और बेड पे अपनी टांगें फैलाकर लेट गई।
अब मैंने सफदर अंकल की तरफ देखा जो कि मेरी तरफ देखकर हल्का सा मुश्कुरा रहे थे।
मुझे अपनी तरफ देखता हुआ पाकर बोले-
"मेरी ख्वाहिश है कि तुम ही जीतो,
क्योंकी मैं तो आज तक इस कुतिया की बच्ची के मुँह से आवाज भी नहीं निकलवा सका,
सिवाए फर्स्ट टाइम के जब इसकी सील तोड़ी थी..."
मैं सफदर अंकल की बात सुनकर हँस दिया और बोला-
"बस तो फिर अंकल आज आप अपनी बेटी के चिल्लाने की आवाज भी सुन ही लो..."
और एक तरफ से इरम की पड़ी शर्ट उठा ली और अच्छी तरह से उसकी फुद्दी को रगड़-रगड़ के अंदर तक साफ किया,
जिससे इरम की फुद्दी खुश्क हो गई।
लेकिन मेरा लण्ड हल्का-हल्का गीला था इरम के थूक की वजह से।
उसके बाद मैंने खुद को इरम की फुद्दी के सामने रानों के बीच सेट किया और अपना लण्ड इरम की फुद्दी के छेद पे रखा और इरम की तरफ देखकर मुश्कुराते हुया अचानक पूरी जान लगाकर झटका मारा।
इस तरह झटका मारने से मेरा पूरा लण्ड तो नहीं गया, क्योंकी इरम की फुद्दी को मैं अच्छी तरह खुश्क कर चुका था। लेकिन मेरा 4" से ज्यादा लण्ड इरम की फुद्दी में घुस गया।
लण्ड के घुसते ही इरम के मुँह से 'ससीईई की बैसाख्ता आवाज निकल गई, तो मैंने अबकी बार हल्का सा लण्ड निकालकर फिर से जानदार झटका मार दिया तो मेरा पूरा 7.4" लण्ड इरम की फुद्दी में उतर गया।
लेकिन अबकी बार इरम के मुँह से कोई भी आवाज नहीं निकली,
बस इम अपनी आँखों को बंद किए अपने होंठ चबाती रही।
मैंने इसी तरह दो-तीन बार पूरी ताकत के झटके मारे,
तो मेरा लण्ड इरम की फुद्दी के पानी से पूरी तरह गीला होकर आसानी से अंदर-बाहर होने लगा,
तो मैंने अपना लण्ड फिर से बाहर निकाल लिया और कपड़े से अच्छीतरह अंदर तक इरम की फुद्दी को खुश्क करके लण्ड को तेज झटके से पूरा घुसा दिया।
लेकिन इस बार इरम के साथ-साथ मेरे मुँह से भी 'सस्सीईई' की आवाज निकल गई और इरम बोली-
"ससीईई सन्नीऽs क्यों कर रहे हो ऐसे?
प्लिज़्ज़... मत करो बहुत जलन हो रही है ऊऊहह...
सन्नी हरमी मेरे साथ-साथ तेरा लण्ड भी छिल जाएगा...
"लेकिन मैं अब बिना परवाह किए उसकी टाँगों को पूरा उसके कंधों की तरफ दबाकर लण्ड को बाहर निकालता और फिर अपने पूरे वजन के साथ इरम के ऊपर गिरा देता,
जिससे थप्प-थप्प की आवाज के साथ-साथ इरम के मुँह में से-
"आऐईयईई पापा प्लीज़्ज़... इसे रोको उउफफ्फ़...
मेरी फुद्दी अंदर से छिल गई है हरामी की औलाद मत कर ऐसे ऊऊह्ह..."
की आवाज करने लगी।