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दोनो बेड पे मस्ती में एक दम चुप चाप पड़े अपनी तेज़ साँसों को क़ाबू करने की कोशिश कर रहे थे...
सतीश : मम्मी तुम ये क्या कर रही हो...?
सानिया : जानु में अपनी गांड ऊपर कर रही हूँ ताकि तुम्हारा वीर्य मेरी चुत में ही रहे...
सतीश : "मा क्या मैंने ठीक से किया?
सानिया : "क्या? तुम तो.... तुम ने तो मेरी ज़बरदस्त चुदाई की... हमारी ये चुदाई मेरी ज़िन्दगी की बेस्ट चुदाई थी... इसे में मरते दम तक नहीं भूल सकती... चुदाई में मुझे इतना मज़ा आज तक कभी नहीं आया...
सतीश : मम्मी वो जो तुम चिल्ला रही थी... मुझे लगा की शायद में तुम्हे तकलीफ दे रहा हु...
सानिया : नहीं सतीश.... तुम मुझे कोई तकलीफ नहीं पंहुचा रहे थे.. बल्कि तुम तो मुझे मेरी ज़िन्दगी का सबसे हसीन मज़ा दे रहे थे...
सतीश : लेकिन मम्मी वो दर्द भरी चीख़ें...?
सानिया : वो दर्द भरी चीखें नहीं थी... वो तो मस्ती भरी सिसकारी थी...
सतीश : "मतलब...?"
सानिया : "वेल, बहुत स्कर्ट औरतें मस्ती में झडते वक़्त ज़ोर ज़ोर से सिसकारी लेती है... ये वो ही सिसकारी थी मेरे जाणु... तुम्हारी मम्मी को उस वक़्त बहुत मज़ा आ रहा था...
सतीश : मैं तो ये चाहता हूँ की तुम्हे ज़िन्दगी का सबसे हसीन मज़ा हमेशा मिलता रहे...
सानिया अपने बेटे की बात सुन के शर्मा जाती है...
सानिया : मैं अभी कुछ देर आराम करुँगी.. तुम जा के फ्रेश हो जाओ...
सतीश : ठीक है मम्मी..
ये कह के सतीश अपने रूम में चला जाता है.
सतीश उठा और अपने बाथरूम में जा के नहाने लगा... कुछ देर बाद सानिया अपने बेड से उठि और टॉयलेट में जा के पिशाब करने लगी.. फिर उसने शावर चालु किया और नहाने लगी... नहाने के बाद उसने अपने बेटे को आवाज़ दि...
सानिया : सतीश मेरे रूम में आ जाओ...
सतीश फ़ौरन अपनी मम्मी के बैडरूम में चला गया...
रूम में जाते ही उसका लंड खड़ा हो के उछलने लगा... सामने का नज़ारा था ही इतना दिलक़श और सेक्सी... उसकी बेहद सेक्सी मम्मी मिरर के सामने केवल ब्रा और पेन्टी में खड़ी है.. पेन्टी पीछे चुत्तड़ की तरफ से पूरी खुली हुई है...
उसकी मम्मी के बेहद हसीं चुत्तड़ साफ़ नज़र आ रहे है... और ब्रा में कैद चुची तो क़यामत ढा रही है... इस वक़्त उसकी मम्मी एक सेक्स गोड्स से कम नहीं लग रही है...
सानिया : "क्य मेरा शेर रेडी है २nd राउंड के लिये...?"
सतीश : "शौक से...." मैं तो २-३-४-५ हर राउंड के लिए पूरी तरहा से रेडी हु....
ये कह के उसने फ़ौरन अपना ट्रैक उतारा और अपनी मम्मी के बेड पे लेट गया...
अपने बेटे के उतावलेपन को देख के सानिया हॅसने लगी...
ओर उसने प्यार से अपने बेटे से कहा.
सानिया : "यु आर सो कूट."
ये कह के सानिया अपनी सेक्सी चूचि हिलाती हुई आई और अपने बेड पे बैठ गयी... उसके निप्पल कड़क हो तन गए और ब्रा के ऊपर से नज़र आने लगा...
सानिया : कैसी लग रही हूँ में...?
सतीश : क़यामत...
फिर सानिया ने अपनी ब्रा पेन्टी निकाल के अपने बेटे की आँखों में झाँकते हुए पूछा...
सानिया : और...अब....?
सतीश : हॉट एंड सेक्सी..
फिर सानिया मुस्कुरा के बेड पे लेट गयी...
सानिया : "शुरु करे.....?"
सतीश : हा...
फिर अपनी मम्मी का इशारा पा के सतीश अपनी मम्मी के ऊपर आ गया और मम्मी के होठो को चुमते हुए उसकी चूचि दबाने लगा... सानिया मस्ती में सिसकार उठि... और अपने बेटे का लंड पकड़ के मसलने लगी...
आआआआहह.... मममममम. सतीश अपनी मम्मी की एक चूचि को अपने हाथों से मसलते हुए दूसरी चुची के निप्पल को अपने मुह में लेके चूसने लगा.. सानिया मस्ती में पागल होने लगी.. वो मस्ती में आ के अपने बेटे के लंड को अपने हाथ से पकड़ के अपनी चुत पे रगडने लगी..
उसकी चुत वीर्य छोड़ने लगी.. उसके बेटे का लंड उसकी चुत के होठों के बीच में फिसलता हुआ बार बार चुत के छेद में जाने लगा.. जैसे ही सतीश का लंड अपनी मम्मी की चुत के छेद से टकराया सतीश ने अपनी मम्मी की चूचि दबाते हुए एक ज़ोर का धक्का मम्मी की चुत में लगा दिया..
सतीश का लंड मम्मी की टाइट चुत को फैलाते हुए ४ इंच तक अंदर घुस गया. सानिया मस्ती में सिसकार उठि.. आआआआहह.. मममममम..
सतीश ने सटा सट चुदाई शुरु कर दि.. वो तेज़ी से अपना लंड मम्मी की वीर्य छोड़ती चुत में अंदर बाहर करने लगा..
तभी अचानक सानिया ने उसे रोक दिया..
सानिया : रुक जाव.. अपना लंड मेरी चुत से बाहर निकालो..
सतीश : क्यूँ मम्मी.? मैंने कुछ गलत किया क्य..?
सानिया : नही.
सतीश : तो फिर..?
सानिया : मुझे अपने पैर मोड़ के तुम्हारे कंधे पे रखने दो... इस से तुम्हारा लंड मेरी चुत के अंदर बच्चेदानी से टकरायेगा और बहुत मजा आयेगा.
सतीश को यकीन नहीं हो रहा है की सपने में वो अपनी मम्मी को अपने जिस फेवरेट स्टाइल में चोदता था अभी उसकी मम्मी उसी की बात कर रही है...

