Incest कथा चोदमपुर की

Thread Author
Dramatic Entrance
854
1,308
123
लास्ट अपडेट में अपने देखा मैं और ममता चाची साथ में बैठे हैं उनके घर में वो पेटीकोट और ब्लाउज में हैं और मेरा हाथ उनकी कमर पर है अब आगे
अपडेट 4
मैं जनता था उनकी आह्ह्ह क्यों निकली लेकिन फिर भी जान बूझ कर पूछा
में क्या हुआ चाची..आप ठीक तो है ना... आपको दर्द हो रहा है क्या.. कहां दर्द है आपकी कमर में?
ये कहते हुए बिना उनके जवाब का इंतजार किये मैंने अब अपना दूसरा हाथ भी उनकी कमर पर लगा दिया और अब दो हाथो से उनके पेट को मसलने लगा .... मेरा लंड झटके पर झटके खा रहा था मुझे पता था अगर मैंने लंड पर हाथ भी लगा दिया तो मैं झड़ जाऊंगा ... वो इतना टाइट हो चुका था ...
चाची की नज़र से लंड से टोपी ही नहीं रही थी बड़ी मुश्किल से उन इतनी देर में लंड से नज़र हटाकर मेरे चेहरे की तरफ देखा और कहा...
ममता सी- बेटा दर्द नहीं है अभी पल्ली आती होगी चाय लेकर...
मैं तो ये भूल ही गया था के पल्लवी भी घर ने है चाय लेकर आती ही होगी ... तो मैंने अपने हाथ उनकी कमर से ना चाहते हुए भी हटा लिए और अपना लंड भी थोड़ा नीचे की तरफ समायोजित किया.... लेकिन मुझे बात की खुशी भी हुई के अगर पल्लवी के आने का डर नहीं होता चाची मुझे नहीं रोकती है।
मैं- चाची देखलो अगर कमर में दर्द हो तो मैं मालिस कर दूंगा..
ममता सी-वो नहीं बच्चा मैं....
वो इतना ही बोल पाई थी के पल्लवी चाय लेकर आ गई और हम दोनो को दी और खुद भी चाय लेकर बैठी हमारे पास .... हम दो में से कोई नहीं बोल रहा था ... मैं चाची और पल्लवी की और देख रहा था पल्लवी बस आम तौर पर चाय पी रही थी और चाची बार बार चोर नजरो से मेरे लंड की और देख रही थी और कभी पल्लवी की और देखती की कहीं उसने तो नहीं देख लिया ऐसे ही हमनें चाई खतम की तो पल्लवी हम दोनो से चाय के कप लिए और बोली,
पल्लवी- मम्मी मैं नहांलू?
ममता सी-कक्क्य, हं बेटा नहले .....
वो थोड़ा अटके बोली उनका ध्यान अभी भी कहीं और ही था,
पल्लवी-ठीक मम्मी फिर नाहकर खाना बनाउंगी।
ममता सी- ठीक जा तू....
पल्लवी कपड़े लेकर बाथरूम में घुस गई गेट बंद होने की आवाज आई और मैं तुरंत ही उनसे दोबारा चिपक गया..और अपने हाथों से फिर उनके नंगे सपाट पेट को दबाने मसलने लगा, चाची मेरे इस अचानक हमले से चौंक गई गई लेकिन शायद उनकी बॉडी को ये सब अच्छा लग रहा था इसलिये वो सिसकने लगी अह्ह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह्ह करके
मैं- चाची..
ममता सी- आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्म्मम्मम्मम्म.
मैं- चाची सुनो न मेरे दर्द हो रहा है...
ममता सी-कक्क्या?
मैंने एक कदम बढ़ते हुए उनका हाथ पजामे के ऊपर से ही अपने लंड पर रख दिया... और बोला
मैं- चाची इस्मे
