी की चूत से चॉक्लेट की सुगंध आ रही थी..............

राहुल नंदिनी की चूत को बहुत देर तक चाट ता रहा............नंदिनी की चूत लगातार रस छोड़ रही थी..........

मामी: रुकना मत.......मेरी चूत को चूस-चूस कर मोटा करदेना........

कुछ देर बाद नंदिनी उठी और राहुल को अपने कमरे में लेगई..........

बेड पर लेट कर राहुल को उल्टा ऊपेर आने को कहा..........अब राहुल का मुँह नंदिनी की चूत में और राहुल का लंड नंदिनी के मुँह में था..........


बहुत देर तक दोनो एक दूसरे को चाट ते और चूस्ते रहे........

राहुल:........मामी लगता है में झड जाउन्गा........

मामी: नही.........ऐसा मत करना.......मेरी चूत में ही झड़ना..........

राहुल: लेकिन मेरे पास कॉंडम नही है.............

मामी: कोई बात नही.............


राहुल झट से मामी के ऊपेर आया और अपना लंड मामी की चूत में घुसा दिया..........और ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारने लगा.........

मामी की चूत बहुत गीली हो चुकी थी......इसलिए....राहुल ज़्यादा देर तक चोद नही सका और उसका पानी निकल गया.................

दोनो निढाल होकर एक दूसरे की बाहौं में लेट गए.........दोनो चुप-चाप लेटे रहे..........

करीब 30 मीं बाद मामी ने कहा

मामी: कैसी लगी रे मेरी चूत.

राहुल: मस्त है मामी........पता नही मामा को क्यूँ पसंद नही आती.......

मामी: पता नही......

राहुल: मामा को कुछ प्राब्लम है क्या

मामी: नही रे वो तो बहुत मस्त चोदते है.........

राहुल: शायद कोई और होगी........वो उसकी चुदाई में ज़्यादा मज़ा लेते होंगे......

मामी: हां कुछ ऐसा ही है...........

राहुल: मेरा लंड कैसा लगा............

मामी: तेरा लंड तो बहुत तगड़ा है..............लेकिन तू ने मुझे ज़्यादा नही चोदा......

राहुल: हां ज़्यादा समय तो चूत चाटने में ही लगा है......आपकी चूत तो बहुत प्यासी है...........

मामी: हां.........और एक बार चोदेगा.......

राहुल: हां....कुछ देर बाद............

दोनो चुप-चाप लेटे रहे................

रात के 12:30 बजे थे.......राहुल बेड से उठ कर मामी की टाँगे खीच कर....बेड के किनारे पर लाया और नीचे फर्श पर बैठ कर मामी की चूत में मुँह डाल दिया.......

मामी: तू तो अपना ही रस मेरी चूत से पी रहा है........

राहुल: हां मामी...........वो आंटी को ऐसा करना बहुत पसंद था.....वो मेरा रस ही मुझे पीने को कहती थी और खुद भी पीती थी.........

कुछ ही क्षण में राहुल का लंड रोड की तरहा होगया............मामी के दोनो पैर उठा कर अपना लंड मामी की चूत में डाल दिया.........

ज़ोर-ज़ोर से धक्का मारने लगा.........मामी भी ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगी..........

राहुल धक्के मारने में ही था.....अचानक उसने देखा कि कोई उसके पीछे खड़ा है....

वो देख कर चौक गया.........और झट से अपना लंड निकाल कर दूर हट गया..........

वो उसके मामा जी थे.......

ममाजी: क्या हो रहा है ये दोनो के बीच.............

राहुल दीवार से चिपक कर.....अपनी नज़रें नीचे किए खड़ा था...........

मामी: देखो ना डार्लिंग.........राहुल कितना अच्छा चोदता है.........

मामा जी: फिर ये इतनी दूर क्यूँ चला गया.........इतनी दूर से कैसे चोदेगा......

राहुल चौक गया........नज़र उठा कर देखा तो मामा जी मुस्कुरा रहे थे......

मामी: आजा राहुल बेटा.........अपना लंड डाल दे मेरी चूत में..........

मामा जी: जा बेटा तेरी मामी को खुश कर्दे...........

ये कहते हुए मामा जी बाथरूम में चले गए............

राहुल घबराता हुआ मामी के करीब पहुँचा.............मामी ने झट से उसका लंड पकड़ कर अपनी चूत में ले लिया.......

राहुल: मामा जी को बुरा नही लगेगा..........

मामी: नही रे.........उन्हे तो अच्छा लगता है.......जब उनकी पत्नी किसी से चुदवा रही हो तो.....

