Fantasy काले जादू की दुनिया | Kale Jadu Ki Duniya

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काले जादू की दुनिया | Kale Jadu Ki Duniya | Part 6

अर्जुन भाग कर अपने घर गया और गिफ्ट का डब्बा उठा लिया जिसे उसने कयि महीने पहले ही काजल के बर्तडे के लिए खरीद लिया था, इस डर से कि बर्थ’डे के दिन कही यह आउट ऑफ स्टॉक ना हो जाए, यहाँ तक कि उसने काजल के लिए अड्वान्स मे ही तीन चार बर्थ’डेज़ के लिए गिफ्ट्स खरीद लिया था, इतना प्यार करता था वो अपनी बहन से, आख़िरकार बस एक वोही थी जिसे वो अपना परिवार कह सकता था.

शाम तक अर्जुन लोखंडवाला स्थित अपनी बहन के अपार्टमेंट पहुच गया. अपनी कार को बाहर लगाते हुए उसे और भी बहुत सी गाड़ियाँ दिखी जिस से वो समझ गया की काजल की पार्टी मे बहुत से लोग आए थे.

जब उसने अपार्टमेंट का दरवाज़ा खोला तो अंदर बिल्कुल किसी डिस्को जैसा महॉल था. पार्टी पूरे ज़ोरो पर थी. चारो तरफ लड़के कम और लड़किया ज़्यादा जो उसके कॉलेज के फ्रेंड्स थे और फिल्मी गानो की धुनो पर थिरक रहे थे. लिविंग रूम को किसी क्लब डिस्को का रूप दे दिया गया था. लाइट्स डिम कर के ग्रीन लेज़र्स से महॉल देखने लायक था.

“वाउ काजल ने तो जबरदस्त पार्टी का बंदोबस्त किया है...” सोचते हुए अर्जुन अंदर आ गया.

उसे दूर कोने पर काजल अपने कुछ फ्रेंड्स के साथ पार्टी एंजाय करते हुए दिखाई दी. जैसे ही काजल की नज़र अर्जुन पर पड़ी वो दौड़ के आई और सीधे अपने भाई के गले लग गयी.

“हॅपी 21स्ट बर्थडे स्वीटी.....” अर्जुन ने ज़ोर से काजल के कानो मे कहा क्यूकी वहाँ म्यूज़िक बहुत तेज़ बज रहा था.

“थॅंक यू सो मच भैया...आइ लव यू...” कहते हुए काजल फिर से एक बार अर्जुन के गले लग गयी. पर जब उसे याद आया कि शाम को वो अपने भाई से नाराज़ थी तो उसने नाटक करते हुए बुरा सा मूह बना लिया, “मैं ग़लत बोल गयी....आइ हेट यू भैया...” उसने बिदकते हुए कहा.

अर्जुन जानता था काजल उस से नाराज़ ज़रूर होगी इसीलिए उसने मुस्कुरा कर कहा, “ठीक है तो फिर यह गिफ्ट तुम्हे नही मिलेगी...” बोलते हुए अर्जुन ने अपनी ब्लू जीन्स मे हाथ डाला और एक डिब्बा निकाल लिया.

“क्या है भैया इसमे...” काजल गिफ्ट देख के उत्सुकतावश उच्छल पड़ी. अभी गिफ्ट खुला भी नही था पर उसकी खुशी उसके खूबसूरत चेहरे से सॉफ देखी जा सकती थी.

“पहले बोलो...आइ लव यू भैया फिर पता चलेगा तुम्हे कि इसके अंदर क्या है...” अर्जुन मुस्कुरा रहा था.

“ओह्ह भैया अब बता भी दो ना क्या है गिफ्ट....” काजल अपने पैर पटकते हुए बोली. अपने भैया के सामने वो अभी भी बिल्कुल भोली भाली बच्ची बनी रहती थी.

“ना..ना...ना...पहले कहो आइ लव यू भैया....”

“भैया आप तो जानते हो मैं आपसे कितना प्यार करती हू....आइ लव यू भैया...” कहते हुए काजल अपने पंजो पर खड़ी हो कर अर्जुन के गालो पर हौले चूम लेती है.

“ह्म्म्मअ....अब ठीक है....यह देखो...” कहते हुए अर्जुन ने वो छोटा सा बॉक्स खोला और उसमे से एक प्लॅटिनम का बेहद आकर्षक ब्रेस्लेट निकाला और काजल की नाज़ुक कलाई मे पहना दिया.

