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ये कह के सानिया अपने बेटे के मुह के ऊपर बैठने लगी.... उसने अपने हाथों से अपनी गांड का छेद खोला हुआ था... सतीश की नाक
सीधी उसकी गांड के छेद में घुस्स गयी और उसका पूरा फेस अपनी मम्मी की बड़ी गांड में छूप गया...
सानिया के मुह से मस्ती भरी सिसकारी निकल गयी...
"म्म... आह....."
अपनी मम्मी की गांड की मदहोश करने वाली खुश्बु सूँघ के सतीश के लंड से प्रीकम निकलने लगा... सानिया की बड़ी गांड की स्मेल बहुत सेक्सी और कामुक थी... सतीश के रोम रोम में उत्तेजना भर रही थी...
सानिया ने आगे झुक के अपने बेटे के लंड के सुपडे पे उभरे हुए प्रीकम को अपनी जुबान से चाट के कहा...
सानिया : मम... सूंघ.... अपनी मम्मी की गांड की खुश्बू... हाँ ऐसे ही... है बड़ा मज़ा आ रहा है मेरे शेर...सूंघ.... अपनी खूबसूरत मम्मी की मदमस्त गांड की मदहोश खुसबू सूंघ... मेरे लाल...
सतीश बहुत मज़े ले के अपनी मम्मी की गांड की खुश्बु ले रहा था...
तभी अचानक सानिया ने अपनी गांड उठायी और कहा....
सानिया : चल अब अपनी ज़ुबान से मेरी सेक्सी गांड के छेद को चाट... मेरी गांड के छेद को अपनी थूक से गीला कर के अपनी जुबान को उस छेद के अंदर बाहर कर के मुझे मज़ा दे.... मम.....
अपनी मम्मी की बात सुन के सतीश ने अपनी जुबान बाहर निकाली...
सानिया ने अपने दोनों हाथों से अपने चूतडों को खोल कर अपनी गांड के छेद को अपने बेटे के जुबान के ऊपर रख दिया... सतीश अपनी मम्मी के गांड के छेद को अपनी जुबान पे मेहसुस करके मस्ती में पागल कुत्ते की तरहा चाट्ने लगा...
सतीश को अपनी मम्मी की सेक्सी गांड के छेद का टेस्ट बहुत अच्छा लग रहा था... वो अपनी जुबान गांड के छेद के अंदर ले जा कर मज़े ले के चाट्ने लगा.
सानिया मस्ती में सिसकारी लेते हुए अपने बेटे की जुबान पे अपनी गांड को ऊपर निचे आगे पीछे कर रही है..
सतीश मस्ती में अपनी जुबान से अपनी मम्मी की मोटी गांड के छेद को कुरेदते हुए अंदर बाहर करते हुए चाट रहा है... सानिया की गांड अपने बेटे के थूक से गीली हो गयी है... सतीश अपनी जुबान को गांड के छेद के अंदर तक दाल रहा था..
सानिया लगभग आधे घंटे तक उसी पोज़ में अपनी गांड अपने बेटे मुह के ऊपर रख के अपने बेटे से अपनी गांड चटवा के मज़े लेती रहि... अचानक सानिया का जिस्म मस्ती में काम्पने लगा और वो झड ने के करीब पहुँच गयी...
सानिया : है... बेटा... मैं झड़ने वाली हु....
ये कह के थोड़ा ऊपर उठि और अपनी चुत को अपने बेटे के मुह पे रख के अपने हाथ से अपनी चुत के दाने को घिसते हुए... अपनी चुत को अपने बेटे के मुह पे आगे पीछे करने लगी...
सतीश मस्ती में अपनी मम्मी की चुत चाट के उसकी चुत का मीठा वीर्य पीने लगा...
कुछ ही देर में सानिया मस्ती में सिसकारी लेते हुए अपने बेटे के मुह में झड़ने लगी...
सानिया : आह... बेटा.... मैं गयी... आह... ... आह...
सतीश मज़े ले के अपनी मम्मी की रसीली चुत से बेह्ते हुए पानी को पीने लगा... कुछ देर बाद... सानिया आगे झुकि और अपने बेटे का खड़ा लंड अपने मुह में लेके मज़े से उसे चूसने लगी... सतीश को अपनी मम्मी की गांड चाट के इतनी मस्ती चढ़ी हुई थी की वो कुछ ही देर में अपनी मम्मी के मुह में झड गया... सानिया मज़े ले के अपने बेटे के लंड से निकल रहे वीर्य को पीने लगी... फिर दोनों निढाल हो के वहीँ लेट गये... कुछ देर के बाद सानिया मस्ती में उठि और अपने रूम में जाने लगी...
