Incest anjane mein kya kar diya maine

Expert Member
8,277
11,830
143
इरम बेड से उठी तो सफदर अंकल उसकी जगह लेट गये और इरम उनके ऊपर मेरी तरफ मुँह करके अपनी फुद्दी में अपने बाप का लण्ड सेट करते हुये बैठ गई,

जिससे सफदर अंकल का पूरा लण्ड बड़े आराम से इम की फुद्दी को खोलता हुआ जड़ तक घुस गया।

मैं क्योंकी सफदर अंकल के पैरों की तरफ था और इरम भी मेरी तरफ ही मुँह करके बैठी थी तो अब इरम मेरे लण्ड की तरफ झुकी और उसे हाथ में पकड़कर मुँह में डालकर चूसने लगी और सफदर अंकल नीचे से अपनी बेटी की गाण्ड को पकड़कर ऊपर नीचे को दबाने में लग गये।

मैं देख रहा था के सफदर अंकल का इतना तगड़ा लण्ड लेने से भी उसे जरा भी मुश्किल नहीं हुई थी,

बल्की वो बड़े मजे से मेरा लण्ड मुँह में लेकर चूसने में लगी हुई थी,

जो कि मुझे हैरान किए जा रहा था।

अब मैंने ज्यादा हैरान ना होते हुये एंजाय करने का फैसला किया और इरम के बाल पकड़कर उसका सिर अपने लण्ड की तरफ जोर से दबा दिया,

जिससे मेरा लण्ड काफी ज्यादा इरम के मुँह में गले तक जा घुसा,

तो इरम जैसे तड़पकर अपने आपको मुझसे छुड़ाने लगी।

लेकिन अब ये आसान नहीं था,

क्योंकी मैंने अपनी पकड़ उसपे काफी टाइट कर दी थी और खुद उसके बाल और सिर को जकड़कर अपना लण्ड उसके मुँह में अंदर-बाहर करने लगा जिससे इरम के मुँह में से-

"गॅन्-गॅन् ओउन्..." की आवाज निकलने लगी,

लेकिन मैंने नहीं छोड़ा।

मैं देख रहा था कि मुँह में मेरा लण्ड उसके गले तक जाकर टकराता था और नीचे से उसका बाप अपनी पूरी।

जान लगाकर उसकी गाण्ड को अपने लण्ड पे ऊपर नीचे कर रहा था।

इन दो तरफा हमलों ने इरम को बौखला दिया था।

मेरे लण्ड की वजह से उसे सांस लाने में भी मुश्किल हो रही थी,

और आँखों में से आँसू भी निकल रहे। थे।

लेकिन हम दोनों पे इस बात का कोई असर नहीं हो रहा था।

मैं देख रहा था कि मुँह में मेरा लण्ड उसके गले तक जाकर टकराता था और नीचे से उसका बाप अपनी पूरी।

जान लगाकर उसकी गाण्ड को अपने लण्ड पे ऊपर नीचे कर रहा था।
 
Expert Member
8,277
11,830
143
इन दो तरफा हमलों ने इरम को बौखला दिया था।

मेरे लण्ड की वजह से उसे सांस लाने में भी मुश्किल हो रही थी,

और आँखों में से आँसू भी निकल रहे। थे।

लेकिन हम दोनों पे इस बात का कोई असर नहीं हो रहा था।जब मैंने देखा कि इरम का चेहरा सांस रुकने और दर्द से लाल पड़ता जा रहा है तो मैंने उसके मुँह में से अपना लण्ड बाहर निकाल लिया और बोला-

"साली क्या हुआ अभी से ये हाल है तेरा?

अभी तो मैंने तेरे मुँह में ही डाला है बस...

जब तेरी फुद्दी में घुसाऊँगा तब तेरा क्या होगा?"

इरम बस अपने पापा के लण्ड पे बैठी उनके घुटनों पे हाथ रखे चुदवाती रही और सांस ठीक करती रही,

लेकिन बोली कुछ नहीं।

तो मैंने फिर से उसका सिर पकड़ लिया और अपना लण्ड इरम के मुँह में घुसाने लगा।

तब इरम ने जोर लगाकर अपना मुँह घुमा लिया और बोली-

"क्यों माँ चुदवा रहे हो सन्नी? मेरे साथ कौन सी दुश्मनी निकाल रहे हो तुम?

कोई ऐसे भी करता है सेक्स? जो भी करना है आराम से करो,

मैंने कोई मना किया है तुम्हें जो तुम इस तरह जबरदस्ती कर रहे हो?"

