Fantasy Mayavi dunia (एक जादू भारी दुनिया की कहानी)(complete)

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और उसके बाद जोरबार रुद्रा और जहाँ तीनों आगे बदहजते हैं अपने मंजिल के तरफ , जंगल के चारों तरफ सूखे हुए पेड़ और पौधे थे हरियाली तो थी ही नहीं और ज़मीन तो जेशे बंजार होचुकी थी

और इन्हीं सूखे हुए पेड़ पोढ़ों से होते हुए ये तीनों आगे तरफ रहे थे , तीनों घंटों तक चलते रहते हैं और आगे बढ़ते रहते हैं और फिर इन्हें आगे हारे भरे पेड़ और पौधे दिखाई देने लगते हैं आगे कुछ ही दूरी पर

और जब ये तीनों उन्न हारे भरे पेड़ और पोढ़ों के पास पहुँच ते हैं तो इन्हें पता चलता है की वहाँ पे एक छोटा सा तलब भी है , ये तीनों पिछले कुछ घंटों से चलते चलते थक्क चुके थे इसलिए ये तीनों तय करते हैं की कुछ देर यहीं पे आराम करेंगे तलब के किनारे उसके बाद फिरसे आगे बढ़ेंगे

रुद्रा और जहाँ वहीं पे बैठ जाते हैं और जोरबार तलब के करीब जाने लगता है तकिी अपने प्यास को बुझा सके थोड़ा सा पानी पीके , रुद्रा और जहाँ बैठे बैठे आराम कार रहे थे की तभी रुद्रा की नज़र पड़ती है वहाँ के आस पास में लगे हुए तरह तरह के खूबसूरत फूलों(फ्लवर’से) के पोढ़ों पर ये सारे के सारे फूल बहुत ही खूबसूरत थे और साथ में बहुत बारे बारे भी आम फूलों के मुकाबले में

ये सारे के सारे खूबसूरत फूल रुद्रा का मान मो लेते हैं और रुद्रा की सारी थकान गएब होजती है इन फूलों को देख के और रुद्रा वहाँ से उठके चल देता है उन्न फूलों को पास से देखने के लिए

रुद्रा आगे बढ़ते हुए उन्न खूबसूरत फूल तक जा पहुँचता है और उन्हें निहारने लगता है , वहाँ पे तरह तरह के फूल थे रुद्रा बस उन्हें देखे जा रही था और फिर रुद्रा एक बहुत बारे से फूल के करीब जा पहुँचता है जो की बाकी सभी फूलों के मुकाबले बहुत बड़ी थी

रुद्रा को वो फूल थोड़ी से अजीब लगती है इसलिए रुद्रा आगे बढ़ता है और उस फूल को चुन के उसका निरीक्षण करने लगता है लेकिन तभी अचानक उस फूल का आकर और भी बड़ा हो जाता है और उस फूल के मुंह खुल जाते हैं , और देखते ही देखते वो फूल एक खतरनाक फूल में बदल जाता है और उसके लटाएँ रुद्रा को जकड़ लेती हैं और वो फूल अपने मुंह को खोले रुद्रा को निगलने के लिए रुद्रा के तरफ बढ़ने लगता है

रुद्रा – जोरबार , जहाँ मुझे बचऊऊओ!!!!!!!!!!रुद्रा की चीख सुनकर जहाँ उसके तरफ दौड़ पड़ती है और जब जहाँ रुद्रा के करीब पहुंकति है तब वो देखती है की एक बड़ा सा और अजीब सा फूल अपने लातों से रुद्रा को जकड़ के उसे खाने की कोशिश कार रही है , जहाँ फौरन अपने जादुई दंड को निकलती है और उसके रुख को उस अजीब से फूल के तरफ करके वार करती है

जहाँ के जादुई दंड से कुछ चाकू और छुरियँ निकलती हैं और सीधे जाकर उस अजीब से फूल को चीरते हुए आर पार होजती हैं और रुद्रा उनके कब्जे से आज़ाद हो जाता है , वो बड़ा सा और खतरनाक सा फूल टुकड़ों में बता हुआ नीचे ज़मीन पे पड़े पड़े छटपटाता है और अपना दम तोड़ देता है

रुद्रा उनके कब्जे से आज़ाद होते ही हांपने लगता है और हंपते हुए जहाँ से पूछता है

रुद्रा – आस तेरी की ये साली क्या बाला थी यार , मरते मरते बच्चा में यार

जहाँ – ये एक मॉन्स्टर फ्लवर था

रुद्रा – क्या ?

जहाँ – वो एक मॉन्स्टर फ्लवर था एक राक्षसी फूल जो इंसानो को खाती है समझे और अब अपना तलवार उथलो क्योंकि अब हुंपे हमला होनेवाला है

रुद्रा – ये राक्षसी फूल तो खत्म हो गया अब हुंपे कौन हमला करेगा

जहाँ – इसे फूल के रिश्तेदार हुंपे हमला करेंगे

जहाँ ने इतना कहा ही था की तभी आस पास के सारे बारे बारे फूल अपने आप हिलने लगते हैं और देखते ही देखते वो सभी फूल बारे होने होने लगते हैं

ये नज़ारा देख रुद्रा फौरन चौकना हो जाता है और अपने तलवार को काश के पकड़ लेता है , वो सभी फूल रुद्रा और जहाँ के तरफ बढ़ने लगते हैं और बहुत ही अजीब दिखने लगते हैं उनमें से कुछ फूल के लटाएँ बहुत लंबी थी

और वो फूल अपने अपने लताओं से रुद्रा और जहाँ के ऊपर हमला करने लगते हैं , उन्न फूलों के लाटाएँ तेजी से किसी चाबुक की तरह रुद्रा और जहाँ के तरफ आती है लेकिन रुद्रा और जहाँ वहाँ से कूदके अपने आप को उन्न लताओं के वार से बच्चा लेते हैं

जहाँ – रुद्रा ये फूल बहुत ही खतरनाक हैं और इनके लटाएँ और भी खतरनाक हमें इनसे बचते बचाते हुए इनपे हमला करना होगा हम जितनी देरी करेंगे उतना ही खतरा बढ़ता जाएगा हुंपे

रुद्रा – ठीक है जहाँ

और फिर रुद्रा और जहाँ अपने आप को उन्न फूलों के लताओं के वार से बचाते हुए उनपर हमला करने लगते हैं , रुद्रा अपने तेज धार तलवार से उन्न फूलों पे हमला करने लगता है तो वहीं जहाँ अपने जादुई दंड से तलवार और चाकू छुरी निकलकर उन्न फूलों और उनके लताओं पे हमला करने लगती है

रुद्रा की तलवार की धार कमाल की थी रुद्रा उन्न राक्षसी फूलों को बुरी तरह से कट रहा था वहीं जहाँ भी अपने जादुई दंड के मदद से उन्न फूलों को नॅस्ट कार रही थी , देखते ही देखते कुछ ही वक्त के अंदर रुद्रा और जहाँ दोनों मिलकर उन्न सभी राक्षसी फूलों को कट के खत्म कार देते हैं , सभी मॉन्स्टर फ्लवर’से के ख़ात्मे के बाद रुद्रा और जहाँ दोनों चैन की सांस लेते हैं

रुद्रा – साला क्या मुस्सिबत है , ये जंगल तो सचमुच में बहुत खतरनाक है रे बाबा यहाँ तो हर एक कदम फूँक फूँक के रखना पड़ेगा नहीं तो कब जान चली जाएगी और हमें पता भी नहीं चलेगा

जहाँ – हाँ रुद्रा तुमने सही कहा यहाँ इसे जंगल में फूँक फूँक के कदम रखने पड़ेंगे खास तौरपे तुम्हारे लिए , तुम हमेशा ही इन चक्करों में फ़ासस जाते हो

रुद्रा – हाँ हाँ पता है पता है मुझे और बोलने की जरूरत नहीं है , वेशे जहाँ हम दोनों जब यहाँ इन राक्षसी फूलों का मुकाबला कार रहे थे तब ये जोरबार कहाँ था और अभी भी नहीं दिख रहा है

रुद्रा ने जोरबार की बात छेड़दी ही थी की तभी अचानक तलब के तरफ से कुछ पानी में गिरने की आवाज़ आती है और साथ में किसी के चिल्लाने की भी

बचऊऊऊ बचाओ मेरी मदद करो

रुद्रा – जहाँ ये आवाज़ तो जोरबार की है लगता है जोरबार किसी खतरे में है

जहाँ – हाँ रुद्रा मुझे भी यही लगता है , चलो जल्दी से तलब के तरफ

ये कहते हुए रुद्रा और जहाँ दोनों तलब के तरफ दौड़ पड़ते हैं !
जिशवक़्त रुद्रा और जहाँ दोनों उन्न मॉन्स्टर फ्लवर’से से लध रहे थे ठीक उशिवक़्त जोरबार इसे बात से अंजान तलब के किनारे पे बैठ के झुक के तलब में से पानी पीरहा था और अपनी प्यास बुझा रहा था

जोरबार इसे बात से अंजान की आनेवाले पल में उसके साथ क्या होनेवाला है वो बससस्स तलब में पानी पीके अपनी प्यास बुझा रहा था की तभी अचानक तलब में कुछ हलचल होने लगी

तलब के अंदर से बहुत सारे बुलबुले अपने आप बाहर निकालने लगते हैं जिसे देख कर जोरबार पानी पीना बंद करदेता है और पीछे हॅट जाता है , जोरबार थोड़ा सा डरा हुआ था साथ में हैरान भी , जोरबार की आँखें तलब पे गाड़ी हुई थी जोरबार तलब में हुई हर एक हलचल को बड़ी ध्यान से देख रहा था

तलब के अंदर पानी के बुलबुले धीरे धीरे उबाल रहे थे और तरफ रहे थे और कुछ ही देर में वो सारे बुलबुले इकट्ठे होने लगते हैं और वो सारे पानी के बुलबुले इकट्ठे होकर एक बहुत बारे शरीर का रूप लेने लगते हैं , कुछ ही वक्त के अंदर वो सारे पानी के बुलबुले इकट्ठे होकर एक पानी के दानव के रूप में बदल जाते हैं

वो जल दानव बहुत बड़ा था वो जल दानव इतना बड़ा था की उसके सामने बारे से बड़ा पेड़ भी छोटा नज़र आए , उस जल दानव का शरीर पूरी तरह से पानी से बना हुआ था , वो जल दानव गुस्से में जोरबार की तरफ देखता है और गुर्रटे हुए कहता है

जल दानव – कौंन्ञणन् हो तुम बड़जात तुम्हारी इतनी हिम्मत के तुम अपने गंदे शरीर से मेरे साफ सूत्रे तलब को गंदे कार रहे हो , तुम्हारी हिम्मत केशे हुई यहाँ आने की बड़जात , तुमने यहाँ आकर और मेरे तलब को गंदा करके अपनी मौत को बुलाया है


जोरबार – में जादूगर जोरबार हूँ शैतानी दुनिया के मलिक सम्राट का ख़ास्साम ख़ास्स्स और वफादार साथी और शायद तुम भूल रहे हो बेवकूफ्फ जल दानव की डेत वाली के साथ साथ ये इल्लाका भी सम्राट का है और तुम उसके गुलाम हो इसे लिए अपना गुर्राना बंद काररो और मुझे झुक के सलाम करो बेवकूफ्फ

जल दानव – अच्छा तो तू ही है वो जादूगर जोरबार सम्राट का ख़ास्स्स साथी लेकिन जादूगर जोरबार तू खुद भूल रहा है की सम्राट अब नहीं रहा और में अब किशिका गुलाम नहीं हूँ और तूने मुझे गुलाम और बेवकूफ्फ कहकर अपनी मौत को और भी दर्दनाक बनडिया है

