Adultery बीवी के आशिक

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Update 11
एक महीने मैं पूरी तरह से खाली था,2 ही दिन में मेरा घर में रहना मुश्किल हो रहा था,बैठे बैठे मैं मोना का फोन देखा,जो फेंटेसी इतने दिन से दब कर रह गई थी वो फिर से सर उठाने लगी,मोना अभी ऑफिस में थी और मैं अपने मोबाइल में उसका क्लोन देख रहा था,वाट्सप के मेसेज से ही शुरू किया राज से उसकी बात का पुराना मेसेज जो की मोना मुझे दिखाना चाहती वो सब कट चुके थे लेकिन आज के ही मेसेज बचे थे,मुझे ये बात थोड़ी खटक गई …

मैं आज के ही मेसेज को देखने लगा…

‘आज तुम गुलाबी सूट में कमाल की लग रही हो …’

‘थैंक्स ..’और एक स्माइल

‘आजकल ज्यादा बात क्यो नही करती कटी कटी सी रहती हो ‘

‘नही ऐसी कोई बात नही है ‘

‘ऐसे तुम्हारे पति की बड़ी चर्चा है अखबारों में ,इतने बड़े नेता को अरेस्ट करवा दिया..’

मोना बस एक स्माइल ही भेजी ,मुझे लग रहा था की उसे इसमें उतना मजा नही आ रहा है..

‘वो अगर ये जानेगा की मैं तुमसे बात करता हु तो गुस्सा हो जाएगा है ना,ऐसे भी उस केस के बाद से मुझे भी उनसे डर लगने लगा है ..’

उसकी बात सुनकर मोना ने एक खिलखिलाने वाली स्माइल डाल दी ..

‘सिर्फ बात से क्यो गुस्सा होंगे ,वो बहुत ही अंडरस्टैंडिंग है ..’

‘ओह तो क्या हम सिर्फ बात बस करेंगे ..’

‘तो और क्या चाहते हो तुम ,आगे बढ़ने की उम्मीद भी मत रखना..’

‘ओके सॉरी ,आज लांच साथ में करे,या फिर शर्मा के साथ ही जाने वाली हो ..’

इस बार फिर से मोना ने एक हँसने वाली स्माइल डाली

‘ओके साथ चलेंगे ‘



मोना के व्यव्हार मुझे थोड़ा बदला लगा वरना वो फ्लर्ट करना पसंद करती है ,शाम को जब वो आयी तो मैं उससे लिपट गया ..

“क्या मेरी जान आज अपना मोबाइल नही दिखा रही हो ..”

“क्या देखना चाहते हो ,कुछ रह नही गया जिसे देखकर आप उत्तेजित हो जाओ ..”

“क्यो वो तुम्हारा राज तो है ना बात नही करती क्या “

वो मेरी आंखों में थोड़ी देर तक देखने लगी

“आप सच में चाहते हो की मैं उससे बात करू ..या कुछ और आगे जाऊ..”

“ऐसे क्यो बोल रही हो “

वो मुझसे अलग हुई

‘क्योकि उस दिन जो आपकी आंखों में गुस्सा देखा था वो सच्चा था,और मैं नही चाहती की कुछ ऐसा हो जाए की आपको फिर से उस रूप में आना पड़े ..”

अब मैं समझा की मेरी बीवी इतनी शरीफ क्यो बन रही है ,

मैंने उसे फिर से जकड़ लिया ..

“मेरी जान वो मामला ही अलग था,गुस्सा होना स्वाभाविक था,लेकिन अगर तुम खुद किसी को पसंद करो तो मैं तो तुम्हे सेक्स भी करने को नही रोकूंगा ..”

वो गुस्से से मुझे घूरने लगी

“चुप रहो बड़े आये ..”

वो बेडरूम में चली गई और मैं उसके पीछे पीछे पहुचा ..

‘मैं मजाक नही कर रहा..”

“पता है मुझे आप क्या कर रहे हो,हवसी तो हो ही पागल भी हो रहे हो ..”

उसने अपने कपड़े खोले,उसे उस लाल रंग की अंतःवस्त्रों में देख कर मेरा मन मचल उठा,और लिंग ने पूरे उठकर सलामी दी जो मेरे शार्ट से बाहर निकलने को बेताब था ,उसे देखकर मोना के होठो में मुस्कान आ गई

“हवसी कही के ..”

वो बाथरूम की ओर बढ़ रही थी लेकिन मैंने उसे पीछे से पकड़ लिया मेरा लिंग उसके कूल्हों में जा धंसा ,

“आह सच में आपको काम में जाना चाहिए,नही तो मेरी ही सामत है ,जब देखो खड़ा करके रखते हो आह अब छोड़ भी दो फ्रेश होने दो “

“ऐसे कैसे मेरी जान एक राउंड तो हो जाए “

“नही ना प्लीज़ ..”

मैंने उसे उठाकर बिस्तर में पटक दिया और खुद उसके ऊपर आ गया,हमारे होठ मिले और करवा चल पड़ा ..

“सोचो अगर मैं राज होता तो “

“छि प्लीज् ना “

वो बेहद धीमे स्वर में बोली क्योकि वो बहुत ही उत्तेजित थी

“बताओ ना ..”

“तो क्या “

मैं उसके पेंटी से उसकी योनि को सहलाने लगा सच में वो बहुत गीली हो चुकी थी ,मैं उसे हटा कर सीधे उसकी गीली योनि में अपने लिंग को प्रवेश करवाया ..

“आह राज ..”

उसके मुह से ऐसी आवाज सुनकर मुझे ऐसा लगा की मेरा वीर्य ही निकल जाएगा,उसकी सेक्सी आवाज में किसी दूसरे मर्द का नाम सुनने का ये मेरा पहला एक्सपीरियंस था लेकिन कसम से उसने मुझे बेहद ही उत्तेजित कर दिया .,मेरा पूरा लिंग आराम से उसके अंदर चला गया ,

वो भी आंखे खोल कर मुस्कुराई क्योकि उसे मेरी बड़ी हुई उत्तेजना का पता चल चुका था,

“राज करो ना मेरे पति किसी केस में बिजी है आज बहुत टाइम है “

मोना की बातो ने मेरा जोश आसमान में पहुचा दिया था ,मैं उसे बुरी तरह से ठोकने लगा ,वो भी बुरी तरह से हांफ रही थी और सच में बेहद ही उत्तेजित लग रही थी ,कमरा हमारे धक्के की आवाज से भर चुका था,साथ ही हमारे आहो से भी ,उत्तेजक आवाजे दोनो के मुह से ही निकल रही थी ,मोना अब राज को भूल कर बस जान जान कह रही थी ,पहला राउंड बहुत ही तेजी से खत्म हो गया मैं मोना की योनि को पूरी तरह से भिगो चुका था …

“मजा आया उसका नाम सुनकर “

“बहुत मजा आया “

“आप सच में पागल हो है ना “

मैं उसके होठो में हल्का किस किया

“हो सकता हु लेकिन सच बताना पूरे राउंड के दौरान कभी उसका चहरा तेरे दिमाग में आया “

वो झूठे गुस्से से मुझे देखने लगी लेकिन फिर उसके होठो में शरारती सी मुस्कान आ गई,

“सच कहु तो हा,कोशिस तो किया की आपके जगह उसे याद करके देखु लेकिन थोड़ी ही देर में वो गायब हो गया और आप ही रह गए,पता नही कल उससे कैसे नजर मिला पाऊंगी ,आप मुझे क्या बनाने में तुले हुए हो ..”

वो फिर से हल्के गुस्से से मुझे देख रही थी

“कुछ भी नही बनाना है बस मैं चाहता हु की तू जीवन के पूरे मजे ले ..”

“आप साथ रहो तो जीवन में कभी दुख आएगा ही नही ,मेरे लिए तो आप ही सब कुछ हो ..”

हम दोनो के होठ फिर से मिल गए

“मैं जानता हु मेरी जान लेकिन अगर कुछ करने का मन हुआ आगे बढ़ने का दिल किया तो उस जस्बात को दबाना मत बस बढ़ जाना ,”

वो बस मुझे देखकर मुस्कुरा रही थी
 
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Update 12
‘फिर ले आया दिल मजबूर क्या कीजे ,रास ना आया रहना दूर क्या कीजे’

‘आप कौन ???’

‘पहचानिए ..’

‘सॉरी आपका नंबर सेव नही है’

‘हाय यू ही सितम ढा रहे है वो कैसे,खुद को मजबूर बता रहे है वी कैसे..’

‘रोहित..’

‘बड़ा खूब पहचाना …’

‘कमीने कहा था इतने दिनों तक ‘

‘नॉकरी मेरी जान..बस उसी के कारण भटक रहे थे ..अब तुम्हारे शहर में है ’

‘ओह यार आई हेट यू पता है ना ‘

‘हा और आई लव यू पता है ना..’

‘हा पता है इसीलिए तू मेरी शादी में भी नही आया है ना..कहा है कमीने कब मिल रहा है..कितने दिन हो गए तुझे देखे ..’

‘तेरे ऑफिस के बाहर सोनाली रेस्टारेंट में ‘

‘क्या आज भी कमीना ही है चल आती हु..’

रोहित…??

क्या वो वही रोहित था जिसकी तारीफ किये मोना थकती नही थी,पूरे कालेज में उसने मोना पर चांस मारा था ,मोना के बेस्ट फ्रेंड लेकिन मोना शादी करना चाहती थी और रोहित पारिवारिक दबाव में आकर शादी नही करना चाहती थी ,मोना ने मुझे बताया था की उसे भी रोहित से प्यार हो गया था लेकिन वो इस रिश्ते को दोस्ती तक ही रखी क्योकि वो रोहित का दिल नही दुखाना चाहती थी…

मोना का ये वाट्सअप चैट आधे घंटे पहले का था..यही अभी वो उसके साथ रेस्टारेंट में थी,मेरी मोना का एक और आशिक इस शहर में आ चुका था,जिसे कभी वो प्यार किया करती थी ,हा रोहित से मुझे हमेशा ही जलन होती थी लेकिन रोहित मोना के लिए बहुत मायने रखता था,फिर भी वो कभी मोना से कांटेक्ट करने की कोशिस नही किया,मजबूरी क्या थी ये तो नही पता लेकिन कुछ तो था उनके बीच जो मोना ने कभी मुझे नही बतलाया था…

थोड़ी ही देर हुए थे की मोना का मेरे पास फोन आ गया..

“जानते हो आज मैं किस्से मिली ..”

मोना चहक रही थी

“रोहित से “

उसने मेरे बिना बोले ही बोल दिया

“कौन रोहित,”

मैं अनजान बनने की कोशिस करने लगा

“अरे रोहित मेरा पुराना फ्रेंड आपको बतलाई था ना उसके बारे में “

“ओह तेरा आशिक ..”

“ओहो आप भी ना ,हा वही वो हमारे ही शहर में आ गया है और आज मैंने उसे घर में खाने के लिए बुलाया है ..”

“ओ ..”

“क्या हुआ आप खुस नही हो ..?”

“फ्रेंड तेरा है तुझे मिला है तो मैं क्यो खुस होउ ..”

“हम्म जलनखोर कही के ,चलो आज एक अच्छी सी विस्की ला के रखना वो रात तक आ जाएगा ..”

“अच्छा उसे बोल विस्की लाने के लिए ..”

“प्लीज् जान ..वो मेरा सबसे अच्छा दोस्त है आप इतना भी नही करोगे ..”

मैं हल्के से हंसा

“ओके और कोई हुक्म इस खाली आदमी के लिए “

मोना खिलखिलाई

“कुछ भी नही बस बहुत सारा लव यू और ऊउम्मआ आज मैं बहुत खुस हु …”



***********

ऐसे तो कई लड़के थे जो मोना के दीवाने थे लेकिन ये पहला था जिसकी मोना दीवानी थी ,मैं आज उससे पहली बार मिलने वाला था,पता नही क्यो लेकिन मुझे थोड़ा नर्वस फील हो रहा था ...शाम को मोना आयी और तैयारी में लग गई,आज उसका चहरा बिल्कुल ही खिला खिला लग रहा था ,लेकिन फिर वो थोड़ी डर जाती शायद उसे इस बात का डर था की उसकी इतनी खुसी मुझे तकलीफ ना दे लेकिन मैंने फिर से उसे थोड़ा समझाया और वो अब खुल कर अपनी खुसी दिखा रही थी ..

वो वक्त आया जब रोहित हमारे घर पहली बार आया ..

लेकिन गेट के खुलते ही जैसा मैंने सोचा था उसका उल्टा हुआ ,वो मोना की ओर लपकने के बदले बेहद ही सादगी से पेश आया,शायद उसे इस बात का इल्म था की मोना अब शादी शुदा है और उसका पति भी घर में मौजूद है ..

वो बेहद ही सभयता से व्यवहार कर रहा था उल्टे मोना बेहद खुस थी और उसके पास बैठी हुई बिल्कुल किसी कालेज की लड़की जैसे व्यव्हार कर रही थी ,जैसे मैं हु ही नही ,लेकिन रोहित को मेरे होने का आभास था,जब कभी मोना अपना सर उसके कंधे पर रख देती वो मुझे देखता लेकिन मेरे तरफ से कोई खास रियेक्सन ना पाकर रिलेक्स को जाता ,मैं भी उसकी बातो का मजा ले रहा था,वो किसी बिछड़े दोस्तो की तरह एक दूजे के बातो और किस्सों में ही गुम हो गए थे,रोहित जरूर झेंप रहा था लेकिन धीरे धीरे उसकी वो झेंप गायब होने लगी लेकिन अब भी वो अपनी मर्यादा में ही था,वो सच में एक अच्छा दोस्त था जिसे अपने दोस्त की शादी शुदा जीवन के खराब होने का भी डर रहता है ..

हमने विस्की खोली ,अब मैं मोना एक ही सोफे में बैठे थे वही रोहित हमारे सामने था..

