Incest सपना या हकीकत

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koi kisi se kam nahi kya shila kya rageeni.... haraaman waqt aane par lesbo bhi ban gayi kutiya kahi ki.....
dusri taraf raj, wo itna bada hawasi hai ki ab usko paas aane par uski khud ki didi darne lagi hai.....
btw in kamini kamino ko gaaliyaa deke koi faidaa nahi ..... already ye log maan samman sharam ijjat sab kuch bech chuke hai... :popcorn1:
I think jo ladka pasand kiya gaya hai sonal ke liye ushi se shaadi karke sonal ko jald se jald us ghar vidayi le leni chaahiye.... coz zyada din ghar pe rahi to raj ya uske baap ke hawas ka shikaar ban jaayegi sonal definitely......

Khair mujhe kya :popcorn1: jo marzi kare ye log ya ch aahe bhad mein jaaye :D


Shaandaar update, shaandaar lekni aur shaandaar shabdon ka chayan...
bahot nirale aur uttejak tarike se update ko pesh kiya gaya hai..

.. let's see what happens next...
Brilliant update with awesome writing skills :yourock: :yourock:
Aabhaar apka :thank-you:
 
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UPDATE 009

मै घर आया तो देखा दुकान मे ग्राहक है और मा बिज़ी है तो मै खुद कपड़े लेकर ऊपर चला गया और मौसी को दे दिया फिर नीचे जाने वाला था कि मौसी ने रोका और बोली

मौसी - राज सुनो बेटा , थोडी देर रुको मै ये ब्लाऊज नाप लू कही अभी भी छोटा तो नही

मै शर्मा गया और उनकी तरफ देखते हुए बोला ठीक ह मौसी

फिर मौसी ने मेरे सामने ही सारी का पल्लू हटाया और काली ब्रा मे कैद उनके रसिले नरम चूचे दिखने लगे जो उसमे से हर साइड से बाहर की तरफ निकल रहे थे ,,,मै पहली बार मौसी की चुचियो को इतने पास से देख रहा था ये वही रसभरी थन जैसी चुचिया थी जिनका पापा के बाद मै भी दीवाना होने लगा था ।
फिर मौसी ने ब्रा के ऊपर से ब्लाऊज चढ़ाया लेकिन एक भी बटन उनसे बंद नही हो रहा था
उनकी हर बार बटन बंद करने की कोसिस मे वो चुचियो को आपस मे दबाती थी और जब हाथ थक गये ब्लाऊज छोड देते ,,,, और हाथ हटाते ही उनकी चुचिया उछल पड़ती थी

3 से 4 बार कोसिस के बाद जब मौसी का ब्लाऊज बंद नही हुआ तो मै बोला - रुकिये मौसी मै मदद करता हूँ
मौसी - हा लल्ला देख एक भी बटन नही लग रहा है
मै मौसी के पास गया और उन्के थन जैसी भारी और मुलायम चुचियो को ब्लाऊज के दोनो तरफ से उठाते हुए दबा के बोला - हा मौसी अब बन्द करो
बड़ी मुस्किल से 2 निचे से दो बटन बंद हुए

मौसी - ये अब भी खुला है राज

त्भी मेरे दिमाग मे मौसी के साथ मस्ती करने का और उनकी रसभरी चुचियो को देखने का शानदार आइडिया आया

मै - अरे मौसी ब्रा निकाल के ट्राई करो शायद उसकी वजह से दिक्कत हो रहा हो

मौसी - हा ल्लला तू ठीक कह रहा है ,रुक मै देखती हू

फिर मौसी ने ब्लाऊज उतारा और ब्रा खोला दिया ,,,ब्रा खुलते ही उनकी चुचिया उछल पडी हवा मे ,,,, और 3 4 सैकेण्ड ऊपर निचे होती रही

मैने पहली बार मौसी के कडक बडे दाने वाले भूरे निप्पल को देखा और गोरे गोरे थन दिखने मे इतने नरम मह्सूस हो रहे थे ,,,मै बस उनकी चुचियो मे खो ही गया

मौसी ने मुझे अपनी चुचियो को देखते हुए देखा तो बोला

मौसी - ऐसा क्या देख रहा है राज , तुने भी इसका दूध पिया है बचपन मे बहुत बार

मै आश्चर्यचकित हो गया और मौसी के ऐसा बोलने से थोडी हिम्मत आई सोचा क्यो ना मौसी से थोड़ा मज़ा लिया जाय

मै आश्चर्यचकित होने के अन्दाज़ मे बोला - क्या बात कर रही हो मौसी ,, ऐसा कैसे हो सकता है मुझे तो नही याद

मौसी - अरे तु तब बहुत छोटा था और अपने नाना के यहा था । जब तेरी मा बाहर चली जाती कही तो मै ही तुझे दूध पिलाती थी ।

मै नाटक करते हुए बोला - अगर सच मे ऐसा हुआ होता तो मुझे अपके दूध का स्पर्श याद रहता है

मौसी बोली -यकीन ना हो तो एक बार छू कर यादे ताजा कर ले

उफ्फ़ वो बड़े बड़े भारी नरम चुचे पर गोल गोल भूरे दाने के निप्प्ल मुह मे पुरा पानी भर गया

