Incest जालिम बेटे ने की घर की सभी औरतो कि चुदाई

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Update 14


पारूल सोनू कि सारी बात सुनकर कहती हैं कि
ऐसा कैसे हो सकता हैं तब सोनू कहता है कि इसी का जवाब और ईलाज करवाना है

पारूल फिर सोनू को लेटने को बोली और सेक्स के सिन्स imagine करने बोली तब सोनू ने अपना
कमीनापन दिखाते हुए कहा कि मैं कुछ imagine नही कर पा रहा क्यो कि मैं ऐसा लड़का नही हुं

तब पारूल को लगता हैं कि ये तो sex के बारे में कुछ भी नही जानता ये सोच वो खुद उसे seduce
करने कि कोशिश करती है लेकिन सोनू तो खिलाड़ी
था

भले ही शेर अभी सोया हुआ है इसका मतलब ये तो नही कि कभी जागेगा नही

पारूल के seduce करने पर भी कुछ नही हुआ
पारूल को भी कुछ समझ नही आ रहा था

पारूल ने सोनू को कुछ दवाई के नाम बताए और हर दो दिन में एक बार चेकअप के लिए आने को बोली

सोनू उठा और अपने चड्डी और पैंट पहना और पारूल से फिस के लिए पुछा तो पारूल ने सोनू से कहा कि फिस मैं तुम्हारा काम पूरा होने के बाद.
लुंगी


सोनू पारूल से उसका मोबाईल नं. मांग लेता कभी
जरूरत पड़ जाए इस लिए
सोनू पारूल को बोला कि ये बात आप किसी को मत बताना वरना गांव मे मेरी बहुत ज्यादा बेज्जती हो जाएगी

पारूल ने सोनू को कहा कि मैं कुछ भी किसी को भी नही बताऊंगी

अब पारूल और सोनू फातिमा जहाँ admit थी
उस रूम में आते फातिमा सोनू से ईशारे में क्या हुआ

सोनू कुछ भी नही हुआ दवाई दी है अब देखते
है क्या होगा फातिमा ईशारे में हा

सोनू पुछता है कि मा और कस्तुरी काकी कहा गए
फातिमा बोली वो दोनो घर चली गई है

तुम और मै ही बचे है

सोनू और फातिमा hospital se discharge
होकर घर वापस आ जाते है

लेकीन उसे क्या पता था कि अब आगे क्या होगा

सोनू और फातिमा के घर पहुचने तक शाम हो चुका था दोनो एक दुसरे को goodbye kiss

देकर अपने अपने घर कि ओर नीकल पड़े
 
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Update 15


सोनू घर पहुचता है और सब ( सुनिता अनिता कस्तुरी को बुलाकर यहा सुनहरी वहा नही
होती क्यो कि वो अपने मायके गई थी)
को बुलाकर अपनी सारी बात बताता हैं कि उसका लंड अब किसी काम का नही रहा

ये सूनकर कस्तुरी अनिता और सुनिता shock
हो जाती है

यहा सोनू कस्तुरी काकी से उसकी कि गई गलतियो
के लिए माफी मागंता है

कस्तुरी सोनू को माफ कर देती है और सोनू को अपने गले से लगा लेती है





सोनू कस्तुरी के कान में धीरे से कहता है कि अगर मैं ठीक हो गया तो क्या तुम मुझे अपनी चुदाई करने दोगी ना

कस्तुरी सोनू से कहती है कि तूझे अपनी चुत चुदाई को नही दुगी तो किसे दुगी मेरे राजा

कस्तुरी सोनू से कहती है मैं तुम से बिल्कुल भी नाराज नही हुं

ये सूनकर सोनू कस्तुरी को I love you
कहता है

कस्तुरी भी सोनू के कान में धीरे से I love you to
मेरे राजा कहती है

सोनू सुनिता से भी माफी मागंता है

सुनिता भी उसे माफ कर देती है और उसे अपने सीने से लगा लेती है

सोनू अपने रूम में आता है और bed पर लेट जाता है और वैभवी के बारे में सोचने लगता हैं कि

कि

जब तक मै उससे नही मिला था मेरी लाइफ बिल्कुल सही चल रही थी

अगर वो न होती तो मै उससे प्यार नही करता और न ही कस्तुरी के साथ जानवरो जैसे बर्ताव करता
और न आज मेरे लंड कि ऐसी हालत होती

यही सोच ते सोच ते कि वैभवी तो मुझसे प्यार नही करती तो फिर मै क्यो उसके पीछे पागल बनू

सोनू सो जाता है

दो दिन बाद सोनू पारूल के पास चेकअप के लिए जाता है पारूल सोनू को बताती है कि कुछ भी सुधार नही हुआ