“ओहो सच में कितना बात कर रही हु,आपलोगो को तो बात करने का मौका ही नही मिला ..”

“तुम ऐसे भी किसी को कहा बोलने देती हु “रोहित की बात से मोना बस मुस्कुरा कर रहा गई

“अरे अब मैं क्या बात करू ,तुम दोनो सालो बाद मिले हो तो बाते करो “

“हमारी बाते तो कभी खत्म नही होंगी ,और तूने अभी तक शादी नही की कमीने..”

मोना उसे बड़े प्यार से कमीना कह रही थी ,उसे देखकर मुझे सच में रोहित के लिए जलन हो गई क्योकि मेरी उसके जैसी कोई दोस्त नही थी ,

“कोई मिली ही नही ,अब तू ही ढूढना मेरे लिए ..”

“बिल्कुल “

2-3 पैक में ही हम दोनो भी थोड़े घुल मिल गए ,वो भी मोना की ही तरह एक साफ्टवेयर कंपनी में काम करता था तो उनके काम की बाते तो मेरे दिमाग के पपरे थी लेकिन उसे मेरे काम का भी पता था और वो मुझसे बहुत इम्प्रेस दिखा,मुझे भी आदमी अच्छा लगा,वो कभी कभी मोना के हंसते हुए चहरे को बड़े प्यार से देखता और थोड़ी देर के लिए खो जाता,फिर झेंप का चहरा दूसरी ओर कर लेता,मैंने मोना को घूरते हुए बहुत से लड़को को देखा था लेकिन किसी की आंखों में मोना के लिए ऐसा प्यार कभी नही देखा था,उसकी आंखों में प्यार भी था तो कही कही कोई दुख कोई टीस सी भी थी ,जैसे जैसे दारू हमारे अंदर जा रही थी माहौल में कुछ अजीब सी उदासी छा रही थी ,ऐसा लग रहा था जैसे कोई आशिक अपना टूटा हुआ दिल ले के बैठा है,लेकिन कुछ कह नही पा रहा कुछ जता नही पा रहा,

“तुम्हे वो पार्टी याद है ,तुम्हारे भाई ने कैसे उस लड़की को प्रपोज किया था और फिर उसका झापड़ खाया था..”मोना की बात पर दोनो ही खिलखिला कर हँस पड़े और देखते ही देखते दोनो की आंखों में आंसू आ गया,दोनो ने ही खुद को सम्हाला

“एक्सक्यूज़ मि ..मैं थोड़ी देर में आयी ..”

मोना तुरंत ही उठाकर हमारे बेडरूम में चली गई ,रोहित भी बड़ी मुश्किल से अपने होठो पर झूठी हँसी ला पाया,ऐसे तो दारू का नशा ज्यादा था लेकिन फिर भी मैं उसके चहरे में आये हुए दुख के भाव को पहचान सकता था,

2 पैक और अंदर गए जो सिर्फ मैंने पिये,मोना आ चुकी थी और दोनो ही खामोश थे ,एक अजीब सी खामोशी फैल रही थी ,

“माफ करो यार रोहित लेकिन मुझे थोड़ी ज्यादा हो गई है ,तुम लोग खाना खा लो “

“आप भी ना चलो बिना कुछ खाय आपको सोने नही दूंगी “

मैं बड़ी ही मुश्किल में कुछ खा पाया और रोहित ने हमसे इजाजत मांगी,दोनो बिदा होते समय भी चुप ही थे,

“अच्छा लड़का है “

उसके जाने के बाद मैंने कहा

“हा बहुत अच्छा लड़का है ..”

मोना वँहा से सीधे ही बाथरूम में चली गई



Update 13
रोहित जा चुका था और मोना अभी भी बाथरूम से नही निकली थी,शराब के नशे में मेरी आंखे बंद हो रही थी,और बिस्तर में लेटने से नींद और भी जोरो से पकड़ रही थी लेकिन दिमाग काम कर रहा था,मोना का मोबाइल अभी भी बिस्तर में पड़ा हुआ था जिसपर अभी अभी कोई मेसेज आया था,अब वो नंबर सेव हो चुका था,रोहित के नाम से ,उत्सुकता तो बहुत हुई की उसका मेसेज पढू लेकिन फिर दिमाग ने कहा की कोई ऐसा सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कर दे जो मेसेज का बेकप रखे और तू सोजा...मैंने मोना के मोबाइल में कुछ सेटिंग की और आराम से सो गया,अब उसके हर मेसेज डिलीट होने के बाद भी मेरे मोबाइल में एक इनक्रिप्टेड फॉर्म में सेव हो जाएगा,वही मैंने उसके कॉल्स को भी रेकॉर्ड करने की सोची , जिसे मुझे लेपटॉप के मदद से देखना होगा,जो मेसेज वो डिलीट नही करेगी वो तो मैं अपने मोबाइल से ही देख सकता था,जासूसी दिमाग अब तेजी से दौड़ रहा था ..

मोना बाहर आयी और मुझे सोया हुआ देख कर अपना मोबाइल उठाकर देखने लगी ,कमरे में अंधेरा हो चुका था और उसके मोबाइल की रोशनी से कमरे में थोड़ी प्रकाश दिखाई दे ही थी ..

सुबह मैंने फिर से उसी मोना को पाया,जो मेरी बीवी थी हंसती हुई खिलखिलाती हुई..मेरे उठाने तक वो तैयार हो चुकी थी ..

“आपको सच में काम की जरूरत है ,देखो कितने आलसी हो गए हो ..”

मैंने अपनी काफी उठाई और उससे जा सटा ,वो खाना बना रही थी ,मेरा खड़ा हुआ लिंग उसके कूल्हे में जा धंसा ..

“अरे सुबह सुबह शुरू हो जाते हो जाओ ना तैयार हो जाओ “

“ये तो तैयार है मेरी जान “

“चुप रहो चलो जाओ जल्दी “मैं भी हंसते हुए अपने बाथरूम में चला गया..



******

मोना के जाने के बाद मैंने जब अपना मोबाइल देखा तो पाया की सभी मेसेज डिलीट कर दिए गए थे,मेरे होठो में एक अजीब सी जानी पहचानी मुस्कान खिल गई,ये मुस्कान मेरे होठो में तब आती है जब कोई मुजरिम अपने जुर्म को छिपाने के लिए सुबूत मिटाता है और मुझे वो सुबूत मिल जाती है..

मैंने इंक्रप्टेड फाइल्स को अपने लेपि में डाला और उसे एक जगह सेव कर लिया,साथ ही कुछ कॉल्स की रिकार्डिंग भी थे,मैंने मेसेज को सॉफ्टवेयर के जरिये खोला जो की अब टेक्स्ट फाइल के रूप में मेरे सामने थे,रोहित से मोना ने रात में ही चैट की थी जो कुछ ऐसा था …

“मुझे यकीन नही था की तुम्हे भी उस रात की बात याद होगी ,तुम्हारे आंखों में आये हुए आंसू ने सब बता दिया ..”

“वो बात अब पुरानी हो चुकी है रोहित,अब मैं शादी शुदा हु ..”

“हा जानता हु लेकिन तुम्हारे दिल में मेरे लिए प्यार अब भी है …”

मोना ने इसका कोई रिप्लाई नही दिया

“क्या हुआ ..मैं अब समझ सकता हु की प्यार तो तब भी था लेकिन तुमने कभी उजागर ही होने नही दिया ..”

“रोहित ये सब बाते छोड़ो ना अब इन सबसे क्या मिलेगा..”

“अभी कहा है ..”

“सो रहे है ..”

“मैं तुम्हे काल कर रहा हु ..”

“नही रोहित सुनो..”

इसके बाद से कोई मेसेज नही था मलतब साफ था की रोहित ने मोना को काल किया होगा..

मैं रेकॉर्डिंग को देखने लगा,रात की एक काल रिकार्डिंग थी ,मैं वो सुनने लगा..

“तुम पागल हो गए हो क्या ,कमरे से बाहर आकर बात करना पड़ रहा है ..”

मोना की आवाज में चिंता तो थी लेकिन वो थोड़ी रूवासी जरूर थी ,वो हल्के हल्के सिसक रही थी ,

“हा तुम ही कहती हो ना की मैं पागल हु ,इतने दिनों के बाद तुम्हे देखकर कोई पागल नही होगा ..”

रोहित की आवाज में नशे वाला भारीपन तो था लेकिन बेहद ही गमगीन आवाज थी,

थोड़ी देर तक कोई कुछ नही बोला

“याद है मोना वो रात जब हम दोनो एक हो गए थे..”

मोना ने कुछ भी नही कहा,वही सुनकर मेरी हालत खराब हो गई थी ,ये बात मोना ने मुझसे हमेशा से ही छिपाई थी ,

“रोहित प्लीज् वो एक गलती थी ,शायद हम शराब के नशे में थे ..”

“नशा तो था मोना लेकिन तुमने सच ही कहा था उसदिन की तुम मुझसे प्यार करती हो ..”

“रोहित तुम्हे आजतक कभी इस बात को नही छेड़ा तो अब क्यो,मैं तो तैयार थी ना तुमसे शादी करने के लिए,लेकिन परिवार की जिम्मेदारी तो तुम्हे उठानी थी,अब मैं अपने पति से प्यार करती हु,बेहद प्यार ...आज तक तुम मेरे जीवन में दखल नही दिया लेकिन आज ….”

वो सिसकने लगी

“मोना मुझे माफ कर दो ,मैं आज भी तुम्हारे जीवन में दखल नही देना चाहता ..लेकिन मैं बस उस बात से बहक गया था,मैं नही चाहता की अभी को हमारे बारे में पता चले,लेकिन मैं आज भी तुम्हे बेहद प्यार करता हु मोना,और मैं जानता हु की दिल के किसी कोने में तुम भी मुझसे मोहोब्बत करती हो …”

मोना थोड़ी देर तक चुप ही रही..

“हा रोहित करती थी तुमसे प्यार और करती भी हु,और प्यार कोई ऐसी चीज तो नही जो मर जाएगी ,लेकिन तुम्हारे अलावा मैं अपने पति से भी बेहद प्यार करती हु,और मुझे आशा है की तुम मेरे शादी शुदा जीवन में अब दखल नही दोगे..”

मोना का स्वर और भाव दोनो ही स्पष्ट थे ..वो दृढ़ थी ..कही ना कही मुझे उसपर गर्व हो रहा था और खुद पर घमंड ..

“नही दखल दूंगा,शायद इसीलिए आज तक तुमसे दूर ही रहा क्योकि अगर तुम्हारे पास आता तो फिर से बहक जाता,सोचा था की अब सब कुछ ठीक हो गया होगा,फिर से हम दोस्तो की तरह रहने लगेंगे..लेकिन ...मुझे माफ कर दो मोना शायद मुझे यंहा से चले जाना चाहिए तुम्हारे जीवन से दूर हमेशा के लिए..”

रोहित रो पड़ा था ..

“रोहित ..”

इस बार मोना चिल्लाई थी ..

“तुम फिर से मुझसे दूर जाना चाहते हो …???अच्छा चले जाओ,लेकिन मेरी खुसी इसी में है की तुम मेरे पास रहो,मेरे सबसे अच्छे दोस्त बनकर ..”

दोनो ही कुछ नही बोले..

“दोस्त..हा वो तो जीवन भर रहूंगा लेकिन ….लेकिन अगर मैं बहक गया तो ,अगर हम दोनो ही बहक गए तो ..”

मोना हल्के से हँसी

“मुझे तुमपर और खुद पर पूरा भरोसा है रोहित,मैं तुम्हे और खुद को रोक सकती हु,ताकि हमारी मर्यादाओं का उल्लंघन ना हो..”

फिर से एक खामोशी सी छा गई..

“सच में तुम बड़ी बड़ी बाते करने लगी हो मोना,”इस बार रोहित हंसा और साथ ही मोना भी

“अगर कुछ हुआ ना तो तुम जानो ,मैं यही रुक रहा हु ..”रोहित की आवाज में एक चहक थी,

“थैंक्स मेरे कमीने..लेकिन एक बात बता,तू इतने जल्दी घर कैसे पहुच गया..”

रोहित हंसा

“अभी तेरे घर की बिल्डिंग के नीचे खड़ा हु ,सोचा था तू मान जाएगी तो तेरी किस ले के जाऊंगा “

“बहुत कमीना है तू ,अभी तो प्यार की बात कर रहा था ..”

फिर से दोनो ही हंसे

“ओके मेरी जान गुड नाइट “

“गुड नाइट कमीने और पहुच कर मिस काल कर देना ..”

“बाय लव यू ऊऊमाआआ “रोहित की बात से मोना जोरो से हँसी

“बाय लव यू कमीने और हमेशा ऐसे ही रहना”मोना ने हल्के से कहा ……

दोनो की बात सुनकर मेरे दिल में मोना और रोहित के लिए इज्जत और भी बढ़ गई थी ,सच में मैं मोना और रोहित के बारे में ऐसा नही सोच पा रहा था जैसा की मैं किसी दूसरे मर्द के साथ मोना के बारे में सोचता,उन दोनो में एक प्यार था अपनत्व था,दोस्ती थी जो बेहद ही गहरी थी ,साथ पाने की चाह थी लेकिन हवस नही ,मैं कुछ डिसाइड नही कर पा रहा था की क्या करू,मैंने एक गहरी सांस छोड़ी और आंखे बंद कर बैठ गया,मुझे मोना का प्यार चहरा दिखाई देने लगा...और ना जाने कब नींद आ गई ..
 
