Incest सपना या हकीकत

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koi kisi se kam nahi kya shila kya rageeni.... haraaman waqt aane par lesbo bhi ban gayi kutiya kahi ki.....
dusri taraf raj, wo itna bada hawasi hai ki ab usko paas aane par uski khud ki didi darne lagi hai.....
btw in kamini kamino ko gaaliyaa deke koi faidaa nahi ..... already ye log maan samman sharam ijjat sab kuch bech chuke hai... :popcorn1:
I think jo ladka pasand kiya gaya hai sonal ke liye ushi se shaadi karke sonal ko jald se jald us ghar vidayi le leni chaahiye.... coz zyada din ghar pe rahi to raj ya uske baap ke hawas ka shikaar ban jaayegi sonal definitely......

Khair mujhe kya :popcorn1: jo marzi kare ye log ya ch aahe bhad mein jaaye :D


Shaandaar update, shaandaar lekni aur shaandaar shabdon ka chayan...
bahot nirale aur uttejak tarike se update ko pesh kiya gaya hai..

.. let's see what happens next...
Brilliant update with awesome writing skills :yourock: :yourock:
Aabhaar apka :thank-you:
 
I

Ishani

UPDATE. 011

अब तक
पापा - देखिये आप कुछ संकोच ना करिये दीदी अगर आपका मन है तो आप रागिनी पास जा सकती है ऐसा कहते हुए पापा अपना हाथ मौसी के हाथ पर रख देते है ।

इतने में मा लंड को मुह से बाहर करके बोली - आईये ना दीदी

मौसी थोडा सा नीचे की तरफ सरकती है तो पापा बोलते है आप निसंकोच जाईये ,,,, ये बात हमारे बिच ही रहेगी

अब आगे

फिर मा बोली - आओ ना दीदी मज़ा लो आप भी ,,, ये कहकर वो पापा के पैर के किनारे हो जाती है ।
फिर मौसी भी पापा के दुसरे किनारे आ कर थोड़ा हिचकिचा के एक नजर पापा के फुकार मारते लंड को देखती फिर थोड़ा सा पापा को देखा जो उनको लंड की तरफ इशारा करते है फिर मौसी पापा के गीले और कडक लण्ड पकड़ के उसकी चमडी सुपारे से नीचे उतर के पापा की आँखो मे देखते हुए अपना जीभ सूपाडे पर घुमाती है और फिर पुरा लण्ड एक साथ मुह मे भर लेती हैं,,, इधर पापा पुरे जोश मे आँखे बंद किये मुखमैथुन का आनंद लेने लगते है ,
मौसी पापा के सुपाडे को चुस्ते हुए उनके आड़ो को सहलाती है

पापा - ओझ्ह्ह्ह्ह अह्ह्ब्ब क्या चुस्ती हो आप दीदी लंड को उम्म्ंम आह्हह ऐसे ही हाआ उम्म्ं उफ्फ्फ्फ और अन्दर लो दीदी उम्म्म्मह्ह्ह्ह उफ्फ़फ्फ्फ अझ्ह्ह्ह्ज्ज उह्ह्ह्ह

मौसी पापा के लिन्ग को मुह मे भरते हुए गले तक ले जाती है और ढेर सारे लार से गिला करके उसकी चमडी को पुरा खोल कर होठो पर सुपाडे को घुमाती है ।
पापा जो की गरदन उठा कर मौसी की कला को देख रहे थे वो मौसी को वापस मुह मे लण्ड लेता देख सिहर कर लेट जाते है और उन्के लिन्ग मे एक नया ही जोश आ जाता है
करिब 5 मिनट की चुसायि से पापा मौसी के मुह में ही झड़ जाते है जिसे मौसी के बाद मा भी चाट कर उन्के लण्ड को साफ करती है

फिर पापा उठ के बैठ जाते और दीवाल से टेक लगा बैठ जाते है फिर कहते है - आज कितने साल मेरी एक इच्छा पुरी हुई

मौसी - कैसी इच्छा जमाई जी
मा - अरे दीदी जबसे मैने इनको बताया कि मैने लंड चूसना आपसे सिखा है तबसे ये आपसे अपना लंड चुस्वाना चाह्ते है

मौसी - अच्छा ,,,अब तो खुश है ना जमाई जी आपकी मनोकामना पूरी हो गई

पापा - अभी कहा
मौसी - क्यो अभी भी कोई इच्छा अधूरी है क्या जमाई जी ,,, अपने हाथो से पापा का लंड सहलाते हुए बोली

पापा - एक हो तो बताऊ दीदी ,,,, फिर पापा मौसी की चुचियो को देखने लगे

मा पापा के एक साइड मे उन्के कन्धे पर सर रख के लेती हुई उन्के पेट सहला रही थी जबकि मौसी पापा के सामने बैठ के उनका लंड हिला रही थी


मौसी - अब कौन सी ख्वाईश बाकी है जमाई जी
पापा मा की चुचियो को अपने हाथो से मौसी के सामने से मिजते हुए बोले - नही नही दिदी वो उचित नही होगा

मा - अरे दीदी ये ऐसे ही शर्माते रहेंगे ,,,मै बताती हू

मौसी - अच्छा बता फिर
मा - जानती हो दीदी ,, ये आपके चुचियो के दीवाने हमारे सादी के दिन से है और तबसे लेकर रोज आपके चुचियो को भोगना चाहते है

मौसी शर्माने का नाटक करते हुए बोली - क्या छोटी तु भी ,,, ऐसा कुछ नही है,,है ना जमाई जी

पापा आपना हाथ मा की चुची से हटाकर मौसी के हाथ को पकड़ लेते है और कहटे है - ये सच कह रही है दीदी ,,, मै दिवानो की तरह आपको भोगना चाहता हू ,,और आपकी इजाजत हो तो क्या मै ....

