Incest जिन्दगी एक अनाथ की ~written by Goldybull~

Well-known member
1,131
1,471
143

Update 121
शिवा नरगिस को सोते हुवे छोड़कर बाहर आया था ,सनम के कमरे में जाने के लिए उसने सोच लिया था ,एक सेकंड से भी कम समय मे उसने नरगिस को सुहागरात का सुख दे दिया था समयमनी के मदद से ,वो अदृश्य होकर ही सनम के कमरे में दाखिल हुवा था ,क्योकि सनम के कमरे उसका एक प्रतिरुप पहले से मौजूद था जिसे घरवाले सनम का पतीं समझते थे ,शिवा के वहा आते ही उसका प्रतिरुप शिवा में समा गया ,सनम को पता भी नही चला था इस बात का ,वो उसी प्रतिरुप से बाते कर रही थी ,सनम ने कहा ,शिवा तुम्हे याद है में तुम्हे बचपन मे जब तुम मुझे दिदी बुलाया करते थे तो क्यो भड़क जाती थी ,शिवा ने कहा ,पता है तुम मुझसे प्यार करती थी पर भाई बहन वाला नही पतीं पत्नी वाला ,सनम हसकर बोली और में तुम्हे हमेशा कुत्ता बोला करती थी ,तुम्हे कभी गुस्सा नही आया इस बात का ,शिवा बोला ,गुस्सा तो बहुत आता था पर क्या करूँ मुझे कुत्ता बोलने वाली मुझसे प्यार जो इतना करती थी इसलिये मुझे कुछ नही लगता था ,आज उसी कुते की बीवी बनी हो तुम ,सनम झूठे गुस्से से खबरदार आज के बाद खुद को कुत्ता कहा तो में ही तुम्हारी कुतिया हु आज से ,शिवा हसकर बोला ,सनम में शिवा हु उसका प्रतिरुप नही ,सनम एकदम शर्मा गई और बोली तुम आ गये और मुझे बताया भी नही मुझे लगा तुम्हारा प्रतिरुप है ,वही में सोचु जो कोई जवाब नही दे रहा था कबसे वो अचानक बोलने कैसे लगा ,शीवा ने कहा ,और एक बात तुम जो भी इस प्रतिरुप से बात करती हो मुझे सब पता चल जाती है ,सनम शिवा को बोली यह बात तुमने पहले क्यो नही बतायी ,तुमने तो कहा था कि वो मेरी हर बात मानेगा और मेने उसे बताया था कि जो भी में बोलूंगी वो तुम्हे कभी नही बताये ,उसने फिर भी तुम्हे बताया ,उसे फिर मुझे मिलने दो दिखाती हु उसको में अपना रूप ,शिवाने उसे गले लगा लिया और उसके होठो को चूम कर कहा ,जो चाहे वो करना उसके साथ पर एक बात का ध्यान रखना उसमे भी में ही होता हु ,सनम शिवा के चूमने से एकदम चुप हो गयी थी इतने सालो में पहली बार शिवा ने उसे चूमा था ,वो झट से शिवा को फिर से चूमने लगी ,सनम एक 28 साल की जवानी से भरपूर लड़की थी ,दिखने में गजब की सुंदर और 36 28 36 कि कातिल फीगर वाली सनम बचपन से शिवा की दीवानी थी ,उसके मनमंदिर में शिवा बैठ गया था ,और आज उसके बाहो में उसे सारी दुनिया की खुशी मिल गई थी ,शिवा को बहुत ही शिद्दत से वो चूम रही थी ,शिवा भी उसके नरम ग़ुलाबी होठो का रस पीते हुवे मदहोश होने लगा था ,सनम बहुत ही प्यार से उसे अपने होठो का रस पिला रही थी ,उसके होठो का अमृत पीते हुवे शिवा की आंखे अपने आप बन्द हो गयी थी ,सनम को अपनी बाहो में भरकर उसकी नरम गुदाज 36 की गांण्ड को मसलते वो सनम को चूम रहा था ,शिवा के हाथ अपने गांण्ड को मसलने से सनम और भी मदहोश होकर शिवा को चूमने लगी थी ,सनम की साँसे रुकने लगी तभी उसने शिवा के ओठो को छोड़ा था ,शिवा ने आंखे खोलकर सनम से कहा ,मेरी प्यास अभीतक नही बुझी है सनम ,शिवा के इतना कहते ही दोनो के होठ वापिस एक दूसरे को चूमने लगे इस बार बहुत देर तक एक दूसरे के बदन को सहलाते वो चुम्बन का आनंद लेते रहे ,शिवा सनम को समयमनी में उसके चूमते हुवे ही ले आया था ,शिवा ने सनम को सुहाग की सेज पर लिटाकर उसके लाल ब्लाउज और उसकी ब्रेसियर को निकाल दिया ,सनम के एकदम गोल गोल गोरी 36 की चुचिया शिवा के सामने बेपर्दा हो गयी थी ,शिवा ने उसके चुचिया को बड़े प्यार से दोनो हाथो में सहलाया और सनम से कहा ,सनम तुम सचमुच कोई जन्नत की परी हो जो मेरे किस्मत में लिखी थी ,सनम शिवा की बात से एकदम मुस्कुरा उठी ,शिवा की तारीफ करने से वो एकदम लाल हो गयी थी ,शिवा ने उसके सुंदर चेहरे की तरफ देखते हुवे उसपर पूरा लेट गया और उसके होठो का रस पीने लगा साथ मे सनम की चुचिया को भी अपने दोनो हाथो से बड़े प्यार से मसलने लगा ,सनम के पूरे बदन में शिवा की इस हरकत से आग लग गयी थी ,वो किसी बिल्ली की तरह शिवा के होठो को चिपक गई थी ,शिवा के हाथ उसकी चुचिया पर जो हरकत कर रहे थे उस वजह से उसकी चुत एकदम से सनसन करने लगी थी ,सनम के होठो को छोड़कर शिवाने उसकी चुचिया को अपने मुह में भर लिया ,सनम के चुचि का निप्पल एकदम छोटा और किसिमिस के दाने जैसा था शिवा उसके निप्पल को अपने होठो में लेकर अपनी जीभ उस पर गोल गोल घूमता तो कभी उसके निप्पल को हल्के से काट लेते ,शिवा जब उसकी आधे से ज्यादा चुचि को अपने मुह में लेता तो सनम एकदम अकड़ जाती थी ,शिवा सनम की दोनो चुचिया चूसकर एकदम लाल कर चुका था सनम एक बार अपने चुत का पानी भी इस बीच छोड़ चुकी थी ,शिवा के चुचिया मसलने और मुह में लेकर चुसने से एकदम फूल गई थी ,शिवा ने सनम की साड़ी पूरी खोल दी और उसकी लाल पैंटी भी निकाल दी ,सनम की पैंटी निकालने के बाद शिवा की आंखों के सामने सनम की एकदम कोरी चुत आ गई जिसे देखकर शिवा को उसपे बहुत प्यार आ रहा था ,सनम की चुत बहुत ही गोरी और ग़ुलाबी थी उसके नाजूक से होठ एकदूसरे से एकदम चिपके हुवे थे ,उसका एकदम छोटा सा लाल छेद सनम के झड़ने से पानी से एकदम चमक रहा था ,शिवा ने अपने होठो से उसकी चुत को चूम लिया ,सनम शिवा की इस हरकत से एकदम बिदक गई उसके मुह से एकदम से आवाज निकल गई ,उफ अम्मी ,यह क्या कर रहे हो तुम ,यह नापाक जगह है ,वहां मुह नही लगाते ,शिवा ने सनम की बात सुनकर कहा ,यही तो जन्नत है सनम ,में तुम्हे जन्नत के मजे यही से देने वाला हु ,इतना कहकर शिवा ने सनम के चुत को चूसना शुरु कर दिया ,सनम के मुह से मजे की किलकारियां निकलने लगी ,शिवा की गर्म जीभ उसके चुत में घुसती तो उसको बिजली के झटके लग रहे थे ,पर यह झटके उसे बहुत ही ज्यादा सुकून दे रहे थे ,सनम शिवा के हमलों को ज्यादा देर नही सह सकी और एक मजे की सीत्कार भरकर भलभला कर झड गयी ,शिवा भी उसके चुत के पानी को पूरा पी गया ,सनम तो सचमुच जन्नत में ही पोहचा गई थी ,उसे होश ही नही था कुछ वो लम्बी लम्बी साँसे लेती बिस्तर पर लेटी थी ,उसकी आंखें बंद थी और वो एक अलग ही दुनिया मे चली गयी थी ,शिवा ने सनम की मखमली 36 की गांण्ड को अपने पंजो से उठा लिया और सनम के गांण्ड के छेद को देखने लगा ,सनम का गांण्ड का छेद तो एकदम छोटा और प्यारा था ,शिवा ने उसके गांण्ड के छेद में अपनी जीभ घुमाई जिस वजह से सनम एकदम आंखे खोल कर अकड़ गई ,शिवा की जीभ अपने गांण्ड के छेद पर महसुस होते ही उसे एकदम से