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Update 14
खाली होने का दर्द क्या होता है ये उस आदमी से पूछो जिसे पहले अपने काम से एक मिनट की भी फुरसत नही मिलती थी और आज वो एकदम खाली बैठा हुआ हो,यही हाल मेरा भी हो रहा था,जासूसी और खतरों से खेलने का कीड़ा लगा बैठा था अब अपनी ही बीवी की जासूसी करके अपनी ही गांड जला रहा था,

लेकिन एक अजीब वाकया मेरे साथ मुझे सीधे कमिश्नर का फोन आया,पहले तो मेरी भी फट के चार हो गई थी ,लेकिन उसके बाद जो उन्होंने बोला उससे और भी फट गई,गृहमंत्री मुझसे मिलना चाहते थे,बंसल(वो मंत्री जिसे मैंने गिरफ्तार करवाया था,अब वो ना तो नेता बचा ना मंत्री तो नाम ही लिख रहा हु) के बारे में कोई बात करनी थी …

मैं दौड़ता हुआ वँहा पहुचा,एक और आश्चर्य था की मुझे वेट भी नही करना पड़ा ,मुझे तुरंत अंदर बुला लिया गया,कमिश्नर साहब पहले ही विराजमान थे,

“आओ आओ अभिषेक ..बहुत सुना है तुम्हारे बारे में “

गृहमंत्री ने बड़े ही प्यार से मुझे बिठाया …

“तो पुलिस डिपार्टमेंट के सबसे काबिल जासूस कहलाते हो तुम “

इतना बड़ा कॉम्प्लिमेंट और वो भी इतने बड़े आदमी से मैं थोड़ा शर्मा गया

“बस सर वो ..”

दोनो हल्के से हँसने लगे

“बंसल हमारे लिए भी एक कांटा ही था,उसे गिरफ्तार करवा कर तुमने हम लोगो को भी कई मुसीबत से बचा लिया ,जानते हो ना “

“जी सर “

“तुम्हे कैसे पता ?”

“क्योकि उस फाइल से कुछ चीजे मैंने ही निकाली थी “

दोनो की आंखे बड़ी हो गई और मैं जो इतने देर तक संकोच मे बैठा था थोड़ा फुल गया..

“जासूसी का कीड़ा नही जाएगा क्यो..”

गृहमंत्री के चहरे पर एक कुटिल मुस्कान थी

“मुझे पता था सर की बंसल उस लॉकर को इतने सिक्युरिटी में क्यो रख रहा था ,जिनके खिलाफ पुख्ता सबूत मुझे हाथ लगे वो सभी आज जेल के अंदर है ,बाकी जो जेल के अंदर नही है या तो उनके खिलाफ पुख्ता सुबूत नही थे ,या उनके गुनाह इतने बड़े नही थे …”

मंत्री जी बेहद ही गंभीर लेकिन चालाकी वाली मुस्कान से मुकुराये ..

“तो हमारे खिलाफ क्या मिला ..”

“कुछ खास नही सर बस ये ..”

मैंने जेब से एक पेन ड्राइव निकाल कर दे दिया..

“मुझे नही लगता की ये कोई ऐसा गुनाह है जिसके लिए एक मंत्री को सजा मिले,अगर इतना नही करेंगे तो काम कैसे करेंगे “

मंत्री जी ने तुरंत ही उसे अपने लेपटॉप में लगाया और राहत की एक गहरी सांस ली..

“तुम समझदार आदमी हो अभिषेक ,तुम्हे तो प्रमोशन मिलना चाहिए “

“थैंक्यू सर ..”

सच में उनके खिलाफ ऐसा कुछ नही था जिसे मैं छुपाता इसलिए उन सबूतो को देकर अपनी थोड़ी अच्छी इमेज बनाना ही मेरा मकसद था ,मेरे ऊपर लगा सस्पेंड भी वो हटवा सकते थे और साथ में प्रमोशन भी मिल सकती थी ..

“अच्छा सुना है तुम बड़े अच्छे जासूस हो कुछ हमारे बारे में भी बतलाओ ..”

मैं चौका

‘क्या सर

“कुछ भी यार ,मुझे देखकर क्या लगता है …”

मैंने उनके चहरे को ध्यान से देखा ,वो मुस्कुरा रहे थे

“लोग आपको जो भी कहे लेकिन आप दिल के बड़े ही नरम आदमी है “

दोनो ही जोरो से हंसे

“अभी से चापलूसी शुरू कर दिया तुमने “कमिश्नर साहब ने कहा

“नही सर बस चहरा देख कर कुछ चीजे पता लग जाती है ..”

“अच्छा ठीक है तो बतलाओ और कुछ “

मैं उनका चहरा ऐसे देख रहा था जैसे कुछ पढ़ रहा हु

“आप अपने परिवार से बेहद प्यार करते है खासकर अपनी बेटी से ..”

मेरी बात सुनकर ही दोनो के चहरे का रंग उड़ गया

“ये क्या बक रहा है ,मंत्री जी को बस एक बेटा है “

कमिश्नर चिल्लाया,उसके चहरे की भी हवाइयां उड़ी हुई थी

“सर मैं जो देख रहा हु बस वही कह रहा हु,ऐसे आपकी बेटी आपको पसंद नही करती “

कमिश्नर फिर से चिल्लाने वाला था लेकिन मंत्री ने उसे इशारे से रोक दिया ..

“ह्म्म्म और बोलो ..”वो एक बेहद गंभीर स्वर में बोलो

“लेकिन उसे अपनी गलती का अहसास होगा वो आपके पास आएगी ,जब उसे प्यार होगा तो वो भी आपकी मजबूरी को समझ पाएगी ,और शायद आप भी उसकी मजबूरी को समझ पाओगे ..यही समय होगा जब आपको एक फैसला करना होगा ,हा या ना का फैसला ..एक फैसला आपकी बाकी के जीवन को प्रभावित करेगा ..”

उनके आंखों में आंसू था …

“सच बता की तुझे कैसे पता की मेरी कोई बेटी है ..”

“आपके चहरे में लिखा हुआ है ..”

वो हँस पड़े

“चुतिया समझ के रखा है ,एक झपडी में रहने वाले से आज एक गृहमंत्री बन गया हु ,ऐसे ही नही बन गया बेटे ..”

कमिश्नर दुविधा में हम दोनो को देख रहा था ,

मैंने एक गहरी सांस ली …

“बस पता है ये मत पूछिये की कैसे ..”

“ह्म्म्म तो ये भी पता होगा की मुझे वो हा या ना का फैसला कैसे करना है ..”

मैंने ना में सर हिलाया

“ये तो पता होगा की किसके लिए करना है ..”

मैंने हा में सर हिलाया

“तो इतने दिन घर में बैठ कर तुम मक्खी नही मार रहे हो ,बड़े पहुचे हुए चीज हो तुम मान गया तुम्हे ..”

कमिश्नर अब भी बेहद ही कंफ्यूज था ..

“बस ये बताओ की ना में फैसला करू की हा में ..”

“वो तो आपकी मर्जी है सर,लेकिन मुझे लगता है की बेटी का प्यार वापस चाहिए तो थोड़ी ना करके हा करना सही रहेगा “

वो खिलखिला उठा ,

“वेरी गुड तो कहने की जरूरत नही की तुम मेरे साथ हो ..”

“बिल्कुल सर “

“ह्म्म्म तो अब तुम जा सकते हो ,लेकिन जरा बचके ये बात बाहर नही जानी चाहिए “

उसने हम दोनो को घूरा और हम दोनो ने ही सर हिलाया ….
 
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Update 15
“नारी का संम्मान सबसे ऊपर होता है,सिर्फ जिस्म की चाह करना उसकी बेज्जती है ,नारी तो प्यार का सागर होती है उससे प्यार करो उसका सम्मान करो ,लेकिन नही लोगो तो बस जिस्म की भूख सताए हुए है ,अरे भई जब लड़की का प्यार ही तुम्हे नही मिला हो तो जिस्म से कैसे सुख भोग सकते हो ,बिना प्यार के किया हुआ सेक्स भी कोई सेक्स होता है क्या...लेकिन लोगो को तो जबरदस्ती करनी है चाहे लड़की को ही क्यो ना हो ..वो तो उन्हें इंसान समझते ही नही ,बेचारी लड़की …”

SP साहब ने पूरा जाम एक ही सांस में पी लिया ,माहौल गमगीन हो चुका था,मैं और रोहित ऐसे नजर गड़ाए बैठे थे मानो कोई गुनाह कर दिया हो ,मोना भी हमारे बीच बैठी चुप थी और किसी सोच में बैठी थी असल में हम सभी के दिमाग में इस खबर के कारण कई विचार चल रहे थे..

आज सुबह की घटना ने समाज को दहला कर रख दिया था,एक नाबालिक लड़की का रेप कर मर्डर कर दिया गया था,कातिल तो पकड़े गए थे लेकिन एक बार फिर से ये सवाल समाज के सामने खड़ा हो चुका था की आखिर क्यो..?

क्यो ऐसी दरिंदगी इस समाज में फैल गई है…आज मेरे घर में रोहित और SP साहब डिनर पर आये थे और यही बात हमारे बीच उठ गई ..

“इन्हें इतनी भी शर्म नही आती जब कहते है की लड़की का बलात्कार उनके कम कपड़े पहनने से होता है..”

मोना ने चिढ़ते हुए कहा ..

“क्या साड़ी और बुर्के पहनी औरतो का बलात्कार नही होता ,ये समाज क्यो नही समझता की बलात्कार की वजह मर्द के शरीर की वासना ही है जो उसके अंदर ही है ,लड़की को देखकर अगर वो वासना जगती है तो उसमे लड़की की क्या गलती है ..”

थोड़ी देर तक सभी चुप ही थे ,

“मुझे लगता है की ये बहस बहुत ही बड़ी है और अगर समाज को बदलना है तो खुद को बदलना होगा,क्योकि हमशे ही तो समाज का निर्माण होता है ना की समाज से हमारा..”

रोहित बोल उठा

“तुम सही हो रोहित लेकिन फिर भी थोड़ी गलती कर रहे हो ,हमसे ही समाज का निर्माण होता है लेकिन फिर भी समाज से ही मनुष्य के सोचने का तरीका निर्धारित होता है ,तो देखा जाए तो दोनो ही एक दूसरे के पूरक हुए ना..मनुष्य समाज को बनाता है फिर समाज मनुष्य को बनाने लगती है ,पहले जो चीजे जरूरतें होती है अब वो मजबूरी बन जाती है …”

मैंने एक गहरी सांस छोड़ी ..

“वो सब छोड़ो यार ,तुम बताओ तुमसे मैं पहली बार मिला रहा हु,तो क्या करते हो “

SP ने रोहित से पूछा

“जी सर मैं अभी ** कंपनी में हु ,मोना के कालेज का दोस्त हु “

“हा वो तो बतलाया था अभी ने ..तो अभी यार मंत्री जी को क्या गोटी पिलाकर आ गए ,की हमारा सस्पेंसन ऑर्डर ही कैंसल हो गया “

अब वो उद्दे पर थे जिसके कारण हम सभी यंहा बैठे थे ,हमारा सस्पेंसन ऑर्डर का कैंसल होना ..

“कुछ नही बस चाहते है की मैं उनके लिए काम करू ,अब सोच रहा हु की थोड़ी पोलिटिकल सपोर्ट होनी भी जरूरी है ,बंसल भले ही जेल में है लेकिन फिर भी बाहर कुछ पकड़ तो रखता है,हमारे पास भी तो कोई बेकअप होना चाहिए ..”

“हा ये भी सही है ..”SP ने पहले रोहित फिर मोना को देखा फिर मुझे आंखों से इशारा किया,मैं समझ गया था की वो मुझसे अकेले में कोई बात करना चाहते है ..

हम दोनो गैलरी में खड़े थे,और वो दोनो अंदर थे ..

“अभी ये मंत्री बहुत ही कमीने टाइप के होते है ,मेरी मानो तो अभी हमे अब्दुल पर ध्यान देना चाहिए ,”

“वो तो है लेकिन फिर भी सपोर्ट के बिना हम कर ही क्या सकते है ,अब्दुल अभी तक उतना ताकतवर तो हुआ नही है की उससे डरना पड़े ,और सर मंत्री जी कोई रोज तो काम नही देंगे ,जब उन्हें जरूरत होगी तब उनकी मदद कर दूंगा,और अगर उनके खिलाफ भी कुछ मिला तो वो भी जेल में “

SP मेरी काबिलियत जानता था ,और मेरा शुभचिंतक भी था,और ईमानदार भी ,इसलिए हमारी अच्छी पटती थी ,

“ह्म्म्म तुम समझदार हो अभी लेकिन सम्हलकर ,और हा जंहा तक अब्दुल की बात है साले ने रंग दिखाना शुरू कर दिया है,खबरे आनी शुरू हो गई है की वो फिर से अपने गैंग को तैयार कर रहा है,पुलिस वालो और अधिकारियों को खरीद रहा है,और फिर से हथियार ,जुआ सट्टा ,अवैध शराब और ड्रग्स का धंधा जमाना चाहता है ,और अब तो वो भूमाफिया भी बनने के फिराक में है ,कमाई के लिए हर गोरखधंधा करेगा वो अब ..”

“हम्म ..”मैंने एक गहरी सांस ली

“वो तो मुझे पता था ही की बंसल के कमजोर पड़ने के बाद अब्दुल ताकतवर बन जाएगा और उसके सभी धंधे खुद ही सम्हालने लगेगा ,हमने अपना काम ईमानदारी से किया है सर बस इसी चीज की खुसी है की रात में चैन से सो तो पाते है,और बिना ऑर्डर के करे भी तो क्या करे,या किसी के कम्प्लेन का वेट करते है..”

“लेकिन तुम अपने मुखबिरों के टच में रहो,उसे अभी रोका जा सकता है अगर वो बढ़ गया तो फिर से रोकना मुश्किल हो जाएगा..”

मैंने सर हा में हिलाया और दोनो फिर से अंदर चले गए,

रोहित और मोना अभी किचन में थे,हम दोनो आकर अपनी जगह पर बैठ गए,थोड़ी ही देर में खाना भी लग गया….
 
