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ये कहानी शुरू होती है मेरे पिता के उस जीवन के अंत से जो उन्होंने इस धरती पर जिया था । अब वो लौट आए थे अपने लोक हमारे लोक । मर्दापुर जहां सिर्फ मर्द ही मर्द रहते थे । जो मर्द कमजोर होते थे उन्हे पृथ्वी पर भेज दिया जाता था । एक साधारण जीवन जीने के लिए बच्चे पैदा करने के लिए । फिर मरने के लिए उनकी इस लोक फिर वापसी नही होती थी । और जो जोशीले और तगड़े बुद्धिमान और लड़ाकू मर्द होते थे वो मर कर फिर वापिस आते थे । और एक नया जीवन लेके फिर पृथ्वी पर जाते थे । 1 नए शरीर के साथ एक नई ऊर्जा के साथ पुरानी सब यादों को भुला के । मेरे पिता यहां के राजा थे उनके पृत्वी पर जाने के बाद मै राजा बना अब वो लौट आए है तो मेरा समय है पृत्वि पर जाने का और उनका फिर से राजा बनने का ।
अनंत – अब क्या आज्ञा है पिताजी मेरे लिए ।
अनहद – मैने जो तुमको वरदान प्राप्त करने को कहा था तुमने वो किया न पुत्र ।
अनंत – जी पिताजी । साथ में और कई शक्तियां भी प्राप्त की है मै पूरी तरह त्यार हूं पृथ्वी पर जाने के लिए ।
अनहद – ये आखिरी मौका है पुत्र इस बार असफल हुए तो परम पिता परमेश्वर से दूसरा मौका नही मिलेगा और जो हमारी सत्ता है वो । मुझे बोलते हुए भी शर्म आ रही है ।
अनंत – मुझ पर भरोसा रखिए । मै सब सम्भाल लूंगा । आपको निराश नही होने दूंगा । वहां क्या माहोल है जरा इसका ज्ञान दो मुझे । मै आपके जीवन पर नजर नही रख पाया शक्तियां अर्जित करने के लिए ।
अनहद – बोहोत कुछ बदल गया है और बोहोत कुछ हमारे हाथों से निकल चुका है ।
अनंत – चिंता ना करे मै सब सम्भाल लूंगा ।
अनहद – ये लो ये कुछ 10 घर के पते है जहां मै रहा कभी किसी का बेटा बैंक तो कभी किसी बाप तो कभी किसी का मुखिया बनके तो कभी किसी का मालिक । 10 घरों के पास कुछ के पास बोहोत जमीन है तो कोई करोड़ पति बिजनेसमैन । तुम्हे इनसे सहायता मिलेगी और तुम वहां जाके अपने भी लोग अर्जित कर सकते हो । जितने ज्यादा लोग तुमरे अधीन रहेंगे उतने तुम ताकतवर रहोगे । खास कर महिलाएं । तुम्हारे पास इस लोक की सारी शक्ति है । बल , बुद्धि , वशीकरण , आकर्षण , साहस , कूटनीति , राजनीति , सारी कला , सभी गुण । तुम वहां जाओ और मेरा नाम रोशन करो ये आखिरी बार है जब हम मिल रहे है । अब जाओ पुत्र तुम्हारे जाते ही ये लोक नष्ट हो जाएगा । तुम ही हमारी आखिरी उम्मीद हो । युग परिवर्तन के बाद हमारा क्या अस्तित्व रहेगा वो तुम पर निर्भर है ।
अनंत – जी पिताजी ।
अनहद – मेरे कुछ सेवक कुछ विश्वासपात्र अब भी पृथ्वी पर है समय आने पर वो तुम्हारे मदद करेंगे । एक और खास बात किसी से दिल मत जोड़ लेना । वहां लोग मर सकते हैं बूढ़े हो सकते है एक समय बाद तुम्हारी उम्र बड़नी बंद हो जाएगी और तुम फिर से कुमार बन जाओगे फिर तुमको दुबारा के
किसी और के साथ समय बिताना होगा पुराना रिश्ता छोड़ के ।
अनंत – जी पिताजी ।
अनहद – अब जाओ पुत्र ये लोग कभी भी नष्ट हो सकता है ।
अब मै आपको कहानी का सार समझा दूं ये कहानी है संतुलन की । परम पिता परमेश्वर ने पृथ्वी बनाई साथ साथ । दो लोक बनाए जो पृथ्वी पर ही है पर कहां है वो कोई नही जानता । एक मरदापुर और एक महिलापुर । लेकिन मर्दापुर के कुछ लोगों ने ये संतुलन बिगड़ दिया और महिलापूर और पृथ्वी को प्रताड़ित करने लगे जिससे संतुलन बिगड़ गया । तब एक महिला ने परमपिता से एक वरदान मांगा कि अगले युग शक्ति की डोर उनके हाथ में हो । परम पिता ने उन्हें ये वरदान दे दिया । अब जैसे जैसे ये युग समाप्ति की ओर आ रहा है महिलाएं ताकतवर हो रही है । और मर्द कमजोर । मर्दापुर के राजा को अपने लोगों से कुछ अच्छा करने की उम्मीद थी पर वो सिर्फ गलत काम , नशे , महिलाओं को दबाने में ही अपनी मर्दानगी खोते गए । अब उन्हें डर है कहीं संतुलन बिगड़ ना जाए । शक्ति किसी के भी हाथ में हो वो इंसान को भगवान से हैवान और हैवान से भगवान बना सकती है । मर्दापुर के राजा को डर था के अगले युग आने तक महिलाएं भी अपनी शक्तियों का गलत इस्तेमाल करने लगेंगी । और परम पिता की बनाई पृथ्वी नष्ट हो जाएगी । इसीलिए अनहद ही एक आखिरी उम्मीद है ।