मौसी अपनी तारिफ से शर्मा के घूम गयी
और मा ने पापा को इशारा किया की जाओ आपका काम हो गया

पापा ने तुरन्त अपना बनियान निकाला और मौसी को पीछे से उन्के कन्धो को पकड़ा और गरदन को चूम लिया
मौसी को मदहोसी होने लगी उनकी तेज़ सांसो से उनकी भारी चुचिया ऊपर नीचे होने लगी

उधर मा दीवाल से लग कर पापा और मौसी को देखते हुए अपनी चुची मसलने लगी

अनदर का माहौल पुरा सेक्स से भरा था और मै तेज़ी से अपना लंड सहला रहा था

पापा ने हाथ आगे ले जा कर मौसी के नरम पेट पर ले और फिर चुचीयो को नीचे से उठा कर उन्हे मसल्ने लगे और मौसी आहे भरने लगी

ईइसीईई उम्म्म्म्म्मह्ह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह्ह उम्म्ंम्ं उद्फ्फ्फ जमाई जी ये क्या कर रहे हैं आप

पापा - ओह्ह्ह रज्जो रानी तूम्हारी चुचिया कितनी मस्त है और नरम है ,,,, मै इन्ही का तो दीवाना हू

मौसी नशे में मदमस्त होकर उह्ह्ह्ह्ह इस्स्स्स्स उफ्फ्फ्फ हम्म्मम्ं कर रही थी

फिर पापा ने मौसी को बोला - रज्जो मेरी जान आजाओ लेट जाओ , मुझे तुम्हारी चुचियो को चूसना है

फिर मौसी बिना कुछ बोले लेट गयी और पापा मौसी के बाई तरफ लेट के उनकी चुचियो पर हाथ घुमाने लगे और फिर मौसी के होटों के चूसने लगे

मौसी पूरी तरह से पापा के काबू मे थी और उधर जब मेरी नज़र अचानक मा पर गयी तो देखा मा अपना पेतिकोट ऊपर से ही चुत को सहलाए जा रही थी

ये सब मुझे एक सपने जैसा लग रहा था
उधर मौसी पूरी तरह खुल के पापा का साथ दे रही थी और फिर वो पल आया जब पहली बार पापा ने अपने जीभ से मौसी के डार्क चोकोलेटी निप्प्ल को चाटा और

मौसी - उह्ह्ह्ज जमाई जी

फिर पापा ने भर भर के मौसी की चुचियो को चूसने लगे और मौसी आहे भरने लगी

मौसी - आह्हह जमाई जी ,,,, और चुसो इस निगोड़ी को ओह्ह्ह्ह्ह्ह उम्म्ंम्ं आअह्ह्ह ऐसे ही मेरे राजा ,,, आज मेरी प्यास बुझा दो

पापा - हा रज्जो मेरी जान,,, आज बरसो बाद मेरी आपको भोगने की इच्छा पूरी हो रही है

मौसी - उह्ह्ज्ज उह्ज्ज मम्मंंं उफ्फ्फ्फ आह्हह ,,,, भोग लो मेरे राजा, मै अब तुम्हारी हू
पापा फिर चुचियो को छोड़ नीचे गये और मौसी का पेतिकोट खोल दिया और निकाल दिया

मौसी की मोटी मोटी गदराई जांघो के बिच पापा उनकी फुली हुई चुत देखने लगे जिसपर हल्के बाल और अपना लंड हिला रहे थे

और फिर मा को इशारे से बुलाया ,,,मा समझ गई और पापा के लंड को मुह में लेकर चूसने लगी फिर जब लंड गिला हो गया तो मा पापा को देखते हुए मौसी की चुत को दुलारने लगी,,,मनो पापा को बोल रही हो कि आओ अपने सपने को हकीकत बना लो

मौसी आँखे बंद किये अपनी चुचियो को रगड़ रही
फिर पापा ने भी मौसी की जन्गो को फैला देर ना करते हुए उनकी गीली चुत में अपना लंड डाल दिया और मौसी की आह्ह्ज निकल गयी

फिर पापा मौसी को चोदने लगे

मा - क्यो दीदी मज़ा आ रहा है ना चुद के ,,,, मै ना कहती आपको की ये आपको बहुत जोर से चौदेंगे
मौसी --- उम्म्ंम आअह्ह्ह ओह्ह्ह हाआआ छोटी

पापा मौसी की जांघो को ऊचा कर उन्के ऊपर आ कर उनकी दोनो चुचियो को चुस्ते हुए चोदने लगे और मौसी और तेज़ आहे भरने लगी

पापा - तो मतलब मेरी रज्जो रानी भी मुझसे चुद्ना चाहती थी
मौसी - उह्ज्म्ंं इफ्फ्फ आआह्ह्ह इह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह उम्म्ं हा जमाई जी , छोटी हमेशा बताती की आप उसे चोदते वक़्त मुझे ही याद करते है तो मेरा मन भी आपकी मेरी जिस्म की तडप के लिए मचल उठता था उम्मममं ओह्ह्ह्ह्ह और तेज़ चोदो जमाई जी मेरा होंने वाला है

पापा - जरुर मेरी रन्डी रज्जो जान और फिर पापा थप थप थप थप करके कस कस के मौसी को चोदने लगे ,,,,,
करीब 15 मिनट की जबरदस्त चुदाई के बाद

पापा -मेरा भी होने वाला है रज्जो दीदी

और फिर पापा ने लंड को चुत से निकाला और फुर्ती से मौसी के पेट पर बैठ के सारा माल उनकी भारी चुचो पर गिराने लगे फिर लंड को उनकी चुचो पर रगड़ कर उनके चेहरे के पास गये और मौसी ने तुरंत लपक कर लंड मुह मे ले लिया और बचा कुच माल भी चुस के लण्ड छोड दिया

उधर मा भी अपना पानी निकाल चुकी थी
और मै तो 2 बार झड़ गया था

फिर थोडी देर बाद मा बोली - अरे दीदी चलो हम साफ होकर आते है

मुझे लगा अब मुझे य्हा से निकल जाना चाहिये
तभी मौसी बोली - नही छोटी ये मेरे आशिक़ का मेरे जिस्म पर उनका प्यार है और अपनी चुची पर लगा माल को उगली से मुह मे चातते हुए बोली - आज रात ऐसे ही रहना है मुझे और पापा को देखने लगी


फिर मै वहा से निकल गया और ऊपर आकर सो गया

अब देख्ते है आगे क्या होता है

शो अभी भी कंटिन्यू है.
कया उन लोगो को डर नहीं लगता .अगर किसीने देख लिया तो..जैसे अभी राज खिड़की से देख रहा था.🤭 आपका लेखन कौशल काफी आकर्षक है.
 