ये कहते हुए जल दानव फौरन अपना हाथ जोरबार के तरफ बढ़ता है , जल दानव का हाथ अपने आप देखते ही देखते लंबा होता जाता है और तेजिसे जोरबार के तरफ बढ़ने लगता है , जैसे ही जल दानव का हाथ जोरबार के करीब पहुँचता है जोरबार को पकड़ने के लिए जोरबार फौरन उस जगह से कुदड जाता है जिस से जोरबार उस जल दानव के हाथ में नहीं आता है

इसे से जल दानव और भी गुस्सा हो जाता है और अपने दोनों हाथों को जोरबार के तरफ बढ़ता है उसे पकड़ने के लिए लेकिन इसे बार भी जोरवार वहाँ से कुदड जाता है और जल दानव के हाथ में नहीं आता है

इसे से जल दानव पूरी तरह से गुस्से में पागल हो जाता है और वो चिल्लाता है , हाईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई , जल दानव अपनी सारी ताक़तों को इकट्ठा करता है और उस तलब के पनीओन से एक बहुत बड़ा सा घेरा बना लेता है जोरबार के चारों तरफ

जोरबार अब चारों तरफ से घिर चुका था अब उसे बाहर निकालने का कोई भी राष्टा नज़र नहीं आ रही था उसका दिमाग सुन्न पड़ चुका था उसे कुछ समझ में नहीं आ रही था की क्या करे और तो और अब तो जोरबार के पास उसका जादुई दंड भी नहीं था जिस से वो अपने आप को इसे जल दानव से बच्चा सके , और फिर तभी जल दानव अपने दोनों हाथों को जोरबार के तरफ बढ़ते हुए उसे बहुत ही आसानी से पकड़ लेता है

जल दानव अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए एक बहुत बड़ा सा पानी का गोला बनता और जोरबार को उसमें दलदेटा है , जोरबार उस गोले से बाहर निकालने की बहुत कोशिश करता है लेकिन वो कामयाब नहीं हो पता है , और उसके बाद जल दानव उस पानी के बारे से गोले को हवा में घूमने लगता है इसे से उसके अंदर कैद जोरबार को सांस लेने में तकलीफ होने लगती है और वो घुटन के मारे चिल्लाने लगता है

जोरबार – बचऊऊऊ बचाओ मेरी मदद करो , रुद्रा ,,,,,,, जहाँ मेरी मदद करो मुझे बचऊऊऊओ

इसे तरफ जब रुद्रा और जहाँ जोरबार की चीख सुनते हैं तो दोनों दौड़ पड़ते हैं तलब के तरफ , पर जेशे ही वो दोनों तलब के करीब पहुंकते हैं तो दोनों दंग रहजाते हैं जल दानव को देख
रुद्रा और जहाँ जब तलब के करीब पहुँचते हैं तो जल दानव को देख दंग रहजाते हैं , जल दानव ुषवक़्त जोरबार को पानी के गोले में कैद करले उसे घुमा रहा था इसे से जोरबार को बहुत तकलीफ हो रही थी और जोरबार को तकलीफ में देख जल दानव को बड़ा मजा आ रही था

रुद्रा – जहाँ ये क्या चीज़ है यार और जोरबार उस बारे से पानी के गोले में केशे पहुँच गया

जहाँ – रुद्रा लगता है ये कोई जल दानव है जिसने जोरबार को उस पानी के गोले में कैद कर लिया है

रुद्रा – फिर तो हमें जोरबार को जल्द से जल्द छुड़ाना होगा

जहाँ – सही कहा तुमने रुद्रा

और फिर जहाँ उस जल दानव को आवाज़ देती है

जहाँ – है जल दानव तुमने हमारे दोस्त को क्यों बंदी बनाया है अगर अपनी सलामती चाहते हो तो चुप चाप हमारे दोस्त को आज़ाद करदो बर्ना अच्छा नहीं होगा

जहाँ की आवाज़ सुन्न नेके बाद वो जल दानव जहाँ के तरफ गुस्से से देखने लगता है और फिर वो जल दानव गरजते हुए जहाँ से कहता है

जल दानव – कौन हो तुम और तुम्हारी ये हिम्मत मुझसे इतनी ऊंची आवाज़ में बात कार रहे हो

जहाँ – जिसे तुमने उस पानी के गोले में कैद किया है उसके दोस्त हैं हम और तुम्हारी भलाई इशहिमे है उसे तुम छोड़ दो नहीं तो

जल दानव – नहीं तो क्या , नहीं तो क्या कार लाओगी तुम , तुम दोनों को भी में तुम्हारे इस दोस्त की तरह तड़पा तड़पा के मारूँगा , हाहहाहा हाहहाहा

ये बोलते हुए वो जल दानव ज़ोर ज़ोर से हस्सने लगता है , उसके ठहाकों से पूरा जंगल गूँज उठता है

वो जल दानव जब हस्सने में ब्यासत था ठीक उसी वक्त जहाँ ने अपनी जादुई दंड को निकाला और जल दानव के हाथ के तरफ निशाना करके वार कर दिया इसे से जहाँ के जादुई दंड से एक तेज रोशनी निकलती है और सीधे जाकर उस बारे से पानी के गोले पे लगती है इसे से वो पानी का गोला फट जाता है और जोरबार उस में से आज़ाद होकर नीचे ज़मीन पे गिरजता है

जेशे ही जोरबार नीचे गिरता है रुद्रा फौरन भागके जाता है और जोरबार को संभालते हुए खड़ा करने लगता है और इधर पानी के गोले के फट जाने के वजह से जल दानव बहुत गुस्से में आ जाता है

जल दानव गुस्से में गुराटते हुए अपनी सभी शक्तियों को इकट्ठा करने लगता है और फिर वो अपने दोनों हाथों को काश के ऊपर की तरफ उठा देता है जिस से चारों तरफ एक मोटी से पानी का दीवार बनजता है और जहाँ , रुद्रा और जोरबार उस दीवार में फास्के रहजाते हैं

पानी से दीवार बनाने के बाद जल दानव पानी के बारे बारे गोले बनता है और उनको इन तीनों पे फेंक के हमला करने लगता है , रुद्रा जोरबार और जहाँ ये तीनों इधर उधर कूदके उन्न बारे बारे पानी के गोलों से अपने आप को बचाने लगते हैं , लेकिन ज्यादा देर तक बच नहीं पाते हैं

जोरबार और रुद्रा को एक एक पानी का गोला लग जाता है जिस से जोरबार और रुद्रा दोनों उस पानी के गोले में कैद होजते हैं और जब ये बात जहाँ देखती है तो वो समझ जाती है की कुछ भी करके उसे इन पानी के गोलों से बचना है और साथ में उस जल दानव पे हमला भी करना है

रुद्रा और जोरबार दोनों पानी के गोलों में कैद होचुके थे सिर्फ़ अकेली जहाँ ही बची हुई थी और इसलिए जल दानव अपना हमला और तेज करचूका था , जल दानव और तेजिसे बारे बारे पानी के गोले फेंक रहा था जहाँ के ऊपर

जहाँ इधर उधर कूदके अपने आप को उन्न पानी के गोलों से बच्चा रही थी और फिर जहाँ को एक मौका मिला , जब जल दानव कुछ सेकेंड्स के लिए रुकता है अपनी खत्म हो रही ताक़तों को फिरसे इकट्ठा करने के लिए तभी जहाँ समझ जाती है की यही सही मौका है हमला करने का और जहाँ अपने जादुई दंड को उठती है और जल दानव के तरफ करके वार करती है

इसे से जहाँ के जादुई दंड से बर्फ़िल्ला धुआँ निकालने लगता है और वो बर्फ़िल्ला धुआँ सीधे जाकर जल दानव के शरीर से टकराती है और जल दानव के शरीर के ऊपर बर्फ की परत चढ़ने लगती है और देखते ही देखते उस जल दानव का शरीर बर्फ में जम्म जाता है

जल दानव के बर्फ में जम जाने से जहाँ के चेहरे पे हल्की से मुस्कान आ जाती है और जहाँ चल देती है रुद्रा और जोरबार के तरफ , जहाँ कुछ ही वक्त के अंदर उन्न दोनों को उस पानी के गोले के कैद से आज़ाद करती है और उस पानी के दीवार को भी जहाँ अपने जादुई दंड के मदद से तोड़ देती है

रुद्रा – चलो अच्छा हुआ साला ये जल दानव जम्म गया बर्ना साला हमें पानी के अंदर जमा देता

जहाँ – चलो चलते है यहाँ से

जहाँ ने ये बात कहा ही था की तभी जल दानव के शरीर के ऊपर चढ़ा बर्फ की परत धीरे धीरे टूटने लगती है और कुछ ही वक्त के अंदर जल दानव के शरीर से सारे के सारे बर्फ के परत टूट के बिखर जाते हैं

जल दानव बर्फ की कैद से आज़ाद हो जाता है और गुस्से से इन तीनों के तरफ देख के गुर्राने लगता है

रुद्रा – जहाँ ये क्या , ये तो आसानी से आज़ाद हो गया , अब हम क्या करे , जहाँ जल्दी कुछ करो नहीं तो ये साला जल दानव हमारे साथ बहुत कुछ करेगा

जोरबार – जहाँ इस बार जल दानव के जड़ों पे बर्फीला हमला करो
 
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जहाँ – जल दानव के जड़ें मतलब क्या है तुम्हारा जोरबार

जोरबार – जेशे पेड़ों की जड़ों पर हमला करने से पेड़ मर जाते हैं ठीक उसी तरह जल दानव के जड़ों पे हमला करो जहाँ से उसे ताक़त मिलती है यानि की इसे तलब को बर्फ में जमदो जल दानव भी हमेशा के लिए जम्म जाएगा

जल दानव गुस्से से जेशे ही इन तीनों के ऊपर हमला करने को होता है ठीक उशिवक़्त जहाँ तेजिसे अपने जादुई दंड से जल दानव के ऊपर फिरसे वार करने लगती है , जहाँ के जादुई दंड से फिरसे बर्फिल्ली धुआँ निकालने लगती है जो सीधे जाकर उस जल दानव के शरीर से टकराने लगती है और उसे बर्फ में जंमाने लगती है और उस जल दानव को बर्फ में जमाने के बाद जहाँ अपने जादुई दंड को उस तलब के तरफ भी मोड़ देती है जिस से कुछ ही देर में वो तलब भी बर्फ में जम्म जाता है

जोरबार – जहाँ अब देखना ये जल दानव हमेशा हमेशा के लिए यहाँ कैद हो गया ये अब कभी भी आज़ाद नहीं हो पाएगा

रुद्रा – जोरबार तुम कनफॉर्म तो हो ना , क्योंकि अगर ये इसे बार भी आज़ाद हो गया तो साला हमें बहुत मरेगा और वो भी ठंडे ठंडे पानी से

जहाँ – तुम चुप करो रुद्रा , इसे तरह की मनहुष् बातें मात किया करो कितने मुश्किल से उस जल दानव को कैद किया है

जहाँ ने इतना कहा ही था की उस तलब में और जल दानव के शरीर में क्रॅक पड़ने लगते हैं , तलब और जल दानव के ऊपर चड्डी हुई मोटी बर्फ़फ़ की परत धीरे धीरे टूठत्ने लगती है , जहाँ और रुद्रा जब ये नज़ारा देखते हैं तो दोनों गुस्से से जोरबार की तरफ देखने लगते हैं

रुद्रा – क्यों मियाँ जोरबार अभी तो आप बड़ी बड़ी हांक रहे थे की ये जल दानव हमेशा हमेशा के लिए कैद हो गया है तो ये क्या है जनाब

जोरबार – लगता है मेरा अंदाज़ा गलत निकला कुछ और सोचना पड़ेगा इसे जल दानव को हराने के वेस्ट

जहाँ – तुम दोनों अपनी अपनी बकवास बंद करो , हमें यहाँ से जल्द से जल्द भागना पड़ेगा क्योंकि वेशे भी अग्नि के जान को बचाने के लिए हमारे पास बहुत कम वक्त रही गया है अगर हम यहाँ इसे जल दानव के साथ लड़ने में लगे रहे तो हम सही वक्त पे काले पहाड़ी पे नहीं पहुँच पाएँगे इसलिए जीतने तेजिसे बिना रुके भाग सकते हो भागो