तेज झटका लगा था ,उसके मुह से एक बार फिर अपनी अम्मी का नाम निकल गया था ,वो कुछ कहती उसके पहले ही शिवा ने अपनी जीभ सनम के नरम गांण्ड के छेद में अंदर घुसा दी ,सनम को ऐसी उम्मीद ही नही थी ,पर उसे बहुत भी आ रही थी शिवा की यह हरकत ,शिवा अपनी जीभ से लगातार सनम की गांण्ड के अंदर घुस्साकर उसका स्वाद ले रहा था ,सनम की चुत फिर से फड़कने लगी थी ,इस बार उसकी चुत में तो आग का दरिया ही बहने लगा था ,शिवक के गांण्ड चुसने से वो कुछ ही देर में अपने मुह से एक जोरदार चीख निकाल कर झड गई थी ,सनम की चुत के पानी को शिवा पूरा चाट गया था ,अपनी जीभ से वो एक साथ सनम की गांण्ड और चुत को नीचे से ऊपर तक चाट रहा था ,सनम शिवा के ऐसे नए नए हमलो से झड़ने के बाद भी फिरसे गर्म हो गयी थी ,शिवा ने उसकी चुत और गांड़ को चाटते हुवे ही अपने पूरे कपड़े निकाल दिए थे ,अपनी माया से एक हाथ मे तेल कर उसने अपने लन्ड को भी एकदम चिकना कर दिया था ,सनम की चुत का पूरा पानी पीने के बाद वो सनम के ऊपर लेट गया ,शिवा ने अपने दोनो पंजो से सनम की गांण्ड को पकड़ लिया और सनम के चुत पर अपना लन्ड भिड़ा दिया ,सनम शिवा के आंखों में एकदम मदहोशी से देख रही थी ,शिवा ने सनम के होठो को अपने मुह में भरकर एक जोरदार वार सनम की चुत के छेद पर कर दिया ,सनम की चुत को फाडकर उसे खुन से लथपथ करता शिवा का लन्ड आधे से ज्यादा अंदर घुस गया था ,दर्द की वजह से सनम में शिवा के होठो को ही काट लिया था ,उसकी आँखों से आसु की बूंदे टपक रही थी ,शिवा ने सनम के होठो को काटने के बाद भी नही छोड़ा और अपने लन्ड से एक और करारा हमला कर दिया इस हमले से सनम का पूरा वजूद हिल गया था उसकी छोटी सी चुत में शिवा का 20 इंच लम्बा और 12 इंच मोटा लन्ड जड़ तक घुस गया था ,सनम का दर्द से बुरा हाल था ,उसके चुत में इतना बड़ा और गरमा गरम लन्ड घुस जाने से उसकी चुत पूरी तरह फट गई थी ,सनम की चुत से खून की धार लग गई थी ,उसकी चुत ने शिवा के लन्ड को एकदम कसके पकड़ रखा था ,शिवा को भी उसकी चुत की गर्मी और कसाव मजा दे रहा था ,शिवा सनम के होठो को चुसता ,उसकी चुचिया दबाता सनम को गर्म करता रहा ताकि उसका दर्द कम हो सके ,शिवा की मेहनत कुछ ही देर में काम मे आ गयी थी ,सनम के आसु रुके तो नही थे पर उसकी चुत धीरे धीरे पानी छोड़ रही थी और शिवा ने धीरे धीरे अपने लन्ड को अंदर बाहर करना शुरू कर दिया था ,सनम के मुह से हलकीं दर्द भरी सिसकी निकल जाती ,शिवा का लन्ड सनम की चुत में अपनी पूरी जगह तो बना चुका था ,सनम की चुत से निकलता पानी उसे थोड़ा आसानी दे रहा था ,शिवा सनम की चुचिया दबाकर उसे बहुत ही प्यार से चूम रहा था और सनम की चुत में अपना लन्ड अंदर बाहर भी कर रहा था ,सनम के चुत में शिवा का लन्ड उसके गर्भाशय के अंदर घुसकर उसके आखरी हिस्से तक चोट कर रहा था ,शिवा के लन्ड के झटके सनम को भी पसन्द आ रहे थे उसकी चुत में पानी आ जाने से ,सनम ने अपनी दोनो टाँगे शिवाक़े कमर पर कस ली थी और अपनी गांड़ धीरे धीरे उठाकर वो शिवा का साथ देने लगी थी ,शिवा के लन्ड की गर्मीसे से वो एक बार झड गई थी ,अपनी चुत में लन्ड की रगड़ाई से निकलने वाला पानी उसे असीम सुख दे गया था ,सनम के झड़ने के कुछ देर बाद शिवाने फिर से सनम की चुत को चोदना शुरू कर दिया ,इस बार उसके झटके थोड़े तेज हो गए थे ,सनम भी शिवा के झटकों का भरपूर मजा ले रही थी ,शिवा के लन्ड को जड़ तक अपनी चुत में वो बड़ी तेजीसे अपनी गांण्ड उठाकर ले रही थी ,शिवाने एक ही पोझ में चोद कर 3 बार सनम की चुत की गहराई से उसका पानी निकालने को मजबूर कर दिया था ,सनम को शिवा की चुदाई बहुत भा गई थी ,जवानी से भरपूर सनम शिवा को पूरा जोश से साथ दे रही थी ,शिवा ने सनम को घोडी बनाकर चोदना शुरू कर दिया ,सनम की गांण्ड को मसल मसल कर शिवा बड़ी तेजी से उसे चोदने में लगा हुवा था ,सनम की 36 की कातिल गांण्ड पर तो शिवा का दिल आ गया था ,वो उसकी गांड़ को इतना मसल रहा था कि सनम की गांड़ एकदम लाल हो गयी थी ,सनम शिवा के हमलों से 2 बार और झड गई थी ,उसमे बिल्कुल भी जान नही बची थी ,घोडी बनी सनम को शिवा ने कुतिया बनाकर चोदना शुरू कर दिया ,सनम के कान में शिवा बड़ी सरगोशी से बोला ,मेरी बहुत चाहत थी तुम्हे कुतिया बनाकर चोदने की जब भी तुम मुझे कुत्ता बोला करती में सोचता एक न एक दिन तुम्हे कुतिया बनाकर जरूर चोदूँगा ,और देखो आज तुम्हे कुतिया बनाकर चोदने में कितना मजा आ रहा ,सनम शिवा की यह बात सुनकर गर्म हो गयी थी ,वो अपनी गांण्ड शिवा के लन्ड पर जोर से पटकने लगी थी सनम के मुह से निकल रहा था ,ऐसी ही चोदो अपनी कुतिया को आज से में तुम्हारी कुतिया ही हु ,जब तक तुम्हारा मन नही भर जाता तबतक चोदते रहो मुझे ,शिवा ने सनम को जवाब दिया ,तुमसे मन तो मेरा कभी नही भरेगा सनम ,बस तुम्हारी चुत के साथ तुम्हारी इस कातिल गांण्ड को भी एक बार अपने लन्ड से खोल दु तब मेरे दिल को चैन आ जायेगा ,सनम शिवा की बातों से और उसकी लन्ड की मार से 1 बार और झड गई थी ,शिवा भी अपने झटके बहुत तेज कर रहा था ,सनम की चुत में उसका लन्ड एकदम से फूलने लगा था और 10 से 12 लम्बे धक्के मारने के बाद शिवा के लन्ड ने सनम की चुत को अपने गर्म पिचकारियों से भरना शुरू कर दिया ,शिवा के लन्ड से निकलती इतनी गरमा गरम गाढ़ी मलाई की पिचाकरी सनम को सुकून की नई दुनियाव दिखा रही थी ,शिवा के माल ने उसके बच्चेदानी और चुत को पूरा भर दिया था ,सनम एकदम सुस्त होकर पेट के बल लेट गयी थी ,शिवा का लन्ड उसकी चुत में जड़तक घुसा हुवा था ,सनम की चुत का भी बुरा हाल हो गया था ,शिवा के लन्ड ने उसकी चुत को एकदम तहस नहस कर दिया था ,सनम की चुत एकदम सूजकर बड़ी हो गयी थी ,शिवाने सनम को वैसेही सोने दिया और अपने कपड़े पहनकर वो सनम को चूमकर वहां से चला गयौ ,सिर्फ 5 मिनीट का समय धरती पर खत्म हुवा था और शिवा ने दो दुल्हनों की सील खोल कर उन्हें पूरी तरह औरत बना दिया था,शिवा जब सनम के कमरे से बाहर निकला उसके अंदर उसका एक प्रतिरुप समा गया जो बेहद डरा हुवा लग रहा था ,जब शिवाने उसे डरने की वजह जानी तो उसे हसि आ गयी ,यह प्रतिरुप नीलोफर के कमरे में था और नीलोफर उसके लन्ड का साइज देखना चाहती थी ,ताकि उसे पता चले कि शिवा का लन्ड फिर से मोटा और लम्बा तो नही हो गया ,और शिवा का कोई भी प्रतिरुप धरतींपर कभी किसी के साथ संभोग नही करता तो लन्ड दिखाने की बात दूर की बात थी ,शिवा पूजा के कमरे में जाने वाला था लेकिन वो अपना फैसला