मामा जी: हां....इसीलिए तो तुझे यहाँ बुलाया है.........तेरी मामी को चाहे कितने लंड चोद ले....इसकी प्यास बुझने वाली नही...........

मामी: देखो ना डार्लिंग राहुल कैसे चोदता है........कुत्ते की तरहा ज़ोर-ज़ोर से धक्का मारता है.......

मामा जी: हां अब तो सिर्फ़ कुत्ते से चुदवाना बाकी है...........

राहुल ज़ोर-ज़ोर से मामी को चोदता रहा..........मामी चिल्लाति रही........फिर मामा जी ने भी अपना लंड मामी के मुँह में देदिया.........

राहुल मामी की चूत में झाड़ गया.........मामी की चूत से अपना लंड निकाल कर मामी के मुँह में रख दिया........

मामी उसका रस चूसने लगी.........मामा जी , मामी के ऊपेर चढ़ कर अपना लंड उसकी गंद में डालकर मारने लगे..........

मामा जी ने भी ज़ोर-ज़ोर के धक्के लगाए.....

कुछ देर धक्के देने के बाद....वो भी झड गए.......

3नो थक कर बेड पर लेट गए......

कुछ देर बाद..........

राहुल: मामा जी.....आपको अच्छा लगता है...........

मामा जी: हां राहुल......पहले तो ये मेरी मजबूरी थी...अब अच्छा लगने लगा है.........

राहुल: क्या मजबूरी थी.....

मामा जी: मुझे गंद मारना बहुत पसंद है.........इसकी चूत प्यासी रह जाती है.........

मामी: मजबूरी क्यूँ कहते हो.......खुद मुझे चुदवा कर मज़े करते हो और मुझे बुरा कहते हो..........

मामा जी: तू तो रंडी की तरहा किसी से भी चुदति है.........अब तक मेरे 3 दोस्तो से चुद चुकी है.........इसको 2 लंड से चुदने का बड़ा शौक़ है.....

राहुल दंग रह गया..........

मामा जी: वो तो अच्छा हुआ कि उनका ट्रान्स्फर होगया.........

मामा जी: हां.....ट्रान्स्फर होने से पहले ही तो चुदाया ना........तुमको गाँव में बदनाम तो नही किया........

मामा जी: करीब 1 साल से तेरी मामी दूसरे लंड की ज़िद कर रही है...........जब इसे पता चला कि तू आने वाला है.......तो इसने पहले दिन ही तुझसे चुदवाने का प्लान बनाया था.......

राहुल: मामा जी आपको चूत क्यूँ पसंद नही.....

मामा जी: पसंद है रे..........परंतु गंद मारने में जो मज़ा है वो चूत में नही है..........गंद बहुत देर तक मार सकते है............... चूत जल्दी रस चूस लेती है........

राहुल: आपने किसी पुरुष की गंद भी मारी है.............

ममाजी: हां.......

मामी: इनको अपनी गंद चुदवाना भी बहुत पसंद है........तेरा मामा गन्दू है.........

ममाजी: हां........तेरी रंडी मामी की चूत देकर ही तो मुझे गंद मरवाने का मौका मिला..........तू चोदेगा मेरी गंद

राहुल: ना बाबा...मुझे अच्छा नही लगता...............

राहुल: ये सब बात मा को भी पता है क्या........

ममाजी: नही रे.........तेरी मा को बिल्कुल भी शक नही होना चाहिए

राहुल: मामा जी, आपकी नाइट शिफ्ट क्यूँ होती है............

ममाजी: बस ऐसे ही में ज़्यादा पैसा कमाने नाइट शिफ्ट भी करता हूँ.......

राहुल: ह्म्म...

ममाजी: कैसी लगी तेरी रंडी मामी.................

राहुल: बहुत मस्त है मामा........

मामी: ये तो शहेर में रंडियो को पैसे देकर चोदता था..........इससे पैसे लो......

सब हँसने लगे.........
 
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हरामी बेटा २


राहुल: हां मामी.....जब नौकरी करूँगा तो देदुन्गा.........जब तक तो उधर में चोदने दो..............

3नो नंगे ही सोगए......सुबह उठ कर राहुल घर चला गया............

बस इसी तरहा रोज राहुल मामा जी के यहाँ रात को आजाता था.........खाने के बाद....वो मामी की चुदाई करता..............फिर देर रात को जब मामा जी आते तो दोनो मिलकर..........मामी की चुदाई करते.......

मामी को 2 लंड एक साथ लेकर बहुत मज़ा आता.........एक चूत में और एक गंद में......

