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कहानी की शुरुवात
सुबह के 8:15 बजे राहुल के कानो में एक आवाज़ सुनाई देती है भैया उठो ना कितना सोओगे हर रोज़ कॉलेज के लिए देर कर देते हो । बार बार की आवाज़ से राहुल परेशान होकर बोलता है सोने दे आरोही । सुबह सुबह क्यों परेशान कर रही है भैया उठ भी जाओ। 15 मिनट से आपको उठा रही हूँ । आप मुझसे प्यार नही करते इसी लिए मेरी बात एक बार में मानते नही हो इतना सुनते ही राहुल उठ के बैठ जाता है और बोलता है किसने कहा में अपनी गुड़िया को प्यार नही करता ।
आरोही - प्यार करते तो मुझे हर रोज़ कॉलेज के लिए देर नही होती।
राहुल- टाइम देखता है और ओ तेरी 8:30 हो गये है ,सोर्री यार में अभी तैयार होकर अपनी प्यारी गुड़िया को कॉलेज ले चलता हूँ
आरोही - भैया में आपकी यार नही हूँ बहन हूँ और मुझे कब कॉलेज ले जाओगे आज फिर देर हो जाएगी ।
राहुल - सोर्री मेरी प्यारी आरोही और बाथरूम घुस जाता है ।
आरोही -भैया में निचे आपका इंतेज़ार कर रही हूँ बोल के निचे चली जाती है
राहुल के परिवार में माँ ,पिता और तीन प्यारी बहनें है जो इस प्रकार है
पिता - सुरेश शर्मा उम्र
माँ- बरखा शर्मा उम्र
बड़ी बहन - गरिमा उम्र
मझली बहन - निधि शर्मा
छोटी बहन और घर की लाडली - आरोही शर्मा
राहुल तैयार हो कर निचे आता है ।
बरखा - बेटा नास्ता तो कर ले ,
राहुल - माँ आकर कर लूंगा अभी देेर हो गयी है आरोही को कॉलेज छोड़ के आता हूँ तब कर लूंगा और जल्दी से आरोही को लेकर कॉलेज के लिए निकल जाता है ।
आरोही - भैया आपका रोज़ का हो गया है कल से आप सही समय पे नही आये तो देखना क्या होता है ।
राहुल - मेरी प्यारी गुड़िया गुस्सा ना हो यार आज आज की बात है कल से टाइम से पहले उठ जाऊंगा ।
आरोही - देखते है भैया कल क्या होता है अभी तेज़ चलाओ बाइक ।
थोड़ी देर में कॉलेज पहुंच जाते है और आरोही कॉलेज में चली जाती है ।
राहुल भी घर के लिए निकल जाता है इधर घर पे सुरेश नास्ता करके अपनी दुकान के लिए निकलने वाला होता है
गरिमा ऑफिस जा चुकी थी ।तभी राहुल घर पहुँचता है और अंदर आ कर बैठता है । दूसरी तरफ बरखा अपनी अलसी बेटी निधि को उठाने उसके रूम में गयी है ।
बरखा - निधि बेटा उठा जा 10 बजे गये है बेटा कब तक सोयेगी ,
निधि - मम्मी सोने दो ना वैसे भी मुझे कुछ काम नही है ,
बरखा - उठेगी तभी तो कोई काम करेगी जब देखो सोई रहती है उठा जा में निचे जा रही हूँ आकर नास्ता कर ले ,
बरखा चली जाती है ।
सुरेश दुकान के लिए निकल चुका था और राहुल नास्ता कर रहा था ।इतने में निधि उठ कर नास्ता करने आती है ।
नास्ते के बाद दोनो भाई बहन अपने रूम में चले जाते है और निचे बरखा साफ सफाई करने लगती है ।