मौसी - आ इसको फिर से चुस के देख की स्पर्श याद आता है की नही

मैने भी थोड़ा हिचकिचा और हिम्मत करते हुए मौसी की ओर गया और एक चूचि को लेकर उसके निप्प्ल को हल्का सा चूसा

उफ्फ्फ इतना आनद मिला मुझे और मेरे तन मे करेंट दौडने लगा और मै भर भर के अच्छे से मौसी की चुचिया चूसने ल्गा
नतिजन मौसी मधोश होने लगी और मेरे सर पर हाथ फिराते हुए बोली बस कर लल्ला याद आ गया ना

मै उनकी चुचियो से अलग होते हुए बोला - हा मौसी याद आ गया अब तो आपके चुचे और नरम हो गये है ।

मौसी शर्मा गयी और बोली हट बदमाश और ब्लाऊज पहनने लगी ,,,,फिर भी उनके ऊपर के 2 बटन नही बंद हो रहे थे तो बोली देख ये भी तंग है अभी

मै - अरे नही मौसी अच्छे लग रहे हैं ऐसे ,,, और ये कहते हुए उन्के बाहर निकले चुचो को छूने ल्गा और बोला - मौसी मुझे फिर से आपके दूध पीने है

मौसी - अभी नही बेटा फिर कभी समय ठीक नही है और मुझे हग कर ली मै भी उन्के भारी गांड की छूते हुए उन्से अलग हुआ और दुकान मे जाकर काम करने लगा

फिर शाम 4 बजे कोचिंग के लिए निकल गया
शाम को घर आया तो चाय नास्त किया फिर दुकान बंद करके टहलने निकल गया ।

और ऐसे ही मन हुआ कि चाचा के यहा जाऊ फिर मै टहलते हुए चाचा के घर गया तो दुकान मे राहुल बैठा था
मै उससे हाल चाल लिया और घर मे च्ला गया चाची से मिलने वो खाना बनाने की तैयारी मे थी और निशा दीदी अपनी पढाई कर रही थी

चुकि चंदू के राज जानने और मेरे घर मे हुई घटनाओ ने मेरा मन बदल दिया था तो हर औरत और लडकी को मै सेक्स से देखने लगा ।

निशा दी एक टी शर्ट और घाघरा मे बैठ के पढ रही थी
उनका घाघरा घुटने तक उठा था ,, उनकी गोरी गोरी टाँगे दिख रही थी और घाघरे मे उनके चुतड का फैलाव स्पष्ट दिख रहा था

मै उनके पास बैठ गया और उनकी किताब की जगह नजर उन्के टी शर्ट से झाँकते 32 साइज़ की चूचि पर लगा ली
थोडी देर हुई थी की दीदी ने अपने पेन से मेरे सर पर मारा और इशारे से पुछा ध्यान कहा है
मै शर्मा गया और मुस्कुराते हुए ना मे सर हिलाया
फिर वो मुझे चेहरा बना कर प्यार से डाटने लगी मै भी एक कान पकड के सॉरी बोला इशारे मे ही ।

वो मुस्कुरायी और धीरे से बोली - इतना ही मन है तो पता ले कोई ,,,कह तो मै हैल्प कर दूँगी
मै - पटा तो लू लेकिन वो मुझे पेन से मारेगी तो ,,,, मै उसे छेद्ते हुए बोला
निशा धीरे से और इस बार पेन को मेरे पेट मे हल्का का चुबाया और बोली - अच्छा बेटा दीदी पर ही लाईन मरेगा
मै उनको लपटेते हुए - मै तो हमेशा से ही आपको लाईन दे रहा था लेकिन आपको आज पता चला

निशा - अच्छा वो कैसे
मै - देखती नही बचपन से आखिर क्यों मै आता हू यहा ,,,,,हिहिहिही ,,, टीवी देखना तो आपको देखने का एक बहाना था

निशा शर्मा गयी और मुझे अपनी लाईन थोडी क्लियर दिखी तो मै बोला - तो मैडम क्या आप अपने इस बचपन के आशिक पर कुछ रहमोकरम करेगी ।

निशा मुस्कुराये जा रही थी ,, और मैने उसकी सॉफ़्ट चिकनी एडी को हल्का सा सहलाना शुरू किया तो वापस उसने मेरे हाथ पर पेन मारा और चाची की तरफ इशारा किया जो किचन मे खाना बना रही थी

मै उधर चाची को देखता तब तक निशा दीदी उठी और छत की सीढ़ी की तरफ पहूची और मुझे आवाज देकर ठेंगा दिखाने लगी ।

मै उनकी तरफ उनको पकड़ने गया भागते हुए तो चाची बोली - क्या हुआ निशा ,,, फिर से तुम दोनो लड़ना सुरु कर दिये