दिन में राहुल अकेला ही रहता था........अब तो वो दिन में भी मामी के पास आकर रहने लगा...........

दिन में भी एक दो बार चोद ही देता था..........लेकिन शाम को मा के आने से पहले वो घर पर ही रहता था.............

मामा जी के घर सिर्फ़ 2 लोग ही आते जाते थे.........एक मामा जी दूसरा राहुल..........इसलिए अब नंदिनी बहुत कम कपड़े पहनने लगी थी.............

नंदिनी सिर्फ़ ब्रा पहेन कर रहती थी..........राहुल के कहने पर वो कभी पेटिकोट भी पहेन लेती थी...........राहुल को कपड़े पहेन कर चोदना पसंद है.........

मामा जी को पूरा नंगा करके चोदना पसंद है............


एक रात जब राहुल मामी को चोद रहा था........मामा जी ने राहुल की गंद पर तेल लगा कर अपना लंड घुसा दिया.........मामा जी का लंड राहुल की गंद में और राहुल का लंड मामी की चूत में..........पहले तो राहुल को दर्द हुआ..........धीरे-धीरे मामा जी ने धक्का लगाना शुरू किया तो राहुल की गंद खुल गई और उसको मज़ा आने लगा..........राहुल के लिए ये नया अनुभव था............वो अपनी गंद की चुदाई के मज़े लेने लगा.........गंद चुदने के बाद..........राहुल ने मामी को ज़ोर-ज़ोर से चोदा...........मामी चिल्ला-चिल्ला कर थक गई........राहुल और मामी पसीने में नहा गए..........

कुछ देर बाद दोनो झड गये...............


मामी: देखा राहुल गंद का कमाल..........गंद मरवाने के बाद कैसा जोश आता है..........ऐसी चुदाई के लिए में तरस रही थी............मर्द की जब गंद मारी जाती है तब उसकी बेचैनी से वो दम लगाकर चोदता है..............

राहुल: हां मामी सच कहा आपने......मज़ा आगया............


धीरे-धीरे राहुल को भी गंद मारने और गंद मरवाने की आदत हो गई...............



कुछ दिन बीत गए.............

अब नंदिनी के पीरियड्स हुए इसीलिए चुदाई बंद थी...........लेकिन मामा जी की नाइट शिफ्ट चलती रही...............

पहली रात को नंदिनी खाने के बाद सो गई.......

राहुल चुपके से उठा और........अपने घर की ओर चल पड़ा............उसको पता करना था कि मा अकेली घर पर कैसे रहती है.........वो सोचने लगा "जब मामा नाइट शिफ्ट जाते है तो मामी भी तो हमारे यहाँ आ सकती है........लेकिन मा, मुझे यहाँ क्यूँ भेजती है".

अपने घर के करीब जाकर वो दीवार से कान लगा कर सुनने की कोशिश करने लगा............

धीरे से उसको किसी के बात करने की आवाज़ सुनाई दी.........वो ढूंढता हुआ खिड़की के करीब गया................तब उसको थोड़ा क्लियर सुनाई देने लगा.............

एक मर्द और एक औरत की आवाज़ थी..........वो सोचने लगा " घर में तो सिर्फ़ मा है....फिर ये दूसरा कौन है"..............

कुछ देर वहीं खड़ा रहा............उसको अब चिल्लाने की आवाज़ सुनाई देने लगी........वो ध्यान से सुनने लगा तो उसको सुनाई दिया " चोदो मुझे चोदो.....और ज़ोर से चोदो"

राहुल हैरान होगया ये तो उसकी मा की आवाज़ है.....और वो किसको कह रही है...चोदने के लिए..........

राहुल को ख़याल आया कि कहीं मामी जाग ना जाए......वो दौड़ता हुआ वापस चला गया..........

जाकर सोगया..........सवेरे जब उठा तो वो बेचैन था....आख़िर वो कौन है जिससे उसकी मा चुदवा रही है............
फिर वो सोचा कि " चाहे वो कोई भी हो.....ये बात तो पक्की है कि मा भी चुदाई करती है".......

जब वो सुबह वापस घर आय तो मा घर पर ही थी.........वो मा के चेहरे को देखने लगा...........मा मुस्कुरा कर

मा: क्या देख रहा है ऐसे........

राहुल: कुछ नही मा....तुझे खुश देख कर अच्छा लग रहा है............

ये कहते हुए वो मा के करीब चला गया............सुधा थोड़ा पीछे हट गई.........