वो सोनू को अगले बार चार दिन बाद चेकअप के लिए आने बोलती है सोनू चुपचाप मुह लटकाए वापस अपने घर आ जाता है उसका मन यहा नही लग रहा था
 
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Update 16

दिसम्बर की सर्दी में मौसी की चुदाई



सोनू का मन घर मे नही लग रहा था तो सोनू अपनी
मा से कहता है कि मुझे यहा से कुछ दिन के लिए
दूर जाना है

यहा के tension से कुछ दिन के लिए छुटकारा
चाहता हू

तब सुनिता सोनू को अपनी चचेरी बहन बिमला के घर कुछ दिन घुम आने को बोली

सोनू को सुनिता कि बात पसंद आई उसने सुनिता से कहा मैं कल ही सुबह बिमला मौसी के यहाँ जाने के लिए निकल जाऊँगा

सुनिता को तो अब किसी बात कि tension नही थी क्यो कि अब सोनू चाहकर भी किसी के साथ
सेक्स नही कर सकता था सुनिता पहले इसी डर के कारण कि कही सोनू उसकी चचेरी बहन बिमला कि भी चुदाई न कर दे इस लिए सोनू को अपनी चचेरी बहन बिमला के घर अकेले नही जाने देती थी लेकीन अब उसका ये डर खतम हो गया

सुबह सोनू बिमला मौसी के यहाँ जाने के लिए




जाड़े का मौसम था.सोनूअपनी मौसी के यहाँ जाने के लिए घर से निकल पड़ा.

ठंड में 40 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद जब मैं मौसी के पास पंहुचना था बिमला मौसी के घर जाने का रास्ता जंगल के बिचो से होकर जाता था लेकीन जंगल के बिचो बीच सोनू कि बाईक बंद पड़ गई जंगल सुनसान था सोनू सुबह के 8 बजे से निकला था और अब 12 बजने वाले थे लेकीन जंगल के बिचो बीच सोनू बाईक को पैदल चलकर ले जा रहा था तभी कुछ दूरी पर एक बाबा ध्यान में लीन थे सोनू उनके पास गया और उनसे सहायता मांगा तब बाबा ने आँख खोला वो बाबा बड़े ज्ञानी थे उन्होने कहा कि मैं तुम्हारी मद् द करूगा लेकिन उससे पहले तुम्हे मुझे भोजन करवाना होगा सोनू बोलता है कि यहा घने जंगल में मैं आपके लिए भोजन कि व्यवस्था किस तरह से करू यहा मुझे भोजन कहा मिलेगा तब बाबा बोलता है कि जंगल में जाओ और कही से भी ढूढ कर लाओ वरना मदद भूल जाओ मरता क्या न करता सोनू जंगल में घूम घूम कर भोजन कि तलाश करता है उसे एक आम का पेड़ दिखाता है सोनू पेड़ पर चड़कर आम तोड़ने लगता हैं फिर बाबा के पास आ जाता

( आपके मन मे ये question आ रहा होगा कि जंगल है तो वहाँ कई सारे फलो के पेड़ मिलेगा लेकिन इस जंगल में सारे पेड़ सागौन साल जो इमारती लकड़ी है उनके पेड़ थे 2 या 3 पेड़ ही फल
वाले थे )

सोनू बाबा से पास गया और उनको आम के फल दे दिया

बाबा मुस्कुरा कर सोनू मैं तुम्हारी परीछा ले रहा था
मैने ही तुम्हारी गाड़ी बंद करवायी मैं ने ध्यान में तुम्हारे बारे में सब ज्ञात कर लिया तुम मेरी परीछा में सफल हुए अब तुम्हारी सारी तकलीफ खतम हो जाएगी बाबा उन आम को रख लेते है

बाबा बोलता है कि जो मै तुम्हे दे रहा हू उसे खाने के बाद तुम्हारी सारी तकलीफ खतम हो जाएगी बाबा ने सोनू को एक अभिमंत्रित केला दिया और कहा जा अगले एक घंटे तक तेरी सारी तकलीफ खतम हो जाएगी और तेरा केला भी अपने पहले वाले अवस्था से बड़ा मोटा ज्यादा ताकतवर हो जाएगा सोनू बाबा के चरणो में गिरकर उन्हे परणाम करता है

सोनू वहाँ से निकल कर रास्ते में रूककर केला खा लेता है

सोनू अब बिमला मौसी के घर के लिए निकला सोनू को मौसी के वहाँ पहुचते तक शाम के पांच बज चुके थे. अँधेरा होने लगा था.
 

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