Adultery rukna nehi

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सीमा भड़क गई उसकी आंखे बड़ी हो गई । " What did you say, I am a middle-aged aunt...."

वो मेरे करीब आई और गुस्से से मुझे देखने लगी । मुझे लगा बेटा तूने ये क्या कह दिया । भले भी ये आंटी है लेकिन इसकी खूबसूरती तो देखो कमसिन लड़की भी इसके आगे शाय काम पानी ज्यादा ।


में " नही । मेरा मतलम । मतलब आपने मुझे वैसा बोला तो मैने भी ऐसे ही बोल दिया । लेकिन आप बोहोत खूबसूरत हो । सच में जूठ नही बोल रहा हूं । आपकी आंखे बोहोत प्यारी हे । "


वो मुस्कुराने लगी " फत्तू साला । नए नए जवान लड़को में जोश होते हे लेकिन तू तो बर्फीला चट्टान निकला । गधे कब से लाइन दे रही हूं समझ नही आता है क्या । "




वो उठ के खड़ी हो गई और अदब से अपनी जुल्फो लहराती हुई चट्ट से नीचे उतर गई जाते हुए उसकी बलखाती हुई कमर की लचक उसकी बड़े बड़े चुटाड़ की ठीकड़ मेरे बसना जगा दिया ।


बेटा अब क्या करेगा । क्या इस मक्खन को चाट से सफासत करेगा या ऐसे ही प्लेट में सजावट देखते रहेगा । सही बोला उसने फत्तू है तू । मेरा दिल कह रहा था बेटा जा जा के झंडा गाड़ दे और एक सेतावानी भी बेटा ऐसे भटकती हुई औरते बड़ी चुदासी होती उसेके बस चले तो मर्दों निगल जाए । उसके पास जा के फूस मत हो जाना । लेकिन अब हवास जाग चुका था । में चाटी के बाल खड़े कर मर्दानगी दिखाते हुए गया नीचे ।




वो मेरे कमरे में थी । किसी से मोबाइल पे बात कर रही थी । और मुझे चुप रहने का इशारा कर रही थी । और फोन पे बोल रही थी "I was stuck at work in Darling so I took the hotel. Will reach home safely in the morning ......."



उसने फोन रख दिया । और बोली " मेरे हसबैंड थे ।"



उसने जब बोल बोला की मेरे हसबैंड थे पता नही क्यों मेरी अंदर की मर्दानगी फुस्स हो गई ।


सीमा " क्या हुआ । चाटी की इंच काम हो गई । बड़े मर्द बन के आए थे ना जब तुझे ललकारा मैंने । हां हा । "


में शर्म से सर झुका लिया । वो मेरे पास आई और मेरे गले में हाथ डाल के बोली " अच्छा बोलो घोड़े और गधे में से तुम कोनसा चुनोगे "

में " मतलब"

सीमा " पहले एक चुनो "

में सोचने लगा ये कहना क्या चाहती हे मतलब क्या है इसकी । फिर भी मैंने वोही सुना जो लोग यही सुनते " घोड़ा "

सीमा मुस्कुराई " में गधे को चुनूंगी । पता हे क्यू घोड़ा उतावला हो जाता है बेलगाम हो जाता है और हर मान लेता हे । लेकिन गधे कभी हार नही मानते है भले ही उसकी चाल धीमा क्यू ना हो वो कभी आराम नही करता । "
 
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हमे लंच पे एक तरह से दावत मिल गई लंच पे लेकिन मेरी सारी खुशी टूट के बिखर सूकी थी राठौर शाहब की कमीनेपन के चेहरा देख के इतने शरीफ दिखने वाले सकल के पीछे इतने हरामी मन का दानव छुपा हो सकता है मुझे जरा भी आइडिया नही था । लेकिन आराधना की खुशी के लिए में खुश देखें का नाटक किया ।