लंड पर हाथ पढते ही चाची के बदन में एक करंट सा दौड़ गया और उनकी बदन भी सिहर गया .... सांसे और भी तेज चलने लगी जिनसे उनके स्तन ऊपर नीचे हो रहे थे मैं लगातार उनके पेट को मसले जा रहा था तो कभी नाभि को छेड़ रहा था ....... मैंने भी अपने आप को कंट्रोल किया और एक लंबी सांस ली मुझे पता था अगर मैं अभी झड़ गया तो सारा खेल खराब हो जाएगा मुझसे ज्यादा से जयादा देर खुद को रोकना होगा ...
चाची जैसे ख्यालो में ही थी मेरे लंड को हाथ में महसूस कर रही थी और बस इतना बोली
ममता सी- मैं .... क्या.... कैसे ....
मैं- चाची मुझे नहीं पता लेकिन मुझे बहुत दर्द हो रहा है कुछ तो करो..
और मैं अपने कमर को आगे पीछे करके उनके हाथ पर दबाव डालने लगा ... अब वो भी पूरी तरह गरम हो चुकी थी और मेरे लंड को सहलाने लगी और बोली
ममता सी- बहुत दर्द हो रहा है बछुआ को ... लेकिन बच्चा मुझे दर्द सही करने के लिए इसे देखना होगा ....
मैंने बिना उनका मतलब समझे उनकी नाभी से खेलते हुए बोला
मैं- ठीक है चाची
ये सुनते ही चाची ने थोड़ा हाथ ऊपर करके एक ही झटके में पायजामा और अंडरवियर खिसका कर मेरा लंड बहार निकला लिया और नंगे लंड को देखते ही चाची की आंखों में एक चमक आ गई और एक आह्ह्ह निकल गई भी मैं भी उनके ये करने से चौंक गया उनके हाथ मेरे नंगे लंड पर पढते ही मैंने उनके पेट पर अपने हाथ गड़ा दिए ... और वैसा ही उनसे चिपक गया .... और बस इतना ही बोल पाया
मैं- आह्ह्ह्ह्ह्ह चाची..
ममता सी- हाय दैय्या ये तो अब और बड़ा दिख रहा है....
वो बस लंड को घूरे जा रही थी और अपना हाथ चलाये जा रही थी उनकी जीब बार बार उनके होंठों को गीला कर रही थी
मैं भी अब अपने होश खो बैठा और मैं अपने हाथ ऊपर बढ़ाए और बड़े बड़े चुचीयों को ब्लाउज के ऊपर से ही मसलने लगा ... मेरे हाथ से चूचे मसले जाने पर चाची और तेजी से मेरा लंड हिलाने लगी ... मैंने भी डर ना करते हुए उनके ब्लाउज के हुक को खोल दिया और ब्रा को नीचे करके एक चूचे को बाहर निकला और दबाने लगा
मुझे तो जैसे जन्नत का मजा मिला था ... चाची सिसकने लगी और आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्म् करने लगी मैने उनकी ब्रा नीचे करके दोनो चुचे बाहर निकालड लिए, कसम से ... इतने बड़े बड़े ... और टाइट भी ... मैं उन्हे मसलने लगा और चाची की आह्ह्ह और बढ़ गए अब चाची खुल कर मेरा साथ दे रही थी ... और बोल रही थी ..
ममता सी- अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् तेरा औजार बहुत बड़ा है री कर्मा आह,
मैंने अपने होठ उनकी गर्दन पर रख दिए और चूमने लगा वो हर चुम्बन पर सिस्की ले रही थी फिर मैंने गर्दन झुकाकर अपना मुह उनकी एक चुच्ची पर रख दिया और चूसने लगा... चाची तो जैसा पागल हो गई और अपना हाथ मेरे लंड से हटा लिया और मेरा सर पकड कर अपने चुचे पर दबने लगी..मैं एक चूचे को दबा रहा था और दूसरे को चूस रहा था ज़ोर से...
ममता सी- आह्ह्ह बच्चा पीजा सारा दूध अपनी चाची का चूस चुस कर खाली कर दे इनका रस चूस मेरे आमो को....