जल दानव धीरे धीरे आज़ाद हो रहा था और जहाँ ने सच ही कहा था की इसे जल दानव को हराने में काफी वक्त लगेगा जो ईश्वक़्त उनके पास नहीं था , उन्हें जल्द से जल्द काली पहाड़ी पे पहुँच ना था तकिी वो उस ब्लैक रोज़ को हासिल कार सके , इसे लिए इन तीनों का यहाँ से ईश्वक़्त भागने में ही अचाई थी

इसलिए तीनों , जोरबार रुद्रा और जहाँ तीनों जीतने तेजिसे भाग सकते थे भागने लगे , जल दानव को उसी हालत में छोड़ ये तीनों उस जगह से भागने लगे , तीनों भागते रहे और भागते रहे सबसे आगे जोरबार था क्योंकि आगे का राष्टा उसे ही मालूम जो था , कई घंटों तक और कई मीलों तक तीनों भागते रहे और फिर अचानक जोरबार किसी से जा टकराता है

जोरबार आगे आगे भाग रहा था और ठीक उसके पीछे पीछे रुद्रा और जहाँ थे जब जोरबार किसी से टकराता है तो रुद्रा जाकर जोरबार से टकराता है और जहाँ रुद्रा से इसे से तीनों जोरबार रुद्रा और जहाँ ज़मीन पे गिरजते है

और फिर तीनों अपने अपने सर को सहलाते हुए उठने लगते हैं और फिर तीनों जोरबार जिस से टकराया था उसे देखने लगते हैं , जेशे ही इन तीनों की नज़र उसपर पड़ती है जिस से जोरबार टकराया था , इन तीनों की हालत पतली होजती है और गला सुख जाता है

जोरबार एक प्राण भक्षी से टकराया था और उस प्राण भक्षी के पीछे पूरी प्राण भक्ष्िोन की फौज थी जो ईश्वत इन तीनों को चारों तरफ से घेरे खड़ी थी , सभी प्राण भक्ष्िोन के मुंह से ईश्वक़्त लार टपक रहे थे और सभी प्राण भक्षियाँ इन तीनों को घेरे खड़े थे अपना खाना बनाने के इरादे से
प्राण भक्ष्िोन को देख जहाँ रुद्रा और जोरबार तीनों के होश लगभग उड़ ही चुके थे तीनों की पीठ एक दूसरे से चिपक चुकी थी और उन्न तीनों को चारों तरफ से प्राण भक्ष्िोन की फौज घेरे खड़ी थी

रुद्रा – आबे जोरबार ये तूने अब किस मुस्सिबत में फँसा दिया यार , ये साले भद्दे और बदबूदार जीभ क्या चीज़ हैं भी और ये सब हमें इसे क्यों देख रहे हैं

जोरबार – ये सब प्राण भक्षी हैं और लगता है ये हमें खाना चाहते हैं

रुद्रा – क्य्ाआअ , ये साले हमें अपना खाना बनाना चाहते हैं , तो इसलिए इन सालों के मुंह से लार टपक रही है

ये तीनों बात कार ही रहे थे की तभी प्राण भक्ष्िोन की फौज धीरे धीरे इन तीनों के और नज़दीक आने लगते हैं और जेशे ही प्राण भक्ष्िोन की फौज इन तीनों पर हमला करने लगती है तभी हवाओं में एक आवाज़ गूँजती है , और वो आवाज़ थी सम्राट के अक्ष की

सम्राट का अक्ष – रूकको,,,,,,,,,,,,,,, उनन्ं को छूना भी मात,,,,,,,,,,,,,,,,,,

इसे आवाज़ के गूंजते ही सारे के सारे प्राण भक्षी रुक्क जाते हैं , कोई भी इन तीनों पे हमला नहीं करता है , जोरबार जहाँ और रुद्रा ये तीनों उस आवाज़ के तरफ देखने लगते हैं जो की काले पहाड़ी के ऊपर से आया था

जोरबार दूर से ही सम्राट के अक्ष को देख के समझ जाता है की वो सम्राट का अक्ष है इसलिए जोरबार वहीं से झुक के सम्राट के अक्ष को सलाम करता है , और जब रुद्रा और जहाँ दोनों ये देखते हैं तो जोरबार से पूछते हैं

रुद्रा & जहाँ – जोरबार ये क्या तुम झुक के किसे सलाम कार रहे हो

जोरबार – में अंधेरी दुनिया के मलिक को सलाम कार रहा हूँ यानि की सम्राट के अक्ष को

रुद्रा – पर जोरबार तुमने तो कहा था की सम्राट के अक्ष को कैद कर लिया गया था तो फिर वो आज़ाद केशे हो गया

जोरबार – वो तो मुझे भी पता नहीं रुद्रा , इसे सवाल का जवाब हमें सम्राट का अक्ष ही दे सकता है इसलिए हमें उस काले पहाड़ी पे जाना पड़ेगा

और फिर ये तीनों उस काले पहाड़ी के ऊपर चढ़ने लगते हैं और वो तीनों कुछ घंटों में उस पहाड़ी के छोटी पे पहुँच ही जाते हैं , जब तीनों उस काले पहाड़ी के छोटी पे पहुंकते हैं तब वो देखते हैं की उनके सामने बुराई और अंधेरी दुनिया का मलिक सम्राट का अक्ष खड़ा है , जोरबार फिरसे झुक के सम्राट के अक्ष को सलाम करता है

जोरबार – है अंधेरी दुनिया के मलिक मेरे सलाम को कबूल कार , मेरे मलिक आप को तो कैद कर लिया गया था , आप को उस कैद में से किशणे छुड़ाया

सम्राट का अक्ष – मुझे उस कैद से छुड़ाने में कहीं ना कहीं हाथ अग्नि का है और फिर जोरबार अपने आज़ादी की कहानी उन्न तीनों को बताता है की केशे डर्कलॉर्ड को जो उसने अपनी शक्तियाँ डिति वो उसके मरने के बाद उसके पास लौट आई और वो आज़ाद हो गया

जोरबार – अच्छा तो आप इसे आज़ाद हुए पर अफ़सोस मलिक आप तो आज़ाद हो गये लेकिन उस हाधसे उस जंग में अग्नि बुरी तरह से घायल होचुका है और ईश्वक़्त मौत और जिंदगी में झूल रहा है और हमारे पास वक्त बहुत कॅम है

सम्राट का अक्ष – नहिंन्नणणन् शा नहीं होसकता है अग्नि नहीं मर सकता है , में अग्नि को कुछ भी होने नहीं दूँगा

जोरबार – मुझे माफ करना मेरे मलिक पर अग्नि को बचाने में आप की भी ताक़तें काम नहीं आएँगी , ईश्वक़्त अग्नि को सिर्फ़ डार्क रोज़ फ्लवर ही बच्चा शक्ति है और हम उस फ्लवर को ढूंढ़ने के लिए यहाँ आए हुए हैं

सम्राट का अक्ष – पर जोरबार तुम तो जानते हो की डार्क रोज़ फ्लवर को सिर्फ़ एक इंसान ही हासिल कार सकता है जो इंसानी दुनिया से हो जिसके पास कोई भी जादुई ताक़त ना हो


जोरबार – हाँ मेरे मलिक में जनता हूँ और इसलिए तो मेरे साथ अग्नि का दोस्त रुद्रा है और ये रुद्रा एक मामूली इंसान है इसके पास कोई भी जादुई ताक़त नहीं है लेकिन इसके पास हिम्मत की काम्मी नहीं है और साथ में इसके इरादे भी बहुत मजबूत हैं

सम्राट का अक्ष – वो तो इसे मामूली इंसान को देख के ही पत्ता चल गया है क्योंकि इसे खून्नी जंगल को पार करके यहाँ इसे काले पहाड़ी तक आना इतना आसान काम नहीं था फिर भी इसने उस काम को कार दिखाया इसे से ये साबित होता है ये इंसान कोई मामूली इंसान नहीं है जरूर इसमें कुछ खास बात होगी , लेकिन जोरबार तुम्हारे साथ ये चुड़ैल क्या कार रही है

सम्राट जहाँ को देखते ही समझ जाता है की वो एक चुड़ैल है और ये बात की वो इनके साथ क्या कार रही है जोरबार से पूछ ही लेता है

जहाँ – में यहाँ इन की मदद करने आई हूँ अगर में यहाँ ना आती तो ये दोनों कब्के मर चुके होते

जोरबार – हाँ मलिक ये सच कह रही है , उसके बाद जोरबार इसे खून्नी जंगल के सफ़र के बारे में सारी बातें सम्राट को बता देता है

सम्राट का अक्ष – वो तो में समझ गया लेकिन में ये जान ना चाहता हूँ की चुड़ेलें कब से इतने दरिया दिल हो गयी हैं की वो किसी की मदद करे और वो भी बिना मतलब के , सम्राट अपना सवाल जहाँ की और देख के पूछ ही लेता है

जहाँ – में कोई बिना मतलब के मदद नहीं कार रही हूँ , में और अग्नि एक दूसरे से प्यार करते हैं और वो भी तबसे जब अग्नि और में हम दोनों मामूली इंसान थे और इसे मायवी दुनिया के बारे में कुछ जानते भी नहीं थे तबसे हम दोनों एक दूसरे पे जान छिड़कते थे और में अपने अग्नि को इसे तरह इसे हालत में नहीं देख शक्ति हूँ

सम्राट का अक्ष – अच्छा तो ये बात है , तो तुम अपने दिल के हाथों मजबूर हो चलो अच्छा लगा ये बात सुनकर

जोरबार – मलिक हमारे पास वक्त बहुत कम है हमें जल्द से जल्द उस डार्क रोज़ को हासिल करना होगा नहीं तो हम अग्नि को बच्चा नहीं पाएँगे

सम्राट का अक्ष – तुम्हें वो डार्क रोज़ उस तिल्लइसमी गुफा के अंदर मिलेगा वहीं से शुरू होता है उस डार्क रोज़ को हासिल करने का सफ़र , अब तुम लोग जाओ और उस फ्लवर को हासिल करो और अग्नि को बचलो लेकिन होशियार रहना क्योंकि उस डार्क रोज़ को हासिल करना इतना भी आसान नहीं

और उसके बाद सम्राट अपनी शक्तियों से कुछ शक्तियाँ जोरबार को देता है साथ में एक जादुई दंड भी और फिर सम्राट एक गुफा के तरफ इशारा करदेता है और फिर ये तीनों जोरबार रुद्रा और जहाँ चल देते हैं उस गुफा के तरफ उस डार्क रोज़ को हासिल करने के लिए
रुद्रा जहाँ और जोरबार ये तीनों उस तिल्लइसमी गुफा में दाखिल होचुके थे और पूरी सतर्कता के साथ धीरे धीरे आगे तरफ रहे थे , उस गुफा के अंदर चारों तरफ अंधेरा ही अंधेरा था इसे लिए जोरबार ने अपने जादुई दंड के मदद से जादुई दंड को एक मस्सल में बदल दिया था और जोरबार उस मस्सल को हाथ में पकड़े हुए आगे चल रहा था और रुद्रा और जहाँ उसके पीछे पीछे चल रहे थे

तीनों आगे बढ़ते ही जा रहे थे कुछ देर आगे चलने के बाद तीनों को सामने एक दरवाजा दिखाई देता है और तीनों उस दरवाजे के ठीक सामने रुक्क जाते हैं, लेकिन उस दरवाजे के उस तरफ से अजीब अजीब आवाजें आ रही थी