एक पल के लिए तो काजल उस गिफ्ट को देखती रह गयी, उसपे लिखा था “फॉर माइ लविंग सिस काजल” जिसे देख कर काजल की आँखो मे खुशी के आँसू आ गये. उसके लिए तो अर्जुन ही उसका डॅड था और अर्जुन ही मोम था, जब से उसने होश संभाला है तब से अर्जुन ही उसके लिए हर रिश्ता निभा रहा है.

“अरे मेरी गुड़िया रानी की आँखो मे आँसू....क्या गिफ्ट पसंद नही आया...”

“नही भैया ऐसी बात नही है....युवर गिफ्ट ईज़ सो ब्यूटिफुल...पर बहुत एक्सपेन्सिव लग रही है...कितनी की है..”

“मैने यह तेरे लिए स्पेशली पॅरिस से माँगाया है....वो भी दो लाख रुपय मे...”

“वाउ भैया....यू आर टू ग्रेट...पर आपको इतने पैसे सिर्फ़ एक ब्रेस्लेट पर नही खर्च करने चाहिए थे....मैं आपकी छोटी बहन हू....आप प्यार से कोई मिठाई भी खिला देते तो वो भी मेरे लिए सबसे बड़ा गिफ्ट ही होता...” कहते हुए काजल फिर से अपने भैया के गले लग गयी.

“मेरी बहन पे तो मेरी सारी दौलत कुर्बान है....वैसे मैं देख रहा हू तू भी बहुत डायलॉग वायलॉग मारने लग गयी है...यह सब मिठाई विठाई का डायलॉग कहाँ से सीखा तूने...?”

काजल ने कुछ नही कहा, उसके लिए तो उसका भाई बस उसके पास था यही सबसे बड़ा गिफ्ट था उसके लिए, पर उसकी आँखे एक और शक्स को ढूंड रही थी. काजल को किसी और का भी इंतेज़ार था.

“अच्छा चल अब तू जा और अपने दोस्तो के साथ पार्टी एंजाय कर मैं अंदर जा कर बैठता हू....”

“भैया आज रात आप अपने घर नही जाओगे....आज आपको यही रुकना है मेरे पास...समझे.” काजल जैसे बोल कम ऑर्डर ज़्यादा दे रही थी.

“ठीक है मेरी माँ....मैं सब समझ गया ...अब तू जा नही तो तेरे दोस्त सोचेंगे कि अपने भाई के आते ही तू उनको भूल गयी...”

“वैसे भैया दोस्तो से याद आया वो मेरी दोस्त है ना नेहा, वो मुझसे बोल रही थी कि वो आपसे दोस्ती करना चाहती है...वो आपको पसंद करती है...बोलो तो बात करा दूं उस से...”

“नही काजल आज मूड नही यह सब करने का...तू जा और पार्टी एंजाय कर..”

“अब बहुत सीधे मत बनो भैया...मुझे पता है आप कितने बड़े फ्लर्ट हो...जहाँ लड़की देखी नही कि सीधे उसके पीछे ही पड़ जाते हो....”

एक पल के लिए तो अर्जुन अपनी बहन की चुलबुली बातो को सुनकर मुस्कुरा पड़ा पर जैसे ही उसे सलमा के बारे मे याद आया, उसके चेहरे की हँसी गायब हो गयी.

“क्या हुआ भैया एनी प्राब्लम....पहले तो तुम लड़की का नाम सुनते ही अपने असली रंग मे आज आते थे...आज क्या हुआ...?”

“कुछ नही मेरी जान....अब खाली मेरी एंक्वाइरी ही करती रहेगी क्या...”

“ओके भैया...मैं जाती हू पर आपको बताना तो पड़ेगा ही...हुहम” कहते हुए काजल अपने दोस्तो के साथ डॅन्स करने लगी और सबको अपने भैया का गिफ्ट दिखाने लगी.

इधर अर्जुन लिविंग रूम जो डिस्को बना हुआ था उस से निकल कर बेडरूम मे आ गया और वहाँ उसके लिए पहले से रखी हुई दारू पीने लगा.

आधी रात से पहले तक पार्टी ख़तम हो चुकी थी. सब लोग जा चुके थे. अब काजल ने सोचा कि चलो भैया के पास थोड़ी देर बैठा जाए.

“तेरे सारे दोस्त चले गये क्या...” अर्जुन ने कहा जब उसने काजल को कमरे के अंदर आते हुए देखा.