बदल कर नीलोफर के कमरे में दाखिल हो गया ,नीलोफर अपने कमरे में शिवा को देखकर एकदम भड़क गई उसे लगा यह शिवा का प्रतिरूप ही है ,उसने गुस्से से कहा ,तुम अगर शिवा के प्रतिरुप नही होते तो में तुम्हे यहा से भगा देती कबसे ,में बस अपने शिवा का लन्ड की साइज जानना चाहती थी ,तुम ऐसे भाग गये जैसे में तुमसे ही सुहागरात मनाने वाली थी ,जाओ यहा से अब में शिवा का ही लन्ड देख लुंगी उसके आने के बाद ,शिवा ने उसकी बात सुनकर अपने पूरे कपड़े उतार कर नंगा हो गया ,नीलोफर की नजर उसके लन्ड पर पड़ी तो वो बोली ,मुझे याद नही पहले शिवा का लन्ड कितना बड़ा था ,क्या तुम बता सकते हो कि शिवा का लन्ड फिर से बढा है या नही ,शिवा हसकर बोली ,मेरी जान यह तेरी लाल परी और सोनपरी ही बता सकती है तुझे ,एक बार इसे अपने अंदर लेकर देख लेना तुम्हे अपने आप पता चल जाएगा कि यह बढा है या नही ,नीलोफर उसकी बात सुनकर एकदम लाल हो गई ,बड़ी जुबान आ गयी तुम्हे अब ,पहले तो लन्ड दिखाने से भाग रहे थे ,और अब ऐसी बाते करने लगे हो ,मेरी लाल परी और सोनपरी का मालिक शिवा है तुम नही ,शिवा नीलोफर के पास जाकर उसे अपने बाहो में भर के बोला ,मेरी जान में शिवा हु उसका प्रतिरूप नही ,और मेंनें तो अपना दिखा दिया न तुम्हे मुझे भी अपनी लालपरी को देखना है अब ,नीलोफर यह बात जानकर की यह शिवा ही है उसका प्रतिरुप नही ,एकदम खुश हो गयी शिवा के होठो को चूमकर वो बोली ,तुमने तो लालपरी और सोनपरी को बहुत बिगाड़ दिया है ,वो हर पल तुम्हारी ही याद में रोते रहती है ,पहले तो में बर्दाशत कर लेती थी तुम्हारी दूरी लेकिन आज के बाद में रोज तुम्हारी बाहो में ही रहने वाली हु,इस लालपरी को उसके राजकुमार के साथ ही रहना है ,शिवा ने नीलोफर को एक पल में नंगा कर दिया ,शिवा के साथ पहले चुदाई करने से वो एकदम खुलकर शिवा से बात करती थी और शिवा के तगडे लन्ड की मार से उसकी चुत और गांण्ड काफी बड़ी हो गयी थी ,नीलोफर की चुचिया और गांण्ड का साइज भी काफी बडा हो गया था ,उसकी चुचिया 40 की और गांण्ड एकदम 42 की गोल मटोल हो गयी थी ,शिवा ने नीलोफर के नंगी गांण्ड को अपने दोनो पंजो में पकड़ कर उसे अपनी गोद मे उठा लिया और अपना मूसल उसकी चुत पर टिका दिया ,नीलोफर भी उसके कमर में अपनी टाँगे कसके डालकर उसके गले मे हाथ डाल चुकी थी ,निलोफर हसकर बोली ,लगता है आज बन्दर की आत्मा तुम में घुस गई है जो सुहागरात के दिन मुझे किसी बंदरिया की तरह अपने गोद मे नंगी उठाकर शुरू हो गए हो ,शिवाने उसकी चुत में अपने लन्ड का एक जबरदस्त धक्के से अपना लन्ड आधे से ज्यादा उतार दिया ,निलोफर के मुह से एक दर्द की हलकीं चीख निकल गई ,भले ही वो शिवा के लन्ड को पहले ले चुकी थी पर इतने दिनों बाद इस 20 इंची लम्बे और 12 इंच मोटे लन्ड को लेना कोई मामुली बात नही थी ,उसकी जान ही निकल गई थी ,शिवा का गर्म लन्ड उसकी चुत के मुह को बड़ा करता एकदम अंदर तक घुस गया था ,शिवा ने नीलोफर की गांण्ड को कसके पकड़े हुवे एक और झटका मार के अपना पूरा लन्ड उसकी चुत में उतार दिया ,इस बार निलोफर को थोड़ा दर्द ज्यादा हुवा था वो एकदम से चीख पड़ी ,हाय अम्मी यह लन्ड तो मेरी जान ही निकाल देता है ,शिवा ने निलोफर की 42 की मोटी गोल गांण्ड को कसकर दबाते हुवे कहा ,मेरी जान सच मे तू एकदम कयामत है ,तेरी गांण्ड तो रुकने का नाम नही ले रही है ,लगता है तेरी गांण्ड घर मे सबसे बड़ी बन जाएगी ,निलोफर हसकर बोली ,यह तो तुम्हारी ही हरकत है ,इतनी बार मेरी गांण्ड अपने घोड़े जैसे लन्ड से मारने के बाद यह होना ही था ,तुम दो महीनों में 30 से ज्यादा बार मेरी गांण्ड ही मार चुके हो ,इतनी बेरहमी से इसे मारने के बाद यह बेचारी का यही हाल होना था ना ,यह बात बिल्कुल सच थी ,शिवा बीच बीच मे निलोफर की आग बुझा देता था ,निलोफर को समयमनी में लेकर वो कितने दिनों तक उसकी रगड़ाई कर चुका था ,निलोफर को पता नही था पर शिवा उसकी गांण्ड को हजारो बार मार चुका था समयमनी में ,नही तो इतनी जल्दी उसकी गांण्ड 38 से 42 नही हुवीं होती ,शिवा निलोफर को बडी तेजी से चोद रहा था उसके नरम होठो को चुसता वो अपने लन्ड को गहराई तक उसकी चुत में ठोक रहा था ,निलोफर भी अपनी गांण्ड उछल उछल कर शिवासे चुद रही थी ,शिवा के लन्ड की गर्मी से वो कुछ ही देर में अपना पानी छोड़ चुकी थी ,शिवा ने उसके झड़ने के बाद उसकी चुत से लन्ड निकाल कर दो तगडे धक्कों में निलोफर की नरम गांण्ड के छेद में जड़ तक उसे उतार दिया ,निलोफर को दर्द तो बहुत हुवा पर उसे भी गांण्ड में लन्ड का मजा अच्छा लगता था ,उसे मालूम था पहले दर्द झेलने के बाद शिवा का लन्ड उसे कितने मजे देता है ,वो शिवा के लन्ड की तगड़ी मार अपने गांण्ड के छेद पर सिसकिया लेकर सहने लगी थी ,थोड़ी ही देर में उसका दर्द कम होकर वो मजे की वादियों में उड़ने लगी थी ,शिवा उसकी गांण्ड को और चुत के छेद को बारी बारी से बदल कर चोदता रहा और आखिर में अपना गर्म माल उसकी चुत के गहराइयों में भरकर उसने निलोफर को पलँग पर सुला दिया ,निलोफर जाने कितनी बार अपना पानी छोड़ चुकी थी ,वो पसीने से लथपथ होकर एकदम थक गई थी ,उसकी चुत और गांण्ड कि शिवाने इतनी मजबूती से ठुकाई की थी के नीलोफर की सारी गरमी शांत हो गयी थी ,शिवा का गरमा गरम माल अपने चुत में लेकर वो उसे पचाने में लगी थी ,शिवा जब उसके कमरे में आया तभी उसे समयमनी मे लेकर आया था ,उसने निलोफर को समयमनी से बाहर निकाल लिया और उसके कमरे में छोड़कर वो बाहर निकल गया ।
 
Well-known member
1,131
1,471
143

Update 122