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शो अभी भी कंटिन्यू है.
कया उन लोगो को डर नहीं लगता .अगर किसीने देख लिया तो..जैसे अभी राज खिड़की से देख रहा था.🤭 आपका लेखन कौशल काफी आकर्षक है.
अंधेरा , नशा और खुमारि अक्सर आस पास के माहौल और ऐसे हर चीज़ो को ढक देती है जिसकी अहमियत या स्तर हमारे जीवन मे कम होती है । सोये हुए बच्चे भी उन्ही मे से एक है ।

इस कहानी के दो पहलू है, यातो आप इसे सिर्फ गिरी हुई दर्जे की लेखक की निचली स्तर की मानसिकता समझ ले या फिर रोमांच भरे लम्हो मे उस संकेत को समझ ले जो घर को घर बना के रख सकती है ।
दुसरी बाते बहुत कम ही लोग समझ पाए है मेरी कहानी मे ।
लेखक हू तो शब्दो से खेल सकता हू ।


आपकी प्रतिकिरिया के लिए धन्यवाद
 
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UPDATE 012

पिछले अपडेट मे आपने पढा की कैसे पापा ने मौसी को भोगा
अब आगे

सुबह करीब 8 बजे मेरी नीद खुली मै फ्रेश होकर नीचे गया तो पापा , मौसी , मा नासता कर रहे थे

मौसी - अरे राज ,, आओ बेटा तुम भी नास्ता कर लो
फिर मै भी नाश्ता करने लगा
फिर मैने पापा को बोला - पापा मुझे अब एक मोबाइल चाहिये

रात मे मौसी की दमदार चुदाई के बाद पापा का मूड खुश था ही तो बोले - ठीक है बेटा लेलो ,,, वैसे भी घर पर एक मोबाइल जरुरी है

मा - हा जी बहुत जरुरी हो गया मोबाइल आजकल

फिर पापा ने मुझको कहा कि - ऐसा करो राज तुम मौसी को लिवा लो और बाजार चले जाओ ,, रागिनी कह रही थी कि रज्जो दीदी के पास कप्डे नही है

मै - ठीक है पापा
फिर मौसी सारा कप प्लेट लेकर किचन मे जाने लगी तो पापा की नज़र मौसी की भरी भरकम चुतड पर थी तो ऐसे हिल रहे थे मानो बडे बडे दो गोल गोल रुई के गठ्ठरो को बान्ध दिया गया हो

फिर मा निचे दुकान मे गयी और मै अभी नास्त कर रहा था
पापा किचन मे जाते हुए बोले - मै जरा हाथ धुल लू कौन ऊपर जायेगा और वो किचन मे गये मै समझ गया अन्दर कुछ चल रहा है फिर पापा जाते जाते बोले - अच्छा राज मार्केट से वापस आते वक़्त आपनी मौसी को दुकान पर लेते आना देख लेंगी वो भी

मै नसता करते हुए हा मे सर हिलाया

फिर नास्ता खतम करके कीचेन मे गया और बरतन सिंक मे डाल के हाथ धोते मौसी से बोला

मै - तो मौसी कब से चलना है बाजार
मौसी - बस 10 मिनत रुक मै तैयार हो रही हू फिर चलते है

फिर मौसी हाथ मुह धुल के बेडरुम मे गयी और मै भी उन्के पीछे गया

मौसी ने मा की सारी उतार दी
और ब्लाऊज भी क्योकि उन्होने रात से ही ब्रा नही पहनी थी उन्के चुचे उछल के बाहर आ गये

मै - मौसी आज तो पिला दो दूध ,,, कोई है नही

मौसी मुस्कुराते हुए बोली जा पह्ले दरवाजा बंद करके आ
मै खुशि से जल्दी से दरवाजा लॉक किया

और मौसी के पास आ गया फिर मौसी ने इशारे से मुझे आगे बढने को बोला
मै लपक कर दोनो चुचियो को पकड़ा और बारी बारी से चूसने

मौसी आँखे बंद करके मेरे बालो मे हाथ फिरा रही थी
फिर मैने उनको लिटा के उन्के बगल मे लेट कर एक एक करके चुचो को म्सल्ते हुए चूसने ल्गा

मौसी - उम्म्ंम ओह्ह्ह्ह राज बेटा बस कर
मै - मौसी आपकी चुची इतनी बड़ी कैसे हैं ,,,,वापस निप्प्ल पर जीभ लगा कर चाटने लगा

मौसी - हम्म्म्म उह्ह्ह्ह ,,,वो तो ऐसे ही चूसने वालो ने बड़ी कर दी है ।

मै आँखे बड़ी करके बोला - तो क्या रमन भईया अभी भी दूध पिते है क्या आपका ,,, इतना बोल के मौसी के निप्पल को दांतों से हल्का सा काता

मौसी - उम्म्ंम्ं वो तो रोज ही चुस्ता है इनको बेटा ,,,,,ओह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह

मै मन मे सोचने ल्गा ,,लगता है मौसी रमन से भी चुदती है
लेकिन मौसी ने कहा कि चूसने वालो ने उनकी चुची बड़ी की है तो मौसा पापा के अलावा किस किस से चुद चुकी है मौसी इसका पता लगाना पडेगा

इसी बीच मै लगातार मौसी की चुचिया चुस्ता और दबात रहा
फिर मैने धीरे धीरे अपना एक हाथ मौसी की चुत पर पेतिकोट के ऊपर से रख दिया

मौसी - आह्ह्ह्ह लल्ला क्या कर रहा है उम्म्ंम्ं
मै - कुछ नही मौसी बस दूध ही पी रहा हू

और मौसी की एक चुची मुह मे लेके उनकी चुत को सहलाते हुए बोला - अच्छा तो मौसी क्या रमन भैया आपकी गांड भी चुस्ते है क्या जो ये भी बड़ी हो गयी

मौसी एकदम मदहोश थी और बोली - नही लल्ला वो तो इसे चौ..... इह्ह्ह अह्ह्ह्ह इह्ह्ह्ह उम्म्ंम
इतना बोल के मौसी झदने लगी ,,,मुझे थोड़ा तज्जुब हुआ कि मौसी इतनी जल्दी कैसे ???
शायद ये शुरुवाती चिपचिपाहट से उनका ध्यान भटका या वो पहले से ही गरम हुई थी ।