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Update 16
“क्या तुम रोहित से उतना ही प्यार करती हो जितना मुझसे ..”

मोना चौकी ,अभी वो मेरी बांहो में थी और अभी अभी हम दोनो एक दूसरे में झड़ कर लेटे हुए थे ..

“पागल हो गए हो गए हो क्या क्या बक रहे हो ..”

“जबसे तुम उससे मिली हो तब से तुम मुझसे बहुत कुछ छिपाने लगी हो ,मसलन अब तुम्हारे सभी मेसेज कट चुके होते है “

मोना की आंखे लाल हो चुकी थी,आजतक किसी लड़के के बारे में बात करते हुए मैंने उसे ऐसे हालत में नही देखा था ..

“तुम मुझपर शक कर रहे हो ..”उसकी आवाज में दर्द था

“नही जान ,मैं तो बस ये कह रहा हु की अगर तुम चाहो तो …..तुम तो मेरी फेंटेसी जानती हो ना “

वो उठ बैठी ,उसके चहरे पर अजीब से भाव आ रहे थे…

“किसी और के बारे में बोलते हो मुझे बुरा नही लगता लेकिन रोहित ..जानते हो ना की वो मेरे लिए कितना इम्पोर्टेन्ट है ,दोस्त है वो मेरा “

उसके इस रिएक्शन से मैं थोड़े देर के लिए चुप हो गया..

“आपकी फेंटेसी के लिए मैं किसी दूसरे मर्द की कल्पना भी कर सकती हु लेकिन रोहित की नही ,किसी और का नाम भी ले सकती हु ,किसी और के बारे में बोलकर आपको जला सकती हु लेकिन रोहित नही,अगर आप चाहो तो किसी का बिस्तर भी गर्म कर दूंगी लेकिन वो रोहित नही होगा ..”

उसके आंखों में आंसू आ चुके थे .मैं प्यार से उसके गालो को सहलाया और अपने सीने से लगा लिया,

“मैंने ऐसा कब कहा जान,मैं तो बस इतना जानता चाहता था की क्या तुम उससे प्यार करती हो ...और मुझे जवाब मिल गया “

वो मेरी ओर आश्चर्य से देखने लगी ….

“तुम इसीलिए रोहित का नाम नही लेना चाहती क्योकि तुम डरती हो की तुम्हारे अंदर वो भावनाएं ना जाग जाए जो तुम अपने सीने में दबाए बैठी हो ...तुम किस्से झूट बोल रही हो जान मुझसे या अपने आप से ..”

वो मुझे आंखे फाडे हुए देख रही थी ...जैसे उसे पता था की मैं जो भी कह रहा हु वो सभी सच ही तो था,

“जान सुनो मेरी बात मैं बस ये कह रहा हु की ऐसे घुट कर रहने से क्या फायदा है ,मैं तुम्हे खुस देखना चाहता हु और तुम ये भी जानती हो की मैं किन चीजों से उत्तेजित होता हु तो ….तो तुम अपनी जिंदगी इस शादी के बोझ के कारण खराब मत करो तुम उसी खुलेपन से अपनी जिंदगी जिओ जैसा जीना चाहती हो ..मैं तुमसे प्यार करता हु और करता रहूंगा ...बाकी तुम्हारी मर्जी मैं तुम्हे किसी भी चीज के लिए फोर्स नही करूंगा “

मैंने फिर से उसके गालो को चूमा ,लेकिन इस बार वो बेहद ही शांत थी,मैं लेटा रहा और वो बैठी हुई किसी सोच में डूबी रही …

*****

“हैल्लो कौन बोल रहा है “

“भाभी जी नमस्ते मैं हु ..”

“कौन ..??”

“अब्दुल “

मोना के साथ साथ मैं भी चौका ,मैं उसके काल की रिकार्डिंग सुन रहा था ,ये 3 घंटे पहले की काल थी ,

“तुम ..हा बोलो अब्दुल “

“बस आपकी याद आ गई तो काल कर लिया “

मोना हल्के से हँसी

“अच्छा याद कैसे आ गई हमारी “

“बस यू ही आज पुराने दिन को याद करते हुए ,उस दिन के आपके जलवे याद आ गए ,बस मन किया की बात कर लू “

“अच्छा ..तुम्हे अभी भी उस दिन के जलवे याद है “

“भाभी क्या लग रही थी आप,कसम से मन कर रहा था”

वो फोन में ही सिसकियां लेने लगा,जरूर साला हाथ से अपने लिंग को मसल रहा होगा ..

पहले तो मोना हल्के से हँसी ..

“बेटा अब्दुल अगर अभी को ये बता दिया ना तो तुम्हारे गांड से तुम्हारी याद खिंच के बाहर कर देंगे समझ गया,तो अब फोन रख..”

मैं मोना की बात सुनकर जोरो से हँस पड़ा मुझे यकीन नही हो रहा था की मोना ने ऐसा कहा होगा..

वही अब्दुल बुरी तरह से हड़बड़ाया गया था,

“भाभी अभिषेक सर को बीच में क्यो ला रही हो मैं तो बस ..”

“देखो बेटा तुम जवान हो लड़की को देखकर लार टपकती है ये स्वाभाविक है लेकिन बात किसीसे कर रहे हो वो सोच लिया करो ,”मोना ने फोन रख दिया,वो जरूर मन ही मन हँस रही होगी …

लेकिन उसकी इस बात से मुझे इतना तो पता चल गया था की वो क्या बला है…



उसके काल लिस्ट में मुझे रोहित का नंबर भी दिखा ,और उसने उसके बाद फिर से अब्दुल से बात किया था..

मैं थोड़ा चौका लेकिन रोहित की बात सुनने लगा,

“गुस्से में क्यो हो “मोना ने पूछा

“तुम्हे किसने कहा की मैं गुस्से में हु “रोहित की आवाज में अभी भी थोड़ा गुस्सा था

“तुम्हारी आवाज बता रही है “

“ऐसी कोई बात नही है “

“तो फिर “

“कुछ भी तो नही ,कैसे काल किया था मुझे “रोहित के रूखे व्यव्हार से ,मोना भी चुप हो गई ..

अब इन्हें क्या हो गया ,मैं सोच में पड़ गया क्योकि कल ही तो दोनो ठीक थे ..

“कुछ नही बस याद आ गई “मोना ने भी रूखे हुए स्वर ने कहा ,रोहित हँस पड़ा

“अच्छा तुम्हे मेरी भी याद आती है भला क्यो..?”

“बस ऐसे ही ...उस बात को लेकर इतना क्यो गुस्सा दिखा रहे हो पता है ना की मैं शादी शुदा हु “

मेरा माथा ठनक गया,आखिर किस बात की बात कर रहे है ये दोनो

“शादी शुदा हो तो मैं क्या करू ,मेरी गलती है ..”

“हा तुम्हारी ही तो गलती है,वरना आज मैं तुम्हरी बीवी होती “

रोहित कुछ भी नही कह पाया

“और वैसे भी उस समय घर में SP साहब और अभी भी तो थे “

इसकी माँ का यानी ये कल ही हुआ था जब हम घर में थे ,लेकिन आखिर क्या

“अच्छा अगर वो नही होते तो क्या मुझे किस देती “

मोना हल्के से हँसी और मेरे दिल में एक अजीब सी लहर उठ गई ,साला जिस फेंटेसी के बारे में सोच कर एक्ससाइटेट हो जाता हु ,क्या सच में वो होने वाला था,और अगर वो होगा तो क्या मैं उसे सम्हाल पाऊंगा ..

मेरे दिल में एक डर उठा,एक अजीब सा डर ..

“वो मुझे नही पता की मैं तुम्हे किस करती की नही लेकिन अब मैं शादी शुदा हु बस इतना समझ लो “

“मतलब अब भी चांस है ..”

“रोहित बोला ना की मैं ..”

वो कुछ बोल पाती उससे पहले ही रोहित ने बात काट दी

“याद है वो रात जब हम ..”

“रोहित प्लीज् ,..वो एक गलती थी “

“तुम्हे आज भी ये लगता है की वो एक गलती थी या शराब के कारण था “

मोना कुछ भी नही बोल पाई जो की एक सबूत था की वो ये नही मानती

“बोलती क्यो नही मोना “

“क्या बोलूं,चलो मुझे काम में जाना है “

उधर से रोहित एक अजीब सी हँसी हंसा जिसमे एक दर्द था साथ ही व्यंग भी ..

“हा जाओ जाओ जब भी मैं उस रात की बात छेड़ता हु तुम्हे काम ही याद आ जाता है “

“रोहित जो हो चुका उसे हम भुला नही सकते क्या,इस तरह हम दोस्त भी नही रह पायेगें और मैं तुम्हारी दोस्ती को खोना नही चाहती ..”

“मैंने भी बहुत कोशिस की है मोना की हम दोस्त रह पाए लेकिन ...शायद मैं टूट जाता हु तुम्हारे साथ ,खुस को सम्हाल नही पाता उस रात के बाद से ही मैं …”

“रोहित मैं चलती हु ,बाय,”

मोना ने फोन रख दिया ,और मैं एक सोच में डूब गया,मोना उसे अब उस तरह से मना नही कर रही थी जैसा उसने पहली बार में किया था,लग रहा था की अगर रोहित थोड़ी कोशिस करे तो कुछ हो जाएगा,मोना के व्यव्हार में भी एक चेंज था शायद वो भी रोहित के साथ अपने जिस्मानी रिश्ते को आगे ले जाना चाहती थी ,और शायद इसका दोषी मैं ही था क्योकि मैंने ही उसे ये छूट दे दी थी ,मैंने आखिरी काल चेक की जो की अब्दुल को की गई थी ,रोहित से बात करने के लगभग आधे घण्टे के बाद ..

“जी भाभी जी “

“गुस्सा तो नही हो गए जो मैंने कहा “

अब्दुल सच में चौक ही गया होगा

“जी नही नही ,कहिए..”

“बस ऐसे ही तुम्हारी याद आ गई “

“मेरी .???.”

अब्दुल अभी भी थोड़ा डरा हुआ ही था होता भी क्यो ना पहले बार में मोना ने जो उसे झाड़ा था ..

“क्यो तुम्हे मेरी याद आ सकती है तो मुझे तुम्हारी क्यो नही “

“क्यो मजाक कर रही हो भाभी जी ,बतलाइए की क्या काम है ..”

मोना ने एक उदास ही हँसी हँसी जिसका आभस अब्दुल को ही गया था

“क्या हुआ भाभी जी आप उदास लग रही हो ..”

“हा थोड़ी सी हु “

“मैं कुछ कर सकता हु ..??”

“घूमने ले चलोगे मुझे ..”

अब्दुल के साथ साथ मैं भी आश्चर्य में पड़ गया था ,आखिर मोना कर क्या रही है..

“कहा...यानी कब ..यानी..”

अब्दुल के इस जवाब से मोना खिलखिलाकर हँस पड़ी

“अभी आ जाओ ,कही चलते है,एक चाय हो जाए या काफी ..मेरे ऑफिस आ जाओ ..”

“बिल्कुल बिल्कुल अभी आया “

मोना की इस हरकत ने मुझे थोड़ा चिंता में डाल दिया,अब्दुल को लेकर नही क्योकि वो भले ही इस शहर का डॉन बन जाए लेकिन वो उतना मेच्योर नही था की मोना जैसी लड़की के साथ कुछ गलत कर पाए,असल में उसकी आंखों में मैंने मोना के लिए एक अजीब सा आकर्षण देखा था,और मोना में ये काबिलियत थी की उसे वो अपनी उंगलियों में नचा सकती थी ,लेकिन मुझे चिंता हो रही थी मोना के लिए ,वो रोहित को माना रही थी ,उसे सही तरीके से मना भी नही कर पा रही थी ,वो अपना दिमाग शांत करने के लिए अब्दुल के साथ चाय पीने जा रही थी,मुझे समझ नही आ रहा था की मेरी मोना को हो क्या रहा है कही ये मेरे द्वारा फैलाया गया सियापा तो नही जिसके कारण मोना टेंसन में है ,मुझे यकीन था की मोना कोई भी गलत कदम नही उठाएगी ,वो समझदार थी ,और गलत कदम का मतलब था की किसी भी के साथ संबंध नई बनाएगी लेकिन रोहित के साथ ….ये कहना तो अभी मुश्किल था,सबसे ज्यादा चिंता वाली बात ये थी की अगर उसने ऐसा किया तो मेरा रियेक्सन क्या होगा,क्या मैं गुस्सा होंउंगा,या मजे लूंगा जैसा मैं उसे कहता हु,...अभी तो मुझे भी नही पता था ...
 
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Update 17
“आज आप कही गए नही “

मोना के चहरे में एक मुस्कान थी ..

“क्यो “

“मुझे लगा की आज से आप ऑफिस जाने वाले हो “

“ओह जान कहा तुम काम की याद दिला देती हो ,इन 15 दिनों में तो आदत सी हो गई है खाली बैठने की “

मोना जोरो से हँसी ,

“चलो मैं फ्रेश होकर आती हु “

“हम्म सुनो यार ये अब्दुल अब परेशान करने लगा है “

अब्दुल का नाम सुनकर मोना ठहर गई

“क्या हुआ ???”

मैं उसका चहरा भांपने लगा ,उसके चहरे में एक अजीब सा आश्चर्य था

“बस साला डॉन बनना चाहता है लगता है उसका कुछ करना पड़ेगा “

“ओह…”मोना ने एक गहरी सांस ली

“मैं तो उससे आज ही मिली थी लेकिन वो तो पहले की ही तरह लगा,और आपके सामने वो क्या है जब चाहे लगाम लगा देना “मोना ने मुझसे कुछ नही छिपाया ये मेरे लिए एक बड़ी बात थी ..