इरम की बात सुनकर मैं हँस दिया और बोला-

"इम जान क्या करूं? मुझे ऐसे ही मजा आता है,

आराम-आराम से कोई सेक्स का मजा थोड़ा ही आता है।

जो मजा जबरदस्ती में मिलता है,

वो तैयार फुदद्दी में लण्ड घुसाने से नहीं आता,

इसलिए तुम्हें आज तो जबरदस्ती का मजा भी लेना ही पड़ेगा..."

कुछ देर तक इरम मुझे घूरती रही।

फिर सफदर अंकल के लण्ड से उतर गई और बोली-

"ठीक है तो फिर आ जाओ देखती हूँ कि तुम्हारे लण्ड में कितना दम है?"
 
Expert Member
8,277
11,830
143
और बेड पे अपनी टांगें फैलाकर लेट गई।

अब मैंने सफदर अंकल की तरफ देखा जो कि मेरी तरफ देखकर हल्का सा मुश्कुरा रहे थे।

मुझे अपनी तरफ देखता हुआ पाकर बोले-

"मेरी ख्वाहिश है कि तुम ही जीतो,

क्योंकी मैं तो आज तक इस कुतिया की बच्ची के मुँह से आवाज भी नहीं निकलवा सका,

सिवाए फर्स्ट टाइम के जब इसकी सील तोड़ी थी..."

मैं सफदर अंकल की बात सुनकर हँस दिया और बोला-

"बस तो फिर अंकल आज आप अपनी बेटी के चिल्लाने की आवाज भी सुन ही लो..."

और एक तरफ से इरम की पड़ी शर्ट उठा ली और अच्छी तरह से उसकी फुद्दी को रगड़-रगड़ के अंदर तक साफ किया,

जिससे इरम की फुद्दी खुश्क हो गई।

लेकिन मेरा लण्ड हल्का-हल्का गीला था इरम के थूक की वजह से।

उसके बाद मैंने खुद को इरम की फुद्दी के सामने रानों के बीच सेट किया और अपना लण्ड इरम की फुद्दी के छेद पे रखा और इरम की तरफ देखकर मुश्कुराते हुया अचानक पूरी जान लगाकर झटका मारा।

इस तरह झटका मारने से मेरा पूरा लण्ड तो नहीं गया, क्योंकी इरम की फुद्दी को मैं अच्छी तरह खुश्क कर चुका था। लेकिन मेरा 4" से ज्यादा लण्ड इरम की फुद्दी में घुस गया।

लण्ड के घुसते ही इरम के मुँह से 'ससीईई की बैसाख्ता आवाज निकल गई, तो मैंने अबकी बार हल्का सा लण्ड निकालकर फिर से जानदार झटका मार दिया तो मेरा पूरा 7.4" लण्ड इरम की फुद्दी में उतर गया।

लेकिन अबकी बार इरम के मुँह से कोई भी आवाज नहीं निकली,

बस इम अपनी आँखों को बंद किए अपने होंठ चबाती रही।

मैंने इसी तरह दो-तीन बार पूरी ताकत के झटके मारे,

तो मेरा लण्ड इरम की फुद्दी के पानी से पूरी तरह गीला होकर आसानी से अंदर-बाहर होने लगा,

तो मैंने अपना लण्ड फिर से बाहर निकाल लिया और कपड़े से अच्छीतरह अंदर तक इरम की फुद्दी को खुश्क करके लण्ड को तेज झटके से पूरा घुसा दिया।

लेकिन इस बार इरम के साथ-साथ मेरे मुँह से भी 'सस्सीईई' की आवाज निकल गई और इरम बोली-

"ससीईई सन्नीऽs क्यों कर रहे हो ऐसे?

प्लिज़्ज़... मत करो बहुत जलन हो रही है ऊऊहह...

सन्नी हरमी मेरे साथ-साथ तेरा लण्ड भी छिल जाएगा...

"लेकिन मैं अब बिना परवाह किए उसकी टाँगों को पूरा उसके कंधों की तरफ दबाकर लण्ड को बाहर निकालता और फिर अपने पूरे वजन के साथ इरम के ऊपर गिरा देता,

जिससे थप्प-थप्प की आवाज के साथ-साथ इरम के मुँह में से-

"आऐईयईई पापा प्लीज़्ज़... इसे रोको उउफफ्फ़...

मेरी फुद्दी अंदर से छिल गई है हरामी की औलाद मत कर ऐसे ऊऊह्ह..."

की आवाज करने लगी।
 

Top