और फिर मुझे उठा कर बोली बस कर लल्ला तू निचे जा मै नहा के आती हू

मेरा लंड एकदम खड़ा था जब मैं उठा तो मौसी की नजर मेरे लंड पर गयी ,,,, फिर वो मुस्कुरा कर ऊपर चली गयी

मै थोडी देर निचे दुकान मे रहा फिर मौसी आई और हम बाजार चले गये पहले मैने एक android फॉन लिया और फिर हम एक बडे कपडे वाले दुकान पर गये

जहा मौसी ने 2 फुल साइज़ बटन वाली मैक्सि ली फिर हम लोग पैसे देकर मेरे दुकान पर निकल गये

दुकान पर पापा मौसी को देखते ही खिल गये और फिर हम तीनो अन्दर गोदाम मे बने एक रेस्टरुम मे चले गये

फिर पापा ने मुझे बोला की जाओ 3 ठंडा लाओ तब तक मै दीदी को घर घुमा दू

मै समझ गया कि इन दोनो की रासलीला होगी थोडी बहुत और मुझे ठंडई लेकर आने मे कम से कम 20 मिनत लगते

फिर मै दुकान से निकल गया और कुछ दूर जाने के बाद मुझे गन्ने के जूस वाला मिल गया तो मेरे दिमाग मे शैतानी आइडिया आया

मैने जल्दी से गन्ने का रस 3 ग्लास पैक करवाया और समय से 10 पहले ही वापस आ गया और चुपचाप रेस्टरुम की तरफ गया तो अन्दर मेरे अनुमान अनुसार काम चालू था


मौसी निचे बैठ कर पापा का लंड मुह मे किये गप्प गप्प चूसे जा रही थी

मन मे आया कि अभी जाकर मै भी शामिल हो जाऊ फिर मैने विचार बदल लिया और थोड़ा वापस आकार आवाज लगाते हुए अन्दर आने ल्गा त्ब्तक दोनो सतर्क हो अलग हो गये

पापा - अरे बेटा तू जलदी आ गया
मै - हा पापा वो रास्ते मे गन्ने के रस वाला मिल गया तो सोचा ठण्डई से अच्छा यही ले चलू

पापा - अच्छा किया
फिर हमने रस पिया और मै मौसी घर आ गये

शाम को 4 बजे मै कोचिंग चला गया

कोचीन्ग मे चंदू को देखते ही मुझे रजनी की चुदाई याद आ गयी

मैने सोचा अब जल्द ही इसके बारे मे चंदू से बात निकलानी पड़ेगी ।
 
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Erotic update brother.
Imagination is quite awesome and lusty.
Aur best thing ye ki there are no loop holes in the update warna kae writer erotica shuru kar dete hai but loop holes ke karan update quite trashy lagta hai.
But aapne na sirf erotica ko aache se likha but flow ko bhi maintaine rakha.
Starting mai aapne mc ke saath jaldebaaji nahin ki balki with time usse develop karne ka moka diya.
Aur ek apnepan ki feeling develop ki thats quite impressive.
Yaha inke biche ki convo kaafi exciting thi. Aur ye Mausi tho kaafi interesting hai.
Waiting for next erotic masterpiece...
Bahut bahut shukriya bhai ji
Aise hi uttam str ke kadardano ki jarurt hai
Saath bnaaye rakhe
 
expectations
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UPDATE 012

पिछले अपडेट मे आपने पढा की कैसे पापा ने मौसी को भोगा
अब आगे

सुबह करीब 8 बजे मेरी नीद खुली मै फ्रेश होकर नीचे गया तो पापा , मौसी , मा नासता कर रहे थे

मौसी - अरे राज ,, आओ बेटा तुम भी नास्ता कर लो
फिर मै भी नाश्ता करने लगा
फिर मैने पापा को बोला - पापा मुझे अब एक मोबाइल चाहिये

रात मे मौसी की दमदार चुदाई के बाद पापा का मूड खुश था ही तो बोले - ठीक है बेटा लेलो ,,, वैसे भी घर पर एक मोबाइल जरुरी है

मा - हा जी बहुत जरुरी हो गया मोबाइल आजकल

फिर पापा ने मुझको कहा कि - ऐसा करो राज तुम मौसी को लिवा लो और बाजार चले जाओ ,, रागिनी कह रही थी कि रज्जो दीदी के पास कप्डे नही है

मै - ठीक है पापा
फिर मौसी सारा कप प्लेट लेकर किचन मे जाने लगी तो पापा की नज़र मौसी की भरी भरकम चुतड पर थी तो ऐसे हिल रहे थे मानो बडे बडे दो गोल गोल रुई के गठ्ठरो को बान्ध दिया गया हो

फिर मा निचे दुकान मे गयी और मै अभी नास्त कर रहा था
पापा किचन मे जाते हुए बोले - मै जरा हाथ धुल लू कौन ऊपर जायेगा और वो किचन मे गये मै समझ गया अन्दर कुछ चल रहा है फिर पापा जाते जाते बोले - अच्छा राज मार्केट से वापस आते वक़्त आपनी मौसी को दुकान पर लेते आना देख लेंगी वो भी

मै नसता करते हुए हा मे सर हिलाया

फिर नास्ता खतम करके कीचेन मे गया और बरतन सिंक मे डाल के हाथ धोते मौसी से बोला

मै - तो मौसी कब से चलना है बाजार
मौसी - बस 10 मिनत रुक मै तैयार हो रही हू फिर चलते है

फिर मौसी हाथ मुह धुल के बेडरुम मे गयी और मै भी उन्के पीछे गया

मौसी ने मा की सारी उतार दी
और ब्लाऊज भी क्योकि उन्होने रात से ही ब्रा नही पहनी थी उन्के चुचे उछल के बाहर आ गये

मै - मौसी आज तो पिला दो दूध ,,, कोई है नही

मौसी मुस्कुराते हुए बोली जा पह्ले दरवाजा बंद करके आ
मै खुशि से जल्दी से दरवाजा लॉक किया

और मौसी के पास आ गया फिर मौसी ने इशारे से मुझे आगे बढने को बोला
मै लपक कर दोनो चुचियो को पकड़ा और बारी बारी से चूसने