शिवाय को भुजंग ने अपने महल में बुलाया और उसके साथ हिमाली भी उस वक्त मौजूद थी ,शिवाय को अपने जाल में फंसाने के लिये उसने ही भुजंग से कहकर शिवाय से मिलने के लिए अपनी बेटीयो को मिलने के बाद अलग बुलाया था ,शिवाय ने भुजंग और हिमाली को आते ही आदर से नमन किया ,भुजंग ने शिवाय से कहा ,शिवाय में तुम्हे एक बताना चाहता हु ,मेरी तीनो बेटियोंको तुम पसन्द आ गए ,हिमाली भी तुम्हे पसन्द कर चुकी है अपनी बेटियोंको के लिए ,लेकिन हिमाली का कहना था कि तुम पर फैसला थोपना नही चाहिये ,अगर तुम्हें हमारी बेटिया पसन्द हो तभी शादी की जानी चाहिए ,में और हिमाली तुम्हारी पसन्द जानना चाहते है ,तुम दिल खोल कर अपनी बात को बताना ,तुमने नही भी कहा तो हमे कोई गुस्सा नही आएगा ,शिवाय ने कहा ,महाराज राजकुमारीयो को नापसंद करने की में सोच भी नही सकता इतनी अनुपम सूंदरता और खूबसूरत राक्षस कन्या को ना कहने वाला मूर्ख ही होगा ,यह बात उसने हिमाली की तरफ देखते हुवे बोली थी ,हिमाली भी हवस भरी नजरों से शिवाय को देख रही थी ,भुजंग ने शिवाय से कहा ,तो ठीक है कल सुबह ही तुम्हारी शादी में तीनों राजकुमारीयो से करवा देता हु ,तुम्हे कोई परेशानी तो नही है ना इसमे ,शिवाय ने कहा ,नही महाराज मुझे कोई परेशानी नही है ,शिवाय फिर वहासे दोनो की इजाजत लेकर जाने लगा तभी उसके मन में हिमाली की आवाज आयी ,मुझे तुमसे कुछ बात करनी है ,तुम एक काम करना थोड़ी देर बाद मुझे यही आकर मिलना ,और यह बात महाराज को पता नही चलनी चाहिये,शिवाय ने हिमाली की तरफ गर्दन हा में हिलाकर वहासे चला गया ,थोड़ी देर बाद ही शिवाय और हिमाली एक दूसरे के सामने खड़े थे ,शिवाय अपने कहने पर एक बार मे आ जाने से हिमाली को यकीन था कि उसकी खूबसूरती के जाल में यह आसानी से फस सकता है ,हिमाली ने शिवाय से कहा ,तुम मुझे बहुत पसंद आये हो शिवाय मेरी बेटीयो के लिये तुम योग्य हो ,पर क्या तुम खुद को साबित कर सकते हो ,की तुम कितने योग्य हो ,शिवाय,महारानी में आपकी बात का मतलब समझा नही ,आप थोड़ा खुलकर बोलेगी तो अच्छा होगा ,हिमाली बोली ,शिवाय में और मेरी बेटिया कोई मामुली राक्षस औरत नही है ,हम सबके अंदर और राक्षस औरतो के मुकाबले 100 गुना ताकद है ,हम सबमें हर चीज औरो के मुकाबले बहुत ज्यादा ,सुंदरता, खूबसूरती ,बल,और कामवासना भी ,क्या तुम हमारी बेटीयो की कामवासना झेल सकते हो ,उनके सामने तुम टिक तो पाओगे ना ,शिवाय ने कहा ,महारानी इस बात का जवाब तो शादी के बाद ही पता चलेगा ना ,में उनको संभाल सकता हु या नही ,शिवाय की बात सुनकर हिमाली बहुत खुश होंगयीं यही तो वह चाहती थी ,शिवाय को अपने जाल में फंसाने के लिये उसने अपनी अगली चाल चली ,और शादी के बाद तुम उन तीनों को नही सम्भाल सके तो क्या होगा ,उन तीनों के कामवासना के आगे तुम हार गए तो ,ना यह उनके लिये अच्छा होगा ना तुम्हारे लिये ,तुम तो जानते ही होंगे एक राक्षस औरत की कामवासना भड़क गई तो वो कितनी खतरनाक हो जाती है ,शिवाय को हिमाली डरा कर अपने काम को निकालने की कोशिश कर रही थी ,शिवाय ने हिमाली से कहा ,महारानी आप ही कूछ उपाय बताइये की में कैसे साबित करु यह बात ,हिमाली शिवाय की बात सुनकर सोचने का नाटक करने लगी और कुछ देर बाद बोली ,इसका एक ही रास्ता है शिवाय तुम्हे मेरे साथ सम्भोग करना होगा ,अगर तुमने मुझे सन्तुष्ट कर दिया तो में यह बात मान जाऊंगी की तुम मेरी बेटीयो के लिये योग्य हो ,और यह सिर्फ में अपनी बेटियोंको के लिये कर रही हु ,इसका तुम कोई गलत मतलब मत निकलाना ,हिमाली की बात सुनकर शिवाय एकदम से चौक गया ,महारानी आप यह क्या कह रही है ,अगर यह बात महाराज को पता चली तो ,वह मुझे जान से मार देंगे ,हिमाली बोली ,उसकी चिंता तुम मत करो ,महाराज को यह बात में नही बोलने वाली और तुम भी उनसे कुछ मत कहना ,यह हम दोनो के बीच ही रहेगा ,में अपनी माया से तुम्हारे दिमाग से यह बात हमेशा के लिये मिटा दुंगी ताकि महाराज कभी तुम्हारे दिमाग से यह बात जान न पाए ,शिवाय हिमाली की बात सुनकर बोला ,ठीक है जैसा आप कहे ,में करने को तैयार हूं ,हिमाली ने शिवाय के सामने एक मायावी पलँग बना दिया ,हिमाली चुदाई के लीये इतनी आतुर थी कि खुद ही एकदम नंगी हो गई ,शिवाय के सामने अपनी कातिल हुस्न को दिखाती वो उसे गर्म करने लगी ,पलँग पर पीठ के बल लेटकर उसने अपनी दोनो जांघे खोल कर शिवाय को अपनी चुत दिखाने लगी ,शिवाय चुपचाप उसकी हरकते देख रहा था ,हिमाली एकदम गजब की बला थी ,उसकी बेटिया उसके जैसी ही सुंदर और खूबसूरत थी पर हिमाली किसी पक्के फल की तरह थी ,जो आज अपनी जवानी का रस शिवाय को चखाने वाली थी ,दोनो राक्षस शरीर मे ही थे जहा शिवाय 300 फीट के ऊपर था तो हिमाली भी 280 फिट की तगड़ी राक्षस औरत थी ,शिवाय ने भी अपनी माया से अपने कपड़े गायब कर दिए और पूरा नंगा हो गया ,हिमाली की नजर जैसे ही शिवाय के लन्ड पर पड़ी उसकी आंखें चमक उठी ,शिवाय का लन्ड भी उसके बलिष्ठ शरीर जैसा ही लम्बा और तगडा था ,शिवाय बाकी राक्षस की तरह दिखने गन्दा और भद्दा नही था ,जिसकी वजह से ही हिमाली उस पर फ़िदा हो गयी थी ,भुजंग भी दिखने में इतना बुरा नही था पर हिमाली को वो पसन्द ही नही था ,जिसकी वजह से वो शिवाय पर लट्टू हो गयी थी ,और उसके लन्ड को देख कर वो यही सोचने लगी कि उसका फैसला गलत नही था ,बस शिवाय जल्दी झड न जाये ,शिवाय जैसा लन्ड तो तामराज का भी नही था ,एकदम गोरा और गुलाबी लन्ड दिख रहा था शिवाय का ,शिवाय ने हिमाली से कहा ,क्यो न हम मानव रुप में संभोग करे ,मेंनें धरती पर बहुत से मानव को सम्भोग करते हुवे देखा है ,उनके जैसी कामकला किसी मे भी नही है भले वो कमजोर हो पर कामक्रीडा का आनंद उनके जैसा कोई नही ले सकता ,शिवाय की बात सुनकर हिमाली को भी लगने लगा कि देखे तो सही क्या नया आंनद मिलता है मानवरूप में संभोग करके ,इसलिये वो एक मानव औरत में बदल गई ,शिवाय भी एक मानव जैसा हो गया था ,मानवरूप में हिमाली गजब की सुंदर दिख रही थी ,उसके 6 फिट लम्बाई की काया ,44 की मस्त गोल चुचिया ,32 की कमर और बलखाती गद्देदार 46 की गांण्ड जिसे देखकर शिवाय के लन्ड ने एक जोरदार ठुमका लिया ,हिमाली भी शिवाय के 20 इंच लम्बे और 12 इंच मोटे लन्ड की हरकत से खुश हो गई जो उसके रूपसौन्दर्य को देखकर ओसी सलामी दे रहा था ,शिवाय ने सीधा हिमाली पर चढ़ कर उसके होठो को चुसने लगा ,जिसे हिमाली भी भरपूर साथ देकर अपनी ओठो से उसे चूमने लगी ,शिवाय हिमाली की गोल 44 की चुचिया अपने बड़े पंजो में लेकर मसल रहा ,जिस वजह से हिमाली को भी बड़ा मजा आ रहा था ,ऊसकी चुचिया को मसलते हुवे शिवाय अपना गर्म लन्ड उसकी चुत पर रगड़ रहा था और उसके होठो को भी मजे से चूस रहा था ,हिमाली को शिवाय हद से ज्यादा गर्म करने में लगा हुवा था ,एक साथ होठ ,चुचिया और चुत के साथ वो छेड़छाड़ कर रहा था ,हिमाली की चुत तो कितने सालो से लन्ड की भुकी थी ,अपने चुत के मुह पर गर्म लन्ड के स्पर्श से ही उसकी चुत ने अपना पानी रिसना शुरू कर दिया था ,शिवाय ने हिमाली के चुत के पानी को अपने लन्ड पर महसूस करते ही एक जोरदार वार अपने लन्ड से उसकी चुत पर कर दिया ,शिवाय का लन्ड हिमाली के चुत में आधे से ज्यादा अंदर घुस गया था पर हिमाली को कोई फर्क नही पड़ा उसे बल्कि मजा ही आया था वो कोई मामुली तो थी नही जो उसे दर्द हो ,वो हिरण्याक्ष की बेटी थी जिसमे और राक्षस के मुकाबले हजार गुना बल और कामवासना थी ,उसे