राहुल कुछ सोच के बाथरूम में घुस जाता है ,बाथरूम में एक साइड कुछ कपड़े रखे हुए थे , राहुल उनको उठाता है तो उसके निचे से एक काले रंग की ब्रा दिखाई देती है जिसको उठा के राहुल देखता है और उसको सूंघने लगता है एक अजीब सी महक उसके नथुनों में जाती है और इधर उसका लिंग अपना सर उठाने लगता है ब्रा के साथ ही ज़मीन पे एक पैंटी पड़ी थी राहुल उसको भी उठा लेता है और सूंघने लगता है। ब्रा और पैंटी को देख राहुल का लिंग खड़ा हो चुका था और लिंग को पैंट के ऊपर से ही मसलने लगता है ।लिंग को बहार निकल के ब्रा को लिंग पे लपेट लेता है और पैंटी को सूंघ के हिलाने लगता है थोड़ी देर ब्रा और पैंटी से खेलने का बाद राहुल का लिंग अपना माल उगल देता है , और ब्रा को साफ करके वही रख देता है । और वापस रूम में आकर आराम करने लगता है ।
इधर निधि राहुल के कमरे की तरफ आने लगती है और दरवाजे पे आवाज़ देती है भाई सोया है क्या ।
राहुल - नहीं दीदी आ जाओ अंदर
निधि - अंदर आकर भाई कोई जॉब पता कर ना मेरे लिए घर में रह कर बोर हो गयी हूँ
राहुल - दीदी आप गरिमा दीदी को बोलो ना उनके यहा कोई कोई जगह खाली हो ।
निधि - सही कहा तूने में दी को बोलती हूँ और गरिमा को कॉल करती है ।
गरिमा - हेल्लो
निधि - हेल्लो दी
गरिमा - हा बोल निधि
निधि - दी आप हाफ क्यों रही है ।
गरिमा - कुछ नही निधि वो लेफ्ट खराब है ना सीढ़ी चल के आ रही हूँ ना इस लिए हाफ रही हूँ
निधि - अच्छा
गरिमा - तु बोल क्यों किया कॉल
निधि - दी मेरे लिए आपके ऑफिस में कोई जगह खाली है क्या मुझे भी जॉब करना है घर में बैठ के बोर हो गयी हूँ ।गरिमा - अच्छा जी अब मेरी निधि जॉब करेगी ठीक है देखती हूँ कोई होगी तो बता दूंगी ।
निधि - ओक दी बाय
गरिमा - बाय स्वीटी और कॉल कट कर देती है । और बोलती है आज तो बच गयी उफ्फ्फ्फ़।।
राहुल - क्या बात हुई दीदी कोई जगह खाली है क्या ?
निधि - दी ने बोला वो पता करके बताएँगी।
राहुल - अच्छा सही है और दीदी आपका जिम कैसा चल रहा है बहुत अच्छा फिगर बना लिया है अपने तो ,
निधि - पागल कही का भला कोई बहन का भी फिगर देखता है क्या ,
राहुल - दीदी में तो बस बोल रहा हूँ अच्छी लगती हो ।
निधि - अच्छा जी दीदी का फिगर अच्छा लगता है और निधि हंस देती है इधर राहुल भी मुस्कुरा देता है ।
राहुल - दीदी ऐसी कोई बात नही है बस जो दिल में है बोल दिया ।
निधि - अच्छा जी और कुछ बोलना है क्या ।
राहुल - और क्या बोलूं दीदी
निधि - जो दिल में वो बोल दिया और जो मन में है वो बोल दे और मुस्करा देती है ( निधि जानती है की राहुल उसके लिए क्या सोचता है )
राहुल - कुछ नही दी जो बोलना था बोल दिया ।
निधि - सही है में चलती हूँ अपने कमरे में और उठ के कमरे से निकल अपने कमरे में चली जाती है ।
कुछ देर बाद राहुल तैयार हो कर बहार चला जाता है और निधि और बरखा आराम करने लगते है और सो जाते है