मैं मम्म्म आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्म्म्म करके चुसे जा रहा था ... फिर थोड़ी देर बाद मैंने दूसरा चूचा मुह में ले लिया चाची फिर से और गरम हो गई ... मुझे बहुत मजा आ रहा था ... ऐसा रस तो दुनिया में नहीं कहीं होगा जो मुझे चाची के चुचीयो को पीने में मिल रहा था .... फिर थोड़ी देर और चूसने के बाद मैं अचानक से अपना मुह उनके सीने से हटा लिया और अपने होठ उनके होठों पर रख दिया.... और उन चूसने लगा। ..चाची पहले तो हड़बदाई लेकिन अगले कुछ ही पलो में मेरा साथ देने लगी ... और मेरे होठो को चूसने लगी ..... फिर उन अपनी जीभ मेरे मुह में डाली मैं उसे चूसने लगा साथ ही हाथों से लगातार उनके चूचे मसल रहा था .... फिर वो मेरी जीब चूसने लगी .... सच एक शदीशुदा औरत के साथ ये सब करने में। बहुत ही मजा आता है उनमे झिझक भी कम होती है और अनुभव से बहुत कुछ सिखाती है
..अब मुझे लगने लगा मैं झड़ने वाला हूं तो मैं ऐसे ही नहीं झड़ना चाहता था मैंने एक कदम औरर बढ़ने की सोची और उनके रसीले होंठ से होंठ हटाए और कंधे पकड़ कर नीचे की ओर दबाने लगा ... .वो बी समझ गई मैं क्याचाहता हूं और नीचे बैठ गईं ... मेरा लंड उनके चेहरे के सामने था और उसे पकड़ कर वो अपने हाथ आगे पीछे करने लगे फिर उन्होंने मेरी आंखें में देखता हुए अपना मुंह खोला और मेरे लंड के टोपे पर अपनी गीली जीभ फिराई ..
मैं तो जैसे खो गया कहीं .... मेरी पूरी बॉडी अकड़ने लगी .... कुछ पल और रुकने के बाद मैंने उनके सर के पीछे हाथ लगा दिया और अपना लंड उनके खुले मुंह में झटके के साथ घुसा दिया और झटके मारने लगा। ... वो पहले तो थोड़ा सकपाकाई फिर घु घु करके जितना चूस सकतीं थी चूसने लगी .... मैं उनके मुह को चोदने लगा और कुछ 15-20 झटको के बाद मैंने उनका मुंह अपने लंड पर दबा दिया और अपने रस उनके मुह में ही छोड़ते हुए लंड की पिचकारी चलाने लगा.... वो थोड़ा झटपटाई फिर पता नहीं कैसे एडजस्ट करके वो गटक गतक के सारा रस पी गई . थोडा सा रस उनके होंठों से बहकर बाहर आ रहा था वो अब भी मेरा लंड चूस रही थी, मेरा लंड अब धीरे-धीरे सिकुदने लगा था और चाची अब भी मेरे लंड को चूस चूस कर साफ कर रही थी ... उन्होनें मेरे लंड को चाट कर साफ किया... अपनी जीभ बाहर निकाल कर होथो के आस पास लगे रस को जीब से चाटा ... तबी चाची को जैसे कुछ याद आ गया हो तुरंत खडी हो गईं...
ममता सी- तू अपने पजामा ऊपर कर पल्ली बहार आती ही होगी...
उन्होन भी अपनी ब्रा ठीक की और ब्लाउज के हुक बंद करने लगी ... और मैंने अभी अपना अंडरवियर और पायजामा ऊपर कियाऔर लंड और अंदर डाल कर बैठ गया ....
मैं- चाची आज तो मजा आ गया....
ममता सी- (कुछ सोचते हुए) कर्मा पता नहीं मैंने सही भी किया या नहीं...
मैं- चाची अपने बिलकुल सही किया..आप परेशन मत हो..