सतीश ने फ़ौरन उसे रोका और खीँच के अपनी गोद में बिठा लिया...
सानिया : क्या बात है मेरा बेटा आज बड़े जोश में है..?
सतीश : जिसकी मम्मी इतनी खूबसूरत और सेक्सी होगी वो जोश में क्यों न हो...
सानिया : तुझे में कहाँ से सेक्सी लगती हु...?
सतीश : मुझे तुम हर जगह से सेक्सी लगती हो, चेहरे से, चूची से, चुत्तड़ से और चुत से... लेकिन...
सानिया : लेकिन क्य...?
सतीश : लेकिन ये की तुमने अमेजोन फारेस्ट क्यों ऊगा रखा है...?
सानिया : क्या कहा...? अमेजोन फॉरेस्ट.. हा है है ह... कहाँ है अमेज़न फॉरेस्ट...?
सतीश : ये क्या है...? तुम्हारी हसीन चुत पर...?
सानिया : ये तो मैंने तेरे एनाकोंडा के लिए घर बनाया है...? क्यूँ तुझे और तेरे अनाकोंडा को मेरा ये घर पसंद नहीं आया क्य...?
सतीश : मुझे और मेरे एनाकोंडा को तुम्हारा ये घर तो बहुत पसंद है... लेकिन घर के ऊपर का जंगल पसंद नहीं... तुम इस जंगल को निकाल दो...
सानिया : अगर तुझे ये जंगल पसंद नहीं है तो तू खुद ही इसे क्यों नहीं नीकाल देता...?
सतीश : मम्मी आप सच कह रही हो...? क्या में सच में इस जंगल को काट के तुम्हारी हसीन चुत को बेपरदा कर सकता हु...?
सानिया : हा... अगर तुझे अच्छा लगे और तुझे कोई प्रॉब्लम न हो तो...
सतीश : मम्मी में तो शौक से ये करना चाहूंगा... लेकिन...
सानिया : लेकिन क्य...?
सतीश : लेकिन ये की में इस जंगल के अलावा भी तुम्हारे जिस्म का पूरा जंगल साफ़ करना चाहता हु...
सानिया : अब मेरी चुत के अलावा और कौन से बाल हैं जिसे तू साफ़ करना चाहता है...? तु मुझे टकली करने की बात तो नहीं कर रहा है...?
सतीश : हहहहा... नहीं मम्मी में तुम्हारे सर के बालों की बात नहीं कर रहा हूं.
सानिया : तो फिर..? तु कौन से बालों की बात कर रहा है.?
सतीश : मैं तो तुम्हारी बगल के, हाथ के, पैर के चुत के और चुत्तड़ के बालों की बात कर रहा हु. मैं अपनी मम्मी को पूरी चिकनी बनाना चाहता हूँ अगर तुम हाँ कहो तो...?
सानिया : लेकिन इसकी क्या ज़रुरत है...?
सतीश : ज़रुरत है... आज में अपनी मम्मी को इस दुनिया की सबसे खूबसूरत परी बनाना चाहता हु...
सानिया : अच्छा... तो तुझे चिकनी पसंद है...
सतीश : हा... बाल होते हैं तो मज़ा नहीं आता... चिकने जिस्म की तो बात ही कुछ और है...
सानिया : मुझे चिकनी बन के किसे दीखाना है...? मुझे बिना कपड़ों के देखने वाला है ही कौंन...?
सतीश : क्यूँ में हूँ ना...? मैं देखूँगा तुम्हे...?
सानिया : बस सिर्फ देखेंगा...?
सतीश : नही... करुँगा भी...
सानिया : क्या करेंगा...?
सतीश : मैं वो तुम्हारी चिकनी चुत, बगाल, चुत्तड़ और गांड चाटूंगा... है कितना मज़ा आयेगा... मोम..
सानिया : मुझे पता है... तु ऐसा ही कुछ करेग... तु मेरे बाल कम साफ़ करेगा और मेरा जिस्म ज़्यादा चाटेगा... इस लिए तू मुझे अपनी शेविंग क्रीम और रेजर दे... मैं खुद अपने जिस्म के बाल साफ़ कर लुंगी...
सतीश : लेकिन मम्मी तुम अपने चुत्तड़ और गांड के छेद के पास के बाल कैसे साफ़ कर पाओगि...?
सानिया : वो तो है...
सतीश : इस लिए तुम्हारे जिस्म के बाल में साफ़ कर देता हु...