मै - हा चाची ये दीदी हमेशा मुझे चिढ़ा के भाग जाती है आज मै इसको नही छोडने वाला

चाची - जो मन करे करो तुम दोनो ,,तुम्हारे चक्कर मेरी सब्जी जल रही है ,,हे राम क्या होगा इन दोनो का और कब बडे होगे ,,,
मौसी ऐसे ही बड़बड़ाते हुए किचन मे चली गयी और मैने एक शैतानी मुस्कान से दीदी की तरफ देखां ,, बदले मे दीदी ने ना मे सर हिलाते हुए ऊपर छत पर चली गयी और मै भी उनकेपीछे भागता हुआ छत पर गया तो देखा दीदी कही नजर नही आ रही है ,,,, फिर मैने थोड़ा सा पानी वाली टंकी की तरफ देखा तो दीदी वही छिप के टंकी के ठीक नीचे खडी है

मुझे एक शैतानी सुझी और मैने वापस जीने पर आकर मोटर का स्विच आन कर दिया और करीब 1 मिंट के लगभग मे पानी टंकी से ओवरफलो होने लगा और निशा दीदी पुरा भीग गयी

मैने वापस से स्विच ऑफ़ किया और उनके सामने हस्ते हुए गया और देखा

दीदी पुरा भीग चुकी है उनकी सफेद रंग की टीशर्ट भीगने से उनकी ब्लैक रन की ब्रा साफ दिख रही थी और निचे उनका घाघरा पुरा उन्के बदन से चिपक चुका था जिससे उनकी दोनो गुदाज जान्घे साफ दिख रही थी

फिर मैने निशा का चेहरा देखा तो वो रो रही थी मै दौड़ के उनके पास गया और बोला अरे मै तो मज़ाक कर रहा था दीदी ,, फिर मै उनको गले लगाया और सॉरी बोला -

निशा रोते हुए - ऐसा कोई करता है क्या
मै - सॉरी दीदी अब ऐसे नही करूँगा ,,, और वैसे मुझे नही पता था की मेरी दीदी इतनी हॉट भी है

निशा मेरे सीने पर मुक्का मारने लगी - चल बड़ा आया दीदी को पटाने

फिर मैने निशा को सामने किया और उनकी आँखो मे देखते हुए बोला - सच मे दीदी आप बहुत खूबसूरत हो

और वो एक टक मेरी आँखो मे देखे जा रही थी
शाम का समय था और अंधेरा भी बढ गया था और पता नहीं मुझसे कैसे हिम्मत आई और मैने निशा दीदी के नाजुक होठो को झुक कर चूम लिया और वापस हुआ ही था की दीदी ने खुद ही मेरे सर को पकड कर मेरे लिप्स को चूसना सुरु कर दिया
फिर मै भी उनका साथ देने लगा और धीरे धीरे अपना हाथ उन्के भिगे घाघरे के ऊपर से ही उनकी नरम गुदाज गांड पर ले गया और उनको निचे से उठाते हुए मस्लने लगा

तभी चाची ने निचे से निशा दीदी को आवाज दी और दीदी ने मुझे छोडा और एक नजर मेरी आँखो मे देखा फिर शर्मा कर निचे देखते हुएअपने गीले लटो को कान के पीछे किया और निचे जाने लगी

मैने लपक कर उनका एक हाथ पकड़ा और बोला - दीदी
वो वही रुक गयी फिर मै उनको पीछे से हग करते हुए अपना हाथ उन्के टीशर्ट में डाल कर उन्के पेट को सहलाते हुए उनके एक तरफ कंधे पर सर रख के बोला - दीदी आई लव यू

फिर निशा ने घूमी और मेरे गाल को चूमते हुए निचे चली गयी

मै बहुत खुश हुआ की चलो एक गरमा गरम ताज़ी चुत का इन्तेजाम हो गया है बस उसे समय पर भोगने की चाह है

फिर थोडी देर बाद मै वापस घर आ गया तो पापा आ गये थे अनुज औंर दीदी भी थी सब लोग साथ मिल कर चाय नास्ता किये फिर दीदी और मा खाना बनाने मे लग गये ,,, अनुज अपने होमवर्क करने नीचे पापा के रुम मे चला गया,
तो मैने भी सोचा क्यो ना इन दोनो ( मौसी और पापा ) को मौका दू और देखू क्या बात होती है ।
फिर मै बेडरूम से निकल कर स्टोर रुम की तरफ जाने ल्गा

मेरे निकलते ही मेरा अनुमान सही हुआ
तुरंत पापा बोले - और दीदी यहा कोई दिक्कत तो नही आपको ,,, अगर कुछ जरुरत हो मुझसे कहिये

मौसी - नही जमाई जी कोई दिक्कत नही है बस यहा गर्मी ज्यादा है

पापा - तो आप मेरे कमरे मे क्यो नही आ जाया करती है सोने


मौसी मज़ा लेते हुए - आ तो जाऊ जमाई जी आपके कमरे मे लेकिन मुझे आपके साथ सोता देख छोटी ( मा ) नाराज हो जायेगी कि मैने आपको कब्जा लिया ,,,, हिहुहिहिही

पापा - अरे आप आईये तो सही दीदी मेरे कमरे मे आप दोनो बहनो के लिए भरपूर जगह है तो आज रात आ रही है न सोने रागिनी और मेरे साथ

मौसी शर्माते हुए - ठीक है जमाई जी जब आपको नही दिक्कत तो आ जाऊंगी लेकिन एक बार छोटी से पूछ लेजिये आप