चाची कुछ नहीं बोली, और तबी पल्लवी भी नाहकर बहार आ गई .... गीले बालों में वो बहुत प्यारी लग रही थी .... उसके स्तन भी टॉप में बहुत कसे हुए लग रहे थे ..मन किया की उसे अभी जाकर चूमलूं ...
तभी मैं सोचने लगा मुझे क्या हुआ है मैं हर किसी को बस चोदने का खयाल क्यों आ रहा है ... अभी मां से लंड चुस्वाया है और अभी बेटी को भी उस नजर से देख रहा हूं ... ये सोचते हुए ... मैने चाची को फिर कभी आने का बोल कर उनके घर से निकला गया .....

इस्के आगे अगला अपडेट में आप लोग कृपया फीडबैक दते रहे हैं ... धन्यवाद
 
Thread Author
Dramatic Entrance
854
1,308
123
Bat hua tha kah rahe the 3D bhaiya shadi me vyast hai to karva rahe hai sadhi

Neend mai bhi porn chal raha hai iske. Mai kahta hu XP 007 ko ye system de do. Uss ka internet ka recharge bach jaaega. Pure din wahi :shag: karta rahta hai ab toh hand bhi facture ho gaya.
Aur ye karma toh karma hai par bhai abhi singel hai aur mingel hine ke liye jhatpata raha hai. Bahar koe na mile rahi toh kya bhai aatmanirbhar banega.
Ghar mai hi collobration karega. Par ye uski Ghalti bhi nahin...aurat ka chakar hai babu bhaiya...aurat ka chakar.

Aur karma bhi bechara kab tak apna haath jaganaath ke muhavre par chalta rahega. Usko bhi toh sahara chahiye. Taaki vo duet mai collobration kar sake. :D

Aur lagta hai jalde hi bhai virgin karma se stud karma bnn ne wala hai.
Bhoute hi accha update tha , bus karma ko apna mann pasand kaam mile jaae.


Update 3

Mamta bas naam ke liye mamta hai... Baaki to kisi chinnar se kam nahi... udhar nilesh taka bhirayi huyi hai aur uske bete karma sath bhi kucchi ku karne ko taiyar hai... aur karma.. us haram ke jane ke to jaise mann ki murad hi puri ho gayi ho... :D

Btw kamukta hi sahi lekin kirdaaro ke bich chat patti maselezaar uttejit baatein, kisse kaafi dilchasp thi.....
aise hi likhte rahiye aur apni manoram lekhni se hum readers ka manoranjan karte rahiye...
Let's see what happens next...
Brilliant update with awesome writing skills . . :yourock: :yourock:

Adbhut atulniya lekhan kaushal :clapclap: :clapping: :claps:

supreb update
Update posted please read and review
 
Eaten Alive
4,118
4,183
143
so in kamino ka hawas ka khel suru bhi ho gaya ... par shayad abhi bahot kuch hona baaki hai...
Khair....
kuch rishte janm ke saath hi milate hain un rishto mein ek alag aatmeeyata hoti hai aur kuchh rishte jab kirdaar khud saamne wale se banate... Waise is prakar kayi rishte hote hai..... lekin yaha karma aur mamta ke bich jo rishta ban raha hai wo saririk apuriti ka hai .... kaamukata se utpann huye tharak ka....
ab in dono ke bich pehle wala rishta tut chuka hai samul roop se, ab reh gaya hai to sirf kaamvasna....
Shaandaar update, shaandaar lekni aur shaandaar shabdon ka chayan...
bahot nirale aur uttejak tarike se update ko pesh kiya gaya hai..