दोपहर के २ बजे आरोही कॉलेज से घर आती है और मम्मी को आवाज़ लगती है पर कोई दरवाजा नही खोलता तो आरोही निधि को फोन करती है तभी जाकर निधि दरवाजा खोलती है आरोही गुस्से से कब से आवाज़ दे रही हूँ किसी को मेरी फ़िक्र है की नही और आज तो भैया को छोडूंगी नही ।बहुत गुस्से में आरोही बोली ।
तभी बरखा आकर आरोही को प्यार से शांत करती है और खाने के लिए बोलती है ।पर आरोही मना कर देती है कमरे में चली जाती है ।थोड़ी देर में राहुल आता है और आरोही के कमरे में जाकर उसको सोर्री बोलता है पर आरोही तो जैसे खा जाने वाली नज़र से देखती है ( बात ये थी की राहुल आरोही को लेने नही गया इस लिए वो गुस्से में है )
आरोही - भैया ज़रूरत क्या है सोर्री की मैं लगती क्या हूँ आपकी आप तो बस गरिमा दी ,और निधि दी के भाई हो इतना बोल के वो चुप हो गयी ।
राहुल - सोर्री मेरी प्यारी गुड़िया वो में गया था कॉलेज पर तब तक तुम चली गयी थी और कान पकड़ के सोर्री बोलने लगता है ।
आरोही - बस भैया आपका तो यही है सोर्री बोल के फिर से गलती करना ।
राहुल - प्लीज़ आरोही माफ़ कर दे बहन आज से ऐसा नही करूंगा प्रॉमिस ।
आरोही - और प्रॉमिस तोड़ दिया तो मैं क्या कर लूंगी
राहुल -ऐसा नही होगा मेरी स्वीटी मेरी प्यारी बहन।
आरोही - ठीक है पर आपको सजा मिलेगी आपको आज की ,
राहुल - क्या सजा है मेरी रानी ये भी बता दो
आरोही - आज रात आपको सोना नही है बातें करेंगे और गेम खेलेंगे
राहुल - पागल रात भर की क्या ज़रूरत है अभी गेम खेल लेते है ।
आरोही - नही भैया कल संडे है तो आज तक जागने में कोई परेशानी नही है
राहुल - अच्छा बाबा ठीक है पर खाना तो खा लो ।
दोनो खाना खाने निचे आ जाते है और सब मिलकर खाते है और टीवी देखने लगते है
शाम के ७ बजे
बरखा खाना बनाने में लगी थी और आरोही और राहुल टीवी देख रहे थे निधि जिम गयी थी तभी गरिमा ऑफिस से घर जाती है ।और अपना बेग रख के आराम करती है आरोही गरिमा के लिए पानी लेकर आती है और किचन में बरखा चाई चढ़ा देती है
गरिमा - और हीरो सुबह उठता नही है कुछ काम कर लिया कर ।
राहुल - दी मैं कर लूंगा कल से पापा के साथ दुकान पे काम ।
तभी बरखा चाई लेकर आती है और बोलती है तुम्हे ज़रूरत नही है तुम आरोही को ले जाने और लाने का काम करो बस दुकान का काम में देख लूंगी वैसे भी यहा बोर हो जाती हूँ दुकान पे थोड़ा टाइम पास हो जायेगा ।
चाई पीते और बाते करने में टाइम का पता ही नही चलता और 9 बजे जाते है निधि भी जिम से आ जाती है
सब लोग सुरेश का इंतेज़ार करने लगते है की 10 बजे के करीब सुरेश आता है और फिर खाना खाने लगते है सब उसके बाद सब अपने कमरे में चले जाते है ।
निधि और गरिमा एक कमरे ही रहते है बाकी सब का अलग कमरा है ।
जैसा आरोही ने बोला था उसी तरह आज तो राहुल और आरोही जागने वाले थे । क्या वो अकेले होंगे या कोई और भी ???[/B]