पापा - अरे दीदी उसकी चिन्ता आप ना करे


ये सब बातें सुन के मै मस्त हो गया और रात के लिये काफी उत्तेजित हो गया ।


आगे के अपडेट मे हम देखेंगे की क्या होने वाला है ।
 
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nice update brother

ye to nayi baat jaanne ko mili hai... oh to iska matlab ragini ek randi hai.. :gaylaugh:
ab sochne wali baat ye hai ki raj aur sonal kis nasal ki paidayees hai :laugh1:
kya DREAMBOY40 sahab ..: :sigh: khudke hi kirdaaro ki gupt baatein Sare aam announcement kar rahe hai.. :announce: :D bad bhery bhery bad... feeling sad :popcorn1:

nice update

supreb update

First of all:congrats: for thread. Aapki writing skill kaafi acchi hai ek lambe arse ke baad devnagri mai koe acchi kahani mili hai. Ek hi din mai saatho update padhe liye mene. Kaafi accha laaga.
Raaj jo ki 19 saal ka ho chuka hain... aur aise mahaul mein rah raha hain jahan pe agal bagal mein sab ghapa ghap kar rahe hai aur woh bhi tapa tapa tap :sex: .
Aur toh aur khul ke incest ka maja le rahe hai aur paiwaar waale ghar mai hi :D.
par yaha swale ye hai ki kya raaj ne kabhi khude kisi ke saath :sex: karne ke kosis nahi kee... jab uske bhenchod dost chandu ke kisse isne sune (Ha bhai ek request hai aage chal ke isse chandu ka klpd kara dena aur sabko bus raaj se hi chudwana :pray: )
:think2: par swale ye hai ki kya raaj ne khudne kabhi apni behen ke baare mein uss tarah ke khayal ya kahu toh bhenchod banene ka khayal nahin aaya. (Agar raaj ne jhutte bola na toh dekh lena baba lundkatwa ke sharap se uska lund :D samjhe gae :evillaugh: )
Kya kabhi raaj ne kisi ke saath sex karne ka na socha wo bhi tab jab uske charo taraf sab bus ghapa ghap mai lage hai.
Mujhe yakin hai jo jitna sharif hita hai unme uttni jayada tharak bhari hoti hai... :D


Ab aage kya hoga ye toh aage pata chalega lekine yah baat 100 taka sachi hai ki aap ek shandaar writer ho aur aapki wriying skill kamal hai...

rajjo mousi ne aake kahani me jaa dal di hai. aur rangin ho gaye hai sare shabd. :sex: ragini aur rajjo ki bate :drool:

belagam ho jaye jajbat itna hot update tha . raaj ka kuch nahi ho sakta. vo bas dekhkar hi hilata rahega. khidki ke pas jake daboj kyu nahi liya rajo ko .

Badhiya update
Aap sbhi ki PRATIKRIYA ke liye DHANYWAAD

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Ek baat kahun mitra aap na story devnagri ke bajaye hinglish me likha karo Jada sahi rahega dost
Hinglish me pronounciation problms ho jati hai ... aur isse jyada samay lgata h hinglish likhne me ..Kyoki letter by letter chek krna pdta hai .

Aur mai dewnagari me comfortable hu .. fast typing h meri :D
 
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Hinglish me pronounciation problms ho jati hai ... aur isse jyada samay lgata h hinglish likhne me ..Kyoki letter by letter chek krna pdta hai .

Aur mai dewnagari me comfortable hu .. fast typing h meri :D
Kuch log na Jo other country se hote unko devnagri na aati ishiliye advise kiya tha aapko mostly up bihaar Delhi Mumbai wale to padh lete lekin baki log nai padh pate filhaal aap likho jaise likhte humko aati hai :D
 
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Kuch log na Jo other country se hote unko devnagri na aati ishiliye advise kiya tha aapko mostly up bihaar Delhi Mumbai wale to padh lete lekin baki log nai padh pate filhaal aap likho jaise likhte humko aati hai :D
Thnxxx bhai
 
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UPDATE 008


अब आगे

अगली सुबह आंख खुली तो मौसी नही थी मै उठा और टॉयलेट मे ही फ्रेश हुआ और नहा के नीचे गया तो पापा बर्तन वाली दुकान के लिए निकल गये थे और दीदी अपने कॉलेज
क्योकि उसने 12वी के बाद boilogy ले लिया जबकि मै BA कर रहा था तो ज्यादा क्लास नही करता था ।
बस शाम को 4 बजे कोचिंग जाता था । अनुज भी अपने स्कूल जा चुका था ।
मै भी नास्ता किया और अपना नया दुकान को खोलने नीचे आ गया ।


कुछ टाईम बाद मम्मी नीचे आई और एक 44 साइज़ की panty और 42 की ब्रा लेके ऊपर चली गयी । मै समझ गया कि वो मौसी के लिए था क्योकि मौसी हमारे यहा रूकने का प्रोग्राम नही बना के आयी थी ।