Khair... let's see what happens next...
Brilliant update with awesome writing skills :applause: :applause:
 
Thread Author
Dramatic Entrance
854
1,308
123
so in kamino ka hawas ka khel suru bhi ho gaya ... par shayad abhi bahot kuch hona baaki hai...
Khair....
kuch rishte janm ke saath hi milate hain un rishto mein ek alag aatmeeyata hoti hai aur kuchh rishte jab kirdaar khud saamne wale se banate... Waise is prakar kayi rishte hote hai..... lekin yaha karma aur mamta ke bich jo rishta ban raha hai wo saririk apuriti ka hai .... kaamukata se utpann huye tharak ka....
ab in dono ke bich pehle wala rishta tut chuka hai samul roop se, ab reh gaya hai to sirf kaamvasna....
Shaandaar update, shaandaar lekni aur shaandaar shabdon ka chayan...
bahot nirale aur uttejak tarike se update ko pesh kiya gaya hai..

Khair... let's see what happens next...
Brilliant update with awesome writing skills :applause: :applause:
Bahut bahut dhanyawad naina ji sath banaye rakhein... Rishton ke prakar ko kafi ache se samajhti ho aap
 
Thread Author
Dramatic Entrance
854
1,308
123
लास्ट अपडेट में अपने पढा कैसे कर्मा ममता चाची का आम चूस्ता है और उनसे लंड चुसवता है ...और फिर वहां से निकल जाता है..अब आगे

अपडेट 5

ममता चाची के घर से निकला तो मैं चहक रहा था ... इतने सेक्सी माल से लंड चुसवाकर मैं बहुत खुश था लेकिन साथ में ये बातें भी दिमाग में घूम रही थी .. क्या होगा अगर किसी को पता चल गया तो

पल्लवी को देखकर भी मुझे वैसे ही ख्याल आ रहे थे..क्या ममता चाची इसके बाद आम तौर पर रह पायेंगी..कहीं कुछ गड़बड़ ना हो जाए...

फिर दिमाग ने खुद से ही लडना शुरू किया और फिर से वो लाइन दिमाग में आई ... चूत तो चूत होती है ... मैंने भी खुद को समझा लिया की छोटी सी तो जिंदगी है इसमे क्या इतना सोचना और वैसे भी चाची ने और मैंने वो ही किया जो हम लोगो को अच्छा लगा इसमे गलत क्या है... वैसा भी मुझे इतना अच्छा माल मिल गया मुझे तो खुश होना चाहिए बस अब चाची को चोदना है जल्दी ही ...

ये सोचते हुए मैं घर की ओर निकल गया ... घर पहुचा तो दोपहर हो चुकी थी ... मैंने गेट खतखताया तो मां ने खोला ... मां का चेहरा पसीने से भीगा हुआ था मैंने पूछा

मैं- मां क्या हुआ आप इतना पसीने से भीगी हुई क्यों हैं..

माँ- क्या करूँ इतनी गरमी है और बिजली भी चली गई है इस लिए गरमी लग रही है...

मैं अंदर आते हुए

मैं- हां मां गरमी तो बहुत है...

मे उनके के पीछे पीछे आंगन में पअहूंच गया और एक तख्त पर बैठा सामने मां आई और बैठ गई

माँ: मुझसे तो गरमी बरदाश्त ही नहीं हो रही....

और इतना कहकर मां ने अपनी साड़ी का पल्लू नीच गिरा दिया .... मैं सोचने लगा आज मेरे साथ क्या रहा है ये ... पहले चाची को इस हाल में देखा और अब तो मेरी मां ....

हाय .... क्या कहूं मेरा तो हाल ही खराब हो गया उन्हे देख कर .... पल्लू के हटते ही..उनकी नंगी कमर, सेक्सी सपाट पेट, और ब्लाउज के बाहर झांकती चुचिया मेरे सामने आ गई थी

images
2015 infiniti q50 hybrid sport 0 60

मेरी नज़र उनसे से हट ही नहीं रही थी ...और मेरा लंड जो कुछ देर पहले ही झड़ा था फिर से फुनकारने लगा ... और कड़क हो गया, मैं भी पसीने से भीगने लगा कुछ मां के बदन को देखकर और कुछ गर्मी से मैं पसीना पसीना हो गया .... मां ने मेरी तरफ देखा और बोली

मां- तू भी पूरा भीग गया है देख कितना पसीना आ रहा है..