जहाँ – ये किस तरह की आवाजें हैं

रुद्रा – ये तो बहुत ही डरावनी आवाजें हैं

जोरबार – जो भी आगे तो बढ़ना ही पड़ेगा ना

और फिर जोरबार आगे बढ़ते हुए उस दरवाजे को आहिस्ते से खोलता है, और फिर ये तीनों उस कमरे में चुप के छुपे के झाँकने लगते हैं कहीं कोई खतरा तो नहीं है आगे

लेकिन जेशे ही तीनों उस कमरे में झांकते हैं तो दंग रहजाते हैं क्योंकि उस बारे से कमरे में एक बहुत बड़ा शेयर(लाइयन) था करीबन 20 फुट के हाइट वाला और उसके 3सर(3 हेड) थे और वो शेयर ईश्वक़्त सोया हुआ था और बारे जोरों से खरते मारे जा रही था और उसी शेयर की खरतों की आवाज़ उस कमरे के बाहर तक गूँज रही थी

रुद्रा – अरे ये तो बहुत बड़ा शेयर है और वो भी 3 सरों वाला अब हम आगे केशे बढ़ेंगे

जोरबार एक बार फिरसे अंदर झाँकने लगता है, जोरबार अपनी नज़र चारों तरफ उस कमरे में दौड़ता है और उसे आगे का राष्टा मिलजाता है और वो राष्टा उस 3 सरों वाले शेयर में पंजों के नीचे था, यानि की वो शेयर जहाँ पे सोया हुआ था ठीक उसके नीचे

जोरबार – राष्टा मीलगया, वो देखो उस शेयर के पंजे में नीचे है राष्टा, उस शेयर के पंजे के नीचे जो पठार है उसे थोड़ा सा सरकाना होगा तब जाकर हम आगे तरफ सकते हैं

रुद्रा – पर हम इसे शेयर का क्या करेंगे अगर वो उठ गया तो

जहाँ – जो होगा देखा जाएगा चलो दोस्तों आगे बढ़ते हैं

और फिर तीनों आहिस्ते आहिस्ते अपने कदम रखते हुए आगे बढ़ते हैं, तीनों उस शेयर के करीब पहुँच जाते हैं, और रुद्रा आहिस्ते आहिस्ते कुछ कहने लगता है

रुद्रा – दोस्तों उस पठार को अपने जगह से सरकने से पहले हमें इसे शेयर के पंजे को यहाँ से सरकाना होगा, और ये खतरनाक काम कौन करेगा

जोरबार – और कौन करेगा तुम करोगे

रुद्रा – तुम सबको और कोई नहीं मिलता क्या हमेशा मुझे आगे करदेटे हो जब भी कोई खतरा सामने देखते हो तो

जहाँ – रुद्रा हम तीनों मेशे सबसे बहादुर तुम ही तो हो इसलिए ये काम और कौन कर्षकता है तुम्हारे शिबे बोलो

रुद्रा – हाँ हाँ चढ़ाओ मुझे, किसी दिन तुम लोगों के चक्कर में में बिचारा मारा जाऊंगा

ये कहते हुए रुद्रा आगे बढ़ता है और झुक के उस शेयर के पंजे को हटाने लगता है, शेयर के पाँजा बहुत बड़ा था रुद्रा अपने दोनों हाथों से उसे पकड़कर उठाने की कोशिश करता है लेकिन रुद्रा की कोशिश नाकाम रहती है, शेयर के पंजे को सरकाना तो दूर की बात रुद्रा उसे हिला भी नहीं पता है

रुद्रा – आबे दोस्तों ये तो बहुत भारी है भी, इसे सरकाना तो दूर की बात में तो इसे हिला भी नहीं पाया, लगता है तुम सबको भी मेरी मदद करनी पड़ेगी

और उसके बाद जहाँ और जोरबार भी रुद्रा की मदद करने के लिए झुकते हैं और तीनों मिलकर उस शेयर के पंजे को हटाने में लगजते हैं, बहुत मेहनत के बाद आख़िरकार तीनों कामयाब होते हैं, तीनों बहुत मुश्किल से उस बारे से शेयर के पंजे को सरका ही देते हैं उसके बाद रुद्रा झुक के शेयर के पंजे के नीचे दबे उस पठार को भी अकेला सरका देता है

उस पठार का वहाँ से सरकने के बाद उनके एक सुरंग दिखाई देता है और यही सुरंग उनके आगे बढ़ने का आगे का राष्टा था

रुद्रा – लो दोस्तों आगे का राष्टा मीलगया है, लगता है हमें इसके अंदर कूदके जाना पड़ेगा पर में एक सवाल पूछना चाहता हूँ कहीं इसे सुरंग में कूदने के बाद हमें चोट तो नहीं लगेगी ना

जोरबार – वो तो हमें कूदने के बाद ही पता चलेगा

रुद्रा – अच्छा शा क्या तो फिर जोरबार उनकील पहले आप कूदो फिर में कुदूँगा

जोरबार – नहीं नहीं में पहले नहीं कुदूँगा मेरी उमर अब कूदने फुड़ने की नहीं है भाई इसलिए पहले आप ही कूदो या फिर जहाँ को कूदने के लिए कहो
 
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जहाँ – क्य्ाआआअ, आप दोनों मर्द के होते हुए में इसे गहरे सुरंग में कुदूँगी क्या आप लोगों को शर्म नहीं आती

ये तीनों अपने अपने बीच में पहले कौन कुदेगा सुरंग में इसे बात को लेकर लधरहे थे की तभी अचानक रुद्रा के कंधे पे आकर कुछ गिरता है कुछ चिप छिपा सा

रुद्रा उस चिप छिपे से चीज़ को अपने हाथ में पकड़ता है

रुद्रा – च्ीईीईईईईईईई , ये तो किशिका लार लगता है जो मुंह से निकलता है, इसे से कितना बदबू आ रही है

जहाँ – इतने सारा लार मतलब की कहीं वो शेयर जगह तो नहीं गया

ये कहते हुए तीनों पीछे पलटके देखने लगते हैं तो पाते हैं की वो शेयर अब जगह चुका है और बड़ी ख़ूँख़ार निगाहों से इन सबको घूरे जा रही है

वाहह, वो शेयर अपनी पूरी ताक़त से दहाड़ मरता है इसे से वो पूरा कमरा हिल जाता है साथ में ये सब भी, उसके बाद वो 3 सार्वाला बड़ा सा शेयर तेजिसे इन तीनों के तरफ बढ़ता है इन्हें अपना खाना बनाने के वेस्ट लेकिन तभी जोरबार तेजिसे अपने जादुई दंड को निकलता है और कुछ मंत्र पढ़ता है जिस से जोरबार के जादुई दंड से कुछ नशीले धुआँ निकलता है और सीधे जाकर उस बारे 3 सार्वाले शेयर के नाक में घुस जाता है

उस नशीले ढुईं के नाक में घुसते ही उस शेयर को चक्कर आने लगता है और वो शेयर नीचे गिरने लगता है, वो शेयर बड़ी तेजिसे गिरने लगता है और वो इन सबके ऊपर ही गिरर रहा था

रुद्रा – आबे ये तो सीधे आकर हमारे ऊपर ही गिरेगा चलो जल्दी से सुरंग में कूदो नहीं तो हम इसे शेयर के नीचे दबा कर चटनी बंजएँगे भी

ये कहते हुए रुद्रा सबसे पहले उस सुरंग में कुदड जाता है और उसके पीछे पीछे जहाँ और जोरबार
अहह अहह अहह, रुद्रा जहाँ और जोरबार इसे तरह से चीखते हुए सुरंग से होते हुए ज़मीन पे आकर गिरते हैं, वो सुरंग ज्यादा बड़ी नहीं थी इसलिए इनको ज्यादा चोत्त नहीं लगती है

रुद्रा – मार्गया रे बाप रे मेरा तो कमर ही टूट गया लगता है

{रुद्रा ज़मीन से उठते हुए अपने पिछवाड़े को सहलाते हुए कहता है}

जहाँ – बंद करो नाटक रुद्रा सुरंग इतना भी बड़ा नहीं था जो चोत्त लगे

जोरबार – हाँ हाँ अब आगे बढ़ते हैं

और फिर तीनों आगे बढ़ने लगते हैं, आगे का राष्टा बिलकुल सीधा था तीनों बिना रुके आगे बढ़ते ही चले जा रहे थे और फिर कुछ देर चलने के बाद तीनों के सामने एक दरवाजा आता है

जहाँ – लगता है इसे दरवाजे के पीछे हमारा मंजिल है

रुद्रा – या फिर मज़िल के जगह पे आगे बढ़ने का राष्टा हो और कोई साथ में रक्षक भी हो जेशे पीछे वो तीन सार्वाला शेयर था

जोरबार – जहाँ हो सकता तुम्हारी बातें सच हो या फिर रुद्रा की बात भी सही हो सकती है, वो जो भी हो हमें आगे तो बढ़ना ही होगा

रुद्रा – हाँ जोरबार तुम सही कह रहे हो हमें आगे बढ़ना ही होगा

जहाँ – तो फिर इंतजार किस बात का चलो दरवाजा खोलो

और फिर जोरबार आगे बढ़ते हुए उस दरवाजे को खोलता है और जब दरवाजा खुलजाता है तो ये तीनों एक एक करके उस कमरे में घुस जाते हैं तीनों के अंदर घुसते ही वो दरवाजा अपने आप बंद हो जाता है

वो कमरा पूरी तरह से खाली था उस कमरे में कुछ भी नहीं था सिबाए एक पुराने पठार के मूर्ति के यहाँ तक की अब उस कमरे से बाहर निकालने का राष्टा भी कहीं भी नहीं दिख रहा था ये तीनों जिस दरवाजे से अंदर घुसे थे वो दरवाजा भी अब वहाँ से गएब होचुका था

रुद्रा – ये क्या हुआ जोरबार अब हम क्या करे लगता है हम यहाँ फ़ासस गये हैं और बाहर निकालने का या फिर आगे बढ़ने का कोई भी राष्टा नहीं दिख रहा है

जोरबार – कोई ना कोई तो राष्टा होगा ही यहाँ से निकालने के लिए बॅस हमें उस राषते को ढूंढ़ना बाकी है

जहाँ – हाँ जोरबार सही कहराहा है कहीं ना कहीं तो यहाँ से निकालने का राष्टा होगा ही, चलो वो राष्टा ढूंढ़ते हैं

कहीं भी कुछ भी ढूंढ़ने की जरूरत नहीं है

जब ये तीनों बाहर निकालने के लिए राष्टा ढूंदे लगते हैं तो ये आवाज़ उस कमरे में गूँज उठ थी है, जोरबार रुद्रा और जहाँ उस कमरे के चारों तरफ देखने लगते हैं ताकि ये जान सके की वो आवाज़ कहाँ से आई, लेकिन उन्हें कुछ भी पता नहीं चलता है

में इसे कमरे में मौजूद पठार का मूर्ति बोल रहा हूँ

ये आवाज़ उस कमरे में मौजूद उस पठार के मूर्ति की थी, ये तीनों उस मूर्ति के तरफ घूरते हुए देखने लगते हैं

पठार का मूर्ति – में इसे कमरे का रक्षक हूँ और में आगे के राषते का पहरेदार भी हूँ

जोरबार – अच्छा तो आप रक्षक हैं इसे कमरे का, दया करके हमें आगे बढ़ने का राष्टा बताइए मूर्ति महाशय

पठार का मूर्ति – अब तुम आगे नहीं तरफ सकते तुम्हारा सफ़र यहीं तक का था

जहाँ – क्या पर क्यों, हम आगे क्यों नहीं तरफ सकते हैं

पठार का मूर्ति – क्योंकि तुम एक चुड़ैल हो और तुम एक जादूगर और इसे डार्क रोज़ को हाशील करने के आगे के मुहिम में अब सिर्फ़ एक मामूली इंसान ही आगे तरफ सकता है जीशके पास नहीं कोई जादुई ताक़त हो और नहीं कोई दिव्या शक्ति, और तुम तीनों में सिर्फ़ एक ही मामूली इंसान है इसलिए आगे का सफ़र अब उसे ही तय करना होगा अगर फिर भी तुम दोनों इसके साथ आगे बढ़े तो तुम दोनों जल्के भसम होजाओगे