मम्मी पापा ने उसी दिन शादी की तारीख निकलवा लि जो एक महीने बाद शादी पक्की थी । और हम शाम तक घर लौट आए । मुझे अभी भी राठौर साहब की गंदी गालिज टिप्पणी मेरे कान में गूंज रहे थे और मुझे बोहोत गुस्सा आ रहा था । एक बार मन किया कि भईया को बता दूं क्या । लेकिन फिर सोचा की वो संजना से बोहोत प्यार करता है बेचारे का दिल टूट जायेगा और काफी लड़ाई जगरा होगा में जानता हूं उसे वो बोहोत गुस्से वाला ही है । मामला सुधरने के बजाय बिगड़ जायेगा और उसकी करियर पे भी बुरा असर पर सकता है । जो भी राठौर साहब से उसके फायदा ही हो रहे हे । लेकिन अगर राठौर साहब ने मम्मी के साथ कुछ गलत करने की कशिश की तो में उसकी जान ले लूंगा कसम से । किसी तरह मैंने गुस्से को पि गया ।




और दूसरे दिन से मैंने कॉलेज जाना शुरू किया और फिर वोही बोरिंग लाइफ शुरु । लेकिन आराधना बुरी तरह से नशे की तरह मेरे दिल में उतर चुकी थी । जब ही हम मिलते एक दूसरे की हो जाते उस पल में । और टूट के प्यार करते ।


जो भी हो राठौर साहब की फायदा में भी उठा रहा था । उसकी कोई फॉर्महाउस में किसी एक फॉर्महाउस में जाते और आराधना और में प्यार की भूख मिटात । और ढेरों बातें करते हम । एक दूसरे को सकुंह पोहचाते ।
 
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दिन निकट आ रहे थे । भईया बोहोत खुश थे । मम्मी पापा भी खुश थे उनके बड़े बेटे का जिंदगी स्वबरने वाली हे उसका भी अब अपना एक संसार होगा । में भी खुश था लेकिन इन सब में जब भी राठौर साहब की जिक्र होता तो उसके लिए मेरा घृणा बढ़ जाता था ।


शादी के कुछ दिन पहले ही भईया ने हमे एक बड़ा धमाका सरप्राइज़ दिया । जैसे की कहा था उसने वैसे ही उसने नया घर खरीद लिया । जो काफी बड़ा था अलीसान था । भईया ने हमें बोला की पूरा प्लॉट उसने और संजना ने खरीद लिया है किस्तों पे । लेकिन हम जानते थे की इसमें राठौर साहब का थोड़ा बोहोत ही सही लेकिन उसका योगदान जरुर हे । और क्या पता शायद पूरा ही योगदान हो उसका भईया थोड़ी बताने वाले हे हमे । मम्मी तो बोहोत खुश थी बेटे की तरक्की देख के लेकिन पहले बार शायेद मेरे और पापा के विचार एक जैसे थे । भले ही हम खुश दिख रहे थे लेकिन अंदर से हमारे आत्मसम्मान को ठेस पोहोच चुके थे । और बात तब और बुरी लगी जब भईया ने कहा कि हमे अब नए आलीशान घर में जाना होगा वोही रहना होगा । और बारात भी वोही से निकलेगी । ना पापा माना कर पाए ना में चाह कर भी हम मजबूर थे । भईया की लग रहा था वो अपने परिवार को बेहतरीन जिंदगी दे रहा है । और उसकी खुशी हम तोड़ना नहीं चाहते थे । लेकिन मेरे दिल में एक उपज हुई की जब में खुद अपने पेड़ो पी खड़ा हो जाऊंगा और अपनी संसार बनूंगा तब में भईया उस आलीशान घर को छोड़ दूंगा । या तो अपने पुराने घर में आ जाऊंगा या फिर कोई नया ठिकाना बना लूंगा छोटा ही सही जितनी ओकाद से बना पाऊं अपनी आशियाना । शायेद ऐसे ही परिवार बिखरते होंगे विचार अलग अलग मन मुटाव अलग अलग ।