“तुम उससे कब मिल गई “

“वो …”वो थोड़ी नर्वस लगी

“वो ..क्या है ना की रोहित से थोड़ा कहा सुनी हो गई थी ,और आज सुबह अब्दुल ने मुझे काल किया था लाइन मार रहा था साला,पहले तो उसे झाड़ दिया,लेकिन रोहित से झगड़ा होने के बाद मुझे बेकार लग रहा था तो उसे साथ चाय पीने के लिए बुला लिया “

मैं खुद भी आश्चर्य में था की मोना सब कुछ सच बता रही थी …

मेरे चहरे के भाव शायद उसने समझ लिए

“अरे फिक्र मत करो मैं सम्हाल लुंगी उसे ,उसके पास इतनी ताकत नही है की वो कुछ आगे बड़े “

मोना तो हल्के से हँसी लेकिन मेरे चहरे की रंगत अभी भी वैसी ही थी ..

“क्या हुआ आपको ..”

“मुझे अब्दुल की नही रोहित के बारे में फिक्र हो रही है,क्या तुम उसे सम्हाल पाओगी..???”

मेरी बात से मोना लगभग सकपका सी गई

“ऐसा क्यो बोल रहे हो “

“ऐसा क्या हो गया की रोहित तुमसे गुस्सा हो गया ,और तुम उसे माना नही पाई बल्कि खुद भी अपसेट हो गई “

मोना को जैसे सांप सूंघ गया…

“कोई बड़ी बात नही है “

वो घबराई हुई बोली

“मोना तुम मुझसे कुछ छुपा तो नई रही,”मैंने उसपर एक भेदक दृष्टि डाली

“नही नही कुछ भी नही ..”

“जानती हो ना मैं कौन हु ,लोग मुझे पुलिस डिपार्टमेंट का सबसे काबिल जासूस कहते है ,और मेरी ही बीवी मुझसे कुछ छिपा रही होगी तो ये दुखद बात है “

मोना इस बार बुरी तरह से घबरा गई थी,कोई बात थी जिसका उसने मेरे सामने खुलासा नही किया था और वो उसके दिल में डर बनकर पैदा हो रहा था..

“मैं उसे कंट्रोल नही कर पा रही हु “

आखिर मोना ने मुह खोल दिया

“मतलब “

“मतलब वो आगे बढ़ना चाहता है और मैं उसे कंट्रोल नही कर पा रही “

उसकी नजर नीची थी और वो थोड़ी डरी हुई भी थी ..

“तो तुम क्या चाहती हो “

उसने नजर उठाई ..

“आपको क्या लगता है ..?”

उसका जवाब मेरे लिए मुश्किल पैदा करने वाला था

“मुझे क्या लगेगा “

मैंने अपना पल्ला झड़ते हुए कहा.

“क्यो आपको क्यो नही लगेगा,आप ही तो कहते थे ना की दूसरे के साथ देखकर आपको उत्तेजना का अहसास होता है ,तो अब बताओ की आपको क्या लगता है ..”

अब मैं बुरी तरह से झेंप गया था

“तुम बात को बदल रही हो मोना मैंने पहले पूछा था “

मोना के चहरे में एक व्यंगात्मक मुस्कान आ गई

“बात को मैं नही आप बदल रहे हो ,जिस चीज के लिए इतने दिनों से मेरा दिमाग बदलने की कोशिस कर रहे थे आज वो सामने है अब बोलो की आपको क्या चाहिए,मैं सब में तैयार हु “

मोना की बात से मैं बुरी तरह से हिल चुका था,मेरा ही फैलाया गया शनिश्चर मंझे भी अपने चपेट में ले रहा था ,दुनिया के लिए मैं एक माहिर खिलाड़ी था लेकिन ये मामला तो दिल का था ,मेरे इमोशन का था ना की दिमाग का …

मैं अपने को कही ना कही हारा हुआ फील कर रहा था मेरे पास मोना के सवाल का कोई भी जवाब नही था…

मैं बस अपनी नजर नीचे किये हुए अपने सोच में पड़ा था ,की मोना के चहरे की मुस्कान और भी गहरी हो गई

“मुझे पता था की आप का रियेक्सन ऐसा ही होने वाला है,मैंने उस मंत्री के समय देखा था आपको की आपको मेरे दूसरे के साथ होने पर क्या होता है,जान खुद को धोखा देना बंद करो आप मुझसे प्यार ही नही करते बल्कि आपको मुझे बांटना भी नही चाहते ,मान लो इस बात को की आप मुझे किसी और के साथ नही देख सकते …”

मोना इतना बोलकर बेडरूम में घुस गई ,मुझे लगा जैसे किसी ने मेरे मुह में एक जोर का थप्पड़ मार दिया हो ,मैंने तो कहानियों में पढ़ रखा था की ये सब कितना आसान होता है,एक पति अपने पत्नी को बताता है की उसे क्या चाहिए फिर पत्नी भी किसी मोटे लंड की चाह में उसका साथ देती है और अपने पति को जलती है ,और पति दूसरे मर्द के साथ अपनी बीवी को देखकर हिलाता है,बीवी दूसरे का मोटा लंड और सेक्स की क्षमता से खुस हो जाती है और मजे से सेक्स करती है …

सब कितना आसानी से हो जाता है ,मैं भी यही सोचा करता था की मैं भी एक दिन मोना को दूसरे के साथ देखूंगा तो मेरा भी खड़ा हो जाएगा ,वो बेडरूम में होगी और मैं अपना लिंग मसलूंगा ...लेकिन ….लेकिन सच्चाई कुछ और ही थी ,मोना ने मुझे एक अजीब सा दर्पण दिखा दिया था,मैं तो यही सोचता था की मैं बहुत ही मॉर्डन ख्यालात का व्यक्ति हु जिसे अपनी पत्नी की खुसी के सामने कुछ नही दिखेगा,उसे खुस देखकर मैं भी खुस हो जाऊंगा और खुश ही क्यो उत्तेजित भी हो जाऊंगा लेकिन यंहा तो कुछ और ही हो रहा था ,

मैं पहली बात अपने को भावनात्मक रूप से इतना कमजोर पा रहा था ,

मैंने एक गहरी सांस ली और एक सिगरेट जलाकर चुपचाप ही बेडरूम में घुस गया,मोना इस समय एक झीनी सी नाइटी पहने हुए अपने बालो को संवारते हुए बाथरूम से निकल रही थी ,उसके सभी अंग अपने चरम में मुझे मोहित कर रहे थे और मैं एक टक उसे देख रहा था ,वो मेरे पास आकर बैठ गई …

मुझे इस चिंता में देखकर उसका भी चहरा उतर गया…

वो मेरे गालो को सहलाने लगी और मेरे आंखों में देखने लगी ..

“क्यो अपने को तकलीफ दे रहे हो ,मान भी जाओ के सच क्या है ..”उसके आंखों में कुछ आंसू दमक रहे थे

“लेकिन मैं…”

“उन कहानियों के पीछे क्यो पड़ रहे हो ,वो सच नही है वो सिर्फ कहानियां है बस ...और आप वैसे नही हो ,मैंने भी आपके कारण कुछ कहानियां पढ़ ली और मुझे समझ आया की आप तो उनमे से कोई भी नही हो ..आप मुझे बिस्तर में संतुष्ट करते हो ,और आप कोई डरपोक इंसान भी नही हो ,असल में आपको आजतक किसी चीज के सामने मैंने झुकते हुए नही पाया है,आप तो जिस्म और मन से ही इतने फौलादी हो फिर क्यो आप ऐसे बनने की चाह रखते हो ….मैंने आपकी फेंटेसी क्या कहते है उसे cuckolding के बारे में काफी पढ़ा उसमे एक अल्फा होता है और एक बीटा ,बीटा अपनी पत्नी को अल्फा मेन से से सेक्स करवाता है और खुस होता है क्योकि उसे लगता है की एक अल्फा उससे कही ज्यादा उसकी पत्नी को खुस करता है लेकिन क्या आपको लगता है की आप एक बीटा हो,नही जान आप ही तो वो अल्फा हो जिसकी कोई भी लड़की दीवानी हो जाती है ,आप सच्चे मर्द हो ,आपकी ये फेंटेसी ही झूठी है ..’

मोना मुझसे लिपट कर रोने लगी ,लेकिन मैं अब भी अजीब सी उलझन में था,मुझे भी पता था की मोना ने कुछ गलत नही कहा है,मैं बिस्तर में और समाज में दोनो ही रूप से मोना को संतुष्ट करता था,मैं खुद ही इतना पॉवरफुल था की रोहित राज ,शर्मा और अब्दुल जैसे लोगो की मुझसे ही फटती थी ,लेकिन फिर भी पता नही दिल के किसी कोने से ये आवाज आ रहा था की ये आइडिया बेहद ही उत्तेजक है …

“आप अब भी नही समझ रहे है ...है ना..अच्छा चलो अगर मैं कहु की मैं सच कह रही हु ,,और मैं रोहित से बेहद प्यार करती हु और उसके साथ सोना चाहती हु तो आप क्या कहोगे…”

मोना की बात से मैं फिर से हिल गया,मैं कुछ कह ही नही पा रहा था,उसने मेरे चहरे को जोरो से पकड़ लिया और मेरे आंखों में देखने लगी ..

“बस एक ही बात बोलो जो आपके दिल में आ रही है,अब आप मुझसे कोई भी झूट नही बोलोगे “

मैं उसके आंखों में देखने लगा ,उसके उस मासूम चहरे को देखने लगा ,उसकी वो बड़ी बड़ी आंखे जिसमे मेरे लिए असीम प्यार झलक रहा था,उसका वो नाजुक बदन जो अभी पतले कपड़े से ढंका हुआ था और उसके करीब होने का अहसास ही मुझे उसकी कोमलता का बयान कर रही थी ,

“शायद मैं उसे मार डालूं ..”

मेरे मुह से बस इतना ही निकला और मोना के चहरे में एक मुस्कान गहरा गई ,वो मुझसे लिपट गई ..

“बोला था ना आपको …’

वो मेरे सीने को चूमने लगी ,मैं अपनी ही दुनिया में खोया हुआ था,जैसे कोई व्यक्ति एक बेहद हसीन सपना टूटने पर खो जाता है ,मुझे यकीन ही नही हों रहा था की मेरी सच्चाई अखिर ये है,मैंने तो अपने को कुछ और ही सोचा था ,उन कहानियों के हीरो की तरह जो की हॉट वाईफ और cuckolding पर लिखी जाती है,(दोस्तो सच में कहानियां कहानियां ही होती है ,असल जीवन में ये हॉट वाईफ और cuckolding की फेंटेसी जिस्मानी से कही ज्यादा इमोशनल होती है ,मैं उन्ही पहलुओं को उजागर करने की एक चेष्टा में हु जिसके माध्यम से इन फेंटेसी को और अच्छी तरह से समझा जा सके और इस स्टोरी को सच्चाई के करीब ले जाया जा सके...ताकि पढ़ने में ऐसा ना लगे की ये क्या चुतियापा है ऐसा कभी होता है क्या ???जैसा मुझे ऐसी स्टोरी को पढ़ते हुए लगता है ...मैं कुछ तह की खोज में हु जिसे मैं स्टोरी के माध्यम से उखाड़ना चाहता हु जो ये बता सके की आखिर ये होती क्या है )

मोना मेरे सीने से लगी हुई मुझे अपना प्यार दे रही थी ,मेरे हाथ उसके बालो पर चले गए थे,और मैं उसकी कोमलता को ...उसकी कोमलता को जो मैं किसी के साथ बाटने की ख्वाहिश रखता था ..सहलाते हुए ये सोच रहा था की क्या मैं सच में इसे किसी और के साथ बांट पाऊंगा ….

और मेरा मन मुझे बस ये ही कह रहा था की इसका जवाब तो तुझे भी नही पता.......

“तो क्या सोचा अपने “

मोना की आवाज से मैं थोड़ा चौका,ना जाने कितने समय हो चुके थे मुझे अपने ही ख्यालों में खोए हुए …

“क्यो मुझे फंसा रही हो “

उसकी मुस्कान बेहद ही गहरी हो गई ..

“आखिर मान ही गए ना “

“हा लेकिन फिर भी कुछ अजीब सी गुदगुदी होती है जब सोचता हु की कोई दूसरा ..”

उसने मेरे होठो में अपनी उंगली रख दी ..

“बहुत हो गया अब ,..”

वो थोड़े देर कुछ सोचने लगी..फिर अचानक ही बोल पड़ी

“अच्छा एक काम करते है ..क्यो ना ऐसा करते है की मैं अपनी जिंदगी जीयू आप अपनी ,लेकिन अब मुझसे कोई उम्मीद मत करना की मैं आपको कुछ बताऊंगी ...किसी भी लड़के के बारे में “

मैं हँस पड़ा

“पता है ना की मैं कौन हु ,कैसे छिपाओगी .”

वो मुस्कुरा उठी

“हम्म्म्म तो मेरी जासूसी करोगे ..चलो देखते है कितनी करोगे ,”

“अच्छा तो कुछ प्लान कर रही हो ..”

“अब तो सोचना ही पड़ेगा कुछ ,बस आप अपने को काबू में रखना ,वरना किसी को सच में मार बैठोगे..”

उसके होठो में एक शरारती मुस्कान आ गई ..

“क्या तुम सच में कुछ करने वाली हो “

मैं थोड़ा गंभीर था,

“बहुत बोलते थे ना अब देखना,जलने का सारा शौक पूरा कर दूंगी मैं आपका “

वो शरारत से बोलकर फिर से सो गई,मैं बुरी तरह से कांप गया आखिर ये करने क्या वाली थी ...खैर मुझे इसकी कोई फिक्र नही थी क्योकि वो जो भी करती मैं कैसे भी करके उसका पता तो लगा ही लेता ..
 
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Update 18
सुबह मुझे अपने काम भी जाना था ,मैं अपने ऑफिस पहुचा और मुझे मोना की बात याद आ गई ,मैंने अपना मोबाइल निकाला और देखने लगा,चार लोगो के मेसेज थे ,

शर्मा,राज,रोहित और अब्दुल ..

