बेटा : पिता जी मैं जिंदगी से थक गया हूँ... जी करता है कि सब कुछ छोड़ कर सन्यास ले लूँ पिता : मेरी राय में तो बेटा तुम्हें फातमा की फुद्दी की सख्त जरूरत है... माँ :. (गुस्से में) कैसी वाहियात बात कर रहे हैं आप... पिता: ( रजनीगंधा थूक के ) अरे मैं तो उसे कह रहा था कि तुम्हें "आत्मा की शुद्धि"की ज़रूरत है..
Flipkart पर विज्ञापन देखकर गुप्ता जी ने लिंग बडा करने की मशीन मगांई. Box खोला तो उसमें लेंस निकला, और निचे बडे अक्षरों में लिखा था, भोसडी के धुप में इस्तमाल मत करना
टीचर : बताओ लड़कियां ब्रा क्यों पहनती है?
पप्पू : साइन्स की वजह से
टीचर : वो कैसे?
पप्पू : क्योंकि साइन्स भी इस बात को मानती है की खाने पीने की चीज़ो को ढक कर रखना चाहिए
टीचर : bhag bhosdike.
आदमी का क्या है बिचारे का बचपन मे जूतों में"पुचु-पुचु" की
और जवानी में चुतो में "पुचु-पुचु" की आवाज़ मिल जाये तो बंदा खुश।