शादी के 7 दिन पहले हम नए घर सिफ हो गए । राठौर साहब के बंगलो जितना आलीशान तो नही था लेकिन पुराने घर से काफी सुविधाजनक और बड़ा था । बड़े हाल , चमकीली टाइल्स से डिजाइन की हुई बड़ा किचन । रूम भी बड़े बड़े । सामने गार्डन और उसके बगल में एक छोटा फिल्ड जिसमे बच्चे आराम से क्रिकेट खेल पाए ।
 
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जिस दिन हमने नया घर लिया उस दिन बड़े योग्य के साथ हवन करवाया गया । राठौर साहब की परिवार भी थे वाहा और हमारे कुछ रिश्तेदार भी थे बुआ के पूरा परिवार और मामा मासी के परिवार मजूद थे। हमारे कुछ रिश्तेदार झलबून रहे थे हमारी नई आलीशान घर देख के और उसपे घी डाल रही थी मेरी मम्मी वो हर किसी के आगे भईया की तरक्की के तारीफों की पुल बांध रही थी और संजना के बारे में भी बढ़ा चढ़ा के बोल रही थी ।
 
If dreams come true, then nightmare are dreams too
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जिस दिन हमने नया घर लिया उस दिन बड़े योग्य के साथ हवन करवाया गया । राठौर साहब की परिवार भी थे वाहा और हमारे कुछ रिश्तेदार भी थे बुआ के पूरा परिवार और मामा मासी के परिवार मजूद थे। हमारे कुछ रिश्तेदार झलबून रहे थे हमारी नई आलीशान घर देख के और उसपे घी डाल रही थी मेरी मम्मी वो हर किसी के आगे भईया की तरक्की के तारीफों की पुल बांध रही थी और संजना के बारे में भी बढ़ा चढ़ा के बोल रही थी ।
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Hello Everyone :hi: ,
We are Happy to present to you The Exclusive story contest of Lustyweb "The Exclusive Story Contest" (ESC)..

Jaisa ki aap sabko maalum hai abhi pichle hafte he humne ESC ki announcement ki hai or abhi kuch time Pehle Rules and Queries thread bhi open kiya hai or Chit chat aka discussion thread toh pehle se he Hindi section mein khulla hai.

Iske baare Mein thoda aapko btaadun ye ek short story contest hai jisme aap kissi bhi prefix ki short story post kar shaktey ho jo minimum 2000 words and maximum 8000 words takk ho shakti hai. Isliye main aapko invitation deta hun ki aap Iss contest Mein apne khayaalon ko shabdon kaa Rupp dekar isme apni stories daalein jisko pura Lustyweb dekhega ye ek bahot acha kadam hoga aapke or aapki stories k liye kyunki ESC Ki stories ko pure Lustyweb k readers read kartey hain.. Or jo readers likhna nahi caahtey woh bhi Iss contest Mein participate kar shaktey hain "Best Readers Award" k liye aapko bus karna ye hoga ki contest Mein posted stories ko read karke unke Uppar apne views dene honge.


Winning Writer's ko well deserved Awards milenge, uske aalwa aapko apna thread apne section mein sticky karne kaa mouka bhi milega Taaki aapka thread top par rahe uss dauraan. Isliye aapsab k liye ye ek behtareen mouka hai Lustyweb k sabhi readers k Uppar apni chaap chhodne ka or apni reach badhaane kaa.


Entry thread aaj yaani 5th February ko open hogaya hai matlab aap aaj se story daalna suru kar shaktey hain or woh thread 25 February takk open rahega Iss dauraan aap apni story daal shaktey hain. Isliye aap abhi se apni Kahaani likhna suru kardein toh aapke liye better rahega.


Koi bhi issue ho toh aap kissi bhi staff member ko Message kar shaktey hain..

Rules Check karne k liye Iss thread kaa use karein :- Rules And Queries Thread.

Contest k regarding Chit chat karne k liye Iss thread kaa use karein :- Chit Chat Thread.

Regards :Lweb Staff.
 

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