मौसी आँखे बंद करके मेरे बालो मे हाथ फिरा रही थी
फिर मैने उनको लिटा के उन्के बगल मे लेट कर एक एक करके चुचो को म्सल्ते हुए चूसने ल्गा

मौसी - उम्म्ंम ओह्ह्ह्ह राज बेटा बस कर
मै - मौसी आपकी चुची इतनी बड़ी कैसे हैं ,,,,वापस निप्प्ल पर जीभ लगा कर चाटने लगा

मौसी - हम्म्म्म उह्ह्ह्ह ,,,वो तो ऐसे ही चूसने वालो ने बड़ी कर दी है ।

मै आँखे बड़ी करके बोला - तो क्या रमन भईया अभी भी दूध पिते है क्या आपका ,,, इतना बोल के मौसी के निप्पल को दांतों से हल्का सा काता

मौसी - उम्म्ंम्ं वो तो रोज ही चुस्ता है इनको बेटा ,,,,,ओह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह

मै मन मे सोचने ल्गा ,,लगता है मौसी रमन से भी चुदती है
लेकिन मौसी ने कहा कि चूसने वालो ने उनकी चुची बड़ी की है तो मौसा पापा के अलावा किस किस से चुद चुकी है मौसी इसका पता लगाना पडेगा

इसी बीच मै लगातार मौसी की चुचिया चुस्ता और दबात रहा
फिर मैने धीरे धीरे अपना एक हाथ मौसी की चुत पर पेतिकोट के ऊपर से रख दिया

मौसी - आह्ह्ह्ह लल्ला क्या कर रहा है उम्म्ंम्ं
मै - कुछ नही मौसी बस दूध ही पी रहा हू

और मौसी की एक चुची मुह मे लेके उनकी चुत को सहलाते हुए बोला - अच्छा तो मौसी क्या रमन भैया आपकी गांड भी चुस्ते है क्या जो ये भी बड़ी हो गयी

मौसी एकदम मदहोश थी और बोली - नही लल्ला वो तो इसे चौ..... इह्ह्ह अह्ह्ह्ह इह्ह्ह्ह उम्म्ंम
इतना बोल के मौसी झदने लगी ,,,मुझे थोड़ा तज्जुब हुआ कि मौसी इतनी जल्दी कैसे ???
शायद ये शुरुवाती चिपचिपाहट से उनका ध्यान भटका या वो पहले से ही गरम हुई थी ।

और फिर मुझे उठा कर बोली बस कर लल्ला तू निचे जा मै नहा के आती हू

मेरा लंड एकदम खड़ा था जब मैं उठा तो मौसी की नजर मेरे लंड पर गयी ,,,, फिर वो मुस्कुरा कर ऊपर चली गयी

मै थोडी देर निचे दुकान मे रहा फिर मौसी आई और हम बाजार चले गये पहले मैने एक android फॉन लिया और फिर हम एक बडे कपडे वाले दुकान पर गये

जहा मौसी ने 2 फुल साइज़ बटन वाली मैक्सि ली फिर हम लोग पैसे देकर मेरे दुकान पर निकल गये

दुकान पर पापा मौसी को देखते ही खिल गये और फिर हम तीनो अन्दर गोदाम मे बने एक रेस्टरुम मे चले गये

फिर पापा ने मुझे बोला की जाओ 3 ठंडा लाओ तब तक मै दीदी को घर घुमा दू

मै समझ गया कि इन दोनो की रासलीला होगी थोडी बहुत और मुझे ठंडई लेकर आने मे कम से कम 20 मिनत लगते

फिर मै दुकान से निकल गया और कुछ दूर जाने के बाद मुझे गन्ने के जूस वाला मिल गया तो मेरे दिमाग मे शैतानी आइडिया आया

मैने जल्दी से गन्ने का रस 3 ग्लास पैक करवाया और समय से 10 पहले ही वापस आ गया और चुपचाप रेस्टरुम की तरफ गया तो अन्दर मेरे अनुमान अनुसार काम चालू था


मौसी निचे बैठ कर पापा का लंड मुह मे किये गप्प गप्प चूसे जा रही थी

मन मे आया कि अभी जाकर मै भी शामिल हो जाऊ फिर मैने विचार बदल लिया और थोड़ा वापस आकार आवाज लगाते हुए अन्दर आने ल्गा त्ब्तक दोनो सतर्क हो अलग हो गये

पापा - अरे बेटा तू जलदी आ गया
मै - हा पापा वो रास्ते मे गन्ने के रस वाला मिल गया तो सोचा ठण्डई से अच्छा यही ले चलू

पापा - अच्छा किया
फिर हमने रस पिया और मै मौसी घर आ गये

शाम को 4 बजे मै कोचिंग चला गया

कोचीन्ग मे चंदू को देखते ही मुझे रजनी की चुदाई याद आ गयी

मैने सोचा अब जल्द ही इसके बारे मे चंदू से बात निकलानी पड़ेगी ।
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ᴋɪɴᴋʏ ᴀꜱ ꜰᴜᴄᴋ
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अब तक
पापा - देखिये आप कुछ संकोच ना करिये दीदी अगर आपका मन है तो आप रागिनी पास जा सकती है ऐसा कहते हुए पापा अपना हाथ मौसी के हाथ पर रख देते है ।

इतने में मा लंड को मुह से बाहर करके बोली - आईये ना दीदी

मौसी थोडा सा नीचे की तरफ सरकती है तो पापा बोलते है आप निसंकोच जाईये ,,,, ये बात हमारे बिच ही रहेगी

अब आगे

फिर मा बोली - आओ ना दीदी मज़ा लो आप भी ,,, ये कहकर वो पापा के पैर के किनारे हो जाती है ।
फिर मौसी भी पापा के दुसरे किनारे आ कर थोड़ा हिचकिचा के एक नजर पापा के फुकार मारते लंड को देखती फिर थोड़ा सा पापा को देखा जो उनको लंड की तरफ इशारा करते है फिर मौसी पापा के गीले और कडक लण्ड पकड़ के उसकी चमडी सुपारे से नीचे उतर के पापा की आँखो मे देखते हुए अपना जीभ सूपाडे पर घुमाती है और फिर पुरा लण्ड एक साथ मुह मे भर लेती हैं,,, इधर पापा पुरे जोश मे आँखे बंद किये मुखमैथुन का आनंद लेने लगते है ,
मौसी पापा के सुपाडे को चुस्ते हुए उनके आड़ो को सहलाती है