सानिया : ठीक है... तु ही कर दे मेरे जिस्म के बाल साफ़... जा जल्दी से अपना शेविंग किट ले आ...
सीधी उसकी गांड के छेद में घुस्स गयी और उसका पूरा फेस अपनी मम्मी की बड़ी गांड में छूप गया...
सानिया के मुह से मस्ती भरी सिसकारी निकल गयी...
"म्म... आह....."
अपनी मम्मी की गांड की मदहोश करने वाली खुश्बु सूँघ के सतीश के लंड से प्रीकम निकलने लगा... सानिया की बड़ी गांड की स्मेल बहुत सेक्सी और कामुक थी... सतीश के रोम रोम में उत्तेजना भर रही थी...
सानिया ने आगे झुक के अपने बेटे के लंड के सुपडे पे उभरे हुए प्रीकम को अपनी जुबान से चाट के कहा...
सानिया : मम... सूंघ.... अपनी मम्मी की गांड की खुश्बू... हाँ ऐसे ही... है बड़ा मज़ा आ रहा है मेरे शेर...सूंघ.... अपनी खूबसूरत मम्मी की मदमस्त गांड की मदहोश खुसबू सूंघ... मेरे लाल...
सतीश बहुत मज़े ले के अपनी मम्मी की गांड की खुश्बु ले रहा था...
तभी अचानक सानिया ने अपनी गांड उठायी और कहा....
सानिया : चल अब अपनी ज़ुबान से मेरी सेक्सी गांड के छेद को चाट... मेरी गांड के छेद को अपनी थूक से गीला कर के अपनी जुबान को उस छेद के अंदर बाहर कर के मुझे मज़ा दे.... मम.....
अपनी मम्मी की बात सुन के सतीश ने अपनी जुबान बाहर निकाली...
सानिया ने अपने दोनों हाथों से अपने चूतडों को खोल कर अपनी गांड के छेद को अपने बेटे के जुबान के ऊपर रख दिया... सतीश अपनी मम्मी के गांड के छेद को अपनी जुबान पे मेहसुस करके मस्ती में पागल कुत्ते की तरहा चाट्ने लगा...
सतीश को अपनी मम्मी की सेक्सी गांड के छेद का टेस्ट बहुत अच्छा लग रहा था... वो अपनी जुबान गांड के छेद के अंदर ले जा कर मज़े ले के चाट्ने लगा.
सानिया मस्ती में सिसकारी लेते हुए अपने बेटे की जुबान पे अपनी गांड को ऊपर निचे आगे पीछे कर रही है..
सतीश मस्ती में अपनी जुबान से अपनी मम्मी की मोटी गांड के छेद को कुरेदते हुए अंदर बाहर करते हुए चाट रहा है... सानिया की गांड अपने बेटे के थूक से गीली हो गयी है... सतीश अपनी जुबान को गांड के छेद के अंदर तक दाल रहा था..
सानिया लगभग आधे घंटे तक उसी पोज़ में अपनी गांड अपने बेटे मुह के ऊपर रख के अपने बेटे से अपनी गांड चटवा के मज़े लेती रहि... अचानक सानिया का जिस्म मस्ती में काम्पने लगा और वो झड ने के करीब पहुँच गयी...
सानिया : है... बेटा... मैं झड़ने वाली हु....
ये कह के थोड़ा ऊपर उठि और अपनी चुत को अपने बेटे के मुह पे रख के अपने हाथ से अपनी चुत के दाने को घिसते हुए... अपनी चुत को अपने बेटे के मुह पे आगे पीछे करने लगी...
सतीश मस्ती में अपनी मम्मी की चुत चाट के उसकी चुत का मीठा वीर्य पीने लगा...
कुछ ही देर में सानिया मस्ती में सिसकारी लेते हुए अपने बेटे के मुह में झड़ने लगी...
सानिया : आह... बेटा.... मैं गयी... आह... ... आह...
सतीश मज़े ले के अपनी मम्मी की रसीली चुत से बेह्ते हुए पानी को पीने लगा... कुछ देर बाद... सानिया आगे झुकि और अपने बेटे का खड़ा लंड अपने मुह में लेके मज़े से उसे चूसने लगी... सतीश को अपनी मम्मी की गांड चाट के इतनी मस्ती चढ़ी हुई थी की वो कुछ ही देर में अपनी मम्मी के मुह में झड गया... सानिया मज़े ले के अपने बेटे के लंड से निकल रहे वीर्य को पीने लगी... फिर दोनों निढाल हो के वहीँ लेट गये... कुछ देर के बाद सानिया मस्ती में उठि और अपने रूम में जाने लगी...