मैंने बड़ी मुश्किल से उनके चूचियों से नज़र हटाई और चेहरे की तरफ देखा और बोला

मैं- हां मां बहुत गर्म लग रही है, क्या करूं?

मां- ये टीशर्ट उतर दे न शायद कुछ राहत मिले..

मैंने भी झट से हाथ ऊपर करके टी शर्ट निकाल दी अब मैं ऊपर से नंगा था और मां ने भी पल्लू नीच कर रखा था तो मुझे एक अलग उत्तेजना हो रही थी मां के साथ ऐसे रहने में मेरा लंड पूरी तरह से मैंने खड़ा हो गया उसे मैने नीचे एडजस्ट किया और अपने घुटनों की तरफ झुका रखा था तो मां को दिख नहीं रहा था...

मां हाथ वाले पंखे से हवा कर रही थी अपने ऊपर ...और मैं उनके चूचियों को घूरे जा रहा था.. मैं सोच रहा था यार कर्मा मां है तो बहुत खूबसूरत इतनी सेक्सी बॉडी है कि मेंउनका अपना बेटा लंड खड़ा होने से नहीं रोक पाता

.और रात की चुदाई देख कर ये भी कन्फर्म हो गया था की मां चुदासी भी रहती है...और आज चाची के साथ हुए सीन ने मेरा कॉन्फिडेंस भी थोड़ा बड़ा दिया था तो मैं सोचने लगा की क्या मैं मां पर भी कोशिश कर सकता हूं ... क्या कभी ऐसा भी हो सकता है में मैं मां की चूचियों को चूस पाऊं, उनकी कमर को चाट पाऊं, उनकी कभी में जीब दाल पैन, उनकी चूत को अपने मुह में भरकर चूस पाऊं, मेरा लंड वो चूसें, मैं उनको चोद पाऊं ... क्या ये संभव है ... कोई और समय होता तो मैं खुद को मना कर देता लेकिन आज हुई चाची के साथ वाली घटना ने मुझे उम्मीद दिला दी थी, मैं सोचने लगा के मुझे कोशिश करना ही चाहिए मां पर... लेकिन बहुत सोच संभल कर नहीं तो एक गलत कदम सब कुछ बिगाड़ सकता है...

मैं- मां आपकी उम्र कितनी है,

माँ- क्या तुझे आज मेरी उम्र जानने की क्या पड़ी है,

मैं- बताओ ना मां..

माँ- ये ही होगी 42-43

मैं- सच कहूं मां आपकी उम्र इतनी बिल्कुल नहीं लगती,

मां- अच्छा तो फिर कितनी लगती है तुझे....

मैं- मुझे तो आप बस 30 की लगती हो

माँ-चल और कोई नहीं मिला आज तो माँ से ही मज़ाक..पागल कहीं का...

मैं- नहीं माँ मज़ाक नहीं कर रहा, आप की बॉडी अभी भी बहुत फ़िट है .... इसलिय आप ना बहुत खूबसूरत लगती हो ..

माँ- अच्छा तो तुझे अब अपनी माँ ख़ूबसूरत लगने लगी..पागल।

मैं- सच्ची मां आपकी पूरी बॉडी बहुत ही फिट और वो है जिससे आपकी उम्र का पता ही नहीं लगता...

माँ- फ़िट और वो क्या?

मैं- अम्म्म क्या बोलूं... हां भरी हुई...