मैं सोच में पड़ गया की ये आज मोना को हो क्या गया है सभी को लाइन में ला रही है ..

शर्मा के साथ कुछ हँसी मजाक तक ही सीमित थी ,वही राज ने कई बार उसे कहा की तुम आजकल ज्यादा बात क्यो नही करती जवाब में मोना ने उसे कहा था की अब से करूंगी फिक्र मत करो …

अब्दुल फिर से कही साथ जाने की जिद में था ,मोना ने उसे भी आश्वासन दे रखा था ,लेकिन मेरे दिल के किसी कोने से ये आवाज भी आ रही थी की मोना इन सबके साथ कुछ नही करने वाली,उसका उद्देश्य बस मुझे जलाना था ..

मेरा इंटरेस्ट था रोहित ,आखिर रोहित के साथ वो कैसे विहेब करेगी ,

रोहित को मेसेज में उसने बस यही लिखा था की आज मिलते है ,रोहित थोड़े गुस्से में था और मोना ने उसे बड़े से प्यार से मनाया,और आज मिलने और साथ थोड़ा वक्त बिताने की बात कही …

मैं इन सबको पढा ही था की मोना का काल मेरे मोबाइल में आ गया..

“हैलो मेरी जान “

वो हल्के से मुस्कुराई

“कल वाली बात याद है ना ..”

उसने सीधे ही कहा

“हाँ क्यो ..”

“कुछ नही बस आज जलना शुरू कर दो ..”

“मतलब “

“मतलब मेरे सारे मेसेज तो पढ़ ही लिए होंगे..”

मैं बुरी तरह से चौक गया आखिर इसे कैसे पता ..??

“क्या बोल रही हो ..”

वो खिलखिलाई

“जान मैं एक जासूस की बीवी हु,आपके व्यहार से ही थोड़ा शक सा हो गया था की इन्हें मेरे बारे में कैसे पता चल रहा है,मैंने फोन की जांच करवाई तो आपके दो स्पाई सॉफ्टवेयर मिल गए ,तो आज आपको मेसेज पढा दिया,लेकिन माफ करना अब से कोई मेसेज और काल आप तक नही पहुचेगा “

वो बेहद ही शरारत से हँसी ,

“अरे जान तुम तो ..”

“हो गया आपका बहुत ,अब देखती हु मेरे जान की हालत क्या होगी ,जलने का इतना शौक था ना तो जलो अब,और करो जासूसी ...मुझसे कोई उम्मीद मत रखना की मैं कुछ बतलाने वाली हु …”

उसने हंसते हुए काल काट दिया ,मैं सर खुजाते रह गया,आखिर ये करने क्या वाली है ,क्या ये सच में किसी के साथ अफेयर करने वाली है...मुझे तो नही लगता की मोना कुछ ऐसा करेगी लेकिन फिर भी एक शख्स के ऊपर थोड़ा डाउट जरूर था वो था रोहित …

मोना आज ही उससे मिलने वाली थी ,मेरा दिमाग बार बार वही जा रहा था की आखिर वो क्या कर रहे होंगे,मैंने एक रिस्क तो ले लिया था अब इस पाप की सजा भी तो मुझे ही भुगतनी थी,मोना एक मेच्योर लड़की थी लेकिन रोहित के सामने भावनात्मक रूप से कमजोर हो जाती थी ,वही उसे ये भी पता था की मैं अगर गुस्से में आ जाऊ तो क्या करूंगा लेकिन फिर भी उसने मुझे जलाने की सोची थी ,वो अपने कदम बेहद ही फूंक फूंक कर रखने वाली थी ,मुझे उसके दिमाग पर भरोसा था लेकिन ये खेल कही ऐसे मुकाम में मत पहुच जाय की हमारे रिश्ते में दरार आ जाए ,ये एक चिंता शायद हम दोनो को ही थी



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मैं मोना की बात से अपना सर पकड़े हुए बैठा था की मेरे मोबाइल पर एक काल आया वो काल गृहमंत्री जी का था,

मैंने अपने सर को झटका ये साली फिर से एक नई मुस्किबत आ गई ..

“हैलो सर “

“क्या भई अभिषेक हमारे काम पर ध्यान नही दे रह हो यार अब तो तुम डियूटी भी जॉइन कर लिए हो और तुम्हारा प्रमोसन भी होने वाला है “

“बस सर आपके ही काम के बारे में सोच रहा था,”

“सोचो मत करो अब समय आ गया है की तुम जाकर डॉली से मिल ही लो,अगर कोई परेशानी हो तो कहो वरना मैं किसी दूसरे को इस काम में लगाऊंगा …”

मंत्री जी की बात सुनकर मैंने एक गहरी सांस ली ,

“आपको लगता है की कोई और आपके काम को मुझसे बेहतर कर सकता है..”

“इसलिए तो तुम्हे चुना है ,लेकिन तुम्हे भी इसमें इमोशनल नही होना है ,और इसे पर्सनल में मत ले लेना वरना काम हमारा ही बिगड़ जाएगा ,”

“जी सर लेकिन इसके लिए मुह थोड़े फंड की जरूरत होगी ,मैं सरकारी खर्च में तो नही कर सकता ना आपका काम “

मंत्री जी की हल्की सी हँसी सुनाई दी ..

“मैं समझता हु थोड़ी ही देर में मेरा एक आदमी तुम्हारे पास आएगा और तुम्हे एक ATM और पासवर्ड दे जाएगा,10 लाख है जैसा चाहो खर्च करो ,जरूरत हो तो और बताना …”

10 लाख साला जनता का ही तो पैसा है …

“ठीक है सर मैं आज ही निकल जाता हु “

थोड़ी ही देर में मुझे ATM मिल गया,मंत्री जी की तरफ से तो मुझे खुली छूट थी की मैं उनका काम कैसे करू ,उन्हें बस एक ही चीज से मतलब था वो था की

1. उनकी उस बेटी का राज दुनिया के सामने मत आये,

2. उनकी बेटी एक सही निर्णय पर पहुचे ,जिसमे मुझे उसकी मदद करनी थी

3. उस निर्णय को मंत्री जी का निर्णय बनाना (ये काम मैं मंत्री नही किसी और के लिए कर रहा था )

तीनो चीजों को दिमाग में रख कर मैं तुरंत ही घर के ओर निकला ,अब मोना का मोबाइल का एक्सेज तो मेरे पास नही था ,और जासूसी तो मुझे करनी ही थी ,मैंने पूरे घर में 5 जगह कैमरे लगा दिए …ऐसे मेरे घर में 4 ही कमरे थे ,2 बेडरूम एक हाल और एक किचन...और एक कैमरा मैंने घर के इंट्री में लगा दिया था,सभी को मैं अपने मोबाइल या लेपटॉप से कंट्रोल कर सकता था,मैं अपने पर थोड़ा इतरा कर वँहा से निकल गया…



रास्ते में ही मैंने मोना को फोन कर दिया

“जान मुझे काम से बाहर जाना पड़ रहा है ,शायद 1-2 दिन या और ज्यादा मैं अभी नही कह सकता ,”

“क्या..?? ठीक है ,लेकिन आप तो मेरी जासूसी करने वाले थे क्या हुआ,और मुझे ऐसे खुली छोड़कर जा रहे हो,इस बीच कुछ हो गया तो “

उसकी शरारती आवाज मेरे कानो में पड़ी ,कितनी कमीनी हो गई थी ये ..

“खबरदार ..ऐसे भी तुम कुछ भी करो मुझे उसका पता चल जाएगा ..”मैंने अपनी होशियारी दिखाई

“ओहो मिस्टर जासूस देखते है ..ऐसे अभी मैं रोहित के साथ हु,अब आप नही हो तो साथ ही डिनर भी कर लेंगे,और रात को घर में …”

मेरा खून खोल गया …

मुझे चुप देखकर वो हल्के से हँसी ..

“जली ना जान ..”वो हँस पड़ी

“चुपकर कुछ की का तो देखना मैं क्या करता हु “

“अच्छा मैंने क्या किया है आपको कैसे पता चलेगा ..”

“मैं पता कर लूंगा ..”

“देखते है,..ऐसे आपके काम के लिए बेस्ट ऑफ लक ,और एक चीज जो कभी मत भूलना ..”

वो थोड़ी देर तक शांत रही

“आई लव यू जान ..”उसने पूरी शिद्दत से कहा ,मेरे होठो में एक मुस्कान आ गई ,मेरी बीवी थी तो लाजवाब ..

“लव यू मेरी जान,..अपना ख्याल रखना कही मुझे जलाने की चक्कर में खुद को मत फंसा लेना “

वो हँस पड़ी

“अगर फंसी तो इतना भरोसा है की आप मुझे निकाल लोगे ,आपके ही दम पर खतरा उठा रही हु ,अब तो आपको भरपूर जलाऊंगी और खुद भी मजे लुंगी ,आप बैठ कर अपना मसलते रहना ..”वो जोरो से हँसी मेरे चहरे पर भी एक मुस्कान आ गई

“तू बहुत ही बदमाश हो गई है ..”

“आपने ही तो बनाया है ..”

“चलो जाना है लव यू ख्याल रखना ..”

“लव यू मेरी जान आप भी अपना ख्याल रखना और ज्यादा जलना मत..”एक हँसी के साथ हम दोनो थोड़ा इमोशनल हो गए और फोन कट गया…

**********

Update 19
शाम के 8 बजे थे जब मैं होटल में चेक इन किया ,कल से मुझे अपने काम पर लगना था,

मैंने सबसे पहले मोना को काल किया,

पहले तो उसके हँसी की आवाज सुनाई दी फिर उसने हैल्लो कहा और साथ ही थोड़ा रुको भी …

“हा जान आप पहुच गए “

“हा पहुच गया तुम कहा हो “

“कहा था ना की रोहित के साथ डिनर पर आयी हु ,अब घर जाने वाली हु “

“ओह घर अकेले जाओगी या ..”

उसकी हल्की सी हँसी सुनाई दी

“पता कर लेना ऐसे 15 मिनट में घर पहुच जाऊंगी “

उसने हंसते हुए फोन को रख दिया ..

क्या बतलाऊ की इस खेल में मेरा क्या हाल हो रहा था,मुझे एक अजीब सा रोमांच महसूस हो रहा था,मैंने अपने मोबाइल से कैमरे को देखने लगा सभी कैमरे अपने सही जगह पर थे,बेडरूम में ही एक माइक्रो फोन भी लगा रखा था,उसमे से कोई भी आवाज अभी तो नही आ रही थी ,

जलन और रोमांच ..दिल की धड़कने बड़ी हुई थी समझ नही आ रहा था की सही क्या है और गलत क्या है,एक तरफ मैं चाहता था की मेरी बीवी को कोई भी मत छुए वही दूसरी तरफ एक अजीब सी तम्मना भी थी की मोना मुझे धोखा दे जाए..

मैं बेसब्री से मोबाइल में नजर टिकाए हुए बैठा था ,मैं भी फ्रेश होकर तैयार हो चुका था लेकिन अभी तक तो घर कोई भी नही आया ,लेकिन थोड़ी ही देर में मुझे मोना रोहित के साथ घर के अंदर घुसते हुए दिखी,दोनो ही खुस लग रहे थे,लेकिन रोहित ने कोई भी ऐसी वैसी हरकत नही की थी की मुझे उनपर थोड़ा भी शक हो …

वो अंदर घुसे ,मारे हाल का चित्र देखने लगा,रोहित सोफे में जा जमा और मोना अपना बेग रखकर किचन में चली गई फिर पानी के साथ आयी ,उसने रोहित से कुछ कहा और रोहित ने सर हिला कर घर के दूसरे बेडरूम में प्रवेश कर दिया,मैंने वँहा भी कैमरा लगा रखा था,वो बेडरूम में जाकर सीधे बाथरूम में घुस गया,वही हाल में बैठी मोना उसके जाने के तुरंत भी बाद उठी और अपने बेग से एक छड़ी जैसी कोई चीज निकाली,मैं उसे देख कर हैरान रह गया क्योकि वो एक डिवाइस डिटेक्टर था,जिससे छिपे हुए माइक्रो फोन और हिडन कैमरा को डिटेक्ट करते है ,यानी मोना को शक था की मैं घर में कैमरा या माइक्रोफोन लगा कर ही जाऊंगा ..

उसने पहले हाल का कैमरा पकड़ लिया,मैं उसका चहरा अच्छे से देख सकता था उसने मुझे जीभ दिखाकर चिढ़ाया और हँसी ,उसकी आवाज तो मेरे कानो तक नही आयी लेकिन उसने मुझे जी भर कर चिढ़ाया और एक ही झटके में वो कैमरा काम करना बंद कर दिया,दूसरा कैमरा किचन का उसने पता लगा लिया वो भी बंद..

तब तक रोहित बाहर आ गया था,वो उस कमरे में घुसी रोहित को पता ही नही लगने दिया की वो क्या कर रही है उसने उस रूम का भी कैमरा बंद कर दिया,फिर थोड़ी ही देर में वो हमारे बेडरूम में आयी पहले तो वो एक जोर की अंगड़ाई ली फिर अपने काम में जुट गई उसे एक कैमरा और माइक्रोफोन मिल गया,उसने कैमरा को अपने चहरे की ओर कर लिया और माइक्रोफोन को अपने होठो के पास रखा…

मेरे सामने उसका चहरा था और कानो में एक आवाज गूंजी ..

“जान ...तो ऐसे मेरी जासूसी करने वाले थे आप,हाहाहाहाहाहाहाहा (वो जोरो से हँसी ) अब क्या करोगे जान ...भूल ही जाते हो की मैं आपकी ही बीवी हु आपके हर ट्रिक का मुझे पता है ,हाहाहाहाहा ओह मेरा बेबी जलन तो फूल हो रही होगी लेकिन कर कुछ ही नही सकते ,ओ ओह ..हाहाहाहाहा “

मैं सच में पसीने से भीग गया था वो तो सच में बेहद ही चालाक निकली ,मुझे ऐसे चिढ़ा रही थी की लग रहा था अभी जाकर उसे अपने बांहो में मसल दु,जी हा उसके ऊपर बेहद ही प्यार आ रहा था लेकिन हवस वाला ..

