अब हम लोग अपने-अपने कमरे में जाकर सो गए। नींद तो मुझे आ नहीं रही थी.. लेकिन लेटा था इस इंतज़ार में.. कि जवाब 'हाँ' आए.. पता नहीं कब आँख लग गई.. तभी मेरे कान में प्यारी सी आवाज़ गूँजी। तब जाकर मेरी आँख खुली तो देखा सोनिया थी।
तभी मैंने सबसे पहले उसकी ड्रेस को देखा तो मेरी नींद टूट गई.. और सपना भी क्योंकि उसने गाउन पहन रखा था।
सोनिया- एक बज गए हैं.. चलो फॉर्म भर दो।
मैं भन्नाता हुआ बोला- ओके.. मैं फ्रेश हो कर आता हूँ।
सोनिया- मेरे कमरे में आ जाना।
मैं- ठीक है।
मैंने उसका फॉर्म भर दिया.. जब पूरा फॉर्म भर गया तो।
मैं- लो हो गया..
सोनिया- ओके थैंक्स..
मैं- ओके.. अब गुड नाइट.. मैं सोने जा रहा हूँ.. बहुत ज़ोर से नींद आ रही है।
सोनिया- रूको.. लाइट ऑफ करो और अपनी आँखें भी.. जब मैं बोलूँगी.. तो जलाना।
मैं- क्यों क्या बात है?
सोनिया- करो तो सही..
मैं- ओके कर दिया..
सोनिया- आँखें भी बंद हैं ना?
मैं- हाँ..
कुछ पलों बाद..
सोनिया- अब लाइट जलाओ और आँखें भी खोलो।
मैंने आँख खोलीं.. तो मेरी आँखें खुली की खुली ही रह गईं.. उसने वही ड्रेस पहन रखा था.. जो आज मैंने उसको दिया था।
मेरी तो नींद उड़ गई और दौड़ते हुए मैं उसके पास गया और उसके गले लगते हुए बोला।
मैं- थैंक्स आई लव यू.. मेरी जान..
सोनाली- आई लव यू टू.. मैं भी तुम से बहुत प्यार करती हूँ.. लेकिन भाई के दोस्त हो.. इसलिए डर रही थी… लेकिन अब नहीं.. अब जो होगा सो देखा जाएगा।
मैं- तो आ जाओ अपने प्यार की पहली रात मनाते हैं..
थोड़ी नानुकर के बाद मान गई लेकिन बोली- सिर्फ़ ऊपर से ही..
मैं बोला- ठीक है..
उसने खुद ही अपने होंठ मेरे होंठ पर रख दिए और मैं उसके होंठ चूसने लगा।