माँ- अच्छा तो मोटी लगती हुं मैं तुझे,

मैं-ऑफो मां मोटी नहीं आप फिट और वो ... वो ... गदराई लगती हो, (मैंने गदराई शब्द धीरे से बोला लेकिन मां ने सुना)

माँ- हट बदमाश कहीं का कैसी कैसी बातें बोल रहा है अपनी माँ के बारे में.... ख़ूबसूरत तो तेरी उमर की लड़की है मैं तो बुड्ढी हो गई हूं..

मैं ये सुन कर ओवर एक्टिंग करते हुए अपने हाथ कान पर रखते हुए बोले...

मैं- हे भगवान, ये सुनने से पहले मेरे कान खराब क्यों नहीं हो गए, ये धरती फट क्यों नहीं गई, ये आकाश गायब गया क्यों नहीं हो गया ..... मेरी मां बुढी है ....

मां मेरी हरकत से चौक गई और फिर मजाक में गुसा दिखाते हुए बोली

माँ- नालायक डरा ही दिया मुझे ऐसा कोई चिल्लाता है अचानक ...... मेरी तो जान ही निकल दी ... ड्रामाबाज़ है तू बहुत बड़ा ..

ये कहते हुए मां भी हंस पड़ी और मुझे पंखे से मारने लगी..

मैं- अरे मां आप तो मेरी भी जान हो आपकी जान कैसे निकल जाएगी

या ये कहकर मैंने उठ कर मां को अपनी बाहों में भर लिया ... मां ये देख कर थोड़ा चौक गई क्योंकि मुझे भी नहीं याद आखिरी बार कब मैंने उन गले से लगाया होगा ...

मां- बड़ा प्यार आ रहा है अपनी बूढ़ी मां पर...

मैं- मां मैं आपसे बहुत प्यार करता हूं तो प्यार तो आएगा ही ...और आप बुद्धि नहीं हो ...औरअब मैं ऐसे ही प्यार करुंगा आपको

ये कहकर मैंने अपने हाथ और कस लिए और उन्हे अपनी और समा लिया .... कुछ पल बाद जब मुझे अंदाज हुआ के मेरा हाथ कहां है मेरा एक हाथ उनकी पीठ पर ब्लाउज के ऊपर था और एक हाथ जो जगह मुझे बहुत पसंद थी उनकी नंगी कमर पर था ... मेरे सीने पर मां के चुचे मुझे महसूस हो रहे थे।

बस आपको एहसास होते ही कि मेरी अंगलिया मां की कमर पर हैं और उनके बडे बड़े चूचे मेरे सीने में समाए हए हैं मेरा लंड झटके मारने लगा और सीधा सामने खड़ा हो गया तो मैंने अपनी कमर पीछे करली जिनसे मां को ये टच ना करे...औरमैं मां की कमर पर हाथ फिराने लगा ... मुझे बहुत मजा आ रहा था ... बहुत चिकनी कमर थी मां की ... मैं थोड़ा सा हाथ आगे की तरफ लाने लगा उनके पेट की तरफ ... मां ने अब तक कुछ नहीं बोला था..लेकिन कुछ डर बाद बोली ...

माँ- कर्मा हट अब बहुत हो गया प्यार

..गर्मी लग रही है...

मैंने भी कुछ नहीं बोला और अपने आप को कंट्रोल करके अपने हाथ उनकी कमर से हटाये और फिर से अपनी बाहें खोल दी और फिर से अपनी जगह पर बैठ गया... मां फिर से पंखे से हवा करने लगी और अब मेरे पास आकर बैठ गई

मां- ले तू भी हवा खा ले थोड़ा पूरा भीग गया है पसीने में और मुझसे भी हवा करने लगी,

मैंने सोचा यार कितना प्यार करती है मां मुझे... जरा सी गरमी में भी नहीं देख सकती मां यही होता है मां का दिल बच्चे को ज़रा सी तकलीफ में नहीं देख सकता... ये सोचकर मेरा प्यार मां की ओर और बढ़ गया....