उसकी आवाज फिर से आई ..

“चलो ये कैमरा तो और माइक्रोफोन तो बंद कर रही हु अब रात भर सोचना की आखिर हम दोनो घर में कर क्या रहे है ,लेकिन आप के ऊपर भी एक रहम कर देती हु ,गेट वाला कैमरा नही निकलूंगी हाहाहाहाहा”

है भगवान उसे ये भी पता था की गेट में भी कैमरा लगा के रखा हु ,आखिर वो कैमरा भी बंद हो गया वही माइक्रोफोन से आवाज आनी भी बंद हो गई ,मेरा दिल कसमसा कर रह गया,संचमे ये बात मुझे जला भी देती और रोमांचित भी कर देती की मेरी बीवी घर में अकेले अपने पुराने बॉयफ्रेंड के साथ है,वो क्या कर रहे होंगे ,मेरे लिए तो सहना ही मुश्किल था ,आखिर अब करू तो क्या करू
 
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Update 20
दिमाग खराब बेहद ही खराब था,आंखों के सामने बस वो गेट का फुटेज था जो की बंद था,मैं अपना लेपटॉप चालू किये बस उसे ही देख रहा था ,,अंदर क्या हो रहा होगा,??

मुझे मोना पर इतना तो भरोसा था की वो इतना आगे तो नही जाएगी की हमारी शादी को खतरा हो …

और वो चली गई तो ,मैं ही तो था जो उसे उकसाता रहता था,नही ये नही हो सकता,

जब दिमाग काम करना बंद कर देता है तो आप क्या करते है …?

शराब का सहारा,मैं दो घुट पी चुका था,आधा घंटा होई चुका था ..मैं परेशान भी था तो उत्तेजित भी ,लेकिन इतनी उत्तेजना की आदत मुझे नही थी ,मैं अब भी अपनी बीवी से बेहद प्यार था,और मैं अब भी कही ना कही ये चाहता था की वो वही मोना रहे जिसे मैं घर में छोड़कर आया था,किसी भी मर्द के लिए ये इतना आसान नही हो सकता की वो अपनी बीवी को ऐसे ही छोड़ दे …

बीवी खुद की संपति होती है और आपकी संपति पर कोई दूसरा राज करे तो सोच लो कैसा लगेगा ….

अचानक ही मेरे मोबाइल में एक मेसेज आया ,वो मोना का मेसेज था …

‘बेडरूम वाला कैमरा ऑन कर रही हु ,और माइक्रोफोन भी ..’

मेसेज पड़कर मेरे आंखों में आंसू आ गए क्या वो मुझे अपने आशिक के साथ मनाने वाली रंगरलियां दिखाने वाली है …

मैं सच में रो ही पड़ा ,तभी स्क्रीन में बेडरूम वाला कैमरा ऑन हुआ ,मोना का चहरा मेरे सामने था,उसकी आंखे लाल थी जैसे बेहद रोई हो,उसने अभी भी अपने कपड़े चेंज नही किया था …

मेरे कानो में आवाज आयी ..

‘आपके कारण मैं क्या करने वाली हु अभी ,छि अपने मुझे क्या बना दिया …’

वो कुछ बोलती उससे पहले ही मैंने अपने मोबाइल से उसे वीडियो काल कर दिया ...उसने कैमरा नीचे फेक दिया और मेरा काल उठाया …

हम दोनो के सामने हमारे चहरे थे दोनो की आंखों में आंसू था ,तभी मुझे एक आवाज आयी जैसे कोई दरवाजा पिट रहा हो ...वो रोहित ही होगा ..

‘मोना प्लीज् मुझे माफ कर दो ..’

रोहित की ये आवाज मेरे कानो में आयी ,मोना मुझे ही देख रही थी उसकी आंखे सूजी हुई थी ,लाल …

“मुझे माफ कर दो जान मैं तुमसे कुछ करने को नही कहूंगा प्लीज् …”

मैं उसके सामने गिड़गिड़ाने लगा ,वो रोते हुए भी हल्के से हँसी …

“आपको तो लगा होगा की आज मैं रोहित के साथ इसी बिस्तर पर है ना...इसीलिए माफी मांग रहे हो ना ताकि मैं ऐसा कुछ ना करू ..”

उसकी आवाज में एक गुस्सा और शरारत दोनो ही थी ...मैंने हा में सर हिलाया

“भारतीय नारी हु अपने पति को ऐसे ही गुस्से में आकर धोखा नही दे सकती समझे ,लेकिन आपने तो दिल ही दुखा दिया क्या आप सच में ऐसा सोच रहे थे की मैं ऐसा कुछ करूंगी …”

वो नाराज लग रही थी

“पागल हो गई हो क्या नही नही ...मैं जानता था की तुम ऐसा कुछ नही करोगी तुम तो बस मुझे जला रही हो ,लेकिन डर तो लगता है ना “

वो हल्के से मुस्कुराई ..तभी पीछे से दरवाजा पीटने की आवाज तेज हो गई ,रोहित जोरो से मोना को सॉरी कह रहा था,

“तुम यंहा से जा सकते हो रोहित “मोना चिल्लाई और फिर से मुझे देखने लगी

“क्या हुआ वो ऐसे क्यो दरवाजा पिट रहा है …”

वो हल्के से फिर से हँसी ..

“क्योकि उसे भी वही लगा जो आपको लगा,कि पति नही है जाऊंगा और कुछ हो जाएगा,साला मुझे समझ के क्या रखा है ...एक झापड़ मार कर यंहा घुस गई हु अब चिल्लाने दो उसे “

मेरा मन एकदम से शांत हो गया ,मुझे पता था की मोना जब तक ना चाहे कोई उसे कुछ नही कर पायेगा ..मेरी खुसी देखकर मोना भी मुस्कुरा उठी ..

“इतना खुस मत हो वो आज आपके ना होने का पूरा फायदा उठा रहा था,साले ने जबरदस्ती क्या क्या नही दबा दिया ..”

वो इतराते हुए बोली ,एक पल के लिए मेरी सांसे ही रुक गई ..

“क्या ...उसे तो मैं ..”

मैं बोल तो गया लेकिन मेरे चहरे को देखकर वो मुस्कुराई

“आपको गुस्सा तो नही आ रहा है ये सब किसी और को कहना इतना झूट तो मैं भी पकड़ सकती हु “मैं हँस पड़ा सच में मुझे इस बात पर कोई गुस्सा नही आया था ,असल में मैं तो बस इस बात से खुस था की कुछ ज्यादा नही हुआ ,

“गुस्सा नही आया तो उत्तेजना तो आई ही होगी आपको की रोहित ने मुझे मसल दिया “

उसके होठो में एक शरारती सी हँसी आ गई ..मैंने उसे आंखे बड़ी करके देखा

“क्यो तुम्हे भी मजा आया क्या “

वो हल्के से हँसी लेकिन उदास स्वर में कहा जैसे खुद से कह रही हो ..

“मजा आता अगर ये मैं जानबूझ कर करती ,लेकिन ….लेकिन उसने जबरदस्ती की ,उसने जिसे मैं दिल से अपना दोस्त मानती हु ,...”

उसके आंखों में फिर से आंसू आ गया था,और मुझे उसके दिल का कोई भी हाल समझ आना बंद हो गया था,आखिर वो चाहती क्या है ...एक बार फिर दरवाजा खटखटाया गया लेकिन इस बार थोड़ा धीरे ..

“मोना मुझे माफ कर देना मैं तुम्हे गलत समझ गया,सॉरी यार ,मैं जा रहा हु आशा करता हु की तुम मुझे माफ कर दोगी ..”

मोना ने पीछे मुड़ कर दरवाजे को देखा ..फिर मुझे

“क्या वो चला गया”

मैंने लेपटॉप में देखा घर का दरवाजा खुला और रोहित बाहर निकला ,वो बेहद ही परेशान दिख रहा था ,

“हा वो चला गया “

मोना ने एक गहरी सास ली और जाकर दरवाजा अंदर से बंद कर लिया वो आकर बिस्तर में लेट गई …

“जो हुआ वो नही होना था मोना ,शायद मेरे कारण ये सब हो गया “

मैं उसे उदास देखकर बोला ,उसके होठो में एक फीकी सी मुस्कान आई ..

“नही अभी ये तुम्हारे कारण नही हुआ,मैं तो बस तुम्हे जलाना चाहती थी इसका हमारे उस खेल से क्यो वास्ता नही था,मैं जानती हु की तुम मुझपर भरोसा करते हो और मुझे समझते हो ….जो हुआ उसका कारण शायद वो रात थी जो हमारे बीच बीती थी ..”

मैं चुप उसके बाते सुन रहा था,मोना ने अपने जीवन की हर जरूरी बात मुझे बतलाई थी लेकिन ये नही …

उसने मेरे चहरे को देखा ,उसकी आंखों में कोई भी भाव नही थे जैसे वो शून्य में गुम हो गई हो ..

“क्या हुआ था उस रात ..”मैं पूछ बैठा..

वो मुस्कुराई

“सुन पाओगे “

“थोड़ा तो समझ ही गया हु ,”

“फिर भी मुझसे प्यार करोगे ..”

उसकी आंखों से वो सवाल साफ था जो उसने मुझे पूछा था..

“कोई शक,”

“तुमने कैसे जाना उस रात के बारे में ,..ओह वो सब सॉफ्टवेयर...जासूसी कर रहे थे ना मेरी “

मैं थोड़ा घबरा गया

“नही जान बस थोड़ा ..”

“चुप रहो संमझती हु आपको ,भले ही कितना भी कहो की प्यार करते हो लेकिन फिर भी दिल के किसी कोने में आप को शक का कीड़ा काटता ही रहता है ,सभी मर्द एक ही जैसे होते है तो आप कैसे उनसे जुदा होंगे ..’

मैं कुछ भी नही कह पाया ..वो भी कुछ नही बोली ,थोड़ी देर बाद ही उसने एक गहरी सांस ली और कहना शुरू किया……

“तब हम कालेज में थे,रोहित और मैं बेहद ही अच्छे दोस्त थे ,रोहित मुझे चाहता था एक लड़की की तरह लेकिन उसने कभी सिरियासली नही कहा,हा मजाक में वो मुझे कई बार प्रपोज कर चुका था ,मैं जानती थी की वो मुझसे प्यार करता है उसकी आंखे बताती थी ,और मुझे भी उससे प्यार था लेकिन फिर भी हम दोस्ती का चोला ओढ़े हुए थे ,जब तक वो रात नही आयी………”

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मोना ने कहना शुरु किया,

उस रात हम एक पार्टी में थे,हम दोनो ही बेहद ही खुस थे,मैं रोहित के साथ ही पार्टी में आयी थी,हमने जमकर शराब भी पी ली थी,रोहित ही मुझे अपनी बाइक से घर छोड़ने वाला था,हम दोनो की दोस्ती ऐसी थी की मुझे उसके साथ कभी डर नही लगा,हमारे ही कालेज में लड़की थी जिसका दिल रोहित पर आ गया था,बहुत ही पैसे वाली लड़की थी ,लेकिन रोहित तो ठहरा मेरा दीवाना,मुझे उसने उस दिन तक कुछ नही कहा था वो लड़की मेरे पास आकर रोहित से अपनी बात कहने को कहती और उसकी बात सुनकर ही रोहित का चहरा उतर जाता,मैंने रोहित को बहुत कहा लेकिन वो उस लड़की को भाव ही नही देता था,पार्टी तो खत्म हो गई लेकिन ठंड के दिन में हल्की बरसात ने मौसम को और भी गर्म बना दिया था,मैंने घर में बता दिया की मैं उस लड़की के साथ रुक रही हु जो रोहित को चाहती है,रोहित भी हमे उस लड़की के घर तक लिफ्ट देने को राजी हो गया ..

लड़की ने जिद की मैंने बाइक में रोहित के पीछे बिठा दिया,उसका घर तो आ गया था लेकिन उसने रोहित से एक और ड्रिंक के लिए रिक्वेस्ट की ,उस लड़की के घर पर ही हम तीनो ने दो ड्रिंक्स और लिए,लड़की ने अपने आधे कपड़े खोल दिए ताकि वो रोहित को उत्तेजित कर सके लेकिन वो इतने नशे में हो चुकी थी की वो गिर रही थी हमने मिलकर उसे उसके कमरे में सुला दिया,और रोहित जाने लगा…

“रोहित यार इतनी चढ़ गई है और हम भीग भी गए है ,यही रुक जा कपड़े बदल ले ऐसे भी इसके बाप के पास बहुत पैसा है थोड़ी उसकी शराब और पी लेते है …”रोहित मेरी बात को टाल नही सका,हम दोनो ने ही अलग अलग कमरे में जाकर कपड़े बदल लिए,मैं एक नाइटी पहन कर उसके सामने आयी तो उसका चहरा खुला का खुला रह गया,नशे की हालत और भीगा हुआ बदन ,मैं भी उसके सुडौल शरीर को देखते ही रह गई थी ,ये मेरा पहली बार था जब मैं किसी लड़के की तरफ यू खिंची चली जा रही थी …

हमने एक पैक और बनाया,दोनो ही सोफे में बैठे थे ,रोहित मुझे ही घूर रहा था ...उसका शरीर भी भीगा हुआ था,दोनो को ठंड तो लग रही थी लेकिन शराब ने हमे थोड़ा गर्म कर रखा था,

“ऐसे क्या देख रहा है “

“तुम बहुत ही सुंदर हो”

मैं हल्के से हँसी

“कोई नई बात बोल ना “

“मैं तुमसे प्यार करता हु “

“मैं भी करती हु …”

वो मेरे आंखों में देखने लगा

“क्या हुआ ..”