कहानी की शुरुवात
सुबह के 8:15 बजे राहुल के कानो में एक आवाज़ सुनाई देती है भैया उठो ना कितना सोओगे हर रोज़ कॉलेज के लिए देर कर देते हो । बार बार की आवाज़ से राहुल परेशान होकर बोलता है सोने दे आरोही । सुबह सुबह क्यों परेशान कर रही है भैया उठ भी जाओ। 15 मिनट से आपको उठा रही हूँ । आप मुझसे प्यार नही करते इसी लिए मेरी बात एक बार में मानते नही हो इतना सुनते ही राहुल उठ के बैठ जाता है और बोलता है किसने कहा में अपनी गुड़िया को प्यार नही करता ।
आरोही - प्यार करते तो मुझे हर रोज़ कॉलेज के लिए देर नही होती।
राहुल- टाइम देखता है और ओ तेरी 8:30 हो गये है ,सोर्री यार में अभी तैयार होकर अपनी प्यारी गुड़िया को कॉलेज ले चलता हूँ
आरोही - भैया में आपकी यार नही हूँ बहन हूँ और मुझे कब कॉलेज ले जाओगे आज फिर देर हो जाएगी ।
राहुल - सोर्री मेरी प्यारी आरोही और बाथरूम घुस जाता है ।
आरोही -भैया में निचे आपका इंतेज़ार कर रही हूँ बोल के निचे चली जाती है
राहुल के परिवार में माँ ,पिता और तीन प्यारी बहनें है जो इस प्रकार है
पिता - सुरेश शर्मा उम्र
माँ- बरखा शर्मा उम्र
बड़ी बहन - गरिमा उम्र
मझली बहन - निधि शर्मा
छोटी बहन और घर की लाडली - आरोही शर्मा
राहुल तैयार हो कर निचे आता है ।
बरखा - बेटा नास्ता तो कर ले ,
राहुल - माँ आकर कर लूंगा अभी देेर हो गयी है आरोही को कॉलेज छोड़ के आता हूँ तब कर लूंगा और जल्दी से आरोही को लेकर कॉलेज के लिए निकल जाता है ।
आरोही - भैया आपका रोज़ का हो गया है कल से आप सही समय पे नही आये तो देखना क्या होता है ।
राहुल - मेरी प्यारी गुड़िया गुस्सा ना हो यार आज आज की बात है कल से टाइम से पहले उठ जाऊंगा ।
आरोही - देखते है भैया कल क्या होता है अभी तेज़ चलाओ बाइक ।
थोड़ी देर में कॉलेज पहुंच जाते है और आरोही कॉलेज में चली जाती है ।
राहुल भी घर के लिए निकल जाता है इधर घर पे सुरेश नास्ता करके अपनी दुकान के लिए निकलने वाला होता है
गरिमा ऑफिस जा चुकी थी ।तभी राहुल घर पहुँचता है और अंदर आ कर बैठता है । दूसरी तरफ बरखा अपनी अलसी बेटी निधि को उठाने उसके रूम में गयी है ।
बरखा - निधि बेटा उठा जा 10 बजे गये है बेटा कब तक सोयेगी ,
निधि - मम्मी सोने दो ना वैसे भी मुझे कुछ काम नही है ,
बरखा - उठेगी तभी तो कोई काम करेगी जब देखो सोई रहती है उठा जा में निचे जा रही हूँ आकर नास्ता कर ले ,
बरखा चली जाती है ।
सुरेश दुकान के लिए निकल चुका था और राहुल नास्ता कर रहा था ।इतने में निधि उठ कर नास्ता करने आती है ।
नास्ते के बाद दोनो भाई बहन अपने रूम में चले जाते है और निचे बरखा साफ सफाई करने लगती है ।