सतीश : मम्मी तुम ये क्या कर रही हो...?
सानिया : जानु में अपनी गांड ऊपर कर रही हूँ ताकि तुम्हारा वीर्य मेरी चुत में ही रहे...

सानिया : "क्या? तुम तो.... तुम ने तो मेरी ज़बरदस्त चुदाई की... हमारी ये चुदाई मेरी ज़िन्दगी की बेस्ट चुदाई थी... इसे में मरते दम तक नहीं भूल सकती... चुदाई में मुझे इतना मज़ा आज तक कभी नहीं आया...

सानिया : नहीं सतीश.... तुम मुझे कोई तकलीफ नहीं पंहुचा रहे थे.. बल्कि तुम तो मुझे मेरी ज़िन्दगी का सबसे हसीन मज़ा दे रहे थे...

सानिया : वो दर्द भरी चीखें नहीं थी... वो तो मस्ती भरी सिसकारी थी...

सानिया : "वेल, बहुत स्कर्ट औरतें मस्ती में झडते वक़्त ज़ोर ज़ोर से सिसकारी लेती है... ये वो ही सिसकारी थी मेरे जाणु... तुम्हारी मम्मी को उस वक़्त बहुत मज़ा आ रहा था...
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सानिया अपने बेटे की बात सुन के शर्मा जाती है...