शिवाय के लन्ड अपने चुत में लेकर मजा ही आ रहा था ,शिवाय ने और एक जोरदार झटके से अपना पूरा लन्ड उसकी चुत में ठोक दिया,हिमाली को इस बार थोडी तकलीफ़ हुवीं उसकी चुत में पहली बार इतनी गहराई तक कोई लन्ड गया था ,शिवाय का लन्ड हिमाली के गर्भाशय के अंदर तक घुस गया था ,शिवाय बिना रुके अपने लन्ड से हिमाली की चुत को सटासट चोद रहा था ,हिमाली की 46 की गांण्ड को अपने मजबूत पंजो में पकड़ कर उन्हें कसकसकर दबाते ,हिमाली के ओठो को चुसता हिमाली की कसी हुवीं चुत के मजे ले रहा था ,हिमाली भी अपनी गांण्ड उठा उठा कर शिवाय के लन्ड से मिलते हर ठोकर का जवाब देने में लगी थी ,जिंदगी में पहली बार उसे चुदाई में मजा आ रहा था ,शिवाय के लन्ड की हर ठोकर उसे मजे की वादियों में पहुचा रही थी ,हिमाली की चुत शिवाय के लन्ड के मार से भलभला कर झडने लगी थी ,उसे पहली बार किसीने चोदकर झडा दिया था ,उसकी चुत शिवाय के लन्ड को कसके अपने अंदर दबाकर झड रही थी ,पर शिवाय का लन्ड झडा नही था ,शिवाय के लन्ड की ताकत से वो बहुत खुश हो गयी थी ,उसकी चुत के गर्मी के आगे जहा तामराज 10 मिनीट नही टिक पाता था वहां शिवाय ने उसकी चुत से पानी निकाल कर भी झडा नही था ,शिवाय का लन्ड उसे बहुत पसंद आ गया था ,शिवाय ने 5 बार और हिमाली के चुत से पानी निकाल दिया था चोद चोद कर पर वो झड़ने का नाम नही ले रहा था ,हिमाली पसीने से लथपथ हो गयी थी ,उसके बदन के शिवाय ने बुरी तरह हिला दिया था ,उसकी चुचिया ,गांण्ड एकदम लाल कर दी थी शिवाय ने मसल मसल कर ,शिवाय ने हिमाली को घोडी बनाकर उसे चोदना शुरू कर दिया था ,इस बार तो शिवाय कीसी पागल घोड़े की तरह उसे चोद रहा था ,शिवाय के लन्ड का हर धक्के से हिमाली का वजूद हिल रहा था ,शिवाय हिमाली के गांण्ड के छेद को भी अपनी उंगलियों से छेड़ रहा था ,हिमाल के गांण्ड में आजतक कोरी ही थी ,कोई उसकी चुत को आज तक झडा नही पाया था तो गांण्ड मारने की बात दूर थी ,पर शिवाय ने आज हिमाली की चुत के 12 बजे दिए थे उसकी चुत से शिवाय ने अब तक 8 बार पानी निकाल दिया था पर वो झडा नही था ,हिमाली की पूरी जांघे और बिस्तर उसके पानी से भीग गया था ,पर शिवाय अभी भी लगे हुवे था ,हिमाली के 10 बार घोडी बनाकर झड़ंने के बाद शिवाय के लन्ड के धक्के और तेज हो गए और शिवाय ने अपने लन्ड से गर्म गर्म माल की पिचकारियां उसके चुत में भरना शुरू कर दिया ,शिवाय के इतने गर्म माल को अपने चुत के लेकर हिमाली तो स्वर्ग में पहुच गयी थी ,शिवाय के गाढे और गर्म माल की इतनी बड़ी मात्रा को अपने चुत में महसूस करके उसे बहुत ज्यादा सुख की अनुभूति हो रही थी ,उसकी गर्भाशय के साथ उसकी चुत को भी शिवाय के वीर्य ने पूरी तरह से भर दिया था ,हिमाली की चुत इतने वीर्य को संभाल नही पा रही थी ,उसकी चुत को भरकर शिवाय का माल उंसक चुत से होकर उसकी गदराई जांघो को भीगा चुका था ,हिमाली तो शिवाय के मर्दांगी पर मर मिटी थी ,जिदंगी में पहली बार उसे इतना सुख मिला था ,उसके अपेक्षा से हजार गुना शिवाय खरा उतरा था ,शिवाय के झड़ने के बाद उसे लगा वो थक कर अलग होगा पर शिवाय ने अपने लन्ड के आखरी बून्द को उसकी चुत में भरने के बाद अपने लन्ड को उसकी चुत से निकालकर उसके 46 की गांण्ड के लाल छेद में दो जबरदस्त वार से पूरा अंदर तक उतार दिया था ,हिमाली के मुह से एकदम भयानक चीख निकल गई थी ,उसके गांण्ड में आजतक किसने लन्ड नही घुसाया था ,आज शिवाय ही पहला शक्कस था जो उसकी गांण्ड में अपनी उंगली घुसा रहा था पर उंगली और लन्ड में अंतर तो होता है ना कहा शिवाय की उंगली और कहा उंसका मूसल जैसा 20 इंच लम्बा और 12 इंच मोटा लन्ड ,हिमाली की गांण्ड के छेद को बुरी तरह फाड़ कर उसका लन्ड जड़ तक घुस गया था ,हिमाली के चुत से बस उसने दो तीन बुन्दे खुन निकाला था पर उसकी गांण्ड से तो खुन की धार निकाल दी थी ,हिमाली का दर्द से बुरा हाल था शिवाय तो गांण्ड में लन्ड घुस्साकर रुकने का नाम नही ले रहा था वो बड़ी तेजी से हिमाली की गांण्ड को चोदने में लगा हुवा था ,हिमाली कुछ बोल भी नही पा रही थी उसके मुह से दर्द की सिसिकिया निकल रही थी ,उसके मन मे क्रोध की अग्नि भड़क गई थी ,अपनी गांण्ड में पड़ रहे हर धक्के से वो दर्द और गुस्से से भड़क रही थी ,उसने सोच लिया था कि शिवाय को वो आज जिंदा नही छोड़ने वाली पर उसका यह गुस्सा और दर्द कुछ ही देर बाद ठंडा पड़ गया था ,शिवाय के लन्ड से अपनी गांण्ड में मिलता दर्द उसे अब सुकून देने लगा था ,उसके गांण्ड के गहराई में पड़ने वाला हर धक्का उसे शिवाय का गुलाम बना रहा था ,शिवाय बहुत देर तक उसकी गांण्ड को चोदता रहा और अपने लन्ड की गर्म गर्म पिचाकरीया उसमे भरकर ही वो हिमाली से अलग हो गया ,हिमाली अपनी सांसो को संभालती बिस्तर पर नीचे पड़ी हुवीं थी ,थोड़ी देर बाद उसकी साँसे सम्भल गई तो उसने शिवाय की तरफ पलट कर देखा ,उसकी आंखें आश्चर्य से एकदम बड़ी हो गयी थी ,शिवाय का लन्ड अभी भी वैसे हो खड़ा था ,हिमाली की चुत और गांण्ड को इतना चोदने के बाद भी उंसका लन्ड नीचे नही बैठा था वो एकदम खड़ा होकर अकड़ कर खड़ा था ,हिमाली ने कहा ,तुम अभी तक स शांत नही हुवे शिवाय ,तुम्हारा लन्ड तो अभी भी अकड़ कर खड़ा है ,शिवाय ने कहा ,नही महारानी अभी तो बस शुरवात हुवीं है ,आप बस थोड़ी सम्भल जाए में फिर आपकी चुदाई करने में लग जाऊंगा ,में जल्दी थकता नही हु और मेरा लन्ड तो बस अभी 2 बार ही झडा है ,जब तक मे 100 बार झड़ता नही में शांत नही होता ,हिमाली तो डर के मारे गांण्ड ही फट गई थी ,शिवाय ने दो बार झड़ंने से पहले ही हिमाली की चुत और गांण्ड का सत्यनाश कर दिया था और अभी वो 98 बार और झड़ंने से पहले कितनक बुरा हाल कर सकता है ,पर उसे शिवाय की बात पर विश्वास नही था ,उसे लगा शिवाय अपनी बढाई करने के लिए झूठ बोल रहा है ,इस लिए उसने शिवाय को आजमाने की सोच ली ,शिवाय के साथ वो फिर से चुदाई में लग गई ,शिवाय ने इस बार हिमाली के चुत और गांण्ड के छेद के साथ उसके मुह को भी अपने माल से भर दिया था ,20 बार चुत में 20 बार गांण्ड मे और दस बार उसके मुह को उसने अपने माल से भर दिया था ,हिमाली के बदन की पूरी गर्मी को उसने ठंडा कर दिया था ,शिवाय जब अपना माल हिमाली के मुह में भरकर एक तरफ हुवा तो हिमाली ने कहा ,शिवाय में तुम्हारे आगे हार गई हूं ,तुम सचमुच एक असली मर्द हो ,तुम मेरी तीनो बेटीयो को आराम से सम्भाल सकतो हो ,में तुम्हारी शादी मेरी बेटीयो से करने को तैयार हूं बस मेरी एक शर्त