फिर दोपहर में मै खाना खाने ऊपर गया तो मौसी को देख कर फिर से लंड खड़ा हो गया क्योकि उन्होने बिना ब्लाऊज के ही सिर्फ ब्रा के ऊपर से मा की साडी पहनी थी ।
मौसी को देख कर लगा कि उस काले रंग की ब्रा मे मानो मौसी ने अपने चुचो को ठूस के भरा हो क्योकि 42 साइज़ के भारी और बडे चुचे के कुछ भाग कन्धे के निचे से भी निकले हुए थे ऊपर से एक हल्के अंगूरी कलर की सारी को लपेटा था जो चाह के भी उनके उभरे हुए चुचो को छिपा नही सकता था

एक नजर मे मौसी की रसभरी जवानी को ताडने के बाद जब मेरी नजर उनकी आँखो से मिली तो मै थोड़ा हिचकिचाते हुए खाना खाने बैठ और बिना कोई खास बातचित के खाना खा के नीचे आ गया ।

फिर मा ने मुझे पापा के लिए टिफ़िन दिया बर्तन वाले दुकान पर ले जाने के लिए

मै थोडी देर में दुकान पर और खाना देकर वापस आ गया तो मम्मी ने अपने 2 ब्लाऊज और 2 पेतिकोट दिये
और बोले करीम खां के यहा देते आओ बोल्ना 2 इन्च ढिला करना है ।


नया परिचय
करीम खां - मुहल्ले मे एक दर्जी है जिसकी दुकान चंदू के घर के ठीक सामने ही थी ।
(इसका कुछ खास रोल अभी नही ,,आगे मूड का पता नही )

मै करीम खां के दुकान पर गया और जैसा मा ने बोला था उसको कपड़े देके सोचा चंदू से मिलता चलू

तो मै उसके घर गया तो कमरे सिस्कियो की आवाजे आने लगी
मुझे लगा कही रामवीर रजनी के साथ लगा तो नही चलो और आज मै ये मौका छोड़ना नही चाह्ता था मुझे रजनी दीदी की वो कसे चुचे को देखने का मन करने लगा और धीरे धीरे कमरे के पास गया और खिडकी से अन्दर देखा
तो मेरी नजर बेड प अपना ब्लाऊज खोले चुचियो को रगड़ते हुए चंदू की मा पर गयी

उफ्फ्फ क्या कयामत थी वो चुचिया एक बराबर की गोलाई लिये उसके स्तन और उन नरम गोरे चुचो पर बड़ा सा चाकलेती घेरा लिये दो किसमिस की तरह कड़े निप्प्ल
उफ्फ़फ्फ
मै सोचने लगा काश मैं उन किस्मिस जैसे नर्म और कडक दाने को अपनी जीभ से गिला कर पाता
फिर मैने नजर निचे की तो उनकी साडी घुटनो तक ऊपर थी और कोई आदमी उनकी साडी मे घुस कर चुत चाट रहा था !
ये सीन देख कर मेरा लण्ड फनफनाने लगा
तभी रजनी ने ऐसा कुछ बोला कि मेरे लण्ड मे और कड़क और जान आ गयी साथ मे मेरे कान खड़े हो गए

रजनी उसके सर को अपनी चुत पर दबा रही थी और बोली - ओह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह च्च्च्ंंदऊऊऊ ऐसे ही चुस मेरी चुत लल्ला ,,तेरा बाप को पसंद नही एसिलिये तो तुझसे चुस्वती हू आह्हह ओज्ज्ज उम्म्ं उफ्फ्फ

मै तो कूछ समय के लिए भूल ही गया कि अन्दर क्या हो रहा है मै सोचने की रजनी दीदी अपने बेटे से अपनी चुत चटवा रही है
फिर मै अपने विचारो से बाहर आया तो देखा चंदू ने अपना सर अपनी मा के साडी से बाहर निकाली
फिर चंदू उठा और लंड को अपनी मा के चुत मे डाल के चोदने लगा
ओह्ह्ज उम्म्ं हा अम्म्ंंं उफ्फ्फ और तेज़ और तेज़ से चोद चंदू अपनी मा को
चंदू चोदते हुए बोला - हुउह्ह्ह मा चम्पा दीदी को कब बुला रही हो बहुत याद आ रही है

रजनी - ओह्ह्ह अह्ह्ह्ह अभी पिछ्ले महीने तो गयी है और चोद चोद कर उसकी गाड़ मुझ्से भी बड़ी कर दी है तुने
अह्ह्ज ऐसे ही और कस के चोद अपनी मा को मदर्चोद बन गया है तूतो और तेज़ आह्हह अह्ह्ह्ह ऐह्ह्ह्ह इह्ह्ह्हग्ग्ग्ग।उफ्फ़फ्फ्फ उफ्फ्फ हा निकाल दे मेरा पानी मै झ्द्ने वाली हू ,,,,

ये सब बातें सुन कर मै पिछ्ली घटनाओ को जोडने लगा कि क्यू आखिर चंपा हॉस्टल गयी और कैसे रजनी चंदू से किन हालातो मे चुद्ने को तैयार हो गयी ,,कुछ बातो का राज मुझे जानना अब जरुरी हो गया था इसका एक ही उपाय था कि मै चंदू को फ्साऊ अपने बातो मे
मेरे मन मे ये सब बातें चल रही थी और अन्दर चंदू भी अपनी मा को चोद्ते हुए झड़ कर अपने मा के ऊपर गिर पड़ा