अनंत – अब क्या आज्ञा है पिताजी मेरे लिए ।
अनहद – मैने जो तुमको वरदान प्राप्त करने को कहा था तुमने वो किया न पुत्र ।
अनंत – जी पिताजी । साथ में और कई शक्तियां भी प्राप्त की है मै पूरी तरह त्यार हूं पृथ्वी पर जाने के लिए ।
अनहद – ये आखिरी मौका है पुत्र इस बार असफल हुए तो परम पिता परमेश्वर से दूसरा मौका नही मिलेगा और जो हमारी सत्ता है वो । मुझे बोलते हुए भी शर्म आ रही है ।
अनंत – मुझ पर भरोसा रखिए । मै सब सम्भाल लूंगा । आपको निराश नही होने दूंगा । वहां क्या माहोल है जरा इसका ज्ञान दो मुझे । मै आपके जीवन पर नजर नही रख पाया शक्तियां अर्जित करने के लिए ।
अनहद – बोहोत कुछ बदल गया है और बोहोत कुछ हमारे हाथों से निकल चुका है ।
अनंत – चिंता ना करे मै सब सम्भाल लूंगा ।
अनहद – ये लो ये कुछ 10 घर के पते है जहां मै रहा कभी किसी का बेटा बैंक तो कभी किसी बाप तो कभी किसी का मुखिया बनके तो कभी किसी का मालिक । 10 घरों के पास कुछ के पास बोहोत जमीन है तो कोई करोड़ पति बिजनेसमैन । तुम्हे इनसे सहायता मिलेगी और तुम वहां जाके अपने भी लोग अर्जित कर सकते हो । जितने ज्यादा लोग तुमरे अधीन रहेंगे उतने तुम ताकतवर रहोगे । खास कर महिलाएं । तुम्हारे पास इस लोक की सारी शक्ति है । बल , बुद्धि , वशीकरण , आकर्षण , साहस , कूटनीति , राजनीति , सारी कला , सभी गुण । तुम वहां जाओ और मेरा नाम रोशन करो ये आखिरी बार है जब हम मिल रहे है । अब जाओ पुत्र तुम्हारे जाते ही ये लोक नष्ट हो जाएगा । तुम ही हमारी आखिरी उम्मीद हो । युग परिवर्तन के बाद हमारा क्या अस्तित्व रहेगा वो तुम पर निर्भर है ।
अनंत – जी पिताजी ।
अनहद – मेरे कुछ सेवक कुछ विश्वासपात्र अब भी पृथ्वी पर है समय आने पर वो तुम्हारे मदद करेंगे । एक और खास बात किसी से दिल मत जोड़ लेना । वहां लोग मर सकते हैं बूढ़े हो सकते है एक समय बाद तुम्हारी उम्र बड़नी बंद हो जाएगी और तुम फिर से कुमार बन जाओगे फिर तुमको दुबारा के
किसी और के साथ समय बिताना होगा पुराना रिश्ता छोड़ के ।
अनंत – जी पिताजी ।
अनहद – अब जाओ पुत्र ये लोग कभी भी नष्ट हो सकता है ।
अब मै आपको कहानी का सार समझा दूं ये कहानी है संतुलन की । परम पिता परमेश्वर ने पृथ्वी बनाई साथ साथ । दो लोक बनाए जो पृथ्वी पर ही है पर कहां है वो कोई नही जानता । एक मरदापुर और एक महिलापुर । लेकिन मर्दापुर के कुछ लोगों ने ये संतुलन बिगड़ दिया और महिलापूर और पृथ्वी को प्रताड़ित करने लगे जिससे संतुलन बिगड़ गया । तब एक महिला ने परमपिता से एक वरदान मांगा कि अगले युग शक्ति की डोर उनके हाथ में हो । परम पिता ने उन्हें ये वरदान दे दिया । अब जैसे जैसे ये युग समाप्ति की ओर आ रहा है महिलाएं ताकतवर हो रही है । और मर्द कमजोर । मर्दापुर के राजा को अपने लोगों से कुछ अच्छा करने की उम्मीद थी पर वो सिर्फ गलत काम , नशे , महिलाओं को दबाने में ही अपनी मर्दानगी खोते गए । अब उन्हें डर है कहीं संतुलन बिगड़ ना जाए । शक्ति किसी के भी हाथ में हो वो इंसान को भगवान से हैवान और हैवान से भगवान बना सकती है । मर्दापुर के राजा को डर था के अगले युग आने तक महिलाएं भी अपनी शक्तियों का गलत इस्तेमाल करने लगेंगी । और परम पिता की बनाई पृथ्वी नष्ट हो जाएगी । इसीलिए अनहद ही एक आखिरी उम्मीद है ।