Erotica श्रीमती पुजा शर्मा के चुदाई के किस्से

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लिटा साली को ...आज तो इसकी रसीली गांड मरूँगा मैं...लखन के ऐसा कहते ही उसके दोनों साथियों ने मेरी बीवी को बेड पर चित लिटा दिया...
कपडे तो उन्होंने पहले ही सारे उतार दिए थे...साड़ी अलग पड़ी थी...ब्लाउस अलग पड़ा था..चड्डी और पेतीकोअत अलग पड़े थे...
कमरे के घुसते ही उन्होंने पहले पूजा को पकड़ा और उसे नंगा कर दिया...वो कुछ न बोली...
उसके मोटे कुल्हे किसी की आँख में वासना का कीड़ा पैदा कर देता...उसकी बड़ी बड़ी चुचिया...लटकते हुए भी कमाल की सेक्स अपील लिए हुए थी...
उसकी चूत जो की पहले से ही मेरे लौड़े का मार खा खा कर मजबूत और एकदम सेक्सी हो गए थे...
हमे महज २० दिन हुए थे...दिल्ली आये...और मकान भी किराये का था...जल्द बजी में माकन ऐसी जगह मिला जहाँ सब अंडर वर्ल्ड से जुड़े ही थे..
ऐसे में मेरी बीवी पर नजर पड़ना लाजिमी ही था...मैं काम के सिलसिले में बाहर ही रहता था दिन भर...पूजा और दोनों बच्चे घर पर ही थे...
मकान इतना बड़ा था की उसमे ३ कमरे भी थे...दोपहर को बच्चे दूध पीकर सो जाते थे...
पड़ोस में रहने वाला लखन रोज शाम को बाजार जाते मेरी बीवी का पीछा भी करता था...पर उसने कभी ध्यान नहीं दिया...
एक दिन जब मैं ऑफिस के लिए निकल गया...उसके कुछ देर बाद...दरवाजे पर किसी ने रिंग किया...
मेरे जाने के बाद पूजा भी नहाने की तयारी में थी..उसने सिर्फ ब्लाउस और peticoat पहना था...
उसने दरवाजे की आड़ से ही पुछा कौन...
उसने जवाब दिया...भाभी जी मैं आपका पडोसी हूँ..भाई साहब ने यह थैला आपको देने के लिए कहा है...
उसने सोचा कौन सा थैला...और जैसे ही दरवाजा थोडा खोलकर हाथ बहार निकलती...लखन ने झट से दरवाजे पे हाथ अड़ा दिया और जोर से धकेलता अन्दर आ गया...
पूजा झटके से सहम ही गयी थी और कुछ समझ ही नहीं पा रही थी और अध् नंगी हालत में उसके सामने खड़ी थी...
अचानक पूजा को ख्याल आया और उसने अपने दोनों हाथ सिने पर लगा लिए...
तभी दरवाजे को धकेलते ३ और शख्स अन्दर आ गए...वो चारो मेरी बीवी की मांसल बदन का मुवायना कर रहे थे...
पूजा को समझ में नहीं आ रहा था की क्या करे...तभी लखन ने झपट कर उसके दोनों बाल हाथ में ले लिए और जोर से भींच दिया...
वो चीख पड़ी...पर आस पड़ोस में दूर तक कोई सुनने वाला नहीं था...
वो कमरे की तरफ दौड़ी पर तब तक वो घिर चुकी थी...उनमे से एक घर का मुवायना कर रहा था...तभी पूजा को बछो का ख्याल आया...
और तभी उनमे से एक ने बच्चो के कमरे की तरफ कदम बढाया...वो एकदम सहम गयी...और चिल्लाई...नहीं...
उनके आँखों में चमक आ गयी थी...वासना की...लखन ने कहा...गर बच्चे सलामत चाहिए तो जैसा कहते हैं वैसा करो...
और वो बेबस हो गयी..न रो पा रही थी न कुछ कर पा रही थी...बस चुपचाप खड़ी थी...
तभी उनमे से एक पूजा के पीछे चिपक गया और अपना लुंड उसकी गांड पर रगड़ने लगा...
वो चुप रही..तभी लखन ने कहा..बलवीर छोड़ उसे...वो खुद अपने कपडे उतारेगी...
वो पीछे हट गया और पूजा के कपडे उतारने का इंतज़ार करने लगे...