फिर सुधा तय्यार होकर ऑफीस चली गई..........

दिन भर राहुल मा को चोदने की कल्पना करता रहा...............दिन भर सोचता रहा कि मा के बारे में मामी को बताना चाहिए या नही..........फिर उसने सोचा कि "जब मामा-मामी उससे इतना खुल गये है.....रोज चुदाई करते है......तो फिर मा के बारे में बात करने से क्यूँ डरना".

शाम को वो मामी के पास चला गया..........................नंदिनी के पीरियड्स चल रहे थे इसलिए राहुल को सिर्फ़ मामी की चुचियो से खेलने का मौका मिल रहा था........राहुल और नंदिनी ने हसी मज़ाक की बातें करते डिन्नर किया फिर , कुछ देर टीवी देखा फिर दोनो जाकर बेड पर लेट गए.............

राहुल बहुत हिम्मत करके मामी से मा की बात करना शुरू किया...........

राहुल: में एक बात पूछूँ मामी.........बुरा तो नही मानोगी

मामी: बता, क्या बात है..........अब हमारे बीच बुरा-भला क्या बचा है.........में तो तेरी रंडी हूँ.....तू मेरा मादरचोद बेटा..........

राहुल: हां वो तो है............

मामी: बता क्या बात है........

राहुल: में कल रात को अपने घर गया था.........वहाँ में ने मा की आवाज़ें सुनी........

मामी: चुदाई की आवाज़ें......

राहुल: हां........आपको पता है....

मामी: हां पता है..........तेरी मा भी किसी से चुदवाती है.............तेरी मा मुझे सब बताती है.......

राहुल: आप भी मा को सब बताती हो.........

मामी: नही रे....हर बात थोड़े ही बताउन्गि..........तेरी मा भी सब कुछ तो नही बताएगी मुझे........लेकिन में तेरी मा के बारे में बहुत कुछ जानती हूँ............बस यूँ समझले हम दोनो को एक दूसरे की चूत-गंद का स्वाद पता है....

राहुल: आप जानती हो वो कौन है.........

मामी: किसके लंड से चुदवाती है........तुझे ये जानकर क्या करना है.......तू बस इतना बता....क्या तू भी अपनी मा को चोदना चाहता है

राहुल सोचने लगा "हां कहूँगा तो मामी क्या कहेगी"

मामी: हां या ना.......बता जल्दी

राहुल झट से बोल दिया हां

मामी: वाह! रे मादरचोद.........अपनी मा को भी चोदना है तुझे.......कोई बात नही.......थोड़ा इंतजार कर में सब सेट करती हूँ..........

राहुल खुश होगया, और फिर मामी ने सोजाने को कहा....दोनो सोगए......

अगले दिन....मामा जी की नाइट शिफ्ट ख़तम हो गई..........इसलिए राहुल अपने घर पर ही रहने लगा...........

वो रोज मा के बदन को निहारने लगा...........

सुधा अपने बेटे को देख कर मन ही मन मज़े करने लगी..........सुधा भी अपने बेटे के लंड को ताकने लगी......अब वो धीरे धीरे अपनी चुचियाँ और गंद बेटे को दिखाने लगी........कपड़े भी बिना ध्यान दिए पहनने लगी............राहुल रोज 2-3 बार बार मा के नाम की मूठ मारने लगा........अब उसका काम सिर्फ़ मा की चुदाई की कल्पना करना और मूठ मारना था....

जब वो मामी से बात करता तो वो सिर्फ़ यही कहती के "सबर कर" .

1 साप्ताह बीत गया.........मामी ने राहुल को घर आने को कहा.....मा ऑफीस गई थी.......वो मामी के पास चला गया...........

राहुल: कुछ काम बना मामी.........

मामी: अरे सबर कर.....पहले कुछ खा पी ले...........

राहुल: वो सब बाद में करेंगे.....पहले ये बताओ...मुझे क्यूँ बुलाया....मा मान गई क्या.........

मामी: तू पागल है क्या.......क्या में तेरी मा से पूच्छ कर तुझसे चुदवाउन्गि.........

राहुल: फिर.....

मामी(गुस्से से): क्या अपनी मा को रंडी समझा है.......क्या तू मुझे भी रंडी समझता है.......में सिर्फ़ मज़े के लिए खुद को रंडी कहती हूँ........क्या तू सच में रंडी समझता है

राहुल: मामी आप तो बुरा मान गई......

मामी: तू समझता है कि हम सब चूत खोल कर बैठी है....कोई भी आए और चोद ले....

राहुल: ऐसा नही है मामी.......

