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" ह्म्म्म तो फिर बता ना ..आज मोम को अचानक क्या हो गया ..तुम ने देखा ना कितने प्यार से मुझे देख रही थी और कितनी देर तक मुझे अपनी गाल चूमने दिया ..??" शशांक पूछता है
" देखा ना भैया ..मैने कहा था ना मोम को टाइम दो ..एक ही रात में कितना बदलाव आ गया ..जस्ट वेट फॉर सम मोर टाइम माइ बिलव्ड ब्रो' ...सम मोर टाइम ...और तुम देखोगे और कितना बदलाव आता है.." शिवानी प्यार से उसकी ओर देखते हुए कहती है ....उसकी आँखों में भैया का प्यार और चाहत झलक रहे थे...
" हां शिवानी तू ठीक ही कहती है ..." शशांक भी उसकी ओर देखता है ..
दोनों की नज़रें टकराती है ...शिवानी के दिल की धड़कन तेज़ हो जाती है....
इस बार शशांक को शिवानी कुछ और भी नज़र आती है ..सिर्फ़ एक पटाखा बहेन नहीं ...
शिवानी के लूज टॉप के अंदर उसकी तेज़ साँसों और दिल की तेज़ धड़कनों के साथ हिलती हुई उसकी गदराई चूचियाँ , उसके गोरे और लाली लिए गाल , बड़ी बड़ी आँखें और सब से ज़्यादा उसकी शेप्ली नाक ...आज शशांक को अपनी बहेन की जवानी के उभार भी दिखते हैं ...
वो एक टक उसे देखता है...... शिवानी का मन शशांक के अगले कदम की कल्पना में झूम उठ ता है ..उसकी सांस और तेज़ हो जाती है ..शरीर में झूरजूरी सी महसूस होती है...
उसका सीना धौंकनी की तरेह उपर नीचे हो रहा था ...उसकी चूचियाँ भी साथ साथ उछल रही थीं ..
" देखा ना भैया ..मैने कहा था ना मोम को टाइम दो ..एक ही रात में कितना बदलाव आ गया ..जस्ट वेट फॉर सम मोर टाइम माइ बिलव्ड ब्रो' ...सम मोर टाइम ...और तुम देखोगे और कितना बदलाव आता है.." शिवानी प्यार से उसकी ओर देखते हुए कहती है ....उसकी आँखों में भैया का प्यार और चाहत झलक रहे थे...
" हां शिवानी तू ठीक ही कहती है ..." शशांक भी उसकी ओर देखता है ..
दोनों की नज़रें टकराती है ...शिवानी के दिल की धड़कन तेज़ हो जाती है....
इस बार शशांक को शिवानी कुछ और भी नज़र आती है ..सिर्फ़ एक पटाखा बहेन नहीं ...
शिवानी के लूज टॉप के अंदर उसकी तेज़ साँसों और दिल की तेज़ धड़कनों के साथ हिलती हुई उसकी गदराई चूचियाँ , उसके गोरे और लाली लिए गाल , बड़ी बड़ी आँखें और सब से ज़्यादा उसकी शेप्ली नाक ...आज शशांक को अपनी बहेन की जवानी के उभार भी दिखते हैं ...
वो एक टक उसे देखता है...... शिवानी का मन शशांक के अगले कदम की कल्पना में झूम उठ ता है ..उसकी सांस और तेज़ हो जाती है ..शरीर में झूरजूरी सी महसूस होती है...
उसका सीना धौंकनी की तरेह उपर नीचे हो रहा था ...उसकी चूचियाँ भी साथ साथ उछल रही थीं ..