वो बेबस क्या करती...उसने पहले ब्लाउस उतरा फिर पेटीकोट...अब वो सिर्फ पंटी और ब्रा में थी...उसके बड़े दूध बहार निकलने को मचल रहे थे...
मोटी मांसल गांड थिरकने वाली ही थी...और उन्होंने उसे बेडरूम की तरफ चलने का इशारा किया...
बेडरूम में आते ही उसने कहा...आज इसकी गांड मारूंगा...
और बलवीर ने उससे लिटा दिया...धकेल कर...
वो सीधी लेती हुई थी..उसकी चूत दोनों जन्घो में सिमटी हुई थी...
हाथ दोनों चुचियो को दबाये हुए थे...
तभी..लखन ने अपने कपडे उतर दिए...अब वो जन्म जात नंगा था...उसका काला लंड एकदम कड़क होने लगा...
और उसके तीनो साथियों ने भी अपने कपडे उतर दिए...चार चार मुस्टंडे लंड उसकी मुलायम मजबूत चूत पर हावी होने वाले थे...
लखन ने पहले उसके हाथ चुचियो से हटाये और बोला...अब शरमा मत...वरना तेरी आज बुरी फाड़ के जायेंगे...
और उसने डर से अपना हाथ झट हटा लिया...
वो चारो उसे घूर रहे थे और अपने मूसल को सहला भी रहे थे...
तभी लखन ने अपना लंड पूजा के हाथ में दिया और बोला...चूस...
उसने बेमन से उसे देखा पर डर के मरे कुछ कर भी नहीं पा रही थी...उसने मुह में उसका लंड ले लिया और चूसने लगी...
मेरा लंड चूस चूस कर उसे चूसने का अच्छा तजुर्बा हो गया था...उसकी २ मिनट की चुसाई में ही लखन को लगा वो झड जायेगा...
ये तो बहुत मस्त चूसती है साली...उसने पूजा के दोनों बबलो को जोर से ददते हुए कहा..
अच्छा...कहते हुए रहमान आगे आया और उसने भी अपना छिला हुआ मजबूत लौड़ा पूजा के हाथ में पकड़ा दिया...
उसने बारी बारी से सभी को चूसा...चौथा शख्स एक ४० साल का अधेड़ था जिसका नाम था...मल्लू...सभी उसे वही बुलाते थे..
वो एक काला सा पर मजबूत जिस्म का तगड़ा आदमी था...वह अब तक चुप चाप खड़ा था...जैसे ही उसने अपने कपडे उतारे...पूजा के होश उद्द गए...उसका काला बड़ा लंड देखकर...वो शिसकती तभी मल्लू ने अपना खूंटा पूजा के मुह में दे दिया...और उसकी आवाज़..गुण..गुण..जी आवाज़ में बदल गयी...
तब तक लखन रहमान और बलवीर तीनो पोस्तिओं लेने लगे...की पहले कौन चोदेगा....
मल्लू ने लंड चुसाते कहा...पहले तुम तीनो छोड़ के बड़ा करो...तब मैं चोदुंगा...
पूजा के होश उड़ने लगे...की अब तो उसकी चूत का बाजा बज जायेगा...वो चीख भी नहीं सकती थी...बच्चे खतरे में पड़ जाते...
वो चुपचाप लेटी रही...

अब रहमान ने मल्लू को हटाया और पूजा को चित लिटा दिया...और दोनों हाथो से टाँगे फैलाते हुए..अपना लंड पूजा की चूत के मुहाने पर रख दिया...
नइ जगह पर अभी सेट हो रहा था इसलिए लेट होने के चलते...२० दिन से मैंने भी पूजा को चोदा नहीं था...
उसकी चूत एकदम tight थी...जैसे ही रहमान ने पहला धक्का चूत में मारा...पूजा चीख पड़ी...तभी लखन ने अपना लंड उसके मुह में घुसेड दिया...
करीब १५ मिनट तक रहमान पूजा की चुदाई करता रहा...इस बीच तीनो बारी बारी से अपना land भी चुसवाते रहे...
रहमान जोर जोर के झटके लेने लगा...तभी लखन ने कहा...पानी बहार निकलना रहमान भाई...नहीं तो किसी लफड़े में पड़ जायेंगे ...
वो समझ गया...और झट से लंड बहार निकला और पूजा के बूब्स पर झड गया...