जहाँ – अब हम क्या करे जोरबार

जोरबार – मुझे भी कुछ समझ में नहीं आ रही है

रुद्रा – तुम दोनों को कुछ भी समझने की जरूरत नहीं है अब आगे जो करना होगा वो में करूँगा, अब आगे का सफ़र में अकेला ही तय करूँगा

जहाँ – पर रुद्रा आगे और भी बड़ी बड़ी खतरे होसकते हैं

रुद्रा – जो भी हो मुझे उनका सामना करना ही होगा अपने दोस्त अग्नि को बचाने के लिए में कुछ भी करूँगा, अगर अग्नि के जान को बचाने के चाह कर में मेरी जान भी चले जाए तो कोई गम नहीं है

जोरबार – हाँ जहाँ रुद्रा सही कह रहा है अब आगे का सफ़र उसे ही तय करना है अब अग्नि की जान रुद्रा के हवाले है अब रुद्रा को कुछ भी करके इसे मुहिम में कामयाब होना ही होगा

जहाँ – रुद्रा अब सबकुछ तुम पर है, रुद्रा मुझसे वादा करो तुम अग्नि के जान को जरूर बचाओगे

रुद्रा – में वादा करता हूँ जहाँ अग्नि के जान को में बचके ही रहूँगा

जोरबार – है पठार के मूरत हम तीनों ने तय कर लिया है, हम दोनों अब आगे नहीं बढ़ेंगे, अब आगे का सफ़र रुद्रा काएँ रखेगा, अब रुद्रा को आगे बढ़ने का राष्टा दो

पठार का मूर्ति – अच्छी बात है, अब रुद्रा को आगे बढ़के मेरे मुंह के अंदर हाथ डालना होगा और मेरे मुंह के अंदर एक छोटा सा पठार है उसे दबाना होगा

और फिर उसके बाद रुद्रा आगे बढ़ते हुए उस पठार के मूर्ति के पास जा पहुँचता है और कुछ देर उस मूर्ति को घूरने के बाद रुद्रा अपना हाथ उस मूर्ति के मुंह में दलदेटा है, उस पठार के मूर्ति के मुंह के अंदर हाथ डालने के बाद रुद्रा अपने हाथ को उसके मुंह के अंदर घूमने लगता है और फिर रुद्रा का हाथ एक छोटे से पठार से जा टकराता है और रुद्रा उस छोटे से पठार को दबा देता है

जब रुद्रा उस छोटे से पठार को दबाता है तब वो कमरा बारे जोरों से हिलने लगता है जेशे कोई भूकंप सा आ रही हो, रुद्रा जहाँ और जोरबार तीनों पीछे हॅट जाते हैं और पीछे के दीवार से जा चिपकते हैं
उस कमरे के नीचे के ज़मीन को चीरते हुए दो दरवाजे सामने आ हैं जिसे जहाँ,जोरबार और रुद्रा बारे गौर से देखने लगते हैं, जब वो दोनों दरवाजे नीचे ज़मीन से निकलते हैं तो उसके बाद उस कमरे में आया हुआ भूकंप अपने आप रुक्क जाता है

जोरबार – ये दोनों दरवाजे किस लिए हैं मूर्ति महासे

पठार का मूर्ति – ये जो दो दरवाजे आप देख रहे हैं इनमें से एक दरवाजा आप दोनों को इसे कमरे और इसे गुफा से बाहर लेजाएगा और दूसरा दरवाजा रुद्रा के लिए है, उस दूसरे दरवाजे को पार करते ही रुद्रा अपने मंजिल के और करीब पहुँच जाएगा, अब आप दोनों इसे पहले कमरे से होते हुए बाहर चले जाए

जोरबार – रुद्रा अब हमारे बिछुड़ने का वक्त आ गया है अब सबकुछ तुमपर है


जहाँ – हाँ रुद्रा अब सबकुछ तुमपर है, अब अग्नि की जान बचाने की सारे दारोमदार तुमपर है तुम्हें किसी भी कीमत पे कामयाब होना होगा

रुद्रा – तुम फिक्र मत करो जहाँ अग्नि मेरा सबसे अच्छा दोस्त है उसके लिए में अपनी जान की बाज़ी लगा दूँगा पर उसे कुछ भी होने नहीं दूँगा

जोरबार – रुद्रा एक बात का ध्यान रखना हमारे पास ज्यादा वक्त नहीं है इसलिए जितनी जल्दी होसके उस डार्क रोज़ को हाशील करने की कोशिश करना

रुद्रा – ठीक है जोरबार

और फिर उसके बाद जोरबार और जहाँ दोनों उस पहले दरवाजे को खोल के उसके अंदर घुस जाते हैं और जब जोरबार और जहाँ उस दरवाजे के दूसरे तरफ पहुंकते हैं तो दोनों अपने आप को उस गुफा के बाहर पत्ते हैं और उनसे कुछ दूरी पर सम्राट खड़ा था, यानि की जहाँ से इन्होंने सफ़र शुरू किया था ये दोनों फिरसे वहीं अपहुँचे थे

सम्राट इन दोनों को देख इनके तरफ बढ़ता है और पूछता है की तुम दोनों इतने जल्दी केशे लौट आए तब जोरबार सम्राट को सारी बातें बताता है और इधर रुद्रा उस कमरे के अंदर उस दूसरे दरवाजे के तरफ बधरहा था

रुद्रा आहिस्ते आहिस्ते उस दूसरे दरवाजे के तरफ बढ़ता ही जा रही था और फिर रुद्रा उस दरवाजे के दूसरे तरफ चला जाता है, दरवाजे के दूसरे तरफ एक बड़ा और लंबा पूल(ब्रिड्ज) था, रुद्रा उस पूल पे खड़े दूसरे तरफ देखने लगता है तो उसे पूल के दूसरे तरफ एक बड़ा सा कमरा दिखाई देने लगता है

रुद्रा – वो कमरा तो बहुत बड़ा है, लगता है उस कमरे के अंदर ही मुझे वो डार्क रोज़ मिलेगा तब तो मुझे जल्द से जल्द इसे पूल को पार करना पड़ेगा ताकि में जल्दी से उस कमरे तक पहुँच सकूँ और उस डार्क रोज़ को हाशील कार सकूँ

उसके बाद रुद्रा तेजिसे उस पूल के ऊपर चलने लगता है और आगे बढ़ने लगता है, रुद्रा तेजिसे चलते हुए उस बारे से पूल को पार करने लगता है कुछ ही मिनट में रुद्रा उस पूल के आखिरी चोर तक पहुँच जाता है लेकिन जेशे ही रुद्रा उस पूल के आखिरी चोर तक पहुँचता है उसके पर अपने आप रुक्क जाते हैं

जब रुद्रा उस पूल के आखिरी चोर तक पहुँचता है तो देखता है की पूल के आगे का राष्टा टूटता हुआ है और नीचे एक बहुत बड़ी अंधेरी खाई है, रुद्रा के आगे बढ़ते कदम अब थाम चुके थे और रुद्रा को कुछ भी समझ में नहीं आ रही था की क्या करे

पूल के दूसरे तरफ वो बड़ा सा कमरा था जिसके अंदर वो डार्क रोज़ होसकता था लेकिन उस कमरे के इतने करीब पहुँच के भी रुद्रा अब आगे नहीं तरफ परहा था इसकी वजह वो टूटता हुआ पूल था

रुद्रा – अब क्या करूँ ये पूल तो टूटता हुआ है अब आगे केशे बढ़ुन, और कोई दूसरा राष्टा भी नज़र नहीं आ रही है उस कमरे तक पहुँचने के लिए

रुद्रा कुछ देर तक वहीं खड़े होकर सोचता रहता है की क्या करे लेकिन उसे कुछ भी समझ में नहीं आता है और वो चिढ़ते हुए अपने आप से कहता है

रुद्रा – बसस्स्स्स्स्स्स्सस्स बहुत हो गया अब जो होगा देखा जाएगा, मुझे आगे बढ़ना ही होगा मेरे पास अब ज्यादा वक्त नहीं है, में जनता हूँ अगर में पूल से नीचे गिरा तब उस खाई में गिरने से मेरी मौत तय है लेकिन फिर भी मुझे आगे बढ़ना ही होगा, अग्नि के लिए मुझे आगे बढ़ना ही होगा

ये बोलते हुए रुद्रा अपने आप को तैयार करता है और अपनी आँखें बंद करके अपनी मां अपने बाबा और सुनहेरी को याद कर लेता है उनके चेहरों को याद करके उनसे माफी माँगता है और फिर अपनी आँखों को खोल के आगे बढ़ने लगता है

रुद्रा अपना पहला कदम डरते हुए उठता है और उस टूटते हुए पूल के तरफ बढ़ा देता है, रुद्रा धीरे धीरे अपना कदम उस टूटते हुए पूल या ये भी कह सकते हो की उस खाई के ऊपर में रखता है, जेशे ही रुद्रा अपना कदम उस खाई के ऊपर में रखता है तो चौक्क जाता है

रुद्रा पूरी तरह से आश्चर्य चकित होकर कभी नीचे खाई के तरफ देखता तो कभी अपने एक पर को सुनया में रखा हुआ देखता है, रुद्रा ने सोचा था की जब वो अपना पहला कदम उस टूटते हुए पूल के ऊपर रखेगा तब वो नीचे उस खाई में गिरके मारजाएगा लेकिन शा कुछ भी नहीं हुआ

रुद्रा अपना दूसरा पर भी आगे बढ़ा देता है और अब रुद्रा पूरी तरह से सुनया में खड़ा था ना तो उसके पैरों के नीचे कोई ज़मीन थी और नहीं वो नीचे उस खाई में गिरर रहा था, रुद्रा अब समझ चुका था की ये पूल का टूटता हुआ राष्टा नहीं बल्कि एक अड्रिस्या राष्टा है और वो ईश्वक़्त उस अड्रिस्या राषते पे ही खड़ा है

और फिर रुद्रा धीरे धीरे अपने कदम उस अड्रिस्या राषते पे बढ़ने लगता है, रुद्रा संभालते संभालते और आहिस्ते आहिस्ते उस अड्रिस्या राषते पे चलते हुए पूल के दूसरे तरफ उस बारे से कमरे तक पहुँच जाता है, और उस बारे से कमरे में घुस जाता है
रुद्रा अपने हाथ में मसाल लिए उस गुफा के बारे से कमरे के अंदर घुस चुका था और ईश्वक़्त आहिस्ते आहिस्ते आगे तरफ रहा था, उस कमरे के अंदर बहुत घना अंधेरा था लेकिन रुद्रा के हाथों में मसाल था इसलिए रुद्रा को आगे बढ़ने का राष्टा अच्छे से दिखाई दहाड़ा था

उस कमरे के चारों तरफ एक अजीब से बदबू पहली हुई थी और तो और उस कमरे के चारों तरफ इंसानों के शरीर के हद पिंजर(स्केलिटन) पड़े हुए थे सिर्फ़ इतना ही नहीं उस कमरे के अंदर ज़मीन पे साप और बिछु भी जगह जगह पे चल रहे थे

रुद्रा आहिस्ते आहिस्ते और संभालते संभालते उस कमरे में हाथ में मसाल लिए आगे तरफ रहा था, रुद्रा थोड़ा सा डरा हुआ था, रुद्रा उस कमरे के अंदर आगे बढ़ता ही जा रही था की तभी अचानक कहीं से कोई आवाज़ आती है