मामी: हमें कुछ लज्जा है या नही.............

राहुल: है मामी है...आप नाराज़ ना हो.....

मामी: फिर तू ने कैसे सोंच लिया कि तेरी मा, अपने बेटे से चुदने को ऐसे ही तय्यार हो जाएगी.......

राहुल नज़रें नीचे करके खड़ा रहा...........

मामी: अब बस कर अपना नाटक.....सुन...आज रात को तुझे अपनी मा का रेप करना है....

राहुल चौंक गया......

राहुल: ये क्या कह रही हो मामी.........

मामी: हां...वो किसी और से चुदवा सकती है तो अपने बेटे से क्यूँ नही.......उसको भी तो पता चले......उसके बेटे का लंड कितना तगड़ा है.......

राहुल: रेप कैसे करूँगा ......

मामी: तू क्या समझता है तेरी मा ऐसे ही मान जाएगी....

राहुल: हां वो तो है.......लेकिन माँ आजकल मेरे सामने अपने बदन का प्रदर्शन करने लगी है......

मामी: अरे वो तो हर स्त्री करती है....मज़े लेने के लिए......अपनी चूत गीली करने के लिए.........इसका मतलब ये तो नही के आओ मुझे चोद लो.......

हम जब मिठाई की दुकान पर.....मिठाई चख कर देखते है...तो इसका मतलब ये तो नही कि मिठाई खरीदना ज़रूरी है

राहुल: हां वो तो है.......आप बताओ ना क्या करना है..........

मामी: आज रात को में तेरे घर आने वाली हूँ.......में रात को वहीं रहूंगी......खाने के बाद में तेरी मा के बेडरूम में रहूंगी.........

राहुल: ठीक है.........

मामी: जब में बेडरूम की लाइट ऑफ करूँगी तब तू अपने कपड़े उतार कर...पूरा नंगा होकर....अंदर आ जाना.....में तेरी मा को नंगा करके रेडी रखूँगी... पहले तो तू अपनी मा की चूत का स्वाद चखले........चाहे तो गंद भी चाट लेना.......उसके बाद अपना लंड मा की चूत में डाल देना........जैसे ही तू अपना लड डालेगा मैं लाइट ऑन कर दूँगी........

राहुल: मा अगर कुछ कहेगी तो.......

मामी: कहेगी कैसे नही..........बहुत कुछ कहेगी.....लेकिन तू कुछ नही सुनना.......में तेरी मा के हाथ पकड़ लूँगी....तू पैर पकड़ कर ज़ोर-ज़ोर से चोदना......

राहुल: मा अगर चिल्लाए तो..........

मामी: तुझे जितनी गाली आती है बक देना........तू परेशान मत हो.....तेरी मा कुछ देर में मान जाएगी....में जानती हूँ उसे....

राहुल: थॅंक यू मामी....आप बहुत अच्छी हो.......

मामी: थॅंक यू नही बेटा.....में तो तुझसे इसकी फीस लूँगी..........

राहुल: हां लेलेना...........

मामी: इतना चुदवाउन्गि कि तेरी गंद फॅट जाय....और लंड सुकड जाय..........

फिर दोनो हँसने लगे..........फिर राहुल अपने घर वापस आगया..........

रात के 8 बजे नंदिनी आ गई.......राहुल मामी को देख कर बहुत खुश हुआ.........3नो मिलकर खाना खाए.......मा अपने काम में बिज़ी थी..........

उसका पता नही था......दोनो के बीच क्या खिचड़ी पकरही है..............

कुछ देर टीवी देखने के बाद दोनो बेडरूम में चले गए........

राहुल हाल में अपना लंड पॅंट के बाहर निकाल कर मसल्ने लगा.......कुछ देर बाद उसने अपना शर्ट उतार दिया........अब वो लाइट ऑफ होने के इंतेजार में था......

इधर नंदिनी और सुधा रूम में चले गए......डोर आधा बंद करलिया...........अंदर जाते ही नंदिनी अपने कपड़े उतारने लगी......

सुधा: ये क्या कर रही है रंडी.....मेरा बेटा हॉल में बैठा है.........वो देखलेगा.......

नंदिनी: देखेगा तो क्या हुआ.....

सुधा: तुझे चोद देगा...

नंदिनी: चोदने दो.....

सुधा: हाई रे....बेशरम......मेरे सामने चुदायेगि उससे.......

नंदिनी: बहुत दिन हुआ दीदी, आपकी चूत चाट के........

