असलम सुनीता के बालों में उंगली चलते पूछने लगे, रानी कैसा लगा मजा आया की नहीं मेरी बिल्लो , तुम अच्छे से संतुष्ट हुई हो या नहीं, तुम्हारा कितनी बार पानी निकला मेरी बिल्लो,
सुनीता असलम की इस बात का क्या जवाब देती है कि वह कितनी संतुष्ट हुई उसने उसको मसल कर रख दिया, तीन बार उसकी चूत का रस निकाल दिया है,
तुम ने तो एक बार में ही बुरा बुरा हाल कर दिया है
हालाकि सुनीता को असलम इस तरह की चूदाई की उम्मीद नहीं थी,
(लेकिन सुनीता को कहा कुछ पता था कि जिस असलम को वो बच्चा समझ रही है वो उसके होने वाले बच्चों का अब्बू है, )
सुनीता ने असलम के जवाब में अपना सिर झुका कर तीन बार हिला दिया,
असलम अगर मैं तुम्हें संतुष्ट नहीं कर पाता तो,
सुनीता ऐसा कैसे हो सकता था मुझे पता था
असलम वो कैसे
सुनीता; असलम के लंड को सहलाते हुए
वो जब आप नीचे जमीन पर सोते समय ये कैसे कड़क होकर लुंगी को ऊपर उठाये खड़ा रहता था
असलम प्यार से नटखट ये तो जब भी तुम्हे देखता था बस तुम्हारी शान में खड़ा हो जाता था