सतीश ने फ़ौरन उसे रोका और खीँच के अपनी गोद में बिठा लिया...
सानिया : क्या बात है मेरा बेटा आज बड़े जोश में है..?
सतीश : जिसकी मम्मी इतनी खूबसूरत और सेक्सी होगी वो जोश में क्यों न हो...
सानिया : तुझे में कहाँ से सेक्सी लगती हु...?
सतीश : मुझे तुम हर जगह से सेक्सी लगती हो, चेहरे से, चूची से, चुत्तड़ से और चुत से... लेकिन...
सानिया : लेकिन क्य...?
सतीश : लेकिन ये की तुमने अमेजोन फारेस्ट क्यों ऊगा रखा है...?
सानिया : क्या कहा...? अमेजोन फॉरेस्ट.. हा है है ह... कहाँ है अमेज़न फॉरेस्ट...?

सतीश : ये क्या है...? तुम्हारी हसीन चुत पर...?
सानिया : ये तो मैंने तेरे एनाकोंडा के लिए घर बनाया है...? क्यूँ तुझे और तेरे अनाकोंडा को मेरा ये घर पसंद नहीं आया क्य...?
सतीश : मुझे और मेरे एनाकोंडा को तुम्हारा ये घर तो बहुत पसंद है... लेकिन घर के ऊपर का जंगल पसंद नहीं... तुम इस जंगल को निकाल दो...
सानिया : अगर तुझे ये जंगल पसंद नहीं है तो तू खुद ही इसे क्यों नहीं नीकाल देता...?
सतीश : मम्मी आप सच कह रही हो...? क्या में सच में इस जंगल को काट के तुम्हारी हसीन चुत को बेपरदा कर सकता हु...?
सानिया : हा... अगर तुझे अच्छा लगे और तुझे कोई प्रॉब्लम न हो तो...
सतीश : मम्मी में तो शौक से ये करना चाहूंगा... लेकिन...
सानिया : लेकिन क्य...?
सतीश : लेकिन ये की में इस जंगल के अलावा भी तुम्हारे जिस्म का पूरा जंगल साफ़ करना चाहता हु...
सानिया : अब मेरी चुत के अलावा और कौन से बाल हैं जिसे तू साफ़ करना चाहता है...? तु मुझे टकली करने की बात तो नहीं कर रहा है...?
सतीश : हहहहा... नहीं मम्मी में तुम्हारे सर के बालों की बात नहीं कर रहा हूं.
सानिया : तो फिर..? तु कौन से बालों की बात कर रहा है.?
सतीश : मैं तो तुम्हारी बगल के, हाथ के, पैर के चुत के और चुत्तड़ के बालों की बात कर रहा हु. मैं अपनी मम्मी को पूरी चिकनी बनाना चाहता हूँ अगर तुम हाँ कहो तो...?
सानिया : लेकिन इसकी क्या ज़रुरत है...?
सतीश : ज़रुरत है... आज में अपनी मम्मी को इस दुनिया की सबसे खूबसूरत परी बनाना चाहता हु...
सानिया : अच्छा... तो तुझे चिकनी पसंद है...
सतीश : हा... बाल होते हैं तो मज़ा नहीं आता... चिकने जिस्म की तो बात ही कुछ और है...
सानिया : मुझे चिकनी बन के किसे दीखाना है...? मुझे बिना कपड़ों के देखने वाला है ही कौंन...?
सतीश : क्यूँ में हूँ ना...? मैं देखूँगा तुम्हे...?
सानिया : बस सिर्फ देखेंगा...?
सतीश : नही... करुँगा भी...
सानिया : क्या करेंगा...?
सतीश : मैं वो तुम्हारी चिकनी चुत, बगाल, चुत्तड़ और गांड चाटूंगा... है कितना मज़ा आयेगा... मोम..
सानिया : मुझे पता है... तु ऐसा ही कुछ करेग... तु मेरे बाल कम साफ़ करेगा और मेरा जिस्म ज़्यादा चाटेगा... इस लिए तू मुझे अपनी शेविंग क्रीम और रेजर दे... मैं खुद अपने जिस्म के बाल साफ़ कर लुंगी...
सतीश : लेकिन मम्मी तुम अपने चुत्तड़ और गांड के छेद के पास के बाल कैसे साफ़ कर पाओगि...?
सानिया : वो तो है...
सतीश : इस लिए तुम्हारे जिस्म के बाल में साफ़ कर देता हु...
सानिया : ठीक है... तु ही कर दे मेरे जिस्म के बाल साफ़... जा जल्दी से अपना शेविंग किट ले आ...