“हाँ भैया...पार्टी ओवर...अब मैं एक 21 साल की बुढ़िया हो गयी हू...” काजल हंसते हुए बोली. वो दिखने मे बहुत ही क्यूट थी. उसका रंग गोरा था पर वो हल्की सी हेल्थि थी, शायद अर्जुन ने बचपन मे उसे बहुत ज़्यादा खाना खिला दिया था.

“इस हिसाब से तो मैं भी 24 साल का बुड्ढ़ा हो गया हू...” अर्जुन भी चटकारे लेते हुए बोला. पर आज उसकी हँसी थोड़ी फीकी नज़र आ रही थी जिसे काजल महसूस कर सकती थी

“वैसे भैया कुछ तो है जो आप मुझे बताना नही चाहते....”

“कुछ नही है स्वीटी...बस काम का थोड़ा टेन्षन है...अब रात बहुत हो गयी है तू अब अपने कमरे मे जा और सो जा...”
 
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काले जादू की दुनिया | Kale Jadu Ki Duniya | Part 7

“नही भैया....मैं आपकी छोटी बहन हू...मैं अपने भैया को सबसे अच्छि तरह से जानती हू...कुछ तो हुआ है जिस से तुम्हारा चेहरा उतरा हुआ है...”

“अरे नही गुड़िया...कुछ नही हुआ है...थोड़ा थक गया था बस...”

“ठीक है जब तक नही बताओगे तब तक मैं ऐसे ही यहाँ बैठी रहूंगी और सोने नही जाउन्गि....हुह”

अर्जुन जानता था अपनी बहन के सामने उसकी एक नही चलने वाली. उसने गहरी साँस ली और कहा, “क्या बताऊ काजल...एक नही दो दो बात है जिनसे मैं बहुत परेशान हू...” बोलते हुए अर्जुन शराब का घूँट पीने लगा.

पहले तो काजल को अर्जुन का शराब पीना बिल्कुल अच्छा नही लगता था इसीलिए उसने हाथ आगे बढ़ा कर उसके हाथो से शराब से भरा ग्लास छीन लिया और बोली, “मेरे सामने आप शराब को हाथ भी नही लगाओगे....समझे...अब बताओ कॉन सी वो दोनो बातें है जो आपको परेशान कर रही है...”

शराब छिन जाने के बाद अर्जुन ने अपनी जेब से सिगरेट और एक लाइटर निकाल लिया और उसे जलाते हुए बोला, “अरे छोड़ ना यार...मैं तुझे यह सब बता के फालतू की टेन्षन नही देना चाहता....तू बस अपने पढ़ाई और कॉलेज पे ध्यान दे...”

काजल को अर्जुन का सिगरेट पीना भी नागवार गुजरा और उसने वो भी उसके मूह से छीन ली और घूर के अपने भाई की ओर देखने लगी.

अर्जुन जानता था कि अब काजल बिना बात जाने वहाँ से उठेगी नही. वो बिस्तर से उठा और बाहर खिड़की की ओर चल दिया. बाहर तेज़ बारिश हो रही थी. घर के अंदर तो पता ही नही चल रहा था कि बाहर का मौसम कैसा है.

“भैया कुछ बोलोगे भी या नही....” काजल भी उठ गयी और अपने भैया के पीछे खड़ी हो गयी.

“पहली बात जो बताने जा रहा हू पर उसे सुन कर तुम मुझसे नाराज़ मत होना...” अर्जुन ने बाहर देखते हू कहा.

“आप जानते हो भैया मैं आपके किसी बात से नाराज़ नही होती...अब जल्दी बताओ यह सस्पेनस से मेरे पेट मे दर्द होने लगा है...”

“तुम सलमा को जानती थी ना...?” अर्जुन ने काजल से पूछा.

“हाँ जानती थी....तुम लोग करीब 6 महीने से रिलेशन्षिप मे हो...मैं उस से मिल भी चुकी हू....शी ईज़ आ वेरी नाइस गर्ल...पहली बार तुम्हे कोई ढंग की लड़की मिली है नही तो पहले जो लड़किया थी उन्हे तुम मे कम और तुम्हारे पैसे मे ज़्यादा इंटेरेस्ट था..”

अर्जुन बोला “वो आज मेरे घर आई दो महीने बाद. मैं इतने दिनो से किसी लड़की के साथ नही था. मेरे अंदर का मर्द रह रह कर उफान मार रहा था. और जब वो आई तब वो सब उस बेचारी पर निकल गया...”

