UPDATE-18
हम दोनो पूर्ण रूप से निर्वस्त्र अवस्था मे बेड पे लेटे हुए थे
हालाँकि थोड़ी सर्दी थी पर उस टाइम तो हम काफ़ी गरम थे मैं उसके पूरे शरीर को चूम रहा था उपर से लेके नीचे तक प्रीतम बोली जो करना है जल्दी करो कही उसका भाई उठ गया तो प्राब्लम हो जाए गी मैने उसकी बात को मानते हुए उसकी टाँगो तो फैला दिया
अब उसकी चूत मेरे आँखो के सामने थी ब्रेड की तरह फूली हुवी चूत जिसपे एक भी बाल नही था
पर उसकी फांके भाभी की चूत की तरह से गुलाबी ना होके काली थी
मैने उसकी चूत को अपने मुँह मे भर लिया
और चाट ने लगा प्रीतम की चूत थोड़ी खुली खुली लग रही थी शायद वो कई लोगो से चुदवा चुकी थी पर उस टाइम यह सोचने का वक़्त नही था
मेरी पूरी जीब उसकी चूत का मज़ा ले रही थी और वो हल्के हल्के सिसकारिया ले रही थी उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ ओमम्म्मममममममममममममममममममममममममममाआआआआआआआआआआआआआआआअ माआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआ झ्झीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईइ मैं तो मर गई मेरी माआआआआआआआआआआआआआ न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ
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प्रीतम अपनी छातियों को खुद ही भींच रही थी और अब उसकी गान्ड भी हिलनी शुरू हो गयी थी उसने इस से पहले कभी अपनी चूत नही चटवाई थी इसलिए उसे बहुत ही मज़ा आ रहा था 5 मिनिट मे ही उसने अपना पानी छोड़ दिया और निढाल सी हो गयी मैने उसके होंटो को चूमा और अपना लंड चूसने को कहा पहले तो वो मना करती रही फिर मैने कहा एक बार ट्राइ तो कर ले तो उसने मेरे लंड को पकड़ा और धीरे से अपने मुँह मे ले लिया और उसे चूसने लगी वो बिना किसी जल्दी के आराम से चूसने लगी ये उसका पहला अनुभव था इस लिए वो थोड़ा अजीब सा फील कर रही थी अब उसकी पूरी जीब मेरे लंड पे घूम रही थी
मैने अपना लंड निकाला और मैं बेड पे लेट गया अब वो झुक कर लंड पे अपने मुँह का जादू चलाने लगी और मैं पीछे से उसकी चूत मे उंगली करना चालू कर दिया था उसने अपनी टाँगो को कस लिया जिस से उसे और भी मज़ा आने लगा था 15 मिनिट तक वो मेरा लंड चूस्ति रही फिर मैं उठा और उसको लिटाया और अपने लंड को चूत के छेद पे रख दिया उसकी चूत किसी गरम भट्टी की तरह तप रही थी और बहुत ही गीली हो रही थी मैं अपना लंड वहाँ रगड़ने लगा वो मोन करने लगी मैं जान बुझ कर उसे तड़फ़ड़ा जा रहा था आख़िर उसने खुद मेरे लंड को पकड़ा और चूत मे घुसने का आमंत्रण दिया
