UPDATE-35
मैं-आंटी….आज से आप मेरी रंडी हो ऑर मैं जैसे चाहूं , जब चाहूं,,,कुछ भी करवाउन्गा तुमसे …याद रखना
आंटी-ठीक है…बस मेरे घर मे पता नही चलना चाहिए….बाकी जो कहो मैं तैयार हूँ
मैने आंटी की गंद पर चपत लगा कर बोला
मैं-मेरी रंडी टेन्षन मत ले…बस मज़े के लिए तैयार हो जा...आज से आपकी न्यू लाइफ स्टार्ट…ऑर हाँ उस बॉक्स मे इससे भी छोटी ड्रेस है ये आपको शादी के घर पहनाउन्गा…देखते जाओ आंटी मैं आपको सेक्स बॉम्ब बना दूँगा…
आंटी-बेटा इतना खर्चा क्यो...काफ़ी ड्रेस थी ना
मैं- आंटी आपकी फरन्डस देखेगी तो जलेगी कि आप भी खर्च करने मे कम नही ऑर सबके मुँह बंद हो जायगे..
ओर ये कह कर मैं नीचे आ गया...ऑर आंटी मेक-अप करके आयगी…ऐसा बोल कर मेक-अप करने लगी
मैने जैसे ही नीचे आया तो रश्मि से बोला
मैं-काम हो गया
रश्मि-हाँ सर...जैसा आप ने कहा था वैसा हो गया
मैं-ओके...1 काम करो उसे संभाल के रखना...मैं कुछ दिन बाद जब घर आउन्गा तब देना मुझे ओके
रश्मि-जी सर
मैने रश्मि को एक काम बोला था….जो मेरे लिए आगे काम आयगा…प्लान क्या था ऑर मैने क्या संभाल के रखने को बोला…ये राज कहानी मे आगे खुलेगा…सही टाइम पर
मैं और रश्मि बात ही कर रहे थे कि आंटी नीचे आती हुई दिखाई दी…क्या माल लग रही थी आंटी….…
उनको इस ड्रेस मे देख कर किसी का लंड भी खड़ा हो जाय…
उपर से उनके बड़े-2 बूब्स , जो आधे बाहर थे ऑर मस्त उभरी हुई गंद ….बुड्ढे का लंड भी खड़ा कर दे…
मैं आंटी को देख ही रहा था कि रश्मि धीरे से बोली
रश्मि-सर आइटम तो मस्त चूज़ की आपने ऑर ड्रेस भी…अब क्या करने वाले हो आप
मैं-देखती जाओ....इस साली को सच मे सेक्स बॉम्ब ना बनाया तो मेरा नाम नही....
मैं-(मन मे)-मुझसे पंगा लेने का सोचा साली ने...अब देखना कैसी हालत करता हूँ इसकी...ऑर इसके साथियो की
( कहानी मे जो भी बात अभी आपके सामने नही आई...वो आपको कहानी के साथ पता चलती जाएगी…ये आंटी के पंगे वाली बात भी जल्दी ही सामने आयगी…....
आप लोग पॅशन्स रखे प्लज़्ज़्ज़ )
इतने मे आंटी हमारे पास आ गई ऑर बोली
आंटी-बेटा सच मे ऐसे ही चलूं
मैं-अब क्या लिख कर दूं मेरी रांड़
आंटी-ओके, बेटा अब मेरी इज़्ज़त तेरे हाथ मे जो..करना है करो बस...किसी को पता ना चले
मैं-डॉन'ट वरी …आपके घर मे आपकी इज़्ज़त वैसी ही रहेगी…बस बाहर वैसी होगी जैसी मैं चाहूगा
आंटी-मतलब..???
मैं(बात संभालते हुए)-अरे मतलब मेरी पर्सनल रांड़…ऑर अब चलो …आपकी फ्रेंड की भी जलानी है ना
आंटी-हाँ…उसे जलाने के लिए तो कुछ भी कर सकती हूँ
मैं-ओके…रश्मि हम जा रहे है….टेककेइर
इसके बाद हम बाहर आकर कार मे बैठे ऑर निकल गये आंटी की फ्रेंड के गाओं की तरफ…
( आक्च्युयली वो गाओं से बड़ा ही था…कस्बे के जैसा
हमे लगभग 4 घंटे की ड्राइव करनी थी….अभी दोपहर के 1.30 हो रहे थे तो हम 5.30 तक पहुच सकते थे
बट इतनी जल्दी जा कर क्या करना है….अभी तो सफ़र शुरू हुआ है …आगे-2 देखो क्या-क्या होता है..)
मैं कार चलाते हुए आगे का प्लान कर रहा था कि तभी आंटी बोली
आंटी-चलो अच्छा है तुम्हारी कार मे कोई बाहर से अंदर नही देख पाता ..नही तो कोई भी देख लेता
मैं-डॉन'ट वरी…यहाँ आप सेफ है….हां यहाँ से निकलने के बाद आपको बदल के रख दूँगा
आंटी-क्या मतलब
मैं-कुछ नही…मतलब ये कि सहर से बाहर निकलते ही मेरे साथ मेरी आंटी नही होगी…बल्कि मेरी पर्सनल रंडी होगी
आंटी(मुस्कुरा कर)-जो हुकुम सर
मैं ऑर आंटी..ऐसे ही मस्ती भरी बाते करते हुए जा रहे थे …लगभग 30 मिनट बाद हम सहर से बाहर आ गये …
अब हम हाइवे पर थे..जहाँ दोनो तरफ पेड़ ऑर खेत ही दिखाई दे रहे थे…
दूर-2 तक कोई इंसान नज़र नही आ रहा था..हाँ थोड़ा ट्रॅफिक ज़रूर मिल रहा था इस हाइवे पर…
मैने सोचा चलो अब इसको असली मे रंडी बनाने का प्लान शुरू करते है…..क्या करूँ….
कुछ सोच कर…हाँ ये सही रहेगा…अगर ये मान गई तो शादी मे पहुचने से पहले इसकी बची हुई शरम दूर हो जाएगी…ऑर ये फिर कही भी चुदने को रेडी हो जाएगी…पक्की रंडी की तरह…हम ऐसा ही करता हूँ…