पापा - ओझ्ह्ह्ह्ह अह्ह्ब्ब क्या चुस्ती हो आप दीदी लंड को उम्म्ंम आह्हह ऐसे ही हाआ उम्म्ं उफ्फ्फ्फ और अन्दर लो दीदी उम्म्म्मह्ह्ह्ह उफ्फ़फ्फ्फ अझ्ह्ह्ह्ज्ज उह्ह्ह्ह

मौसी पापा के लिन्ग को मुह मे भरते हुए गले तक ले जाती है और ढेर सारे लार से गिला करके उसकी चमडी को पुरा खोल कर होठो पर सुपाडे को घुमाती है ।
पापा जो की गरदन उठा कर मौसी की कला को देख रहे थे वो मौसी को वापस मुह मे लण्ड लेता देख सिहर कर लेट जाते है और उन्के लिन्ग मे एक नया ही जोश आ जाता है
करिब 5 मिनट की चुसायि से पापा मौसी के मुह में ही झड़ जाते है जिसे मौसी के बाद मा भी चाट कर उन्के लण्ड को साफ करती है

फिर पापा उठ के बैठ जाते और दीवाल से टेक लगा बैठ जाते है फिर कहते है - आज कितने साल मेरी एक इच्छा पुरी हुई

मौसी - कैसी इच्छा जमाई जी
मा - अरे दीदी जबसे मैने इनको बताया कि मैने लंड चूसना आपसे सिखा है तबसे ये आपसे अपना लंड चुस्वाना चाह्ते है

मौसी - अच्छा ,,,अब तो खुश है ना जमाई जी आपकी मनोकामना पूरी हो गई

पापा - अभी कहा
मौसी - क्यो अभी भी कोई इच्छा अधूरी है क्या जमाई जी ,,, अपने हाथो से पापा का लंड सहलाते हुए बोली

पापा - एक हो तो बताऊ दीदी ,,,, फिर पापा मौसी की चुचियो को देखने लगे

मा पापा के एक साइड मे उन्के कन्धे पर सर रख के लेती हुई उन्के पेट सहला रही थी जबकि मौसी पापा के सामने बैठ के उनका लंड हिला रही थी


मौसी - अब कौन सी ख्वाईश बाकी है जमाई जी
पापा मा की चुचियो को अपने हाथो से मौसी के सामने से मिजते हुए बोले - नही नही दिदी वो उचित नही होगा

मा - अरे दीदी ये ऐसे ही शर्माते रहेंगे ,,,मै बताती हू

मौसी - अच्छा बता फिर
मा - जानती हो दीदी ,, ये आपके चुचियो के दीवाने हमारे सादी के दिन से है और तबसे लेकर रोज आपके चुचियो को भोगना चाहते है

मौसी शर्माने का नाटक करते हुए बोली - क्या छोटी तु भी ,,, ऐसा कुछ नही है,,है ना जमाई जी

पापा आपना हाथ मा की चुची से हटाकर मौसी के हाथ को पकड़ लेते है और कहटे है - ये सच कह रही है दीदी ,,, मै दिवानो की तरह आपको भोगना चाहता हू ,,और आपकी इजाजत हो तो क्या मै ....

मौसी अपनी तारिफ से शर्मा के घूम गयी
और मा ने पापा को इशारा किया की जाओ आपका काम हो गया

पापा ने तुरन्त अपना बनियान निकाला और मौसी को पीछे से उन्के कन्धो को पकड़ा और गरदन को चूम लिया
मौसी को मदहोसी होने लगी उनकी तेज़ सांसो से उनकी भारी चुचिया ऊपर नीचे होने लगी

उधर मा दीवाल से लग कर पापा और मौसी को देखते हुए अपनी चुची मसलने लगी

अनदर का माहौल पुरा सेक्स से भरा था और मै तेज़ी से अपना लंड सहला रहा था

पापा ने हाथ आगे ले जा कर मौसी के नरम पेट पर ले और फिर चुचीयो को नीचे से उठा कर उन्हे मसल्ने लगे और मौसी आहे भरने लगी

ईइसीईई उम्म्म्म्म्मह्ह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह्ह उम्म्ंम्ं उद्फ्फ्फ जमाई जी ये क्या कर रहे हैं आप

पापा - ओह्ह्ह रज्जो रानी तूम्हारी चुचिया कितनी मस्त है और नरम है ,,,, मै इन्ही का तो दीवाना हू

मौसी नशे में मदमस्त होकर उह्ह्ह्ह्ह इस्स्स्स्स उफ्फ्फ्फ हम्म्मम्ं कर रही थी

फिर पापा ने मौसी को बोला - रज्जो मेरी जान आजाओ लेट जाओ , मुझे तुम्हारी चुचियो को चूसना है

फिर मौसी बिना कुछ बोले लेट गयी और पापा मौसी के बाई तरफ लेट के उनकी चुचियो पर हाथ घुमाने लगे और फिर मौसी के होटों के चूसने लगे

मौसी पूरी तरह से पापा के काबू मे थी और उधर जब मेरी नज़र अचानक मा पर गयी तो देखा मा अपना पेतिकोट ऊपर से ही चुत को सहलाए जा रही थी

ये सब मुझे एक सपने जैसा लग रहा था
उधर मौसी पूरी तरह खुल के पापा का साथ दे रही थी और फिर वो पल आया जब पहली बार पापा ने अपने जीभ से मौसी के डार्क चोकोलेटी निप्प्ल को चाटा और

मौसी - उह्ह्ह्ज जमाई जी

फिर पापा ने भर भर के मौसी की चुचियो को चूसने लगे और मौसी आहे भरने लगी

मौसी - आह्हह जमाई जी ,,,, और चुसो इस निगोड़ी को ओह्ह्ह्ह्ह्ह उम्म्ंम्ं आअह्ह्ह ऐसे ही मेरे राजा ,,, आज मेरी प्यास बुझा दो