कौन हो तूमम्म्मममम और यहाँ क्या कार रहे हो

रुद्रा ये आवाज़ सुनकर थोड़ा सा डर जाता है और हड़बड़ाकर इधर उधर देखने लगता है

रुद्रा – कौन हो तुम, तुम जो भी हो अगर तुम में हिम्मत है तो सामने आओ

और फिर अचानक उस कमरे के किसी अंधेरे कोने से कुछ नुकीले पठार तेजिसे रुद्रा के तरफ उड़ते हुए आ हैं, लेकिन इसे से पहले की वो पठार रुद्रा को लगते रुद्रा को वो पठार दिख जाते हैं और रुद्रा उस जगह से कूदके अपने आप को बच्चा लेता है

और फिर रुद्रा अपने एक हाथ में तलवार और दूसरे में मसाल लिए चारों तरफ घूम घूम के देखने लगता है, रुद्रा चारों तरफ अपना नज़र दौड़ा ही रहा था की तभी अचानक कहीं से एक बहुत बड़ा और तगड़ा शक्ष रुद्रा के सामने आ जाता है इसे से रुद्रा डार्क कुछ कदम पीछे हॅट जाता है

और फिर रुद्रा अपने डर के ऊपर काबू करते हुए उस बारे से शक्ष के ऊपर अपने तलवार को तंन देता है, लेकिन वो शक्ष अपने चेहरे पे मुश्कं लिए रुद्रा के तरफ बढ़ता है और रुद्रा के तलवार को अपने उंगली से हल्के हल्के से मरने लगता है इसे से कुछ ही सेकेंड्स के अंदर रुद्रा का तलवार पूरी तरह से गरम हो जाता है, रुद्रा का तलवार इतना गरम हो जाता है की रुद्रा उसे संभाल नहीं पता है और वो तलवार रुद्रा के हाथों से चुत के नीचे ज़मीन पे गिरजता है

अब वो शक्ष रुद्रा को खजनेवाले नजरों से देखने लगता है उसके आँखों में गुस्सा और नफरत साफ साफ देखा जासकता था

वो शक्ष – कमाल है आज तक मेरा जीतने भी इंसानों से सामना हुआ है उनमें से तुम सबसे अलग हो, इसे से पहले जीतने भी इंसान यहाँ तक पहुँचे मुझे देखते ही वो सब डार्क मारे इधर उधर भागने लगते थे लेकिन तुम उनमें से सबसे अलग हो तुम्हारी आँखों में डर नाम का कोई चीज़ ही नहीं है

रुद्रा – कौन हैं आप?

अचानक ही वो शक्ष रुद्रा के गर्दन को पकड़ता है और तेजिसे से लेजा कर एक दीवार से चिपका के ऊपर उठा देता है इसे से रुद्रा उस दीवार से चिपका हुआ चाट पटाने लगता है और फिर वो शक्ष कहता है
 
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वो शक्ष – में वो हूँ जो तुम्हारा आखिरी इम्तहान लेगा अगर तुम उसमें नाकाम हुए तो में तुम्हें कच्छा खजौंगा, जिस तरह से मैंने इन सभी को खाया था (वो शक्ष नीचे ज़मीन पे पड़े उन्न हद पिंजर के तरफ इशारा करते हुए रुद्रा से कहता है), और मेरा नाम काल है और में इसे डार्क रोज़ का रक्षक हूँ

और फिर वो शक्ष जिसका नाम काल था वो रुद्रा के गर्दन को छोड़ देता है और रुद्रा नीचे गिरजता है, रुद्रा नीचे ज़मीन से उठ था है

काल – तुम इसे डार्क रोज़ को क्यों हासिल करना चाहते हो

रुद्रा – में इसे डार्क रोज़ को अपने दोस्त अग्नि के लिए हाशील करना चाहता हूँ, वो ईश्वक़्त मौत के कगार पे है और में उसे किसी भी हालत में बचना चाहता हूँ और फिर रुद्रा काल को अग्नि के बारे में सब कुछ बता देता है

काल – मक्षद तो तुम्हारा अच्छा है लेकिन डार्क रोज़ हाशील करना इतना भी आसान नहीं है बचे

रुद्रा – डार्क रोज़ को हाशील करने में जीतने भी परेशानी क्यों ना आए में उसे हाशील करके ही रहूँगा

काल – लगता है तुम में बहुत हिम्मत है चलो आजमा लेते हैं तुम्हारे हिम्मत को

ये कहते हुए काल अपने एक हाथ को उस कमरे के एक कोने के तरफ करता है तो उस पूरे कमरे में बहुत सारे मसले जलने लगती हैं और फिर उस कमरे के एक कोने में एक छोटा सा पौधा दिखाई देता है जीशमे एक फूल उगा हुआ था और वो फूल डार्क रोज़ था

काल – अब यहाँ क्यों खड़े हो तुम जाओ आगे बढ़ो और हाशील कर लो डार्क रोज़ को

ये सुनकर रुद्रा का चेहरा खिल उठ था है और वो अपने चेहरे पे मुश्कं लिए आगे बढ़ता है लेकिन जेशे रुद्रा डार्क रोज़ के तरफ बढ़ने लगता है तभी फौरन डार्क रोज़ के चारों तरफ आग(फायर) का सुरक्षा कवच बनजता है

आग के सुरक्षा कवच को देख रुद्रा के बढ़ते कदम अपने आप रुक्क जाते हैं और वो पीछे पलट के काल के तरफ देखने लगता है

काल – तुम्हें क्या लगा था बचे तुम आसानी से चलते हुए जाओगे और डार्क रोज़ को हाशील कार्लोगे और वो भी बिना कोई इम्तहान दिए, हाहहहा हाहहाहा

रुद्रा – तो में डार्क रोज़ को हाशील केशे करूँगा

काल – वो तुम जानो की तुम किस तरह डार्क रोज़ को हाशील करोगे पर जो भी करना जल्दी करना क्योंकि अब डार्क रोज़ का सुरक्षा कवच आक्टीवेट होचुका है और हरर बिट्ट ते हुए वक्त के साथ सुरक्षा कवच का दयरा यानि की उस आग के घेरे का दयरा बढ़ता ही जाएगा और कुछ ही मिनिट्स में पूरे कमरे में फेल जाएगा
रुद्रा को कुछ भी समझ में नहीं आ रही था की वो केशे उस आग के दएरे को पार करे उसे ईश्वक़्त जोरबार और जहाँ की बहुत याद आ रही थी

रुद्रा – काश ईश्वक़्त यहाँ पे मेरे साथ जोरबार और जहाँ होते तो इसे आग के दएरे को में आसानी से पार कर लेता, खैर चोदा अब इन बातों को सोचने से क्या फायदा मुझे अपने आप ही कुछ करना होगा और वो भी जल्दी से, रुद्रा ये सब अपने मन में ही खुदको कहराहा था

इधर रुद्रा सोच रहा था की क्या करे और उधर वो आग का दयरा धीरे धीरे तरफ रहा था और धीरे धीरे उस कमरे में फेलने लगा था और उस आग के दएरे को यूँ इतने तेजिसे फैलता हुआ देख रुद्रा फैसला लेता है की चाहे जो हो वो बिना किसी मदद और कवच के उस आग के दएरे में घुसेगा चाहे इसका अंजाम उसकी मौत ही क्यों ना हो

और फिर रुद्रा धीरे धीरे उस तरफ रहे आग के दएरे के तरफ बढ़ने लगता है, रुद्रा हिम्मत करके आगे तो तरफ रहा था लेकिन उसका दिल बहुत जोरों से धड़क रहा था

और उसी धड़कते हुए दिल के साथ रुद्रा उस आग के दएरे के सामने जा पहुँचता है और देखते ही देखते उस आग के दएरे के अंदर दाखिल हो जाता है, जब रुद्रा उस आग के दएरे में घुशता है तभी फौरन रुद्रा के शरीर में आग लगज़ाती है और देखते ही देखते वो आग रुद्रा के पूरे शरीर में फेलजाति है इसे से रुद्रा के मुंह से दर्दभरी दिल को दहला देनेवाली चिल्लाने की आवाज़ निकल पड़ती है

आहह आहह आअहह आआहह

अहह आहह आअहह आआहह

रुद्रा के पूरे शरीर पे अब आग लग चुकी थी और उसका पूरा शरीर किसी सुखी लकड़ी की तरह आग में जल रहा था और रुद्रा दर्द के मारे चिल्लाए जा रही था और इधर काल उस कमरे के एक कोने में खड़ा रुद्रा की इसे हालत को देख बारे जोरों से हंस रहा था

काल – बहुत बड़ी बड़ी बातें करता था अब पता चल रहा होगा बातें करने और काम करने में बहुत फर्क होता है अब उसे पत्ता चलेगा डार्क रोज़ को हाशील करना नमुनकीन है, कोई भी डार्क रोज़ को हाशील नहीं कार सकता, हाहहहााअ हाहहहााआ हाहहााआअ

ये सारी बातें कहते हुए काल वहाँ खड़ा रुद्रा के ऊपर हंसे जा रही था, और इधर उस आग के दएरे के अंदर रुद्रा की हालत बहुत खराब होचुकी थी अब उसमें ज्यादा ताक़त नहीं बची थी और ना ही हिम्मत, रुद्रा की हिम्मत धीरे धीरे टूटने लगी थी और उसकी आँखें धीरे धीरे बंद होने लगी थी

पर जेशे ही रुद्रा की आँखें बंद होती हैं तब रुद्रा को अग्नि दिखने लगता और अग्नि के साथ बिताए हुए पल दिखने लगते हैं और साथ में अग्नि ने जिस तरह से उसकी मदद किया था और सुनहेरी और उसकी जान बचाई थी वो भी दिखाई देने लगता है

और फिर क्या बसस्स्सस्स इतनी ही यादें काफिई थी रुद्रा के अंदर फिरसे हिम्मत को जगाने के लिए

रुद्रा – मुझे कुछ भी करके दत्ते रहना होगा तकिी में अग्नि को बच्चा सकूँ अग्नि ने मेरी बहुत बार जान बचाई है और में यूँ अग्नि को मरने नहीं देसाकता, में अग्नि के जेशा एक सच्चा दोस्त खोना नहीं चाहता हूँ

ये बात अपने आप से कहते हुए रुद्रा फिरसे उठ खड़ा होता है और फिरसे आगे बढ़ने लगता है, रुद्रा अपने दर्द और तकलीफ को सहम करते हुए फिरसे आगे बढ़ने लगता है और कुछ ही मिनट’से के अंदर रुद्रा उस आग के दएरे को पार करके उस पौधे के करीब पहुँच जाता है जिस पे वो डार्क रोज़ था

रुद्रा के आग में जलने के वजह से उसका शरीर पूरी तरह से झुलस गया था उसके शरीर के बहुत से हिस्सों के माँस बुरी तरह जल चुके थे और लटक रहे थे और उसके शरीर के अंदर की हड्डी अब साफ साफ देखी जासकती थी

रुद्रा अपने दर्द को दबाते हुए धीरे धीरे आगे बढ़ता है और अपने एक हाथ को उस पौधे के तरफ करता है उस डार्क रोज़ को उस पौधे से तोड़ने के लिए, जब रुद्रा अपना हाथ उस पौधे के तरफ बढ़ता है तब उसका हाथ उस पौधे के पट्टियों से थोड़ा सा टकराता है और फिर तो जेशे चमत्कार सा हो जाता है उस पत्ते के रुद्रा के हाथों से टकराने के वजह से रुद्रा के शरीर पे ईश्वक़्त जीतने भी जलने के वजह से जखम थे वो सारे अपने आप बड़ी तेजिसे ठीक होने लगते हैं

रुद्रा के शरीर के सारे जखम अपने आप बड़ी तेजिसे ठीक होने लगते हैं और रुद्रा को अब दर्द भी महसूस नहीं हो रहा था ये सब देख रुद्रा थोड़ा चौका हुआ था साथ में खुश भी था और इधर वो आग का दयरा उस कमरे से अपने आप गएब होने लगा था

रुद्रा कुछ ही सेकेंड’से के अंदर पूरी तरह से स्वस्त हो जाता और फिर रुद्रा अपने हाथ को बढ़ता है और उस डार्क रोज़ को उस पौधे से तोड़ लेता है, और जेशे ही रुद्रा उस डार्क रोज़ को उस पौधे से तोड़ता है वो पौधा अपने आप जल्के खख हो जाता है और साथ में वो डार्क रोज़ देखते ही देखते रूप बदलके एक दिल बनजता है, वो डार्क रोज़ अब डार्क हार्ट बन चुका था

रुद्रा ये सारे नज़रे देख हैरान था रुद्रा कभी उस डार्क हार्ट के तरफ देखता तो कभी कमरे के दूसरे कोने में खड़े काल के तरफ

काल – वाहह मान ना पड़ेगा तुम्हें बचे तुम सच मच कबीले तारीफ हो तुम्हारी हिम्मत और जज़्बा देख दिल खुश हो गया, और तुम्हारी दोस्ती को भी सलाम करता हूँ बचे, तुम्हारा वो दोस्त सचमुच में बहुत लक्की है जो उसे तुम्हारे जेशा दोस्त मिला है

रुद्रा – लक्की वो नहीं में हूँ क्योंकि अग्नि जेशा दोस्त बहुत कम खुश नसीब को मिलता है और में उन्न खुश नसीब मेशे एक हूँ, पर मेरी एक बात समझ में नहीं आई ये डार्क रोज़ ने अपना रूप क्यों बदल दिया ये एक डार्क हार्ट क्यों बन गया

काल – क्योंकि ये डार्क रोज़ अब तुम्हारे दोस्त अग्नि के दिल की जगह लेगा

रुद्रा – मतलब?