इतनी गरमी में पंखे की हवा बहुत सुकून दे रही थी तो मैं वही तख्त के नीचे घुटने लटके हुए ही पीछे की तरफ लेट गया और अपनी आंखें बंद करली ... कुछ जैसे याद आया हो अचानक से मेरी आंखें खुली और मुझे अपने पजामे में बना तंबू दिखा ... मैंने सोचा मर गया.इसके बारे में तो मैं भूल ही गया..अब क्या करुं... मां ने कहीं देख तो नहीं लिया अचानक से कुछ करुंगा तो मां को पता चल जाएगा ... फिर मेरे दिमाग में कुछ सूझा और मैं ऐसे ही आंख बंद करके लेटा रहा और एक हाथ से अपनी आंखें ढक ली जिनसे मां को मेरी आंखें न दिखीं ... देखने लगा मां पंखा हिलाये जा रही थी एक बार उन्होन मेरी तरफ देखा तो वह लगा शायद मैं सो रहा हूं तो थोड़ी सी घूम कर मेरी तारफ हो कर बैठ गई जिससे मुझे हवा ज्यादा मिल सके ....और फिर अचानक से उनकी नज़र मेरे सामने लंड के तंबू पर गई ... तो उनकी आंखों में एक थाहराव सा आ गया और फिर अचानक से मेरे चेहरे की तरफ देखा तो उन्हे अब भी लगा के मैं तो सो रहा हूं और फिर उनकी नजर मेरे लंड पर आ गई ..वो थोड़ी देर तक उसे घूरती रही. और फिर मुझे भी समझ नहीं आया उनके चेहरे पर एक हल्की सी मुस्कुराहट आ गई लंड को देखते हुए ... तब मेरी बुरी किस्मत के बिजली आ गई और मां मेरे पास से उठ कर खड़ी हो ग मुड कर एक बार मुझे देखा और फिर मेरे लंड को और अपनी सारी का पल्लू जो कबसे गिरा हुआ था उसे अपने सीने पर डाला और कमरे की तरफ चली गई .... मुझे कुछ समझ नहीं आया के मां का क्या रिएक्शन था मेरे लंड के उभार को देखने के बाद ... ये सोचते सोचते मैं भी सो गया....

इसके आगे कर्मा मां को पाने के लिए और क्या करता है वो सब अगली अपडेट में ... आप लोग कृपया समीक्षाएं देते रहे जिनसे कहानी और अच्छी बने ... शुक्रिया ...
 
Thread Author
Dramatic Entrance
854
1,308
123
Bat hua tha kah rahe the 3D bhaiya shadi me vyast hai to karva rahe hai sadhi


Adbhut atulniya lekhan kaushal :clapclap: :clapping: :claps:

so in kamino ka hawas ka khel suru bhi ho gaya ... par shayad abhi bahot kuch hona baaki hai...
Khair....
kuch rishte janm ke saath hi milate hain un rishto mein ek alag aatmeeyata hoti hai aur kuchh rishte jab kirdaar khud saamne wale se banate... Waise is prakar kayi rishte hote hai..... lekin yaha karma aur mamta ke bich jo rishta ban raha hai wo saririk apuriti ka hai .... kaamukata se utpann huye tharak ka....
ab in dono ke bich pehle wala rishta tut chuka hai samul roop se, ab reh gaya hai to sirf kaamvasna....
Shaandaar update, shaandaar lekni aur shaandaar shabdon ka chayan...
bahot nirale aur uttejak tarike se update ko pesh kiya gaya hai..

Khair... let's see what happens next...
Brilliant update with awesome writing skills :applause: :applause:

Bhoute khoob bhai karma ki soch sahi disha mai hai. Keep it up. Ab dekhte hai karma kiss ko chode kar kamar ka kamra karta hai :D

Bhoute hi garam hone wala hai chodumpur ka mahole. Ab aage dekhte hai ye karma kise tarah ka kohram machega

Badhiya update bhai ji
Update posted please read and review
 

Top