पापा - हा रज्जो मेरी जान,,, आज बरसो बाद मेरी आपको भोगने की इच्छा पूरी हो रही है

मौसी - उह्ह्ज्ज उह्ज्ज मम्मंंं उफ्फ्फ्फ आह्हह ,,,, भोग लो मेरे राजा, मै अब तुम्हारी हू
पापा फिर चुचियो को छोड़ नीचे गये और मौसी का पेतिकोट खोल दिया और निकाल दिया

मौसी की मोटी मोटी गदराई जांघो के बिच पापा उनकी फुली हुई चुत देखने लगे जिसपर हल्के बाल और अपना लंड हिला रहे थे

और फिर मा को इशारे से बुलाया ,,,मा समझ गई और पापा के लंड को मुह में लेकर चूसने लगी फिर जब लंड गिला हो गया तो मा पापा को देखते हुए मौसी की चुत को दुलारने लगी,,,मनो पापा को बोल रही हो कि आओ अपने सपने को हकीकत बना लो

मौसी आँखे बंद किये अपनी चुचियो को रगड़ रही
फिर पापा ने भी मौसी की जन्गो को फैला देर ना करते हुए उनकी गीली चुत में अपना लंड डाल दिया और मौसी की आह्ह्ज निकल गयी

फिर पापा मौसी को चोदने लगे

मा - क्यो दीदी मज़ा आ रहा है ना चुद के ,,,, मै ना कहती आपको की ये आपको बहुत जोर से चौदेंगे
मौसी --- उम्म्ंम आअह्ह्ह ओह्ह्ह हाआआ छोटी

पापा मौसी की जांघो को ऊचा कर उन्के ऊपर आ कर उनकी दोनो चुचियो को चुस्ते हुए चोदने लगे और मौसी और तेज़ आहे भरने लगी

पापा - तो मतलब मेरी रज्जो रानी भी मुझसे चुद्ना चाहती थी
मौसी - उह्ज्म्ंं इफ्फ्फ आआह्ह्ह इह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह उम्म्ं हा जमाई जी , छोटी हमेशा बताती की आप उसे चोदते वक़्त मुझे ही याद करते है तो मेरा मन भी आपकी मेरी जिस्म की तडप के लिए मचल उठता था उम्मममं ओह्ह्ह्ह्ह और तेज़ चोदो जमाई जी मेरा होंने वाला है

पापा - जरुर मेरी रन्डी रज्जो जान और फिर पापा थप थप थप थप करके कस कस के मौसी को चोदने लगे ,,,,,
करीब 15 मिनट की जबरदस्त चुदाई के बाद

पापा -मेरा भी होने वाला है रज्जो दीदी

और फिर पापा ने लंड को चुत से निकाला और फुर्ती से मौसी के पेट पर बैठ के सारा माल उनकी भारी चुचो पर गिराने लगे फिर लंड को उनकी चुचो पर रगड़ कर उनके चेहरे के पास गये और मौसी ने तुरंत लपक कर लंड मुह मे ले लिया और बचा कुच माल भी चुस के लण्ड छोड दिया

उधर मा भी अपना पानी निकाल चुकी थी
और मै तो 2 बार झड़ गया था

फिर थोडी देर बाद मा बोली - अरे दीदी चलो हम साफ होकर आते है

मुझे लगा अब मुझे य्हा से निकल जाना चाहिये
तभी मौसी बोली - नही छोटी ये मेरे आशिक़ का मेरे जिस्म पर उनका प्यार है और अपनी चुची पर लगा माल को उगली से मुह मे चातते हुए बोली - आज रात ऐसे ही रहना है मुझे और पापा को देखने लगी


फिर मै वहा से निकल गया और ऊपर आकर सो गया

अब देख्ते है आगे क्या होता है
na na phir ha ha karti rajjo mausi maidan pe utar hi gyi. rajjo mausi ki chuchiya kuch jyada hi badi aur dudh se bhare hui hai. jiske deewane hum bhi hai. aur uski fuli hui rasdar yoni ki bat hi kya kare . raaj ke baap kismat wala hai jo aesii gadrayi maal ko prem karne ke hetu mili hai .aur biwi ho to ragini jaisi kitni understanding aur supportive hai.
 
ᴋɪɴᴋʏ ᴀꜱ ꜰᴜᴄᴋ
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UPDATE 012

पिछले अपडेट मे आपने पढा की कैसे पापा ने मौसी को भोगा
अब आगे

सुबह करीब 8 बजे मेरी नीद खुली मै फ्रेश होकर नीचे गया तो पापा , मौसी , मा नासता कर रहे थे

मौसी - अरे राज ,, आओ बेटा तुम भी नास्ता कर लो
फिर मै भी नाश्ता करने लगा
फिर मैने पापा को बोला - पापा मुझे अब एक मोबाइल चाहिये

रात मे मौसी की दमदार चुदाई के बाद पापा का मूड खुश था ही तो बोले - ठीक है बेटा लेलो ,,, वैसे भी घर पर एक मोबाइल जरुरी है

मा - हा जी बहुत जरुरी हो गया मोबाइल आजकल

फिर पापा ने मुझको कहा कि - ऐसा करो राज तुम मौसी को लिवा लो और बाजार चले जाओ ,, रागिनी कह रही थी कि रज्जो दीदी के पास कप्डे नही है

मै - ठीक है पापा
फिर मौसी सारा कप प्लेट लेकर किचन मे जाने लगी तो पापा की नज़र मौसी की भरी भरकम चुतड पर थी तो ऐसे हिल रहे थे मानो बडे बडे दो गोल गोल रुई के गठ्ठरो को बान्ध दिया गया हो

फिर मा निचे दुकान मे गयी और मै अभी नास्त कर रहा था
पापा किचन मे जाते हुए बोले - मै जरा हाथ धुल लू कौन ऊपर जायेगा और वो किचन मे गये मै समझ गया अन्दर कुछ चल रहा है फिर पापा जाते जाते बोले - अच्छा राज मार्केट से वापस आते वक़्त आपनी मौसी को दुकान पर लेते आना देख लेंगी वो भी

मै नसता करते हुए हा मे सर हिलाया

फिर नास्ता खतम करके कीचेन मे गया और बरतन सिंक मे डाल के हाथ धोते मौसी से बोला

मै - तो मौसी कब से चलना है बाजार
मौसी - बस 10 मिनत रुक मै तैयार हो रही हू फिर चलते है