“इस बार मैं सच कह रहा हु ..”

उसने अपना हाथ मेरे जांघ पर रख दिया,जैसे मेरे शरीर में एक करेंट सा दौड़ गया था ,वो अपने हाथो को हल्के से हिलाया,मेरे जिस्म में एक सुरसुरी सी दौड़ी ,शराब का वो नशा नही था जो इस छुवन का था ..

“रोहित हम अच्छे दोस्त है ..”मेरी जुबान लड़खड़ा रही थी

“लेकिन फिर भी मैं तुम्हारे प्यार में हु मोना ,मैंने कई बार ये कहना चाहा लेकिन हिम्मत ही नही हुई ..”

उसका हाथ जांघो में थोड़ा और ऊपर गया,वो जांघो के जोड़ के करीब ही था,और मेरे बिल्कुल पास आकर बैठ गया था,उसकी सांसे मेरे चहरे से टकरा रही थी ,मैंने नजर नीचे झुका रखी थी ,वो मेरे और भी करीब सटता गया,

“मोना आई लव यू ..”

उसने अपने होठो को मेरे होठो से मिला दिया ,मेरे भी दिल में इतने दिनों से दबे हुए अरमान जैसे एक ही झटके में बाहर आ गए मैं भी उसे चाहती थी लेकिन आज तक उससे कुछ कहा नही था,हम दोनो ही दोस्ती की आड़ में अपने जज़बातों को छुपा रहे थे …..

“कहो ना मोना क्या तुम मुझसे प्यार नही करती “

रोहित के सांसों की गर्मी मुझसे बर्दास्त नही हो रही थी ,मैं क्या कहु मेरा दिल ही जिंदा था दिमाग तो शराब ने मार कर रखा था…

मैंने उसे अपने पास खिंचा और उसके होठो में अपने होठो को मिला दिया……

अभी हमारे बीच वो हुआ जो होना था,हम एक हो गए दो जिस्म एक हो गए अभी…

मोना रोने लगी थी,और मैं उस सिचुएशन की कल्पना कर रहा था की वो कैसे एक हुए होंगे…

उसने फिर से कहना शुरू किया…

इसके बाद से ही हम दोनो कट से गए ,और हमारी शादी हो गई,रोहित भी बाहर चला गया,मजेदार बात ये है की उसे वो लड़की फिर से मिली जो उसे बेहद ही प्यार करती थी...और अब हम फिर से मिल गए ..अजीब दुनिया है ना अभी …

मैं कुछ नही कह पाया ..

“क्या अब भी वो प्यार बाकी है “बस मेरे मुह से इतना ही निकला

“”हा है...लेकिन अब मैं तम्हारी हु …”

मोना इतना बोल कर ही चुप हो गई ..

“क्या उस लड़की का नाम डॉली था ..”

मेरे प्रश्न से वो चौक गई

“तुम्हे कैसे पता ..??”

मेरे होठो में बस एक मुस्कान आ गई….
 
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Update 21
बार में हल्की हल्की सी रोशनी फैल रही थी और हल्के संगीत में लोग झूम रहे थे,माहौल नशीला था और लोग भी नशे में थे,मेरे टेबल के पास ही 3 लड़के अपनी शराब में पूरी तरह से डूबे हुए दिखाई दे रहे थे,वही उनकी नजर डांस फ्लोर पर थी ,डांस फ्लोर में एक बेहद ही मदमस्त सी हसीन लड़की पर उनकी नजर थी जो की अपने ही धुन में झूम रही थी ,लड़की के कसे हुए पिछवाड़े उसके मिनी स्कर्ट में मटक रहे थे,जो जानलेवा दिखाई पड़ रहे थे..गोरा रंग कुछ लाल हो चुका था शायद ये शराब का ही असर था…

उसके वक्ष भी बड़े तरबूज से दिखाई पड़ रहे थे,दूर होकर भी उसके शरीर का सही अनुमान हो पा रहा था,लड़के उसे भूखी नजर से देखते हुए उसके हुस्न की तारीफ अपने ही ढंग से कर रहे थे,लड़की भी नाचते नाचते थक गई और हमारे तरफ ही आयी..

“हाय क्या बदन है मिल जाए तो …”

उस लड़की की बात शायद लड़की के कानो में पड़ गई वो वही रुक कर उन लड़को को देखने लगी ,फिर उनके टेबल में रखा हुआ जाम भी अपने हलक के अंदर उतार लिया,लड़के बस उसकी इस अदा को देखते ही रह गए,वो उतनी बोल्ड दिख रही थी उतनी थी भी ,उसने लड़को को हल्के से मुस्कुरा कर देखा…

“जिस्म की इतनी भी चाह मत करो की भेड़िए भी बन जाओ “लड़की की आवाज में एक ललकार थी जिससे वो जवान लड़के भी थोड़े सहम से गए,वो मुस्कुराती हुई आगे बढ़ गई,उस लड़की को और उसकी इस अदा को देखकर मेरे होठो में एक मुस्कान तैर गई……..



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पार्किंग में वही लड़की उन तीनो लड़को के बीच खड़ी थी ,लड़के उसके हाथो को जोरो से पकड़ रखे थे और अंधेरे में उसके साथ कुछ करने की फिराक में थे,लड़की नशे में थी फिर भी उसके ताकत ने लड़को को हलकान कर रखा था,वो तीनो मिलकर भी उसे ठीक से काबू नही कर पा रहे थे,

“ये छोड़ो उसे ..”मेरी गरजती हुई आवाज से उनका ध्यान मेरी ओर गया..लड़के मुझे देखने लगे तभी एक लड़के ने अपने जेब से एक चाकू निकाला ..

“जान प्यारी है तो निकल जा “

उसकी बात से मुझे थोड़ी हँसी तो आयी लेकिन मैं फिर भी नही मुस्कुराया और उनकी तरफ बढ़ने लगा,वो लड़का चौकन्ना हो चुका था और अपने हाथो में उस चाकू को खिला रहा था,दो लड़के भी मुझे ही देखने लगे शायद उनकी पकड़ ढीली हुई और ..लड़की ने जोर से एक लात एक लड़के के जांघो के बीच में लगा दी ,वो तिलमिला उठा लेकिन लड़की को नही छोड़ा …

दूसरा भी उसपर काबू पता इससे पहले ही लड़की ने फिर से अपने पैर उछाले और उसकी जांघो को निशाना बनाया लेकिन लड़का बच गया,इधर तीसरा लड़का चाकू लिए कुछ सोचने लगा और उसने तुरंत ही अपनी दिशा मेरे ओर से लड़की की ओर की…

“अगर होशियारी दिखाई तो यही काट दूंगा “

लड़का होशियार निकला उसने लड़की के गले में चाकू ठिका दिया था,मैं भी वही जड़वत खड़ा हो चुका था,ऐसा लगा की बाजी उनके हाथो में है तभी …

एक कार की रोशनी से सभी चौन्धिया गए ,कार रुकी और एक पतला दुबला काला सा शख्स निकाला,वो गुंडों और लड़की को देखकर मुस्कुराने लगा …

“ये लाइट बंद कर और निकल यंहा से “लड़का चिल्लता उससे पहले ही उस शख्स ने उनपर पिस्तौल तान दी ,

लड़को की हालत खराब हो चुकी थी ,

“ये मार देंगे इसे “

“मार दे लेकिन फिर तेरा क्या होगा “वो शख्स जरा भी बिचलित नही हुआ उसकी आवाज में एक भारीपन था,बड़े ही आराम से बोले गए उसके शब्दो में बहुत ही वजन था,लड़के पीछे हटने लगे ,

“अबे गाड़ी ले के आ “एक लड़का दौड़ पड़ा ,उनकी गाड़ी उनके पास आकर रुकी और उन्होंने लड़की को आगे फेका और खुद रफू चक्कर हो गए ,मैंने दौड़कर लड़की को थाम लिया …

“तुम ठीक तो हो ना डॉली “वो शख्स दौड़ते हुए उसके पास आया ..

“मैं ठीक हु डॉ …”वो सम्हाली

“थैक्स आप आ गए वरना “

डॉली मुझे देखकर मुस्कुरा रही थी ..

“कोई बात नही ,ऐसे आप भी काफी बहादुर है ..”वो हल्के से हँसी

“अरे ये इसने ज्यादा पी ली थी वरना इन लड़को को तो यू ही मसल देती क्यो सही कहा ना “

उस शख्स की बात पर वो हँसी ..

“आप भी डॉ साहब …”

“हल्लो मैं डॉ चुतिया हु ,थैक्स आपका आप सही समय में आ गए “

मेरी नजर उस शख्स पर जा टिकी उसके चहरे में एक गजब की चमक थी वो मुझे देखकर स्माइल दिए जा रहा था,मैंने भी अपना हाथ आगे बढ़ाया ..

“हैलो मैं अभिषेक ...आपका नाम सुना हुआ लग रहा है ..”

वो हंसा

“सुना होगा कही ये बहुत फेमस है ,इन्होंने ही तो मशहूर ड्रग्स माफिया रोबर्टो को पकड़वाया था ..”

मेरी आंखों में चमक आ गई

“ओह सर आप डॉ चुन्नीलाल तिवारी यरवदा वाले उर्फ डॉ चुतिया ,मैं कैसे भूल गया “

वो भी हल्के से हंसे

“और आप DSP साहब मैंने भी आप का नाम सुन रखा है ,बंसल को पकड़वाने वाले आप ही हो ना “

“क्या बात है मैं इतना फेमस हु मुझे नही पता था “मुझे सच में नही पता था ..

हम दोनो ही हँस रहे थे वही डॉली मुझे ध्यान से देख रही थी..

“आप DSP अभिषेक है ,मंत्री बंसल केस वाले ..”

“जी क्यो ??”

उसके चहरे में जैसे चमक दुगुनी हो गई ,

“वाओ “

वो उछल कर मेरे गले से लग गई ,मैं और डॉ दोनो ही उसके इस रिएक्शन से डर गए ..

“वाओ तो आप है मेरी जान के पति देव …”

मुझे अब माजरा समझ चुका था..

“तभी तो मैं कहु की आखिर मैंने आपको कहा देखा है,शादी में तो आ नही पाई हा फेसबुक में जरूर आपके फोटो और चर्चे सुने है …”वो बेहद ही खुस दिखाई दे रही थी ..

“ओह तो आप मोना की दोस्त है ..”

“हु नही थी ..”

ना चाहते हुए भी उसके होठो में एक फीकी सी मुस्कान उभरी ..

“मतलब ..”

“अब मतलब तो वो ही आपको बताएगी,बस इतना समझ लो की एक गलतफहमी हो गई थी हमारे बीच ..”

ओह तो ये माजरा था,जिसे ये गलतफहमी कह रही थी शायद इसे नही पता की वो सही फहमी थी..

“तो चलिए अभी दूर कर देते है आप दोनो की गलतफहमी को “

मैं फोन निकाल कर मोना को काल करने लगा,मैंने उसे पूरा वाकया बताया,वो भी बेहद खुश लग रही थी ,मैंने दोनो को आपस में बात करवाया ,वो दोनो ही इमोशनल लग रहे थे,डॉली बात करते हुए हमसे दूर चली गई थी …

“तो DSP साहब कैसे आना हुआ यंहा “

डॉ के चहरे में वही मुस्कान थी,

“बस एक तहकीकात के सिलसिले में आया था..”

“ओह मुझे लगा की आपको डॉली के पिता जी ने भेजा होगा”

अब डॉ के चहरे की मुस्कान गाढ़ी हो चुकी थी ..मैं उनकी बात सुनकर थोड़ा घबराया ..

“म..मतलब “

“घबराइए नही वो मेरे अच्छे दोस्त है ,मंत्री जी से बात हुई मेरी ,और मैं भी चाहता हु की इस लड़की का जीवन सुधार जाए,लड़की बुरी नही है बस बुरी आदतों की मारी है,अब शायद आप ही कुछ कर पाए ..”

“जी कोशिस करूंगा ,लेकिन आप को कैसे पता की ये मंत्री जी की बेटी है ..”

वो फिर मुस्कुरा उठे ..

“क्योकि मंत्री मेरा पुराना दोस्त है और इसकी माँ भी मेरी दोस्त थी,जवानी में फिसल गए और फिर इज्जत बचने के लिए इस बेचारी को दुनिया से छिपा कर रखा ,लेकिन प्यार वो इससे भी बहुत करते है..लेकिन इसे बस यही गम है की सब कुछ होते हुए भी पिता का साया इसके पास नही है ,और अब जिससे ये प्यार करती है वो भी इसे छोड़कर चला गया…”

“ओह”मैं उसके सामने बस इतना ही बोल पाया जबकि मेरे दिमाग में कई बाते एक साथ चल रही थी,क्योकि डॉ को भी बहुत कुछ पता था ..क्या इन्हें मोना और रोहित के रिश्ते के बारे में भी पता है,जैसा मुझे डॉली की बातो से लगा की डॉली रोहित को लेकर मोना से नाराज है...मैं अपनी ही सोच में गुम था की डॉ बोल पड़े..

“ऐसे ये बात ज्यादा सोचने वाली है की आपको इसके बारे में कैसे पता चला “

“जी जी...वो ..”मैं उनकी बातो को समझने की कोशिस कर रहा था..

“वो क्या है ना की ...मेरे भी अपने कुछ कांटेक्ट है ..”मैं हल्के से मुस्कुरा दिया

“बहुत खूब..”वो भी मुस्कुराने लगे..

तभी डॉली अपने आंसुओ को पोछती हुई हमारे पास आयी...और फोन मुझे थमा दिया..

“कही साथ डिनर करते है”डॉली बोल उठी

“बिल्कुल “मैंने और डॉ ने एक साथ कहा ..
 

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