काल – मतलब ये की जब तुम अपने दोस्त पे पास पहुँचोगे तो तुम इसे डार्क हार्ट को अग्नि के सीने के ऊपर रख देना जिस साइड में दिल होता है और फिर बकिका काम ये डार्क हार्ट अपने आप करड़ेगा, ये डार्क हार्ट अग्नि के सीने में अपने आप घुसेगा और उसके पुराने दिल को बाहर निकलकर उसकी जगह लेलेगा और फिर कुछ ही वक्त के बाद अग्नि फिरसे जिंदा होजएगा

रुद्रा – पर अगर ये डार्क हार्ट अग्नि के पुराने दिल की जगह लेलेगा तो अग्नि के उस पुराने दिल में मौजूद उसके फ़ीलिंग’से और उसके इम्मोटिओं’से का क्या होगा उसके बिना तो अग्नि हम सबको शायद पहचान भी नहीं पेएगा

काल – जब डार्क हार्ट अग्नि के सीने से होते हुए अंदर जाएगा तब वो अग्नि के पुराने दिल के अंदर से होते हुए नीचे जाएगा तब वो अग्नि के पुराने दिल में मौजूद सारे फ़ीलिंग’से और इमोटिओं’से को अपने अंदर समा लेगा और उस पुराने दिल को बाहर भेजड़ेगा, और ये काला कपड़ा लो और उस डार्क हार्ट को इसमें लपेट लो, ये कहते हुए काल रुद्रा को एक काला कपड़ा देता है डार्क हार्ट को ढकने के लिए

रुद्रा उस काले कपड़े से उस डार्क हार्ट को धकता है और फिर कहता है

रुद्रा – अच्छा तो ये डार्क रोज़ आस सॉरी ये डार्क हार्ट इसे काम करेगा चालो अच्छा है, अच्छा काल जी अब मुझे चलना चाहिए मेरे पास अब ज्यादा वक्त नहीं है मुझे जल्द से जल्द अग्नि के पास पहुँचना होगा

काल – अच्छा ठीक है में तुम्हारे लिए राष्टा खोल देता हूँ

ये कहते हुए काल कुछ मंत्र पढ़ता है इसे से उस कमरे में बड़ी जोरों से भूकंप आने लगता है और वो कमरा पूरी तरह से हिलने लगता है उस कमरे के ज़मीन को चीरती हुई एक बड़ा सा दरवाजा सामने आता है और फिर कुछ देर बाद भूकंप बंद हो जाता है

काल – लो बचे इसे दरवाजे से होते हुए बाहर चले जाओ तुम सीधे काले पहाड़ी पे पहुँच जाओगे जहाँ से तुमने अपने दोस्तों के साथ ये सफ़र शुरू किया था

उसके बाद रुद्रा काल को शुक्रिया कहता है और धीरे धीरे आगे बढ़ते हुए उस दरवाजे में घुस जाता है और फिर रुद्रा बाहर निकल आता है

काल – जाओ बचे जाओ, पर तुम्हें पता नहीं बचे तुम अपने दोस्त को जिंदगी नहीं बल्कि एक ऐशी जिंदगी देने वाले हो जिसका कल्पना तुम कभी नहीं कार सकते, इसे डार्क हार्ट के वजह से तुम्हारा दोस्त अमर(इमोर्टल) होज़ायगा, उसके पास बेहिसाब ताक़त होंगी वो इसे पूरे काईनात का सबसे बड़ा ताकतवर योढ़ा बन जाएगा उसे हरा पाना मुश्किल ही नहीं नमुनकीन भी होगा लेकिन उसे इन ताक़तों के साथ साथ श्राप(कर्स) भी मिलेगा हमेशा अकेले रहने का श्राप, वो जिसे भी प्यार करेगा उसे कभी भी हाशील नहीं कार पाएगा हमेशा उसे प्यार में दर्द और तकलीफ ही मिलेगी वो इसे दुनिया के खत्म होने तक अकेला भटकता रहेगा
जहाँ ईश्वक़्त काले पहाड़ी के उस गुफा के सामने खड़ी थी जिसके अंदर रुद्रा था और इधर काले पहाड़ी के दूसरे कोने में खड़ा जोरबार सम्राट से कुछ बातें कार रहा था

सम्राट – जोरबार अब और कितना दिन लगेगा मुझे अपने शरीर को वापिस हाशील करने के लिए

जोरबार – सम्राट आप को जिंदा करने के लिए पहले हमें उस दिव्या खंजर को हाशील करना होगा लेकिन वो दिव्या खंजर कहाँ है ये कोई नहीं जनता है और उस दिव्या खंजर को ढूंढ़ने का सिर्फ़ एक ही राष्टा है और वो है जादुई आइना(मॅजिकल मिरर), और वो मिरर ईश्वक़्त गंधर्व नगरी में है और गंधर्व नगरी का राजा तो हमें वो मिरर देगा नहीं इसलिए अग्नि का ठीक होना बहुत जरूरी है क्योंकि उसके बिना हम गंधर्व नगरी से जीिट नहीं शकते

सम्राट – जंग की कोई जरूरत ही नहीं पड़ेगी जोरबार क्योंकि मुझे पता है वो दिव्या खंजर कहाँ है

जोरबार – क्य्ाआआआआआ, आप को पता है वो दिव्या खंजर कहाँ है, पर आप को केशे पता की वो दिव्या खंजर कहाँ है

सम्राट – जंग के बाद जब खुड़बक्ष और उसके साथी मेरे भाई विराट के तलवार को लेकर परिलोक के तरफ असमान से होते हुए जा रहे थे तब मेरे रूहह ने यानि की मैंने उनके ऊपर हमला किया था, और उस हमले में विराट का तलवार नीचे गिरके कहीं खोगआई थी, उनके साथ कुछ जादूगर भी थे जिन्होंने अपने जादुई शक्तियों के मदद से मेरे रूहह को कैद कर लिया और मुझे इसे काले पहाड़ी में एक समधी के अंदर बंद कर दिया, और जब वो जादूगर मुझे उस समधी में बंद करके वापिश जा रहे थे तब वो लोग आपस में बात चित कार रहे थे की उन्न लोगों ने उस दिव्या खंजर को इसे मायवी दुनिया के आखिरी चोर्रर पे यानि की सुंशन पर्वत के किसी गुफा के अंदर छुपा रखा है, तो अब जोरबार तुम्हें सुंशन पर्वत पे जाना होगा और उस दिव्या खंजर को हाशील करना होगा


जोरबार – अच्छा तो वो दिव्या खंजर सुंशन पर्वत पे है तब तो में कल ही उस सुंशन पर्वत के तरफ चल पड़ूँगा उस दिव्या खंजर को हाशील करने के लिए और उसके बाद में सबकुछ आसानी से संभाल लूँगा

सम्राट – सबकुछ इतना आसान भी नहीं है जोरबार, पहली बात उस दिव्या खंजर को जरूर उन्न लोगों ने किसी कुछ सुरक्षा के बीच रखा होगा, दूसरी बात अगर तुम उस खंजर को हाशील कार भी लोगे तो तुम उसका इशटेमाल नहीं कार पाओगे

जोरबार – क्यों, में उस दिव्या खंजर को इशटेमाल क्यों नहीं कार पाऊँगा?

सम्राट – क्योंकि वो दिव्या खंजर गुरु धर्मानंद के रीद्द की हड्डी से बनाई गयी थी और उसे वही इशटेमाल कार सकते थे जिनके ऊपर गुरु धर्मानंद सबसे ज्यादा यकीन करते थे और वो 3 लोग थे और वो 3 लोग थे गुरु ब्रह्मानंद, विराट और खुड़बक्ष और उन्न तीनों में से गुरु ब्रह्मानंद को मैंने कुछ दिन पहले मर दिया है खुड़बक्ष का कुछ पता नहीं वो आज कल कहाँ है और बच्चा सिर्फ़ एक और वो विराट है और अग्नि ही विराट का दूसरा रूप है, इसलिए एक अग्नि ही है जो मुझे अपने शरीर को हाशील करने में मदद कार सकता है

जोरबार – तब तो अग्नि का ठीक होना और भी जरूरी है

सम्राट – हाँ तुमने बिलकुल सही कहा जोरबार एक अग्नि ही है जो मुझे मेरे शरीर को हाशील करने में मदद कार सकता है

ये दोनों एक दूसरे से बातें कार ही रहे थे की तभी जहाँ जोरबार को आवाज़ देती है

जहाँ – जोरबार जल्दी से इधर आओ गुफा का दरवाजा खुलराहा है शायद रुद्रा लौट रहा है

ये सुनते ही सम्राट और जोरबार उस गुफा के तरफ चल देते हैं

गुफा का दरवाजा खुलता है और उसके अंदर से रुद्रा बाहर निकलता है और रुद्रा को देखते ही जहाँ और जोरबार के चेहरे पे मुश्कं आ जाती है और दोनों उसके करीब चले जाते हैं

जहाँ – रुद्रा क्या हुआ, क्या तुमने डार्क रोज़ हाशील कर लिया

जोरबार – हाँ रुद्रा बताओ अंदर क्या हुआ

रुद्रा – हाँ में कामयाब रहा और मैंने डार्क रोज़ को हाशील कर लिया है, ये कहते हुए रुद्रा उस कपड़े से लपेटे हुए डार्क हार्ट को इन सब को दिखता है

जोरबार – रुद्रा ये क्या है, तुम्हें तो डार्क रोज़ हाशील करना था पर ये तो एक दिल लगता है

रुद्रा – हाँ जोरबार ये दिल ही है ये डार्क हार्ट है और फिर रुद्रा जोरबार और जहाँ को अंदर की सारी बातें बता देता है की केशे उसने उस डार्क रोज़ को हाशील किया और केशे वो डार्क रोज़ डार्क हार्ट में बदल गया

जोरबार – अच्छा तो ऐशी बात है, तो अब ये दिल अग्नि के पुराने दिल की जगह लेगी

रुद्रा – हाँ जोरबार तुमने बिलकुल सही कहा

जहाँ – चलो जो हुआ अच्छा हुआ अब हम अग्नि को बच्चा सकते हैं, तो अब हम किस बात का इंतजार कार रहे हैं चलो जल्दी से हमें अग्नि के पास पहुँचना है

रुद्रा – हाँ सही कहा तुमने जहाँ अब हमें जल्द से जल्द अग्नि के पास पहुँचना होगा हमारे पास वक्त बहुत कम है