ये सब देख सुन कर मेरा दिमाग फटने लगा और मै वहा से निकल कर करीम के यहा से कपड़े लेकर घर आ गया ।
Chandu ne rajni ko pata bhi liya aur chod bhi diya, par raaj ab bhi kuwara betha hai :sigh: raaj bas dekhkar hi garam hota rehta hai :D
 
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मै घर आया तो देखा दुकान मे ग्राहक है और मा बिज़ी है तो मै खुद कपड़े लेकर ऊपर चला गया और मौसी को दे दिया फिर नीचे जाने वाला था कि मौसी ने रोका और बोली

मौसी - राज सुनो बेटा , थोडी देर रुको मै ये ब्लाऊज नाप लू कही अभी भी छोटा तो नही

मै शर्मा गया और उनकी तरफ देखते हुए बोला ठीक ह मौसी

फिर मौसी ने मेरे सामने ही सारी का पल्लू हटाया और काली ब्रा मे कैद उनके रसिले नरम चूचे दिखने लगे जो उसमे से हर साइड से बाहर की तरफ निकल रहे थे ,,,मै पहली बार मौसी की चुचियो को इतने पास से देख रहा था ये वही रसभरी थन जैसी चुचिया थी जिनका पापा के बाद मै भी दीवाना होने लगा था ।
फिर मौसी ने ब्रा के ऊपर से ब्लाऊज चढ़ाया लेकिन एक भी बटन उनसे बंद नही हो रहा था
उनकी हर बार बटन बंद करने की कोसिस मे वो चुचियो को आपस मे दबाती थी और जब हाथ थक गये ब्लाऊज छोड देते ,,,, और हाथ हटाते ही उनकी चुचिया उछल पड़ती थी

3 से 4 बार कोसिस के बाद जब मौसी का ब्लाऊज बंद नही हुआ तो मै बोला - रुकिये मौसी मै मदद करता हूँ
मौसी - हा लल्ला देख एक भी बटन नही लग रहा है
मै मौसी के पास गया और उन्के थन जैसी भारी और मुलायम चुचियो को ब्लाऊज के दोनो तरफ से उठाते हुए दबा के बोला - हा मौसी अब बन्द करो
बड़ी मुस्किल से 2 निचे से दो बटन बंद हुए

मौसी - ये अब भी खुला है राज

त्भी मेरे दिमाग मे मौसी के साथ मस्ती करने का और उनकी रसभरी चुचियो को देखने का शानदार आइडिया आया

मै - अरे मौसी ब्रा निकाल के ट्राई करो शायद उसकी वजह से दिक्कत हो रहा हो

मौसी - हा ल्लला तू ठीक कह रहा है ,रुक मै देखती हू

फिर मौसी ने ब्लाऊज उतारा और ब्रा खोला दिया ,,,ब्रा खुलते ही उनकी चुचिया उछल पडी हवा मे ,,,, और 3 4 सैकेण्ड ऊपर निचे होती रही

मैने पहली बार मौसी के कडक बडे दाने वाले भूरे निप्पल को देखा और गोरे गोरे थन दिखने मे इतने नरम मह्सूस हो रहे थे ,,,मै बस उनकी चुचियो मे खो ही गया

मौसी ने मुझे अपनी चुचियो को देखते हुए देखा तो बोला

मौसी - ऐसा क्या देख रहा है राज , तुने भी इसका दूध पिया है बचपन मे बहुत बार

मै आश्चर्यचकित हो गया और मौसी के ऐसा बोलने से थोडी हिम्मत आई सोचा क्यो ना मौसी से थोड़ा मज़ा लिया जाय

मै आश्चर्यचकित होने के अन्दाज़ मे बोला - क्या बात कर रही हो मौसी ,, ऐसा कैसे हो सकता है मुझे तो नही याद

मौसी - अरे तु तब बहुत छोटा था और अपने नाना के यहा था । जब तेरी मा बाहर चली जाती कही तो मै ही तुझे दूध पिलाती थी ।

मै नाटक करते हुए बोला - अगर सच मे ऐसा हुआ होता तो मुझे अपके दूध का स्पर्श याद रहता है

मौसी बोली -यकीन ना हो तो एक बार छू कर यादे ताजा कर ले

उफ्फ़ वो बड़े बड़े भारी नरम चुचे पर गोल गोल भूरे दाने के निप्प्ल मुह मे पुरा पानी भर गया

मौसी - आ इसको फिर से चुस के देख की स्पर्श याद आता है की नही

मैने भी थोड़ा हिचकिचा और हिम्मत करते हुए मौसी की ओर गया और एक चूचि को लेकर उसके निप्प्ल को हल्का सा चूसा

उफ्फ्फ इतना आनद मिला मुझे और मेरे तन मे करेंट दौडने लगा और मै भर भर के अच्छे से मौसी की चुचिया चूसने ल्गा
नतिजन मौसी मधोश होने लगी और मेरे सर पर हाथ फिराते हुए बोली बस कर लल्ला याद आ गया ना