फिर लखन आया...उसने भी अपना ९ इंच का खूंटा..पूजा की चूत में गाड दिया...
आह्ह्ह्ह...वो बस इतना ही चीख सकी...और पूरा लुंड उसकी नरम मगर जानदार चूत में पेवस्त हो गया..
थोड़ी देर में उसने position बदली और पूजा को कुतिया बना के लंड घुसेड़ा...
और बाद में उसके मुह के पास लेजा के हिलाने लगा अपना हतोड़ा...
उसने भी १० मिनट तक पूजा की जबरदस्त चुदाई की थी...फिर वह भी झड गया...पर इस बार बूब्स पर नहीं सीधे मुह में लगा दिया लंड...और पूजा का चेहरा सफ़ेद पानी से धुल गया...
फिर बलवीर ने अपना ८ इंच का सोंटा पूजा की चूत में घुसेड दिया...
बलवीर चौड़ा था और उसका लौड़ा..जैसे घोड़े का सामान था..
अब तक पूजा की चूत का भोसड़ा बन चूका था...और वो भी मजे से चुदवा रही थी...और कुछ कर भी तो नही सकती थी..
उसने भी पूजा के मुह में पानी भर दिया....
मल्लू की बारी आई तो उसने पूजा को लुंड चूसने के लिए कहा...और जैसे ही पूजा ने मुह में लंड लिया...उसके मुह में भरा वीर्य...मल्लू के लंड पर लिपट गया...अब वह और भी lubricate हो गया...इस बार उसने भी पूजा को सीधे की बजे कुतिया बनने को कहा...
और उसके पिछवाड़े से...चूत में अपना १० इंच का मोटा काला लंड घुसेड दिया... वो चीख पड़ी...मररररर....गयी.....
बेड का हाल बता रहा था की क्या क्या नहीं सहा होगा उसने...
लखन उसके वीर्य से गिले चेहरे के पास आया और बाल खींचे हुए बोला...अभी नहीं जान...जब गांड फाड़ेंगे...तब जरूर ऐसा ही होगा...
गांड फटने के डर से पूजा सिहर गयी...इधर मल्लू अपना घोडा दौड़ा रहा था...उसने अपना पानी पूजा के गांड पर पानी उड़ेल दिया...
अब तक बाकि तीनो फिर तैयार हो गए थे...ये देख पूजा के सामने गांड के फटने के सीन दिखने लगे...उसने लखन से कहा...प्लीज मेरी गांड मत मारो...
चारो हंसने लगे...
पूजा ने कहा...चाहो तो मेरी चूत फिर मार लो पर गांड नहीं प्लीज...
चारो के चेहरे पर हिंसक हंसी थी...
उसने पूजा से पुछा राइ का तेल कहा है...
पूजा कुछ न बोली...
तभी लखन ने रहमान को इशारा किया...रहमान बहार निकला और किचेन की तरफ बड़ा...थोड़ी देर बाद वो...तेल का डिब्बा लिए खड़ा था...
पूजा समझ गयी की आज उसकी गांड की खैर नहीं...पर कर भी क्या सकती थी...
पूजा अभी भी चुदाई की मिसाल बनी बेड पर पड़ी थी...एकदम नंगी...मुह में जगह जगह सफ़ेद पानी लगा...
लखन ने बलवीर और मल्लू को इशारा किया...दोनों पूजा के सामने बैठ गए...दोनों हाथ पकड़ कर...एक हाथ मल्लू ने पकड़ा दूसरा बलवीर ने..
रहमान ने अलमारी पूजा की ब्रा उठाई और उसके मुह साफ किया...और वही ब्रा उसके मुह में घुसेड दिया...
पूजा समझ गयी की अब उसका क्या होने वाला है...
वो छटपटा रही थी...तभी उसने गांड के छेद पर तेल गिरना महसूस किया...
लखन ने ढेर सर तेल उसकी गांड पर लगा दिया था...
फिर पूजा को कुछ अन्दर जाते महसूस हुआ...वो लखन की ऊँगली थी...दो मिनट तक वो ऊँगली और तेल का टपका घुसेड़ता रहा...
और फिर अपने लंड पर भी तेल लगाया और पूजा की गांड के छेद पर लंड रख दिया...
पूजा की आँखे बड़ी हो गयी..और वो गुं..गुं..गुं...करती रही...
तभी उसकी आँखों के सामने अँधेरा छाने लगा...लखन ने लंड को गांड में घुसेड दिया था...
