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पूनम अब अपने वश में नहीं थी। बोली “इतनी लड़कियों और औरतों की चूत चोदे हो तो कोई प्रेग्नेंट नहीं हुई या कोई बीमारी नहीं हुई.”
गुड्डू बोला “आहः, कुछ नहीं होता जान, बस मज़ा आता है. मस्ती होती है.” पूनम बोली “लेकिन अन्दर चुत में वीर्य गिराओगे तो प्रेग्नेंट तो होगी न.”
गुडू बोला “हमेशा प्रेग्नेंट नहीं होती. उसका टाइम होता है. और उसका उपाय भी होता है. तुम घबराओ मत, जब तुम्हे चोदूँगा तो तुम प्रेग्नेंट नहीं होगी.” पूनम कुछ नहीं बोली. गुड्डू बोला "वीर्य तुम्हारी चुत में नहीं डालूँगा, तुम्हारे मुँह में डालूँगा। तुम उसे पियोगी न।" पूनम कुछ नहीं बोली। क्या बोलती। उसका मन हाँ बोलने का था, लेकिन दिमाग ना में उलझा हुआ था। गुड्डू बोला "चोदने के बाद लण्ड में जो तुम्हारे चुत का रस लगा होगा, उसे चुसोगी तो बहुत मज़ा आएगा। और उसके बाद लण्ड से जो गरमा गरम ताज़ा ताज़ा वीर्य पियोगी, तो मज़ा आ जायेगा। देखि थी न वो लड़कियों वीर्य पी कर कितनी खुश होती हैं।"
पूनम की चूत से काम रस टपकने लगा. उसकी साँसे तेज़ हो गयी थी. वो फ़ोन को मुँह से थोड़ी दूर कर ली और अपनी साँसों को नियंत्रित करने लगी.
थोड़ी देर की ख़ामोशी के बाद गुड्डू बोला “तुम बताई नहीं की चुत पे झांटे है या चिकनी हैं?” पूनम सीधी ही जवाब दी. आधा बोलने या नखरे करने से क्या फायदा था। “अभी बढ़ गया है.” गुड्डू बोला “तो कल चिकनी कर के आ जा न मेरे पास, मस्ती कराता हूँ तुझे.”
पूनम की चुत से काम रस निकल चुका था। अब वो अपने होश में थी। उसका दिमाग काम कर रहा था। बोली “मैं नहीं करवाउंगी. तुम समझ क्यू नहीं रहे इस बात को.” फिर से उसे लगा की गुड्डू पूरा लाइन बोलने बोलेगा. गुड्डू बस ऐसे “हूँ.....”किया की वो पूनम के आधे बोलने पे गुसा रहा हो. “पूनम बोली “देखो, तुम समझो, मैं ऐसी लड़की नहीं हूँ. अमित के साथ करवाई तो वो ...” गुड्डू पूनम की बात को बीच में ही काटता हुआ बोला “पूरा तो बोल डार्लिंग, मज़ा आता है.” पूनम अपनी बात को आगे बढाई “अमित के साथ चुदवाई, ये अलग बात है. मुझे लगा की वो मेरे से प्यार करता है और शादी मेरे से ही करेगा. मुझे नहीं पता था की वो ऐसा हरामी कमीना निकलेगा और मुझे ऐसे धोखा देगा. लेकिन अब किसी और के साथ मैं ये सब नहीं करवाने वाली. अब जो होगा, शादी के बाद पति के साथ होगा, बस.”
गुड्डू हँसता हुआ बोला "चुत से पानी निकल गया?" पूनम शर्मा गयी लेकिन तुरंत अपनी लौ में लौट आयी। वो पूरी गंभीरता से और कॉंफिडेंट होकर बोली "ऐसी बात नहीं है। जो हुआ मैं ये मान ली की ये गलती हो गयी। लेकिन अब कुछ नहीं। बस।" गुड्डू पूनम की आवाज़ के कॉन्फिडेंस को समझ गया. बोला “ठीक है, मत चुदवाना किसी से. लेकिन ये फैसला फाइनल करने से पहले बस एक बार मेरे से चुदवा ले. बस मेरे से, विक्की से भी नहीं. फिर किसी के साथ कुछ मत करना. मैं बस एक ही बार चुदवाने के लिए कह रहा हूँ.” पूनम उसी कॉन्फिडेंस के साथ “नहीं” बोल दी. पूनम आगे बोली “ये सब मैं तुम्हारे साथ बोल दी या अमित के साथ करवाई... मेरा मतलब है चुदवाई तो उस सबका रीज़न तुम्हारा दिया हुआ पिक्स और स्टोरी है, जिसने मेरा दिमाग ख़राब कर दिया था. मैं बहुत शरीफ और अच्छी लड़की हूँ यार.”