सतीश : ठीक है मम्मी..
ये कह के सतीश अपने रूम में चला जाता है.
सतीश उठा और अपने बाथरूम में जा के नहाने लगा... कुछ देर बाद सानिया अपने बेड से उठि और टॉयलेट में जा के पिशाब करने लगी.. फिर उसने शावर चालु किया और नहाने लगी... नहाने के बाद उसने अपने बेटे को आवाज़ दि...
सानिया : सतीश मेरे रूम में आ जाओ...
सतीश फ़ौरन अपनी मम्मी के बैडरूम में चला गया...
रूम में जाते ही उसका लंड खड़ा हो के उछलने लगा... सामने का नज़ारा था ही इतना दिलक़श और सेक्सी... उसकी बेहद सेक्सी मम्मी मिरर के सामने केवल ब्रा और पेन्टी में खड़ी है.. पेन्टी पीछे चुत्तड़ की तरफ से पूरी खुली हुई है...
सानिया : "क्य मेरा शेर रेडी है २nd राउंड के लिये...?"

ये कह के उसने फ़ौरन अपना ट्रैक उतारा और अपनी मम्मी के बेड पे लेट गया...
अपने बेटे के उतावलेपन को देख के सानिया हॅसने लगी...
ओर उसने प्यार से अपने बेटे से कहा.
सानिया : "यु आर सो कूट."
ये कह के सानिया अपनी सेक्सी चूचि हिलाती हुई आई और अपने बेड पे बैठ गयी... उसके निप्पल कड़क हो तन गए और ब्रा के ऊपर से नज़र आने लगा...

सतीश : क़यामत...
फिर सानिया ने अपनी ब्रा पेन्टी निकाल के अपने बेटे की आँखों में झाँकते हुए पूछा...
सानिया : और...अब....?
सतीश : हॉट एंड सेक्सी..
फिर सानिया मुस्कुरा के बेड पे लेट गयी...
सानिया : "शुरु करे.....?"

फिर अपनी मम्मी का इशारा पा के सतीश अपनी मम्मी के ऊपर आ गया और मम्मी के होठो को चुमते हुए उसकी चूचि दबाने लगा... सानिया मस्ती में सिसकार उठि... और अपने बेटे का लंड पकड़ के मसलने लगी...
आआआआहह.... मममममम. सतीश अपनी मम्मी की एक चूचि को अपने हाथों से मसलते हुए दूसरी चुची के निप्पल को अपने मुह में लेके चूसने लगा.. सानिया मस्ती में पागल होने लगी.. वो मस्ती में आ के अपने बेटे के लंड को अपने हाथ से पकड़ के अपनी चुत पे रगडने लगी..
उसकी चुत वीर्य छोड़ने लगी.. उसके बेटे का लंड उसकी चुत के होठों के बीच में फिसलता हुआ बार बार चुत के छेद में जाने लगा.. जैसे ही सतीश का लंड अपनी मम्मी की चुत के छेद से टकराया सतीश ने अपनी मम्मी की चूचि दबाते हुए एक ज़ोर का धक्का मम्मी की चुत में लगा दिया..
सतीश का लंड मम्मी की टाइट चुत को फैलाते हुए ४ इंच तक अंदर घुस गया. सानिया मस्ती में सिसकार उठि.. आआआआहह.. मममममम..

तभी अचानक सानिया ने उसे रोक दिया..
सानिया : रुक जाव.. अपना लंड मेरी चुत से बाहर निकालो..
सतीश : क्यूँ मम्मी.? मैंने कुछ गलत किया क्य..?
सानिया : नही.
सतीश : तो फिर..?
सानिया : मुझे अपने पैर मोड़ के तुम्हारे कंधे पे रखने दो... इस से तुम्हारा लंड मेरी चुत के अंदर बच्चेदानी से टकरायेगा और बहुत मजा आयेगा.
![[Image: 04.gif] [Image: 04.gif]](https://cdn.teamskeetimages.com/design/tour/ta/t2/pics/august_ames/04.gif)
सतीश को यकीन नहीं हो रहा है की सपने में वो अपनी मम्मी को अपने जिस फेवरेट स्टाइल में चोदता था अभी उसकी मम्मी उसी की बात कर रही है...