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Awesome sexy storyमम्मी कमरे से बाहर निकल आई,
सलमा आंटी- मम्मी को बाहर देखो असलम की अम्मी सलमा मम्मी को चाय देते हुए बोली, मैम साहब चाय।
मम्मी सलमा से चाय लेकर पीने लगी
सलमा- मैम साहब अब आप तैयार हो कर आ जाओ, वैसे तो आपकी हर साड़ी बढ़िया होती ही है पर आज आपने कोई अच्छी ही साड़ी पहन लीजिए वो क्या है मोहल्ले की औरतें आने वाली है मुंह दिखाने के लिए।
वो तो यही समझते हैं कि निकाह हुआ है हमें बिरादरी में रहना है आप समझ रही हो ना,
मम्मी- जी मैं समझती हूं,
असलम भी वही खड़ा हुआ था , मैंने देखा असलम ओर मम्मी दोनो एक दूसरे से आंख नहीं मिला रहे थे।
तो असलम मुझे ले कर घर के बाहर आ गया।
कुछ देर के बाद मम्मी भी तैयार हो कर आ गयी,
कुछ ही देर असलम के मोहल्ले की औरतें आने शुरू हो गई सब मम्मी की खूबसूरती की तारीफ कर रही थीं, और मम्मी को छेड़ भी रही थीं
फरीदा- सलमा ये क्या बहू को इतनी जल्दी उठा दिया आराम करने देती,
असलम ने पूरी रात सोने ही कहां दिया होगा देखा नहीं बहू की आंखों में अभी भी नींद है।
मम्मी भी समझ रही थी उनका मतलब मम्मी तो बस मुंह झुकाकर शर्मा रही थी,
रुखसाना- अरे हम से क्या शरमाना सब मर्द एक जैसे ही होते हैं तूने या तेरे मर्द ने कुछ नया नहीं किया,
जुबेदा- सही कह रही हो बहन जिसकी औरत इतनी खूबसूरत हो मर्द का क्या दोष असलम तो सारी रात चढ़ा रहा होगा बहूं के उपर,
खुब मज़े किये होंगे,
जुबेदा के ऐसा कहने पर मम्मी तो शर्म से पानी-पानी हो रही थी,
मम्मी की आंखों में रात का सीन याद आ गया कि कैसे असलम उसकी चूत चाट रहा था,
नादिया- बहन असलम ने अपने साथ तो बहू को भी तो मज़ा दिया होगा।
बहू ने भी कहां असलम को अपने उपर से उतारने दिया होगा, बहूं भी तो असलम के नीचे अपनी टांगें चौड़ी कर असलम को अपनी बाहों में कस कर नीचे से चूतड़ों को उठा-उठा कर सिसकियां ले आआआ उउउउउउहहहहहह ससससससीईईईईईईई असलम जी, हमारे असलम को उकसा रही होगी,
बहु कुछ हमें भी बताओ कि कैसे असलम ने रात भर उसकी टांगें चोड़ी की,
बहूं असलम को अपने उपर चढ़ाई रही या ख़ुद बहूं असलम पर चढ़ी रही होगी ,
फरीदा- हमारा असलम शेर मर्द है बहूं
मम्मी क्या बोलती बस शर्मीली मुस्कान से मुस्कुरा रही थी,
नादीया- बहूं भी ऐसी है कोई भी मर्द ऐसी बेगम पा कर कहां तक कंट्रोल करें,
जुबेदा- असलम जैसे मर्द के संग बहूं भी कहां पीछे रहने वाली है ये भी तो अपने चूतड़ों को उठा-उठा कर असलम के धक्कों से ताल से ताल मिला रही होगी,
मम्मी उनको कुछ कह नहीं सकती थी मम्मी का तो शर्म से बुरा हाल था,
मम्मी सरमाते हुए
उनकी ये बात सुन कर क्या कहती वो तो बस अपने गले में पड़ी चैन में उंगली घुमाते
मुस्कुराती इधर उधर देख रही थी