“मुझे कुछ समझ मे नही आ रहा है.....” काजल हैरानी से बोली.

“आज कामवासना मे अंधे हो कर मैने वो कर दिया जिसे ना करने का वादा मैने सलमा से किया था. उसके सारे जज़्बातो की धज्जिया उड़ा दी मैने. उसके मूह पर कालिख पोत दी है मैने.” कहते हुए अर्जुन का गला भारी हो गया.

अपने भाई के मूह से ऐसी बात सुनकर काजल को पता लग गया कि कुछ सीरीयस है नही तो उसका मुहफट भाई कभी ऐसी एमोशनल बातें नही करता था.

“क्या किया भैया आपने....?” काजल ने धीरे से पूछा.

“यह बोलो क्या नही किया मैने...सब कुछ तो कर चुका हू उसके साथ जो नही करना चाहिए था...” अर्जुन की आँखो से निकलते आँसू अब काजल भी देख सकती थी.

“बेचारी के साथ उसकी मर्ज़ी के बिना सेक्स किया है मैने...उस कुवारि लड़की के साथ बहुत बेदर्दी से पेश आया मैं...ना जाने मुझे उस समय क्या हो गया था कि मैं इंसान से जानवर बन गया. बेचारी बेहोश हो गयी फिर भी मैं उसके साथ करता रहा. बेचारी ने मोम के पुतले की तरह मुझे अपना जिस्म सौंप दिया और मैं उसे दर्द देता रहा पर वो एक शब्द नही बोली...आख़िर मुझसे प्यार करती थी वो...” और अर्जुन फफक फफक कर रोने लगा.

काजल यह सब सुनते ही लड़खड़ा गयी, मानो उसके पावं तले ज़मीन खिसक गयी हो. वो भौचक्की खड़ी सब सुन रही थी. वो अपने भाई को किसी देवता समान समझती थी. उसे पता था कि उसके भाई का पुरानी गर्लफ्रेंड्स के साथ जिस्मानी ताल्लुक़ात रहते थे लेकिन वो यह नही जानती थी कि अगर कोई लड़की मना कर दे तो उसका भाई उस लड़की के साथ ज़बरदस्ती भी कर सकता था.

“तुमने आज मुझसे प्यार नही मेरा बलात्कार किया है...यही बस एक शब्द उसने बोला और चली गयी....सच मे मैने उस से प्यार नही उसका बलात्कार किया है...मैं अपने किए पर बहुत बहुत शर्मिंदा हू...” और अर्जुन के पैर जवाब दे गये और वो वही फर्श पर बैठ के रोने लगा.

“क्या तुम उस से सच्चा प्यार नही करते थे...” काजल ने अपने भाई को उसके कंधो से पकड़ कर उठाया.

“शायद नही....तभी तो उसके जिस्म की भूक इतनी हो गयी थी मेरे अंदर कि मैं जानवर बन गया...” बोलते हुए अर्जुन काजल का सहारा लेते हुए बिस्तर पर बैठ गया.

“चलो कम से कम तुम्हे ग़लती का एहसास तो है....पर मुझे अभी तक विश्वास नही हो रहा कि मेरा भाई किसी लड़की के साथ ऐसा भी कर सकता....सोचो अगर ऐसा कोई मेरे साथ कर दे तो..”

“नही....नही....मेरी बहन मैं ऐसा कभी सोच भी नही सकता...मैं उस को जान से मार डालूँगा जो तेरे साथ ऐसा करने का सोचेगा भी...” अर्जुन का चेहरा गुस्से से तिलमिला उठा.

“सलमा भी किसी की बहन रही होगी....” काजल ने गहरी साँस लेते हुए कहा.

“मैं उस से माफी माँगने वाला था पर मेरी हिम्मत नही हुई....आख़िर किस मूह से माफी मांगू उस से....”

“कोई बात नही भैया...मैं तुम्हारी मदद करूँगी....मुझे उम्मीद है कि अगर वो तुम्हे सच्चा प्यार करती होगी तो तुम्हे ज़रूर माफ़ कर देगी...”

अपनी बहन की ऐसी बातें सुन कर अर्जुन उसके गले लग गया. भाई बहन का यह रिश्ता अनमोल था. अर्जुन को बहुत राहत मिल रही थी अपने दिल का बोझ अपनी बहन के सामने हल्का कर के. उसे पता था अगर काजल मदद करेगी तो वो सलमा से ज़रूर माफी माँग लेगा.
 

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