गुड्डू बोला “प्लीज़ जान, बस एक बार.” पूनम चिढने के अंदाज़ में बोली “देखो ऐसे परेशान मत करो. नहीं तो मैं कुछ कर लुंगी. मैं वैसे ही अमित की वजह से बहुत परेशान हूँ.” गुड्डू बोला “ठीक है, मत चुदवा. मैं जबरदस्ती नहीं करता. लेकिन मस्ती करती रह. कल वही पिक्स और स्टोरी ले लेना. जब चुदवाने का मन करे, तब चुदवाना, नहीं मन करे तो मत चुदवाना.” पूनम कुछ नहीं बोली. उसे बहुत हल्का लग रहा था. वो लड़का उसकी बात मान रहा था. गुड्डू बोला “बस जैसा अभी है, वैसा ही रहने देना. मतलब मेरे से पिक्स और स्टोरी लेते रहना और फ़ोन पे बात करती रहना.” पूनम कुछ नहीं बोली.
गुड्डू बोला “अमित जैसे लड़के का अफ़सोस मत मनाओ. वो बहुत मादरचोद टाइप का लड़का था. पूनम एक गहरी सांस लेती हूँ “हुम” बोली जैसे उसे बहुत अफ़सोस था. उसे अमित और उसके दोस्तों के बीच हुई बातचीत याद आ गयी. वो बोली “अमित बहुत ही गिरा हुआ इंसान है.” गुड्डू बोला “पता है जान, उस टाइप के सारे मादरचोद ऐसे ही होते हैं. इसलिए मैं प्यार मुहब्बत के चक्कर में नहीं पड़ता.”
पूनम बोली “उसे मेरे से दूर होना था, इसका अफ़सोस नहीं है. तुम्हारे डर की वजह से हुआ की जिस वजह से हुआ, उससे मतलब नहीं. लेकिन जब मुझे छोड़ दिया तो फिर मेरी इज्ज़त क्यू उछाल रहा है.” गुड्डू आश्चर्य से पूछा मतलब?” पहले तो पूनम उसे कुछ नहीं बताई, लेकिन जब गुड्डू ने जिद किया तो पूनम फ़ोन वाली पूरी घटना उसे बता दी. पूनम की आँखों में आँसू छलक आये।
गुड्डू बोला “आहः, कुछ नहीं होता जान, बस मज़ा आता है. मस्ती होती है.” पूनम बोली “लेकिन अन्दर चुत में वीर्य गिराओगे तो प्रेग्नेंट तो होगी न.”
गुडू बोला “हमेशा प्रेग्नेंट नहीं होती. उसका टाइम होता है. और उसका उपाय भी होता है. तुम घबराओ मत, जब तुम्हे चोदूँगा तो तुम प्रेग्नेंट नहीं होगी.” पूनम कुछ नहीं बोली. गुड्डू बोला "वीर्य तुम्हारी चुत में नहीं डालूँगा, तुम्हारे मुँह में डालूँगा। तुम उसे पियोगी न।" पूनम कुछ नहीं बोली। क्या बोलती। उसका मन हाँ बोलने का था, लेकिन दिमाग ना में उलझा हुआ था। गुड्डू बोला "चोदने के बाद लण्ड में जो तुम्हारे चुत का रस लगा होगा, उसे चुसोगी तो बहुत मज़ा आएगा। और उसके बाद लण्ड से जो गरमा गरम ताज़ा ताज़ा वीर्य पियोगी, तो मज़ा आ जायेगा। देखि थी न वो लड़कियों वीर्य पी कर कितनी खुश होती हैं।"
पूनम की चूत से काम रस टपकने लगा. उसकी साँसे तेज़ हो गयी थी. वो फ़ोन को मुँह से थोड़ी दूर कर ली और अपनी साँसों को नियंत्रित करने लगी.
थोड़ी देर की ख़ामोशी के बाद गुड्डू बोला “तुम बताई नहीं की चुत पे झांटे है या चिकनी हैं?” पूनम सीधी ही जवाब दी. आधा बोलने या नखरे करने से क्या फायदा था। “अभी बढ़ गया है.” गुड्डू बोला “तो कल चिकनी कर के आ जा न मेरे पास, मस्ती कराता हूँ तुझे.”