सुधा: हां मेरी ज़ुबान भी तेरी चूत में जाने के लिए तड़प रही है

नंदिनी ने सुधा के भी कपड़े उतार दिए......सुधा शरमाने लगी......

नंदिनी: अब अपना नाटक बंद करो.....नंगी होकर बेड पर लेट जाओ.......

दोनो 69 पोज़िशन में एक-दूसरे की चूत चाटने लगे......

कुछ देर बाद नंदिनी ने सुधा को बेड के एड्ज पर लेटा दिया और खुद फर्श पर बैठ कर सुधा की चूत चाटने लगी......

सुधा आँख बंद करके मस्त होने लगी.........नंदिनी उठी और लाइट ऑफ करदी.........जैसे ही लाइट ऑफ हुई...राहुल रूम में घुस गया...........नंदिनी ने राहुल का हाथ पकड़ कर फर्श पे बिठा दिया और उसका मुँह सुधा की चूत में लगा दिया.......


राहुल जैसे ही अपनी ज़ुबान मा की चूत में डाल दिया........वो सोचने लगा " जिस छेद से में आया हूँ वो यही छेद है...ये सोच कर उसका लंड और भी कड़क होगया..."

मा की चूत की सुगंध ने राहुल को पागल कार् दिया.....वो कुत्ते की तरहा अपनी ज़ुबान मा की चूत पर फेरने लगा..........

नंदिनी राहुल के पीछे खड़ी थी....
सुधा को कुछ अलग सा महसूस होने लगा....लेकिन वो अपनी आँख बंद करके चुप रही..........

राहुल ने सुधा की चूत और गंद दोनो को चाट-चाट कर गीला कर दिया.....

नंदिनी ने राहुल को पकड़ कर उठाया..और उसका लंड पकड़ कर सुधा की चूत में डाल दिया.......और जाकर लाइट ऑन करदी.............

सुधा चौंक कर चिल्लाने लगी.............

नंदिनी ने सुधा के पीछे जाकर उसके हाथ पकड़ लिए.......
राहुल ने सुधा के दोनो पैर कस कर पकड़ लिए और ज़ोर-ज़ोर से चोदने लगा

सुधा: साली रंडी...मुझे मेरे बेटे से ही चुदवा रही है..........छोड़ मुझे ........निकाल अपना लंड मेरी चूत में से

राहुल को बहुत मज़ा आरहा था....एक ऑफीस में काम करने वाली माँ के मुँह से गाली सुनकर

राहुल: चुप कर रंडी....दूसरे मर्दो से चुदवाती है.....

सुधा: हरामी तू मेरा बेटा है ना

नंदिनी: बेटा है तो क्या हुआ..... लंड तो है ना............किसी का भी लंड हो क्या फ़र्क पड़ता है....

सुधा: छोड़ मुझे मादरचोद.......

राहुल मा के मुँह पर तमाचा कसने लगा...... और ज़ोर से चोदने लगा.........

सुधा अपने आपको छुड़ाने लगी.........

नंदिनी से देखा नही गया.........उसने भी एक तमाचा लगाया और कहा.......

नंदिनी: साली अपने भाई से चुदवाती है तो बेटे से चुदवाने में क्या बुराई है.....

ये बात सुनते ही राहुल परेशान होगया.......अपना लंड निकाल कर मा और मामी को चौकन्ना हो कर देखने लगा..........

उसके पीछे मामा जी आ गये......

राहुल और परेशान होगया......

मामा जी: परेशान मत हो बेटा........"वेलकम टू चुदक्कड फॅमिली"

सुधा और नंदिनी हँसने लगे.....

राहुल कुछ समझ ही नही पा रहा था........

सुधा ने राहुल को अपने पास बुलाया और बेड पर लिटा दिया.........और खुद राहुल के ऊपेर चढ़ कर बैठ गई...... राहुल का लंड अपनी गंद में लेलिया

राहुल को अभी भी कुछ समझ नही आरहा था......

नंदिनी: तेरे मामा जी की नाइट शिफ्ट यही है.......तू ने जो आवाज़ सुनी थी....वो मामा जी की ही थी.....

राहुल: सच...

सुधा: हां बेटा....तेरे मामा जी रोज यहाँ आते है....मुझे सब पता है तूने इनके साथ क्या-क्या किया है.......और तू शहेर में क्या करता था.....मुझे वो भी पता है.......आख़िर तू मेरा ही बेटा है.......

नंदिनी: रोज हम 3नो एक ही बेड पर सोते है......लेकिन जबसे तू आया है..मामा जी की नाइट शिफ्ट लगानी पड़ी.......