है कि तुम मुझे भी संभोग का सुख देंते रहोगे ,में तुम्हारे लन्ड की दीवानी हो गयी हु ,तुम्हारे स्वादिष्ट लन्ड के माल मुझे बहुत पसंद आया है ,दिन में कम से एक बार तो में इसे पीने वाली हु ,बोलो क्या तुम्हें मंजूर है ,शिवाय ने कहा ,जी मुझे आपकी हर बात मंजूर है ,हिमाली शिवाय की बात से बड़ी खुश हो गयी थी ,उसने शिवाय को कहा कि वो अब थक गई है उसे आराम करना है ,शिवाय भी अपने कपड़े पहनकर वहासे चला गया ,जाने से पहले उसने अपने समयमनी से हिमाली को बाहर निकाल लिया था ,शिवाय ने हिमाली को चोदने से पहले ही उसे समयमनी में ले आया था ,समयमनी में पिछले 5 दिन से वो हिमाली को चोद रहा था पर हिमाली को यह बात पता ही नही थी ,हिमाली को उसके कमरे में छोड़कर जब वो वहासे निकला तो बस 5 मिनीट का समय खत्म हुवा था ,शिवाय को जाते हुवे भुजंग ने देख लिया था ,शिवाय इतनी जल्दी हिमाली के कमरे से निकल जाने से उसे लगा शायद हिमाली के जाल में शिवाय नही फसा ,भुजंग तो चाहता था कि शिवाय हिमाली को चोदे पर शिवाय को इतनी जल्दी हिमाली के कमरे से जाने की वजह से उसे लग रहा था कि शिवाय हिमाली की बात से सहमत नही होगा ,उसे शिवाय पर बहुत ज्यादा फक्र हो रहा था ,शिवाय ने हिमाली को भुजंग के वजह से नही चोदा होगा ,भुजंग को पता था कि शिवाय उसे कितना मानता है ,भुजंग ने सोच लिया कि वो खुद शिवाय से बात करेगा और उसे हिमाली को चोदने को बोल देगा ,पर उसे यह नही पता था कि शिवाय ने हिमाली की चुत के साथ उसकी गांण्ड भी मार ली है ।
 
Newbie
13
27
3
original writer hospital me hai bhai ye story mai cnp kar raha hun uski to teen chaar update abhi aur hai mere pass kisi time post kar dunga usko..writer ne kaha hai ki wo Theek hoke story complete karega 300+ update hongen iske
Kya hai hai unhen bhai
 
Newbie
13
27
3
Update 118
शिवा की शादी होने के बाद सभी मेहमान चले गए थे ,तेजा के साथ नेत्रा भी गरुड़ लोक चली गयी थी ,जाते हुवे उसने अपना एक प्रतिरुप यही छोड़ दिया था ,शादी होने के बाद नरेश ने सबको भवानी गढ़ चलने को कहा ,नए दूल्हे और दुल्हन को भवानीगढ़ के मंदिर में दर्शन करके अपने आगे के जीवन को शुरू करने की सलाह उसने दी ,सभी उसकी बात से सहमत थे ,सभी लोग भवानी गढ़ चले गए थे ,सब लोगोने भगवान का दर्शन कर लिया उसके बाद सभी वहासे घर लौट आये ,इस सब मे शाम हो गयी थी ,सुबह ही सब मुम्बई से नरगिस के हवाई जहाज में बैठकर भवानी गढ़ चले आये थे ,रात का खाना सब लोगो ने मिल कर खाया और सब अपने अपने कमरो में चले गए ,नए शादी हुवे सभी जोड़ो को सुहागरत मनाने के लिये उनके कमरो को सजा दिया था ,आज एक ही साथ 7 लड़कियों की सुहागरात एक साथ इस घर मे होने वाली थी ,शिवा के सामने सवाल यह था कि वो सुहागरात की शुरूआत किसके साथ करे ,सनम जो उसे बचपन से प्यार करती है ,नरगिस जिसका सबकुछ शिवा है या पूजा जिसके साथ शिवा को पहली बार देखते ही मोहब्बत हो गयी थी ,उसे समझ नही आ रहा था ,सब लड़कियों के साथ वो खुद सुहागरात मनाने वाला था ,शिवा ने नरगिस को ही पहले वक्क्त देने का फैसला किया ,वो नरगिस के कमरे में दाखिल हो गए ,शिवा ने नरगिस के कमरे में दाखिल होते ही उसे अपने समयमनी मे ले गया था ,नरगिस एक सुंदर से लाल शादी के जोड़े में पलँग पर बैठी हुवीं थी ,शिवा जब उसके कमरे में आया तब उसने शिवा की तरफ देखा ,आज नरगिस की चाहत पूरी हो गयी थी ,जिसे वो दिलो जान से चाहती थी ,जिसके लिए उसने अपना घरदार सबकुछ छोड़ दिया था आज वही उसके सामने पतीं बनकर खड़ा था ,नरगिस आज बहुत खुश थी ,उसके चेहरे को देखकर ही कोई भी यह जान जाता ,सुंदर से चेहरे से नूर टपक रहा था ,शिवा के सामने नरगिस एकदम सही औरत थी ,6 फिट 3 इंच की ऊंची 38 30 40 की यह नरगिस एकदम जवानी से भरपूर लड़की थी ,शिवा जैसे 7 फिट 3 इंच ऊंचे तगडे घोड़े के लिये यह बिल्कुल सही थी ,शिवा ने नरगिस के हाथ को पकड़कर उसे अपने पास खीच लिया ,नरगिस के साथ शिवा ने यह हरकत पहली बार की थी जो उसे हक से अपने गले लगाया हो ,नरगिस को यह पसन्द आया था ,वो भी शिवा के गले लग गई थी ,अपने 38 की मदमस्त चुचिया शिवा के सीने में दबाती कसकर शिवा को लिपट गई थी ,शिवा ने नरगिस के लाल ग़ुलाबी होठो को अपने होठो में लेकर उसे बड़े प्यार से चुसने लगा ,नरगिस के नरम लजिले होठो का मीठा शरबत पीते हुवे वो नरगिस की मोटी 40 की गांण्ड को भी दबाकर उसके मजे ले रहा था ,एकदम मखमली और नाजुक सी नरगिस की गांण्ड को वो अपने दोनो मजबूत पंजो से कसकर दबाके उनका मजा ले रहा था ,नरगिस को यह सब बहुत ही मजा दे रहा था ,वो शिवा के होठो में अपनी जीभ घुसाकर उसके जीभ को चुसने लग गई थी ,शिवा के हाथ उसके गांण्ड को इतनी बुरी तरह मसल रहे थे पर नरगिस को दर्द की बजाय मजा आ रहा था ,शिवा नरगिस के होठो को चुसता उसकी गांण्ड को दबाते हुवे उसकी साड़ी खोल चुका था ,नरगिस के बदन पर नीचे एक लाल रंग की पैंटी ही रह गई थी ,नरगिस को इस बात का भान भी नही था ,शिवा ने नरगिस के मदमस्त गांण्ड को जैसे ही पैंटी के अंदर हाथ डालकर मसलना शुरू किया नरगिस को झटका लग गया ,उसका पूरा बदन थरथराने लगा ,वो शिवा को और कसके लिपट गयी ,शिवा के ओठो को अपने दांतों से हल्के से काटकर अपनी मस्ती दिखाने लगी ,शिवा ने नरगिस की पैंटी को ही फाड़ दिया और उसके दोनो गांण्ड की पाट को थामकर उनको मसलने लगा ,शिवा नरगिस की गोरी और मखमल से नरम गांड़ को मसलकर उसे लाल कर रहा था ,साथ मे नरगिस के होठो को रस पी रहा था ,शिवा ने नरगिस को पलँग पर सुला दिया और उसके लाल ब्लाउज और ब्रेसियर को निकाल दिया ,नरगिस पूरी मादरजात नंगी पलँग पर लेटी हुवीं थी उसकी गोल और एकदम दूध सी गोरी 38 की चुचिया तन कर शिवा को सलामी दे रही थी ,नरगिस के चुचियो पर उसके भूरे ग़ुलाबी निप्पल एकदम सख्त होकर उभर कर दिख रहे थे ,शिवा ने अपने मुह में उस निप्पल को भर लिया और दूसरे हाथ से नरगिस की दूसरी चुचि को बड़े प्यार से मसलने लगा ,नरगिस के मुह से एक सिसकी निकल गई ,ओह खुदा ,में मर गयी ,शिवा के मुह में अपना निप्पल जाने से नरगिस को अजीब सा झटका लग गया था ,शिवा किसी बच्चे की तरह नरगिस के निप्पल को चुसने में लगा हुवा था ,नरगिस भी बदल बदल कर अपनी दोनो चुचिया शिवा को पिला रही थी ,शिवा के मजबूत पंजो में उसकी चुचिया को बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था ,नरगिस की चुत तो शिवा के चूमने और चुचिया चुसने से ही दो