मै उनकी चुचियो से अलग होते हुए बोला - हा मौसी याद आ गया अब तो आपके चुचे और नरम हो गये है ।

मौसी शर्मा गयी और बोली हट बदमाश और ब्लाऊज पहनने लगी ,,,,फिर भी उनके ऊपर के 2 बटन नही बंद हो रहे थे तो बोली देख ये भी तंग है अभी

मै - अरे नही मौसी अच्छे लग रहे हैं ऐसे ,,, और ये कहते हुए उन्के बाहर निकले चुचो को छूने ल्गा और बोला - मौसी मुझे फिर से आपके दूध पीने है

मौसी - अभी नही बेटा फिर कभी समय ठीक नही है और मुझे हग कर ली मै भी उन्के भारी गांड की छूते हुए उन्से अलग हुआ और दुकान मे जाकर काम करने लगा

फिर शाम 4 बजे कोचिंग के लिए निकल गया
शाम को घर आया तो चाय नास्त किया फिर दुकान बंद करके टहलने निकल गया ।

और ऐसे ही मन हुआ कि चाचा के यहा जाऊ फिर मै टहलते हुए चाचा के घर गया तो दुकान मे राहुल बैठा था
मै उससे हाल चाल लिया और घर मे च्ला गया चाची से मिलने वो खाना बनाने की तैयारी मे थी और निशा दीदी अपनी पढाई कर रही थी

चुकि चंदू के राज जानने और मेरे घर मे हुई घटनाओ ने मेरा मन बदल दिया था तो हर औरत और लडकी को मै सेक्स से देखने लगा ।

निशा दी एक टी शर्ट और घाघरा मे बैठ के पढ रही थी
उनका घाघरा घुटने तक उठा था ,, उनकी गोरी गोरी टाँगे दिख रही थी और घाघरे मे उनके चुतड का फैलाव स्पष्ट दिख रहा था

मै उनके पास बैठ गया और उनकी किताब की जगह नजर उन्के टी शर्ट से झाँकते 32 साइज़ की चूचि पर लगा ली
थोडी देर हुई थी की दीदी ने अपने पेन से मेरे सर पर मारा और इशारे से पुछा ध्यान कहा है
मै शर्मा गया और मुस्कुराते हुए ना मे सर हिलाया
फिर वो मुझे चेहरा बना कर प्यार से डाटने लगी मै भी एक कान पकड के सॉरी बोला इशारे मे ही ।

वो मुस्कुरायी और धीरे से बोली - इतना ही मन है तो पता ले कोई ,,,कह तो मै हैल्प कर दूँगी
मै - पटा तो लू लेकिन वो मुझे पेन से मारेगी तो ,,,, मै उसे छेद्ते हुए बोला
निशा धीरे से और इस बार पेन को मेरे पेट मे हल्का का चुबाया और बोली - अच्छा बेटा दीदी पर ही लाईन मरेगा
मै उनको लपटेते हुए - मै तो हमेशा से ही आपको लाईन दे रहा था लेकिन आपको आज पता चला

निशा - अच्छा वो कैसे
मै - देखती नही बचपन से आखिर क्यों मै आता हू यहा ,,,,,हिहिहिही ,,, टीवी देखना तो आपको देखने का एक बहाना था

निशा शर्मा गयी और मुझे अपनी लाईन थोडी क्लियर दिखी तो मै बोला - तो मैडम क्या आप अपने इस बचपन के आशिक पर कुछ रहमोकरम करेगी ।

निशा मुस्कुराये जा रही थी ,, और मैने उसकी सॉफ़्ट चिकनी एडी को हल्का सा सहलाना शुरू किया तो वापस उसने मेरे हाथ पर पेन मारा और चाची की तरफ इशारा किया जो किचन मे खाना बना रही थी

मै उधर चाची को देखता तब तक निशा दीदी उठी और छत की सीढ़ी की तरफ पहूची और मुझे आवाज देकर ठेंगा दिखाने लगी ।

मै उनकी तरफ उनको पकड़ने गया भागते हुए तो चाची बोली - क्या हुआ निशा ,,, फिर से तुम दोनो लड़ना सुरु कर दिये

मै - हा चाची ये दीदी हमेशा मुझे चिढ़ा के भाग जाती है आज मै इसको नही छोडने वाला

चाची - जो मन करे करो तुम दोनो ,,तुम्हारे चक्कर मेरी सब्जी जल रही है ,,हे राम क्या होगा इन दोनो का और कब बडे होगे ,,,
मौसी ऐसे ही बड़बड़ाते हुए किचन मे चली गयी और मैने एक शैतानी मुस्कान से दीदी की तरफ देखां ,, बदले मे दीदी ने ना मे सर हिलाते हुए ऊपर छत पर चली गयी और मै भी उनकेपीछे भागता हुआ छत पर गया तो देखा दीदी कही नजर नही आ रही है ,,,, फिर मैने थोड़ा सा पानी वाली टंकी की तरफ देखा तो दीदी वही छिप के टंकी के ठीक नीचे खडी है

मुझे एक शैतानी सुझी और मैने वापस जीने पर आकर मोटर का स्विच आन कर दिया और करीब 1 मिंट के लगभग मे पानी टंकी से ओवरफलो होने लगा और निशा दीदी पुरा भीग गयी