पहले ही धक्के मे सुपाडा उसकी फांको को चोडा करते हुए अंदर घुस गया था उसकी चीख निकलगई वो बोली अहह क्क्या कर रहे हो म्म्म्म मममममममममाअओरो गई क्या अब मेरा आधा लंड अंदर घुस गया था उसकी चूत का छेद चौड़ा हो गया मैने एक ज़ोर का धक्का मारा और पूरा लंड चूत को चीरते हुए उसमे समा गया था वो थोड़ा असहज महसूस रही थी मैं लगातार उसके गालो को चूम रहा था अब मैने अपनी कमर को हिलाना शुरू कर दिया था उसने अपनी टाँगो को खूब चौड़ा कर दिया हमारे होंठ एक दूसरे से जुड़े हुए थे मैं लंड को चूत के बाहर तक खींचता और झटके से अंदर घुसा देता तो वो चिहुन्क जाती थी मेरे अंडकोष उसकी जाँघो से टकरा रहे अब वो भी पूरी आज़ादी से अपनी चूत मरवा रही थी और नीचे से गान्ड को उचका रही थी काफ़ी देर तक मैं ऐसे ही प्रीतम को चोद्ता रहा फिर उसने अपने बदन को भींच लिया और झड़ने लगी चूत मे जैसे बाढ़ आ गयी थी
और जैसे ही पानी निकलने को आया मैने लंड को निकाला और उसके पेट पे सारा
पानी गिरा दिया वो बोली ये क्याकिया मैने फॉरन उसके निचले होंठ को चूसना
शुरू किया और ऐसे ही लेट गया काफ़ी देर तक हम ऐसे ही लेटे रहे मैं एक बार और करना चाहता था पर उसने मना किया अब मैने कपड़े पहने थोड़ा पानी पिया और शादी की तरफ चल पड़ा प्रीतम अपने घर पे ही रह गयी थी मैं वहाँ गया और प्रीतम की माँ को बता या कि उसके भाई ने ज़्यादा ड्रिंक करली थी और प्रीतम घर पे ही रुक गयी है उसे संभालने के लिए और वही कुर्सी पे बैठ गया ……
मैं बैठे बैठे सोचने लगा कि कैसे 15-20 दिन मे ही मेरी ज़िंदगी कितनी बदल गयी थी कहाँ तो मैं ऐसे ही टाइम पास करते भटकता रहता था और
अब दो-दो मालो को रगड़ चुका था
सुबह 6 बजे तक शादी का सारा काम समाप्त हो गया था और मैं अपने घर आ गया था पूरी रात जागने के कारण बहुत ही नींद भी आ रही थी तो मैं फटकार के सो गया चार बजे शाम को मैं उठा हाथ मुँह धोया थोड़ा कुछ खाया पिया तभी चाची ने कहा कि मम्मी प्लॉट मे गयी है मैं वहाँ जाके उनकी मदद कर दूं मैने कहा आप क्यों नही चली जाती तो वो बोली कि घर का काम भी तो करना ज़रूरी है थोड़ी देर मे मैं प्लॉट मे था मैने थोड़ी देर वहाँ काम किया और तफ़री मारने के लिए निकल पड़ा रास्ते मे मेरी नज़रे प्रीतम को ढूँढ रही थी पर वो ना मिली खैर शाम हुई और मैं घर की ओर चल पड़ा कुछ करने को था नही तो मैं टीवी देखने लगा और फिर सो गयाअगले दिन मैं प्लॉट मे नहा रहा था तो प्रीतम वहाँ पे आई वो फिर पानी की मोटर लेने के लिए आई थी मैं खाली एक छोटी सी फ्रेंची मे ही था वो भी सफेद कलर की और पूरी गीली होने के कारण मेरा लंड उसमे से सॉफ नज़र आ रहा था. वो बड़ी गोर से उसे देखने लगी फिर वो बोली मोटर चाहिए थी मैने उसे अंदर से लेने को कहा और भाग कर प्लॉट का दरवाजा बंद कर दिया और भाग के कमरे मे गया और उसको पकड़ लिया वो छूटने की कोशिश करने लगी और छिटक के दूर हो गयी और बोली अभी नही मेरी मा बाडे मे हैं मैं मोका देख के बताउन्गि पर फिर भी मैने चुम्मी तो ले ही ली और उसे जाते हुए देखता रहा.नीचे साला लंड फड़फडा रहा था एक बार तो आया कि मुट्ठी मार लू पर फिर खुद को कंट्रोल किया और कपड़े पहन ने लगा 2-3 दिन ऐसे ही गुजर गये मैं कामवासना मे जल रहा था प्रीतम से आँख-मिचोली तो हुई पर बात बन नही रही थी