गूँन्न्न्नन्न.....उन्नन...
और गांड का पिटारा खुल गया पूजा का....करीब ५ मिनट तक वो तड़पती रही फिर वो भी शांत हो गयी...
पूजा से मैंने जब भी गांड देने की बात कही..वो मना कर जाती थी...पर आज उसकी कमसिन मोटी गांड का गांड भोसड़ा बनने वाला था...
थोड़ी देर में उसे लगा की जान में जान आई जब...लखन ने लंड गांड में से निकाला...पर तभी उसे और तेल गिरना महसूस हुआ गांड पर...
फिर लंड अन्दर घुसा...और इस बार बिना ज्यादा दर्द के पूजा पूरा लंड गांड में समेत ले गयी...
उसकी मोटी गांड चुद रही थी...
हर बार लंड बाहर जाता...तेल गिरता...फिर गांड में लंड घुस जाता...
करीब घंटे भर सभी ने उसके गांड को कई बार चोदा...इस बार सभी ने गांड में ही वीर्य उलेड दिया..जिस से चिकनाई और बढ़ गयी...मल्लू ने भी गांड और चूत दोनों का एक साथ मजा लिया...कभी चूत में तो कभी गांड में...
पूजा निढाल हो गयी थी...पर चुद रही थी...
करीद २ बजे चारो ने पूजा से 2 घंटे की चुदाई के बाद...राहत ली...
पूजा बेड पर नंगी फटी गांड और चूत लिए पड़ी रही....और चारो...अपना काम करके चलते बने...
तभी बच्चे की आवाज़ उसने सुनी..अपना दर्द भूल कर उठी..और कपडे पहनने लगी...
उसके चेहरे पर बेड पर तेल और वीर्य गिरे पड़े थे...
वो सोच नहीं पा रही थी क्या करे...
फिर उसने बच्चे को दूध दिया और नहाने चली गयी...उसका बदन टूट रहा था..

शाम को मैं आया तो पूजा एकदम शांत थी..मैंने पुछा क्या हुआ...उसने ना में सर हिलाया और किचेन में चली गयी...
आज मेरा मूड उसे चोदने का कर रहा था..पर उसकी हालत देख लगा बीमार हो गयी होगी नया माहौल है...कल चोदेंगे...और चुपचाप सो गया..
ऐसा तीन चार दिन तक हुआ..मैं पूछता रहा वो छुपाती रही...
फिर वो भी नोर्मल हो गयी...पर अब भी वो कुछ छुपा रही थी...
एक और महिना बीत गया...एक दिन..ऑफिस जाते मेरे पडोसी ने मुझे टोका...शर्मा जी कैसे हैं..
मैंने कहा ठीक..आप कैसे है..
उसने कहा...मेरी छोडिये..सुना है आपके जाने के बाद काफी बैठके होती है आपके घर पर...
मैं सन्न रह गया...मैंने कहा मतलब...तो उसने मुझे शोर्ट में उन चारो के बारे में बताया...जो मेरे पीछे घर पर आते थे..
अब कहे की ऑफिस और क्या...मैंने उस से कुछ नहीं कहा..और आगे बढ़ गया...
१ घंटे बाद...मैंने वापस दूसरे रस्ते घर की तरफ का रुख किया...मैंने बिना बेल दबाये...घर के पिछवाड़े से ऊपर चढ़ कर जाना ठीक समझा...
पीछे इंटो की तह राखी थी..सायद किसी ने घर बनवाने के लिए लायी थी..उसकी hight करीब ६ feet थी..
किसी तरह ऊपर चढ़ा और जीने के रस्ते निचे की तरफ आने लगा...तभी मुझे बात करने और हंसने की आवाज़ सुनाई दी...
ये तो पूजा की आवाज़ थी..मैंने ध्यान दिया तो उसमे मर्दों की आवाज़ भी थी..तभी एक आवाज़ आई क्या करते हो...ईईए...
अब मेरा सब्र जवाब दे रहा था..फिर भी मैं धीरे से निचे उतरा...कमरे की खिड़की से देखा..तो आँखे फटी रह गयी..
पूजा एकदम नंगी लेटी चारो के बीच में मजे से बबले और चूत चुसवा रही थी...
मल्लू पूजा की चूत चाटने में लगा था...