पूनम की चुत से काम रस निकल चुका था। अब वो अपने होश में थी। उसका दिमाग काम कर रहा था। बोली “मैं नहीं करवाउंगी. तुम समझ क्यू नहीं रहे इस बात को.” फिर से उसे लगा की गुड्डू पूरा लाइन बोलने बोलेगा. गुड्डू बस ऐसे “हूँ.....”किया की वो पूनम के आधे बोलने पे गुसा रहा हो. “पूनम बोली “देखो, तुम समझो, मैं ऐसी लड़की नहीं हूँ. अमित के साथ करवाई तो वो ...” गुड्डू पूनम की बात को बीच में ही काटता हुआ बोला “पूरा तो बोल डार्लिंग, मज़ा आता है.” पूनम अपनी बात को आगे बढाई “अमित के साथ चुदवाई, ये अलग बात है. मुझे लगा की वो मेरे से प्यार करता है और शादी मेरे से ही करेगा. मुझे नहीं पता था की वो ऐसा हरामी कमीना निकलेगा और मुझे ऐसे धोखा देगा. लेकिन अब किसी और के साथ मैं ये सब नहीं करवाने वाली. अब जो होगा, शादी के बाद पति के साथ होगा, बस.”
गुड्डू हँसता हुआ बोला "चुत से पानी निकल गया?" पूनम शर्मा गयी लेकिन तुरंत अपनी लौ में लौट आयी। वो पूरी गंभीरता से और कॉंफिडेंट होकर बोली "ऐसी बात नहीं है। जो हुआ मैं ये मान ली की ये गलती हो गयी। लेकिन अब कुछ नहीं। बस।" गुड्डू पूनम की आवाज़ के कॉन्फिडेंस को समझ गया. बोला “ठीक है, मत चुदवाना किसी से. लेकिन ये फैसला फाइनल करने से पहले बस एक बार मेरे से चुदवा ले. बस मेरे से, विक्की से भी नहीं. फिर किसी के साथ कुछ मत करना. मैं बस एक ही बार चुदवाने के लिए कह रहा हूँ.” पूनम उसी कॉन्फिडेंस के साथ “नहीं” बोल दी. पूनम आगे बोली “ये सब मैं तुम्हारे साथ बोल दी या अमित के साथ करवाई... मेरा मतलब है चुदवाई तो उस सबका रीज़न तुम्हारा दिया हुआ पिक्स और स्टोरी है, जिसने मेरा दिमाग ख़राब कर दिया था. मैं बहुत शरीफ और अच्छी लड़की हूँ यार.”
गुड्डू बोला “प्लीज़ जान, बस एक बार.” पूनम चिढने के अंदाज़ में बोली “देखो ऐसे परेशान मत करो. नहीं तो मैं कुछ कर लुंगी. मैं वैसे ही अमित की वजह से बहुत परेशान हूँ.” गुड्डू बोला “ठीक है, मत चुदवा. मैं जबरदस्ती नहीं करता. लेकिन मस्ती करती रह. कल वही पिक्स और स्टोरी ले लेना. जब चुदवाने का मन करे, तब चुदवाना, नहीं मन करे तो मत चुदवाना.” पूनम कुछ नहीं बोली. उसे बहुत हल्का लग रहा था. वो लड़का उसकी बात मान रहा था. गुड्डू बोला “बस जैसा अभी है, वैसा ही रहने देना. मतलब मेरे से पिक्स और स्टोरी लेते रहना और फ़ोन पे बात करती रहना.” पूनम कुछ नहीं बोली.
गुड्डू बोला “अमित जैसे लड़के का अफ़सोस मत मनाओ. वो बहुत मादरचोद टाइप का लड़का था. पूनम एक गहरी सांस लेती हूँ “हुम” बोली जैसे उसे बहुत अफ़सोस था. उसे अमित और उसके दोस्तों के बीच हुई बातचीत याद आ गयी. वो बोली “अमित बहुत ही गिरा हुआ इंसान है.” गुड्डू बोला “पता है जान, उस टाइप के सारे मादरचोद ऐसे ही होते हैं. इसलिए मैं प्यार मुहब्बत के चक्कर में नहीं पड़ता.”
पूनम बोली “उसे मेरे से दूर होना था, इसका अफ़सोस नहीं है. तुम्हारे डर की वजह से हुआ की जिस वजह से हुआ, उससे मतलब नहीं. लेकिन जब मुझे छोड़ दिया तो फिर मेरी इज्ज़त क्यू उछाल रहा है.” गुड्डू आश्चर्य से पूछा मतलब?” पहले तो पूनम उसे कुछ नहीं बताई, लेकिन जब गुड्डू ने जिद किया तो पूनम फ़ोन वाली पूरी घटना उसे बता दी. पूनम की आँखों में आँसू छलक आये।