बार झड चुकी थी ,शिवा को भी उसके चुत के पानी की गंध आ गयी थी ,शिवा ने नरगिस की चुचिया को छोड़कर उसकी चुत की तरफ सरक गया ,नरगिस के चुत से पानी रिस रहा था ,शिवा ने उसकी जांघो को खोल कर उसके एकदम गोरी गुलाबी चुत को देखने लगा ,नरगिस की चुत उसके शरीर के तरह ही एकदम लाजवाब थी ,एकदम पावरोटी सी फूली हुवीं ,गोरी ,चिकनी और सूंदर चुत को शिवा देख रहा था ,नरगिस के चुत के बड़े से ओठ एक दूसरे से चिपके हुवे थे ,उसके चुत का छेद एकदम छोटा और लाल था ,शिवा ने उसकी चुत को सूंघ कर उसके गन्ध को अपने अंदर समाने लगा ,नरगिस शिवा की हरकतें आंखे खोल कर देख रही थी ,शिवा ने उसकी चुत को अपने जीभ से चाटना शुरू किया तो वो एकदम अकड़ गयी ,उसके मुह से आवाज निकली ,हाय रब्बा ,यह क्या कर रहो हो आप ,अम्मी ssss आ ssss ह ,मर गई में तो ,शिवा की जीभ उसके चुत के छेद में घुसकर उसे झटके दे रही थी ,शिवा की लपलपाती जीभ को वो ज्यादा देर तक बर्दाश्त न कर सकी और एक जोरदार चीख से शिवा की गर्दन अपने जांघो से अपने चुत पर दबाकर वो झड गयी ,शिवा भी नरगिस के नमकीन पानी की हर बून्द को चाट के साफ कर गया ,शिवा ने नरगिस की जांघो को थोडा ऊपर करके उसके 40 की मौटी गांण्ड को ऊपर उठा लिया और उसके गांण्ड के एकदम लाल छेद को भी अपने मुह में भर के उसे चाटने लगा ,शिवा को उस नरम छेद का स्वाद भी गजब का लगा ,वो अपनी पूरी जीभ उस छेद में घुसाकर उसका स्वाद लेने लगा ,नरगिस की तो सांस ही अटक गई थीं ,शिवा उसे नए नए मजे देकर अलग ही दुनिया दिखा रहा था ,अपने गांण्ड को खोलती बन्द करती नरगिस शिवा के सर को सहलाती मदहोश हों गयी थी ,उसकी चुत में तूफान उठ गया था ,उसे अपनी चुत में एक और जोर से झटका लगा और वो भलभला कर झड गयी ,शिवा ने उसकी चुत का हर एक कतरा चाट कर साफ कर दिया ,नरगिस आधी बेहोशी के हालत में पोहच गयी थी ,अपनी साँसे दुरस्त करती वो चुप से पड़ी हुवीं थी ,शिवा ने उसे ग़ुलाबी होठो को वापिस चूसना शुरू कर दिया और अपने भीमकाय 20 इंच लम्बे और 12 इंच मोटे लन्ड को उसकी चुत पर लगा दिया ,शिबाय के गर्म दहकते सुपाडे का स्पर्श अपने चुत के छेद पर होते ही उसकी आंखें एकदम से खुल गई ,शिवा ने उसकी गांण्ड को अपने मजबूत पंजो में पकड़ के एक ताक़दवर प्रहार उसकी चुत पर कर दिया ,नरगिस की चुत को फाड़कर उसका लन्ड एक ही बार मे आधा अंदर घुस चुका था ,नरगिस के मुह से बहुत ही भयानक चीख निकल गई थी ,इतना गर्म और बड़ा लन्ड उसके चुत को पूरी तरह फाड़ चुका था ,नरगिस की चुत से खुन कि धार निकल रही थी ,उसे बहुत ज्यादा तकलीफ हो रही थी ,शिवा ने नरगिस की चुत में एक और करारा धक्का लगाकर अपना लन्ड जड़ तक अंदर घुसा दिया था ,नरगिस का दर्द से बुरा हाल हो गया था ,कोई और लड़की होती तो वो कबसे बेहोश हो गयी थी ,पर नरगिस में बहुत ज्यादा दम था ,इतनी तकलीफ होने के बाद भी वो बेहाश नही हुवीं थी ,सालो से कसरत करती नरगिस में बहुत ज्यादा सहनशक्ति थी ,वो इस दर्द को झेल तो गई थी ,पर उसकी आँखों से आसु निकल रहे थे ,उसका पूरा बदन ठंडा पड़ने लगा था ,शिवा के लन्ड उसकी चुत ने एकदम कसके पकड़ रखा था ,शिवा बिना हिले वैसा ही अपना लन्ड चुत में फसाये नरगिस को चूमता रहा ,उसके आसु पोछ कर वो नरगिस के चुचिया को मसल कर उसे गर्म करने लगा ,दस मिनीट तक उसकी चुचिया चूस कर और चूमते हुवे उसने नरगिस को गर्म कर दिया था ,नरगिस के चुत की पकड़ भी थोड़ी उसके लन्ड पर कम हो गयी थी ,उसकी चुत में भी गीलापन आने लगा था ,शिवा बहुत धीरे धीरे अपने लन्ड को उसकी चुत से अंदर बाहर करता रहा ,जब तक वो झड नही जाती तबतक शिवा उसे बहुत प्यार से चोद रहा था ,शिवा के लन्ड को अपने चुत में अंदर तक दबाकर नरगिस झड गयी थी ,उसके झड़ने के बाद शिवा कुछ देर रुका रहा फिर उसने अपने लन्ड को थोड़ी तेजी के साथ नरगिस की चुत में अंदर बाहर करना शुरू कर दिया ,नरगिस को भी उसमे मजा आने लगा था ,शिवा का हर धक्के का जवाब वो अपनी मोटी गांण्ड उठाकर देने लगी थी ,शिवा ने नरगिस को अपनी पूरी ताकद लगाकर चोदना शुरू कर दिया था ,नरगिस तो जन्नत में पोहच गयी थी ,शिवा के लन्ड उसकी चुत के गर्भाशय तक जाकर ठोकर मारता था ,शिवा के हर धक्के से वो ऊपर की तरफ उछल जाती पर शिवाने उसे मजबूती सी थामे रखा था ,शिवा ने नरगिस को दो बार और झडा दिया ,उसके बाद उसने नरगिस को घोडी बनाकर चोदना शुरू कर दिया ,नरगिस की 40 की मतवाली गांण्ड को मसलते हुवे और तेजीसी उसे चोदने लगा था ,नरगिस की चुत में और गहराई तक उसका लन्ड जा रहा था ,नरगिस पसीने से लथपथ हो गयी थी ,उसकी चुत ने घोडी बनकर चुदते हुवे 3 बार और अपना पानी छोड़ दिया था ,उसकी चुत में शिवा का लन्ड अपनी जगह बना चुका था ,शिवा भी नरगिस की गर्म और मखमल जैसी कसी हुवीं चुत की वजह अपना गर्म एकदम गाढ़ा पानी उसकी चुत में भरने लगा था ,शिवा के लन्ड से छूटती पिचाकरी नरगिस को अलग ही सुकून दे रही थी ,एकदम गाढ़ा माल उसकी बच्चेदानी को पूरा भर चुका था ,उसके चुत से शिवा के माल के साथ अपना भी पानी नीचे टपकने लगा था ,नरगिस की चुत में अपने लन्ड की आखरी बून्द भरने के बाद ही शिवाने अपना लन्ड उसकी चुत से निकाल दिया ,नरगिस के ऊपर शिवा लेटा उसके गोरे गालों को चूम रहा था ,नरगिस पेट के बल सो रही थी ,और उसके ऊपर शिवा लेटा हुवा था ,नरगिस अपने आंखों को बंद करती एक अलग ही दुनिया मे चली गयी थी ,शिवा का गर्म माल उसकी चुत में पूरा भरा हुवा था ,नरगिस के पूरे बदन को सुकून दे रहा था ,नरगिस अपनी आंखें बंद करती कबसे सपनो के दुनिया मे खो गयी थी ,शिवा भी उसके बदन से उठ गया था ,पिछले 3 घण्टे से वो नरगिस की ठुकाई कर रहा था ,शिवा ने जब नरगिस की चुत को देखा तो उसकी चुत एकदम सूज कर मोटी हो गयी थी ,शिवा को नरगिस पर तरस आने लगा था ,उसकी चुत को पूरा फाड़ के रख दिया उसके लन्ड ने ,शिवाने ने नरगिस को वैसेही आराम करने छोड़ दिया ,जहा समयमनी में 24 घण्टे खत्म होने के बाद बाहर की दुनिया मे 1 सेकंड खत्म होता ,यहा तो नरगिस 3 घण्टे में ही अपनी चुत की सील खुलवा चुकी थी ,शिवा ने उसे समयमनी से बाMहर लाकर उसके कमरे में सुला दिया और उसके कमरे से बाहर चला गया ,1 सेकंड से पहले ही समयमनी से वापिस बाहर आ गया था ,जब वो नरगिस के कमरे से बाहर आया तो वो सनम के कमरे में चला गया ।
Sato ki suhagraat ke nahi diya sirf nargis ka hi diya
 
Well-known member
1,131
1,471
143
Update 123