जोरबार – हाँ ठीक कहा तुम दोनों ने, कोई बात नहीं में सम्राट के दिए हुए अपने नयी जादूई शक्ति के मदद से सब को अग्नि के पास पहुँचा देता हूँ

और फिर जोरबार सम्राट को जल्द ही मिलने का बोलकर अलविदा कहता है और सम्राट जोरबार से कहता है की अग्नि के पुराने दिल को संभाल के रखे क्योंकि उसपर अब उसका हक़्क़ है और फिर जोरबार सम्राट से विदा लेता है

जोरबार अपने जादूई दंड को उठता है और कुछ मंत्र पढ़ता है जिस से एक बहुत बड़ा और तेज रोशनी का गोला सबके सामने आता है और फिर ये तीनों जोरबार रुद्रा और जहाँ उस रोशनी के गोले के अंदर घुस जाते हैं

उस बारे से रोशनी के गोले के जरिए होते हुए ये तीनों उस जंगल तक जा पहुँचते हैं जहाँ पे अग्नि, सुनहेरी रुद्रा की मां और अग्नि की पूरी शैतानी फौज थी लेकिन जेशे ही ये तीनों उस जंगल में पहुँचते हैं तो चौक्ककककक जाते हैं

जंगल का हाल बेहाल था, जंगल अब पूरी तरह से उजाड़ चुका था और तो और चारों तरफ बहुत सारे लाश पड़े थे और वो सारे लाश अग्नि के फौज के योधाओं के थे, जोरबार और रुद्रा का दिमाग चकरा चुका था ये नज़ारा देख उन्हें कुछ भी समझ में नहीं आ रही था की ये सब केशे हो गया जब वो दोनों यहाँ से निकले थे तब यहाँ पे तो सब कुछ ठीक ठाक था

रुद्रा – जोरबार ये क्या हो गया ये सारी लाशें तो हमारे फौज के योधाओं के हैं इन्हें किशणे मारा होगा

जोरबार – मुझे भी कुछ समझ में नहीं आ रही है रुद्रा पत्ता नहीं ये सब कब और केशे हो गया

में बताता हूँ ये सब कब और केशे हुआ, ये आवाज़ रुद्रा जहाँ और जोरबार के पीछे से आता है और वो तीनों पीछे पलट ते हैं तो अपने सामने सेनापति जब्बार को पत्ते हैं

रुद्रा – जब्बार तुम, जब्बार ये सब क्या है और ये सब कब और किसने किया

जब्बार – रुद्रा जब तुम दोनों डार्क रोज़ के सफ़र पर निकले उसके बाद यहाँ पे बहुत कुछ हो गया

जोरबार – क्या हुआ था यहाँ जब्बार साफ साफ बताओ

जब्बार – ड्रागें’से, ड्रागें’से को हमेशा एक राजा की जरूरत होती है नियंत्रण में रहने के लिए अगर राजा नाहो तो ये ड्रागें’से अपने अपने बीच ही लड़ने लगते हैं प्रिन्स अग्नि इनके राजा थे और जब प्रिन्स अग्नि घायल हुए उसके कुछ घंटों बाद यानि की आप के जाने के कुछ देर बाद ही ये ड्रागें’से अपने अपने बीच में लाढ़ना शुरू हो गये हम सब ने बहुत मुश्किल से उन्न सभी ड्रागें’से को कंट्रोल किया और शांत किया लेकिन अगले ही दिन यहाँ कुछ इसे शक्ष आ गाए जिन्होंने उन्न सभी ड्रागें’से को फिरसे भड़का दिया

रुद्रा – कौन आए थे यहाँ जब्बार और अग्नि मेरी मां और सुनहेरी कहाँ है

जब्बार – यहाँ इन ड्रागें’से का पुराना राजा गेब्रीयल आया था और उसके साथ चुड़ैल दूसतीनी और उसकी बहन थी इन तीनों ने ड्रागें’से को फिरसे भड़का दिया और फिर सारे ड्रागें’से ने गेब्रीयल को फिरसे अपना राजा मान लिया और उन्न ड्रागें’से ने उन्न तीनों गेब्रीयल दूसतीनी और उसकी बहन के साथ मिलकर हम पे हमला कर दिया, उस हमले में हमारे बहुत सारे योढ़ा मरेगए उस हमले में हमारी हालत बहुत खराब हो गयी थी बिना प्रिन्स अग्नि के हमारी हार तय थी इसे लिए जो योढ़ा और सिपाही बच गये थे वो सब इधर उधर भागके अपने जान को बचाने लगे और फिर उसके बाद जो हुआ वो आप के सामने है

रुद्रा – अग्नि मेरी मां और सुनहेरी ये तीनों ठीक तो हैं ना

जब्बार – रुद्रा हमने प्रिन्स अग्नि को और आप के मां को तो बच्चा लिया लेकिन सुनहेरी को बच्चा नहीं पाए, चुड़ैल दूसतीनी ने सुनहेरी को बंदी बनकर अपने साथ लेगाई

रुद्रा – क्य्ाआआआआअ, जब्बार ये तुम क्या कह रहे हो तुमने सुनहेरी को उस चुड़ैल से क्यों नहीं बचाया बताओ, तुमने तो मुझसे वादा किया था ना की तुम मेरे अपनों का हिफ़ाज़त करोगे

जब्बार – मुझे माफ करदो रुद्रा पर जब में तुम्हारे मां और प्रिन्स अग्नि को बच्चा रहा था ुषवक़्त उस चुड़ैल दूसतीनी ने अपने जादूई शक्ति से सुनहेरी को अपना बंदी बणलिया

जहाँ – रुद्रा शांत होजाओ सुनहेरी को कुछ नहीं होगा हम सुनहेरी को उस चुड़ैल के चंगुल से बच्चा लेंगे, जब्बार ये बताओ अग्नि और रुद्रा की माताजी कहाँ हैं

जब्बार – हम उन्न दोनों को डेत वाली लगाए हैं वहाँ वो दोनों सुरक्षित हैं और में यहाँ आप लोगों का लौटने का इंतजार कार रहा था

रुद्रा – मुझे कुछ भी करके सुनहेरी को उस दूसतीनी के कैद से छुड़ाना होगा वरना वो उसे मर डालेंगी, मुझे अभी और इषिवक़्त दूसतीनी के पास जाना होगा

जहाँ – ठीक है रुद्रा तो फिर में भी चलती हूँ तुम्हारे साथ मुझे पता है वो दूसतीनी ईश्वत कहाँ पे होगी

रुद्रा – ठीक है, जोरबार में और जहाँ सुनहेरी की जान बचाने के लिए जा रहे हैं तुम ये लो( रुद्रा जोरबार को वो डार्क हार्ट देते हुए कहता है ) जोरबार अग्नि को बचलो और मेरी मां का भी ध्यान रखना

जब्बार – रुद्रा तुम उनकी चिंता मत करो वो ईश्वक़्त डेत वाली के पॅलेस में हैं और पूरी तरह से सुरक्षित हैं तुम बससस्स अपना ख्याल रखना क्योंकि वो दूसतीनी बहुत खतरनाक है और अब तो उसके साथ गेब्रीयल और उसकी ड्रागें’से की फौज भी है

रुद्रा – वो दूसतीनी चाहे कितनी भी ताकतवर हो और उसके साथ जो कोई भी हो में उस से नहीं डरता, चलो जहाँ

और फिर जहाँ अपने जादूई दंड को बारे से जादूई झाड़ू में बदल देती है और फिर उस जादूई झाड़ू पे सवार होकर जहाँ और रुद्रा असमान में उड़ते हुए चले जाते हैं दूसतीनी के तरफ

इधर जोरबार डार्क हार्ट को साथ लिए जब्बार के साथ डेत वाली के तरफ चल देता है

जोरबार अपने जादूई शक्ति के मदद से कुछ ही वक्त के अंदर डेत वाली के पॅलेस में पहुँच जाता है और वो वक्त ना गबते हुए सीधे अग्नि के पास चला जाता है उसके कमरे में, अग्नि घायल हालत में अपने बिस्तर पे लेता हुआ था और अग्नि के करीब उसकी मां शीतल और पापा विशाल और रुद्रा की मां राजकुमारी मोना थे

राजकुमारी मोना – जोरबार आप लौट आए क्या आप वो डार्क रोज़ लाए और रुद्रा कहाँ है

जोरबार – हाँ राजकुमारी हम कामयाब रहे उस डार्क रोज़ को हाशील करने में और रुद्रा ईश्वक़्त जहाँ के साथ सुनहेरी को बचाने गया है

राजकुमारी मोना – क्य्ाआआ, पर वो चुड़ैल बहुत खतरनाक है और उसके साथ गेब्रीयल भी है रुद्रा अकेला उनके साथ मुकाबला केशे करेगा

जोरबार – आप उसकी फिक्र ना करिए राजकुमारी रुद्रा के साथ जहाँ भी है और वो दोनों मिलकर सुनहेरी को जरूर बच्चा लेंगे

और फिर जोरबार सबको अग्नि के करीब से हॅट जाने को कहता है और सभी थोड़ा सा दूर्र हॅट जाते हैं और फिर जोरबार आगे बढ़ते हुए अग्नि के करीब जाता है और फिर उस डार्क हार्ट को अग्नि के सीने के ऊपर रखता है जिस साइड दिल होता है, अग्नि के सीने के ऊपर उस डार्क हार्ट को रखते ही वो धीरे धीरे धड़कना शुरू करदेता है

और फिर देखते ही देखते वो डार्क हार्ट धीरे धीरे अग्नि के सीने के अंदर घुसने लगता है, कुछ ही देर में वो डार्क हार्ट अग्नि के सीने के अंदर पूरी तरह से घुस जाता है, उसके बाद अग्नि का शरीर बड़ी जोरों से फड़फड़ने लगता है, उस कमरे में मौजूद सभी आँखें फाड़े ये नज़ारा बारे ध्यान से देख रहे थे

अग्नि का शरीर कुछ मिनिट्स तक युहीन बारे जोरों से फड़फड़ाता रहता है और फिर उसका शरीर धीरे धीरे शांत पड़ने लगता है, उसके बाद अग्नि के सीने से कुछ निकालने लगता है और वो अग्नि का पुराना दिल बर्निंग हार्ट था जब अग्नि के सीने से वो हार्ट पूरी तरह से निकल जाता है तब जोरबार अपने जादुई शक्ति के मदद से उस बर्निंग हार्ट को एक जादूई बॉक्स में रख देता है

उसके बाद सभी अग्नि के तरफ देखने लगते हैं और उसके होश में आने का इंतजार करने लगते हैं की तभी अचानक अग्नि के आँखें खुलती हैं उसकी आँखें पूरी तरह से नीली(ब्लू) थी, और फिर अग्नि दर्द से चिल्लाते हुए उठ खड़ा होता है अहह अहह, अग्नि अपने दोनों हाथों से अपने कंधे को पकड़ने की कोशिश कार रहा था उसके कंधे और पीठ में बहुत दर्द हो रहा था

अग्नि दर्द के मारे चिल्लाए जा रही था और फिर अग्नि के कंधे में से खून नीलने लगता है, ये नज़ारा देख उस कमरे में मौजूद सभी के सर चकराने लगते हैं उन्हें कुछ भी समझ में नहीं आ रही था की ये सब क्या हो रहा है, अग्नि के कंधे को चीरते हुए अग्नि के कंधे के दोनों साइड’से पे दो पंख उगने लगते हैं और देखते ही देखते वो पंख बड़ा होने लगता है, कुछ देर बाद अग्नि को और दर्द नहीं होता है और अग्नि अपने नये पंख और अपनी नयी ताक़त के साथ बड़ी तेजिसे एडजस्ट करने लगता है और कुछ ही वक्त के अंदर अग्नि अपने नये शक्तियों को अपने कंट्रोल में करके तैयार खड़ा था अपने नये चुनतियों का सामना करने के लिए….

THE END
 

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