करीब आधे घंटे तक उनका रस और दूध पान चलता रहा...फिर चुदाई शुरू हुई...चूत चुद रही थी बीवी की और मैं देख रहा था...
तभी पूजा ने रहमान से कहा..बच्चो को देख लो जगे तो नहीं है..और किचेन से तेल भी लेते आना...
मेरी बीवी और किसी और को कुछ कह रही थी...और लखन चूत की चुदाई कर रहा था..
जैसे ही रहमान ने दरवाजा खोला...सामने मुझे देख वो भी सहम गया...
उसे खड़ा देख पूजा ने पुछा क्या हुआ...
वो कुछ कहता तभी मैं सामने आ गया....आप....बस इतना ही कहा उसने...उसके ऊपर चढ़ा लखन भी पीछे देख रहा था..
फिर जैसे कुछ हुआ ही नहीं..और लखन अपनी चुदाई चालू रखा...पूजा बस मुझे देखे जा रही थी...

रहमान भी चला गया और जैसा पूजा ने कहा घी ले कर आ गया...
लखन ने अपनी चुदाई ख़त्म की और मुझे देखते उठ खड़ा हुआ...
मैं पूजा को देख रहा था...वो भी कुछ देर चुपचाप लेटी रही ...फिर उठी और मेरे पास आई...
मेरा हाथ पकड़ा और मुझे बेड तक ले कर आई...
मैं कुछ कहूं उसके पहले उसने....वो पलटी और अपनी गांड मेरे लंड से रगड़ने लगी...
वो चारो भी देख रहे थे की ये हो क्या रहा है...
मेरा भी दिमाग घूम रहा था...पर पूजा की नंगी गांड की रगड़ से मेरा लंड भी खड़ा हो रहा था...
और जैसे ही पूजा ने मेरे लंड की अकड़ को महसूस किया...वो घूमी मुस्कुरायी और निचे बैठ गयी...
मैं भी चुप...उसने पैंट की जिप खोली और underwear में हाथ दल के मेरा लौड़ा निकल लिया...और सीधा मुह में लेके चूसने लगी...
५ मिनट बाद उठी...और मुझसे बोली...इनसे मिलो...और चारो का नाम लेके उसने इशारे से मुझे बताया...
और फिर बताया..किस तरह से उन्होंने उसके साथ रेप किया...और फिर किस तरह से उसे भी अब यह अच्छा लगने लगा...
दिन भर घर में अकेली बोर होती रहती थी...अब तो मजे से दिन कट jata hai....
मैं सुनता रहा...फिर वो मुझे देखने लगी...
मैं २ मिनट चुप रहा...फिर अपना शर्ट उतरने लगा...ये देख सभी के चेहरे पर मुस्कान आ गयी...
पूजा तो जैसे एकदम खुश हो गयी...
मैंने भी मुस्कुराया...मन ही मन कुछ सोचा था...और फिर उसे निचे चूसने के लिए बिठा दिया...
थोड़ी देर में मैं एकदम तैयार था...
सबके सामने अपनी बीवी की चोदने जा रहा था..जो इन चारो से न जाने कितने दिनों से चुदवा रही थी..और आज भी मेरी आँखों के सामने चुदी थी..
पूजा ने बलवीर की इशारा किया...वो घी का डब्बा लिए खड़ा था..जैसे हो करीब आया...पूजा मेरे लंड को मुह में लिए...उठ गयी....और झुकी हुई गांड बलवीर की तरफ कर दिया...अच्छा किया जो घी ले आया आज....आज तो और मजा आएगा...
उसने घी निकला और पूजा की गांड में छेद पर रख कर ...ऊँगली से घुसेड दिया...उसने उन् किया और चूसती रही...
वो एकदम रंडी लग रही थी....
घी लगा होने के बाद वो उठी और बेड पर हाथ टीकाकार खड़ी हो गयी...और मुझे बोली...राकेश...क्या आज मेरी गांड नहीं मारोगे..
उसका बोलने का ढंग...उसका हाव भाव...मैं तो समझ ही नहीं पा रहा था...
फिर मैंने उसकी मोटी पाटिया गांड को देखा और रोबोट की तरह उसके पास पहुँच गया...और जैसे ही लंड रखा...सट से अन्दर चला गया...
मेरी बीवी की tight गांड जिसमे मैं ऊँगली तक न डाल पाया था...इन कमीनो ने उसकी गांड भी फाड़ दी थी...और वो इनसे मजे ले के चुद्वाती रही थी...