मामा जी: हम तो कब से तेरा इंतजार कर रहे थे.......

नंदिनी: तेरी मा को गंद मरवाना बहुत पसंद है.......

सुधा: हां बेटा....अब मेरा बेटा आगया है....यही मेरी प्यास बुझाएगा.....तू कुछ बुरा मत समझ बेटा..........समझ तू उन्ही रंडियो के बीच है.......

राहुल खुश होगया..........

राहुल: लेकींन ये सब पापा को पता है क्या.....

ममाजी: हां उनको सब पता है.........ये सब तेरे जनम से पहले से चल रहा है.

राहुल: इसका मतलब....आप मा को बहुत पहले से चोदते हो........

मामा जी: हां बेटा.......तेरे पिता के साथ मिलकर भी चोदा है......

राहुल: मा में किसका बेटा हूँ.......

सब हँसने लगे..........

नंदिनी: तेरे पिता को प्राब्लम है बेटा......इसलिए तेरे मामा जी ने उनकी मदद की...........मुझे शादी से पहले से ही पता था......तेरे मामा और मा के बारे में..... तेरे मामा जी ने मुझे पहले भी बता दिया था......वो बहेन्चोद है.......

राहुल: तो क्या में मामा जी का बेटा हूँ..........

सुधा: हां बेटा........तू मामा जी का ही बेटा है........तेरे जन्म के बाद उन्होने अपनी कोई संतान नही की....वो तुझे ही अपना बेटा मानते है........

नंदिनी: तेरे मामा जी के तुझ पर बहुत उपकार है......वो तेरे पापा की गंद भी मारते थे.......

राहुल: ये सब कैसे हुआ मा

सुधा: तुझे तो पता है....तेरे पिता और मामा जी अच्छे दोस्त है........

राहुल: हां

सुधा: तेरे मामा ने मेरी शादी अपने दोस्त से कर्वादी........लेकिन जब बाद में पता चला कि तेरे पिता को प्राब्लम है.........तो मामा जी ने हमारा रिश्ता बनाए रखने के लिए और मुझे बदनामी से बचाने के लिए ये सब कुछ किया.....

मामा जी: अब बस भी करो......बातें बाद में कर लेना

राहुल ने मा को बेड पर लिटा दिया और उसकी टाँगे उठा कर चूत में लंड डालकर चोदने लगा.........

नंदिनी नीचे खड़ी सुधा को चूमने लगी.......मामा जी ने नंदिनी की पीछे से गंद मारना शुरू किया.........

सुधा: बेटा तू क्या कर रहा है.......

राहुल: अपनी मा चोद रहा हूँ......

सुधा: तुझे अच्छा लगता है

राहुल: हां मा......तू मेरी रंडी है ना.........

सुधा: हां बेटा में तेरी रंडी हूँ...तू जब चाहे मुझे चोद लेना

राहुल ने अपनी स्पीड बढ़ा दी.......सुधा चिल्लाने लगी.........

और फिर दोनो झाड़ गए..........

मामा जी ने कहा...अब राहुल हम 3नो की गंद मारेगा.......

मामा जी, सुधा और नंदिनी बेड पर उल्टा लेट गए......अपनी टाँगे फर्श पर चौड़ा कर.......

राहुल अपना लंड.....सुधा की गंद पर मसल्ने लगा.........झट से उसका लंड खड़ा होगया.......सुधा की गंद का छेद बहुत बड़ा था..........शायद उसकी गंद में हाथ भी जासकता था.......

सुधा की गंद की गर्मी से राहुल का लंड खड़ा होगया..........

राहुल अपना लंड मा की गंद में मारने लगा..........उसका लंड ऐसे जा रहा था जैसे कि खाली बल्लून हो......सुधा की गंद बहुत ढीली होचुकी थी..........

राहुल: मा तेरी गंद बहुत इतनी ढीले क्यूँ है.....

मामा जी: बेटा तेरी मा को गंद मरवाना बहुत पसंद है............में रोज इसकी गंद ही तो मरता हूँ..........तेरी मा चूत में तो बहुत कम ही चुदति है.......
तुझे चूत मारनी है तो नदिनी की मार लेना.......

राहुल: हां लेकिन इतनी ढीले कैसे हो गई......

सुधा: तेरा मामा मेरी गंद में अपना हाथ डाल कर चोदता है.........

राहुल: लेकिन मा इतनी ढीली होने से प्रॉब्लम्स हो जाएगी.....