कलकत्ता के सरकारी हॉस्पिटल मे एक 20 से 21 साल के लडके को 8 दिन पहले पुलिस ने भर्ती किया था ,जब पुलिस को वह लड़का मिला था ,तब वो बहुत ज्यादा घायल था ,उसके जिंदा बचने की कोई उम्मीद नही थी ,पर वो लगातार 8 दिनों से अपनी मौत से लड़ रहा था ,उस लड़के की पहचान करने की पुलिस ने बहुत कोशिश की पर उसके बारे में कोई भी जानकारी वो निकालने में कामयाब नही हो पाए थे ,जब तक उस लड़के को होश नही आ जाता तब तक वो आगे कुछ कर भी नही सकते थे ,मिलन और सौमित्र नाम के दो पुलिस वाले आज एक बार फिर अस्पताल में आये थे ,वहां के डॉक्टर से जानकारी लेकर वो दोनों उस लड़के के पास खड़े होकर बात कर रहे थे ,
मिलन ,यार यह कब होश में आयेगा ,में तो रोज अस्पताल में आकर परेशान हो जाता हूं ,
सौमित्र, मिलन यार मुझे तो इस बेचारे पर तरस आता है ,पता नही कौन है यह ,अरे अपनी जिंदगी और मौत के बीच यह अकेला यहां पड़ा है और ना इसके घरवालों को इसके बारे में पता है ,ना कोई इसके पास है ,में तो भगवान से दुआ करता हु बेचारा जल्द से ठीक हो जाये ,
मिलन ,मुझे भी यही लगता है दोस्त पर में रोज रोज इस अस्पताल में आकर ऊब जाता हूं ,
सौमित्र ,चल जाकर इंस्पेक्टर को बताते है कि इसे होश नही आया ,
दोनों वहासे अपने पुलिस थाने चले गए ,ऐसा ही हाल 30 दिन तक चलता रहा ,उस लड़के के सारे जख्म अब भर चुके थे पर उसे होश नही आया था ,डॉक्टर ने उस लड़के को अब एक साधे वार्ड में रखा था ,रात के 8 बजे अचानक वो लड़का एकदम से होश में आ गया ,उसके होश में आने के बाद वही काम करने वाली एक नर्स ने डॉक्टर को उसके होश में आने की खबर दे दी ,डॉक्टर भी उसके पास आ गया और उसके पास आकर उसे चेक करने लग ,डॉक्टर ने नर्स को पुलिस वालों को फोन करने को बोल दिया था ताकि वो भी आकर उस लड़के का बयान ले सके ,
डॉक्टर ,अब कैसा लग रहा है तुम्हें ,कोई तकलीफ तो नही हो रही ना ,
वो लड़का एकटक डॉक्टर को देख रहा था ,उसके मुंह से कोई भी शब्द नही निकल रहा था ,डॉक्टर को लगा उसे शायद बंगाली नही आती होगी इसलिए उन्होंने पहले हिंदी और बादमे अंग्रेजी में उससे बातचीत की लेकिन उसने कोई जवाब नही दिया ,डॉक्टर को लगा शायद इसको कुछ और परेशानी तो नही इस वजह से उन्होंने उस लड़के को एक बार और पूरी तरह से चेक किया पर उन्हें भी कुछ समझ नही आया ,वो लड़का पूरी तरह ठीक लग रहा था पर वो कोई जवाब नही दे रहा था ,डॉक्टर ने उसके साथ इशारों में भी बात करने की कोशिश की पर वो बस एकटक देखे जा रहा था ,डॉक्टर अपनी कोशिश में लगा हूवा था कि वहाँ पर इंस्पेक्टर अपने साथ मिलन और सौमित्र के साथ आ पहुँचा ,
इंसपेक्टर, तो डॉक्टर साहब ,कैसा है अब यह ,कुछ बताया इसने अपने बारे में ,
डॉक्टर ,नही यह कुछ बोल ही नही रहा ,मुझे भी समझ मे नही आ रहा है कुछ ,लगता है इसके सर पर जो चोटे आयी थी उसकी वजह से कुछ परेशानी हो रही हो,कल हम इसे किसी ब्रेन सर्जन को दिखा देंगे ,ना यह अपना नाम बोल रहा है ना ही कुछ और बात बोल रहा है ,
इंस्पेक्टर ने भी उस लड़के से कुछ सवाल किए पर वो एकदम चुप्पी साधे रहा ,
इंस्पेक्टर ,डॉक्टर कहि यह नाटक तो नही कर रहा ना ,आप इसपर कड़ी निगरानी रखना ,मुझे इस पर थोड़ा शक हो रहा है ,इसके बदन पर इतने घाव थे ,जरूर यह हमसे कुछ छुपाने की कोशिश कर रहा है ,मिलन इसे हतकडी पहनाकर एक सिरा बेड पर लगा दो ,तुम दोनों 24 घण्टे इसपर नजर रखोगे आज से ,कल जब सुबह ब्रेन सर्जन आएगा तब ही हमे सच पता चलेगा ,इंस्पेक्टर की बात सुनकर मिलन ने फौरन उस लड़के को हतकडी पहना दी ,कुछ देर तक इंस्पेक्टर और डॉक्टर बात करते रहे बाद में इंस्पेक्टर मिलन और सौमित्र की ड्यूटी वहां लगाकर चला गया ,सुबह जब ब्रेन सर्जन ने उस लड़के को पूरा चेक किया उसका भी कहना था कि शायद सर पर लगी चोटों की वजह से यह ऐसा कर रहा हो ,मिलन और सौमित्र ने यह बात फोन करके अपने इंस्पेक्टर को भी बता दी ,वो भी अस्पताल आ गया उसने ब्रेन सर्जन से बात की ,अब बात यह हो गई थी कि इस लड़के का क्या करे ,वो अब होश में आ गया था ,उसके बदन पर अब कोई भी चोट नही थी ,ना उसे अस्पताल में रख सकते थे ना उसे पुलिस वाले बिना किसी बात के जेल में रख सकते थे ,ना ही कही छोड सकते थे ,
सौमित्र ,सर क्यो ना इसे हम अपने पुलिस क्वार्टर में रखे हम दोनों के साथ ,जब तक इसके बारे में कुछ पता नही चल जाता तब तक हम दोनों इसे अपने साथ रख सकते है ,
इंस्पेक्टर को भी यही सही लगा इसलिए उसने भी यह बात मान ली ,सौमित्र और मिलन उसे अपने साथ अपने पुलिस के क्वार्टर में लेकर चले गए ,उस लड़के के बदन पर अस्पताल की ही एक ड्रेस थी ,जब वो पुलिस को जख्मी हालत में मिला था ,तब उसके पास उन्हें कुछ भी सामान नही मिला था ,जब उस लड़के को लेकर दोनों अपने घर पहुचे तब उन्होंने पहले उसे अपने घर मे खाना खिलाया और एक कमरे में सोने के लिए कहा ,वो लड़का भी बिना कुछ बोले कमरे में जाकर सो गया ,
सौमित्र, मिलन एक काम करना होगा हमे इस लड़के के लिए सबसे पहले कुछ पहनने के लिए कपड़े लाने होंगे ,इसके पास तो बस एक अस्पताल की ही एक ड्रेस है ,
मिलन ,सही बात कही ,इसे लड़के को हमारे कपड़े तो नही आ सकते कहा हम दोनों और कहा वो ,उसकी लंबाई साढ़े 6 फिट की है ,और उसका बदन भी किसी पहलवान जैसा है ,पहले तो मुझे लगा था यह कोई 25 या 30 साल का होगा पर डॉक्टर ने जब कहा कि यह बस 21 साल का है ,में तो बहुत हैरान हो गया था ,इंस्पेक्टर साहब को भी इस पर शक इसके मजबूत बदन से ही हो रहा होगा ,
सौमित्र, नही यार इसकी शक्ल देख ,एकदम मासूम लगता है यह ,मुझे नही लगता कि यह कोई मुजरिम हो ,मुझे तो बस यह कोई हालातो को मारा लगता है ,
मिलन ,भाई में भी पुलिस में 5 साल से हु तेरे साथ ,मुझे भी मुजरिमों की पहचान हो जाती है ,मुझे भी तेरी बात सही लगती है ,पर हम कर भी क्या कर सकते है ,जब तक यह कुछ बोलेगा नही ,इसके बारे में हमे कैसे पता चलेगा ,
सौमित्र, यार इस लड़के के फिंगर प्रिंट भी लेकर हमने चेक किये थे पर उससे भी हमे कुछ पता नही चला ,
दोनों कुछ देर तक बात करते रहे और वो भो सो गए ,जो लड़का कमरे में सोने के लिए गया था ,वो अपने बिस्तर पर पड़ा गहरी सोच में पड़ा था ,वो अपने मन मे सोच रहा था ,कौन हूं में ,मुझे मेरा नाम क्यो याद नही आ रहा है ,में कहा का रहने वाला हु ,मुझे डॉक्टर ने जिस जिस भाषा मे बात की वो में समझ सकता हु ,पर मुझे कुछ याद क्यो नही आ रहे है कुछभी,क्या हूवा था मुझे जो में इतना जख्मी हो गया था ,क्या हूवा था मेरे साथ ,कैसे पता करु में अपने बारे में ।
 

Top