मैने वापस से स्विच ऑफ़ किया और उनके सामने हस्ते हुए गया और देखा

दीदी पुरा भीग चुकी है उनकी सफेद रंग की टीशर्ट भीगने से उनकी ब्लैक रन की ब्रा साफ दिख रही थी और निचे उनका घाघरा पुरा उन्के बदन से चिपक चुका था जिससे उनकी दोनो गुदाज जान्घे साफ दिख रही थी

फिर मैने निशा का चेहरा देखा तो वो रो रही थी मै दौड़ के उनके पास गया और बोला अरे मै तो मज़ाक कर रहा था दीदी ,, फिर मै उनको गले लगाया और सॉरी बोला -

निशा रोते हुए - ऐसा कोई करता है क्या
मै - सॉरी दीदी अब ऐसे नही करूँगा ,,, और वैसे मुझे नही पता था की मेरी दीदी इतनी हॉट भी है

निशा मेरे सीने पर मुक्का मारने लगी - चल बड़ा आया दीदी को पटाने

फिर मैने निशा को सामने किया और उनकी आँखो मे देखते हुए बोला - सच मे दीदी आप बहुत खूबसूरत हो

और वो एक टक मेरी आँखो मे देखे जा रही थी
शाम का समय था और अंधेरा भी बढ गया था और पता नहीं मुझसे कैसे हिम्मत आई और मैने निशा दीदी के नाजुक होठो को झुक कर चूम लिया और वापस हुआ ही था की दीदी ने खुद ही मेरे सर को पकड कर मेरे लिप्स को चूसना सुरु कर दिया
फिर मै भी उनका साथ देने लगा और धीरे धीरे अपना हाथ उन्के भिगे घाघरे के ऊपर से ही उनकी नरम गुदाज गांड पर ले गया और उनको निचे से उठाते हुए मस्लने लगा

तभी चाची ने निचे से निशा दीदी को आवाज दी और दीदी ने मुझे छोडा और एक नजर मेरी आँखो मे देखा फिर शर्मा कर निचे देखते हुएअपने गीले लटो को कान के पीछे किया और निचे जाने लगी

मैने लपक कर उनका एक हाथ पकड़ा और बोला - दीदी
वो वही रुक गयी फिर मै उनको पीछे से हग करते हुए अपना हाथ उन्के टीशर्ट में डाल कर उन्के पेट को सहलाते हुए उनके एक तरफ कंधे पर सर रख के बोला - दीदी आई लव यू

फिर निशा ने घूमी और मेरे गाल को चूमते हुए निचे चली गयी

मै बहुत खुश हुआ की चलो एक गरमा गरम ताज़ी चुत का इन्तेजाम हो गया है बस उसे समय पर भोगने की चाह है

फिर थोडी देर बाद मै वापस घर आ गया तो पापा आ गये थे अनुज औंर दीदी भी थी सब लोग साथ मिल कर चाय नास्ता किये फिर दीदी और मा खाना बनाने मे लग गये ,,, अनुज अपने होमवर्क करने नीचे पापा के रुम मे चला गया,
तो मैने भी सोचा क्यो ना इन दोनो ( मौसी और पापा ) को मौका दू और देखू क्या बात होती है ।
फिर मै बेडरूम से निकल कर स्टोर रुम की तरफ जाने ल्गा

मेरे निकलते ही मेरा अनुमान सही हुआ
तुरंत पापा बोले - और दीदी यहा कोई दिक्कत तो नही आपको ,,, अगर कुछ जरुरत हो मुझसे कहिये

मौसी - नही जमाई जी कोई दिक्कत नही है बस यहा गर्मी ज्यादा है

पापा - तो आप मेरे कमरे मे क्यो नही आ जाया करती है सोने


मौसी मज़ा लेते हुए - आ तो जाऊ जमाई जी आपके कमरे मे लेकिन मुझे आपके साथ सोता देख छोटी ( मा ) नाराज हो जायेगी कि मैने आपको कब्जा लिया ,,,, हिहुहिहिही

पापा - अरे आप आईये तो सही दीदी मेरे कमरे मे आप दोनो बहनो के लिए भरपूर जगह है तो आज रात आ रही है न सोने रागिनी और मेरे साथ

मौसी शर्माते हुए - ठीक है जमाई जी जब आपको नही दिक्कत तो आ जाऊंगी लेकिन एक बार छोटी से पूछ लेजिये आप

पापा - अरे दीदी उसकी चिन्ता आप ना करे


ये सब बातें सुन के मै मस्त हो गया और रात के लिये काफी उत्तेजित हो गया ।


आगे के अपडेट मे हम देखेंगे की क्या होने वाला है ।
Pura garama garam update tha :hot:
chalo isi bahane direct stan se doodh pine ko mil gaya raaj ko . lagta hai raaj ki kismat karwat badale wali hai. ghar par rajjo udhar chachi ke ghar nisha . ek mulayam dusri kadak. :drool: lagta hai aj rat raaj ke baap, raagini aur rajjo tino milkar threesome karne wale he :sex:
 

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