सुधा: नही बेटा....में ने डॉक्टर को दिखाया है....उसने कहा......अगर मेरी गंद सुकड़ने लगेगी तो प्रॉब्लम्स होसकती है.........इसको इसी तरहा ढीले ही रखना......इसलिए रोज अपनी गंद में कुछ तो डालती हूँ......

राहुल ये बात सुन कर जोश में आगया.........अब उसको मा की गंद टाइट लगने लगी.........

राहुल: क्या डालती हो मा.....

सुधा: कुछ भी....गाजर मूली........अब तो मेरा बेटा जवान होगया है......रोज मेरे बेटे का लंड लूँगी अपनी गंद में.......

मामा जी: गंद का छेद बहुत बड़ा होता है.......जितना अंदर चाहो लंड डाल सकते हो......चूत छोटी होती है....

राहुल अपना लंड मा की गंद से निकाल कर नंदिनी की गंद में डाल दिया..........नंदिनी की गंद टाइट है...........वो गंद मरवाना उतना पसंद नही करती............

राहुल ज़ोर ज़ोर से धक्का देने लगा................

फिर उसने अपना लंड निकाल कर मामा जी की गंद में डाल दिया..........मामा जी की गंद भी बहुत ढीली थी........

राहुल: ये क्या मामा जी. आपकी गंद भी इतनी ढीली.....

ममाजी: हां बेटा....तेरी मा भी तो मेरी गंद से खेलती है............में उसको जो करता हूँ....वो मुझे भी करती है..........


3नो की गंद मारने के बाद.....राहुल झड गया..............


अगले दिन सुबह उठ कर....सुधा और मामा जी ऑफीस चले गए........नंदिनी अपने घर चली गई........

राहुल नंगा ही गहर पर रह गया............

आज राहुल का रिज़ल्ट आने वाला था......नाश्ता करके....उसने अपने दोस्त को फोन लगाया तो पता चला कि राहुल फैल होगया है.......................वो बहुत अफ़सोस में था.......

शाम को जब सुधा घर वापस आई तो साथ में खाने के लिए पार्सल ले आई.........
आते ही उसने अपने कपड़े उतार दिए पूरी नंगी होकर सोफा पर लेट गई........

सुधा: बेटा आजा.....अपनी मा की थकान दूर कर्दे.........

राहुल सीधे फर्श पर बैठ गया और अपनी मा की चूत को चाटने लगा........
राहुल ने हिम्मत करके मा से कहा...........

राहुल: मा आज मेरा रिज़ल्ट आगया.......

सुधा: तू पास होगया............

राहुल ने नज़रें नीची करली.............

सुधा: क्यूँ क्या हुआ...........

राहुल: मा मेरा एक पेपर रुक गया............

सुधा सोचने लगी.........अफ़सोस करने लगी.............

सुधा: हमें तुझसे बहुत उम्मीद थी.............

फिर सुधा ने सोचा........"राहुल फैल होगया मतलब अब ये घर पर ही रहेगा.......मुझे रोज चोदेगा.........इसका कॅरियर आज नही तो कल बन ही जाएगा.....पैसे की तो कोई परवाह नही है.........."

सुधा: कोई बात नही बेटा......नेक्स्ट टाइम पास कर लेना...........

राहुल: हां मा.....

सुधा: अब तो तू घर पर ही रहेगा..........अपनी मा की सेवा कर लेना...........पैसे की तो कोई कमी नही है तुझे...........

राहुल: हां मा..

सुधा: तेरे पापा आएंगे तब कुछ बिज़्नेस स्टार्ट कर लेना...........

राहुल खुश होगया...........और मा की चूत को चाटने लगा.....

सुधा: तेरे पापाको में संभाल लूँगी..........उनसे कह दूँगी कि राहुल मा की सेवा कर रहा है................

राहुल: लेकिन मा पापा क्या कहेंगे...........

सुधा: तुझे पता नही बेटा.........तेरे पापा की कमज़ोरी ने हमारी सोच को बदल दिया...........तेरे पापा और में बहुत ही अलग विचार के होगए............


राहुल सुधा नंदिनी और संतोष मिल कर रहने लगे..............राहुल रोज मा की चूत और गंद दोनो चोदता था.........मा की गंद की फीस्टिंग भी करता था........नंदिनी की भी जम कर चुदाई होने लगी..........उसको तो 2 लंड मिल गये..................मामा जी का लंड भी कस कर खड़ा होने लगा...............क्यूंकी राहुल उनकी गंद मारता था................

सब हसी खुशी रहने लगे............
मित्रो आपको कहानी कैसी लगी ज़रूर बताना


दा एंड

समाप्त
 

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