राहुल कुछ सोच के बाथरूम में घुस जाता है ,बाथरूम में एक साइड कुछ कपड़े रखे हुए थे , राहुल उनको उठाता है तो उसके निचे से एक काले रंग की ब्रा दिखाई देती है जिसको उठा के राहुल देखता है और उसको सूंघने लगता है एक अजीब सी महक उसके नथुनों में जाती है और इधर उसका लिंग अपना सर उठाने लगता है ब्रा के साथ ही ज़मीन पे एक पैंटी पड़ी थी राहुल उसको भी उठा लेता है और सूंघने लगता है। ब्रा और पैंटी को देख राहुल का लिंग खड़ा हो चुका था और लिंग को पैंट के ऊपर से ही मसलने लगता है ।लिंग को बहार निकल के ब्रा को लिंग पे लपेट लेता है और पैंटी को सूंघ के हिलाने लगता है थोड़ी देर ब्रा और पैंटी से खेलने का बाद राहुल का लिंग अपना माल उगल देता है , और ब्रा को साफ करके वही रख देता है । और वापस रूम में आकर आराम करने लगता है ।
इधर निधि राहुल के कमरे की तरफ आने लगती है और दरवाजे पे आवाज़ देती है भाई सोया है क्या ।
राहुल - नहीं दीदी आ जाओ अंदर
निधि - अंदर आकर भाई कोई जॉब पता कर ना मेरे लिए घर में रह कर बोर हो गयी हूँ
राहुल - दीदी आप गरिमा दीदी को बोलो ना उनके यहा कोई कोई जगह खाली हो ।
निधि - सही कहा तूने में दी को बोलती हूँ और गरिमा को कॉल करती है ।
गरिमा - हेल्लो
निधि - हेल्लो दी
गरिमा - हा बोल निधि
निधि - दी आप हाफ क्यों रही है ।
गरिमा - कुछ नही निधि वो लेफ्ट खराब है ना सीढ़ी चल के आ रही हूँ ना इस लिए हाफ रही हूँ
निधि - अच्छा
गरिमा - तु बोल क्यों किया कॉल
निधि - दी मेरे लिए आपके ऑफिस में कोई जगह खाली है क्या मुझे भी जॉब करना है घर में बैठ के बोर हो गयी हूँ ।गरिमा - अच्छा जी अब मेरी निधि जॉब करेगी ठीक है देखती हूँ कोई होगी तो बता दूंगी ।
निधि - ओक दी बाय
गरिमा - बाय स्वीटी और कॉल कट कर देती है । और बोलती है आज तो बच गयी उफ्फ्फ्फ़।।
राहुल - क्या बात हुई दीदी कोई जगह खाली है क्या ?
निधि - दी ने बोला वो पता करके बताएँगी।
राहुल - अच्छा सही है और दीदी आपका जिम कैसा चल रहा है बहुत अच्छा फिगर बना लिया है अपने तो ,
निधि - पागल कही का भला कोई बहन का भी फिगर देखता है क्या ,
राहुल - दीदी में तो बस बोल रहा हूँ अच्छी लगती हो ।
निधि - अच्छा जी दीदी का फिगर अच्छा लगता है और निधि हंस देती है इधर राहुल भी मुस्कुरा देता है ।
राहुल - दीदी ऐसी कोई बात नही है बस जो दिल में है बोल दिया ।
निधि - अच्छा जी और कुछ बोलना है क्या ।
राहुल - और क्या बोलूं दीदी
निधि - जो दिल में वो बोल दिया और जो मन में है वो बोल दे और मुस्करा देती है ( निधि जानती है की राहुल उसके लिए क्या सोचता है )
राहुल - कुछ नही दी जो बोलना था बोल दिया ।
निधि - सही है में चलती हूँ अपने कमरे में और उठ के कमरे से निकल अपने कमरे में चली जाती है ।
कुछ देर बाद राहुल तैयार हो कर बहार चला जाता है और निधि और बरखा आराम करने लगते है और सो जाते है