करीब ६ मिनट मैं झड गया...और उसके किनारे बेड पर बैठ गया...
बाकि चारो भी लाइन में खड़े ही थे साले...मेरे पीछे मेरी बीवी को ठोकते थे मादरचोद...
उन्होंने ने भी एक एक कर से मेरे सामने पूजा की गांड मारी...
फिर खेल ख़त्म हुआ और चारो बाहर निकल गए...
अब कमरे में मैं और पूजा थे...
वो नंगे बदन ही कमरे को साफ करने में लग गयी...मेरी तरफ देखा भी नहीं...
मैंने पुछा...तुम्हारे साथ ऐसा हुआ और तुमने मुझे बताया तक नहीं...और मजे से चुद्वाती रही...
और आज तो हद कर दी..मेरे सामने चुद्वाती रही..मुझे भी शामिल कर लिया...उन कमीनो में...
वो पलटी और बोली...बता देती तो क्या कर लेते...
पुलिस बुलाते...गाँव भर में शोर करवाते की मेरी बीवी का बलात्कार हुआ है...
उसे चार gunde चोद कर चले गए...और फिर क्या होता...
तुम्हारे घर में मुझे किस नजर से देखते सब..
मैंने कहा तो अब किस नजर से देखेंगे...
उसने कहा...जब उन्हें पता ही नहीं चलेगा तो देखेंगे क्या...
तो क्या तुम रोज चुद्वागोई इनसे..??
उसने कहा नहीं...
जब तक तुम कोई दूसरा घर नहीं ले लेते तब तक ....इनसे बैर करने में कोई फायदा नहीं..बदनामी अपनी है...
और तुम भी तो चाहते थे...मेरी गांड मारना..
मैंने कहा..मैंने जबरदस्ती नहीं की तो इसका मतलब किसी से भी मरवा के मुझे दोगी...
उसने सारी बात बताई...उसने कहा..न हम यहाँ आते न ये सब होता...
अब...जल्द से नए घर की तलाश करो...
मैंने कहा...जो तुम्हे लंड खाने की आदत पड़ गयी है उसका क्या..क्या तुम मेरे साथ या मई तुम्हारे साथ वैसे रह पाएंगे जैसे रहते थे...
उसने कहा...चाहो तो हाँ...नहीं तो न...
मैंने कहा तुम्हे चुदवाने में इतना मजा आया तो मुझे पहले क्यूँ नहीं बताया...
महीने भर से पूछ रहा था...
उसने कहा..तुम तो महीने से पुछा...मैंने तो सालो से तुम्हे नहीं बताया...
तुमसे शादी से पहले मेरे मामा के लड़के ने चोदा था..और मुझे पार्क में ले जाकर भी अपने दोस्तों के सामने चोदा था...
पापा को यह बात पता चली तो झट से तुमसे शादी करवा दी...
मैं बोला यार...याने की मैं बेवकूफ था...
उसने हंस कर कहा...नहीं...तुम सबसे अच्छे हो...
औरत अगर चाहे तो आदमी से क्या नहीं करवा ले...अब क्या कर सकते थे....
औरत की चूत जब २ लंड का स्वाद चख ले तो वो औरत नहीं ...वेश्या हो जाती है...और यही तो हमारे किताबो में भी लिखा है...
औरत को लंड का स्वाद मिलना...और आदमी को चूत का स्वाद....हूँन्न....
अब तक पूजा कपडे पहन चुकी थी...और बच्चो को लेकर आई...बच्चे ...४ साल और ३ साल के...इन्हें तो पता भी न होगा की उनकी माँ!!!!!
मैं भी फ्रेश होने चला गया...
रात हुई और...हम फिर से बेड पर थे...पर आज कल जैसे हाल न थे...सब कुछ बदल गया था...
पूजा ने nighty पहनी थी...वो मेरे बगल में आ कर लेट गयी...
और मेरे सिने पर लेटकर मेरा लंड सहलाने लगी....
मैं भी नोर्मल हो चूका था..सब कुछ समझ गया था...की कुछ भी करना...अपने लिए बुरा है...
और थोड़ी देर में हम फिर चुदाई कर रहे थे...
आज कुछ अलग ही मजा आ रहा था...मेरी बीवी महा चुदक्कड थी...आज पता चला था...शादी के ७ साल बाद...
 

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