फिर मौसी हाथ मुह धुल के बेडरुम मे गयी और मै भी उन्के पीछे गया

मौसी ने मा की सारी उतार दी
और ब्लाऊज भी क्योकि उन्होने रात से ही ब्रा नही पहनी थी उन्के चुचे उछल के बाहर आ गये

मै - मौसी आज तो पिला दो दूध ,,, कोई है नही

मौसी मुस्कुराते हुए बोली जा पह्ले दरवाजा बंद करके आ
मै खुशि से जल्दी से दरवाजा लॉक किया

और मौसी के पास आ गया फिर मौसी ने इशारे से मुझे आगे बढने को बोला
मै लपक कर दोनो चुचियो को पकड़ा और बारी बारी से चूसने

मौसी आँखे बंद करके मेरे बालो मे हाथ फिरा रही थी
फिर मैने उनको लिटा के उन्के बगल मे लेट कर एक एक करके चुचो को म्सल्ते हुए चूसने ल्गा

मौसी - उम्म्ंम ओह्ह्ह्ह राज बेटा बस कर
मै - मौसी आपकी चुची इतनी बड़ी कैसे हैं ,,,,वापस निप्प्ल पर जीभ लगा कर चाटने लगा

मौसी - हम्म्म्म उह्ह्ह्ह ,,,वो तो ऐसे ही चूसने वालो ने बड़ी कर दी है ।

मै आँखे बड़ी करके बोला - तो क्या रमन भईया अभी भी दूध पिते है क्या आपका ,,, इतना बोल के मौसी के निप्पल को दांतों से हल्का सा काता

मौसी - उम्म्ंम्ं वो तो रोज ही चुस्ता है इनको बेटा ,,,,,ओह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह

मै मन मे सोचने ल्गा ,,लगता है मौसी रमन से भी चुदती है
लेकिन मौसी ने कहा कि चूसने वालो ने उनकी चुची बड़ी की है तो मौसा पापा के अलावा किस किस से चुद चुकी है मौसी इसका पता लगाना पडेगा

इसी बीच मै लगातार मौसी की चुचिया चुस्ता और दबात रहा
फिर मैने धीरे धीरे अपना एक हाथ मौसी की चुत पर पेतिकोट के ऊपर से रख दिया

मौसी - आह्ह्ह्ह लल्ला क्या कर रहा है उम्म्ंम्ं
मै - कुछ नही मौसी बस दूध ही पी रहा हू

और मौसी की एक चुची मुह मे लेके उनकी चुत को सहलाते हुए बोला - अच्छा तो मौसी क्या रमन भैया आपकी गांड भी चुस्ते है क्या जो ये भी बड़ी हो गयी

मौसी एकदम मदहोश थी और बोली - नही लल्ला वो तो इसे चौ..... इह्ह्ह अह्ह्ह्ह इह्ह्ह्ह उम्म्ंम
इतना बोल के मौसी झदने लगी ,,,मुझे थोड़ा तज्जुब हुआ कि मौसी इतनी जल्दी कैसे ???
शायद ये शुरुवाती चिपचिपाहट से उनका ध्यान भटका या वो पहले से ही गरम हुई थी ।

और फिर मुझे उठा कर बोली बस कर लल्ला तू निचे जा मै नहा के आती हू

मेरा लंड एकदम खड़ा था जब मैं उठा तो मौसी की नजर मेरे लंड पर गयी ,,,, फिर वो मुस्कुरा कर ऊपर चली गयी

मै थोडी देर निचे दुकान मे रहा फिर मौसी आई और हम बाजार चले गये पहले मैने एक android फॉन लिया और फिर हम एक बडे कपडे वाले दुकान पर गये

जहा मौसी ने 2 फुल साइज़ बटन वाली मैक्सि ली फिर हम लोग पैसे देकर मेरे दुकान पर निकल गये

दुकान पर पापा मौसी को देखते ही खिल गये और फिर हम तीनो अन्दर गोदाम मे बने एक रेस्टरुम मे चले गये

फिर पापा ने मुझे बोला की जाओ 3 ठंडा लाओ तब तक मै दीदी को घर घुमा दू

मै समझ गया कि इन दोनो की रासलीला होगी थोडी बहुत और मुझे ठंडई लेकर आने मे कम से कम 20 मिनत लगते

फिर मै दुकान से निकल गया और कुछ दूर जाने के बाद मुझे गन्ने के जूस वाला मिल गया तो मेरे दिमाग मे शैतानी आइडिया आया

मैने जल्दी से गन्ने का रस 3 ग्लास पैक करवाया और समय से 10 पहले ही वापस आ गया और चुपचाप रेस्टरुम की तरफ गया तो अन्दर मेरे अनुमान अनुसार काम चालू था


मौसी निचे बैठ कर पापा का लंड मुह मे किये गप्प गप्प चूसे जा रही थी

मन मे आया कि अभी जाकर मै भी शामिल हो जाऊ फिर मैने विचार बदल लिया और थोड़ा वापस आकार आवाज लगाते हुए अन्दर आने ल्गा त्ब्तक दोनो सतर्क हो अलग हो गये

पापा - अरे बेटा तू जलदी आ गया
मै - हा पापा वो रास्ते मे गन्ने के रस वाला मिल गया तो सोचा ठण्डई से अच्छा यही ले चलू

पापा - अच्छा किया
फिर हमने रस पिया और मै मौसी घर आ गये

शाम को 4 बजे मै कोचिंग चला गया

कोचीन्ग मे चंदू को देखते ही मुझे रजनी की चुदाई याद आ गयी

मैने सोचा अब जल्द ही इसके बारे मे चंदू से बात निकलानी पड़ेगी ।
to rajjo mausi bhi khel khai hui hai. raman se bhi agware pichwade dono taraf se chud chuki hai. har bar dekhke hilane wale raaj rajjo mausi k dudh pine ko nasib hua. uttejit hote hi sara raz khol diya rajjo mausi ne.
udhar dukan me raj ka baap raj ko ganne ka ras lane ko kehke khud ka ganna rajjo ke muh me pel rha tha . raj kuch der ruk ana chahiye tha, hum bhi enjoy kar lete isi bahne.
 

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