दोपहर के २ बजे आरोही कॉलेज से घर आती है और मम्मी को आवाज़ लगती है पर कोई दरवाजा नही खोलता तो आरोही निधि को फोन करती है तभी जाकर निधि दरवाजा खोलती है आरोही गुस्से से कब से आवाज़ दे रही हूँ किसी को मेरी फ़िक्र है की नही और आज तो भैया को छोडूंगी नही ।बहुत गुस्से में आरोही बोली ।
तभी बरखा आकर आरोही को प्यार से शांत करती है और खाने के लिए बोलती है ।पर आरोही मना कर देती है कमरे में चली जाती है ।थोड़ी देर में राहुल आता है और आरोही के कमरे में जाकर उसको सोर्री बोलता है पर आरोही तो जैसे खा जाने वाली नज़र से देखती है ( बात ये थी की राहुल आरोही को लेने नही गया इस लिए वो गुस्से में है )
आरोही - भैया ज़रूरत क्या है सोर्री की मैं लगती क्या हूँ आपकी आप तो बस गरिमा दी ,और निधि दी के भाई हो इतना बोल के वो चुप हो गयी ।
राहुल - सोर्री मेरी प्यारी गुड़िया वो में गया था कॉलेज पर तब तक तुम चली गयी थी और कान पकड़ के सोर्री बोलने लगता है ।
आरोही - बस भैया आपका तो यही है सोर्री बोल के फिर से गलती करना ।
राहुल - प्लीज़ आरोही माफ़ कर दे बहन आज से ऐसा नही करूंगा प्रॉमिस ।
आरोही - और प्रॉमिस तोड़ दिया तो मैं क्या कर लूंगी
राहुल -ऐसा नही होगा मेरी स्वीटी मेरी प्यारी बहन।
आरोही - ठीक है पर आपको सजा मिलेगी आपको आज की ,
राहुल - क्या सजा है मेरी रानी ये भी बता दो
आरोही - आज रात आपको सोना नही है बातें करेंगे और गेम खेलेंगे
राहुल - पागल रात भर की क्या ज़रूरत है अभी गेम खेल लेते है ।
आरोही - नही भैया कल संडे है तो आज तक जागने में कोई परेशानी नही है
राहुल - अच्छा बाबा ठीक है पर खाना तो खा लो ।
दोनो खाना खाने निचे आ जाते है और सब मिलकर खाते है और टीवी देखने लगते है
शाम के ७ बजे
बरखा खाना बनाने में लगी थी और आरोही और राहुल टीवी देख रहे थे निधि जिम गयी थी तभी गरिमा ऑफिस से घर जाती है ।और अपना बेग रख के आराम करती है आरोही गरिमा के लिए पानी लेकर आती है और किचन में बरखा चाई चढ़ा देती है
गरिमा - और हीरो सुबह उठता नही है कुछ काम कर लिया कर ।
राहुल - दी मैं कर लूंगा कल से पापा के साथ दुकान पे काम ।
तभी बरखा चाई लेकर आती है और बोलती है तुम्हे ज़रूरत नही है तुम आरोही को ले जाने और लाने का काम करो बस दुकान का काम में देख लूंगी वैसे भी यहा बोर हो जाती हूँ दुकान पे थोड़ा टाइम पास हो जायेगा ।
चाई पीते और बाते करने में टाइम का पता ही नही चलता और 9 बजे जाते है निधि भी जिम से आ जाती है
सब लोग सुरेश का इंतेज़ार करने लगते है की 10 बजे के करीब सुरेश आता है और फिर खाना खाने लगते है सब उसके बाद सब अपने कमरे में चले जाते है ।
निधि और गरिमा एक कमरे ही रहते है बाकी सब का अलग कमरा है ।
जैसा आरोही ने बोला था उसी तरह आज तो राहुल और आरोही जागने वाले थे । क्या वो अकेले होंगे या कोई और भी ???[/B]